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मुज़फ़्फ़रनगर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले में स्थित एक नगर है। मुज़फ़्फ़रनगर यह ज़िले का मुख्यालय भी है। मुज़फ़्फ़रनगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का भाग है और राष्ट्रीय राजमार्ग 58 द्वारा कई स्थानों से जुड़ा हुआ है।
भूगोल
यह समुद्र तल से 237-245 मीटर ऊपर, दिल्ली से लगभग 116 किमी दूर, उत्तर प्रदेश के उत्तर में उत्तरी अक्षांश 29º 11' 30" से 29º 45' 15" तक और पूर्वी रेखांश 77º 3' 45" से 78º 7' तक स्थित है। यह राष्ट्रीय राज मार्ग 58 पर सहारनपुर मण्डल के अंतर्गत गंगा और यमुना के दोआब में, दक्षिण में मेरठ और उत्तर में सहारनपुर जिलों के बीच स्थित है। पश्चिम में शामली मुज़फ़्फ़र नगर को हरियाणा के पानीपत और करनाल से और पूर्व में गंगा नदी उत्तर प्रदेश के बिजनोर जिले से अलग करती है। मुज़फ़्फ़र नगर का क्षेत्रफल 4008 वर्ग किलोमीटर (19,63,662 एकड़) है। मुजफ़्फ़र नगर में पहली जनसंख्या 1847 में हुई और तब मुजफ़्फ़र नगर की जनसंख्या 537,594 थी। 2001 की जनसंख्या के अनुसार मुज़फ़्फ़र नगर जिले की आबादी 35,43,360 (18,93,830 पुरूष और 16,49,530 महिला, 26,39,480 ग्रामीण और 9,03,880 शहरी, 17,80,380 साक्षर, 4,78,320 अनुसूचित जाति और लगभग 90 अनुसूचित जनजाति) है और औसत 31,600 व्यक्ति प्रतिवर्ग किलोमीटर में रहते हैं। मुज़फ़्फ़र नगर जिले में 1 लोक सभा, 6 विधान सभा, 5 तहसिल, 14 खण्ड (ब्लोक), 5 नगर पालिकाएं, 20 टाऊन एरिया, 1027 गांव (2003-04 में केवल 886 गाँवों में बिजली थी), 28 पुलिस स्टेशन, 15 रेलवे स्टेशन (उत्तरी रेलवे, 1869 में रेलमार्ग आरम्भ हुआ) हैं। 2001 में 557 औघोगिक कम्पनियाँ और 30,792 स्माल स्केल कम्पनियाँ थी।
इतिहास
इतिहास और राजस्व प्रमाणों के अनुसार दिल्ली के बादशाह, शाहजहाँ, ने सरवट (SARVAT) नाम के परगना को अपने एक सरदार सैयद मुजफ़्फ़र खान को जागीर में दिया था जहाँ पर 1633 में उसने और उसके बाद उसके बेटे मुनव्वर लश्कर खान ने मुजफ़्फ़र नगर नाम का यह शहर बसाया।
परन्तु इस स्थान का इतिहास बहुत पुराना है। काली नदी के किनारे सदर तहसिल के मंडी नाम के गाँव में हड़प्पा कालीन सभ्यता के पुख्ता अवशेष मिले हैं। अधिक जानकारी के लिये भारतीय सर्वेक्षण विभाग वहां पर खुदाई कार्य करवा रहा है। सोने की अंगूठी जैसे आभूषण और बहुमूल्य रत्नों का मिलना यह दर्शाता है कि यह स्थान प्राचीन समय में व्यापार का केन्द्र था। तैमूर आक्रमण के समय के फारसी इतिहास में भी इस स्थान का वर्णन मिलता है।
शहर से छह किलोमीटर दूर सहारनपुर रोड़ पर काली नदी के ऊपर बना बावन दरा पुल, करीब 1512 ईस्वी में शेरशह सूरी ने बनवाया था। शेरशाह सूरी उस समय मुगल सम्राट हुमायूं को पराजित कर दिल्ली की गद्दी पर बैठा था। उसने सेना के लश्कर के आने जाने के लिये सड़क का निर्माण कराया था जो बाद में ग्रांट ट्रंक रोड़ के नाम विख्यात हुई। इसी मार्ग पर बावन दर्रा पुल है। माना जाता है कि इसे इसे उस समय इस प्रकार डिजाईन किया गया था कि यदि काली नदी में भीषण बाढ़ आ जाये तो भी पानी पुल के किनारे पार न कर सके। पुल में कुल मिला कर 52 दर्रे बनाये गये हैं। जर्जर हो जाने के कारण अब इसका प्रयोग नहीं किया जा रहा है। वहलना गांव में शेरशाह सूरी की सेना के पड़ाव के लिये गढ़ी बनायी गई थी। इस गढ़ी का लखौरी ईटों का बना गेट अभी भी मौजूद है।
ग्राम गढ़ी मुझेड़ा में स्थित सैयद महमूद अली खां की मजार मुगलकाल की कारीगरी की मिसाल है। 400 साल पुरानी मजार और गांव स्थित बाय के कुआं की देखरेख पुरातत्व विभाग करता है। मुगल समा्रट औरगजेब की मौत के बाद दिल्ली की गद्दी पर जब मुगल साम्राज्य की देखरेख करने वाला कोई शासक नहंी बचा तो जानसठ के सैयद बन्धु उस समय नामचीन हस्ती माने जाते थे। उनकी मर्जी के बिना दिल्ली की गद्दी पर कोई शासक नहंी बैठ सकता था। जहांदार शाह तथा मौहम्मद शाह रंगीला को सैयद बंधुओं ने ही दिल्ली का शासक बनाया था। इन्ही सैयद बंधुओं में से एक का नाम सैयद महमूद खां था। उन्हीं की मजार गा्रम गढ़ीमुझेड़ासादात में स्थित हैं। जिसमें मुगल करीगरी की दिखाई पड़ती है। 400 साल पुरानी उक्त सैयद महमूद अली खां की मजार तथा प्राचीन बाय के कुयेंं के सम्बन्ध में किदवदन्ती है कि दोनो का निर्माण कारीगरों द्वारा एक ही रात में किया गया था।
लम्बे समय तक मुगल आधिपत्य में रहने के बाद ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने 1826 में मुज़फ़्फ़र नगर को जिला बना दिया। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में शामली के मोहर सिंह और थानाभवन के सैयद-पठानों ने अंगेजों को हरा कर शामली तहसिल पर कब्जा कर लिया था परन्तु अंग्रेजों ने क्रूरता से विद्रोह का दमन कर शामली को वापिस हासिल कर लिया।
6 अप्रैल 1919 को डॉ॰ बाबू राम गर्ग, उगर सेन, केशव गुप्त आदि के नेतृत्व में इण्डियन नेशनल कांगेस का कार्यालय खोला गया और पण्डित मदन मोहन मालवीय, महात्मा गांधी, मोती लाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, सरोजनी नायडू, सुभाष चन्द्र बोस आदि नेताओं ने समय-समय पर मुज़फ़्फ़र नगर का भ्रमण किया। खतौली के पण्डित सुन्दर लाल, लाला हरदयाल, शान्ति नारायण आदि बुद्धिजीवियों ने स्वतंत्रता आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। 15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने पर केशव गुप्त के निवास पर तिरंगा फ़हराने का कार्यक्रम रखा गया।मुजफ्फरनगर से दो किमोमीटर दूर एक गाँव हैं मुस्तफाबाद और इसके साथ लगा गाँव हैं पचेंडा , कहते हैं यह पचेंडा गाव महाभारत काल में कौरव पांडव की सेना का पड़ाव स्थल था , मुस्तफाबाद के पश्चिम में पंडावली नामक टीला हैं जहां पांडव की सेना पडी हुई थी तथा पूर्व में कुरावली हैं जहां कौरव की सेना डेरा डाले पडी थी , पचेंडा में एक महाभारतकालीन भेरो का मंदिर और देवी का स्थल भी हैं
जनसंख्या और कारोबार
मुज़फ़्फ़र नगर का क्षेत्रफल 4049 वर्ग किलोमीटर (19,63,662 एकड़) है। मुजफ़्फ़र नगर में पहली जनगणना 1847 में हुई और तब मुजफ़्फ़र नगर की जनसंख्या 537,594 थी। 2001 की जनगणना के अनुसार मुज़फ़्फ़र नगर जिले की आबादी 35,43,360 (18,93,830 पुरूष और 16,49,530 महिला, 26,39,480 ग्रामीण और 9,03,880 शहरी, 17,80,380 साक्षर, 4,78,320 अनुसूचित जाति और लगभग 90 अनुसूचित जनजाति) है और औसत 31,600 व्यक्ति प्रतिवर्ग किलोमीटर में रहते हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार मुजफ्फरनगर की कुल जनसंख्या 4138605 (पुरूष 2194540, महिला 1944065), लिंग अनुपात 886 तथा साक्षरता दर 70.11 (पुरूष 79.11, महिला 60.00) है
मुजफ्फरनगर एक महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर है, चीनी, इस्पात, कागज और सिले सिलाये कपड़े और हाथ की कशीदाकारी से बने महिलाओं के सूट के लिए प्रसिद्ध है, गन्ना के साथ अनाज यहाँ के प्रमुख उत्पाद है। यहाँ की ज़्यादातर आबादी कृषि में लगी हुई है जो कि इस क्षेत्र की आबादी का 70% से अधिक है। मुजफ्फरनगर का गुड़ बाजार एशिया में सबसे बड़ा गुड़ का बाजार है। मुजफ्फर नगर में खतौली की पुली सम्पूर्ण भारत में महत्वपूर्ण है सबसे ज्यादा पृशिद है गन्ना भारत में सबसे अधिक पैदा होता है गन्ने के मिल भी सबसे ज्यादा संख्या में है
प्रमुख स्थल
श्री गोलोकधाम मंदिर
यह सिद्धपीठ नगर के गांधी कालोनी मोहल्ले में स्थित है, यहाँ श्री राधा माधव जी का एक भव्य मंदिर है मंदिर राधाकृष्ण के चमत्कारिक विग्रह के लिए प्रसिद्ध है। प्रतिदिन राधामाधव जी का श्रृंगार व वस्त्र धारण कराए जाते हैं, यहाँ श्री राधा कृष्ण जी के सिध्द स्वरूप श्री श्यामाश्याम जी भी विराजित हैं, जिनकी अष्टयाम सेवा की जाती है,
पुरकाज़ी
यह एक उत्तराखंड बॉर्डर पर स्थित है जो चाट के लिए प्रसिद्ध है। पुरकाज़ी को एनएच-58 दो भागों में बाँटता हैं। साथ ही यहाँ उत्तर प्रदेश परिवहन का मुख्य अड्डा भी है। इस के पास से गंगा नदी भी बहती है।
शुक्रताल
यह स्थान हिन्दुओं का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है। गंगा नदी के तट पर स्थित शुक्रताल जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि इस जगह पर अभिमन्यु के पुत्र और अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित को शराप मुक्त करने के लिए महर्षि सुखदेव जी ने भागवत गीता का वर्णन किया था। इसके समीप स्थित वट वृक्ष के नीचे एक मंदिर का निर्माण किया गया था। इस वृक्ष के नीचे बैठकर ही सुखदेव जी भागवत गीता के बारे में बताया करते थे। सुखदेव मंदिर के भीतर एक यज्ञशाला भी है। राजा परीक्षित महाराजा सुखदेव जी से भागवत गीता सुना करते थे। इसके अतिरिक्त यहां पर पर भगवान गणेश की 35 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित है। इसके साथ ही इस जगह पर अक्षय वट और भगवान हनुमान जी की 72 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है। यह गंगा की शाखा नदी गंगा के किनारे बसा है। जहाँ देश विदेश से कई लाख प्र्य्ट्क आते है।
खतौली
मुजफ्फरनगर स्थित खतौली एक शहर है। यह जगह मुजफ्फरनगर से 21 किलोमीटर की दूरी पर और राष्ट्रीय राजमार्ग 58 द्वारा यहां पहुंचा जा सकता है। यहां स्थित जैन मंदिर काफी खूबसूरत है। इसके अतिरिक्त एक विशाल सराय भी है। इनका निर्माण शाहजहां द्वारा करवाया गया था। खतौली का नाम पहले ख़ित्ता वली था जो बाद में खतौली हो गया
यहाँ त्रिवेणी शुगर मिल एशिया का सबसे बड़ा मिल है
खतौली तहसील का सबसे मुख्य विलेज खेड़ी कुरेश है इस गांव में अनुसूचित जाति की संख्या का बाहुल क्षेत्र है अनुसूचित जातियो में चेतना पैदा करने में अग्रणी है
आवागमन
वायु मार्ग
यहां का सबसे निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंर्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। दिल्ली से मुजफ्फनगर 116 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग
मुजफ्फरनगर रेलमार्ग द्वारा भारत के प्रमुख शहरों से पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
राष्ट्रीय राजमार्ग 58 द्वारा मुजफ्फनगर पहुंचा जा सकता है। भारत के कई प्रमुख शहरों जैसे नई दिल्ली, देहरादून, सहारनपुर और मसूरी आदि से यहां पहुंच सकते हैं।
शिक्षा-स्कूल-कॉलेज
यहॉ इस शहर में बहुत से प्रतिष्ठत स्कूल व कालेज हैं। शहर में एक निजी वित्त पोषित इंजीनियरिंग कॉलेज और एक मेडिकल कॉलेज है। इन में शामिल हैं: गांधी पालीटेक्निक, आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेद अनुसंधान केन्द्र, कृषि कॉलेज, कृषि विज्ञान केन्द्र, अस्पतालों, नेत्र अस्पताल, डिग्री कालेजों, इंटर कालेज, वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों, नवोदय स्कूल, केन्द्रीय विधालय,, जूनियर हाई स्कूल, प्राथमिक स्कूलों, संस्कृत पाठशाला नयी राहे स्पेशल स्कूल(संचालित)भारतीय बाल एंव मानव कल्याण परिषद दिल्ली, ब्लाइंड स्कूल, योग प्रशिक्षण केन्द्र, अम्बेडकर छात्रावास, धर्मशाला, अनाथालय, वृद्वाआश्रम, बूढ़ी गाय के संरक्षण केन्द्र और कई अन्य आध्यात्मिक और धार्मिक केंद्र।
मुज़फ़्फ़र नगर से जुड़ी कुछ खास बातें -
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला फोटो स्टूडियो स्वर्गीय मोहम्मद गुफरान द्वारा वर्ष 1935 में मुज़फ्फरनगर में ही शुरू किया गया था जिसे अब उनके पुत्र गुलरेज़ गुफरान द्वारा चलाया जा रहा है।
पाकिस्तान के प्रथम प्रधानमंत्री लियाकत अली ख़ान मुज़फ़्फ़र नगर के निवासी थे।
मुजफ़्फ़र नगर जिले के भोपा के पास यूसूफ़पुर गांव के रमेश चन्द धीमान ने 3.12 मिली मीटर की कैंची और 4.50 मिली मीटर का रेजर बना कर गिनीज बुक और लिमका बुक में अपना नाम लिखा मुजफ़्फ़र नगर या।
मुगलकालीन किंग "मेकर" सैयद बन्धु जानसठ इलाके से ताल्लुक रखते थे।
1952 में मुजफ़्फ़र नगर में पहली बार स्वतंत्र गणतंत्र के चुनाव हुए और उत्तरी मुजफ़्फ़र नगर से कांग्रेस के अजीत प्रसाद जैन और दक्षिणी मुजफ़्फ़र नगर से कांग्रेस के हीरा बल्लभ त्रीपाठी चुने गये।
स्व0 मुनव्वर हसन - संसद सदस्य कैराना (जन्म तिथि - 15 मई 1964) अपने 14 वर्ष के राजनितिक कार्यकाल में (1991-2005) 6 बार भारत के 4 सदनों विधानसभा, विधान परिषद, लोकसभा तथा राज्यसभा के सदस्य रहे।
गाँव खेडी कुरैश के दलित व किसान नेता रमेश चन्द ने समाजिक चेताना में अहम भूमिका निभायी किसान नेता उघम सिहँ तिसंग बावना मंच ने किसानो में चेतना पैदा करने में अहम भूमिका रही !
मुजफ्फर नगरके निवासी मुरली सिंह (स्पीच थैरेपिसट) ने मूक-बधिर की शिक्षा में महत्वपूर्ण योग्यता हासिल की और जनपद के सैकड़ों युवा को जागरूक किया आज मुजफ्फर नगर के सैकड़ों युवा मूक बधिर की शिक्षा में प्रशिक्षण लेकर देश के सरमस्त राज्यों में कार्यरत है
इन्हें भी देखें
मुज़फ़्फ़रनगर ज़िला
2013 मुज़फ़्फ़र नगर दंगे
सन्दर्भ
मुज़फ़्फ़रनगर ज़िला
उत्तर प्रदेश के नगर
मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के नगर
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यह ऐसी भी कुछ तितली के द्वारा किया जाता है कि एक प्रवास के बारे में आपको बता देगा कि सम्राट तितली प्रवास की जानकारी के रूप में तितली के बारे में अधिक पता करने के लिए दिलचस्प है। इस तितली migrates कारण की व्याख्या करने के लिए सबसे अच्छा कारणों में से एक यह है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ, जो ठंड सर्दियों जीवित नहीं रह सकते कि कारण की वजह से है। इस तितली मैक्सिको के दक्षिण की ओर पलायन होगा यह कारण है।
तुम भी आप इस तरह तितली से मिल जा रहे हैं कि प्रवास के बारे में अधिक हो जाएगा कि मिल जाएगा। सम्राट तितली प्रवास के बारे में अधिक है, आप माइग्रेशन एक वर्ष में एक बार होता है कि हर अक्टूबर क्या होगा कि मिल जाएगा। हालांकि, माइग्रेशन पहले शुरू शायद पहले के रूप में अच्छी तरह से आता है कि ठंड पर निर्भर हो सकता है। ठंड आता है एक बार, तुम सम्राट तितली प्रवास मेक्सिको इस प्रवास के गंतव्य होगा कि सबसे आम स्थान है मिलेगा।
सम्राट तितली के द्वारा किया जाता है कि माइग्रेशन के बारे में उन तथ्यों के साथ, आप इसके बारे में अधिक जानना दिलचस्प है मिलेगा। अपनी दिलचस्प प्रवास आदत के अलावा, आप भी इस तितली आप देख सकते हैं कि सुन्दरी भी है कि मिल जाएगा। उन आप को पता है के लिए बहुत दिलचस्प होगा कि सम्राट तितली प्रवास के बारे में दिलचस्प तथ्य हैं।
तितलियों प्रवास या पतंगों की आबादी वे समय की लंबी अवधि के लिए समझौता नहीं कर सकते हैं जहां क्षेत्रों के लिए लंबी दूरी पर विस्थापित जिससे एक जैविक घटना है। अवधि प्रवासी तितली या कीट लेपिडोप्टेरा के भीतर एक वर्गीकरण क्लेड से संकेत मिलता है, लेकिन विस्थापित कि विभिन्न शामिल परिवारों से ऐसे सभी प्रजातियों के लिए प्रयोग किया जाता है एक शब्द है कि नहीं करता है।
विभिन्न रंगों और पैटर्न के साथ आते हैं कि ओहियो तितलियों की पहचान के बारे में अधिक कर रहे हैं। आप ओहियो में पा सकते हैं कि उन खूबसूरत तितलियों के कुछ Spicebush मख़रूती झंडा , अल्फला तितली, पूर्वी पुच्छ ब्लू और सम्राट हैं। उन ओहियो में है कि आप कर सकते हैं के रूप में सुंदर तितली माना जाता है कि तितलियों हैं। तुम भी अन्य जगह में नहीं मिल सकता है कि अपनी सुंदरता के साथ ओहियो में अधिक तितलियों पा सकते हैं।
वयस्कों के फूलों के रस से उनके पोषक तत्व मिल के रूप में अपने ही मंच के सम्राट कैटरपिलर में आहार milkweed पर लगभग विशेष रूप से फ़ीड और। सम्राट हमेशा संयंत्र पर अपने अंडे देते हैं milkweed में समृद्ध क्षेत्रों के लिए वापस आ जाएगी। वे एक पेटी के रूप में पर फ़ीड milkweed वास्तव में एक जहरीला विष है और उनके शरीर में संग्रहीत किया जाता है। इस शिकारियों को इतना भयानक सम्राट तितली स्वाद बनाता है।
जनसंख्या
सम्राट तितलियों के लाखों नीचे मैक्सिको के लिए यात्रा सर्दियों के लिए बसेरा बनाते हैं। माइग्रेशन के दौरान हजारों उनके प्रवासी मार्ग के किनारे कुछ क्षेत्रों में एक पेड़ पर भूमि जाएगा।
वहार सम्राटों एक गर्मियों के दौरान चार पीढ़ियों का उत्पादन कर सकते हैं। पहले तीन पीढ़ियों 2 से जीवन spans होगा - 6 सप्ताह और उत्तरी चलती जारी रहेगा। इस समय के दौरान वे दोस्त और उत्तर की ओर माइग्रेशन जारी रहेगा कि अगली पीढ़ी के लिए होगा। चौथी पीढ़ी अलग है और नौ महीने तक रह सकते हैं। ये मेक्सिको या दक्षिणी कैलिफोर्निया या तो सर्दियों के लिए दक्षिण की ओर पलायन होगा कि तितलियों हैं।
पलायन करके, लेपिडोप्टेरा प्रजाति मौसम, भोजन की कमी, या अधिक की आबादी सहित प्रतिकूल परिस्थितियों से बच सकते हैं। पक्षियों की तरह, सभी व्यक्तियों की ओर पलायन, जिनमें से लेपिडोप्टेरा प्रजातियां हैं, लेकिन लोगों का केवल एक उपसमूह की ओर पलायन जो की प्रजातियों में भी कर रहे हैं। सबसे अच्छी तरह से जाना जाता है Lepidopteran माइग्रेशन कि केंद्रीय मैक्सिको में साइटों शीतकालीन करने के लिए दक्षिणी कनाडा से migrates जो सम्राट तितली के पूर्वी आबादी का है। देर से सर्दियों / जल्दी वसंत ऋतु में, वयस्क सम्राटों एक अधिक उत्तरी जलवायु के लिए मेक्सिको में Transvolcanic पर्वत श्रृंखला छोड़ दें। संभोग से होता है और महिलाओं के उत्तरी मैक्सिको और दक्षिणी टेक्सास में आम तौर पर पहले, अपने अंडे देते हैं milkweed की मांग बाहर शुरू करते हैं। कैटरपिलर हैच और अधिक संतानों अगले प्रवासी चक्र तक के रूप में दूर सेंट्रल कनाडा के रूप में जा सकते हैं, जहां उत्तर चाल है कि वयस्कों में विकसित। प्रवासी लेपिडोप्टेरा ज्यादातर मामलों में, उत्कृष्ट flyers में हैं। वैनेसा Atalanta प्रजाति की तरह एक भयंकर headwind के प्रबंध करने में सक्षम हैं। Headwind के मामले में, वे आम तौर पर कम से उड़ान भरने और अधिक कर रहे हैं लक्ष्य उन्मुख। प्रवास के दौरान, कुछ प्रजातियों लेकर ऊंचाई पर पाया जा सकता है अप करने के लिए दो किलोमीटर की दूरी पर इस दिन के लिए विशेष रूप से उल्लेखनीय है इन ऊंचाई पर तापमान कम कर रहे हैं और दिन-उड़ान प्रजातियों गर्म रहने के लिए बाहर के तापमान पर निर्भर करती है, के बाद से वैनेसा Atalanta प्रजाति की तरह उड़ान। यह भी दर्ज की रात में पलायन कर दिया गया है के बाद से वैनेसा Atalanta उड़ान के दौरान पर्याप्त शरीर गर्मी पैदा करता है कि माना जाता है। दूरी बड़े हैं जहां अंतरमहाद्वीपीय माइग्रेशन के मामले में, (दूसरे या कम प्रति 3 मीटर के आदेश के) तितली की उड़ान गति यात्रा के समय पर पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। माइग्रेशन भारी हवाओं पर निर्भर द्वारा किया जाता है; दूसरा एक ही दिन में 300 से 400 किलोमीटर की विस्थापन प्रदान करने में सक्षम किया जा रहा है प्रति 10 मीटर की लगातार हवा की गति। उदाहरण के लिए, तितली वैनेसा अफ्रीका से सिर हवाओं से सहायता प्राप्त स्पेन के लिए ओ लंबी दूरी पर विस्थापित करने में सक्षम हो, प्रजातियों नेविगेट करने में सक्षम होना चाहिए। वे ऐसा करने के कई तरीके हैं।
लैंडस्केप: लेपिडोप्टेरा खुद को ग्रहण करने के लिए तटीय लाइनों, पहाड़ों, लेकिन यह भी मानव निर्मित सड़कों का उपयोग करें। समुद्र के ऊपर यह तट पर परिदृश्य अभी भी दिखाई दे रहा है अगर उड़ान दिशा में बहुत ज्यादा सटीक है कि देखा गया है। स्वर्गीय नेविगेशन: तितलियों सूरज की मदद से नेविगेशन के लिए सक्षम होने के लिए जाना जाता है। उन्होंने यह भी ध्रुवीकृत प्रकाश के उपयोग से नेविगेट कर सकते हैं। किरणों का कोण के साथ सूरज की रोशनी में परिवर्तन का ध्रुवीकरण, इसलिए वे भी बादल मौसम के साथ नेविगेट कर सकते हैं। वे भी एक दिन पर समय के आधार पर सुधार कर सकते हैं कि संकेत हैं। डायमंडबैक पतंगों सूरज की किरणों के कोण पर निर्भर नहीं है, जो एक सीधे प्रक्षेपवक्र में उड़ान भरने के लिए जाना जाता है। टेस्ट कुछ प्रजातियों की जैविक घड़ी के साथ हस्तक्षेप करने के लिए प्रदर्शन किया गया है कि वे चाहते हैं यदि अवलोकन तो उन्हें अंधेरे में रख रहे हैं और से अन्य उड़ान पथ के लिए चुनते हैं। निष्कर्ष कुछ प्रजातियों यह थी कि, और दूसरों को नहीं किया था। सम्राटों पर रिसर्च वे एंटीना बरकरार साथ कर के रूप में एंटीना को हटाने के साथ, घड़ी के स्थान, व्यक्तियों उड़ान के दौरान किसी एक दिशा में स्थानीय बनाना नहीं है कि यह दर्शाता है। रात से यात्रियों के नेविगेशन के लिए सूरज की रोशनी का उपयोग नहीं कर सकते हैं। इन प्रजातियों में से अधिकांश चाँद और बजाय सितारों पर भरोसा करते हैं।
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र: पतंगों की एक संख्या आवारा दिल का एक अध्ययन के रूप में, नेविगेट करने के लिए पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करें और डार्ट पता चलता है। एक अन्य अध्ययन में, रजत वाई के प्रवासी व्यवहार के इस समय, हवाओं को बदलने के साथ अपने पाठ्यक्रम सही कर सकते हैं, यहां तक कि उच्च ऊंचाई पर, कि इस प्रजाति से पता चला है,
आप ओहियो के उन तितलियों सुंदर रंग और पैटर्न के साथ तितली के रूप में माना जाता है कि मिल जाएगा। आप यह दिलचस्प है कि आप ओहियो में यहाँ पा सकते हैं उन तितलियों के सौंदर्य का पता लगाने के लिए करते हैं कि विभिन्न पैटर्न के साथ ओहियो में पा सकते हैं कि रंगीन तितलियों कर रहे हैं। यदि आप पहचान उन्हें तलाशने हो सकता है इससे पहले कि आप उन तितलियों की अधिक जानकारी प्राप्त करने में मदद करने के लिए, उन तितलियों के बारे में आप और अधिक बताने के लिए बहुत उपयोगी हो जाएगा। विभिन्न रंगों और पैटर्न के साथ आते हैं कि ओहियो तितलियों की पहचान के बारे में अधिक कर रहे हैं। आप ओहियो में पा सकते हैं कि उन खूबसूरत तितलियों के कुछ Spicebush मख़रूती झंडा , अल्फला तितली, पूर्वी पुच्छ ब्लू और सम्राट हैं। उन ओहियो में है कि आप कर सकते हैं के रूप में सुंदर तितली माना जाता है कि तितलियों हैं। तुम भी अन्य जगह में नहीं मिल सकता है कि अपनी सुंदरता के साथ ओहियो में अधिक तितलियों पा सकते हैं।
सन्दर्भ
शल्कपंखी गण
प्राणी प्रवास
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सख्त रवैये के बाद इंदौर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सुर बदल गए हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि उन्होंने नगर निगम अधिकारी को पीटने वाले विधायक आकाश विजयवर्गीय का स्वागत नहीं किया.
दरअसल, आकाश के जमानत से रिहा होने के बाद कुछ नेताओं ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया था, जिस पर पीएम मोदी ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि बेटा किसी का हो, मनमानी नहीं चलेगी. समर्थन करने वालों पर भी कार्रवाई हो. इसके बाद इंदौर -2 विधायक रमेश मेंदोला ने कहा कि कोई भी उनका (आकाश) स्वागत करने नहीं गया था. मैं रविवार सुबह जिला जेल गया था लेकिन कोई स्वागत कार्यक्रम नहीं हुआ. पार्टी जो भी फैसला करेगी, वह हमें स्वीकार्य है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि आकाश विजयवर्गीय के मामले में बीजेपी इंदौर के कुछ स्थानीय नेताओं पर कार्रवाई कर सकती है. इन नेताओं ने जेल से रिहाई के बाद आकाश का स्वागत किया था.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा, "बेटा किसी का भी हो, ऐसे लोगों को पार्टी से निकाल देना चाहिए. मोदी ने यह टिप्पणी संसद में बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम ऐसा कोई नेता नहीं चाहते जो पार्टी की छवि को खराब करे. बेटा किसी का भी हो, ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल देना चाहिए."
पीएम मोदी इंदौर के एक बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने 26 जून को नगर निगम के एक अधिकारी पर मकान गिराने के मामले में हमला किया था. पीएम मोदी ने जेल से छूटने के बाद आकाश विजयवर्गीय का जोरदार स्वागत करने को लेकर भी पार्टी नेताओं की आलोचना की और कहा, "जिन्होंने उनका स्वागत किया, ऐसे नेताओं को भी पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए." बल्ले से पीटने के मामले में आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में उन्हें जमानत दे दी गई.
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उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार ने अपने पहले विधानमंडल सत्र के समापन अवसर पर सभी विधायकों को तोहफा देते हुए उनकी क्षेत्र विकास निधि को बढ़ाकर डेढ़ करोड़ रुपये करने के साथ-साथ उन्हें इस कोष से 20 लाख रुपये तक का वाहन खरीदने की इजाजत भी दे दी.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा में कहा ‘‘आर्थिक किल्लत के बावजूद सपा सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र के सभी वादों को पूरा करने के लिये बजट में प्रावधान किये हैं. अब विधायक भी अपनी क्षेत्र विकास निधि से 20 लाख रुपये तक का वाहन खरीद सकेंगे.’
उन्होंने कहा कि वाहन ह्मस मूल्य पर खरीदा जा सकेगा. पांच साल के बाद विधायक ह्मस मूल्य चुकाकर उस गाड़ी पर मालिकाना हक पा सकेंगे. हालांकि सरकार उन्हें वाहन के रखरखाव का खर्च नहीं देगी.
अखिलेश ने कहा कि इससे ऐसे विधायकों को मदद मिलेगी जो क्षेत्र का दौरा करने के लिये अपना वाहन नहीं खरीद सकते.
बहरहाल, विपक्ष को सरकार का यह फैसला रास नहीं आ रहा है. उसका कहना है कि इससे जनता में गलत संदेश जाएगा.
भाजपा विधानमंडल दल के नेता हुकुम सिंह ने कहा, ‘विधायकों को अपनी निधि से वाहन खरीदने की इजाजत देने का जनता में अच्छा संदेश नहीं जाएगा. इससे अपने धन से वाहन खरीदने वाले विधायकों के बारे में यह राय बनेगी कि उन्होंने भी जनता के पैसे से गाड़ी खरीदी है. भाजपा का कोई भी विधायक अपनी निधि से वाहन नहीं खरीदेगा.’
विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी तथा विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी सरकार के इस निर्णय को गलत बताते हुए कहा कि सरकार को गाड़ी खरीदने के लिये अलग से व्यवस्था करनी चाहिए. विधायक निधि से गाड़ी खरीदने से गलत संदेश जाएगा.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 403 MLA और 100 MLC हैं और 20 लाख के दर से करोड़ों के खर्च होने का आकलन है.
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आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीलिंग को आम आदमी पार्टी मुख्य मुद्दा बनाने जा रही है. AAP प्रवक्ता आतिशी मर्लेना ने आज तक से बातचीत में कहा कि शनिवार से पार्टी दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे पर एक कैंपेन शुरू करने जा रही है. आतिशी ने कहा कि बीजेपी को व्यापारियों ने वोट और चंदा दोनों दिया था और उसी बीजेपी ने जीएसटी, नोटबंदी और व्यापक स्तर पर सीलिंग के जरिए व्यापारियों को बर्बाद कर दिया है. दिल्ली की अर्थव्यवस्था आज भी व्यापारियों के आधार पर चलती है. सीलिंग की वजह से सिर्फ दिल्ली की इकॉनोमी ही नहीं, लाखों लोगों के रोजगार चले गए तो दिल्ली के लिए सीलिंग बहुत बड़ा मुद्दा है.
आतिशी ने कहा कि दिल्ली में भाजपा के 7 सांसद हैं, मगर भाजपा के सातों सांसद में से किसी एक ने भी अभी तक संसद में इस मुद्दे पर आवाज नहीं उठाई है. सीलिंग के हल को अध्यादेश से जोड़ते हुए आतिशी ने कहा कि सीलिंग के मुद्दे पर सिर्फ अध्यादेश फर्क डाल सकता है और अध्यादेश सिर्फ केंद्र की सरकार ला सकती है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहे तो इस सत्र में भी अध्यादेश ला सकती है. एससी-एसटी एक्ट पर बोलते हुए आतिशी ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट पर निर्णय दिया था और उसमें संशोधन की बात कही थी तो अगले ही सेशन में बीजेपी अध्यादेश लेकर आई थी. अगर बीजेपी चाहती कि दिल्ली में सीलिंग ना हो तो वह किसी भी संसद के अधिवेशन में अध्यादेश लेकर आ सकती है मगर दिल्ली के 7 सांसद में से किसी एक ने भी संसद में ही आवाज नहीं उठाई.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रणनीति पर बोलते हुए आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी व्यापारियों के बीच जा रही है. व्यापारी सिर्फ एक चीज से परेशान नहीं हैं, व्यापारी जीएसटी, नोटबंदी और सीलिंग सभी से परेशान हैं. सीलिंग के चलते ही बीजेपी ने 4 लाख बनियों के वोट काट दिए हैं. बीजेपी ने तय कर लिया है कि वह व्यापारियों और बनियों के वोट नहीं चाहती है. इसलिए वह उनके व्यापार का बंटाधार कर रही है. हर दुकानदार आज
बीजेपी
को जीएसटी, नोटबंदी और सीलिंग पर गालियां दे रहा है.
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टॉलेमिक साम्राज्य और पुनिक्स ने उसी उद्देश्य के लिए अफ्रीकी हाथियों का अधिग्रहण करना शुरू किया, जैसा कि न्यूमिडिया और कुश साम्राज्य ने किया था। इस्तेमाल किया जाने वाला जानवर उत्तरी अफ़्रीकी हाथी (लोक्सोडोंटा अफ़्रीकाना फ़राओहेंसिस) था जो अत्यधिक दोहन के कारण विलुप्त हो जाएगा। भूमध्यसागरीय क्षेत्र के पूर्व में सेल्यूसिड्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले एशियाई हाथियों, विशेष रूप से सीरियाई हाथियों की तुलना में ये जानवर छोटे थे, इन्हें वश में करना कठिन था, और गहरी नदियों में तैर नहीं सकते थे, जिनकी ऊंचाई 2.5-3.5 मीटर (8.2-11.5 फीट) थी। कंधा। यह संभव है कि कम से कम कुछ सीरियाई हाथियों का विदेशों में व्यापार किया गया हो। हैनिबल के आल्प्स पार करने का पसंदीदा, और शायद आखिरी जीवित हाथी सुरस ("सीरियाई") नाम का एक प्रभावशाली जानवर था, जो सीरियाई नस्ल का हो सकता है, हालांकि सबूत अस्पष्ट हैं। 1940 के दशक के उत्तरार्ध से, इसका एक कतरा स्कॉलरशिप ने तर्क दिया है कि न्यूमिडिया, टॉलेमीज़ और कार्थेज की सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अफ्रीकी वन हाथियों ने युद्ध में हौदा या बुर्ज नहीं लिए थे, शायद प्रजातियों की शारीरिक कमजोरी के कारण। प्राचीन साहित्य में बुर्जों के कुछ संकेत निश्चित रूप से कालानुक्रमिक या काव्यात्मक आविष्कार हैं, लेकिन अन्य संदर्भों को कम आसानी से नकारा जाता है। स्पष्ट समकालीन साक्ष्य है कि 46 ईसा पूर्व में नुमिडिया के जुबा प्रथम की सेना में बुर्ज वाले हाथी शामिल थे। इसकी पुष्टि जुबा II के सिक्के पर प्रयुक्त बुर्ज वाले अफ्रीकी हाथी की छवि से होती है। टॉलेमिक सेनाओं के मामले में भी यही प्रतीत होता है: पॉलीबियस की रिपोर्ट है कि 217 ईसा पूर्व में राफिया की लड़ाई में टॉलेमी चतुर्थ के हाथियों ने बुर्ज उठाए थे; ये हाथी सेल्यूसिड्स द्वारा मैदान में उतारे गए एशियाई हाथियों और संभवतः अफ्रीकी वन हाथियों की तुलना में काफी छोटे थे। इस बात के भी प्रमाण हैं कि कुछ सैन्य संदर्भों में कार्थागिनियन युद्ध हाथियों को बुर्ज और हौदा से सुसज्जित किया गया था। सुदूर दक्षिण में, जनजातियों को अफ्रीकी सवाना हाथी (लोक्सोडोंटा अफ़्रीकाना ऑक्सीओटिस) तक पहुंच प्राप्त थी। हालाँकि ये अफ्रीकी वन हाथी या एशियाई हाथी से बहुत बड़े थे, फिर भी इन्हें युद्ध उद्देश्यों के लिए वश में करना मुश्किल साबित हुआ और इनका बड़े पैमाने पर उपयोग नहीं किया गया। कुछ एशियाई हाथियों का व्यापार पश्चिम की ओर भूमध्यसागरीय बाजारों में किया जाता था; प्लिनी द एल्डर ने कहा कि उदाहरण के लिए, श्रीलंकाई हाथी स्थानीय हाथियों की तुलना में बड़े, उग्र और युद्ध के लिए बेहतर थे। इस श्रेष्ठता, साथ ही बंदरगाहों से आपूर्ति की निकटता ने, श्रीलंका के हाथियों को एक आकर्षक व्यापारिक वस्तु बना दिया। श्रीलंकाई इतिहास के रिकॉर्ड से पता चलता है कि युद्ध के मैदान में अपने लोगों का नेतृत्व करने वाले राजाओं के लिए हाथियों का उपयोग घुड़सवारी के रूप में किया जाता था, इतिहास में अलग-अलग घुड़सवारियों को दर्ज किया गया है। उदाहरण के लिए, हाथी कंडुला राजा दुतुगामुनु की सवारी थी और महा पंबाता, 'बिग रॉक', जो कि 200 ईसा पूर्व में युद्ध के मैदान में उनकी ऐतिहासिक मुठभेड़ के दौरान राजा एल्लालन की सवारी थी। हालाँकि भूमध्य सागर में युद्ध हाथियों का उपयोग सबसे प्रसिद्ध रूप से जुड़ा हुआ है। कार्थेज और रोमन गणराज्य के बीच युद्ध, युद्ध हाथियों की शुरूआत मुख्य रूप से ग्रीक साम्राज्य एपिरस का परिणाम थी। एपिरस के राजा पाइरहस 280 ईसा पूर्व में हेराक्लीया की लड़ाई में रोमनों पर हमला करने के लिए बीस हाथियों को लाए थे, और फिरौन टॉलेमी द्वितीय से ऋण पर लगभग पचास अतिरिक्त जानवरों को मुख्य भूमि पर छोड़ दिया था। रोमन हाथियों से लड़ने के लिए तैयार नहीं थे, और एपिरोट बलों ने रोमनों को हरा दिया। अगले वर्ष, एपिरोट्स ने फिर से हाथियों की एक समान सेना तैनात की, एस्कुलम की लड़ाई में रोमनों पर हमला किया। इस बार रोमन ज्वलनशील हथियारों और हाथी रोधी उपकरणों के साथ तैयार होकर आए थे: ये बैल द्वारा खींची जाने वाली गाड़ियाँ थीं, जो हाथियों को घायल करने के लिए लंबी कीलों से सुसज्जित थीं, उन्हें डराने के लिए आग के बर्तन थे, और उनके साथ स्क्रीनिंग सैनिक थे जो हाथियों पर भाला फेंकते थे। उन्हें भगाओ. एपिरोट हाथियों के अंतिम हमले ने फिर से दिन जीत लिया, लेकिन इस बार पाइर्रहस को बहुत भारी क्षति हुई - एक पाइरहिक जीत।
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जॉन प्रकाश राव जनुमाला नाम से आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में सन 1957 अगस्त 14 को जन्मे, जॉनी लीवर हिन्दी फिल्म के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता है।
फिल्मी सफर
जॉनी लीवर को फ़िल्म स्टारों की मिमिक्री करने में महारत हासिल थी। उनकी इसी खासियत ने उन्हें स्टेज शो करने का मौका दिया। ऐसे ही एक स्टेज शो में सुनील दत्त की उनपर नज़र पड़ी। उन्होने जॉनी लीवर को फ़िल्म ‘दर्द का रिश्ता’ में पहला ब्रेक मिला और आज यह सिलसिला 350 से अधिक फ़िल्मों तक पहुंच गया है। ‘दर्द का रिश्ता’के बाद वह ‘जलवा’ में नसीरुद्दीन शाह के साथ देखे गए, लेकिन उनकी पहली बडी सफलता ‘बाजीगर’ के साथ शुरू हुई। उसके बाद वह लगभग एक सहायक अभिनेता के रूप में हर फ़िल्म में हास्य अभिनेता के रोल में देखे गए। उनकी पहली फीचर फ़िल्म कभी तमिल ‘अनब्रिक्कु अल्लाविल्लाई’ है। साथ ही जॉनी वर्ष 2007 में छोटे पर्दे के रियाल्टी शो में जज के रूप में भी दिखाई दिए।
व्यक्तिगत जीवन inka nam johny liver hai जोनी लिवर ने सिर्फ सातवीं कक्षा तक की ही पढाई की थी
प्रमुख फिल्में
बाज़ीगर
बादशाह
करन अर्जुन
36 चाइना टाउन
अजनबी
येस बॉस
नायक : द रियल हीरो
फिर हेरा फेरी
राजा हिन्दुस्तानी
कोई ... मिल गया
पुरस्कार
1997 : सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता के लिए स्टार सीन अवार्ड (राजा हिंदुस्तानी)
1998 : फ़िल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता अवार्ड (दीवाना मस्ताना)
1999 : फ़िल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता अवार्ड (दूल्हे राजा)
2002 : सर्वश्रेष्ठ जी सिने अवार्ड (लव के लिए कुछ करेगा)
बाहरी कड़ियाँ
जॉनी लीवर
जॉनी लीवर की जीवनी(कलम बेचने से सुपर हिट कॉमेडियन बनने तक )
हास्य अभिनेता
हिन्दी अभिनेता
जीवित लोग
1950 में जन्मे लोग
फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार विजेता
आंध्र प्रदेश के लोग
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राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) ने सोशल मीडिया मंच यूट्यूब पर अंडमान द्वीप समूह की जारवा और अन्य संरक्षित जनजातियों की आपत्तिजनक वीडियो फिल्मों और तस्वीरों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है.
आयोग ने यूट्यूब से इन आपत्तिजनक
वीडियो
फिल्मों को हटाने तथा इन वीडियों क्लिप्स को सोशल मीडिया मंच पर अपलोड करने वालों पर कार्रवाई शुरू करने के लिए इस मामले को गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, जनजातीय कार्य मंत्रालय और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के सामने उठाने का फैसला किया है.
18 जून 1956 के अंडमान एवं निकोबार द्वीप (आदिम जनजाति संरक्षण) कानून, 1956 (पीएटी) के अनुसार अंडमानिज, ओंग्स, सेंतिनेलिज, निकोबारिज और शोम पैंस की पहचान '
आदिम जनजातियों'
के रूप में की गई है. पीएटी के अंतर्गत इन समुदायों को बाहरी हस्तक्षेप से संरक्षित किये जाने का प्रावधान है. वर्ष 2012 में आदिम जनजातियों से संबंधित विज्ञापनों के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दंड के प्रावधान किये गए थे. जो धारा 7 के अंतर्गत अधिसूचना (जो आरक्षित क्षेत्रों में प्रवेश को निषिद्ध करती है) का उल्लंघन कर इन क्षेत्रों में फोटो खींचने या
वीडियो बनाने
के लिए दाखिल होता है, उसे तीन साल तक का कारावास हो सकता है. अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) की धारा 3 (i) (आर) भी ग्रहण की गई है. अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की कुल आबादी लगभग 28077 है. इनमें से पांच जनजातीय समुदायों की तादाद 500 से भी कम है.
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पिछले दिनों विवादों में रहे आईटी एक्ट की धारा 66A पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बड़ा फैसला लिया है. कोर्ट ने अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन मानते हुए इस धारा को रद्द कर दिया है. सोशल मीडिया में कमेंट की वजह से दो छात्राओं की गिरफ्तारी के इस कानून को चुनौती दी गई थी. याचिकाकर्ताओं ने
सरकार पर इस कानून के दुरुपयोग
का इल्जाम लगाया था.
जस्टिस जे चेलामेश्वर और रोहिंटन नरीमन की बेंच ने इस एक्ट का सरकार द्वारा दुरुपयोग पर फैसला सुनाया है. इस मामले में याचिकाकर्ता एक एनजीओ, मानवाधिकार संगठन और एक कानून का छात्र है. याचिकाकर्ताओं का दावा है कि यह कानून अभिव्यक्ति के उनके मूल अधिकार का उल्लंघन करता है.
हालांकि सरकार ने इस याचिका के विरोध में कहा है कि यह एक्ट वैसे लोगों के लिए है जो सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक चीजें पोस्ट कर शांति को खतरा पहुंचाना चाहते हैं. सरकार ने कोर्ट में इस एक्ट के बचाव में यह दलील दी है कि क्योंकि इंटरनेट की पहुंच अब बहुत व्यापक हो चुकी है इसलिए इस माध्यम पर टीवी और प्रिंट माध्यम के मुकाबले ज्यादा नियमन होना चाहिए.
सरकार ने तर्क दिया है कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरह यह किसी संगठन से संचालित नहीं होता. ऐसे में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए इस एक्ट का होना जरूरी है. सरकार का कहना है कि सिर्फ दुरुपयोग के डर से इस कानून को खत्म नहीं किया जा सकता है. भारत जैसे देश में इंटरनेट के माध्यम से धार्मिक भावनाएं भड़काई जा सकती हैं ऐसा करने वाले लोगों के मन में डर बना रहना जरूरी है.
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महीनों से जारी बाहस के बाद आखिरकार तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ ही गया. पांच जजों की बेंच ने बहुमत के साथ तीन तलाक को असंवैधानिक करार दे दिया है. जानकारी के मुताबिक़ पांच में से दो जज तीन तलाक के पक्ष में थे. पिछले चुनाव के दौरान बीजेपी ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में यह एक बड़ा मुद्दा बन गया था. माना गया कि मुस्लिम महिलाओं के एक बड़े समूह ने इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को वोट किया.
आखिर क्या है तीन तलाक़
यह मुसलमानों से जुड़ी एक विवादित प्रथा है. तीन तलाक शरिया का नियम है. जिसमें पुरुष को तीन बार महज तलाक कहने भर से शादी ख़त्म होने का अधिकार मिलता है.
इन पांच जजों की बेंच ने की सुनवाई
विवाद बढ़ने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पांच जजों की एक बेंच बनाई जो मामले की सुनवाई कर रही है. पांच में से तीन जज इसे ख़त्म करने के पक्ष में बताए जा रहे हैं. बेंच में शामिल सभी जज अलग-अलग धर्मों से हैं. इसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और पारसी हैं. चीफ जस्टिस खेहर बेंच को लीड कर रहे हैं. वो सिख हैं. जबकि जस्टिस कुरियन जोसेफ ईसाई, आरएफ़ नरीमन पारसी, यूयू ललित हिंदू, अब्दुल नज़ीर मुस्लिम हैं.
जस्टिस खेहर:
तीन तलाक असंवैधानिक नहीं
28 अगस्त 1952 को
चंड़ीगढ़ में जन्मे जस्टिस खेहर
ने माना कि यह असंवैधानिक नहीं है. जस्टिस खेहर साइंस ग्रैजुएट हैं और उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी और एलएलएम की पढ़ाई की. 1979 में उन्होंने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में वकालत शुरू की. वो 1999 में पंजाब हाईकोर्ट में जज बनाए गए. 2009 में उत्तराखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश जबकि 2011 में सुप्रीम में जज बने. उन्हें इसी साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया गया. खेहर इसी महीने रिटायर हो जाएंगे.
जस्टिस खेहर ने कहा, तीन तालक हनफी स्कूल के सुन्नियों के लिए महत्वपूर्ण है. उनकी संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. ट्रिपल तालक संविधान के अनुच्छेद 25, 14 और 21 का उल्लंघन नहीं करता. उन्होंने कहा, इसे संवैधानिक नैतिकता के आधार पर अलग रखा जाना चाहिए.
जस्टिस अब्दुल नज़ीर: तीन तलाक असंवैधानिक नहीं
जस्टिस अब्दुल नज़ीर ने माना कि तीन तलाक असंवैधानिक नहीं है.
1958 को
कर्नाटक में जन्मे जस्टिस नजीर ने
1983 में वक़ालत शुरू की थी. वो कर्नाटक हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते थे. 2003 में उन्हें यहीं अतिरिक्त जज बनाया गया था. फिर यहीं 2004 में स्थायी जज नियुक्त हुए. वो इसी साल सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे.
जस्टिस नजीर ने ट्रिपल तलाक पर फैसले के दौरान सीजेआई खेहर के दृष्टिकोण का समर्थन किया.
जस्टिस कुरियन : तीन तलाक ख़त्म करने के पक्ष में
30 नवंबर 1953 में केरल में जन्मे जस्टिस कुरियन तीन तलाक ख़त्म करने के पक्ष में हैं. केरल लॉ एकेडमी लॉ कॉलेज से क़ानून की पढ़ाई करने वाले जस्टिस कुरियन ने 1979 के दौरान केरल हाई कोर्ट से वक़ालत शुरू की. वो 1987 में सरकारी वक़ील बने फिर 1994 से 1996 तक एडिशनल जनरल एकवोकेट रहे. 2000 में वो केरल हाई कोर्ट में जज बने. जस्टिस कुरियन दो बार केरल हाई कोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायधीश भी रहे.जबकि 2010 से 2013 तक हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश भी रहे. 2013 में ही वो सुप्रीम कोर्ट में जज बने. वो अगले साल रिटायर होंगे.
जस्टिस कुरियन ने कहा, इस्लामी कानून के चार स्रोत हैं. कुरान क़ानून का पहला स्रोत है. तीन तलाक कुरान के सिद्धांतों के खिलाफ है. यह शरीयत का उल्लंघन करता है.
जस्टिस रोहिंटन : तीन तलाक ख़त्म करने के पक्ष में
जस्टिस आरएफ नरीमन तीन तलाक जारी रखने के पक्ष में हैं. 1956 को मुंबई में जन्मे जस्टिस नरीमन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लॉ में क़ानून की डिग्री ली. उन्होंने हार्वर्ड लॉ ऑफ़ स्कूल से एलएलएम किया. जस्टिस नरीमन 2014 में सुप्रीम कोर्ट के जज बनें.
जस्टिस रोहिंटन
ने कहा, यह तलाक का ऐसा रूप है जिसे कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता. यहां तक कि हनफी कानून में भी तीन तालाक को 'पाप' कहा गया है. 1937 का अधिनियम, अनुच्छेद 13 का उल्लंघन नहीं करता है. उन्होंने कहा, याचिकाकर्ता कोर्ट आए हैं तो अदालत अपने हाथ नहीं खींच सकता. अब अदालत को फैसला करना ही होगा कि यह कानूनी वैध है या नहीं.
यूयू ललित : तीन तलाक ख़त्म करने के पक्ष में
जस्टिस उदय उमेश ललित तीन तलाक को ख़त्म करने के पक्ष में हैं. 1957 में जन्मे जस्टिस ललित ने 1983 से वक़ालत की शुरुआत की. उन्होंने 1985 तक बॉम्बे हाई कोर्ट में वक़ालत की. बाद में प्रैक्टिस के लिए दिल्ली आ गए. 2004 में वो सुप्रीम कोर्ट में सीनियर वक़ील बने. 2014 में जस्टिस ललित सुप्रीम कोर्ट में जज बने. उन्होंने तीन तलाक को लेकर जोसेफ के दृष्टिकोण का समर्थन किया.
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देश, दुनिया, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ साथ खबरों का लाइव अपडेशन.
11:46 PM MP: होशंगाबाद में कल को भारी बारिश का अलर्ट
होशंगाबाद में मंगलवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. कलेक्टर ने स्कूलों का अवकाश घोषित किया. सभी शासकीय व अशासकीय स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्र कल बंद रहेंगे.
11:13 PM कुछ लोग कश्मीर के लोगों को विकास से दूर रखना चाहते हैं: CM मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कुछ लोग कश्मीर को विकास से दूर रखना चाहते हैं.
10:54 PM मियामी के आसपास के इलाकों के लिए जीका की चेतावनी जारी
Zika travel warning issued for Miami neighbourhood: AFP
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
10:43 PM जमैका टेस्ट: पहली पारी में भारत 229 रनों से आगे, रहाणे 74 पर नाबाद
10:28 PM बुलंदशहर गैंगरेप: पीड़ित परिवार की मांग- दोषियों को 3 महीने के अंदर दी जाए सजा
These men need to be punished within 3 months; else I, my wife & daughter will commit suicide: Bulandshahr gang rape victim's family member
— ANI UP (@ANINewsUP)
August 1, 2016
10:15 PM बुलंदशहर गैंगरेप: पीड़ित परिवार ने बताया, दी जा रही है जान मारने की धमकी
My daughter was threatened that if she protested they would shoot me: Bulandshahr gang rape victim's family member
— ANI UP (@ANINewsUP)
August 1, 2016
10:11 PM कल हड़ताल नहीं करेंगी नर्सें, 7वें वेतन आयोग पर नड्डा ने किया वादा
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के आग्रह पर नर्सें कल हड़ताल पर नहीं जाएंगी. 7वें वेतन आयोग पर अपनी मांगों को लेकर नर्सों ने नड्डा से मुलाकात की.
10:05 PM नोएडा: सेक्टर 58 से खोड़ा और सेक्टर 62 से फोर्टिस अस्पताल तक लगा जाम
09:59 PM छत्तीसगढ़: बस्तर में पकड़े गए दो माओवादी, भारी मात्रा में हथियार बरामद
Two Maoists gunned down by security forces in Tulsi Dongri (Bastar, Chhattisgarh), huge cache of arms & explosives recovered.
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
09:27 PM बिहार टॉपर घोटाला: जमानत मिलने के बाद कल होगी रूबी राय की रिहाई
09:24 PM लीबिया: सिरते में IS के ठिकानों पर अमेरिकी सेना के हवाई हमले
09:21 PM बृजभूषण सिंह ने कुश्ती संघ को लिखा खत- प्रवीण की जगह नरसिंह लेंगे हिस्सा
भारत के कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने विश्व कुश्ती संघ को खत लिखकर बताया है कि भारत की ओर से 74 किलोग्राम वर्ग में प्रवीण राणा की जगह नरसिंह यादव हिस्सा लेंगे.
09:01 PM बुलंदशहर में पुलिस चौकी के सामने खड़ी ट्रक में अचानक लगी आग
बुलंदशहर में पुलिस चौकी के सामने खड़ी ट्रक में अचानक आग लग गई. आग इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक में लगा सिलिंडर ब्लास्ट हो गया.
08:57 PM सांसदों की शिकायतों के लिए पीएम मोदी ने बनाई कुछ मंत्रियों की कमेटी
पीएम मोदी ने सांसदों की शिकायतें सुनने के लिए कुछ मंत्रियों की कमेटी बनाई है. आज 61 सांसदों को अपनी बात रखने के लिए बुलाया गया है.
08:50 PM बिहार को नशा मुक्त राज्य बना कर ही रहेंगे: सीएम नीतीश
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि वे बिहार को नशा मुक्त राज्य बना कर ही रहेंगे.
08:46 PM शिमला-कुल्लू बॉर्डर पर महसूस किए गए भूकंप झटके, तीव्रता 3.6
शिमला-कुल्लू बॉर्डर पर शाम 7 बजकर 9 मिनट पर भूकंप झटके महसूस किए गए.
08:32 PM कल सुबह साढ़े नौ बजे होगी BJP संसदीय बोर्ड की बैठक
गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे को लेकर बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक कल सुबह साढ़े नौ बजे होगी.
08:28 PM कश्मीरी गेट, गाजीपुर, दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर भारी ट्रैफिक जाम
08:23 PM हरियाणा: गुड़गांव लौटे ट्रैफिक जाम में फंसे सीएम खट्टर
08:15 PM शराबबंदी पर नंद किशार यादव का बयान- बिहार सरकार ने बनाया तालिबानी कानून
शराबबंदी पर नंद किशार यादव ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से यह एक तरह का तालिबानी फरमान है. इसके तहत अगर किसी के घर शराब पाया जाता है, तो घर में रह रहे सभी 18 साल से अधिक आयु के लोगों को दोषी माना जाएगा.
08:07 PM सीएम नीतीश ने RSS प्रमुख से पूछा- शराबबंदी पर क्या है रुख?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शराबबंदी पर उनका रुख पूछा है.
07:49 PM रियो में नरसिंह की भागीदारी कुश्ती संघ, ओलंपिक संघ और WADA पर निर्भर: खेल मंत्री
#NarsinghYadav
's participation in
#Rio2016
will depend on WFI, International Wrestling Federation, IOC & WADA: Sports Minister Vijay Goel
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
07:19 PM मध्य प्रदेश में बारिश के चलते कल बंद रहेंगे स्कूल
Madhya Pradesh: Bhopal district administration directs all Govt & private schools to remain closed tomorrow in wake of continuous rainfall
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
07:13 PM हिमाचल प्रदेश के सोलन में 3 तीव्रता का आया भूकंप
हिमाचल प्रदेश के सोलन में 6 बजकर 4 मिनट पर 3 तीव्रता का भूकंप आया.
07:11 PM आज रात पीएम के साथ डिनर करेंगे बीजेपी के 61 सांसद
आज रात जवाहर भवन में बीजेपी के 61 सांसद और विदेश मंत्रालय के कुछ अधिकारी पीएम मोदी के साथ डिनर करेंगे.
07:09 PM दिल्ली: कड़कड़डूमा कोर्ट के पास भारी बारिश से सड़क धंसी
पूर्वी दिल्ली में भारी बारिश से सड़क धंस गई और उसमें दो कारें घुस गईं.
06:49 PM अपने काम से भागना चाहती हैं आनंदीबेन: हार्दिक पटेल
गुजरात पाटीदार आंदोलन ने सीएम आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे की पेशकश पर निशाना साधा है. हार्दिक ने कहा कि आनंदीबेन अपने काम से भागना चाहती हैं.
06:46 PM राज्यसभा की कार्रवाई कल सुबह 11 बजे तक स्थगित
Rajya Sabha adjourned for the day.
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
06:43 PM हरियाणा: झज्जर में AAP विधायक सुरेंद्र कमांडो के खिलाफ केस दर्ज
हरियाणा के झज्जर में AAP विधायक सुरेंद्र कमांडो के खिलाफ केस दर्ज हुआ है.
06:38 PM आनंदी बेन के इस्तीफे पर BJP संसदीय बोर्ड की बैठक कल
गुजरात की सीएम आनंदी बेन पटेल के इस्तीफे पर BJP संसदीय बोर्ड कल बैठक करेगी.
06:33 PM महाराष्ट्र के सीएम ने नरसिंह यादव को क्लीन चिट मिलने पर कहा- ऑल द बेस्ट
Great news!Congratulations to
#NarsinghYadav
for getting a clean chit from NADA to participate in the
#RioOlympics
All the best Narsingh!
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis)
August 1, 2016
06:29 PM सुशील कुमार ने नरसिंह यादव को दी बधाई, कहा- जाओ और जीतकर आओ
बहुत ख़ुशी की बात है l मेरा सपोर्ट पहले भी था आज भी है और कल भी रहेगा l go win for me and the country
#NarsinghYadav
— Sushil Kumar (@WrestlerSushil)
August 1, 2016
06:25 PM बुलंदशहर गैंगरेप केस पर गृह मंत्रालय ने यूपी पुलिस से मांगी रिपोर्ट
बुलंदशहर गैंगरेप केस पर गृह मंत्रालय ने यूपी पुलिस से रिपोर्ट मांगी है.
06:09 PM 15 अगस्त के बाद राज्यपाल बनाई जा सकती हैं आनंदीबेन: सूत्र
05:59 PM क्लीन चिट के बाद नरसिंह यादव ने पब्लिक, मीडिया और सभी को कहा शुक्रिया
I thank the public, media and everyone who supported me and stood by the truth: Narsingh Yadav
#RioOlympics
pic.twitter.com/yH1NyVO2yB
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
05:56 PM हमें आनंदीबेन जी का पत्र मिला, अब BJP संसदीय बोर्ड करेगी फैसला: अमित शाह
Have received Anandiben Patel ji's letter. Her letter will now be kept before the BJP Parliamentary board for further decision: Amit Shah
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
05:52 PM सीएम आनंदीबेन का इस्तीफा 2017 में BJP की हार का संकेत: अहमद पटेल
The Gujarat Chief Minister's resignation is an indication of BJP's sure defeat in 2017 elections: Ahmed Patel
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
05:49 PM गुजरात: राज्यपाल से मिलने पहुंचीं सीएम आनंदीबेन पटेल
फेसबुक पोस्ट के जरिए इस्तीफे की घोषणा के बाद गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल राज्यपाल से पहुंची हैं.
05:35 PM नितिन पटेल गुजरात सीएम की दौड़ में सबसे आगे: सूत्र
सूत्रों के मुताबिक नितिन पटेल गुजरात सीएम की दौड़ में सबसे आगे हैं.
05:23 PM NADA से पहलवान नरसिंह यादव को मिली क्लीन चिट
#FLASH
NADA gives clean chit to Narsingh Yadav to participate in
#RioOlympics2016
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
05:06 PM डायवर्ट की गई AI की फ्लाइट का इस्तांबुल से टेक ऑफ, कुछ ही देर में पहुंचेगी मुंबई एयरपोर्ट
UPDATE: AI 144 Newark to Mumbai flight diverted to Istanbul due to technical snag took off from Istanbul,will shortly land in Mumbai airport
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
05:01 PM गुजरात: CM आनंदीबेन पटेल ने जिम्मेदारी से मुक्त करने का किया आग्रह
गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल ने पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व से आग्रह किया है कि उन्हें उनकी जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए.
04:51 PM कर्नाटक: मैसूर कोर्ट के टॉयलेट में ब्लास्ट, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
Karnataka: Blast in a toilet in Mysuru court. Police rush to the spot with dog squad. More details awaited
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
04:45 PM गुजरात: 12वीं में 80% से ज्यादा अंक लाने वाली छात्राओं की फीस देगी सरकार
गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल ने घोषणा 12वीं में 80% से ज्यादा अंक लाने वाली गरीब घर की बेटियों के आगे की पढ़ाई की फीस राज्य सरकार देगी.
04:39 PM NADA ऑफिस पहुंचे पहलवान नरसिंह यादव, डोपिंग केस में आ सकता है फैसला
04:36 PM बुलंदशहर की घटना शर्मनाक, यूपी में कानून व्यवस्था तार-तार: शीला दीक्षित
बुलंदशहर गैंगरेप की घटना को शर्मनाक करार देते हुए दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था तार-तार हो गई है.
04:34 PM अमिताभ बच्चन के घर में घुसने की कोशिश कर रहा शख्स गिरफ्तार
पुलिस ने सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के घर में बिना इजाजत घुसने की कोशिश कर रहे शख्स को गिरफ्तार कर लिया है.
04:29 PM सीरिया में गिराए गए रूसी सैन्य हेलीकॉप्टर पर सवार 5 लोगों की मौत
All 5 in Russian military chopper shot down in Syria dead: Kremlin. (AFP)
— Press Trust of India (@PTI_News)
August 1, 2016
04:25 PM न्यू जर्सी से मुंबई जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट तकनीकी खराबी के चलते इस्तांबुल डायवर्ट
Air India AI-44 Newark (New Jersey) to Mumbai flight diverted to Istanbul airport due to technical snag. More details awaited.
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
04:16 PM मारुति सुजुकी के कई मॉडलों में 20 हजार रुपये की बढ़ोतरी
Maruti Suzuki hikes prices by up to Rs 20,000 across various models with immediate effect.
— Press Trust of India (@PTI_News)
August 1, 2016
04:13 PM ओडिशा में बिजली गिरने से दो दिनों में 52 लोगों की मौत, करीब 50 घायल
UPDATE: 52 people dead, over 50 injured due to lightning in Odisha, within 2 days: Prabhat Ranjan Mohapatra, Deputy relief Commissioner
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
04:08 PM गुड़गांव महाजाम: हवाई सर्वे पर निकले सीएम खट्टर
गुड़गांव में हाल में ही लगे महाजाम को लेकर सीएम मनोहर लाल खट्टर हवाई दौरा करने निकले हैं. सीएम के साथ लोकनिर्माण मंत्री, डीसी और पुलिस कमिश्नर भी मौजूद हैं.
04:04 PM म्यांमार में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.7
म्यांमार में सोमवार को 3 बज कर 31 मिनट पर 5.7 तीव्रता का भूकंप आया.
03:59 PM सेंसेक्स में 48.74 अंकों की गिरावट, 28,003.12 पर हुआ बंद
Sensex drops 48.74 points to close at 28,003.12. Nifty settles at 8,636.55.
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
03:37 PM बिहार: पू्र्व बीजेपी MLC टुन्ना पांडे की जमानत याचिका खारिज
टुन्ना पांडे पर औरत से छेड़छाड़ करने का आरोप है. हाजीपुर की सेशन कोर्ट ने नहीं दी जमानत.
03:32 PM बुधवार को राज्यसभा में GST बिल पेश करेगी सरकार
03:21 PM दिल्ली पुलिस ने AAP के MLA शरद चौहान की जमानत का विरोध किया
रोहिणी कोर्ट ने जमानत पर फैसला किया सुरक्षित. कोर्ट सुनाएगा 4.30 बजे अपना फैसला.
03:16 PM GST संशोधन विधेयक कल राज्यसभा में चर्चा के लिए लाया जा सकता है
03:14 PM असम: कोकराझार में 4.2 की तीव्रता से भूकंप के झटके
03:11 PM गृह मंत्री के पाकिस्तान जाने के देश का अपमान होगा: संजय राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह की सार्क देशों की गृह मंत्रियो के साथ बैठक और पाकिस्तान यात्रा को लेकर सवाल उठाए. कहा राजनाथ सिंह जा रहे हैं हमारे प्रधान मंत्री गए थे, वहां जाने से फायदा क्या है.
03:07 PM सब्सिडी वाले LPG सिलेंडर के दामों में 1.93 रुपये का इजाफा
02:38 PM बुलंदशहर गैंगरेप के तीनों आरोपियों को 14 दिन की जेल
तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. पुलिस बाकी आरोपियों की भी तलाश कर रही है.
02:06 PM राजनाथ सिंह PAK द्विपक्षीय नहीं बहुपक्षीय बैठक के लिए जा रहे हैं: रिजिजू
गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि राजनाथ सिंह पाकिस्तान द्विपक्षीय वार्ता के लिए नहीं बल्कि बहुपक्षीय बैठक के लिए जा रहे हैं.
01:59 PM हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश से शिमला में वाहनों की आवाजाही प्रभावित
Himachal Pradesh: Vehicular movement affected as heavy rain lashes Shimla
pic.twitter.com/qMaqoet69L
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
01:55 PM मुंबईः युवक ने किया अमिताभ बच्चन के घर में घुसने का प्रयास, मामला दर्ज
पुलिस ने अभिनेता अमिताभ बच्चन के जुहू स्थित घर में आपराधिक घुसपैठ का प्रयास करने के आरोप में एक शख्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 447 के तहत केस दर्ज किया है.
01:52 PM रियो: हॉकी टीम ने खेल गांव में सुविधाओं को लेकर उठाए सवाल
कोच ने अधिक टीवी और प्रोपर फर्नीचर की मांग की है.
01:48 PM गुड़गांव: जाम रोकने के लिए पुलिस ने किए पुख्ता इंतजाम
गुड़गांव पुलिस ने जाम रोकने के लिए कमर कस ली थी. रात से ही होंडा चौक पर पुलिस का पूरा इंतजाम था. सुबह जब ट्रैफिक सड़क पर बढ़ रहा था, तब करीब 30 पुलिस वाले उसे कंट्रोल करने लिए मौजूद थे.
01:44 PM भगवंत मान ने फिर से दिया लोकसभा जांच कमेटी को जवाब
संसद का वीडियो बनाने के मामले में मान ने सफाई देते हुए फिर से पीएम मोदी पर सवाल उठाए और कहा कि उन्हें भी कमेटी के सामने बुलाया जाना चाहिए. उन्होंने आईएसआई को पाकिस्तान से बुलाकर पठानकोट में घुमाया.
01:38 PM हर राज्य में दलितों का उत्पीड़न होता है: रामदास अठावले
01:30 PM बुलंदशहर गैंगरेप केस: SSP ऑफिस के बाहर लोगों का प्रदर्शन
बुलंदशहर में आरोपियों की पेशी के दौरान उन पर हमले की आशंका. पुलिस ने बढ़ाई चौकसी.
01:21 PM महाराष्ट्र: गढ़चिरौली में नक्सलियों ने गोली मारकर एक की हत्या की
01:16 PM महाराष्ट्र: विदर्भ मुद्दे पर विधान परिषद कल तक के लिए स्थगित
01:02 PM दिल्ली में इस साल डेंगू के मामले कुल 119 हुए
पिछले हफ्ते डेंगू के 29 मामले सामने आए. इस साल अब तक कुल 119 मामले सामने आ चुके हैं.
12:59 PM सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस में अमित शाह को बरी किए जाने के खिलाफ याचिका खारिज
सोहराबुद्दीन मुठभेड़ केस में अमित शाह को बरी किए जाने के खिलाफ दायर याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज.
12:46 PM महाराष्ट्र: विदर्भ मुद्दे पर विधानसभा में हंगामा, कल तक के लिए स्थगित
12:44 PM 7 अगस्त को तेलंगाना जाएंगे पीएम मोदी
कई योजनाओं का उद्घाटन करेंगे पीएम. हैदराबाद में रैली को संबोधित करेंगे पीएम.
12:39 PM शीना बोरा मर्डर केस: इंद्राणी और पीटर मुखर्जी की न्यायिक हिरासत बढ़ी
इंद्राणी, पीटर मुखर्जी और संजीव खन्ना की न्यायिक हिरासत 12 अगस्त तक बढ़ी.
12:35 PM लोकसभा में उठा बुलंदशहर गैंगरेप का मामला
बुलंदशहर से बीजेपी सांसद भोला सिंह ने उठाया मुद्दा. कहा राज्य में कानून-व्यवस्था खराब.
12:29 PM मद्रास HC का नाम तमिलनाडु HC करने का विशेषाधिकार प्रस्ताव पास
तमिलनाडु विधानसभा ने मद्रास HC का नाम तमिलनाडु HC करने का विशेषाधिकार प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया.
12:24 PM छत्तीसगढ़ः नक्सलियों ने कांकेर और बीजापुर 2 ग्रामीणों की हत्या की
12:18 PM बीजेपी ने अपने राज्यसभा सांसदों को व्हिप जारी किया
व्हिप में सांसदों को तीन दिन पर राज्यसभा में हाजिर होने को कहा गया है. सरकार राज्यसभा में जीएसटी बिल ला सकती है.
12:15 PM बिहार टॉपर्स स्कैम: आरोपी छात्रा रूबी राय को मिली जमानत
12:13 PM दिल्ली: उत्तम नगर पहुंचे मंत्री सत्येंद्र जैन को लोगों ने घेरा
11:59 AM J-K: नौगाम में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, एक आतंकी ढेर
आतंकी से AK-47 बरामद हुई है. मुठभेड़ अभी भी चालू है.
11:54 AM बुलंदशहर गैंगरेप घटना के बाद अखिलेश को इस्तीफा देना चाहिए: केशव प्रसाद मौर्य
11:52 AM बुलंदशहर: मान सिंह चौहान नए एसपी (सिटी) होंगे
अनीस अहमद अंसारी एसएसपी होंगे.
11:48 AM दलितों के मुद्दे पर बयान दें PM: मायावती
11:43 AM राज्यसभा में उठा आमिर पर दिए पर्रिकर के बयान का मुद्दा
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा.
11:38 AM थप्पड़ कांड: AIADMK ने सांसद शशिकला पुष्पा को पार्टी से बर्खास्त किया
11:33 AM थप्पड़ कांड: सांसद शशिकला पुष्पा ने की सुरक्षा की मांग
शशिकला पुष्पा ने कहा कि मुझे सुरक्षा की जरूरत है. मैं तमिलनाडु में सुरक्षित महसूस नहीं करती. मेरी जान को खतरा है.
11:25 AM मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है: शशिकला पुष्पा, AIADMK
डीेएमके सांसद को थप्पड़ जड़ने वाली शशिकला ने कहा कि मेरी जान को खतरा है. मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
11:07 AM 1993 मुंबई ब्लास्ट के दोषी युसूफ नलवाला की याचिका खारिज
नलवाला को एके-56 राइफल रखने के लिए 5 साल की सजा हुई थी. नलवाला का कहना था कि उसके ऊपर आर्म्स एक्ट की गलत धारा लगाई गई. उसके पास मिली राइफल सेमी ऑटोमेटिक थी, इसलिए सजा 3 साल से ज्यादा नहीं हो सकती.
11:06 AM मेक इन इंडिया के तहत बनी रक्षा सामग्री की लगेगी संसद में प्रदर्शनी
संसद के अंदर DRDO की तरफ से मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए रक्षा सामग्री को 3 से 6 अगस्त के बीच चलने वाली प्रदर्शनी में रखा जाएगा. इन तमाम चीजों को सांसदों को दिखाया जाएगा.
10:57 AM बुलंदशहर गैंगरेप केस: मायावती ने मांगा अखिलेश यादव से इस्तीफा
मायावती ने कहा कि यूपी में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है. राज्य में जंगलराज है. अखिलेश जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते तो इस्तीफा दें.
10:56 AM मुंबई: K-42 लोकल ट्रेन का एक डिब्बा पटरी से उतरा
10:49 AM मुंबई: अलग विदर्भ राज्य की मांग के विरोध में शिवसेना का प्रदर्शन
Mumbai: Shiv Sena MLAs hold protest outside Maharashtra Assembly, opposing demand for separate Vidarbha state
pic.twitter.com/vKmzVQZXns
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
10:42 AM वरिष्ठ मंत्रियों के साथ संसद भवन में पीएम मोदी की बैठक
वेंकैया नायडू, मनोहर पर्रिकर, राजनाथ सिंह और अनंत कुमार बैठक में मौजूद.
10:38 AM पूर्व मुख्यमंत्रियों को नहीं मिलना चाहिए सरकारी बंगला: सुप्रीम कोर्ट
पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला देने की यूपी सरकार का नोटिफिकेशन सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया. 2 महीने में बंगला खाली करना होगा. मायावती, मुलायम, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, रामनरेश यादव को मिले हैं बंगले.
10:29 AM राज्यसभा में बुलंदशहर गैंगरेप केस का मसला उठाएगी कांग्रेस
कांग्रेस ऊना घटना के बाद विरोध में सुसाइड करने वाले व्यक्ति का भी मुद्दा राज्यसभा में उठाएगी.
10:24 AM हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन से NH-21 पर लगा लंबा जाम
10:17 AM JDU ने RS में पुणे में 11 मजदूरों की हत्या के मसले पर स्थगन प्रस्ताव रखा
09:50 AM काबुल हमलाः एक पुलिस अधिकारी की मौत, ऑपरेशन खत्म
एक घंटे पहले ऑपरेशन खत्म हो चुका है. इस दौरान 2 ANP और विशिष्ट बल के 2 सदस्य घायल हुए हैं.
09:36 AM बुलंदशहर गैंगरेप केस का मामला लोकसभा में उठाएगी बीजेपी
09:34 AM दिल्ली: बारिश के कारण मालवीय नगर में लगा भारी जाम
Heavy rains lash Delhi, traffic congestion in Malviya Nagar area.
pic.twitter.com/Zu2mNZC3wx
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
09:15 AM ऊना दलितों की पिटाई के मामले में CID ने सरपंच को समन जारी किया
ऊना दलितों की पिटाई के मामले में CID ने सामढियाला गांव के सरपंच को समन जारी किया. सीआईडी क्राइम ब्रांच के सामने हाजिर होना होगा.
09:08 AM लोकसभा में बाढ़ का मुद्दा उठाएगी कांग्रेस
09:05 AM दिल्ली: 16 करोड़ की हेरोइन बरामद, 2 नाइजीरियन गिरफ्तार
स्पेशल सेल ने 2 नाइजीरियाई एक महिला एक पुरुष के साथ पंजाब के दो लोगों को गिरफ्तार कर 16 करोड़ की हेरोइन बरामद की.
08:58 AM गाजियाबाद: विजयनगर में युवक को गोली मारी
08:54 AM दिल्ली: रनहौला इलाके में इमारत का एक हिस्सा ढहने से 3 की मौत
08:49 AM लखनऊ: मोहनलालगंज थाने का हेड कांस्टेबल सस्पेंड
मोहनलालगंज थाने का हेड कांस्टेबल रामयज्ञ यादव सस्पेंड. फरियादी से कराई थी सेवा.
08:41 AM दिल्ली: रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सफदरजंग अस्पताल का OPD बंद
वे मांग कर रहे हैं कि उनका कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से ना होकर आईपी यूनिवर्सिटी से जुड़ा हो.
08:23 AM मुंबई: तकनीकी कारणों से मोनोरेल रुकी
तकनीकी कारणों से मोनोरेल सुबह 6.30 से भक्ति पार्क स्टेशन के पास अटक गई.
08:18 AM काबुल के गेस्टहाउस में हमला, फायरिंग जारी
काबुल के बाहरी हिस्से में स्थित नॉर्थ गेट कम्पाउंड के गेट पर सोमवार तड़के एक जबर्दस्त धमाके की खबर है. इस परिसर में विदेशी कॉन्ट्रेक्टर रहते हैं. किसी के हताहत होने की खबर नहीं.
08:16 AM मुंबई: INS शिक्रा पर नेवी चीफ सुनील लांबा को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
08:02 AM हिमाचल प्रदेश: भारी बारिश के कारण झाकड़ी में NH-5 ब्लॉक
Himachal Pradesh:NH 05 blocked in Jhakri due to heavy and continuous rainfall, traffic movement affected in the area
pic.twitter.com/islyEKg0Em
— ANI (@ANI_news)
August 1, 2016
07:53 AM स्वाति सिंह मामले में BSP नेताओं के खिलाफ पॉक्सो एक्ट लगा
मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह के बयान के बाद लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने BSP नेताओं के खिलाफ पॉक्सो एक्ट लगा दिया है.
07:51 AM बुलंदशहर गैंगरेप केस: तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
07:40 AM वाराणसी: सावन के दूसरे सोमवार को दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु
Devotees queue up outside a temple in Varanasi to offer prayers on the second Monday of the holy month of 'Saawan'.
pic.twitter.com/zIYnaCqxE5
— ANI UP (@ANINewsUP)
August 1, 2016
06:56 AM मुंबई: गारमेंट फैक्ट्री में लगी आग, मौके पर फायर बिग्रेड की 5 गाड़ियां मौजूद
मुंबई के गोरेगांव में एक गारमेंट फैक्ट्री में आग लग गई. मौके पर फायर बिग्रेड की 5 गाड़ियां मौजूद हैं.
06:10 AM MP: रोडबेज बस और ट्रक में हुई टक्कर, कई घायल
मध्य प्रदेश रोडबेज बस और ट्रक में हुई भिड़ंत. इस हादसे में करीब एक दर्जन सवारियां गंभीर रूप से घायल हो गईं. सभी घायलों को पुलिस की मदद से डॉ. मंगल सिंह चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. NH3 पर बरैठा के पास हुआ हादसा.
05:50 AM दिल्ली: अगले दो घंटे में कुछ जगहों पर होगी बारिश
अगले दो घंटों में दक्षिणी व उत्तरी दिल्ली के कुछ स्थानों पर बारिश होगी. पलवल, बल्लभगढ़, फरीदाबाद और आस-पास के क्षत्रों में वर्षा जारी रहेगी.
05:15 AM हरियाणा: CM मनोहर लाल खट्टर आज गुड़गांव का दौरा करेंगे
हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर आज गुड़गांव का दौरा करेंगे. सीएम खट्टर गुड़गांव में हुए जलभराव और जाम के लिए जिम्मेदार कारकों का जायजा लेंगे.
04:20 AM आज होगा दिल्ली-मुंबई टैल्गो ट्रेन का ट्रायल
स्पेन की सेमी-हाईस्पीड टैल्गो ट्रेन का 1 अगस्त को नई दिल्ली और मुंबई सेंट्रल के बीच पहला ट्रायल शुरू होगा. टैल्गो ट्रेन शाम 7 बजकर 55 मिनट पर नई दिल्ली से मुंबई सेंट्रल के लिए रवाना की जाएगी.
03:49 AM डोपिंग केस: नरसिंह यादव पर NADA का फैसला आज
पहलवान नरसिंह यादव पर राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) सोमवार को फैसला सुनाएगी.
03:05 AM गोवा: रेन मैराथन के दौरान जर्मन लड़की की मौत
पणजी के बंबोलिम स्टेडियम में आयोजित रेन मैराथन में दौड़ रही 23 वर्षीय एक जर्मन लड़की की मौत हो गई.
02:32 AM अक्टूबर में नई पार्टी बनाएंगे योगेंद्र यादव
आम आदमी पार्टी से अलग हुए योगेंद्र यादव ने घोषणा की है कि 2 अक्टूबर को वह नई पार्टी बनाएंगे.
पंजाब चुनाव: आज उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है AAP
01:33 AM हाथरस: रोडवेज बस में यात्री के रूप में सवार बदमाशों ने की लूटपाट
हाथरस के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में जीटी रोड पर उरई जाती रोडवेज बस में यात्री के रूप में सवार बदमाशों ने की लूटपाट. आठ लुटेरों ने दिया वारदात को अंजाम. बदमाश 40 यात्रियों से नकदी, गहने और मोबाइल लूटकर फरार हो गए.
01:03 AM आज धर्मशाला के लिए रवाना होंगे CM केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज धर्मशाला जाने के लिए रवाना होंगे. केजरीवाल वहां 10 अगस्त तक विपासना करेंगे और 11 अगस्त को वापस आएंगे.
12:30 AM जमात-उत-दावा ने 3 अगस्त को विरोध प्रदर्शन का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया
भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पाकिस्तान दौरे के खिलाफ जमात-उत-दावा ने 3 अगस्त को विरोध प्रदर्शन का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया है.
खुशखबरी! कीमतों में लगातार तीसरी बार कटौती, पेट्रोल 1.42 और डीजल 2.01 रुपये सस्ता
12:03 AM दिल्ली: नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न, जलाकर की गई हत्या
पूर्वी दिल्ली में एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न किया गया और फिर जलाकर उसकी हत्या कर दी गई.
12:01 AM दिल्ली: CM केजरीवाल ने सभी विधायकों से अपने घर पर की मुलाकात
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज धर्मशाला रवाना होने से पहले रविवार को अपने घर पर सभी विधायकों से मुलाकात कर गैर कानूनी गतिविधियों से बचने की सलाह दी है.
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#TigerZindaHai [Week 5] Fri 79 lakhs, Sat 1.20 cr, Sun 1.84 cr, Mon 70 lakhs. Total: ₹ 334.28 cr. India biz. BLOCKBUSTER.
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Bhojpuri Cinema: सावन (Sawan 2019) का महीना शुरू हो चुका है और कांवड़िये भी अपनी यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हालांकि इसका रंग भोजपुरी सिनेमा पर काफी पहले से ही चढ़ गया है, इस बात का सबूत है खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) का नया बोल बम (Bol Bam) गाना. भोजपुरी मूवी (Bhojpuri Movie) सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) सावन के खास मौके पर अपने जबरदस्त गाने 'जेसीबी छोरी देवघर चली जी' के साथ धूम मचाने आए हैं. इस गाने के जरिए खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) ने न केवल सावन (Sawan 2019) की यात्रा का जिक्र किया है, बल्कि शिव भगवान को लेकर उनके भक्तों की श्रद्धा को भी बयां किया है.
भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) का नया गाना 'जेसीबी छोरी देवघर चली' म्यूजिक और लिरिक्स के मामले में काफी दमदार है. इस गाने के लीरिक्स जहां पवन पांडेय ने लिखे हैं तो वहीं इसका म्यूजिक शंकर सिंह ने तैयार किया है. इतना ही नहीं, लोटस म्यूजिक भोजपुरी के यूट्यूब चैनल से शेयर हुए इस गाने को अब तक करीब 10 लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है और इस पर करीब 23 हजार से ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं. खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) का यह गाना कांवड़ यात्रा में धूम मचाने के साथ ही किसी को भी नाचने पर मजबूर कर सकता है.
सावन (Sawan ke Geet) का महीना हो और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) कोई नया गाना न लेकर आएं, ऐसा नहीं हो सकता है. इस गाने से पहले खेसारी लाल यादव ने 'जलवा शिवलिंग पे चढ़ेगा' से भी खूब धूम मचाई. उनके इस गाने में भोजपुरी सिंगर प्रियंका मौर्य ने भी उनका खूब साथ दिया. इसके साथ ही इस गाने को करीब 13 हजार से भी ज्यादा बार देखा जा चुका था.
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अमीरा बिंत एडन बिन नायेफ अल-तवील अल-ओतैबी (जन्म 6 नवंबर 1983) सऊदी अरब की परोपकारी और पूर्व राजकुमारी, उनकी वर्तमान शाही सऊद वंश से कोई संबद्धता नहीं वो ओतैबी जनजाति में जन्मी थी उसकी शादी राजकुमार अल वलीद बिन तलाल अल सऊद से हुई थी जिस कारण अंग्रेजी भाषा के प्रेस में उन्हें राजकुमारी अमीरा अल-तवील के नाम से भी जाना जाता है। अमीरा सिलाटेक बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़ की सदस्य हैं और वर्तमान में उन्होंने अमीराती अरबपति खलीफा बिन बत्ती अल मुहाई से शादी की है। उसने सऊदी अरब में महिलाओं के अधिकार की वकालत की है।
जीवन
रियाद, सऊदी अरब अल-तवी में पैदा हुआ थी। उसके पिता एडन बिन नायेफ अल-तवील अल-ओतैबी हैं। उनकी परवरिश उनकी तलाकशुदा मां और उनके दादा-दादी ने रियाद में की थी। 18 साल की उम्र में वह राजकुमार अलवलीद बिन तलाल से मिली, जो आदमी उससे 28 साल बड़ा है, जबकि एक स्कूल पेपर के लिए एक साक्षात्कार आयोजित करता है। आखिरकार, उन्होंने 2008 में शादी कर ली और बाद में नवंबर 2013 में तलाक हो गया। प्रिंस अलवलीद बिन तलाल अल सऊद के तलाक के बाद से, वह अब एक राजकुमारी नहीं है और अपने पूर्व पति के शाही घराने से भी संबंधित नहीं है। न्होंने कंपैरिटिव रिलिजन की पढ़ाई की है. अमीरा कहती हैं कि उन्होंने हिंदू, यहूदी, ईसाई धर्म के बारे में भी एजुकेशन हासिल की है।
संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
अलवलीद बिन तलाल फाउंडेशन वेबसाइट
चार्ली रोज के साथ राजकुमारी अमीराह अल-तवेल साक्षात्कार
अलवलीद फाउंडेशन की वेबसाइट पर राजकुमारी अमीरा की प्रोफाइल
[अमीरा अल-तवील ट्विटर पर]
1987 में जन्मे लोग
जीवित लोग
अरब के लोग
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत महागठबंधन में अपने लिए महज़ तीन विधानसभा सीटें छोड़े जाने को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने न सिर्फ अपना अपमान माना है बल्कि आरोप लगाया है कि उसकी अनदेखी की गई है। इससे इस महागठबंधन में दरार दिखाई पड़ने लगी है। इसके साथ ही एनसीपी ने अपने लिए 12 सीटों की मांग की है।
एनसीपी महासचिव एवं कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा महागठबंधन में उनकी पार्टी के लिए महज़ तीन सीट छोड़ा जाना अपमानजनक और पार्टी की अनदेखी किया जाना है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि लालू और नीतीश जी को मुस्लिम और दलितों का समर्थन और सहयोग नहीं चाहिए और बिना दलित-एवं मुस्लिम वोट से वे संप्रदायिक शक्ति से निपटना चाहते हैं।
जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस ने बुधवार को एकता प्रदर्शित करते हुए एक मंच पर आकर आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आपस में महागठबंधन बनाने की और आपसी सहमति एवं तालमेल से यह चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विधानसभा की कुल 243 सीटों में से जेडीयू और आरजेडी क्रमश: सौ-सौ सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
एनसीपी महासचिव एवं कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा महागठबंधन में उनकी पार्टी के लिए महज़ तीन सीट छोड़ा जाना अपमानजनक और पार्टी की अनदेखी किया जाना है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि लालू और नीतीश जी को मुस्लिम और दलितों का समर्थन और सहयोग नहीं चाहिए और बिना दलित-एवं मुस्लिम वोट से वे संप्रदायिक शक्ति से निपटना चाहते हैं।
जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस ने बुधवार को एकता प्रदर्शित करते हुए एक मंच पर आकर आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आपस में महागठबंधन बनाने की और आपसी सहमति एवं तालमेल से यह चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विधानसभा की कुल 243 सीटों में से जेडीयू और आरजेडी क्रमश: सौ-सौ सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि लालू और नीतीश जी को मुस्लिम और दलितों का समर्थन और सहयोग नहीं चाहिए और बिना दलित-एवं मुस्लिम वोट से वे संप्रदायिक शक्ति से निपटना चाहते हैं।
जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस ने बुधवार को एकता प्रदर्शित करते हुए एक मंच पर आकर आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आपस में महागठबंधन बनाने की और आपसी सहमति एवं तालमेल से यह चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विधानसभा की कुल 243 सीटों में से जेडीयू और आरजेडी क्रमश: सौ-सौ सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस ने बुधवार को एकता प्रदर्शित करते हुए एक मंच पर आकर आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आपस में महागठबंधन बनाने की और आपसी सहमति एवं तालमेल से यह चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विधानसभा की कुल 243 सीटों में से जेडीयू और आरजेडी क्रमश: सौ-सौ सीटों पर और कांग्रेस 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
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संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार के लिए दिक्कत खड़ी होती दिख रही है। फूड सिक्योरिटी बिल के मौजूदा स्वरूप पर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाये हैं। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सरकार के लिए दिक्कत खड़ी होती दिख रही है। फूड सिक्योरिटी बिल के मौजूदा स्वरूप पर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाये हैं। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अगर इस बिल को सभी राज्यों पर समान रूप से लागू किया गया तो उत्तर प्रदेश की आबादी के बहुत बड़े हिस्से को इस बिल के फायदे नहीं मिल सकेंगे।टिप्पणियां
अखिलेश ने लिखा है कि केरल, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में काफी गरीब है इसलिए यूपी में गांवों की सौ फीसदी और शहरों की 95 फीसदी आबादी को इस बिल के जरिये फायदा मिलना चाहिए। खाद्य सुरक्षा बिल में गरीब परिवारों को 25 किलो तक 3 रुपये किलो चावल और 2 रुपये किलो गेहूं देने की योजना है।
अखिलेश की मांग राजनीतिक रूप से काफी अहम है क्योंकि संसद के अगले सत्र में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की धमकी दे रही हैं और समाजवादी पार्टी नंबर गेम में सरकार के लिए काफी महत्व रखती है।
अखिलेश ने लिखा है कि केरल, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में काफी गरीब है इसलिए यूपी में गांवों की सौ फीसदी और शहरों की 95 फीसदी आबादी को इस बिल के जरिये फायदा मिलना चाहिए। खाद्य सुरक्षा बिल में गरीब परिवारों को 25 किलो तक 3 रुपये किलो चावल और 2 रुपये किलो गेहूं देने की योजना है।
अखिलेश की मांग राजनीतिक रूप से काफी अहम है क्योंकि संसद के अगले सत्र में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की धमकी दे रही हैं और समाजवादी पार्टी नंबर गेम में सरकार के लिए काफी महत्व रखती है।
अखिलेश की मांग राजनीतिक रूप से काफी अहम है क्योंकि संसद के अगले सत्र में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की धमकी दे रही हैं और समाजवादी पार्टी नंबर गेम में सरकार के लिए काफी महत्व रखती है।
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आगरा में कथित भड़काऊ भाषण के मामले में मोदी सरकार ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया को क्लीन चिट दे दी. राज्यसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा कि कठेरिया ने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो पुलिस कार्रवाई करती.
मानव संसाधन राज्यमंत्री कठेरिया के बचाव में
राजनाथ ने सफाई देते हुए कहा
, 'भारत में सभी धर्मों के लोगों का सम्मान किया जाता है. उनके भाषण में कुछ भी भड़काऊ नहीं है. दुनिया यदि कोई धर्मनिरपेक्ष देश है तो वह भारत है.'
गौरतलब है कि इससे पहले रामशंकर कठेरिया के आगरा में दिए बयान को लेकर कांग्रेस ने संसद में गांधी जी की मूर्ति के पास प्रदर्शन किया. इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद और दूसरे कई कांग्रेसी सांसद हाथों में पर्चा लिए कठेरिया के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए.
'हमने सीडी देखी, अधिकारियों ने भी देखी'
गृह मंत्री ने आगे कहा, 'हमने सीडी देखी है और हमारे अधिकारियों ने भी देखी. इसमें कुछ भी ऐसा नहीं दिखा, जिसमें कोई
भड़काऊ भाषण
दिया गया हो. अगर वो स्पीच दिए होते तो आगरा पुलिस उन पर कार्रवाई करती. आप हमारे ऊपर आरोप लगाए, हम आपके ऊपर. ये सिलसिला कभी नहीं थमेगा.'
'जो भारत में रहता है वह नेशनलिस्ट है'
ऊपरी सदन में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद को संबोधित करते हुए कहा, 'ये कोई कैसे कह सकता है कि मुसलमान नेशनलिस्ट नहीं है. जो भारत में रहता है हम सब नेशनलिस्ट हैं.'
आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता, कोई रंग नहीं होता. भड़काऊ भाषण पर मचे बवाल पर विपक्ष को आरोपों पर पलटवार करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द को किसी राजनीतिक फायदे या नुकसान से नहीं तौला जा सकता.
मैं होती तो कठेरिया जेल में होते: मयावती
दूसरी ओर, बीएसपी प्रमुख मायावती ने कठेरिया के मुद्दे पर एनडीए सरकार और यूपी की अखिलेश सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं कि जब से NDA की सरकार बनी है, तब से संवैधानिक पद पर बैठे लोग सांप्रदायिक भाषण दे रहे हैं. कठेरिया का बयान खतरनाक है. उनको बर्खास्त किया जाए. यूपी सरकार कोई कार्रवाई नहीं किया है. राज्य सरकार को इन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए.'
मायावती ने आगे कहा कि अगर यूपी में उनकी सरकार को होती तो रामशंकर कठेरिया जेल की सलाखों के पीछे होते. उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उनकी सरकार ने वरुण गांधी पर कार्रवाई की थी. मयावती ने राजनाथ सिंह से कहा, 'गृह मंत्री जी आप बिलकुल नहीं डरे कि आपको प्रधानमंत्री क्या कहेंगे. आप गृह मंत्री हैं आप अपना काम करें.
ऐसे मंत्री सरकार की हंसी करते हैं: शरद
जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने भी कठेरिया के बचाव में उतरे राजनाथ सिंह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'मैं गृह मंत्री से यही कहूंगा कि यह सब नहीं चलने वाला है. ये ज्यादा दिन नहीं चलेगा. इस सरकार की हंसी करते हैं ये मंत्री.
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कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को गुजरात के सुरेंद्रनगर में एक रैली में भाषण देते हुए एक शख़्स ने थप्पड़ मार दिया. समाचार एजेंसी ANI द्वारा जारी वीडियो में दिख रहा है कि हार्दिक पटेल मंच पर भाषण दे रहे हैं. इसी दौरान एक शख़्स चिल्लाते हुए मंच पर चढ़ता है और हार्दिक पटेल को थप्पड़ जड़ देता है. इसके बाद हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के समर्थक और शख़्स के बीच हाथापाई होती है. हालांकि अभी शख़्स के बारे में और जानकारी नहीं मिल पाई है, न ही यह पता चल पाया है कि आखिर उसने थप्पड़ क्यों मारा. आपको बता दें कि एक दिन पहले ही दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक शख़्स ने जूता फेंक दिया था. जिस वक्त शख़्स ने जूता फेंका था, उस दौरान बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. जूता उनके चेहरे को छूते हुए निकल गया था.
#WATCH Congress leader Hardik Patel slapped during a rally in Surendranagar,Gujarat pic.twitter.com/VqhJVJ7Xc4
घटना के तुरंत बाद जूता फेंकने वाले शख़्स को पकड़ लिया गया था. मामले में और छानबीन जारी है. घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंची आईपी स्टेट थाने की पुलिस ने आरोपी शख़्स को हिरासत में लिया और थाने ले गई थी. जूता मारने वाला शख़्स खुद का नाम शक्ति भार्गव बता रहा था और वह कानपुर का रहने वाला है. वहां भार्गव के परिवार का भार्गव हॉस्पिटल के नाम से अस्पताल भी है. बताया जा रहा है कि परिवार में कुछ सालों से झगड़ा चल रहा है और वह 2 साल से मां से अलग रह रहा है. परिवार ने इसे बेदखल कर रखा है. बताया जा रहा है कि किसी प्लॉट के मामले को लेकर वह परेशान चल रहा है. मानसिक हालत ठीक नहीं है.
पहले भी कई नेताओं को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है. अप्रैल 2014 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रोड शो के दौरान एक ऑटो ड्रॉइवर ने थप्पड़ जड़ दिया था. तो वहीं, इसी तरह का वाकया एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के साथ भी हुआ था. शरद पवार जब एक सभा से निकल रहे थे, तभी पीछे से आए एक सिख युवक ने पवार को थप्पड़ मार दिया था. भूपिंदर सिंह हुड्डा को भी पानीपत में एक रैली के दौरान एक युवक ने थप्पड़ मार दिया था.
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मणिमारन सिद्धार्थ (जन्म 3 जुलाई 1998) एक भारतीय क्रिकेटर हैं। उन्होंने 22 नवंबर 2019 को तमिलनाडु के लिए 2019-20 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपना ट्वेंटी 20 डेब्यू किया। उन्होंने 9 दिसंबर 2019 को तमिलनाडु के लिए 2019–20 रणजी ट्रॉफी में प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। 2020 के आईपीएल नीलामी में, उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा 2020 इंडियन प्रीमियर लीग से आगे खरीदा गया था।
सन्दर्भ
1998 में जन्मे लोग
भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी
जीवित लोग
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जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतकंवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. पुलिस ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने बुधवार तड़के अनंतनाग के कोटवाल मोहल्ला को घेर लिया. वहीं कुपवाड़ा में केरन सेक्टर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई है.
पुलिस अधिकारी ने कहा, "जैसे ही क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया गया. आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी करनी शुरू कर दी. छिपे हुए आतंकवादियों पर हमला करने से पहले नागरिकों को स्थान से सुरक्षित निकाला गया."
#Spotvisuals: Encounter underway between terrorists and security forces in Anantnag. More details awaited. (Visuals deferred by unspecified time) #JammuAndKashmirpic.twitter.com/sNUhiNUUTS
— ANI (@ANI) July 25, 2018
रिपोर्टों का कहना है इसके बाद क्षेत्र में गोलीबारी शुरू हो गई. अनंतनाग जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई.
पुलिस अधिकारी ने कहा, "जैसे ही क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया गया. आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी करनी शुरू कर दी. छिपे हुए आतंकवादियों पर हमला करने से पहले नागरिकों को स्थान से सुरक्षित निकाला गया."
#Spotvisuals: Encounter underway between terrorists and security forces in Anantnag. More details awaited. (Visuals deferred by unspecified time) #JammuAndKashmirpic.twitter.com/sNUhiNUUTS
— ANI (@ANI) July 25, 2018
रिपोर्टों का कहना है इसके बाद क्षेत्र में गोलीबारी शुरू हो गई. अनंतनाग जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई.
#Spotvisuals: Encounter underway between terrorists and security forces in Anantnag. More details awaited. (Visuals deferred by unspecified time) #JammuAndKashmirpic.twitter.com/sNUhiNUUTS
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दिल्ली के कीर्तिनगर के फनीर्चर मार्केट में भीषण आग लगने की सूचना है. देर रात लगी आग को बुझाने के लिए दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं. आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. खबर लिखे जाने तक किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली थी. आग लगने के बाद भारी संख्या में दुकानदार भी वहां पहुंच रहे हैं. इलाके में खासी भीड़ है. लोग अपने-अपने तरीकों से आग को बुझाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
More visuals from Delhi where a massive fire has broken out in a furniture market in Kirti Nagar area. More than 10 fire tenders are present at the spot. Firefighting operations are underway. No casualties have been reported yet. More details awaited. pic.twitter.com/5mCMXOx1wG
पिछले महीने 12 दिसंबर को भी इस इलाके में आग ने प्रचंड रूप ले लिया था. जिसमें कारोबारियों का हजारों-लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया था. एक महीने के भीतर इस तरह की दूसरी घटना से लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है.
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पुरूषों की निगाह महिलाओं के चेहरे की बजाय किसी अन्य स्थान पर ज्यादा टिकती है. यह खुलासा है एक नये अध्ययन का जिसमें कहा गया है कि सिर्फ 20 प्रतिशत आदमी ही पहली निगाह में मुंह देखता है. अध्ययन में खुलासा किया गया है कि आदमी की निगाह सबसे पहले महिलाओं के वक्षस्थल पर टिकती है.
वक्षस्थल पर होती है पहली नजर
‘डेली मेल’ की खबर के अनुसार न्यूजीलैंड के वेलिंगटन यूनिवर्सिटी के नेतृत्व वाले एक अंतरराष्ट्रीय दल ने पाया है कि वस्तुत: आधे आदमियों की पहली नजर महिलाओं के वक्ष पर पड़ती है और पुरूष शरीर के किसी अन्य हिस्से के मुकाबले उसे ज्यादा समय तक देखते हैं.
बड़े वक्ष का संबंध ओस्ट्रोजेन से
अध्ययन में पाया गया है कि तथाकथित पहली नजर एक तिहाई कमर और नितंब है जबकि 20 प्रतिशत से कम लोग चेहरा देखते हैं. हालांकि दावा किया गया है कि इसका कारण क्रमानुगत विकास हो सकता है क्योंकि बड़े वक्ष और पतली कटि वाली महिलाओं में महिला हार्मोन ओस्ट्रोजेन का स्तर ज्यादा होता है जो ज्यादा जननक्षम का संकेतक है. अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि ज्यादा नीरस व्याख्या भी संभव है. उनके हवाले से कहा गया है कि हो सकता है पुरूष सौन्दर्यबोध की वजह से ऐसा करते हों.
अध्ययन से हुआ खुलासा
अपने अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने एक ही महिला की विभिन्न विषयों पर छह तस्वीरें पेश कीं जिनमें आकार को डिजीटल तरीके से बढ़ाया या घटाया जा सकता था. उन्होंने उन क्षेत्रों को रिकार्ड किया जिन्हें पुरूषों ने पहले देखा, कितनी बार देखा और कितने समय तक देखते रहे. यह सब दर्ज करने के लिए उन्होंने दो कैमरों और दर्पणों का इस्तेमाल किया ताकि आंख की गतिविधि को मापा जा सके.
वक्ष देखने में ज्यादा समय लगाते हैं पुरुष
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि 80 प्रतिशत लोगों की पहली नजर वक्ष और छाती एवं कमर के मध्य भाग पर हुआ. पुरूषों ने वक्ष देखने में ज्यादा समय लगाया और अन्य क्षेत्रों के मुकाबले वहां उनकी निगाह ज्यादा टिकी रही.
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जलाल आबाद- मशरक़ी अफ़ग़ानिस्तान का एक शहर (अंग्रेज़ी: Jalal Abad, पश्तो:جلال ابادजलाल अब्बाद) ये शहर अफ़ग़ानिस्तान में दरयाऐ काबुल और दरयाऐ किनार या कन्नड़ के संगम पर वाक़िअ है। वादी लग़मान में ये शहर अफ़ग़ानिस्तान के सूबा ननिग्रहअर का सदर मुक़ाम भी है। जलाल आबाद काबुल से मशरिक़ की जानिब 95 मेल के फ़ासले पर वाक़िअ है, इतना ही फासला पिशावर (पाकिस्तान) से जलाल आबाद की तरफ़ मग़रिब की जानिब है।
जलाल आबाद मशरक़ी अफ़ग़ानिस्तान में वाक़िअ सब से बड़ा शहर है और इसी लिहाज़ से इस इलाके का समाजी ओ- तिजारती मरकज़ भी है। काग़ज़ की सनअत, फलों की पैदावार, चावल और गिने की पैदावार के लिए ये शहर शौहरत रखता है। पाकिस्तान और भारत के साथ वुस़्त एशियाई रियासतों की तिजारत के लिए जलाल आबाद कलीदी एहमीयत रखता है।
तारीख़
630ए में मशहूर चीनी बुध मज़हब के रहनुमाए ज़वानग ीनग जलाल आबाद पहुंचे तो उन्होंने ख़्याल क्या कि वो हिंदूस्तान पहुंच चुके हैं। इस वक्त ये शहर गंधा रा तहज़ीब का एक बड़ा मरकज़ था और सातवें सदी में अरब हमला आवरों ने उसे फ़तह क्या। फ़तह के बाद भी यहां मुक़ामी आबादी के कुछ हिस्से ने इस्लाम क़बूल करने से इन्कार कर दिया। तारीख़ की एक किताब हदूद एलआलम जो कि 982ए में लिखी गई थी में तहरीर है कि जलाल आबाद के मुज़ाफ़ात में एक कस्बा था जहां इस वक्त के बादशाह की हिंदू, मुस्लमान और अफ़ग़ान बीवीयां रिहाइश पज़ीर थीं।
ये शहर दसवीं सदी में तर्क गज़नवी शहनशाहीत का हिस्सा बन गया, जब सुल्तान महमूद गज़नवी ने हिंदूस्तान पर हमला क्या। जदीद दूर हुकूमत में जलाल आबाद को शहंशाह बाबर के ज़माने में एहमीयत मिली। सल़्तनत मुग़लिया हिंदूस्तान के मुग़ल बादशाह बाबर ने इस शहर को मरकज़ी हैसीयत दिलाई और इस शहर ने तरक़्की की मनाज़ल शहंशाह बाबर के पोते जलाल उद्दीन मुहम्मद अकबर के दूर हुकूमत में तै कीं। जलाल आबाद का असल नाम आदीना पोर था लेकिन जलाल उद्दीन मुहम्मद अकबर के इस शहर पर एहसानात की बदौलत जलाल आबाद रखा गया।
इस शहर पर बर्तानवी अफ़वाज का पहला हमला अकबर ख़ान ने 1842ए में पुस्पा क्या, लेकिन दूसरी इंगलिस्तानी अफ़ग़ान जंग के दौरान बर्तानवी अफ़वाज 1878ए में इस शहर को रौंदती हुई आगे बढ़ीं।
1980ए और 1990ए के दरम्यानी अरसा में इस शहर को अफ़ग़ान जंग के दौरान मरकज़ी हैसीयत हासिल रही और ये शहर काबुल के बाद मरकज़ी हैसीयत इख़्तयार कर गया। ये शहर अफ़ग़ान तालिबान ने काबुल पर हमला के वक्त फ़तह कर लिया।
आज ये शहरनैटो और अक़वाम मुतहदा की मदद से दुबारा तामीर क्या जा रहा है और मतासरीन जंग जो पाकिस्तान मुंतकिल हो गए थे रफ़ता रफ़ता वापिस लौट रहे हैं। अफ़ग़ान तहज़ीब में जलाल आबाद को मरकज़ी हैसीयत हासिल है। यहां मुक़ामी अफ़ग़ान फ़ौज के अलावा अमरीकी फ़ौज के दस्ते बहुत बड़ी तादाद में मौजूद हैं और जलाल आबाद अिीरिपोर्ट पर अमरीकी फ़ौजी अड्डा अफ़ग़ानिस्तान में सब से बड़ा अमरीकी अड्डा तसव्वुर क्या जाता है।
तारीख़ी इमारात ओ- यादगारीं
1929ए में अमीर हबीब उल्लाह और शाह अमान उल्लाह की रिहाइश गाह जो जलाल आबाद में वाक़िअ थी, इस को तबाह कर दिया गया। इस महल का नाम सिराज एलइमारत था। दोनों हुक्मरानओ-ं के मज़ार सिराज एलइमारत से मलहक़ा बाग़ में कायम हैं।
खु़दाई ख़िदमतगार तहरीक के सरबराह ख़ान अब्दअलग़फ़्फ़ार ख़ान का मज़ार भी जलाल आबाद में वाक़िअ है और उन्हें इन की वसीत के मुताबिक यहां दफ़न क्या गया था।
तर्ज़ मा शर्त
जलाल आबाद की तक़रीबन आबादी पख़तूनों पर मुशतमिल है, एक अंदाज़े के मुताबिक %90 आबादी पख्तून है। इन के अलावा पाशी जो कि पख्तून ही तसव्वुर किए जाते हैं कि आबादी %7 है। बक़ीया %3 आबादी ताजकों, गुजरों पर मुशतमिल है। पश्तो यहां की अज़ीम तरीन ज़बान है और यही पूरे सूबा ननिग्रहअर में राइज है। फ़ारसी और उर्दू यहां की दूसरी ज़बानें हैं जो कि नज़दीकी शहरों के असरात ज़ाहिर करती हैं।
जदीद युति
हालीया मनसूबा बराए तरक़्की अफ़ग़ानिस्तान में अफ़ग़ानिस्तान की पहली रेल की पटरी बिछाने का इरादा क्या गया है जो जलाल आबाद को पाकिस्तान के वसीअ रेलवे के निज़ाम से जोड़ दे गी। इस तरह दोनों मुमालिक के दरम्यान तिजारत और सफरी सहोलीअत की बिना पर तरक़्की की नई मनाज़ल तै हूं गी। जलाल आबाद से काबुल और पिशावर तक सड़कों की अज़ सर नौ तामीर ओ- कुशादगी का मनसूबा भी ज़ेर ग़ौर है। सयाहत और तिजारत के लिहाज़ से पिशावर और जलाल आबाद का आपस में राबिता बलअशबा इलाके में तरक़्की लाए गा, फ़ी इलहाल इस बात पर ग़ौर क्या जा रहा है कि किस तरह से रेलवे लाइन और सड़कों पर क़ाफ़िलों और तिजारती सामान को तहफ्फुज़ फ़राहम क्या जाए।
काबुल और जलाल आबाद के दरम्यान सड़क को पहले ही कुशादा क्या जा चुका है जिस की वजह से दूर अध्न्या सफ़र और मुश्किलात में ख़ातिर ख़ाह कमी वाक़िअ हुई है।
मज़ीद देखिए
जंग जलाल आबाद
जलाल आबाद हवाई अड्डा
अफ़ग़ानिस्तान
हवाला जात
सूबा ननगर हार के शहर और मालूमात
वलीम ओ-विगसांग; दी अफ़ग़ानज़ (वली ब्लैक वील ने 2002ए में शाय की)
पिशावर का गज़िीटियर 1897ए सफाह 55
बैरूनी रवाबित
जलाल आबाद की तसावीर
नंगरहार प्रान्त
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तृणमूल कांग्रेस सुल्तान अहमद का सोमवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया. उन्हें सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
मनमोहन सिंह की सरकार में सुल्तान अहमद पर्यटन राज्य मंत्री थे. 64 साल के सुल्तान नारदा घोटाले में भी आरोपी थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर दुख जताया.
Shocked and deeply saddened at the passing of Sultan Ahmed sitting
@AITCOfficial
LS MP & my long term colleague. Condolences to his family
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial)
September 4, 2017
तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर वह उलुबेरिया (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे. अहमद 1987-91 में और फिर से 1996 -2001 में 2 बार कांग्रेस विधायक भी रहे थे. सुल्तान अहमद ने 1969 में मौलाना आजाद कॉलेज छात्र परिषद और 1973 में युवा कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह 1978 से 80 तक युवा कांग्रेस के जिला सचिव थे. 1997 में वो तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक थे.
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रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि हमारी सेनाएं किसी भी चुनौती का सामना करने में पूरी तरह से सक्षम हैं, किसी को भी इसके बारे में संदेह नहीं होना चाहिए. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में चीन को लेकर सरकार के नरम रवैये पर सवाल उठाया था. जिसके जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की एकता, सुरक्षा और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए सरकार चीन बॉर्डर के पास सड़क, रेलवे लाइन्स, सुरंगें और हवाई अड्डा विकसित कर रही है. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच कोई लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल नहीं है इसलिए LAC की विभिन्न अवधारणाओं के कारण कई बार चीन के सैनिक हमारी तरफ आ जाते हैं और कई बार भारतीय सैनिक उधर चले जाते हैं.
राजनाथ सिंह ने लोक सभा में कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं सतर्क हैं और हमारी सीमाओं की रक्षा कर रही हैं. हमारी सेनाएं किसी भी चुनौती का सामना करने में पूरी तरह से सक्षम हैं, किसी को भी इसके बारे में संदेह नहीं होना चाहिए.
Defence Minister Rajnath Singh in Lok Sabha: India is developing infrastructure like roads, tunnels, railway lines, and air fields on the China border to ensure the unity, security, & sovereignty of the country. https://t.co/h08BvwVn8l
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोक सभा में चीन को लेकर सवाल किया था और सरकार से पूछा था कि हम पाकिस्तान के प्रति आक्रामक और चीन के प्रति नरम क्यों हो जाते हैं. अधीर रंजन चौधरी ने सदन में कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को पनाह दी और चीन ने पाकिस्तान को पनाह दी. चीन ने अंडमान और निकोबार तक जहाज भेजने शुरू कर दिए हैं. जब यह पाकिस्तान की बात आती है, तो हम अपनी आवाज में एक आक्रामकता रखते हैं लेकिन हम चीन के प्रति नरम क्यों हैं?
बता दें, पिछले कुछ वर्षों में चीनी नौसैनिक पोतों द्वारा हिंद महासागर में जासूसी की घटनाएं बढ़ गई हैं लेकिन भारतीय नौसेना इस तरह की गतिविधियों पर प्रभावी नजर रख रही है. बंगाल क्षेत्र के नौसेना के प्रभारी अधिकारी कोमोडोर सुप्रभो डे ने मंगलवार को बताया कि हिंद महासागर में कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं जिससे नौसेना को क्षेत्र में चल रही गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलती है. इसमें बंगाल की खाड़ी भी शामिल है.
डे ने नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर कहा, ‘पी-81 समुद्री गश्ती विमान से हम हिंद महासागर में गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं.' भारत के पास वर्तमान में पी-81 लंबे रेंज के समुद्री गश्ती विमान हैं और नौसेना ने विमान के निर्माता बोइंग से चार और विमान के लिए ऑर्डर दिया है. भारतीय बेड़े में इजाफा ऐसे समय में किया जा रहा है जब चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलएएन) हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ा रही है.
साथ ही डे ने बताया कि 2021 तक भारत के पास 198 पोत होंगे जिनमें से 131 पोत विभिन्न तरह के हैं. डे ने बताया कि नौसेना इलाके पर नजर रखती है और तस्करी तथा देश विरोधी गतिविधियों की निगरानी के लिए बीएसएफ, तटरक्षक बल और राज्य पुलिस के साथ समन्वय करती है.
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हनी बनी इन हिमालया कार रैली ये 2018 में बनी हनी बनी का झोलमाल की 5 वी कार्टून कॉमेडी एनिमेटेड फ़िल्म है।
कहानी
हनी, बनी, ज़ोरदार, और पोपट की मालकिन मिस.काटकर को ये नोटिस आती है कि बैंक से 1 लाख का लोन लेने के बाद वक्त पर लोन न भरने पर उन सबको बेघर होने की नोबत आ सकती है तब हनी, बनी, ज़ोरदार, और पोपट को पता चलता है हिमालया कार रैली में जितने वाले को एक लाख रुपये मिलेंगे वो अपने दोस्त तोताराम और किट्टी के साथ कार रैली में भाग लेते है तब वहा उन्हें पता चलता है कि इस रेस में कुछ स्मगलर्स जो इस देश के सोने की बॉर्डर बार स्मगलिंग कर रहे है तब वे उनसे लड़ते है और उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर देते है और रेस भी जीतते है और जीते हुए पैसे अपनी मालकिन को देते है और अपने घर को बचा लेते है।
किरदार
संदर्भ
बाहरी कड़िया
हनी बनी इन हिमालया कार रैली देखे सोनी लिव पर
भारतीय कार्टून फ़िल्म
हनी बनी का झोलमाल की फिल्में
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एयर इंडिया के दो कर्मचारियों की फेसबुक में कमेंट के चलते गिरफ्तारी के बाद किरकिरी झेलने वाली मुंबई पुलिस ने अब उस आदमी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है जिसने इन दोनों के खिलाफ लिखित शिकायत पुलिस में दे थी।
शिकायतकर्ता सागर कार्निक ने केबिन क्रू मेंबर मयंक मोहन शर्मा और केवीजे राव के खिलाफ की थी जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने दोनों की शिकायत पर कार्निक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मई में शर्मा और राव को गिरफ्तार किया गया था।
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने जब इस तरह की गिरफ्तारी को गैरजरूरी करार दिया तब पीड़ित दोनों व्यक्तियों ने गिरफ्तार करने गए पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
आरोप था कि दोनों ने भारतीय नेताओं, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय ध्वज के खिलाफ भद्दा मजाक करने वाला एक पोस्ट डाला था।
दोनों ने सफाई दी है कि जिस कंटेंट को दोनों ने फेसबुक में शेयर किया था वह इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है।
बता दें कि राव और शर्मा को पुलिस की साइबर शाखा ने आधी रात को घर पर छापा मारकर गिरफ्तार किया था। राव का आरोप है कि पुलिस ने एनसीपी नेता किरण पावस्कर के दबाव में आकर यह गिरफ्तारी की थी।टिप्पणियां
राव का आरोप है कि करीब 1.30 बजे सुबर से हमें जांच अधिकारी घोशालकर ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया ताकि जमानत न मिल सके। साथ ही घोशालकर ने हमारे पासपोर्ट और आईडी कार्ड में जबरन रख लिए थे। छूटने के बाद हमने सीधे कमिश्नर से एक लिखित शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
शिकायतकर्ता सागर कार्निक ने केबिन क्रू मेंबर मयंक मोहन शर्मा और केवीजे राव के खिलाफ की थी जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने दोनों की शिकायत पर कार्निक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मई में शर्मा और राव को गिरफ्तार किया गया था।
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने जब इस तरह की गिरफ्तारी को गैरजरूरी करार दिया तब पीड़ित दोनों व्यक्तियों ने गिरफ्तार करने गए पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
आरोप था कि दोनों ने भारतीय नेताओं, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय ध्वज के खिलाफ भद्दा मजाक करने वाला एक पोस्ट डाला था।
दोनों ने सफाई दी है कि जिस कंटेंट को दोनों ने फेसबुक में शेयर किया था वह इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है।
बता दें कि राव और शर्मा को पुलिस की साइबर शाखा ने आधी रात को घर पर छापा मारकर गिरफ्तार किया था। राव का आरोप है कि पुलिस ने एनसीपी नेता किरण पावस्कर के दबाव में आकर यह गिरफ्तारी की थी।टिप्पणियां
राव का आरोप है कि करीब 1.30 बजे सुबर से हमें जांच अधिकारी घोशालकर ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया ताकि जमानत न मिल सके। साथ ही घोशालकर ने हमारे पासपोर्ट और आईडी कार्ड में जबरन रख लिए थे। छूटने के बाद हमने सीधे कमिश्नर से एक लिखित शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने जब इस तरह की गिरफ्तारी को गैरजरूरी करार दिया तब पीड़ित दोनों व्यक्तियों ने गिरफ्तार करने गए पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
आरोप था कि दोनों ने भारतीय नेताओं, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय ध्वज के खिलाफ भद्दा मजाक करने वाला एक पोस्ट डाला था।
दोनों ने सफाई दी है कि जिस कंटेंट को दोनों ने फेसबुक में शेयर किया था वह इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है।
बता दें कि राव और शर्मा को पुलिस की साइबर शाखा ने आधी रात को घर पर छापा मारकर गिरफ्तार किया था। राव का आरोप है कि पुलिस ने एनसीपी नेता किरण पावस्कर के दबाव में आकर यह गिरफ्तारी की थी।टिप्पणियां
राव का आरोप है कि करीब 1.30 बजे सुबर से हमें जांच अधिकारी घोशालकर ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया ताकि जमानत न मिल सके। साथ ही घोशालकर ने हमारे पासपोर्ट और आईडी कार्ड में जबरन रख लिए थे। छूटने के बाद हमने सीधे कमिश्नर से एक लिखित शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
आरोप था कि दोनों ने भारतीय नेताओं, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय ध्वज के खिलाफ भद्दा मजाक करने वाला एक पोस्ट डाला था।
दोनों ने सफाई दी है कि जिस कंटेंट को दोनों ने फेसबुक में शेयर किया था वह इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है।
बता दें कि राव और शर्मा को पुलिस की साइबर शाखा ने आधी रात को घर पर छापा मारकर गिरफ्तार किया था। राव का आरोप है कि पुलिस ने एनसीपी नेता किरण पावस्कर के दबाव में आकर यह गिरफ्तारी की थी।टिप्पणियां
राव का आरोप है कि करीब 1.30 बजे सुबर से हमें जांच अधिकारी घोशालकर ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया ताकि जमानत न मिल सके। साथ ही घोशालकर ने हमारे पासपोर्ट और आईडी कार्ड में जबरन रख लिए थे। छूटने के बाद हमने सीधे कमिश्नर से एक लिखित शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
बता दें कि राव और शर्मा को पुलिस की साइबर शाखा ने आधी रात को घर पर छापा मारकर गिरफ्तार किया था। राव का आरोप है कि पुलिस ने एनसीपी नेता किरण पावस्कर के दबाव में आकर यह गिरफ्तारी की थी।टिप्पणियां
राव का आरोप है कि करीब 1.30 बजे सुबर से हमें जांच अधिकारी घोशालकर ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया ताकि जमानत न मिल सके। साथ ही घोशालकर ने हमारे पासपोर्ट और आईडी कार्ड में जबरन रख लिए थे। छूटने के बाद हमने सीधे कमिश्नर से एक लिखित शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
राव का आरोप है कि करीब 1.30 बजे सुबर से हमें जांच अधिकारी घोशालकर ने शनिवार की रात गिरफ्तार किया ताकि जमानत न मिल सके। साथ ही घोशालकर ने हमारे पासपोर्ट और आईडी कार्ड में जबरन रख लिए थे। छूटने के बाद हमने सीधे कमिश्नर से एक लिखित शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
राव ने बताया कि पुलिस ने हमारे मामले में मार्च में दर्ज एफआईआर के बाद करीब दो महीनों तक कुछ नहीं किया।
एयर इंडिया के दोनों कर्मचारियों को आईटी एक्ट की धारा 66 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया था। राव का कहना है कि पुलिस ने करीब एक साल तक मामले की जांच की लेकिन हमें कभी भी समन नहीं किया।
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लेख: सर्राफा बाजार में सोने के भाव नित नई ऊंचाई को छू रहे हैं। विदेशों में तेजी के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने के भाव चढ़कर 31300 रुपये प्रति दस ग्राम की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए।
बाजार सूत्रों के अनुसार वैश्विक बाजार में जनवरी के बाद सोने में एक सप्ताह में सबसे अधिक तेजी आई है जिसका असर स्थानीय बाजार पर भी पड़ा।
न्यूयार्क में सोने के भाव 2.10 डॉलर चढ़कर 1674.90 डॉलर और चांदी के भाव 0.5 प्रतिशत की तेजी के साथ 30.70 डॉलर प्रति औंस हो गए।
आगामी शादी विवाह सीजन के मद्देनजर फुटकर खरीदारी के अलावा निवेशकों ने भी धन लगाया जिससे सोने की कीमतों में उछाल आया।टिप्पणियां
घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 185 रुपए की तेजी के साथ क्रमश: 31300 रुपये और 31100 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 24700 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित रहे।
चांदी तैयार के भाव 950 रुपये की तेजी के साथ 57800 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 720 रुपये चढ़कर 57200 रुपये किलो बंद हुए।
बाजार सूत्रों के अनुसार वैश्विक बाजार में जनवरी के बाद सोने में एक सप्ताह में सबसे अधिक तेजी आई है जिसका असर स्थानीय बाजार पर भी पड़ा।
न्यूयार्क में सोने के भाव 2.10 डॉलर चढ़कर 1674.90 डॉलर और चांदी के भाव 0.5 प्रतिशत की तेजी के साथ 30.70 डॉलर प्रति औंस हो गए।
आगामी शादी विवाह सीजन के मद्देनजर फुटकर खरीदारी के अलावा निवेशकों ने भी धन लगाया जिससे सोने की कीमतों में उछाल आया।टिप्पणियां
घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 185 रुपए की तेजी के साथ क्रमश: 31300 रुपये और 31100 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 24700 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित रहे।
चांदी तैयार के भाव 950 रुपये की तेजी के साथ 57800 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 720 रुपये चढ़कर 57200 रुपये किलो बंद हुए।
न्यूयार्क में सोने के भाव 2.10 डॉलर चढ़कर 1674.90 डॉलर और चांदी के भाव 0.5 प्रतिशत की तेजी के साथ 30.70 डॉलर प्रति औंस हो गए।
आगामी शादी विवाह सीजन के मद्देनजर फुटकर खरीदारी के अलावा निवेशकों ने भी धन लगाया जिससे सोने की कीमतों में उछाल आया।टिप्पणियां
घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 185 रुपए की तेजी के साथ क्रमश: 31300 रुपये और 31100 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 24700 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित रहे।
चांदी तैयार के भाव 950 रुपये की तेजी के साथ 57800 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 720 रुपये चढ़कर 57200 रुपये किलो बंद हुए।
आगामी शादी विवाह सीजन के मद्देनजर फुटकर खरीदारी के अलावा निवेशकों ने भी धन लगाया जिससे सोने की कीमतों में उछाल आया।टिप्पणियां
घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 185 रुपए की तेजी के साथ क्रमश: 31300 रुपये और 31100 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 24700 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित रहे।
चांदी तैयार के भाव 950 रुपये की तेजी के साथ 57800 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 720 रुपये चढ़कर 57200 रुपये किलो बंद हुए।
घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 185 रुपए की तेजी के साथ क्रमश: 31300 रुपये और 31100 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 24700 रुपये प्रति आठ ग्राम अपरिवर्तित रहे।
चांदी तैयार के भाव 950 रुपये की तेजी के साथ 57800 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 720 रुपये चढ़कर 57200 रुपये किलो बंद हुए।
चांदी तैयार के भाव 950 रुपये की तेजी के साथ 57800 रुपये और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 720 रुपये चढ़कर 57200 रुपये किलो बंद हुए।
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हमीरपुर सीट पर उपचुनाव: पानी में डूबे 8 बूथ बदले गए
नाव, मोटर बोट व ट्रैक्टरों से जाकर वोट डालेंगे प्रभावित वोटर
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले की यमुना और बेतवा नदियों में भीषण बाढ़ के बीच 228-हमीरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग 23 सितंबर को होनी है. इस चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. आज यानी रविवार को जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि 228-हमीरपुर विधानसभा उप निर्वाचन में कुल 476 बूथ और 256 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें से 37 क्रिटिकल बूथ चिन्हित किए गए हैं.
उन्होंने बताया कि 52 स्थानों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है. सभी बूथों को 04 जोन, 36 सेक्टर और 10 अतिरिक्त स्टैटिक/सेक्टर मजिस्ट्रेट में बांटा गया है.
उन्होंने बताया, 'हमीरपुर में कुल मतदाताओं की संख्या 401497 है. यमुना व बेतवा नदी में आई बाढ़ के दृष्टिगत मतदान प्रतिशत प्रभावित न हो और लोग ज्यादा से ज्यादा मतदान करने पहुंचे, इसके लिए जिला प्रशासन ने प्रत्येक बूथ पर नाव, ट्रैक्टर और मोटरबोट/स्टिमर की व्यवस्था की है. इसके माध्यम से बाढ़ से प्रभावित होने वाले मतदाताओं को बूथों तक पहुंचाया जाएगा.'
उन्होंने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पैरामिलिट्री फोर्स की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा 21 सितंबर की शाम 6:00 बजे से चुनाव संबंधी सभी प्रकार के प्रचार प्रसार बंद हो जाएंगे.
साथ ही बाढ़ और अन्य कारण से जनपद के 08 बूथों को निर्वाचन आयोग के अनुमोदन से शिफ्ट कराया गया है. इसके अंतर्गत-
1. बूथ संख्या 124-प्राथमिक विद्यालय केसरिया का डेरा कक्ष संख्या 01 को पूर्व माध्यमिक विद्यालय काशीराम कॉलोनी जेल के पास हमीरपुर के कमरा नंबर 01 में शिफ्ट किया गया है.
2. 125-प्राथमिक विद्यालय केसरिया का डेरा कक्ष संख्या 02 को पूर्व माध्यमिक विद्यालय काशीराम कॉलोनी जेल के पास हमीरपुर कक्ष संख्या 02 में शिफ्ट किया गया है.
3. 126-प्राथमिक विद्यालय डिग्गी रमेंणी डांडा कक्ष संख्या 01 को पूर्व माध्यमिक विद्यालय काशीराम कॉलोनी जेल के पास कक्ष संख्या 03 में शिफ्ट किया गया है.
4. 127-प्राथमिक विद्यालय डिग्गी रमेंणी डांडा कक्ष संख्या 02 को पूर्व माध्यमिक विद्यालय काशीराम कॉलोनी जेल के पास हमीरपुर के कक्ष संख्या 04 में शिफ्ट किया गया है.
5. 132-प्राथमिक विद्यालय चंदुलीतीर को नवीन पंचायत भवन कलौलीतीर में
6. 133-प्राथमिक विद्यालय पाराओझी को पूर्व माध्यमिक विद्यालय पाराओझी में
7. 474 -चौधरी पहलवान सिंह इंटर कॉलेज कक्ष संख्या 01 को कन्या प्राथमिक विद्यालय नायकपुरवा में
8. 475-चौधरी पहलवान सिंह इंटर कॉलेज नायक पुरवा को कन्या प्राथमिक विद्यालय नायक पुरवा कक्ष संख्या 02 में शिफ्ट किया गया है.
शिफ्ट किए गए बूथों के मतदाता पूर्व बूथ की तरह रहेंगे. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है.
- नाहिद अंसारी के इनपुट के साथ
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नरमपंथी मौलवी हसन रोहानी को ईरान का नया राष्ट्रपति घोषित किया गया और इस प्रकार कट्टरपंथियों का शीर्ष पद पर आठ साल का कब्जा समाप्त हुआ।
पूर्व शीर्ष परमाणु वार्ताकार रोहानी ने वैध मतों के 50.68 प्रतिशत या 1.86 करोड़ मत हासिल किए।
रोहानी की जीत की घोषणा करते हुए गृह मंत्री मोहम्मद मुस्तफा नज्जर ने कहा कि 3.67 करोड़ लोगों या 72.7 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
महमूद अहमदीनेजाद का उत्तराधिकार चुनने के लिए देश में 5.05 करोड़ से अधिक ईरानी मतदान के योग्य थे। अहमदीनेजाद इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हैं क्योंकि वह लगातार दो बार राष्ट्रपति रह चुके हैं।
रोहानी को मिले मतों से यह तय हो गया कि उन्हें उपविजेता के खिलाफ निर्णायक चुनाव नहीं लड़ना पड़ेगा।
चुनावों में दूसरे स्थान पर रहे तेहरान के मेयर मोहम्मद बाकर कलीबाफ को 60.7 लाख मत मिले। टिप्पणियां
वर्तमान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली 31.7 लाख मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
पूर्व शीर्ष परमाणु वार्ताकार रोहानी ने वैध मतों के 50.68 प्रतिशत या 1.86 करोड़ मत हासिल किए।
रोहानी की जीत की घोषणा करते हुए गृह मंत्री मोहम्मद मुस्तफा नज्जर ने कहा कि 3.67 करोड़ लोगों या 72.7 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
महमूद अहमदीनेजाद का उत्तराधिकार चुनने के लिए देश में 5.05 करोड़ से अधिक ईरानी मतदान के योग्य थे। अहमदीनेजाद इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हैं क्योंकि वह लगातार दो बार राष्ट्रपति रह चुके हैं।
रोहानी को मिले मतों से यह तय हो गया कि उन्हें उपविजेता के खिलाफ निर्णायक चुनाव नहीं लड़ना पड़ेगा।
चुनावों में दूसरे स्थान पर रहे तेहरान के मेयर मोहम्मद बाकर कलीबाफ को 60.7 लाख मत मिले। टिप्पणियां
वर्तमान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली 31.7 लाख मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
रोहानी की जीत की घोषणा करते हुए गृह मंत्री मोहम्मद मुस्तफा नज्जर ने कहा कि 3.67 करोड़ लोगों या 72.7 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
महमूद अहमदीनेजाद का उत्तराधिकार चुनने के लिए देश में 5.05 करोड़ से अधिक ईरानी मतदान के योग्य थे। अहमदीनेजाद इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हैं क्योंकि वह लगातार दो बार राष्ट्रपति रह चुके हैं।
रोहानी को मिले मतों से यह तय हो गया कि उन्हें उपविजेता के खिलाफ निर्णायक चुनाव नहीं लड़ना पड़ेगा।
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एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
महमूद अहमदीनेजाद का उत्तराधिकार चुनने के लिए देश में 5.05 करोड़ से अधिक ईरानी मतदान के योग्य थे। अहमदीनेजाद इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हैं क्योंकि वह लगातार दो बार राष्ट्रपति रह चुके हैं।
रोहानी को मिले मतों से यह तय हो गया कि उन्हें उपविजेता के खिलाफ निर्णायक चुनाव नहीं लड़ना पड़ेगा।
चुनावों में दूसरे स्थान पर रहे तेहरान के मेयर मोहम्मद बाकर कलीबाफ को 60.7 लाख मत मिले। टिप्पणियां
वर्तमान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली 31.7 लाख मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
रोहानी को मिले मतों से यह तय हो गया कि उन्हें उपविजेता के खिलाफ निर्णायक चुनाव नहीं लड़ना पड़ेगा।
चुनावों में दूसरे स्थान पर रहे तेहरान के मेयर मोहम्मद बाकर कलीबाफ को 60.7 लाख मत मिले। टिप्पणियां
वर्तमान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली 31.7 लाख मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
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एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
वर्तमान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली 31.7 लाख मत के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
एकमात्र सुधारवादी के दौड़ से हट जाने से रोहानी के लिए जीत आसान हो गई क्योंकि सुधारवादी और नरमपंथी दोनों धड़ों के मत उन्हें मिले।
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नरेंद्र मोदी ही बीजेपी के पीएम उम्मीदवार होंगे. पार्टी ने आखिरकार उनके नाम पर मुहर लगा दी है. पार्टी के सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस महीने के अंत में मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है. यह फैसला पार्टी और आरएसएस के बीच लंबी बातचीत के बाद हुआ है.
दरअसल आरएसएस ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को खुलकर बताया है कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में मोदी ही उसकी पसंद हैं. आरएसएस ने लालकृष्ण आडवाणी को भी इसका विरोध न करने के लिए मना लिया है.
बीजेपी और आरएसएस दोनों इस बात पर सहमत हैं कि पार्टी को अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम जल्द सार्वजनिक कर देना चाहिए. दोनों का मानना है कि ऐसा करने से संशय की स्थिति से छुटकारा मिलेगा, साथ ही नरेंद्र मोदी देश भर में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार अभियान में जुट जाएंगे.
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टेक्नोलॉजी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनने के साथ ही पिछले कुछ सालों में बच्चों की परवरिश में भी काफी बदलाव आए हैं. पैरेंटिंग एप माता-पिता को अपने बच्चों की अच्छी तरह और सुरक्षित तरीके से परवरिश में मददगार साबित हो रहे हैं.
जहां तक बच्चों की बात है, तो आज की तारीख में कई
स्मार्टफोन एप
उपलब्ध हैं, जो माता-पिता के जीवन को सुगम बनाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. उदाहरण स्वरूप 'माईसिटी 4 किड्स फैमिली ऑर्गनाइजर' एप माता-पिता को बच्चों से संबंधित सही गतिविधियों व सामग्री के चुनाव में मदद करता है.
अक्टूबर 2010 में लॉन्च 'माईसिटी 4 किड्स' कई मांओं के लिए एक अनिवार्य एप बन गया है. एप के सह संस्थापक विशाल गुप्ता ने कहा, 'माईसिटी 4 किड्स का विचार उस वक्त मेरे दिमाग में आया, जब मेरे बच्चे छह व दो साल के थे. अन्य माता-पिता की तरह हमें भी कुछ उपयुक्त चीजें करने का पता लगाने या किस जगह पर जाएं, जहां बच्चों को कुछ नया सीखने को मिले, इसका पता करने में परेशानी होती थी.'
गुड़गांव में रहने वाले 40 वर्षीय गुप्ता ने कहा, 'हम एक ऐसे
मोबाइल
प्लेटफॉर्म का निर्माण करना पसंद करेंगे, जहां मांओं की एक ही जगह पर बच्चे से संबंधित सारी जरूरतों की पूर्ति हो सके और अन्य माता-पिता के साझा अनुभवों से सीख सकें.'
एप में कई फीचर जैसे फैमिली कैलेंडर, टू-डू लिस्ट्स, अपकमिंग इवेंट्स, किड्स रिसोर्सेज व पैरेंटिंग ब्लॉग हैं. यह एप एप्पल व एंड्रॉयड दोनों ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है. वर्तमान में एप अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, मुंबई व पुणे के माता-पिता की जरूरतों को पूरा करता है. जल्द ही इसकी पहुंच कई अन्य शहरों तक हो जाएगी. बीते एक साल में 'माईसिटी 4 किड्स' वेबसाइट पर 35 लाख माता-पिताओं के कुल 2 करोड़ हिट्स मिले हैं.
माता-पिता के लिए कई अन्य एप भी हैं. उदाहरण के लिए 'फैमिली ट्रैकर' माता-पिता को उनके बच्चे कहां हैं, इसके बारे में जानकारी देने में मदद करता है. बच्चों की सुरक्षा को महत्वपूर्ण मानते हुए एक अन्य एप 'नॉर्थस्टार' माता-पिता व स्कूल को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जिसका इस्तेमाल स्कूल बसों के लोकेशन का पता करने के लिए किया जा सकता है.
इनपुट: IANS
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भारतीय जनता पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक चुनावी रैली में कहा कि मैं यहां तेलंगाना के भविष्य की जिम्मेदारी लेने आया हूं और इसके लिए मैं प्रतिबद्ध हूं.
मोदी ने कहा कि जो आपसे कहते हैं कि आपको तेलंगाना हमने दिया है वो झूठ बोले रहे हैं. तेलंगाना आपको आपके प्रयासों की बदौलत मिला है, आपके बलिदान की वजह से. जो इसका श्रेय ले रहा है, वो गलत है. मोदी ने कांग्रेस सरकार पर बरसते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के योगदान को कांग्रेस सरकार भूल गई है. उनके कार्यकाल में बेहतरीन कार्य हुए हैं, लेकिन उनको उनके काम का श्रेय नहीं दिया गया.
मोदी ने कहा कि मां बेटे की सरकार में आम आदमी पिस रहा है. इस सरकार का नारा है मर जवान, मर किसान. निजामाबाद में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी रैली संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आप वोट सिर्फ उसे दें जो आपकी समस्या अच्छे से जानता हो और उसके पास उसका स्थायी हल हो.
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विडीयो संपादन
विडीयो संपाद्न वह प्रक्रिया है जिसमें हम एक आम कैमरे से ली गई सामान्य सी लगने वाली विडीयो को भी रंग़ रूप आकार आदि के प्रभाव डाल कर आकर्षक बनाते हैं। आज कल ये कार्य कम्पुटर साफ्टवेयर / मोबाइल ऐप की सहायता से किया जाता है।
सामग्री
सामान्यत एक क्म्प्युटर, कैमकोर्डर, एक डेटा केबल और एडिटिंग साफ़्टिअयर कि सहाय्ता से ये किया जा सकता है।
पिनाकल, केनोपस एडियस, वेगास, आदि प्रोफ़ेश्नल सौफ़्ट्वेयर की सहाय्ता से एडिटिंग आसान हो जाती है।
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यह लेख है: आगामी BMC चुनाव के लिए शिवसेना ने बीजेपी के साथ जारी 25 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया है. शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में पदाधिकारियों के रैली में बोलते हुए दो टूक कह दिया कि पार्टी ने गठबंधन में रहकर 25 साल बर्बाद किए. अब वो महाराष्ट्र में अकेले आगे बढ़ेगी. तय पटकथा के अनुसार शिवसेना ने मुम्बई के NSE ग्राउंड में आयोजित सभा में बीजेपी पर आग उगलने का कोई मौका नहीं छोड़ा. उद्धव ने दो टूक कहा कि, 'मैं ऐलान कर रहा हूं, आज के बाद भविष्य में शिवसेना अकेली महाराष्ट्र में भगवा लहराएगी. अब के बाद मैं गठबंधन के लिए किसी के दरवाजे पर कटोरा ले कर नहीं जाऊंगा. जो कुछ होगा वो मेरे शिवसैनिकों का, शिवसेना प्रमुख का, हमारा होगा. किसी की भीख नहीं. इसकी की शुरुआत के रूप में महानगर पालिका और जिला परिषद के आगामी चुनाव में कहीं भी हम गठबंधन नहीं करेंगे. मेरा शिवसैनिक शिवसेना के साथ गद्दारी नहीं करेगा. अब लड़ाई शुरू हो चुकी है.
बीजेपी से रिश्ते ख़त्म करने के लिए वजह बना सीटों का बंटवारा. बीजेपी का इस चुनाव में 50-50 फॉर्मूले के तहत आधी सीटें मांगना शिवसेना को नागवार गुजरा है. इसे उद्धव ठाकरे ने बिना हैसियत रखा प्रस्ताव करार देते हुए शिवसेना का अपमान करार दिया.
ग़ौरतलब है कि एशिया की सबसे अमीर महानगर पालिका की लड़ाई में शिवसेना ने बीजेपी को गत चुनाव के मुकाबले 5 सीटें कम देने का ऑफर दिया था. बीजेपी ने पिछले चुनाव में 65 सीटें लड़ी थी. ऐसे में बीजेपी ने भी इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर अकेले चुनाव में उतरने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना की रैली के बाद तुरंत ही ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, सत्ता साध्य है. साधन नहीं. परिवर्तन तो होगा. जो आयेगा उसके साथ जो नहीं आयेगा उसके बगैर.
21 फरवरी को 227 सीटों वाली मुम्बई महानगरपालिका में वोट पड़ने हैं. इसी के साथ अन्य 9 महानगरपालिका और 25 ज़िला परिषद के चुनाव भी महाराष्ट्र में हो रहे हैं.टिप्पणियां
वैसे, बीजेपी - शिवसेना गठबंधन देश का सबसे लंबा चला अनूठा गठबंधन है जो जरूरत अनुसार बदलता है. लोकसभा चुनाव में एक साथ रहे ये दल, विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ़ लड़े, और फिर सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
बीजेपी से रिश्ते ख़त्म करने के लिए वजह बना सीटों का बंटवारा. बीजेपी का इस चुनाव में 50-50 फॉर्मूले के तहत आधी सीटें मांगना शिवसेना को नागवार गुजरा है. इसे उद्धव ठाकरे ने बिना हैसियत रखा प्रस्ताव करार देते हुए शिवसेना का अपमान करार दिया.
ग़ौरतलब है कि एशिया की सबसे अमीर महानगर पालिका की लड़ाई में शिवसेना ने बीजेपी को गत चुनाव के मुकाबले 5 सीटें कम देने का ऑफर दिया था. बीजेपी ने पिछले चुनाव में 65 सीटें लड़ी थी. ऐसे में बीजेपी ने भी इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर अकेले चुनाव में उतरने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना की रैली के बाद तुरंत ही ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, सत्ता साध्य है. साधन नहीं. परिवर्तन तो होगा. जो आयेगा उसके साथ जो नहीं आयेगा उसके बगैर.
21 फरवरी को 227 सीटों वाली मुम्बई महानगरपालिका में वोट पड़ने हैं. इसी के साथ अन्य 9 महानगरपालिका और 25 ज़िला परिषद के चुनाव भी महाराष्ट्र में हो रहे हैं.टिप्पणियां
वैसे, बीजेपी - शिवसेना गठबंधन देश का सबसे लंबा चला अनूठा गठबंधन है जो जरूरत अनुसार बदलता है. लोकसभा चुनाव में एक साथ रहे ये दल, विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ़ लड़े, और फिर सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
ग़ौरतलब है कि एशिया की सबसे अमीर महानगर पालिका की लड़ाई में शिवसेना ने बीजेपी को गत चुनाव के मुकाबले 5 सीटें कम देने का ऑफर दिया था. बीजेपी ने पिछले चुनाव में 65 सीटें लड़ी थी. ऐसे में बीजेपी ने भी इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर अकेले चुनाव में उतरने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना की रैली के बाद तुरंत ही ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, सत्ता साध्य है. साधन नहीं. परिवर्तन तो होगा. जो आयेगा उसके साथ जो नहीं आयेगा उसके बगैर.
21 फरवरी को 227 सीटों वाली मुम्बई महानगरपालिका में वोट पड़ने हैं. इसी के साथ अन्य 9 महानगरपालिका और 25 ज़िला परिषद के चुनाव भी महाराष्ट्र में हो रहे हैं.टिप्पणियां
वैसे, बीजेपी - शिवसेना गठबंधन देश का सबसे लंबा चला अनूठा गठबंधन है जो जरूरत अनुसार बदलता है. लोकसभा चुनाव में एक साथ रहे ये दल, विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ़ लड़े, और फिर सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना की रैली के बाद तुरंत ही ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, सत्ता साध्य है. साधन नहीं. परिवर्तन तो होगा. जो आयेगा उसके साथ जो नहीं आयेगा उसके बगैर.
21 फरवरी को 227 सीटों वाली मुम्बई महानगरपालिका में वोट पड़ने हैं. इसी के साथ अन्य 9 महानगरपालिका और 25 ज़िला परिषद के चुनाव भी महाराष्ट्र में हो रहे हैं.टिप्पणियां
वैसे, बीजेपी - शिवसेना गठबंधन देश का सबसे लंबा चला अनूठा गठबंधन है जो जरूरत अनुसार बदलता है. लोकसभा चुनाव में एक साथ रहे ये दल, विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ़ लड़े, और फिर सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
21 फरवरी को 227 सीटों वाली मुम्बई महानगरपालिका में वोट पड़ने हैं. इसी के साथ अन्य 9 महानगरपालिका और 25 ज़िला परिषद के चुनाव भी महाराष्ट्र में हो रहे हैं.टिप्पणियां
वैसे, बीजेपी - शिवसेना गठबंधन देश का सबसे लंबा चला अनूठा गठबंधन है जो जरूरत अनुसार बदलता है. लोकसभा चुनाव में एक साथ रहे ये दल, विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ़ लड़े, और फिर सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
वैसे, बीजेपी - शिवसेना गठबंधन देश का सबसे लंबा चला अनूठा गठबंधन है जो जरूरत अनुसार बदलता है. लोकसभा चुनाव में एक साथ रहे ये दल, विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफ़ लड़े, और फिर सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
इस बीच, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने दावा किया है कि शिवसेना के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का राज्य की बीजेपी सरकार पर कोई असर नहीं होगा.
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बैठेगा क्या? भरतपुर के बाहर जयपुर हाइवे पर दो किलोमीटर के एक हिस्से में ये दो शब्द साफ सुने जा सकते हैं. इसका सीधा-सा अर्थ 'सेक्स के लिए बुलावा' है. इशारा करती आंखें और अर्थपूर्ण अंदाज में हिलते हुए सिर वहां से गुजर रहे पुरुषों को सीधे-सीधे न्यौता देती हैं.
तीस साल की मंजु ठाकुर इस कमाऊ पेशे का बचाव करते हुए कहती हैं, ''सेक्स हमारा खानदानी धंधा है. '' छोटे कद की लेकिन खासे दमखम वाली मंजु, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली बेडिय़ा नाम की एक जाति से ताल्लुक रखती है. इस तबके में लड़कियां अकसर किशोरावस्था में ही समाज की सहमति से वेश्यावृत्ति के धंधे में उतार दी जाती हैं.
भरतपुर के मलाहा गांव के पास कचरे से अटी सड़क के किनारे अपना धंधा चलाने वाली मंजु खासी अनुभवी हो चली हैं. उन्हें यही एक धंधा आता है. वे बताती हैं, ''मैं उस वक्त 10 या 11 साल की थी, जब मेरे बाप ने मुझे धौलपुर के एक बहुत बड़े कारोबारी के यहां भेजा था. '' जीवन के उस पहले सहवास की एवज में परिवार को 10,000 रु. मिलने की बात को वे याद करती दिखती हैं.
''बीसेक साल पहले यहां किसी लड़की को कौमार्य भंग की एवज में मिलने वाली यह सबसे ज्यादा रकम थी. '' वे फख्र के साथ यह भी बताती हैं कि आज भी किस तरह ''जयपुर के धनी-मानी कस्टमर'' उसे खोजते हुए आते हैं.
पंछी का नगला नाम से पहचाने जाने वाले मलाहा गांव में आज 100 से ज्यादा बेडिय़ा स्त्रियां देह व्यापार के धंधे में हैं. कपड़ों से झांकते अंग, चेहरे पर पाउडर की परतें, गहरे लाल या बैंगनी रंग की लिपिस्टक लगाए इन महिलाओं की बेचैन निगाहें आते-जाते लोगों में अपने ग्राहक की तलाश करती दिखती हैं.
2005 में यहां बने फ्लाइओवर से बेडिय़ाओं की बस्ती दोफाड़ हो जाने के बावजूद उनके पुश्तैनी धंधे पर कोई असर नहीं पड़ा. शायद यह राजस्थान में एकमात्र ऐसी जगह होगी जहां गाड़ी वाले फ्लाइओवर का इस्तेमाल करने की बजाए नीचे वाली ऊबडख़ाबड़ सड़क से जाना पसंद करते हैं— 'दिलकश नजारा' देखने के लिए.
एक दूसरे संभावित ग्राहक की आस में, गहरी लिपिस्टक लगाती मंजु कहती हैं, ''धंधा चोखा है. '' मंजु, उसकी बहनें 25 वर्षीया निशा, 24 वर्षीया रेशमा और उनकी 20 वर्षीया बुआ चांदनी मिलकर 40 लोगों का परिवार चलाती हैं. इस परिवार में उनके पांच भाई, उनकी बीवियां, बच्चे और इस धंधे से पैदा इनकी खुद की एक संतान शामिल है. मंजु की 50 वर्षीया मां सरोज कहती हैं, ''बहुत कोशिश की कि ये शादी कर लें मगर इन लड़कियों ने इस ओर कान तक न दिया. ''
इस गांव के मर्द यहां की औरतों को जबरन इस पेशे में धकेले जाने के आरोप को सिरे से खारिज करते हैं. छह बहनों और दो बुआओं की कमाई पर पल रहे 37 साल के विजेंद्र साफ-साफ कहते हैं, ''जबर्दस्ती का नहीं, राजी का सौदा है ये. '' थुलथुले बदन के विजेंद्र का दावा है कि उनकी हर बहन से पहले पूछा गया था: ''धंधा करोगी या शादी?''
मंजु और निशा के 39 वर्षीय भाई लाखन भी इसमें हामी भरते हैं. एक चमचमाती मोटरसाइकिल और स्कार्पियो के मालिक लाखन कहते हैं, ''सरकार मुझे कोई ठीकठाक नौकरी दे दे तो मैं बहनों को देह व्यापार में जाने से रोक लूंगा. '' उन्हीं के पीछे खड़ी दोनों बहनों के रंगे-पुते होठों पर व्यंग्य भरी मुस्कराहट दौड़ जाती है.
निशा मर्दों वाली एक कहावत दोहराती हैं 'शादी तो बर्बादी है'. बेडिय़ा मर्दों की बीवियां अमूमन इस पुश्तैनी धंधे में हिस्सा नहीं लेतीं. वे खाना पकाने, सफाई और अपनी कमाऊ 'ननदों' के बच्चों की देखभाल जैसे घरेलू कामों में वक्त बिताती हैं. निशा रूखे स्वर में बोलती हैं,''गृहस्थी का काम खच्चर का."
'' निशा ने अपनी 'कामकाजी' बुआओं की कमाने और खर्चने की आजादी और घर के कामों में खटती मां को देखा है. थोड़ा हिचकते हुए वह बताती है कि वह 14 साल की उम्र में पूरी तरह से इस धंधे में उतर गई थी. 10 साल बाद अब वह एक दिन में 1,200 रु. से 2,000 रु. तक कमा लेती है.
यानी रोज की सरकारी दिहाड़ी 149 रु. से दस से बीस गुना ज्यादा. एक दिन में उसे 6 से 10 पुरुषों के साथ सेक्स करना होता है. उसके मुताबिक, त्यौहारों के आसपास या फिर मजदूरों को तनख्वाह की तारीखों के आसपास यह कमाई दोगुनी तक हो जाती है.
यहां लड़कियों के लिए इस 'व्यापार के गुर' सीखने में वक्त नहीं लगता. बचपन से वे देखती आ रही हैं कि सड़क किनारे चादर बांध उसके पीछे 10 मिनट में सेक्स करके बुआएं कपड़े दुरुस्त कर बाहर आ जाती हैं. मंजु बताती हैं, ''एक दफा एक ग्राहक जब टेढ़ेपन से पेश आने लगा तो उसने भाई को आवाज लगा दी. यही मेरा असली सबक था, बाकी तो देखा-सुना था.''
लेकिन हर बेडिय़ा यौनकर्मी मंजु जितनी किस्मत वाली नहीं होती. मंजु और निशा के घर से बमुश्किल 50 फुट दूर एक झोंपड़ी में रह रही 30 वर्षीया काली (बदला हुआ नाम) की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं लेतीं. दो साल पहले एचआइवी ग्रस्त होने की बात पता चलने के बावजूद वह धंधा कर रही है.
काली कहती है, ''मुझे और कोई काम ही नहीं आता. भाई अभी इतने छोटे हैं कि कमाने नहीं जा सकते. '' वह तुरंत जोड़ती है कि अब वह बिना कंडोम सेक्स नहीं करती.
बैंकॉक स्थित संगठन ग्लोबल एलांयस अगेंस्ट ट्रैफिकिंग इन वूमैन की संस्थापक सदस्य 57 वर्षीय ज्योति संघेरा कहती हैं, ''गरीब महिलाओं के काम और उनके चयन के संबंध को समझना जरा टेढ़ी खीर है. वास्तव में हाशिये पर जी रही एक महिला के लिए 'बलात' और 'स्वैच्छिक' यौन कर्म में अंतर करना बेमानी होता है. ''
पक्षी विहार के लिए मशहूर भरतपुर जिले में दूसरी बार कलेक्टर बनकर आए 34 वर्षीय नीरज कुमार पवन इन बेडिय़ा परिवारों के लिए रॉबिनहुड बनकर उभरे हैं. उनका मानना है कि सदियों पुरानी परंपरा को पुलिस डंडे के जोर पर खत्म नहीं करा सकती.
आठेक साल पहले जिला प्रशासन ने बेडिय़ा बस्ती में आग लगवाकर उन्हें वहां से खदेडऩे की कोशिश की थी. एक कुप्रथा को खत्म करने की यह अमानवीय कोशिश थी. अब वहां स्कूल खोलने की इजाजत ले आए हैं. हालांकि पक्षीविहार का इलाका होने की वजह से यहां स्कूल जैसे पक्के निर्माण पर आपत्तियां उठाई गईं.
खैर, यौनकर्मी 35 वर्षीया रिया को अब लगता है कि उनकी ''बेटी की जिंदगी अलग होगी. '' 11 साल की इकलौती बेटी अर्चना को रोज स्कूल भेजना अब उनकी दिनचर्या में शामिल है. रिया के लिए 'धंधा' छोडऩा आसान नहीं पर वह कहती है कि ''मेरी बिटिया वही करेगी जो वह चाहेगी. ''
भरतपुर कलेक्टर की लगातार कोशिशों का नतीजा है कि मलाहा और पास के बगदारी गांव—जहां कुछ बेडिय़ा परिवार 2005 में हाइवे बनने पर चले गए थे—में बदलाव की सुगबुगाहट है. पवन का दावा है कि ''18 साल से कम उम्र की कोई लड़की यौनकर्म में शामिल नहीं. उधर अफवाह है कि दो किशोरियों के कौमार्य की कीमत डेढ़ से दो लाख रु. लग रही है. एक बेडिय़ा लड़की के विवाह करने पर इसकी आधी रकम मिलती है.
बगदारी के बाहर करीब 15 बीघे में फैली झुग्गियों में रह रहे बेडिय़ाओं के लिए जिंदगी सचमुच बेहद दुश्वार है. वे बिजली-पानी के बगैर जीने को विवश हैं. गांव के स्कूल में उनके बच्चों को अलग कर दिया जाता है. ऊंची जाति के सरपंच की उन्हें वोटर या आधार कार्ड मुहैया कराने में कोई दिलचस्पी नहीं. बस्ती के शुरू में ही लोहे की दुकान चलाकर गुजर-बसर करने वाले 29 वर्षीय रवि कुमार कहते हैं, ''अपने ही वतन में हमें पराया बनाकर छोड़ दिया गया है. ''
कुमार और उनकी 60 वर्षीय मां लीलावती इस बात की ताकीद करते हैं कि जब तक उनकी बिरादारी की खूबसूरत लड़कियों को सेक्स से बढिय़ा आमदनी हो रही है, तभी तक यह गाड़ी चलेगी. रवि को गहरी शिकायत भी है, ''गांव के (ऊंची जाति के) लोग जान-बूझकर हमारे बच्चों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करते हैं और हमारी ही बिरादरी की लड़कियों के साथ सोने के लिए लाइन लगाते हैं. गांव का आदमी होने की बात कहकर पूरे पैसे भी नहीं देते.
महाला गांव के फ्लाइओवर के नीचे से जा रहे 20 फुट लंबे अंडरपास की कंक्रीट की दीवार पर लिखा है, ''प्यार का अनमोल तोहफा—फ्रीडम 5. पांच साल तक प्रेग्नेंसी से टेंशन फ्री. '' बेडिय़ा औरतें इस पर हंसते हुए कहती हैं, ''बच्चे तो अच्छे होते हैं. लड़कियां होगीं तो ज्यादा कमाएंगी और लड़के उनकी हिफाजत करने के काम आएंगे. ''
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एसिड हमले के बाद एक 35 साल की सेक्स वर्कर की मौत हो गई है. खास बात यह है कि शालिनी नाम की सेक्स वर्कर पर यह हमला उसकी सहेली सेक्स वर्कर राधा ने ही किया था. पुलिस ने 52 वर्षीय राधा को गिरफ्तार कर लिया है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, राधा थिरुवनंतपुरम के निकट कट्टाकडा की रहने वाली है और उसने शुक्रवार को शालिनी पर यह हमला व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता में की. हमले के वक्त शालिनी कोट्टयम में एक ग्राहक के साथ थी. गिरफ्तारी के बाद राधा का कहना है कि वह बस शालिनी का चेहरा बिगाड़ना चाहती थी, लेकिन हादसे में उसकी मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक, 'राधा एक डब्बे में एसिड लेकर गई थी और उस वक्त उसने धोती और शर्ट पहना था. राधा को देखते ही शालिनी के साथ जो आदमी था वह उठ खड़ा हुआ और एसिड का डब्बा उसके कंधे से लगते हुए शालिनी के चेहरे पर जा गिरा.'
डीएसपी वी. अजित के कहते हैं, 'पोस्टमार्टम के अनुसार इस हमले में लगभग आधा लीटर एसिड शालिनी के मुंह से होते हुए उसके पेट में चला गया, जिससे उसकी मौत हो गई.'
वहीं, घटना के बाद पुलिस ने शालिनी के ग्राहक बिलाल का पता लगाया. हादसे में बिलाल को भी थोड़ी-बहुत चोटें आई हैं. पूछताछ में उसने राधा का हुलिया बताया, जिसके बाद सबूत और शालिनी के मोबाइल फोन की मदद से पुलिस ने राधा का पता लगाया.
दूसरी ओर शालिनी के परिवार से कोई भी शव लेने नहीं आया है. शालिनी दो बच्चों की मां थी.
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बुलेट 1976 में बनी हिन्दी भाषा की एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्माण और निर्देशन विजय आनंद ने किया है, जिसमें संगीत आर डी बर्मन और गीत आनंद बख्शी ने लिखा है। फिल्म में देव आनंद, परवीन बाबी, राकेश रोशन, श्रीराम लागू और कबीर बेदी ने अभिनय किया है। फिल्म नवकेतन प्रोडक्शन कंपनी की पच्चीसवीं वर्षगांठ पर बनाई गई थी। इस में भाइयों की जोड़ी देव आनंद और विजय आनंद की वापसी हो रही थी। बुलेट जेम्स हैडली चेस थ्रिलर जस्ट अदर सकर (1961) से प्रेरित है
संक्षेप
चरित्र
मुख्य कलाकार
देव आनन्द
परवीन बॉबी - सपना
राकेश रोशन
कबीर बेदी
ज्योति बख़्शी
श्रीराम लागू
सोनिया साहनी - माला
जगदीप
रंजन
मुराद
मोहन शेरी
रंजना सचदेव
शीला
बरखा मदन
दल
संगीत
रोचक तथ्य
परिणाम
बौक्स ऑफिस
समीक्षाएँ
नामांकन और पुरस्कार
बाहरी कड़ियाँ
1976 में बनी हिन्दी फ़िल्म
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ख़ान्दा दालकलच (जन्म 1974, अन्कारा, तुर्की) एक तुर्क जनसभा प्यानो-वादक है।
जीवन
'ख़ान्दा ने अपना प्यानो-प्रशिक्षण प्रो० गुहरदिल करमानोलू चाकरसोय से प्राप्त किया। 1989 में वे बिल्क़ेन्द विश्वविद्यालय में संगीत और निष्पादन कलाओं की शिक्षा से जुड़ी और प्रो० एरसिन ओरिआए के मार्गदर्शन में पढ़ी। 1989 में उसे इस क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। 1999 में उसने स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की और कला में निपुणता की शिक्षा उसने 2003 में पूरा किया। उसकी बहन यासमीन दालकलच विश्व-कीर्तिमान स्थापित करनेवाली स्वतंत्र तैराक है।
बाहरी कड़ियाँ
1974 में जन्मे लोग
तुर्क संगीतकार
जीवित लोग
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से बनाई गई कश्मीर कमेटी की शनिवार को पहली बैठक हुई. इस कमेटी में सात सदस्य हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस कमेटी को बीते छह अगस्त को बनाया था, जब मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 के अहम प्रावधानों को हटाने का निर्णय लिया था.
कमेटी की बैठक पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की अध्यक्षता में हुई. कमेटी के अन्य सदस्यों में आईएसआई हेड जनरल फैज हमीद लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद, मेजर जनरल आसिफ गफूर, कानून मत्री नसीम, प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सलाहकार फिरदौस आशिक, अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान शामिल हैं.
बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बताया कि आज (शनिवार) कश्मीर कमेटी की पहली बैठक थी. यह बैठक इसलिए खास है, क्योंकि इसमें पाकिस्तान के सभी संस्थानों का प्रतिनिधित्व है. हमने संसद में एकता दिखाई थी और अब आज की इस बैठक में हमने सांकेतिक रूप से एक साथ एकत्र हुए.
उन्होंने कहा कि कश्मीर कमेटी की पहली बैठक में भारत के खिलाफ आगे लड़ने के लिए रोडमैप बनाने की कोशिश की जाएगी. संसद के संयुक्त सत्र में पारित प्रस्ताव को कश्मीर समिति की बैठक मे रखा गया. यूएनएससी में कश्मीर मुद्दे पर हुई चर्चा का मामला भी बैठक में उठा.
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भारत-तिब्बत सीमा सुरक्षा बल (ITBP) ने कई पदों के लिए भर्ती निकाली है और इस भर्ती में हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. इन पदों पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों को मोटर मैकेनिक वर्ग में नियुक्त किया जाएगा. अगर आप भी इस भर्ती में आवेदन करना चाहते हैं और इन पदों के योग्य हैं तो आप 31 जनवरी 2018 से पहले इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं.
पद का विवरण-
हेड कांस्टेबल पदों पर 60 और कांस्टेबल पदों पर 181 उम्मीदवारों का चयन किया जाना है. इन पदों की संख्या को जाति वर्ग के आधार पर विभाजित किया जाएगा. वहीं चयनित होने वाले हेड कांस्टेबल को 25500-81100 रुपये और कांस्टेबल पद के लिए 21700-69100 रुपये पे-स्केल दी जाएगी.
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योग्यता
हेड कांस्टेबल- 12वीं पास और मोटर मैकेनिक सर्टिफिकेट
कांस्टेबल- 10वीं पास और आईआईटीआई सर्टिफिकेट
आयु सीमा
इन पदों के लिए 18 से 25 साल तक के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं.
चयन प्रक्रिया
उम्मीदवारों का चयन पीईटी और पीएसटी, लिखित परीक्षा और स्किल टेस्ट के आधार पर किया जाएगा.
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आवेदन फीस
जनरल वर्ग के उम्मीदवारों को 100 रुपये फीस का भुगतान करना होगा, जबकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को फीस नहीं देनी होगी.
कैसे करें अप्लाई
आप आधिकारिक वेबसाइट www.recruitment.itbpolice.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
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भारतीय सेना को संसाधनों की किल्लत हमेशा ही परेशान करती है लेकिन यह तंगी ऐसे समय सामने आए जब सेना अपना अब तक का सबसे बड़ा विस्तार कर रही हो और पड़ोसी देश मुसीबतें खड़ी कर रहा हो तो मामला गंभीर मोड़ ले सकता है. सेना की हालत बहुत पतली है—युद्धकालीन सुरक्षित कोष बेहद निचले स्तर पर है और राजस्व कम जुटने के चलते सरकार ने कुल खर्च में कमी की है, जिस वजह से सेना का आधुनिकीकरण का बजट जो पहले ही मामूली था, उसमें और कटौती कर दी गई. थल सेना बजट आवंटन में उपयुक्त बढ़ोतरी के बगैर ही चीन से लगती सीमा पर अपने सुरक्षा मोर्चे को और भी मजबूत करने के लिए माउंटेन स्ट्राइक कोर खड़ी कर रही है. इसके लिए वह 88,000 नई भर्तियां कर रही है.
अब खतरा यह है कि सेना का संख्या बल तो बढ़ जाएगा पर आधुनिकीकरण की योजनाएं ठप होने से नया बल उस तरह से लैस नहीं होगा. समय सीमा पर खरे उतरने की कोशिश में, माउंटेन स्ट्राइक कोर की सारी तैनातियां मौजूदा इकाइयों में से कांट-छांट करके की गई हैं. हथियार, गोला-बारूद और वाहन और बुलेट-प्रूफ जैकेट सरीखी वे सहायक सामग्रियां भी इस्तेमाल कर ली गईं जो आम तौर पर युद्ध के समय के लिए सुरक्षित रखी जाती हैं. तकनीकी शब्दों में कहा जाए तो सेना ने पिछले चार साल में चीन सीमा पर अपनी नई बटालियनों को लैस करने के लिए अपने वार वेस्टेज रिजर्व (डब्ल्यूडब्ल्यूआर) में से इस्तेमाल कर डाला है.
वैसे तो अपने आप में यह परिपाटी कोई नई नहीं. पारंपरिक रूप से नई बटालियनें इसी तरीके से खड़ी की जाती रही हैं. समस्या यह है कि सेना को उसकी भरपाई करने का मौका नहीं मिला और उसका बजट आवंटन लगभग जस-का-तस रहा है. तकनीकी रूप से 88,000 जवानों की भर्ती हथियारों, गोला-बारूद या ढांचे में बगैर किसी समानुपातिक बढ़ोतरी के हो रही है. सेना के मुख्यालय ने एक नया रोडमैप तैयार करके नई जरूरतों की ओर ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की है. उसकी शिकायत बड़ी सीधी-सी है. यूपीए सरकार ने नई कोर खड़ी करने के मकसद से 5,000 करोड़ रु. का आवंटन तो कर दिया लेकिन यह सारी राशि सेना के मौजूदा बजट में से ही समायोजित कर दी गई. सेना मुख्यालय ने अब उसकी भरपाई करने के लिए एकमुश्त विशेष आवंटन (5,000 करोड़ रु. का) करने का अनुरोध किया है, जिस पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार विचार कर रही है. आधुनिकीकरण के लिए थल सेना ने प्राथमिकता के आधार पर सात क्षेत्रों की सूची भी बनाई है. इन प्राथमिकताओं में नई तोपों की खरीद (पिछले लगभग तीन दशकों से एक भी नई तोप नहीं खरीदी गई है), उड्डयन कोर के लिए हल्के हेलीकॉप्टर, टैंकों और बख्तरबंद गाडिय़ों के लिए नाइट विजन उपकरण और सैनिकों के लिए नई असॉल्ट राइफलें खरीदना शामिल है. वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) गुरमीत कंवल कहते हैं, ''आदर्श स्थिति तो यही है कि नई बटालियनें खड़ी करने के लिए हथियारों की नई खरीद होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होने से युद्ध की स्थिति के लिए रखा गया रिजर्व कम हो गया है. जाहिर है, इससे बल की जंगी क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ेगा."
संसाधनों के अपने सालाना आवंटन में से इस साल सेना को जवानों के लिए नए हथियार और उपकरण खरीदने के लिए, बमुश्किल 22 फीसदी मिला. सरकार अपना खर्च कम करने के लिए इस कदर जूझ् रही थी कि इस साल के लिए 20,900 करोड़ रु. के आवंटन को भी और काट-छांटकर 4,500 करोड़ रु. कर दिया गया. रक्षा अध्ययन तथा विश्लेषण संस्थान के लिए एक पेपर में रक्षा मंत्रालय के पूर्व वित्तीय सलाहकार अमित कौशिश ने लिखा था, ''सेना के राजस्व आवंटन का 60 फीसदी से ज्यादा तनख्वाहों और भत्तों में खर्च हो जाता है. बची हुई राशि अन्य बजट मदों, जैसे कि कपड़ों, राशन तथा ईंधन के खर्च की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त रहता है. नतीजतन अपर्याप्त आवंटन का बोझ् उन क्षेत्रों पर डाल दिया जाता है जहां संसाधनों की कमी से तत्काल कोई संकट खड़ा होने वाला नहीं है—हथियारों की खरीद उन्हीं में से एक है."
सेना का सुझाव है कि सरकार रक्षा पर देश के खर्च को मौजूदा अब तक के निम्नतम स्तर जीडीपी के 1.7 फीसदी से बढ़ाने पर विचार करे. सांसदों को एक प्रेजेंटेशन में सेना ने रक्षा पर खर्च को धीरे-धीरे बढ़ाकर 3 फीसदी तक ले जाने की बात कही थी. इससे न केवल आधुनिकीकरण में रह गई मुख्य खामियों को पाटा जा सकेगा बल्कि यह बाकी अन्य देशों द्वारा किए जा रहे खर्च के भी बराबर ही होगा. सेना को उम्मीद है कि इस साल के बजट में सुधार की दिशा में पहलकदमी तो नजर आ ही जाएगी.
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शहरी इलाकों को झुग्गी झोपड़ियों से मुक्ति दिलाने और गरीबों के घर के सपने को पूरा कराने में मदद के लिये सरकार ने एक लाख से अधिक की आबादी वाले 250 शहरों में महत्वकांक्षी राजीव गांधी आवास योजना के पहले चरण को लागू करने को मंजूरी दे दी.
योजना से झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले तीन करोड़ से अधिक लोगों को फायदा मिलेगा. सरकार ने इन शहरी गरीबों को आवास ऋण उपलब्ध कराने के लिये 1,000 करोड़ रुपये का एक आवास ऋण जोखिम गारंटी कोष बनाने का भी फैसला किया है. इससे गरीबों को बैंकों से आवास ऋण दिलाने में मदद मिलेगी. योजना में राज्य सरकारों के साथ-साथ निजी डेवलपर्स को भी जोड़ा जायेगा.
एक महत्वपूर्ण फैसले के तहत इस योजना में बनने वाले मकानों का संपत्ति अधिकार उनके मालिकों को दिया जायेगा. प्रधानमंत्री मनमोहन सिहं की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई.
गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने बैठक के बाद संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुये कहा कि राजीव आवास योजना के पहले चरण पर अमल से झुग्गी झोपड़ी और मलिन बस्तियों में रहने वालों को सस्ते आवास उपलब्ध कराये जायेंगे. चिदंबरम ने कहा कि योजना का उद्देश्य सस्ती आवासीय योजनाओं को प्रोत्साहन देना है और इसके साथ ही मलिन बस्तियों का विकास करना भी है ताकि उनका विस्तार रोका जा सके और बेहतर आवास सुविधायें उपलब्ध कराई जा सकें.
केन्द्र सरकार उन राज्यों को मदद देगी जो राजीव आवास योजना के तहत झुग्गी झोंपड़ी इलाकों का पुनर्विकास कर किफायती मकान बनाना चाहते हैं. केन्द्र सरकार राज्यों में विकसित होने वाली ऐसी योजनाओं में 50 प्रतिशत लागत वहन करेगी, ताकि योजना में निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सके.
चिदंबरम ने कहा कि राज्यों को उपलब्ध कराई जाने वाली सहायता राशि सुधारों की शर्त पर उपलब्ध कराई जायेगी. इसमें मालिकाना हक दिये जाने की शर्त भी शामिल है जिसके लिये राज्यों को कानून में संशोधन करना होगा. योजना का डिजाइन जवाहरलाल नेहरु शहरी नवीनीकरण मिशन के अनुभवों के आधार पर तैयार किया गया है. सरकार ने जून 2009 में देश को झुग्गी झोपड़ी मुक्त बनाने की घोषणा की थी. इसी घोषणा को अमली जामा पहनाने के लिये सरकार ने आज राजीव आवास योजना के पहले चरण को मंजूरी दी है.
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब प्रेम पत्र लिखना बंद कीजिए, निर्णायक कदम उठाएं. पाकिस्तान के खिलाफ जो भी कदम उठाने की जरूरत हो उठाएं. हम आपके हर कदम पर साथ हैं. लेकिन एक बात ध्यान रखें कि आप सिर्फ बीजेपी के नेता नहीं हैं, आप प्रधानमंत्री हैं और इस देश के नेता हैं. राजनीतिक लाभ लेना बंद कीजिए. सर्जिकल स्ट्राइक के पोस्टर डालना बंद कीजिए.
उन्होंने आगे कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर आपके साथ हैं. जब राजनाथ सिंह ने मुझे फोन करके ऑपरेशन की सफलता के बारे में बताया तो मैंने 'वैलडन' कहा था. लेकिन जनता से किए वादे को हमेशा याद रखें.
नीतीश ने केंद्र पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा- बेरोजगारी पर चर्चा होनी चाहिए, किसानों की दशा पर होनी चाहिए, लेकिन यहां चर्चा तीन तलाक और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर हो रही है. लेकिन इस पर हमारा मानना है कि तीन तलाक का मुद्दा मुस्लिम समुदाय पर छोड़ देना चाहिए. उन्हें सिखाने की कोशिश न करें. साथ ही आरोप लगाया कि तीन तलाक और समान नागरिक संहिता का मुद्दा यूपी चुनावों को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औपचारिक रूप से जेडीयू के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. नीतीश ने शरद यादव की जगह ली है, जो पिछले 13 सालों से जेडीयू के अध्यक्ष पद पर काबिज थे.
इसके साथ ही पार्टी ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में केंद्र सरकार और सेना को सर्जिकल स्टाइक्स के लिए बधाई दी और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, लेकिन इसे लेकर देश के भीतर आतंरिक राजनीति नहीं होनी चाहिए. प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि केंद्र सरकार को कश्मीर घाटी में हालात सामान्य करने के लिए हर संभव कदम उठाने चाहिए.
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औपचारिक रूप से जेडीयू के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. नीतीश ने शरद यादव की जगह ली है, जो पिछले 13 सालों से जेडीयू के अध्यक्ष पद पर काबिज थे.
इसके साथ ही पार्टी ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में केंद्र सरकार और सेना को सर्जिकल स्टाइक्स के लिए बधाई दी और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, लेकिन इसे लेकर देश के भीतर आतंरिक राजनीति नहीं होनी चाहिए. प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि केंद्र सरकार को कश्मीर घाटी में हालात सामान्य करने के लिए हर संभव कदम उठाने चाहिए.
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यह लेख है: अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले में डॉलर में मजबूती के बीच बैंकों एवं निर्यातकों की अमेरिकी मुद्रा की मांग बढ़ने से आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे चढ़कर 67.70 रुपये प्रति डॉलर हो गया.
विदेशी मुद्रा डीलरों ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के सरकार बनाने और घरेलू शेयर बाजार के बढ़त के साथ खुलने से भी रुपये को समर्थन मिला. कल के कारोबारी दिन में डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे मजबूत होकर 67.80 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. टिप्पणियां
इस बीच , बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरुआती कारोबार में 122.13 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35,510.01 अंक पर पहुंच गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विदेशी मुद्रा डीलरों ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के सरकार बनाने और घरेलू शेयर बाजार के बढ़त के साथ खुलने से भी रुपये को समर्थन मिला. कल के कारोबारी दिन में डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे मजबूत होकर 67.80 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. टिप्पणियां
इस बीच , बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरुआती कारोबार में 122.13 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35,510.01 अंक पर पहुंच गया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बीच , बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरुआती कारोबार में 122.13 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35,510.01 अंक पर पहुंच गया.
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देश में टेलीकॉम यूजर्स (मोबाइल और लैंडलाइन) की संख्या फरवरी, 2017 के आखिर तक 1.18 अरब पर पहुंच गई. ये पिछले महीने की तुलना में 1.17 प्रतिशत ज्यादा है. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
इस महीने के दौरान मोबाइल फोन ग्राहकों की संख्या में
1.37 करोड़
से ज्यादा का इजाफा हुआ है. एक समय था जब लैंडलाइन फोन काफी पॉपुलर थे, लेकिन आज इनकी डिमांड लगातार कम होती जा रही है. सस्ते हैंडसेट के साथ सस्ती मोबाइल दरों और कई तरह की फ्री ऑफर्स की वजह से मोबाइल फोन बाजार तेजी से बढ़ रहा है.
पिछले कुछ महीने के दौरान नई कंपनी रिलायंस जियो के साथ भारती एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियां ग्राहकों को शानदार ऑफर्स दे रहीं हैं. जिससे मोबाइल बाजार तेजी से बढ़ रहा है. ट्राई के अनुसार जनवरी, 2017 के अंत तक देश में फोन ग्राहकों की संख्या 117.48 करोड़ थी जो फरवरी के अंत तक बढ़कर
118.85 करोड़
हो गई.
शहरी इलाकों में फोन कनेक्शनों की संख्या 1.6 प्रतिशत बढ़कर 69.21 करोड़ से अधिक हो गई, जो जनवरी के अंत तक 68.11 करोड़ थी. इसी तरह ग्रामीण इलाकों में फोन कनेक्शनों की संख्या 0.56 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 49.63 करोड़ रही, जो उससे पिछले महीने के अंत तक
49.36 करोड़
थी.
भारतीय दूरसंचार बाजार चीन के बाद दूसरे नंबर पर है. फरवरी में कुल मिलाकर मोबाइल ग्राहकों की संख्या में 1.37 करोड़ का इजाफा हुआ. इससे मोबाइल ग्राहकों की संख्या बढ़कर 1.16 अरब हो गई. वहीं लैंडलाइन फोन कनेक्शनों की संख्या 2.43 करोड़ पर बनी रही.
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यह लेख है: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के ई. पलानीस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि अगले तीन वषरें में राज्य की सभी रेत खदानें बंद कर दी जाएंगी और सरकार खनन, भंडारण और रेत की कम मूल्य पर बिक्री का काम अपने हाथों में ले लेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘अगले तीन वषरें में रेत खदानें पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी. सरकार रेत खनन, भंडारण और बिक्री का काम पूरी तरह अपने हाथों में ले लेगी और रेत कम कीमत पर उपलब्ध करवाई जाएगी.’’ पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार बिल्डरों से रेत के विकल्प का इस्तेमाल करने को कहेगी.टिप्पणियां
अवैध रेत खनन से नदियों में जलस्तर घटा है और नदियों का बहाव भी प्रभावित हुआ है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘अगले तीन वषरें में रेत खदानें पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी. सरकार रेत खनन, भंडारण और बिक्री का काम पूरी तरह अपने हाथों में ले लेगी और रेत कम कीमत पर उपलब्ध करवाई जाएगी.’’ पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार बिल्डरों से रेत के विकल्प का इस्तेमाल करने को कहेगी.टिप्पणियां
अवैध रेत खनन से नदियों में जलस्तर घटा है और नदियों का बहाव भी प्रभावित हुआ है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अवैध रेत खनन से नदियों में जलस्तर घटा है और नदियों का बहाव भी प्रभावित हुआ है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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ऑयल इंडिया लिमिटेड में सिक्योरिटी ऑफिसर के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं.
इंटरव्यू की तारीख:
23 जनवरी
पद का नाम:
सिक्योरिटी ऑफिसर
योग्यता:
किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होना चाहिए.
उम्र सीमा:
50 साल
चयन प्रक्रिया:
उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा.
वेन्यू:
Centre of Excellence for Energy Studies “INTEGRA”, Opposite ’PIBCO’, Rukminigaon, GS Road, Guwahati, Assam – 781 022
ज्यादा जानकारी के लिए
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चैडविक आरोन बोसमैन (२९ नवंबर, १९७६ - २८ अगस्त, २०२०) August 28, 2020) एक अमेरिकी अभिनेता,नाटककार, निर्माता और निर्देशक थे । होवार्ड विश्वविद्यालय में निर्देशन की पढाई करने के बाद वह थिएटर में, ड्रामा लीग निर्देशन फ़ेलोशिप और अभिनय के लिए ऑडियंस डेवलपमेंट कमिटी पुरुस्कार जीत कर और डीप अज़ुर नाटक के लेखन के लिए जेफ पुरुस्कार के लिए नामांकित हो कर, प्रसिद्ध हुए | बड़े परदे पर परगमन करते हुए उन्हें पर्सन्स अननोन में २०१० में अपना पहला बड़ा रोल मिला | उनको पहचान २०१३ में बास्केटबॉल खिलाडी जैकी रॉबिंसन के रोल में जीवनी फिल्म ४२ के लिए मिली | उन्होंने गेट ऑन अप (२०१४) में में गायक जेम्स ब्राउन और मार्शल (२०१७) में सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति थर्गूड मार्शल के रोल करते हुए उन्होंने ऐतिहासिक व्यक्तित्वों को निभाना जारी रखा ।
बॉसमैन को २०१६ से २०१९ तक मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) में सुपरहीरो ब्लैक पैंथर की भूमिका निभाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मिली | उन्होंने ब्लैक पैंथर २०१८ के अलावा तीन अन्य MCU फिल्मों में स्वनाम किरदार के रूप में अभिनय किया | ब्लैक पैंथर फिल्म के लिए उन्हें उत्कृष्ट अभिनेता का एनएएसीपी इमेज अवार्ड और उत्कृष्ट अभिनय के लिए स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड प्राप्त हुआ । MCU फिल्म में प्रमुख अभिनेता का रोल निभाने वाले पहले अश्वेत अभिनेता के रूप में, उन्हें टाइम मैगज़ीन के 2018 वर्ष की टाइम 100 सूची में भी नामित किया गया ।
२०१६ में बोसमैन के कोलन में कैंसर का निदान हुआ था | उन्होंने अपनी अवस्था को निजी रखा, और अगस्त २०२० में बीमारी से संबंधित जटिलताओं से अपनी मृत्यु तक कार्य करना जारी रखा । उन्होंने सार्वजनिक और निजी तौर पर कैंसर चैरिटी का व्यापक रूप से समर्थन किया, और साथ ही वंचित बच्चों का समर्थन करने वाले संगठनों को भी सहयोग दिया। २०२० में मरणोपरांत रिलीज़ हुई उनकी अंतिम फिल्म, मा रेनी की ब्लैक बॉटम को बहुत समालोचक प्रशंसा मिली ।
बोसमैन ने लिंकन हाइट्स (२००८) और पर्सन्स अननोन (२०१०) समेत कई टेलीविजन श्रृंखलाओं में, और द एक्सप्रेस (२००८), ड्राफ्ट डे (२०१४) और मैसेज फ्रॉम द किंग (२०१६) जैसी कई फ़िल्मों में भी अभिनय किया है। कोलन कैंसर के साथ चार साल की लड़ाई के बाद 43 साल की उम्र में बोसमैन की मौत हो गई।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
बोसमैन का जन्म और शुरुआती परवरिश एंडरसन, साउथ कैरोलिना में हुई | ,उनके पिता लेरोय बोसेमन और माता कैरोलिन, दोनों अफ्रीकन अमेरिकन थे उनका माँ एक नर्स थी और पिता एक कपडा फैक्ट्री में काम करने के अलावा अबसाब का व्यापर करते थे |
अपनी युवावस्था में, बोसमैन ने मार्शल आर्ट का अभ्यास शुरू किया, और एक वयस्क के रूप में इस प्रशिक्षण को जारी रखा। बचपन में, वह एक वास्तुकार बनना चाहते थे ।.बोसमैन के अनुसार, डीएनए परीक्षण ने संकेत दिया था कि उनके कुछ पूर्वज सिएरा लियोन के क्रियो लोग, सिएरा लियोन के लिम्बा लोग और नाइजीरिया के योरूबा लोग थे ।
बॉसमैन ने 1995 में टी एल हाना हाई स्कूल से स्कूली पढाई खत्म करी जहाँ उन्होंने बास्केटबॉल टीम में भी खेला। अपने जूनियर वर्ष में अपने एक सहपाठी की गोली मारकर हुई हत्या के बाद उन्होंने अपना पहला नाटक क्रॉसरोड्स लिखा और इसका मंचन भी किया |
उनका कॉलेज में बास्केटबॉल खेलने के लिए चयन हुआ लेकिन उन्होंने कला का चयन किया और होवार्ड विश्वविद्यालय वाशिंगटन डी सी से पढाई करके २००० में फिल्म निर्देशन में ललित कला स्नातक की उपाधि प्राप्त करी |
कॉलेज में पढाई के समय उन्होंने विश्वविद्यालय के पास एक अश्वेत किताबों की दुकान में काम किया, जो उनकी मित्र वेनेसा जर्मन के अनुसार उनके लिए महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक अनुभव था ; [13] उन्होंने अपने नाटक हाइरोग्लिफिक ग्रैफिटी के लिए अपने इस अनुभव पर निर्भर किया।
हॉवर्ड में उनके शिक्षकों में अल फ्रीमैन जूनियर और फाइलीसिया राशद शामिल थे, जो उनके एक संरक्षक बन गए ।. राशद ने अपने दोस्त और प्रमुख अभिनेता डेनजेल वाशिंगटन, से धन जुटाने में मदद की, ताकि बॉसमैन और अन्य सहपाठी इंग्लैंड के बॉलिओल कॉलेज में ब्रिटिश अमेरिकन ड्रामा अकादमी के ऑक्सफोर्ड समर प्रोग्राम में भाग ले सकें, जिसके लिए उन्हें स्वीकार किया गया था ।
बोसमैन लिखना और निर्देशन करना चाहते थे, और उन्होंने अभिनय का अध्ययन, अभिनेताओं से कैसे संबंध रखें, सीखने के लिए शुरू किया था । उन्होंने 1998 में इस कार्यक्रम में भाग लिया जिसमें सैमुअल बेकेट और हेरोल्ड पिंटर सहित विभिन्न नाटककारों के कार्यों का अध्ययन किया | कार्यक्रम के दौरान उनमे विलियम शेक्सपियर के नाटक लेखन के लिए आदर उत्पन्न हुआ | उन्होंने कॉलेज के दौरान पहली बार अफ्रीका की यात्रा की, और घाना में अपने प्रोफेसर माइक मालोन के साथ "एक प्रोसेकेनियम मंच पर प्रदर्शन के साथ अनुष्ठानों को संरक्षित करने और मनाने के लिए" काम किया ; उन्होंने कहा कि यह " [उनके] जीवन के सबसे महत्वपूर्ण सीखने के अनुभवों में से एक था" | अमेरिका लौटने के बाद, उन्होंने न्यूयॉर्क शहर की डिजिटल फिल्म अकादमी से स्नातक किया।.
कैरियर
१९९३–२००७: थिएटर, डीप एज़्योर , और शुरुआती टेलीविजन
बोसमैन अपने करियर की शुरुआत में ब्रुकलिन में रहते थे।
2000 में उन्हें एक ड्रामा लीग डायरेक्टिंग फेलो के लिए चुना गया । उन्होंने जॉर्ज सी. वोल्फ के द कलर्ड म्यूजियम
He directed productions including George C. Wolfe's The Colored Museum (वोल्फ बाद में अपनी अंतिम भूमिका में बोसमैन को निर्देशित करेंगे) और अमीरी बराक के डचमैन का मंचन सहित कई नाटकों का निर्देशन किया | उन्होंने 2002 और 2009 के बीच हार्लेम में स्कोम्बर्ग सेंटर फॉर रिसर्च इन ब्लैक कल्चर के स्कोम्बर्ग जूनियर स्कॉलर्स प्रोग्राम में ड्रामा इंस्ट्रक्टर के रूप में काम किया । उन्होंने 2002 में कई प्रस्तुतियों में प्रदर्शन और में रॉन मिलनर के "अर्बन ट्रांसिशन्स" के लिए एयुडीइएलसीओ पुरस्कार जीत, नाटककार और मंच अभिनेता के रूप में प्रसिद्धि हासिल की । न्यूयॉर्क के नेशनल शेक्सपियर कंपनी के सदस्य के रूप में उन्होंने रोमियो और जूलिएट में रोमियो और मैकबेथ में मैल्कम का किरदार निभाया । उन्होंने हिप-हॉप थिएटर आंदोलन के हिस्से के रूप में नाटकों का निर्देशन और लेखन किया ; उनकी रचनाओं में राइम डेफ्रेड (हॉवर्ड सहपाठी कामिला फोर्ब्स के साथ सह-लिखित) शामिल हैं, जिसमें उन्होंने अभिनय भी किया और हाइरोग्लिफ़िक ग्रैफ़िटी।
राइम डेफ्रेड को एक राष्ट्रीय दौरे के लिए कमीशन किया गया था, साथ ही द फायर इस टाइम एंथोलॉजी ऑफ वर्क्स में उसे शामिल किया गया , जबकि 2001 में नेशनल ब्लैक थिएटर फेस्टिवल सहित हाइरोग्लिफ़िक ग्रैफ़िटी का विभिन्न स्थानों पर मंचन किया गया था ।. आधुनिक अफ्रीकी-अमेरिकी संस्कृति और मिस्र के देवताओं को मिलाकर, यह नाटक, वाशिंगटन, डीसी में स्थापित है और २००२ में न्यूयॉर्क हिप-हॉप थिएटर फेस्टिवल और टेनेसी स्टेट यूनिवर्सिटी के समर स्टॉक थिएटर कार्यक्रम द्वारा मंचित किया गया गया था । यह नाटक कुंटू रिपर्टरी थियेटर के २००२ –०३ सीज़न के लॉन्च प्रोडक्शन के लिए इस्तेमाल हुआ था । 2002 के हिप-हॉप थिएटर फेस्टिवल में, बॉसमैन ने "रेड क्ले एंड कार्वेड कंक्रीट" नामक एक वन-मैन शो भी दिया।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
1977 में जन्मे लोग
जीवित लोग
अमेरिकी अभिनेता
अमेरिकी फिल्म निर्देशक
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यह एक लेख है: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि राज्य में अब अधिकारियो और बाबू लोगों को किसी भी प्रपोजल पर एक समय सीमा के अंदर निर्णय लेना होगा. क्लीयरेंस के लिए राज्य की नई औद्योगिक नीति मे ये साफ़ कर दिया गया है कि किसी को विभागों में दौड़ नहीं लगनी होगी. सब कुछ ऑनलाइन ऑनलाइन होगा और निर्धारित अवधि में अनुमति देने में विलंब हुआ तब डीम्ड क्लीयरेंस माना जाएगा.
नीतीश कुमार गुरुवार को पटना में बिहार आईटी इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव का उदघाटन कर रहे थे. उन्होंने आईटी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी जिसमे आईटी क्षेत्र के लिए उत्पादन पूर्व ही इकाई को स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क में 100 फीसदी की छूट दी जाएगी. इसके अलावा नई इकाई को उत्पादन की तिथि से पांच वर्षों तक स्टेट जीएसटी में सात फीसदी छूट दी जाएगी. बिहार में उद्योग लगाने पर उद्योग जगह के लोगो को ये भी आश्वासन दिया कि निवेश करने पर सब तरह की सुविधा और सरकार का सहयोग उन्हें मिलेगा. नीतीश ने राजगीर में 100 एकड़ में आईटी सिटी के निर्माण की भी घोषणा की जो नालंदा विशविद्यालय से नजदीक होगा.टिप्पणियां
पहली बार बिहार में सत्ता के भागीदार बनने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साइबर सिक्योरिटी से सम्बंधित एक संसथान पटना में खोलने की घोषणा की जो राज्य में डिजिटल पुलिसिंग, साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण और डिजिटल फांरेसिक से संबंधित होगा. हालांकि रविशंकर प्रसाद ने उम्मीद जताई की राज्य में आईटी के क्षेत्र में नई-नई परियोजना आने से लोगों के लिए रोजगार के अवसर उब्लध होंगे.
कार्यक्रम को सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी संबोधित किया. इंस्टाग्राम तस्वीर साझा कर कहा है कि अपने राज्य में इस प्रकार के कार्यक्रम में शामिल होकर अच्छा लगा. उन्होंने कहा है कि बिहार में डिजिटल दुनिया के विकास की बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बीपीओ दिन ब दिन पॉपुलर हो रहा है और यहां पर एसटीपीआई स्टार्टअप्स की मदद कर रहा है.
नीतीश कुमार गुरुवार को पटना में बिहार आईटी इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव का उदघाटन कर रहे थे. उन्होंने आईटी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी जिसमे आईटी क्षेत्र के लिए उत्पादन पूर्व ही इकाई को स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क में 100 फीसदी की छूट दी जाएगी. इसके अलावा नई इकाई को उत्पादन की तिथि से पांच वर्षों तक स्टेट जीएसटी में सात फीसदी छूट दी जाएगी. बिहार में उद्योग लगाने पर उद्योग जगह के लोगो को ये भी आश्वासन दिया कि निवेश करने पर सब तरह की सुविधा और सरकार का सहयोग उन्हें मिलेगा. नीतीश ने राजगीर में 100 एकड़ में आईटी सिटी के निर्माण की भी घोषणा की जो नालंदा विशविद्यालय से नजदीक होगा.टिप्पणियां
पहली बार बिहार में सत्ता के भागीदार बनने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साइबर सिक्योरिटी से सम्बंधित एक संसथान पटना में खोलने की घोषणा की जो राज्य में डिजिटल पुलिसिंग, साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण और डिजिटल फांरेसिक से संबंधित होगा. हालांकि रविशंकर प्रसाद ने उम्मीद जताई की राज्य में आईटी के क्षेत्र में नई-नई परियोजना आने से लोगों के लिए रोजगार के अवसर उब्लध होंगे.
कार्यक्रम को सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी संबोधित किया. इंस्टाग्राम तस्वीर साझा कर कहा है कि अपने राज्य में इस प्रकार के कार्यक्रम में शामिल होकर अच्छा लगा. उन्होंने कहा है कि बिहार में डिजिटल दुनिया के विकास की बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बीपीओ दिन ब दिन पॉपुलर हो रहा है और यहां पर एसटीपीआई स्टार्टअप्स की मदद कर रहा है.
पहली बार बिहार में सत्ता के भागीदार बनने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साइबर सिक्योरिटी से सम्बंधित एक संसथान पटना में खोलने की घोषणा की जो राज्य में डिजिटल पुलिसिंग, साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण और डिजिटल फांरेसिक से संबंधित होगा. हालांकि रविशंकर प्रसाद ने उम्मीद जताई की राज्य में आईटी के क्षेत्र में नई-नई परियोजना आने से लोगों के लिए रोजगार के अवसर उब्लध होंगे.
कार्यक्रम को सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी संबोधित किया. इंस्टाग्राम तस्वीर साझा कर कहा है कि अपने राज्य में इस प्रकार के कार्यक्रम में शामिल होकर अच्छा लगा. उन्होंने कहा है कि बिहार में डिजिटल दुनिया के विकास की बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बीपीओ दिन ब दिन पॉपुलर हो रहा है और यहां पर एसटीपीआई स्टार्टअप्स की मदद कर रहा है.
कार्यक्रम को सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी संबोधित किया. इंस्टाग्राम तस्वीर साझा कर कहा है कि अपने राज्य में इस प्रकार के कार्यक्रम में शामिल होकर अच्छा लगा. उन्होंने कहा है कि बिहार में डिजिटल दुनिया के विकास की बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बीपीओ दिन ब दिन पॉपुलर हो रहा है और यहां पर एसटीपीआई स्टार्टअप्स की मदद कर रहा है.
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16 फरवरी पैगंबर मोम्मद के जन्मदिवस पर विशेष
दुनिया में दूसरे सबसे ज्यादा माने जाने वाले धर्म ईस्लाम के प्रवर्तक
पैगंबर मोहम्मद साहब
का बुधवार को जन्म दिवस है जिन्होंने सारे आलम को बराबरी, भाईचारे और एक दूसरे के विचारों का सम्मान करने की शिक्षा दी.
अपने अंतिम खुतबे (उपदेश) में उन्होंने बराबरी का संदेश देते हुए कहा था, ‘सारी मानवजाति आदम और हव्वा से है. कोई अरब गैर अरब से श्रेष्ठ नहीं है, न न ही गैर अरब अरब से श्रेष्ठ है. इसी तरह श्वेत अश्वेत से श्रेष्ठ नहीं है और न न ही अश्वेत श्वेत से, सिवाय अपने अच्छे आचरण और धर्मपराण्यता के.’ उसी खुतबे में उन्होंने कहा, ‘किसी को दुख न न दो जिससे कोई तुम्हें भी दुख नहीं दे सके. याद रखो तुब सब अपने रब से मिलोगे, और वह वास्तव में तुम्हारे कृत्यों का हिसाब लेगा.’
औरतों के बारे में उन्होंने कहा, ‘अपनी औरतों से अच्छा व्यवहार करो और उनके प्रति दयालु रहो, क्योंकि वे तुम्हारी सहयोगी और प्रतिबद्ध सहायक हैं.’ मौलाना मिनहाज आलम का कहना है, ‘ईस्लामिक कैंलेंडर के अनुसार ‘ईद-मिलाद-उन नबी’ कोई त्योहार नहीं है. मगर इस्लाम में इसे विशेष जगह दी गयी है.
पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिवस होने के कारण इस दिन हम खुशियां मनाते हैं. इस दिन फातिहा पढ़ा जाता है. मगर इस दिन ईद की तरह किसी विशेष नमाज का प्रावधान नहीं है.’
पैंगबर मोहम्मद का जन्म 570 ईसवी में हुआ. इस साल हम उनका 1441वां जन्मदिवस मना रहे हैं. पैगंबर ने सिखाया कि अगर कोई यह जानता है कि उसका पड़ोसी भूखा है और उसकी मदद नहीं करता तो खुदा उसकी नमाज कुबूल नहीं करता.
मौलाना आलम का कहना है, ‘हमें पैगंबर के बताए रास्तों पर चलना चाहिए और लोगों की सेवा करनी चाहिए. लोगों से प्यार करना चाहिए. औरतों को इज्जत देनी चाहिए. क्योंकि आप सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते अगर आप औरत की इज्जत नहीं करते.
कुरान में औरत को पाक और उंचा दर्जा दिया गया है.’ वारिस खान का कहना है, ‘यह सही है कि इस दिन ईद की तरह कोई खास नमाज नहीं पढ़ी जाती मगर मुहम्मद साहेब का जन्म दिवस हम सभी बड़ी खुशी से मनाते हैं और कुरान की सबसे बड़ी सीख भूखों को भोजन देने का काम करते हैं.
कुरान के मुताबिक अगर सामने वाला भूखा है और हम उसे खाना दिए बगैर खा लें तो हमें कयामत के दिन जवाब देना होगा. इसलिए ईद-मिलाद-उन नबी के दिन हम अपनी कमाई का एक हिस्सा दान में देते हैं ताकि भूखों और जरूरमंदों को मदद मिल सके.’
अनेक महान आध्यात्मि विभूतियों की तरह पैगंबर साहब को भी अपनी मृत्यु का पूर्वाभास हो गया था. अपने आखिरी खुतबे की शुरूआत ही उन्होंने यह कर की, ‘ऐ लोगों, मेरी बात ध्यान से सुनो, क्योंकि मुझे नहीं मालूम कि इस साल के बाद मैं तुम्हारे बीच दोबारा आउंगा. इसलिए मेरी बात बहुत ध्यान से सुनो और इन शब्दों को उन तक पंहुचा देना जो आज मौजूद नहीं हैं.’ इसके कुछ दिन बाद उनका निधन हो गया.
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यह लेख है: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने कहा कि महिलाओं को खुद को सहज महसूस करने वाले दायरे (कंफर्ट जोन) से बाहर निकलना चाहिए. क्योंकि यह उनके लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स' जैसे आधुनिक प्रौद्यागिकी के दौर में हो रहे बदलावों की अगुवाई करने का समय है.
‘एसोचैम' की महिला नेतृत्व एवं सशक्तीकरण शिखर सम्मेलन एवं पुरस्कार समारोह में ईरानी ने यह भी कहा कि महिलाएं अच्छे ढंग से नेतृत्व कर सकती हैं क्योंकि वे सतत विकास, डिजिटल क्रांति और नयी पीढ़ी की उद्यमिता को लेकर बेहतर तरीके से निपुण हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह समझने की जरुरत है कि क्या चीजें हैं जो महिलाओं को उच्च पदों पर आसीन होने से रोकती हैं. मैं महिलाओं को सलाह देना चाहती हूं कि वे असहज नहीं हों. महिलाओं को बेहतर ढंग से विचार-विमर्श करना चाहिए और किसी चीज को लेकर कोई हीन भावना नहीं होनी चाहिए.''
मंत्री ने कहा कि महिलाओं को सहज महसूस करने वाले दायरे से बाहर निकलना चाहिए क्योंकि यह उनके लिए ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस' और ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स' जैसे आधुनिक प्रौद्यागिकी के दौर में हो रहे बदलावों की अगुवाई करने का समय है.
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कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण की जान को खतरा बताया है. उन्होंने कहा है वह बालकृष्ण की सुरक्षा के लिए सरकार से अपील करेंगे.
इंदौर प्रवास पर आए सिंह ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि वह शुरू से ही बालकृष्ण को नेपाली नागरिक और उनकी डिग्री को फर्जी होने का दावा करते रहे हैं, जो पूरी तरह सच साबित हुआ है. केंद्रीय जांच ब्यरो (सीबीआई) ने जांच शुरू की और आज वह जेल में हैं.
दिग्विजय ने आगे कहा कि आशंका है कि बालकृष्ण बाबा रामदेव की सारी पोल जानते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि रामदेव आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और वह कुछ भी करा सकते हैं. बालकृष्ण की सुरक्षा के लिए वह सरकार से अपील करेंगे.
कालेधन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे रामदेव पर दिग्विजय ने फिर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जो देश के बाहर काला धन है, उसे लाने की तो बात की जाती है, मगर देश के भीतर का काला धन सामने लाने की भी बात की जानी चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि रियल एस्टेट के कारोबार में काले धन का उपयोग हो रहा है. रामदेव ने कितनी जमीन कितने में खरीदी है, यह ब्योरा भी सामने आना चाहिए.
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मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले के अवैध कोयला खदान मे फंसे 15 मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास लगातार 18वें दिन भी जारी. पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित इस खदान में 13 दिसंबर को पास की लितेन नदी का पानी घुस जाने से खनन कार्य में उतरे मजदूर फंस गए थे. लेकिन खदान के पानी को निकालने के लिए हाई पावर पम्प पहुंचने के साथ ही बचाव कार्य में तेजी आई है. रविवार को भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ के जवान संयुक्त बचाव अभियान में उतरे हैं.
भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ के गोताखोर पानी में उतरने का प्रयास कर रहे हैं ताकि पानी की गहराई और खदान में उत्सर्जित होने वाली गैस का पता लगाया जा सके. बता दें कि 13 दिसंबर की सुबह खदान में खुदाई करने के दौरान पास में बहने वाली लितेन नदी का पानी इस कोयला खदान में भर जाने से 15 मजदूर फंस गए थे. जलभराव के कारण न ही ये मजदूर बाहर निकल पा रहे और न ही बचाव दल इनके पास पहुंच पाया. खदान में भरे पानी को निकालने के लिए बचाव 25 हॉर्सपावर के दो पम्प प्रयोग कर रहा था, लेकिन जल स्तर इतना ज्यादा था कि पम्म नाकाफी साबित हुए. जिसके बाद 24 दिसंबर को बचाव कार्य स्थगित कर दिया गया. लेकिन शनिवार को 100 हॉर्सपावर के पम्प पहुंचते ही बचाव कार्य में तेजी आई है.
एनडीआरएफ के असिसटेंट कमांडेंट एसके सिंह का कहना है कि कुछ अन्य एजेंसियां भी बचाव कार्य में शामिल हुई हैं. ओडिशा फायर सर्विसेज के जवान 10 हाईपावर पम्प के साथ पहुंचे हैं. वहीं नौसेना के गोताखोर भी आ गए हैं. हम उन्हें स्थिति के बारे में सूचित करेंगे.
इंडिया टुडे की टीम भी मौके पर मौजूद है जो पल-पल की रिपोर्ट आप तक पहुंचा रही है. एनडीआरएफ की अभी तक की जो कार्ययोजना सामने आई है उसमें रैट होल माइन्स तक पहुंचने के लिए शाफ्ट के जरिए एक बोट और एक मशीन अंदर भेजी जा रही है. जिससे नौसेना के गोताखोरों की विशेष टीम अंदर जाएगी और यह पता लगाने की कोशिश की करेगी कि भीरत पानी का स्तर क्या है और बचाव कार्य को कैसे आगे बढ़ाया जाए.
जयंतिया हिल्स में 370 फीट गहरी इस खदान में बचाव कार्य में इसलिए भी मुश्किल आ रही है, क्योंकि इस तरह के खदानों में एक संकरी सुरंग के जरिए खनन का कार्य होता है. चूंकि इस तरह के खनन को एनजीटी ने अप्राकृतिक और अवैज्ञानिक करार देते हुए बैन लगा चुकी है. लिहाजा यहां रैट होल माइन के जरिए अवैध खनन होता है. अवैध होने के कारण इन खदानों में जाने वाली सुरंगों का नक्शा मौजूद नहीं है जिससे विशेषज्ञों की टीम यह पता लगा सकें कि मजदूर आखिर हैं कहां?
वहीं खदान से सुरक्षित निकले एक मजदूर का कहना है कि इसमें फंसे मजदूरों का निकलना मुश्किल है. जबकि शनिवार को बचाव दल को तीन मजदूरों के हेलमेट मिले लेकिन मजदूरों का कोई पता नहीं चला. वहीं अंदर फंसे पांच मजदूरों के परिवार वाले उनके जिंदा निकलने की उम्मीद खो चुके हैं और अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन से उनके शव को बाहर निकालने की गुहार लगा रहे हैं.
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सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच जम्मू-कश्मीर के मेंढ़र में पिछले आठ दिनों से जारी मुठभेड़ खत्म हो गई है. सेना को किसी भी आतंकवादी का शव नहीं मिला है. गौरतलब है कि सेना ने बाटीधार जंगलों में एक बड़ा अभियान छेड़ा हुआ था.
आतंकवादियों के छिपे होने के ठिकानों पर रॉकिट और मोर्टार से हमले किए जा रहे थे. एक जनवरी से जारी इस भीषण मुठभेड़ में सेना ने 4 आतंकवादियों को मार गिराया था. इसमें तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे.
16वीं कोर के ब्रिगेडियर जनरल गुरदीप सिंह ने बताया था कि सेना ने बाटीधार जंगल को सभी तरफ से घेर कर बड़ा अभियान शुरू किया. जंगल में तलाशी के बाद सेना को गुफाओं में आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी. भारी कोहरे, घने जंगल और गुफाओं जैसे छिपने के ठिकाने होने के कारण धीरे-धीरे आगे बढ़ने की रणनीति अपनाई.
सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हो, इसके लिए अभियान को काफी सावधानी और एहतियात के साथ अंजाम दिया जा रहा था. रक्षा सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने एलओसी के पास के इस जंगल में गुफाओं को निशाना बनाते हुए रॉकिट और मोर्टार दागे.
सुरक्षा बलों के पास मौजूद जानकारी बताती है कि जंगल में करीब 10 आतंकवादी छिपे थे. इनमें से कुछ जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर हैं.
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यात्रा के जरिए 'नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक' व स्वच्छता का मैसेज
भाजपा सांसद ने बोला केजरीवाल पर हमला, उठाए कई सवाल
आज देश भर में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर भाजपा नेताओं ने अलग-अलग जगहों पर गांधी संकल्प यात्रा निकाली. इसका उद्देश्य गांधी जी के जीवन मूल्यों को जनता तक पहुंचाना था. साथ ही नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक और स्वच्छता का मैसेज भी इसके जरिए लोगों तक पहुंचाना था.
दिल्ली में भी आज पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर और राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने पदयात्राएं निकाली. जहां गौतम गम्भीर ने लक्ष्मी नगर के कार बाजार से V3S मॉल तक पदयात्रा निकाली वहीं विजय गोयल ने मंडावली के श्रीराम चौक से पद यात्रा की शुरुआत की.
पदयात्रा का सबसे बड़ा संदेश?
गम्भीर की पदयात्रा में भाजपा विधायक ओपी शर्मा भी शामिल हुए. गौतम गम्भीर ने कहा, 'आज की इस पदयात्रा का सबसे बड़ा संदेश है सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा. पदयात्रा निकालने का सबसे बड़ा कारण यह है कि हम इसे एक मास मूवमेंट बनाना चाहते हैं. हम इसे लोगों के बीच में लेकर जाना चाहते हैं.'
जब गौतम गंभीर से ये पूछा गया कि ऐसा क्यों लग रहा है कि राजधानी दिल्ली में भाजपा लोकल मुद्दों पर न लड़के राष्ट्रीय मुद्दों और प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही लड़ रही है तो पूर्व क्रिकेटर ने कहा की भाजपा लोकल मुद्दों पर भी चुनाव लड़ रही है.
गौतम गम्भीर ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल साढ़े चार साल बाद जागे हैं. इससे पता चलता है कि महिलाओं की सुरक्षा साढ़े चार साल तक महत्वपूर्ण नहीं थी. डेंगू को लेकर अरविंद केजरीवाल ने MCD के काम का श्रेय लेने की कोशिश की और वो सबसे ओच्छी राजनीति है. ये मुफ्त की घोषणाएं सब पॉलिटिक्स है.
मुफ्त इलाज पर बोले गम्भीर
एक बयान में
केजरीवाल ने कहा था कि बिहार जैसे राज्यों से लोग 500 रुपये का टिकट लेकर दिल्ली आ जाते हैं
और 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा रहे हैं. इस पर गौतम गंभीर ने कहा कि अरविंद केजरीवाल खुद हरियाणा से हैं तो वो क्या किसी को दिल्ली छोड़ने की बात कर रहे हैं.
वहीं मंडवाली में निकाली गई पदयात्रा में विजय गोयल ने कहा, 'सभी विधानसभा में यह पदयात्राएं महात्मा गांधी की जयंती से लेकर सरदार पटेल की जयंती (October 31) तक चलेंगी. इस यात्रा का संदेश 'नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक और स्वच्छता अभियान' है. हमें रास्ते में जो कूड़ा मिलेगा उसे भी बटोरेंगे और वृक्ष भी लगाएंगे. हमने प्लास्टिक पर प्रतिबंध नहीं लगाया है. जब तक हम जनजागरण करेंगे तब तक प्लास्टिक के विकल्प मार्केट में आ जाएंगे.
विजय गोयल का केजरीवाल पर हमला
केजरीवाल के बिहार वाले बयान पर विजय गोयल ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल भूल जाते हैं कि वो दिल्ली के मुख्यमंत्री है और उन्हें ऐसे बचकाने बयान नहीं देने चाहिए. ऐसा लग रहा है कि दूसरे राज्यों से जो लोग आकर दिल्ली में बस रहे हैं. अरविंद केजरीवाल को उनसे नफरत हो गई है और वो उन्हें निकालना चाहते हैं.
आगे उन्होंने कहा, 'खुद अरविंद केजरीवाल हरियाणा से हैं. उन्होंने झारखंड से पढ़ाई की. रहने चले गए वह गाजियाबाद में और इलाज कराते हैं वो बैंगलोर में, तो क्या इन सभी राज्यों से उन्हें निकाल देना चाहिए?'
अगर आप पांच लाख का इलाज मुफ्त दे भी रहे हैं तो वो कोई आपकी जेब से नहीं आया है, वो जनता के टैक्स का ही पैसा है. जिस तरीके से आपकी मुफ्त की घोषणाओं के लिए भी पैसा जनता के टैक्स से ही आ रहा है.' भाजपा इस बात को गली-गली तक लेकर जाएगी कि पूर्वांचलयों ने 1942 से लेकर आज तक दिल्ली के निर्माण में बहुत बड़ा रोल निभाया है.'
बता दें, स्वच्छता का संदेश देते हुए विजय गोयल ने पूरे पदयात्रा के दौरान सड़क पर बीच-बीच में रुककर झाड़ू से सड़क की सफाई की. इस पदयात्रा के अंत में उन्होंने एक पार्क में वृक्ष भी लगाए.
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अलास्का में अमेरिका के मूल निवासियों की पुरानी मांग पूरी करते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उत्तरी अमेरिका में स्थित सबसे ऊंचे पर्वत का नाम 'माउंट मैकिनले' से बदलकर 'डेनाली' रखने का फैसला किया है।
व्हाइट हाउस ने ओबामा के अलास्का दौरे की पूर्व संध्या पर कहा कि राष्ट्रपति ने माउंट मैकिनले का नाम बदल कर डेनाली रखने का फैसला किया है। ओबामा अलास्का दौरे के समय इस निर्णय के संबंध में औपचारिक घोषणा करेंगे।
वर्ष 1896 में मध्य अलास्का के पर्वतों में खनिजों की खोज करने वाले एक व्यक्ति को सूचना मिली कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए विलियम मैकिनले को उम्मीदवार नामित किया गया है। उनके समर्थन में उस व्यक्ति ने अलास्का पर्वतीय श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी का नाम 'माउंट मैकिनले' रख दिया। मैकिनले अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति बने, लेकिन राष्ट्रपति के तौर पर उनके दूसरे कार्यकाल के मात्र छह महीने बाद उनकी हत्या हो गई थी।टिप्पणियां
व्हाइट हाउस ने कहा, लेकिन उन्होंने कभी अलास्का में कदम नहीं रखा और उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची और समुद्र के तल से करीब 20,000 फुट ऊंचाई पर स्थित यह चोटी सदियों से डेनाली नाम से जानी जाती है। उसने कहा, 1975 में अलास्का राज्य द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए राष्ट्रपति ओबामा घोषणा कर रहे हैं कि गृह मंत्री सैली जेवेल ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए पर्वत का नाम 'डेनाली' रख दिया है।
सैली ने कहा, अलास्का 1975 से आधिकारिक रूप से इस नाम का इस्तेमाल करता आया है, लेकिन और भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे पीढ़ियों से डेनाली के नाम से ही जाना जाता है।
व्हाइट हाउस ने ओबामा के अलास्का दौरे की पूर्व संध्या पर कहा कि राष्ट्रपति ने माउंट मैकिनले का नाम बदल कर डेनाली रखने का फैसला किया है। ओबामा अलास्का दौरे के समय इस निर्णय के संबंध में औपचारिक घोषणा करेंगे।
वर्ष 1896 में मध्य अलास्का के पर्वतों में खनिजों की खोज करने वाले एक व्यक्ति को सूचना मिली कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए विलियम मैकिनले को उम्मीदवार नामित किया गया है। उनके समर्थन में उस व्यक्ति ने अलास्का पर्वतीय श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी का नाम 'माउंट मैकिनले' रख दिया। मैकिनले अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति बने, लेकिन राष्ट्रपति के तौर पर उनके दूसरे कार्यकाल के मात्र छह महीने बाद उनकी हत्या हो गई थी।टिप्पणियां
व्हाइट हाउस ने कहा, लेकिन उन्होंने कभी अलास्का में कदम नहीं रखा और उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची और समुद्र के तल से करीब 20,000 फुट ऊंचाई पर स्थित यह चोटी सदियों से डेनाली नाम से जानी जाती है। उसने कहा, 1975 में अलास्का राज्य द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए राष्ट्रपति ओबामा घोषणा कर रहे हैं कि गृह मंत्री सैली जेवेल ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए पर्वत का नाम 'डेनाली' रख दिया है।
सैली ने कहा, अलास्का 1975 से आधिकारिक रूप से इस नाम का इस्तेमाल करता आया है, लेकिन और भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे पीढ़ियों से डेनाली के नाम से ही जाना जाता है।
वर्ष 1896 में मध्य अलास्का के पर्वतों में खनिजों की खोज करने वाले एक व्यक्ति को सूचना मिली कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए विलियम मैकिनले को उम्मीदवार नामित किया गया है। उनके समर्थन में उस व्यक्ति ने अलास्का पर्वतीय श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी का नाम 'माउंट मैकिनले' रख दिया। मैकिनले अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति बने, लेकिन राष्ट्रपति के तौर पर उनके दूसरे कार्यकाल के मात्र छह महीने बाद उनकी हत्या हो गई थी।टिप्पणियां
व्हाइट हाउस ने कहा, लेकिन उन्होंने कभी अलास्का में कदम नहीं रखा और उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची और समुद्र के तल से करीब 20,000 फुट ऊंचाई पर स्थित यह चोटी सदियों से डेनाली नाम से जानी जाती है। उसने कहा, 1975 में अलास्का राज्य द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए राष्ट्रपति ओबामा घोषणा कर रहे हैं कि गृह मंत्री सैली जेवेल ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए पर्वत का नाम 'डेनाली' रख दिया है।
सैली ने कहा, अलास्का 1975 से आधिकारिक रूप से इस नाम का इस्तेमाल करता आया है, लेकिन और भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे पीढ़ियों से डेनाली के नाम से ही जाना जाता है।
व्हाइट हाउस ने कहा, लेकिन उन्होंने कभी अलास्का में कदम नहीं रखा और उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची और समुद्र के तल से करीब 20,000 फुट ऊंचाई पर स्थित यह चोटी सदियों से डेनाली नाम से जानी जाती है। उसने कहा, 1975 में अलास्का राज्य द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए राष्ट्रपति ओबामा घोषणा कर रहे हैं कि गृह मंत्री सैली जेवेल ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए पर्वत का नाम 'डेनाली' रख दिया है।
सैली ने कहा, अलास्का 1975 से आधिकारिक रूप से इस नाम का इस्तेमाल करता आया है, लेकिन और भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे पीढ़ियों से डेनाली के नाम से ही जाना जाता है।
सैली ने कहा, अलास्का 1975 से आधिकारिक रूप से इस नाम का इस्तेमाल करता आया है, लेकिन और भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे पीढ़ियों से डेनाली के नाम से ही जाना जाता है।
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केंद्रीय वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने डीजल की कीमतों को नियंत्रण मुक्त करने की वकालत की है, क्योंकि इससे दीर्घ काल में महंगाई नीचे आएगी। बसु ने बृहस्पतिवार शाम बंगाल चैम्बर ऑफ कॉमर्स में आयोजित एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा, "मैं व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि डीजल की कीमतें अधिक देर किए बगैर नियंत्रण मुक्त कर दी जानी चाहिए। लेकिन ऐसा तत्काल किया जाना चाहिए या इसके लिए हमें कोई बेहतर समय चुनना चाहिए, यह एक अलग प्रश्न है।"बसु ने कहा, "जैसे ही आप डीजल कीमतों को नियंत्रण मुक्त करेंगे, आपको थोड़े समय के लिए महंगाई में वृद्धि दिखाई देगी। लेकिन यदि आप डीजल कीमतों को नियंत्रण मुक्त करते हैं तो लम्बी अवधि के लिए महंगाई नीचे जाएगी।"बसु ने आगे कहा, "देश के दीर्घकालिक हित में हमें डीजल कीमतों को नियंत्रण मुक्त कर देना चाहिए। लेकिन चूंकि थोड़े समय के लिए इससे महंगाई बढ़ेगी, लिहाजा हम इसके लिए उस समय का चुनाव कर सकते हैं, जब महंगाई थोड़ी नीचे हो। लोगों के लाभ के लिए डीजल कीमतों को नियंत्रण मुक्त कर दिया जाना चाहिए।" बसु ने कहा कि किरोसिन, खाना पकाने की गैस और उर्वरक प्रत्यक्ष सब्सिडी के दायरे में शामिल होने जा रहे हैं, जैसा कि वित्त वर्ष 2011-12 के बजट में कहा गया है। लोगों को प्रत्यक्ष सब्सिडी मुहैया कराने की प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर बसु ने कहा, "हम किरोसिन की कीमत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करने जा रहे। लाभ उन लोगों को दिया जाएगा, जो इसके पात्र हैं। यह स्मार्ट कार्ड, कूपन या नकदी कार्ड के रूप में होगा।"
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लेख: चीन में एक हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करने वाली आमिर खान की फिल्म 'दंगल' को एक वरिष्ठ चीनी नेता ने 'महान फिल्म' करार दिया है और इसे ब्रिक्स राष्ट्रों के बीच सहयोग का एक उदाहरण बताया है. उन्होंने कहा कि भारत और उसके मीडिया को फिल्म की उपलब्धियों पर गर्व होना चाहिए.
ब्रिक्स मीडिया फोरम के लिए संपादकों और पत्रकारों के एक समूह के साथ बैठक में कम्युनिस्ट पार्टी के पॉलित ब्यूरो स्थाई समिति के सदस्य लियू युनशान ने कहा कि 'दंगल' हाल ही में चीन में प्रदर्शित सबसे सफल और प्रभावशाली फिल्मों में से एक है.
लियू ने कहा कि भारत और उसके मीडिया को फिल्म की उपलब्धियों पर गर्व होना चाहिए. यह ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग का एक बड़ा उदाहरण है. हमें और मीडिया के लोगों को इस फिल्म को अधिक कवरेज देना चाहिए. चीन में 'लेट्स रेसल, डैड' के नाम से रिलीज हुई 'दंगल' पुरुष प्रधान समाज के एक पिता के बारे में है जो अपनी बेटियों को विश्वस्तरीय पहलवान बनाने के लिए प्रशिक्षण देता है.
आमिर चीन में सबसे लोकप्रिय भारतीय अभिनेताओं में से एक है और चीन की मीडिया फिल्म की अद्भुत सफलता के बारे में काफी लिख रही है. इस फिल्म ने चीन के लोगों पर भी काफी असर किया है, क्योंकि यह भी एक पुरुष-प्रधान समाज है. टिप्पणियां
ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में ब्रिक्स मीडिया फोरम के प्रतिनिधियों से मिलने के दौरान लियू ने कहा कि इस फिल्म ने 1.2 अरब आरएमबी (युआन) से अधिक की कमाई की है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ब्रिक्स मीडिया फोरम के लिए संपादकों और पत्रकारों के एक समूह के साथ बैठक में कम्युनिस्ट पार्टी के पॉलित ब्यूरो स्थाई समिति के सदस्य लियू युनशान ने कहा कि 'दंगल' हाल ही में चीन में प्रदर्शित सबसे सफल और प्रभावशाली फिल्मों में से एक है.
लियू ने कहा कि भारत और उसके मीडिया को फिल्म की उपलब्धियों पर गर्व होना चाहिए. यह ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग का एक बड़ा उदाहरण है. हमें और मीडिया के लोगों को इस फिल्म को अधिक कवरेज देना चाहिए. चीन में 'लेट्स रेसल, डैड' के नाम से रिलीज हुई 'दंगल' पुरुष प्रधान समाज के एक पिता के बारे में है जो अपनी बेटियों को विश्वस्तरीय पहलवान बनाने के लिए प्रशिक्षण देता है.
आमिर चीन में सबसे लोकप्रिय भारतीय अभिनेताओं में से एक है और चीन की मीडिया फिल्म की अद्भुत सफलता के बारे में काफी लिख रही है. इस फिल्म ने चीन के लोगों पर भी काफी असर किया है, क्योंकि यह भी एक पुरुष-प्रधान समाज है. टिप्पणियां
ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में ब्रिक्स मीडिया फोरम के प्रतिनिधियों से मिलने के दौरान लियू ने कहा कि इस फिल्म ने 1.2 अरब आरएमबी (युआन) से अधिक की कमाई की है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लियू ने कहा कि भारत और उसके मीडिया को फिल्म की उपलब्धियों पर गर्व होना चाहिए. यह ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग का एक बड़ा उदाहरण है. हमें और मीडिया के लोगों को इस फिल्म को अधिक कवरेज देना चाहिए. चीन में 'लेट्स रेसल, डैड' के नाम से रिलीज हुई 'दंगल' पुरुष प्रधान समाज के एक पिता के बारे में है जो अपनी बेटियों को विश्वस्तरीय पहलवान बनाने के लिए प्रशिक्षण देता है.
आमिर चीन में सबसे लोकप्रिय भारतीय अभिनेताओं में से एक है और चीन की मीडिया फिल्म की अद्भुत सफलता के बारे में काफी लिख रही है. इस फिल्म ने चीन के लोगों पर भी काफी असर किया है, क्योंकि यह भी एक पुरुष-प्रधान समाज है. टिप्पणियां
ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में ब्रिक्स मीडिया फोरम के प्रतिनिधियों से मिलने के दौरान लियू ने कहा कि इस फिल्म ने 1.2 अरब आरएमबी (युआन) से अधिक की कमाई की है.
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आमिर चीन में सबसे लोकप्रिय भारतीय अभिनेताओं में से एक है और चीन की मीडिया फिल्म की अद्भुत सफलता के बारे में काफी लिख रही है. इस फिल्म ने चीन के लोगों पर भी काफी असर किया है, क्योंकि यह भी एक पुरुष-प्रधान समाज है. टिप्पणियां
ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में ब्रिक्स मीडिया फोरम के प्रतिनिधियों से मिलने के दौरान लियू ने कहा कि इस फिल्म ने 1.2 अरब आरएमबी (युआन) से अधिक की कमाई की है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में ब्रिक्स मीडिया फोरम के प्रतिनिधियों से मिलने के दौरान लियू ने कहा कि इस फिल्म ने 1.2 अरब आरएमबी (युआन) से अधिक की कमाई की है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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छत्तीसगढ़ में लोक गायन की अविच्छिन्न परम्परा विद्यमान है। लोक गायक परम्परागत गाथाओं, और संस्कारिक गीतों नृत्य गीतों एवं पर्वों से जुड़े गीतों का गायन करते हैं। अंचल के अनुसार ही छत्तीसगढ़ के लोक गीत भी अलग-अलग हैं। उस अंचल के प्राचीन रहन-सहन, रीति-रिवाज का परिचय इन लोक गीतों के माध्यम से ही मिलता है। लोक गीतों का सम्बन्ध बहुत कुछ पुरानी चली आ रही परम्पराओं पर ही आधारित होता है। छत्तीसगढ़ में पाये जाने वाले प्रमुख लोक गीत निम्नलिखित हैं :
करमा गीत : यह छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का मुख्य लोकगीत है। करमा नृत्य के साथ गाये जाने वाले गीत को करमा गीत के नाम से जाना जाता है।
गम्मत गीत : यह गीत राज्य में गणेश महोत्सव के समय गाया जाता है। इस गीत में देवी-देवताओं की स्तुति की जाती है।
गौरा गीत : यह महिलाओं द्वारा नवरात्रि के समय माँ दुर्गा की स्तुति में गाया जाने वाला लोक गीत है।
घोटुल पाटा : छत्तीसगढ़ के अनेक आदिवासी क्षेत्रों में मृत्यु गीत गाने की परम्परा है। मृत्यु के अवसर पर मुड़िया आदिवासियों में घोटुल-पाटा के रूप में इसकी अभिव्यक्ति होती है। इसे बुजुर्ग व्यक्ति गाते हैं जो मुख्यतः राजा जोलोंग साय की कथा के साथ प्रकृति के अनेक जटिल रहस्यों के समाधान प्रस्तुत करते हैं।
जंवरा गीत : यह नवरात्रि के समय गाया जाने वाला माता का गीत है।
ढोलकी गीत : ढोलक बजाकर केवल महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले इस लोक गीत में भगवान राम और श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया जाता है।
ढोलामारू : यह मूलतः राजस्थान की लोकगाथा है, परन्तु यह सम्पूर्ण उत्तर भारत में प्रचलित है। मध्य प्रदेश के मालवा, निमाड़ तथा छत्तीसगढ़ के बुंदेलखंड में इसे गाया जाता है। इसमें ढोला और मारू के प्रेम कथा को चमत्कार ग्रामीण यंत्र-तंत्र की रहस्यात मकता के साथ लोक शैली में गाया जाता है। छत्तीसगढ़ में ढोलामारू को प्रेम गीत के रूप में देखा जाता है। छत्तीसगढ़ी ढोलामारू कथा में मारू का वर्णन अधिक होता है। ढोलामारू की प्रेमकथा का त्रिकोणात्मक पहलू कथा को रोमांचकारी बनाता है। कथा में स्थानीय छत्तीसगढ़ी संस्कृति के रंग भी उपस्थित होते हैं। लामाका
ददरिया : यह मूलतः एक प्रेम-गीत है जिसमें शृंगार की प्रधानता होती है। ददरिया दो-दो पंक्ति के स्फुट गीत होते हैं, जो लोक-गीति-काव्य के श्रेष्ठ उदाहरण होते हैं । ददरिया गीत स्त्री और पुरुष मिलकर अथवा अलग-अलग भी गाते हैं। जब स्त्री और पुरुष गाते हैं तब ददरिया सवाल-जबाब के रूप में गाया जाता है। स्त्रियों के दो दल भी संवादात्मक ददरिया गा सकते हैं। ददरिया की लोकधुन इतनी लोकप्रिय और मधुर होती है कि कोई व्यक्ति उसे आसानी से गा सकता है। हर ददरिया को उसकी दूसरी पंक्ति के अंतिम शब्द अथवा स्वर को पकड़कर गाया जाता है, जिसे ‘छोर’ कहते हैं। ददरिया किसी भी समय गाया जा सकता है। महुआ बीनते हुए, धान रोपते हुए, धान काटते हुए, राह में चलते हुए, चक्की पीसते हुए आदि कभी भी किसी समय ददरिया गीत गाए जा सकते हैं। ददरिया गीतों का विषय जीवन की कोई बात हो सकती है जिसमें युवा मन के प्रेम शृंगार की चर्चा हो।
दहकी गीत : यह होली के अवसर पर अश्लीलतापूर्ण परिहास में गाया जाने वाला लोक गीत है।
देवार गीत : राज्य की देवार जाति में गाया जाने वाला यह नृत्य गीत लोक कथाओं पर आधारित होता है।
धनकुल : यह बस्तर क्षेत्र का प्रमुख लोक गीत है।
नगमत गीत : नागपंचमी को गाए जाने वाले इस लोक गीत को गुरु की प्रशंसा के साथ ही नाग-देवता का गुणगान तथा नाग दंश से सुरक्षा की गुहार में गाया जाता है।
पण्डवानी : छत्तीसगढ़ का यह विश्वप्रसिद्ध लोक गीत महाभारत के विभिन्न वीरता प्रसंगों पर आधारित है। गायक तम्बूरा लेकर गाता है तथा साथ ही साथ वह अभिनय भी करता है। गायक के अन्य कलाकार साथी वाद्य यंत्रों की सहायता से सुरताल के संयोजन के साथ मुख्य गायक के साथ गाते भी हैं, और गीत के बीच-बीच में हुंकार भी भरते रहते हैं।
पंथी गीत : यह छत्तीसगढ़ के सतनामी जाति का परम्परागत नृत्य गीत है। गुरु घासीदास के पंथ से पंथी नाच का नामकरण हुआ है। विशेष अवसरों पर सतनामी ‘जैतखाम’ की स्थापना करते हैं और उसके आस-पास गोल घेरे में नाचते-गाते हैं। इसकी शुरुआत देवताओं की स्तुति से होती है। गायन का प्रमुख विषय गुरु घासीदास का चरित्र होता है। पंथी नृत्य में आध्यात्मिक संदेश के साथ मानव जीवन की महत्ता भी होती है। मिलाप
बरूआ गीत : उपनयन संस्कार के समय गाए जाने वाले गीत को बरूआ गीत कहा जाता है। इस गीत के द्वारा बरूआ अपने सगे सम्बन्धियों से भिक्षा की याचना करता है।
बार नृत्य गीत : यह कंवर जनजाति का नृत्य गीत है।
बारहमासी गीत : इस गीत को गाने की शुरुआत प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह में होती है। इस गीत में प्रत्ततुओं का वर्णन एवं उसकी महिमा व्यक्त की जाती है।
बांस गीत : यह मूलतः एक गाथा गायन है जिसमें गायक रागी और वादक होते हैं। इसमें गाथा गायन के साथ मोटे बांस के लगभग एक मीटर लम्बे सजे-धजे बांस नामक वाद्य का प्रयोग होता है। इसी कारण इसे बांस गीत कहा जाता है। इस गीत में गान के बीच में बांस के वाद्य को बजाया जाता है, जिसे फूंकने से भारी भोंभों की आवाज निकलती है, जो संगीत के साथ कथा का माहौल बनाती है। बांस की खुरदरी किन्तु प्रभावी आवाज का अपना ही प्रभाव है। छत्तीसगढ़ में इसे प्रायः राऊत जाति के लोग गाते हैं। इसके माध्यम से करूण गाथा गायी जाती है। बांस गीत की कथाओं में सितबसन्त, मोरध्वज, कर्ण कथा आदि प्रमुख हैं।
बिरहा : यह बुन्देलखंड का प्रतिनिधि नृत्य गायन है। यह नृत्य बघेलखंड की लगभग सभी जातियों में प्रचलित है। इसका कोई निश्चित समय नहीं होता है। किन्तु गोंड एवं बैगा आदिवासियों में बिरहा गाने की प्रथा विवाह एवं दीपावली के अवसर पर देखी जाती है। यह एक शृंगारपरक बिरह गीत है। बिरहा में प्रायः लड़की के विरह का वर्णन होता है। यह प्रश्न पूछने के अंदाज से ऊंची टेर लगाकर गाया जाता है । बिरहा प्रायः पुरुषों द्वारा व कभी-कभी स्त्री-पुरुष दोनों गाते हैं। इस अवस्था में स्त्री-पुरुषों के मध्य सवाल-जबाब होता है, साथ-ही-साथ नृत्य किया जाता है। बारात में बिरहा गाने की होड़ देखी जा सकती है।
बिलमा गीत : यह बैगा जनजाति का मिलन नृत्य गीत है।
बैना गीत : तंत्र-मंत्र के संदर्भ में गाया जाने वाला यह लोकगीत देवी-देवताओं की स्तुति में उन्हें प्रसन्न करने के लिए गाया जाता है।
भड़ौनी गीत : यह विवाह के समय हंसी-मजाक करने के लिए गाया जाने वाला लोक गीत है।
भरथरी गीत : भरथरी एक लोकगाथा है। इसमें राजा भरथरी और रानी पिंगला की कथा का गायन होता है। भरथरी के शतक और उनकी कथा ने लोक में पहुंचकर एक नई ऊर्जा और जीवंतता प्राप्त की है। छत्तीसगढ़ में भरथरी गायन की परम्परा बहुत पुरानी है, जो एक लोक गायन शैली के रूप में प्रतिष्ठित है। भरथरी गायन प्रायः नाथपंथी गायक करते हैं। सारंगी या इकतारे पर भरथरी गाते हुए योगियों को अक्सर देखा जाता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में भरथरी गायन के इस रूप के अलावा महिला कण्ठों के माध्यम से इसने काव्यात्मक और संगीतिक धरातल पर एक नया रूप और रंग ग्रहण किया है। श्रीमती सुरूज बाई खांडे भरथरी-गाथा गायन की शीर्ष लोक गायिका है। श्रीमती सुरूज बाई खांडे की गायन-शैली में एक मौलिक स्वर माधुर्य और आकर्षण मौजूद है।
राऊत गीत : छत्तीसगढ़ की राऊत जाति स्वयं को भगवान श्रीकृष्ण का वंशज मानती है । गोवर्धन पूजा के दिन इनका एक नृत्य गीत प्रारंभ होता है जिसे राऊत गीत कहते हैं।
रीना नृत्य गीत : यह गोंड तथा बैगा जनजातियों की महिलाओं द्वारा दीपावली के समय गाया जाने वाला लोक गीत है।
रैला गीत : यह मुरिया जनजाति का प्रमुख लोक गीत है।
लेजा गीत : यह बस्तर के आदिवासी बहुल क्षेत्र का प्रमुख लोक गीत है।
लोरिक चंदा : यह उत्तर भारत की लोकप्रिय प्रेम लोकगाथा है। इसमें लोरिक और चंदा के प्रसंग को क्षेत्रीय विशिष्टता के साथ गाया जाता है। इसे छत्तीसगढ़ में चंदैनी गायन कहा जाता है। लोरिक की शैली भी मूलतः गाथात्मक है। लोरिक चंदा छत्तीसगढ़ में नृत्य गीत के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। यह नृत्य गीत रात भर चलता है। बीच-बीच में विदूषक जलती मशाल के साथ अपनी प्रस्तुति देते हैं। चंदैनी नृत्य में टिमकी तथा ढोलक की संगत की जाती है।
सुआ गीत : यह गीत स्त्रियों के विरह को व्यक्त करता हुआ-सा प्रतीत होता है। इस गीत की प्रत्येक पंक्ति में स्त्रियां सुअना को सम्बोधित करते हुए अपनी आंतरिक वेदना को व्यक्त करती है।
सोहर : जन्म संस्कार विषयक गीत को सोहर गीत कहा जाता है। यह गीत जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर गाया जाता है।
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
भरथरी
रेला
सुआ गीत
गऊरा गऊरी गीत
जस गीत
भोजली
पंडवानी
ददरिया
बिहाव गीत
बाँस गीत
देवार गीत
होली-गीत
छत्तीसगढ़
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झारखंड (Jharkhand) में विधानसभा चुनाव का बिगुल आज बजेगा. चुनाव आयोग आज झारखंड विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने जा रहा है. इसके लिए शाम को 4:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. आपको बता दें कि, झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को पूरा हो रहा है, उससे पहले नई सरकार का गठन किया जाएगा. आपको बता दें कि झारखंड में पिछली बार पांच चरणों में चुनाव हुए थे. 81 सदस्यों की विधानसभा में बीजेपी आजसू गठबंधन ने 42 सीटें जीती थीं. बीजेपी ने 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 37 सीटें जीती थीं. जबकि उसके सहयोगी आजसू ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ा था और पांच सीटें जीती थीं.
झारखंड में पिछली बार कई बड़े नेता चुनाव हार गए थे. इसमें सीएम उम्मीदवार अर्जुन मुंडा, तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम मधु कोड़ा, आजसू अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो शामिल थे. चुनाव बाद झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के छह विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. बता दें कि पहले इस बात की संभावना थी कि आयोग झारखंड के साथ दिल्ली विधानसभा के चुनाव का कार्यक्रम भी घोषित करेगा, लेकिन आयोग ने सिर्फ झारखंड का चुनाव कार्यक्रम ही घोषित करने की जानकारी दी है. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 22 फरवरी को पूरा होगा.
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इस समय जबकि मॉनसून का जादू लोगों के सर चढ़कर बोलना चाहिए था, दिल्ली ही नहीं उत्तर भारत के अधिकांश इलाके सूखे मौसम से जूझ रहे हैं. पाकिस्तान और राजस्थान के रेगिस्तान से आ रही सूखी हवा में हलक भी सूख रहे हैं. लेकिन जुलाई का पहला हफ्ता भी कुछ अच्छी खबरें लेकर नहीं आया है. मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काइमेट के मुताबिक, यह सप्ताह भी उत्तर भारत के लिए अच्छी बारिश लेकर नहीं आ रहा है. स्काईमेट का अनुमान है कि मध्य भारत में झमाझम बारिश होगी और दक्षिण और पूर्वी भारत में मौसम का हाल मिलाजुला रहने वाला है.
एजेंसी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हफ्ते की शुरुआत में हल्की बारिश के बाद मौसम फिर से सूखा हो जाएगा और उसके बाद 4 जुलाई से बारिश फिर शुरू होगी और 5 जुलाई से हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में कई जगहों पर मध्यम और 12 स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की जाएगी. धीरे-धीरे बारिश इन जगहों पर और जोर पकड़ेगी. एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि 6 और 7 जुलाई को जम्मू-कश्मीर में कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी.
लेकिन स्काइमेट का अनुमान है कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस हफ्ते के मध्य तक मौसम पूरी तरह शुष्क और काफी गर्म बना रहेगा. उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों में बुधवार यानी 3 जुलाई से बारिश की गतिविधियां शुरू हो सकती हैं. दिल्ली-एनसीआर में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की जाएगी. 5 जुलाई को पंजाब और हरियाणा में कुछ जगहों पर और दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में एक-दो जगहों पर गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं. इन भागों में 7 जुलाई तक यह मौसम जारी रहेगा.
स्काइमेट के अनुसार, मध्य भारत में कोंकण गोवा, विदर्भ और मराठवाड़ा में मध्यम से भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी अच्छी वर्षा होने के आसार हैं. दक्षिण पूर्वी राजस्थान, विदर्भ और मराठवाड़ा में 2 जुलाई को हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा देखने को मिल सकती है. मध्य प्रदेश में 4 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है.
एजेंसी का पूर्वानुमान है कि भारत के पूर्वी इलाकों में मूसलाधार बरसात के आसार बन रहे हैं. इस पूरे सप्ताह पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश होगी. ओड़ीशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ भागों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है.
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 3 जुलाई को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है, जबकि झारखंड और पश्चिम बंगाल में अच्छी वर्षा के आसार हैं. 4 जुलाई को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा. 5 जुलाई से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल में बारिश बढ़ने की संभावना है.
तटीय कर्नाटक में एक और दो जुलाई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. इसी दौरान केरल में हल्की से मध्यम जबकि तेलंगाना में अच्छी बारिश होने की संभावना है.
इस पूर्वानुमान से फिलहाल यही संकेत मिल रहे हैं कि दिल्ली एनसीआर और इसके आसपास के इलाकों के साथ ही तकरीबन पूरा उत्तर भारत अभी गरमी से बेहाल ही रहने वाला है. मॉनसूनी गतिविधियां इस हफ्ते के बाद ही सक्रिय होंगी.
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होंठों को नर्म और मुलायम बनाए रखने के लिए हम इन पर लिप बाम लगाना शुरू कर देते हैं. पर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि होंठों की खूबसूरती बढ़ाने वाले लिप बाम दरअसल, होंठों को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं.
बार-बार लिप बाम लगाने से
होंठ
और भी खराब हो जाते हैं. लिप बाम में जिन केमिकल फ्रेग्नेंस का इस्तेमाल किया जाता है दरअसल, उससे भी होंठों को नुकसान पहुंचता है.
लिप बाम यदि मेंथॉल युक्त है तो उससे और भी अधिक नुकसान होगा. नियमित रूप से लिप बाम लगाने वाले लोगों में
होंठ फटने की समस्या
और अधिक हाेती पाई गई है.
एक अध्ययन में यह बात भी कही गई है कि लिप बाम में हालांकि एडिक्शन वाला कोई तत्व नहीं होता, पर इसे बार-बार लगाने से इसकी आदत जरूर पड़ जाती है.
कई मामलों में लिप बाम से एलर्जी होता भी देखा गया है. दरअसल, खुशबू के लिए लिप बाम में जो केमिकल इस्तेमाल किए जाते हैं, उसकी वजह से
होंठों
पर एलर्जी हो सकती है.
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हैदराबाद टेस्ट मैच के चौथे दिन 459 रन के पहाड़ से लक्ष्य के आगे अपनी दूसरी पारी में उतरी बांग्लादेश को जल्दी ही पहला झटका लगा. लेकिन ऐसा नहीं कि गेंदबाज ने सीधे-सीधे यह विकेट हासिल कर लिया, बल्कि इसके पीछे कप्तान कोहली का दिमाग था. जो ऐन मौके पर क्लिक कर गया.
दरअसल, अश्विन पारी का छठा ओवर फेंक रहे थे. ओवर की दूसरी गेंद तमीम इकबाल के फ्रंट पैड पर आई. इसके बाद गेंद गली पोजिशन पर कोहली के पास उछली, जिसे उन्होंने लपक लिया. सभी फील्डर्स ने एलबीडब्ल्यू की अपील की. लेकिन कोहली ने कैच की अपील की, जिसे अंपायर ने अपना सिर हिला कर खारिज कर दी.
लेकिन को कोहली को पता था कि गेंद बल्ले को छूती हुई उनके पास पहुंची थी. फिर क्या था विराट ने विकेटकीपर साहा से बात की और रिव्यू ले लिया. रिप्ले में साफ दिखा कि वह गेंद पैड पर आने के बाद बल्ले का किनारा लेते हुए विराट के पास पहुंची थी, जिसे उन्होंने कैच कर लिया था. इसके बाद अंपायर जोएल विल्सन ने उंगली उठा दी और तमीम ने पैवेलयन की राह पकड़ ली.
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अभिनेता आदित्य रॉय कपूर की फिल्म 'फितूर' इस हफ्ते रिलीज हुई है और इस फिल्म से जुड़े कई सवालों को हमने आदित्य रॉय कपूर से पूछे. आपके लिए पेश है इंटरव्यू की एक झलक.
फिल्म 'फितूर' को लेकर क्या चल रहा है मन में?
बहुत ही उत्साहित हूं, मेरी लास्ट फिल्म 'दावत ए इश्क ' 2014 में आई थी, तो अभी एक साल से भी ज्यादा का वक्त हो गया है, इसीलिए और भी ज्यादा इंतजार है. सबने बहुत मेहनत की हैं. इस फिल्म से काफी उम्मीद है.
स्टूडेंट लाइफ में कोई फितूर हुआ करता था?
बहुत सारे फितूर थे,
एक वक्त पर कराटे चैंपियन बनता था, फिर क्रिकेटर बनना था. मेरे माता-पिता चाहते थे की मैं पढ़ाई करूं, लेकिन वो बिल्कुल नहीं कर पाया. कॉलेज में एक बैंड में भी गिटार बजाता था, फिर रिलेशनशिप में भी आया, तो बहुत सारे फितूर हुआ करते थे.
अगर आप 'फितूर' को एक शब्द में डिफाइन करना चाहें ?
'फितूर' का मतलब है, किसी चीज के लिए आप का कितना जूनून है.
आप असल जिंदगी में गिटार भी बजा लेते हैं, तो क्या फिल्म में आपको ऐसा करते हुए देखा जा सकता था?
नहीं, फिल्म में ऐसा नहीं है.
मेरे किरदार में अगर गिटार होता तो 'आशिकी 2' जैसा दिखाई देता
. मैं फिल्म में 'रुबाब' प्ले कर रहा हूं जो एक सीक्वेंस में दिखाई देगा.
फिल्म की टैग लाइन है 'ये इश्क नहीं आसान', हाल फिलहाल आप रिलेशनशिप में हैं ?
नहीं मैं 'सिंगल' हूं.
अगली फिल्म कौन सी है ?
मैं साउथ की फिल्म 'ओके कनमनी' की हिंदी रीमेक कर रहा हूं. फिल्म में श्रद्धा कपूर मेरे साथ हैं. शायद अली डायरेक्ट कर रहे हैं.
आपने एक वक्त पर 'लंदन ड्रीम्स' जैसी फिल्मों में छोटे-छोटे रोल भी किए थे?
जी, जब मैंने लंदन ड्रीम्स किया था तो मुझे पता ही नहीं था कि मुझे फिल्मों में आना है या नहीं. उस दौर में वीजे था, गिटार भी प्ले करता था.
मैं फिल्मों का बिल्कुल भी दीवाना नहीं था, फिर एक्टिंग करते-करते फिल्मों
से प्यार हो गया और जब मैंने 'गुजारिश' खत्म की तब तक पता चल गया था की मुझे एक्टिंग ही करनी है. मुझे शुरुआत की फिल्मों के साथ बहुत कुछ सीखने को मिला.
आपको भाग्य' में भरोसा है ?
यह भी एक जरूरी चीज है. भाग्य अच्छा रोल निभाता है लेकिन काम करना भी बहुत जरूरी है.
ईश्वर में कितना यकीन है?
मेरी ईश्वर में आस्था है और मुझे गायत्री मंत्र याद है जो मैं अक्सर 3 बार मन में बोल दिया करता हूं.
ट्विटर पर ना रहने का नुकसान भी है ?
मैं कभी भी सोशल मीडिया में रहा नहीं हूं. मैं टेक सेवी नहीं हूं. मेरी आदत है कि अगर मैं शूटिंग नहीं कर रहा हूं तो सबसे डिसकनेक्ट रहता हूं. मैं अपनी दुनिया में रहता हूं.
पहले रेखा जी इस फिल्म में थी और बाद में तब्बू जी आईं, कोई फर्क पड़ा?
रेखा जी के साथ मैं 2-3 दिन शूट किया था, अच्छा अनुभव रहा. उन्हें एक्टिंग करते हुए देखता था, उनके साथ काम करने के बाद मैं एक बेहतर एक्टर बन गया. उनके फिल्म में ना रहने के पीछे का कारण मुझे नहीं पता. फिर जब तब्बू जी आईं, तो हम लकी थे की तब्बू ने कम समय के भीतर ही इस किरदार को हां कह दिया. मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं की मैंने इन दोनों अभिनेत्रियों के साथ काम किया.
किसी की बायोपिक करना चाहेंगे ?
अगर क्रिकेट पर कुछ बने तो मैं जरूर करना चाहूंगा, वसीम अकरम पर अगर कोई फिल्म बने तो निभाना चाहूंगा.
आपके करियर में 'आशिकी 2' का क्या महत्व है ?
इस
फिल्म ने मेरे करियर को बदल दिया, मैं उसकी वजह से कॉंफिडेंट
भी हुआ और खुद के दम पर और भी फिल्में करने की सोच जगी. मेरी जिंदगी की बहुत ही इम्पोर्टेन्ट फिल्म है .
आपका नाम एक्ट्रेसेस से जोड़ा जाता है ?
मैं न्यूज ज्यादा नहीं पढता हूं. मेरे लिंक अप भी बहुत सारे नहीं आते, लोग इसके बारे में लिखेंगे ही. मैं इतना सोचता ही नहीं.
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पिछला महीना सलमान के घर में काफी टेंशन वाला रहा. नशे में कार चलाने, फुटपाथ पर सो रहे 1 आदमी को कुचलने और 4 को घायल करने के लिए सलमान को दोषी पाया गया. हांलांकि उनका परिवार उनके साथ एक मजबूत चट्टान की तरह खड़ा रहा. लेकिन उनके परिवार को क्या-क्या सहन पड़ा इस बारे में हाल ही में उनके पिता सलीम खान ने अपनी प्रतिक्रिया जताई है.
सलीम बताते हैं, 'मैंने अपने सभी बच्चों को अक्लमंद से ज्यादा संवेदनशील बनाने पर जोर दिया. मैंने कई अक्लमंद लोगों को अपनी जिंदगी बिगाड़ते देखा है.' सलमान खान के बारे में पूंछने पर सलीम बोले कि
सलमान अपने स्कूल के समय से ही दयावान थे
. एक दिन स्कूल के प्रिंसिपल ने बच्चों से किसी एक-एक ऐसे बच्चे को अपने साथ लंच के लिए घर ले जाने को कहा जिसे माता पिता काम की वजह से काफी समय से घर से बाहर रहते हों. ऐसे में सलमान रोज 12 बच्चों को घर लाते थे. हर दिन लंच के समय उनके घर हंगामा होता था. कई बार सलमान के घर के बाहर होने वाले एक्सीडेंट में घायल लोगों को भी वो अस्पताल ले जाते थे.
'हिट एंड रन'
केस की सुनवाई की अगली तारीख पास है. सलीम भी काफी परेशान हैं. जो 18 दिन सलमान ने जेल में बिताए, उन्हें याद कर सलीम इमोशनल हो जाते हैं. सलीम बताते हैं कि उस दौरान घर में उनका खाना खाने या एसी ऑन करने का भी मन नहीं होता था. सलीम इस बात से काफी उदास हैं कि आखिरकार इस केस को
'हिट एंड रन'
का नाम क्यों दिया जाता है? सलमान हादसे के बाद भागे नहीं, कहीं गायब नहीं हुए, देश छोड़कर नहीं गए. तो आखिर यह 'हिट एंड रन' कैसे हुआ?
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यह एक लेख है: साइना नेहवाल, बी साई प्रणीत, किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा की दूसरे दौर में शिकस्त के साथ यहां ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई।
प्रणीत, श्रीकांत और समीर के पुरुष एकल में हारने के बाद दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी साइना भारत की एकमात्र उम्मीद थी, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना को चीनी ताइपे की ताई जू यिंग ने महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में 21-15, 21-16 से हराकर भारतीय चुनौती समाप्त की।
दो बार के ओलंपिक रजत पदक विजेता और दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई को पहले दौर में हराने वाले प्रणीत को दूसरे दौर में तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन विटिन्गस के खिलाफ पहले गेम जीतने के बावजूद 21-12 11-21 16-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
वहीं भारत के सबसे बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी श्रीकांत को भी जापान के चौथे वरीय केंतो मोमोता के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 10-21 13-21 से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा क्वालीफायर समीर को भी कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन के आठवें वरीय तियान हाउवेई के खिलाफ 21-10 12-21 19-21 से शिकस्त मिली। टिप्पणियां
इससे पहले पीवी सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में शिकस्त का सामना करना पड़ा था, जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी भी पहले दौर में हार गई थी। मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी भी पहले दौर की बाधा को पार करने में विफल रही।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
प्रणीत, श्रीकांत और समीर के पुरुष एकल में हारने के बाद दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी साइना भारत की एकमात्र उम्मीद थी, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना को चीनी ताइपे की ताई जू यिंग ने महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में 21-15, 21-16 से हराकर भारतीय चुनौती समाप्त की।
दो बार के ओलंपिक रजत पदक विजेता और दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई को पहले दौर में हराने वाले प्रणीत को दूसरे दौर में तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन विटिन्गस के खिलाफ पहले गेम जीतने के बावजूद 21-12 11-21 16-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
वहीं भारत के सबसे बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी श्रीकांत को भी जापान के चौथे वरीय केंतो मोमोता के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 10-21 13-21 से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा क्वालीफायर समीर को भी कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन के आठवें वरीय तियान हाउवेई के खिलाफ 21-10 12-21 19-21 से शिकस्त मिली। टिप्पणियां
इससे पहले पीवी सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में शिकस्त का सामना करना पड़ा था, जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी भी पहले दौर में हार गई थी। मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी भी पहले दौर की बाधा को पार करने में विफल रही।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
दो बार के ओलंपिक रजत पदक विजेता और दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई को पहले दौर में हराने वाले प्रणीत को दूसरे दौर में तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन विटिन्गस के खिलाफ पहले गेम जीतने के बावजूद 21-12 11-21 16-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
वहीं भारत के सबसे बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी श्रीकांत को भी जापान के चौथे वरीय केंतो मोमोता के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 10-21 13-21 से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा क्वालीफायर समीर को भी कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन के आठवें वरीय तियान हाउवेई के खिलाफ 21-10 12-21 19-21 से शिकस्त मिली। टिप्पणियां
इससे पहले पीवी सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में शिकस्त का सामना करना पड़ा था, जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी भी पहले दौर में हार गई थी। मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी भी पहले दौर की बाधा को पार करने में विफल रही।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
वहीं भारत के सबसे बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी श्रीकांत को भी जापान के चौथे वरीय केंतो मोमोता के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 10-21 13-21 से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा क्वालीफायर समीर को भी कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन के आठवें वरीय तियान हाउवेई के खिलाफ 21-10 12-21 19-21 से शिकस्त मिली। टिप्पणियां
इससे पहले पीवी सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में शिकस्त का सामना करना पड़ा था, जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी भी पहले दौर में हार गई थी। मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी भी पहले दौर की बाधा को पार करने में विफल रही।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
इससे पहले पीवी सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में शिकस्त का सामना करना पड़ा था, जबकि ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी भी पहले दौर में हार गई थी। मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी भी पहले दौर की बाधा को पार करने में विफल रही।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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लोकसभा में लाए गए 124वें संविधान संशोधन पर चर्चा के दौरान ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सामान्य श्रेणी को आरक्षण की व्यवस्था का विरोध किया. उन्होंने मोदी सरकार के इस कदम को संविधान के साथ खिलवाड़ करार देते हुए संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर का अपमान बताया.
ओवैसी ने सवर्णों को आरक्षण का विरोध करते हुए बिंदुवार तरीके से अपने तर्क पेश किए. उन्होंने कहा, 'मैं इस बिल का विरोध करता हूं क्योंकि यह बिल संविधान के साथ खिलवाड़ करने वाला है और अंबेडकर का अपमान करता है.' उन्होंने कहा आर्थिक आधार पर जो यह बिल लाया गया है, वह संविधान की आत्मा के खिलाफ है.
सवर्ण जातियों को आरक्षण की मुखालफत करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों के लिए बनाई गई सच्चर कमेटी की रिपोर्ट का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सवर्ण जातियों के आर्थिक पिछड़ेपन का कोई आंकड़ा मौजूद नहीं है, बावजूद इसके उन्हें आरक्षण दिया जा रहा है. जबकि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट साफ तौर पर कहती है कि देश के मुसलमानों की हालत कितनी बदतर है, लेकिन उस दिशा में कुछ नहीं किया जाता है. ओवैसी ने इस बिल को समानता के खिलाफ भी बताया.
अपने बयान के आखिरी हिस्से में ओवैसी ने बताया कि यह आरक्षण व्यवस्था संविधान के अनुच्छेद 15 व 16 के भी खिलाफ है, जिसमें आर्थिक आधार की कोई गुंजाइश नहीं है. ओवैसी ने यह तर्क देते हुए कहा कि कोर्ट में यह बिल टिक नहीं पाएगी और सरकार इसे पास नहीं करा सकती है.
आरक्षण विरोधियों को आरक्षण देने से मजबूत होगा आरक्षण: रामविलास पासवान
क्या फेल हो गईं मोदी सरकार की गरीबी हटाओ योजनाएं जो गरीबों के लिए लाना पड़ा आरक्षण: थंबीदुरई
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प्रायिकता ज्ञात करने के लिए प्रयोग किया जाने वाला बेय का सिद्धांत P(A | B) and P(B | A) का मान ज्ञात करता है| यह महान गणितज्ञ थोमस बेय के नाम पर है|
यह सिद्धांत P(A), P(B), P(A | B) और P(B | A) के बीच में सम्बन्ध दर्शाता है जहाँ:
P(A) = A के होने की प्रायिकता
P(B) = B के होने की प्रायिकता
P(A | B) = B के पहले ही हो जाने के पश्चात B के होने की प्रायिकता
P(B | A) = A के पहले ही हो जाने के पश्चात A के होने की प्रायिकता
इस से सम्बंधित सूत्र इस प्रकार है:
P(A) x P(B | A) = P(B) x P(A | B)
गणित
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अमीन 1946 में एक सहायक रसोईये के रूप में ब्रिटिश औपनिवेशिक सेना की किंग्स अफ्रीकन राइफल्स में शामिल हुआ। उसने दावा किया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उसे सेना में भर्ती होने के लिए मजबूर किया गया था तथा यह कि वह बर्मा अभियान में शामिल था, किन्तु दस्तावेज़ों से पता चलता है कि सूची में उसका नाम युद्ध के समाप्त होने के पश्चात् लिखा गया था। 1947 में उसे पैदल सेना में एक निजी सैनिक के रूप में केन्या भेजा गया था और उसने 1949 तक गिलगिल, केन्या में 21वीं केएआर (KAR) इन्फैन्ट्री बटालियन के लिए काम किया। उस वर्ष, सोमाली शिफ्टा विद्रोहियों से लड़ने के लिए उसकी टुकड़ी को सोमालिया में तैनात किया गया। 1952 में उसकी ब्रिगेड को केन्या में मऊ मऊ विद्रोहियों के खिलाफ तैनात किया गया था। उसी वर्ष उसे कॉर्पोरेल तथा इसके बाद 1953 में सार्जेंट के रूप में पदोन्नत किया गया।1959 में अमीन को इफेन्डी (वारंट अधिकारी) बनाया गया, जो कि उस समय औपनिवेशिक ब्रिटिश सेना में किसी अश्वेत अफ़्रीकी के लिए सबसे बड़ा ओहदा था। उसी वर्ष अमीन युगांडा लौटा और 1961 में उसे लेफ्टिनेंट के पद पर पदोन्नत किया गया जिससे वह युगांडा के कमीशन प्राप्त करने वाले पहले दो अधिकारियों में से एक बन गया। उसके बाद उसे युगांडा के कार्मोजोंग तथा केन्या के टरकाना खानाबदोशों के बीच पशुओं के कारण होने वाले झगड़ों को कुचलने के लिए नियुक्त किया गया। 1962 में ग्रेट ब्रिटेन से युगांडा को आजादी मिलने के बाद, अमीन को कैप्टन तथा फिर 1963 में मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया। अगले वर्ष, उसे सेना के उप कमांडर पद पर नियुक्त किया गया।ब्रिटिश और युगांडा की दोनों सेनाओं में अपने कार्यकाल के दौरान अमीन एक सक्रिय एथलीट था। 193 सेमी (6 फीट 4 इंच) की लंबाई और शक्तिशाली शरीर की वजह से 1951 से 1960 तक युगांडा का लाइट हैवीवेट बॉक्सिंग चैम्पियन होने के साथ-साथ वह तैराक भी था। ईदी अमीन एक खतरनाक रग्बी फॉरवर्ड भी था, हालांकि एक अधिकारी ने उसके बारे में कहा था कि: "ईदी अमीन एक शानदार और अच्छा खिलाड़ी (रग्बी का), लेकिन उसे सिखाना कठिन है और एक अक्षर का शब्द भी उसे विस्तार से समझाना पड़ता है। 1950 के दशक में, वह आरएफसी नील के लिए खेला। एक लगातार सुनाई जाने वाली शहरी किंवदंती यह है कि 1955 में ब्रिटिश लायंस के विरुद्ध मैच के दौरान उसे पूर्वी अफ्रीका की टीम में स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में चुना गया था। यह कहानी पूरी तरह से निराधार है, वह टीम की तस्वीर या आधिकारिक टीम सूची में कहीं नहीं है और इस स्पर्धा के 13 वर्षों बाद तक भी अंतर्राष्ट्रीय रग्बी में स्थापन्न खिलाडियों को शामिल करने की अनुमति नहीं थी.
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पिछले कुछ सालों से चीन और अमेरिका में कई मुद्दों को लेकर मतभेद रहे. आर्थिक मुद्दों से लेकर सामरिक मुद्दों पर दोनों देशों के मतभेद सार्वजनिक हो गए हैं. अब मीडिया में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन सरकर ने वर्ष 2010 के अंत से चीन में सीआईए के जासूसी अभियानों को ‘‘व्यवस्थागत ढंग से निष्क्रिय’’ किया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि चीन ने 2011 और 2012 में सीआईए के कम से कम एक दर्जन सूत्रों को या तो मार डाला या फिर बंदी बना लिया.
द न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिका के 10 मौजूदा और पूर्व अधिकारियों के हवाले से कहा है कि खुफिया जानकारी से जुड़ा यह मामला पिछले कुछ दशकों में किया गया सबसे गंभीर मामला है. उन्होंने यह बात पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताई.टिप्पणियां
रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी खुफिया एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस नुकसान की भरपाई की कोशिश में जुट गईं लेकिन इस मुद्दे पर वे बंटी नजर आईं. कुछ जांचकर्ताओं का मानना है कि सीआईए के भीतर ही कोई भेदिया छिपा है जबकि अन्य का मानना है कि चीनी लोगों ने उस प्रणाली को हैक कर लिया, जिससे सीआईए अपने विदेशी सूत्रों से बात किया करती थी. हालांकि यह बहस अब भी सुलझ नहीं सकी है.
अखबार को कोई टिप्पणी देने से इनकार करने वाली सीआईए ने कल एजेंसी को भी कोई टिप्पणी देने से इनकार कर दिया. द टाइम्स ने अमेरिका के दो वरिष्ठ पूर्व अधिकारियों के हवाले से कहा कि दो साल की अवधि में चीन में सीआईए के 20 सूत्रों को या तो मार डाला गया या बंदी बना लिया गया.
द न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिका के 10 मौजूदा और पूर्व अधिकारियों के हवाले से कहा है कि खुफिया जानकारी से जुड़ा यह मामला पिछले कुछ दशकों में किया गया सबसे गंभीर मामला है. उन्होंने यह बात पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताई.टिप्पणियां
रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी खुफिया एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस नुकसान की भरपाई की कोशिश में जुट गईं लेकिन इस मुद्दे पर वे बंटी नजर आईं. कुछ जांचकर्ताओं का मानना है कि सीआईए के भीतर ही कोई भेदिया छिपा है जबकि अन्य का मानना है कि चीनी लोगों ने उस प्रणाली को हैक कर लिया, जिससे सीआईए अपने विदेशी सूत्रों से बात किया करती थी. हालांकि यह बहस अब भी सुलझ नहीं सकी है.
अखबार को कोई टिप्पणी देने से इनकार करने वाली सीआईए ने कल एजेंसी को भी कोई टिप्पणी देने से इनकार कर दिया. द टाइम्स ने अमेरिका के दो वरिष्ठ पूर्व अधिकारियों के हवाले से कहा कि दो साल की अवधि में चीन में सीआईए के 20 सूत्रों को या तो मार डाला गया या बंदी बना लिया गया.
रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिकी खुफिया एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस नुकसान की भरपाई की कोशिश में जुट गईं लेकिन इस मुद्दे पर वे बंटी नजर आईं. कुछ जांचकर्ताओं का मानना है कि सीआईए के भीतर ही कोई भेदिया छिपा है जबकि अन्य का मानना है कि चीनी लोगों ने उस प्रणाली को हैक कर लिया, जिससे सीआईए अपने विदेशी सूत्रों से बात किया करती थी. हालांकि यह बहस अब भी सुलझ नहीं सकी है.
अखबार को कोई टिप्पणी देने से इनकार करने वाली सीआईए ने कल एजेंसी को भी कोई टिप्पणी देने से इनकार कर दिया. द टाइम्स ने अमेरिका के दो वरिष्ठ पूर्व अधिकारियों के हवाले से कहा कि दो साल की अवधि में चीन में सीआईए के 20 सूत्रों को या तो मार डाला गया या बंदी बना लिया गया.
अखबार को कोई टिप्पणी देने से इनकार करने वाली सीआईए ने कल एजेंसी को भी कोई टिप्पणी देने से इनकार कर दिया. द टाइम्स ने अमेरिका के दो वरिष्ठ पूर्व अधिकारियों के हवाले से कहा कि दो साल की अवधि में चीन में सीआईए के 20 सूत्रों को या तो मार डाला गया या बंदी बना लिया गया.
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यह लेख है: भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश दौरे के बाद राष्ट्रीय टीम के साथ उनका भविष्य इस सीरीज के खत्म होने पर बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों के साथ होने वाली उनकी बातचीत पर निर्भर करेगा।
राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के साथ भविष्य के बारे में पूछने पर शास्त्री ने 'ईएसपीएन क्रिकइंफो' से कहा, 'हां, इसे लेकर कोई सवाल नहीं है- बांग्लादेश दौरा मेरी जिम्मेदारी है। और इसके बाद हमें बैठकर बात करनी होगी। मैं अभी आगे के बारे में नहीं सोच रहा। मैं सिर्फ बांग्लादेश के बारे में सोच रहा हूं।' पूर्व भारतीय कप्तान और 80 टेस्ट और 150 वनडे मैच खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर शास्त्री को इस बात की खुशी है कि कप्तान विराट कोहली को उन पर काफी विश्वास है।
शास्त्री ने कहा, 'विराट ने कहा वह सुनकर अच्छा लगा, लेकिन मैं पूरे कोचिंग स्टाफ की तारीफ करूंगा। हमारे कोचिंग स्टाफ में अनुभवी लोग हैं। विराट की बात करें तो वह स्पष्टवादी है और सीधी बात करता है। आपको जो दिख रहा है वही उसके साथ मिलेगा। टीम के अंदर भी इस तरह की मानसिकता फैल रही है। यह ईमानदार समूह है।' टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा कि वह उन लोगों को तवज्जो नहीं देते जो उन्हें पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन का करीबी मानते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं बीसीसीआई के साथ पिछले 35 साल से हूं। अपने प्रसारण करियर सहित इस समय के दौरान मैंने शायद 10, 12 या 13 बोर्ड अध्यक्ष के साथ काम किया। मैं आपको एक चीज बात दूं, मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसका अपना दिमाग है। और मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं। और मैं क्रिकेट के लिए जीता हूं।' शास्त्री ने नव-नियुक्त क्रिकेट सलाहकार पैनल की भी तारीफ की, लेकिन जब पूछा गया कि क्या उनका काम कोचिंग प्रणाली में हस्तक्षेप करेगा तो उन्होंने सतर्क जवाब दिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनका मुख्य काम यह है कि भारतीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट को सर्वश्रेष्ठ तरीके से आगे बढ़ने पर सलाह दें। अगर मैं इस पैनल का हिस्सा होता, मेरा काम यह सुझाव देना होता कि बीसीसीआई क्रिकेट और सभी स्तर पर भारतीय क्रिकेट टीमें- ए-टीम, अंडर-19 कैसे आगे बढ़े।'
राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के साथ भविष्य के बारे में पूछने पर शास्त्री ने 'ईएसपीएन क्रिकइंफो' से कहा, 'हां, इसे लेकर कोई सवाल नहीं है- बांग्लादेश दौरा मेरी जिम्मेदारी है। और इसके बाद हमें बैठकर बात करनी होगी। मैं अभी आगे के बारे में नहीं सोच रहा। मैं सिर्फ बांग्लादेश के बारे में सोच रहा हूं।' पूर्व भारतीय कप्तान और 80 टेस्ट और 150 वनडे मैच खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर शास्त्री को इस बात की खुशी है कि कप्तान विराट कोहली को उन पर काफी विश्वास है।
शास्त्री ने कहा, 'विराट ने कहा वह सुनकर अच्छा लगा, लेकिन मैं पूरे कोचिंग स्टाफ की तारीफ करूंगा। हमारे कोचिंग स्टाफ में अनुभवी लोग हैं। विराट की बात करें तो वह स्पष्टवादी है और सीधी बात करता है। आपको जो दिख रहा है वही उसके साथ मिलेगा। टीम के अंदर भी इस तरह की मानसिकता फैल रही है। यह ईमानदार समूह है।' टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा कि वह उन लोगों को तवज्जो नहीं देते जो उन्हें पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन का करीबी मानते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं बीसीसीआई के साथ पिछले 35 साल से हूं। अपने प्रसारण करियर सहित इस समय के दौरान मैंने शायद 10, 12 या 13 बोर्ड अध्यक्ष के साथ काम किया। मैं आपको एक चीज बात दूं, मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसका अपना दिमाग है। और मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं। और मैं क्रिकेट के लिए जीता हूं।' शास्त्री ने नव-नियुक्त क्रिकेट सलाहकार पैनल की भी तारीफ की, लेकिन जब पूछा गया कि क्या उनका काम कोचिंग प्रणाली में हस्तक्षेप करेगा तो उन्होंने सतर्क जवाब दिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनका मुख्य काम यह है कि भारतीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट को सर्वश्रेष्ठ तरीके से आगे बढ़ने पर सलाह दें। अगर मैं इस पैनल का हिस्सा होता, मेरा काम यह सुझाव देना होता कि बीसीसीआई क्रिकेट और सभी स्तर पर भारतीय क्रिकेट टीमें- ए-टीम, अंडर-19 कैसे आगे बढ़े।'
शास्त्री ने कहा, 'विराट ने कहा वह सुनकर अच्छा लगा, लेकिन मैं पूरे कोचिंग स्टाफ की तारीफ करूंगा। हमारे कोचिंग स्टाफ में अनुभवी लोग हैं। विराट की बात करें तो वह स्पष्टवादी है और सीधी बात करता है। आपको जो दिख रहा है वही उसके साथ मिलेगा। टीम के अंदर भी इस तरह की मानसिकता फैल रही है। यह ईमानदार समूह है।' टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा कि वह उन लोगों को तवज्जो नहीं देते जो उन्हें पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन का करीबी मानते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं बीसीसीआई के साथ पिछले 35 साल से हूं। अपने प्रसारण करियर सहित इस समय के दौरान मैंने शायद 10, 12 या 13 बोर्ड अध्यक्ष के साथ काम किया। मैं आपको एक चीज बात दूं, मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसका अपना दिमाग है। और मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं। और मैं क्रिकेट के लिए जीता हूं।' शास्त्री ने नव-नियुक्त क्रिकेट सलाहकार पैनल की भी तारीफ की, लेकिन जब पूछा गया कि क्या उनका काम कोचिंग प्रणाली में हस्तक्षेप करेगा तो उन्होंने सतर्क जवाब दिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनका मुख्य काम यह है कि भारतीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट को सर्वश्रेष्ठ तरीके से आगे बढ़ने पर सलाह दें। अगर मैं इस पैनल का हिस्सा होता, मेरा काम यह सुझाव देना होता कि बीसीसीआई क्रिकेट और सभी स्तर पर भारतीय क्रिकेट टीमें- ए-टीम, अंडर-19 कैसे आगे बढ़े।'
शास्त्री ने कहा कि वह उन लोगों को तवज्जो नहीं देते जो उन्हें पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन का करीबी मानते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं बीसीसीआई के साथ पिछले 35 साल से हूं। अपने प्रसारण करियर सहित इस समय के दौरान मैंने शायद 10, 12 या 13 बोर्ड अध्यक्ष के साथ काम किया। मैं आपको एक चीज बात दूं, मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसका अपना दिमाग है। और मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं। और मैं क्रिकेट के लिए जीता हूं।' शास्त्री ने नव-नियुक्त क्रिकेट सलाहकार पैनल की भी तारीफ की, लेकिन जब पूछा गया कि क्या उनका काम कोचिंग प्रणाली में हस्तक्षेप करेगा तो उन्होंने सतर्क जवाब दिया।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनका मुख्य काम यह है कि भारतीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट को सर्वश्रेष्ठ तरीके से आगे बढ़ने पर सलाह दें। अगर मैं इस पैनल का हिस्सा होता, मेरा काम यह सुझाव देना होता कि बीसीसीआई क्रिकेट और सभी स्तर पर भारतीय क्रिकेट टीमें- ए-टीम, अंडर-19 कैसे आगे बढ़े।'
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनका मुख्य काम यह है कि भारतीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट को सर्वश्रेष्ठ तरीके से आगे बढ़ने पर सलाह दें। अगर मैं इस पैनल का हिस्सा होता, मेरा काम यह सुझाव देना होता कि बीसीसीआई क्रिकेट और सभी स्तर पर भारतीय क्रिकेट टीमें- ए-टीम, अंडर-19 कैसे आगे बढ़े।'
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प्रेमचंद की कथा-परंपरा को विकसित करनेवाले सुविख्यात कथाकार यशपाल की आज जयंती है. 3 दिसंबर 1903 को पंजाब के फिरोजपुर में उनका जन्म हुआ. यशपाल के लिए साहित्य एक ऐसा शास्त्र था, जिससे उन्हें संस्कृति का पूरा युद्ध जीतना था! और उन्होंने जीता ! प्रत्येक स्तर पर वे सजग थे! विचार, तर्क, व्यंग्य, कलात्मक सौंदर्य, मर्म-ग्राह्यता- हर स्तर पर उन्होंने अपनी प्रतिभा का प्रमाण दिया!
समाज में जहाँ कहीं भी शोषण और उत्पीड़न था, जहां कहीं भी रूढ़ियों, परम्पराओं, नैतिकताओं, धर्म और संस्कारों की जकड़ में जीवन कसमसा रहा था, यशपाल की दृष्टि वहीँ पड़ी और उन्होंने पूरी शक्ति से वहीं प्रहार किया! इसी दृष्टि को लेकर उन्होंने उस इतिहास-क्षेत्र में प्रवेश किया जहां के भीषण अनुभवों को भव्य और दिव्य कहा गया था! उन्होंने उस मानव-विरोधी इतिहास की धज्जियाँ उड़ा दी!
यशपाल मानवीय मूल्यों के बड़े चितेरे थे, पर व्यंग्य उनकी रचना में तलवार की तरह रहा है और वे रहे हैं नए समाज की पुनर्रचना के लिए समर्पित एक योद्धा! मर्मभेदी दृष्टि, प्रौढ़ विचार और क्रन्तिकारी दर्शन ने उन्हें विश्व के महानतम रचनाकारों की श्रेणी में ला बिठाया है! उनकी प्रतिनिधि कहानियां उनकी इसी तेजोमय यात्रा का प्रमाण जुटाती हैं !
साहित्य आजतक पर यशपाल जयंती पर पढ़िए उनकी यह कहानी
आदमी का बच्चा
- यशपाल
दोपहर तक डौली कान्वेण्ट (अंग्रेजी स्कूल) में रहती है. इसके बाद उसका समय प्रायः आया 'बिन्दी' के साथ कटता है. मामा दोपहर में लंच के लिए साहब की प्रतीक्षा करती है. साहब जल्दी में रहते हैं. ठीक एक बजकर सात मिनट पर आये, गुसलखाने में हाथ-मुंह धोया, इतने में मेज पर खाना आ जाता है. आधे घण्टे में खाना समाप्त कर, सिगार सुलगा साहब कार में मिल लौट जाते हैं. लंच के समय डौली खाने के कमरे में नहीं आती, अलग खाती है.
सन्ध्या साढ़े पांच बजे साहब मिल से लौटते हैं तो बेफिक्र रहते हैं. उस समय वे डोली को अवश्य याद करते हैं. पांच-सात मिनट उससे बात करते हैं और फिर मामा से बातचीत करते हुए देर तक चाय पर बैठे रहते हैं. मामा दोपहर या तीसरे पहर कहीं बाहर जाती है तो ठीक पाँच बजे लौटकर साहब के लिए कार मिल में भेज देती हैं. डोली को बुला साहब के मुआयने के लिए तैयार कर लेती हैं. हाथ-मुंह धुलवाकर डोली की सुनहलापन लिये, काली कत्थई अलकों में वे अपने सामने कंघी कराती हैं. स्कूल की वर्दी की काली-सफेद फ्राक उतारकर, दोपहर में जो मामूली फ्राक पहना दी जाती है, उसे बदल नयी बढ़िया फ्रॉक उसे पहनायी जाती है, बालों में रिबन बांधा जाता है. सैंडल के पालिश तक पर मामा की नजर जाती है.
बग्गा साहब मिल में चीफ इंजीनियर हैं. विलायत पास हैं. बारह सौ रुपया महीना पाते हैं. जीवन से सन्तुष्ट हैं परन्तु अपने उत्तरदायित्व से भी बेपरवाह नहीं. बस एक ही लड़की है डौली. डौली पाँचवें वर्ष में है. उसके बाद कोई सन्तान नहीं हुई. एक ही सन्तान के प्रति अपना कर्तव्य पूरा कर सकने से साहब और मामा को पर्याप्त सन्तोष है. बग्गा साहब की नजरों में सन्तान के प्रति उत्तरदायित्व का आदर्श ऊँचा है. वे डौली को बेटी या बेटा सबकुछ समझकर सन्तोष किये हैं. यूनिवर्सिटी की शिक्षा तो वह पायेगी ही. इसके बाद शिक्षा-श्रम पूरा करने के लिए उसका विलायत जाना भी आवश्यक और निश्चित है. सन्तान के प्रति शिक्षा के उत्तरदायित्व का यह आदर्श कितनी सन्तानों के प्रति पूरा किया जा सकता है? साहब कहते हैं- यों कीड़े-मकोड़े की तरह पैदा करके क्या फायदा? मामा-मिसेज बग्गा भी हामी भरती हैं और क्या ?
डौली....! डौली....! डौली... ! मामा तीन दफे पुकार चुकी थीं. चौथी दफे उन्होंने आया को पुकारा. कोई उत्तर न पा वे खिसियाकर स्वयं बरामदे में निकल आयीं. अभी उन्हें स्वयं भी कपड़े बदलने थे. देखा-बंगले के पिछवाड़े से; जहाँ धोबी और माली के क्वार्टर हैं, आया डौली को पकड़े लिये ला रही है. मामा ने देखा और धक्क-से रह गयी. वे समझ गयीं- डोली अवश्य माली के घर गयी होगी. दो-तीन दिन पहले मालिन के बच्चा हुआ था. उसे गोद में लेने के लिए डौली कितनी ही बार जिद्द कर चुकी थी. डोली के माली की कोठरी में जाने से मामा भय-भीत थीं. धोबी के लड़के को पहले ही सप्ताह खसरा निकला था.
लड़की उधर जाती तो उन बेहूदे बच्चों के साथ शहतूत के पेड़ के नीचे धूल में से उठा-उठाकर शहतूत खाती. उन्हें भय था, उन बच्चों के साथ डौली की आदतें बिगड़ जाने का. आया इन सब अपराधों का उत्तरदायित्व अपने ऊपर अनुभव कर भयभीत थी. मेम साहब के सम्मुख उनकी बेटी की उच्छृंखलता से अपनी बेबसी दिखाने के लिए वह डौली से एक कदम आगे, उसकी बाँह थामे यों लिये आ रही थी जैसे स्वच्छन्दता से पत्ती चरने के लिए आतुर बकरी को, जबरन कान पकड़ घर की ओर लाया जाता है.
मामा के कुछ कह सकने से पहले ही आया ने ऊंचे स्वर में सफाई देना शुरू किया- "हम ज़रा सेंडिल पर पालिस करें के तई भीतर गयेन. हमसे बोलीं कि हम गुसलखाने जायेंगे. इतने में हम बाहर निकलकर देखें तो माली के घर पहुंची हैं. हमको तो कुछ गिनती ही नहीं. हम समझायें तो उल्टे हमको मारती है."
इस पेशबन्दी के बावजूद आया को डांट पड़ी. "दिस इज वेरी सिली!" मामा ने डोली को अंग्रेजी में फटकारा. अंग्रेजी के सभी शब्दों का अर्थ न समझ कर भी डौली अपना अपराध और उसके प्रति मामा की उद्विग्नता समझ गयी.
तुरन्त साबुन से हाथ-मुंह धुलाकर डोली के कपड़े बदले गये. चार बजकर बीस मिनट हो चुके थे, इसलिए आया जल्दी-जल्दी डौली को मोजे और सैण्डल पहना रही थी और मामा स्वयं उसके सिर में कंघी कर उसकी लटों के पेचों को फीते से बाँध रही थी, स्नेह से बेटी की पलकों को सहलाते हुए उन्हें अचानक गर्दन पर कुछ दिखाई दिया- जो वज्रपात हो गया. निश्चय ही जू माली और धोबी के बच्चों की संगत का परिणाम थी. आया पर एक और डॉट पड़ी और नोटिस दे दी गयी कि यदि फिर डौली आवारा, गन्दे बच्चों के साथ खेलती पायी गयी तो बस बर्खास्त कर दी जायेगी.
बेटी की यह दुर्दशा देख माँ का हृदय पिघल उठा. अंग्रेजी छोड़ वे द्रवित स्वर में अपनी ही बोली में बेटी को दुलार से समझाने लगीं, "डोली तो प्यारी बेटी है, बड़ी ही सुन्दर, बड़ी ही लाड़ली बेटी, हम इस को सुन्दर-सुन्दर कपड़े पहनाते हैं. डौली, तू तो अंग्रेजों के बच्चों के साथ स्कूल जाती है न बस में बैठकर. ऐसे गन्दे बच्चों के साथ नहीं खेलते न!"
मचलकर फर्श पर पाँव पटक डौली ने कहा- "मामा, हमको माली का बच्चा ले दो, हम उसे प्यार करेंगे."
"छी, छी!" मामा ने समझाया, "वह तो कितना गंदा बच्चा है! ऐसे गन्दे बच्चों के साथ खेलने से छी-छीवाले हो जाते हैं. इनके साथ खेलने से जुएँ पड़ जाती हैं. वे कितने गंदे हैं, काले-काले धत्त! हमारी डौली कहीं काली है? आया, डौली को खेलने के लिए मैनेजर साहब के यहाँ ले जाया करो. वहाँ यह रमन और ज्योति के साथ खेल आया करेगी. इसे शाम को कम्पनी बाग ले जाना."
डौली ने माँ के गले में बाँहें डाल विश्वास दिलाया कि अब वह कभी गन्दे और छोटे लोगों के काले बच्चों के साथ नहीं खेलेगी. उस दिन चाय पीते-पीते बग्गा साहब और मिसेज बग्गा में चर्चा होती रही कि बच्चे न जाने क्यों छोटे बच्चों से खेलना पसन्द करते हैं. एक बच्चे को ही ठीक से पाल सकना मुश्किल है जाने कैसे लोग इतने बच्चों को पालते हैं.
देखो तो माली को! कमबख्त के तीन बच्चे पहले हैं, एक और हो गया.
बग्गा साहब के यहाँ एक कुतिया विचित्र नस्ल की थी. कागजी बादाम का-सा रंग, गर्दन और पूंछ पर रेशम के-से मुलायम और लम्बे बाल, सीना चौड़ा. बाँहों की कोहनियाँ बाहर को निकली हुई! पेट बिल्कुल पीठ से सटा हुआ. मुंह जैसे किसी चोट से पीछे को बैठ गया हो. आँखें गोल-गोल जैसे ऊपर से रख दी गयी हों. नये आनेवालों की दृष्टि उसकी ओर आकर्षित हुए बिना न रहती. यही कुतिया की उपयोगिता और विशेषता थी.
ढाई सौ रुपया इसी शौक का मूल्य था. कुत्ते ने पिल्ले दिये. डोली के लिए यह महान उत्सव था. वह कुत्ते के पिल्लों के पास से हटाना ही न चाहती थी. उन चूहे-जैसी मुंदी हई आँख वाले पिल्लों को मांगने वालों की कमी न थी परन्तु किसे दें और किसे इनकार करें? यदि इस नस्ल को यों बाँटने लगें तो फिर उसकी कद्र ही क्या रह जाये? कुतिया का मोल ढाई सौ रुपया उसके दूध के लिए तो होता नहीं!
साहब का कायदा था, कुत्ते पिल्ले देती तो उन्हें मेहतर से कह गरम पानी में गोता दे मरवा देते. इस दफे भी वे यही करना चाहते थे परन्तु डौली के कारण परेशान थे. आखिर उसके स्कूल गये रहने पर बैरे ने मेहतर से काम करवा डाला.
स्कूल से लौट डोली ने पिल्लों की खोज शुरू की. आया ने कहा, "पिल्ले मैनेजर साहब के यहाँ रमन को दिखाने के लिए भेजे हैं, शाम को आ जायेंगे."
मामा ने कहा- "बेबी, पिल्ले सो रहे हैं. जब उठेंगे तो तुम उनसे खेल लेना."
डौली पिल्लों को खोजती ही फिरी. आखिर मेहतर से उसे मालूम हो गया कि वे गरम पानी में डुबोकर मार डाले गये हैं.
डोली रो-रोकर बेहाल हो रही थी. आया उसे पुचकारने के लिए गाड़ी में कंपनी बाग ले गई. डोली बार-बार पूछ रही थी- "आया, पिल्लों को गरम पानी में डुबोकर क्यों मार दिया?"
आया ने समझाया-"डैनी (कुतिया) इतने बच्चों को दूध कैसे पिलाती? वे भूख से चेउं-चेउं कर रहे थे इसलिए उन्हें मरवा दिया." दो दिन तक डैनी के पिल्लों का मातम है और डौली फिर और लोगों की तरह तू भी उन्हें भूल गयी.
माली के नये बच्चे के रोने की कें-कें आवाज आधी रात में, दोपहर में, सुबह-शाम किसी भी समय आने लगती. मिसेज बग्गा को यह बहुत बुरा लगता. झल्लाकर वे कह बैठती- "जाने इस बच्चे के गले का छेद कितना बड़ा है."
बच्चे की कें-कें उन्हें और भी बुरी लगती जब डौली पूछने लगती, "मामा, माली का बच्चा क्यों रो रहा है?"
बिन्दी समीप ही बैठी बोल उठी- "रोयेगा नहीं तो क्या, माँ के दूध ही नहीं उतरता."
मामा और बिन्दी को ध्यान नहीं था कि डौली उनकी बात सुन रही है. डौली बोल उठी- "मामा, माली के बच्चे को मेहतर से गरम पानी में डलवा दो तो फिर नहीं रोयेगा."
बिन्दी ने हंसकर धोती का आंचल होंठों पर रख लिया. मामा चौंक उठी. डोली अपनी भोली, सरल आँखों में समर्थन की आशा लिये उनकी ओर देख रही थी.
"दिस इज वेरी सिली डौली, कभी आदमी के बच्चे के लिए ऐसा कहा जाता है!" मामा ने गम्भीरता से समझाया. परिस्थिति देख आया डौली को बाहर घुमाने ले गयी.
तीसरे दिन सन्ध्या-समय डौली मैनेजर साहब के यहाँ रमन और ज्योति के साथ खेलकर लौट रही थी. बंगले के दरवाजे पर माली अपने नये बच्चे को कोरे कपड़े में लपेटे दोनों हाथों पर लिये बाहर जाता दिखायी दिया. उसके पीछे मालिन रोती चली आ रही थी.
आया ने मरे बच्चे की परछाई पड़ने के डर से उसे एक ओर कर लिया. डौली ने पूछा- "यह क्या है? आया, माली क्या ले जा रहा है?"
"माली का छोटा बच्चा मर गया है," धीमे-से आया ने उत्तर दिया और डौली को बीच से थाम बंगले के भीतर ले चली.
डौली ने अपनी भोली, नीली आँखें आया के मुख पर गड़ाकर पूछा, "आया, माली के बच्चे को क्या गरम पानी में डुबो दिया?"
"छि: डौली, ऐसी बातें नहीं कहते!" आया ने धमकाया, "आदमी के बच्चे को ऐसे थोड़े ही मारते हैं!"
डोली का विस्मय शान्त न हुआ. दूर जाते माली की ओर देखने के लिए घूमकर उसने फिर पूछा- "तो आदमी का बच्चा कैसे मरता है ?"
लड़की का ध्यान उस ओर से हटाने के लिए उसे बंगले के भीतर खींचते हुए आया ने उत्तर दिया- "वह मर गया, भूख से मर गया है. चलो मामा बुला रही हैं."
डौली चुप न हुई, उसने फिर पूछा- "आया, हम भी भूख से मर जायेंगे?"
"चुप रहो डौली!" आया झुंझला उठी, "ऐसी बात करोगी तो मामा से कह देंगे!"
लड़की के चेहरे की सरलता से उसकी माँ का हृदय पिघल उठा. उस
की धुंधराली लटों को हाथ से सहलाते हुए आया कहने लगी- "बैरी की आँख में राई-नोन! हाय मेरी मिस साहब, तुम ऐसे आदमी थोड़े ही हो!
"भूख से मरते हैं कमीने आदमियों के बच्चे! "
कहते-कहते आया का गला रुंध गया. उसे अपना लल्लू याद आ गया, दो बरस पहले! तभी से तो वह साहब के यहाँ नौकरी कर रही थी.
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किताब:
प्रतिनिधि कहानियाँ
लेखक:
यशपाल
प्रकाशन:
राजकमल प्रकाशन
पृष्ठ संख्या:
146
मूल्य:
75/- पेपरबैक
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खान-पान बिना कोई भी भारतीय त्यौहार अधूरा है. बसंत पंचमी के दिन कुछ खास मिठाइयां और पकवान बनाये जाते हैं. इस दिन बंगाल में बूंदी के लड्डू और मीठा भात चढ़ाया जाता है. बिहार में मालपुआ, खीर और बूंदिया (बूंदी) और पंजाब में मक्के की रोटी के साथ सरसों साग और मीठा चावल चढाया जाता है.
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा कि ऐसे प्रसास किये जा रहे है कि स्पाट फिक्सिंग आरोपों से घिरे पाकिस्तानी खिलाड़ियों सलमान बट मुहम्मद आसिफ और मुहम्मद आमेर के मामले के सुनवाई जल्द से जल्द हो सके.
अगस्त में ब्रिटिश अखबार ‘न्यूज आफ द वर्ल्ड’ के स्पाट फिक्सिंग के आरोपों के बाद पाकिस्तान की इस तिकड़ी को पिछले माह आईसीसी ने अस्थायी तौर निलंबित कर दिया था.
आईसीसी के मुख्यालय पर उसके मुख्य कार्यकारी हारून लोगर्ट ने कहा इस दिशा में प्रयास किये जा रहे है और पंचाट का गठन जल्दी किये जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र भ्रष्टाचार रोधी पंचाट इस मामले की सुनवाई करेगा और यह फैसला देगा कि खिलाड़ी कसूरवार हैं या नहीं.
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गुजरात में ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर शुरू हुए पाटीदार आंदोलन की आंच अब अमेरिका तक पहुंचने वाली है. अमेरिका में बसे समुदाय के लोग 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के दौरान विरोध-प्रदर्शन करेंगे.
दरअसल, 25 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क जा रहे हैं. इसके अलावा
पाटीदार समुदाय ने
सैन जोसे में SAP सेंटर पर भी मोदी का विरोध करने की योजना बनाई है.
प्रदर्शन के लिए बनाया फेसबुक पेज
सरदार पटेल ग्रुप
USA-कनाडा के कोऑर्डिनेटर अल्पेश पटेल ने बताया कि उन्होंने UN मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के लिए न्यूयॉर्क पुलिस से अनुमति ली है.
उन्होंने बताया कि इसके लिए एक फेसबुक पेज भी बनाया गया है. जिसमें 24 घंटे के अंदर 1000 से ज्यादा लोगों के नाम, फोन नंबर और पते मिले हैं जो
प्रदर्शन में शामिल
होंगे. प्रदर्शन में करीब 5000 लोगों के जुटने की उम्मीद है.
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आइआइएससी, बेंगलूरूः स्थापनाः 1909
तकनीक के तर्क
अपने संस्थापक जमशेदजी एन. टाटा की सोच—''भारत के भौतिक और औद्योगिक कल्याण" का प्रसार—के साथ कदमताल करते हुए भारतीय विज्ञान संस्थान ने पिछले डेढ़ दशक में अपनी फैकल्टी और छात्रों को प्रोत्साहित किया है कि वे अपनी बौद्धिक संपदा की रक्षा करें और अपने वैज्ञानिक शोधों के कुछ नतीजों को प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग या उद्यमिता के माध्यम से व्यवहार में परिणत करें.
हालिया अतीत में कई प्रौद्योगिकियां, जैसे गैस क्रलो सेंसर, इलेक्ट्रिकल स्टोरेज उपकरण, परीक्षण के उपकरण और फंगल पेस्टिसाइड का पेटेंट करवाया गया है. कुछ अन्य प्रौद्योगिकियों के अन्वेषकों ने स्टार्ट-अप का रास्ता चुना है. इसमें पानी छानने वाले उपकरण, मधुमेह का पता लगाने वाला उपकरण, ऑप्टिक फाइबर सेंसर वगैरह हैं.
आरंभ
आइआइएससी 1909 में निजी-सार्वजनिक साझीदारी के मॉडल पर बना था जिसमें टाटा, तत्कालीन भारत सरकार और मैसूर के महाराजा शामिल थे. जमीन का बड़ा हिस्सा राजमाता ने अपने युवा राजकुमार के नाम पर आइआइएससी को दान में दिया था. टाटा ने तब कहा था, ''आइआइएससी का उद्देश्य ज्ञान की सभी शाखाओं में मौलिक पड़ताल करना और आधुनिक दिशा का संकेत देकर भारत के भौतिक और औद्योगिक विकास में मदद करना है."
संस्थान इस उद्देश्य की पूर्ति में निरंतर जुटा रहा है और न केवल भारत में आधुनिक वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय शोध तथा शिक्षा का अग्रणी केंद्र बना रहा है बल्कि इसकी भूमिका औद्योगिक और सामाजिक लाभ के लिए शोध के प्रयोग में भी है.
आगे क्या
संस्थान का उद्देश्य विज्ञान और इंजीनियङ्क्षरग में दुनिया में उच्च शिक्षा तथा शोध के शीर्ष 50 संस्थानों के बीच शामिल होना है और खुद को विश्वस्तरीय बनाना है. संस्थान के निदेशक अनुराग कुमार कहते हैं, ''हम आधुनिक विज्ञान और इंजीनियरिंग में शोध और नए ज्ञान के सृजन की अपनी ताकत का दोहन करेंगे, नए शोध केंद्रित शिक्षण कार्यक्रमों को स्नातक और परास्नातक स्तरों पर विकसित करना जारी रखेंगे, बौद्धिक संपदा का संरक्षण करेंगे, अंतर विषयक शोध को प्रश्रय देंगे और कामयाब स्टार्ट-अप की पूरी मदद करेंगे."
आइआइएससी ने हमेशा राष्ट्रीय शोध के एजेंडे में अपनी भूमिका निभाई है तथा नैनो विज्ञान, साइबर फिजिकल सिस्टम्स, मनुष्य को होने वाली बीमारियों के जैविक शास्त्र (जैसे कैंसर और औषधि प्रतिरोधी तपेदिक), न्यूरोविज्ञान, सेंसिंग की सामग्री और उपकरण और अक्षय ऊर्जा तथा ऊर्जा भंडारण जैसे अहम क्षेत्रों में योगदान दे रहा है. जाहिर है, संस्थान आगे भी ऐसी पहल जारी रखेगा.
क्या आप जानते हैं ?
इन्फोसिस के सह-संस्थापक क्रिस गोपालकृष्णन और उनकी पत्नी सुधा ने आइआइएससी परिसर में एक मस्तिष्क शोध केंद्र खोलने के लिए 225 करोड़ रु. देने का वादा किया है
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गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नया अध्यक्ष चुने जाने की संभावनाओं के बीच उन्हें बधाई दी और कहा कि इस कदम से पार्टी को फायदा होगा।टिप्पणियां
मोदी ने ट्विटर पर उन्हें बधाई देते हुए लिखा, मैंने श्री राजनाथ सिंह जी से फोन पर बात कर उन्हें बधाई दी। वह अपने साथ संगठन और प्रशासन दोनों के गहरे अनुभव साथ लाए हैं। उन्होंने लिखा, राजनाथ, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं। वह हमेशा किसानों के हित से जुड़े रहे हैं। बीजेपी को उनसे फायदा होगा।
मंगलवार को नाटकीय घटनाक्रम के बीच भाजपा अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने यह घोषणा की थी कि वह दूसरी बार पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनना चाहते। राजनाथ का नाम पार्टी के अन्य नेताओं अरुण जेटली, वैंकैया नायडु, राम लाल और अनंत सिंह के बीच हुई बैठकों के बाद आया।
मोदी ने ट्विटर पर उन्हें बधाई देते हुए लिखा, मैंने श्री राजनाथ सिंह जी से फोन पर बात कर उन्हें बधाई दी। वह अपने साथ संगठन और प्रशासन दोनों के गहरे अनुभव साथ लाए हैं। उन्होंने लिखा, राजनाथ, अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं। वह हमेशा किसानों के हित से जुड़े रहे हैं। बीजेपी को उनसे फायदा होगा।
मंगलवार को नाटकीय घटनाक्रम के बीच भाजपा अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने यह घोषणा की थी कि वह दूसरी बार पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनना चाहते। राजनाथ का नाम पार्टी के अन्य नेताओं अरुण जेटली, वैंकैया नायडु, राम लाल और अनंत सिंह के बीच हुई बैठकों के बाद आया।
मंगलवार को नाटकीय घटनाक्रम के बीच भाजपा अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने यह घोषणा की थी कि वह दूसरी बार पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनना चाहते। राजनाथ का नाम पार्टी के अन्य नेताओं अरुण जेटली, वैंकैया नायडु, राम लाल और अनंत सिंह के बीच हुई बैठकों के बाद आया।
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भारतीय मूल के कारोबारी शिरीन देवानी पर दक्षिण अफ्रीका में अपनी पत्नी के मर्डर की साजिश रचने का केस शुरू हो गया है. पहले दिन ही देवानी ने यह खुलासा किया कि वो बाइसेक्सुएल हैं. देवानी पर नवंबर 2010 में हनीमून के दौरान अपनी पत्नी के मर्डर की योजना बनाने का आरोप है.
अब इस मामले में अगले हफ्ते एक ब्रिटिश सहयोगी, जिसने एक नामी वेस्टमिन्स्टर राजनेता के लिए काम कर रखा है, के सबूत देने की उम्मीद है. अभियोजन पक्ष से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि देवानी पर आरोप है कि वो इस सहयोगी से अपनी शादी से पहले कई बार सेक्सुएल संबंध बना चुके हैं.
चैनल 4 ने इस ब्रिटिश सहयोगी के बारे में खुलासा किया था. चैनल की रिपोर्ट में बताया गया कि 50 साल से अधिक उम्र के इस व्यक्ति ने 2003 से 2008 के बीच देवानी से दक्षिण लंदन के एक समलैंगिक क्लब में कई बार सेक्स किया. इस व्यक्ति ने बताया कि देवानी के बार-बार यह कहने पर कि वो समलैंगिक नहीं है, वो सामने आया और दिसंबर 2010 में उसने स्कॉटलैंड यार्ड को अपना बयान भी दर्ज करवाया. अभियोजन पक्ष यह साबित करना चाहता है कि देवानी की सेक्सुएलिटी ही उसकी पत्नी की हत्या की वजह है. देवानी अपनी नई शादी से बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहे थे और पत्नी की हत्या की मंशा के पीछे उनकी सेक्शुएलिटी ही सबसे बड़ी वजह है.
देवानी की पत्नी एन्नी की 2010 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. देवानी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी की हत्या के लिए शूटर हायर किए थे. देवानी ने कोर्ट को बताया कि उनकी पत्नी को किडनैप किया गया था और उस हमले में वो खुद बच गए थे. उनकी पत्नी का शव इसके अगले दिन एक गाड़ी में मिला. इस मामले के तीन दोषियों को पकड़ लिया गया और बाद में इनमें से दो को 18 साल की जबकि एन्नी पर गोली चलाने वाले को उम्रकैद की सजा सुनाई गई.
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इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलने से थोड़ी निराश किशोर उम्र की पाकिस्तानी सामाजिक कार्यकर्ता मलाला युसूफजई ने कहा कि उसे अभी बहुत काम करने की जरूरत है. वहीं, आतंक का प्रयाय बन चुके तालिबान ने मलाला को नोबल नहीं मिलने पर खुशी जताई.
पिछले साल तालिबान के हमले की शिकार हुई मलाला ने इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) को दिए जाने की घोषणा के बाद एक समाचार चैनल से कहा, ‘उन्होंने (नोबेल शांति पुरस्कार समिति) सही फैसला लिया, क्योंकि मुझे अभी बहुत काम करने की जरूरत है.’
मलाला ने कहा, ‘अगर हम नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर लिए गए फैसले को भूल जाएं तो मुझे लगता है कि मुझे लोगों ने अपना पुरस्कार दे दिया है. उन्होंने मुझे नामांकित किया, और यह मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है.’
मलाला ने कहा, ‘और मेरे मन में एक पुरस्कार है- जिसके लिए मैं संघर्ष करूंगी, जिसके लिए मैं अभियान चलाउंगी. मेरा सपना हर बच्चे को स्कूल जाते देखना है. मैं अपनी जिंदगी इसके लिए लगा दूंगी, क्योंकि मैं अपने जीवन में यही पुरस्कार पाना चाहती हूं.’ मलाला ने कहा कि वह अपने देश वापस लौटकर आतंकवाद से लड़ना चाहती है.
उसने कहा, ‘पाकिस्तान वह देश है जहां मेरा जन्म हुआ, और मैं पाकिस्तान की एक देशभक्त नागरिक हूं तथा अपने देश से प्यार करती हूं. मैं अपने देश के प्रति सच्ची होना चाहती हूं. मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं वापस पाकिस्तान जाउंगी क्योंकि मैं वहां आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहती हूं.’
मलाला ने कहा, ‘मैं उन लड़कियों के लिए लड़ना चाहती हूं जो शिक्षा से वंचित हैं. मैंने राजनीति चुनी है क्योंकि इसके माध्यम से मैं पूरे देश की सेवा कर सकती हूं. इस वजह से मुझे उम्मीद है और मैं सोचती हूं कि अगर मैंने खुद को शिक्षा से सशक्त किया, ज्ञान प्राप्त किया, तो अपने मकसद में कामयाब होना मेरे लिए कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा.’
इस बीच अमेरिका ने ओपीसीडब्ल्यू को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने पर बधाई दी और साथ ही मलाला के साहस एवं प्रयासों की भी तारीफ की.
तालिबान ने कहा- बहुत अच्छी खबर है
तालिबान के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने घोषणा की कि यह बहुत अच्छी खबर है. शाहिद ने कहा कि हम नोबेल कमेटी को बधाई देना चाहते हैं कि उन्होंने इस अपरिपक्व लड़की को एक प्रसिद्ध अवार्ड के लिए नहीं चुना.
इससे पहले शाहिद ने कहा था कि अगर उन्हें दोबारा मौका मिला तो मलाला को जरूर जान से मार डालेंगे. इससे उन्हें गर्व महसूस होगा. तालिबान ने हाल ही में उन दुकानदारों को भी जान से मारने की धमकी दी थी, जो मलाला युसूफजई की किताब बेचेंगे.
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कोश्याकुटौली तहसील भारत के उत्तराखंड राज्य में नैनीताल जनपद की एक तहसील है। नैनीताल जनपद के उत्तरी भाग में स्थित इस तहसील के मुख्यालय कोश्याकुटौली कस्बे में स्थित हैं। इसके पूर्व तथा दक्षिण में नैनीताल, पश्चिम में अल्मोड़ा जनपद की रानीखेत तहसील, उत्तर में बेतालघाट, और अल्मोड़ा जनपद की अल्मोड़ा तहसील है।
जनसांख्यिकी
तहसील के अधिकार क्षेत्र में कुल ११८ गाँव आते हैं, और २०११ की जनगणना के अनुसार इसकी जनसंख्या ३१,५५७ है।
इन्हें भी देखें
उत्तराखण्ड की तहसीलें
सन्दर्भ
नैनीताल की तहसीलें
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भट्टा परसौल गांव में बुधवार सुबह से किसानों के समर्थन में धरने पर बैठे राहुल गांधी को रात 11 बजे गिरफ्तार करने के दो घंटे बाद छोड़ दिया गया। जमानत पर छोड़े जाने के बाद राहुल गांधी ने अपनी गिरफ्तारी से संबंधित कागजात मांगे। राहुल कुछ देर तक थाने पर ही धरना देने लगे। करीब आधे घंटे से कुछ ज्यादा देर तक धरने के बाद राहुल गांधी थाने से बाहर निकल आए। राहुल का काफिला दिल्ली के रवाना हो चुका है। यूपी पुलिस की एक टीम दिल्ली तक राहुल के साथ रहेगी। घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई थी। राहुल की गिरफ्तारी से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा होने की बात कही जा रही है। इसी के साथ तनाव पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच का माहौल बन गया। राहुल की रिहाई से पहले थाने पर एसडीएम कासना पहुंचे और उन्होंने राहुल की रिहाई के आदेश दिए। राहुल गांधी को गिरफ्तारी के बाद नोएडा के एक गेस्ट हाउस में रखा गया था। कांग्रेस पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्षा रीता बहुगुणा जोशी और सांसद राज बब्बर को भी हिरासत में लिया गया था। इसके पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी बुधवार की सुबह से ही गांव में मायावती सरकार के खिलाफ किसानों के आंदोलन में शामिल होते हुए किसानों के साथ धरने पर बैठ गए थे। राहुल आज सुबह स्थानीय पुलिस को चकमा देते हुए मोटरसाइकिल पर सवार होकर आंदोलन के केंद्र बने गांव तक पहुंच गए। राहुल सुबह लगभग चार बजे भट्टा पारसौल गांव पहुंचे। राहुल ने पुलिस और किसानों के बीच हिंसक संघर्ष के बाद गोलीबारी की घटनाओं में न्यायिक जांच की भी मांग की। पिछले शनिवार को यहां हुई हिंसा में दो पुलिसकर्मियों समेत चार लोगों की मौत हो गई थी। राहुल के साथ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी पारसौल गांव की चौपाल पर धरने पर बैठे। दोनों नेताओं ने कई घंटों तक ग्रामीणों पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए कथित अत्याचारों की घटनाएं भी सुनीं। एसडीएम विशाल सिंह ने राहुल से मुलाकात करके उनसे सुरक्षागत खतरे को देखते हुए धरना खत्म करने की अपील की। विशाल सिंह ने राहुल को सुरक्षा देने में असमर्थता भी जताई क्योंकि वह बिना इत्तला दिए आए थे। इसके बाद राहुल ने अधिकारी से कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वह गांव छोड़ कर नहीं जाएंगे। इन मांगों में हिरासत में कैद किसानों की रिहाई की मांग भी शामिल है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब तक न्यायिक जांच की रिपोर्ट नहीं जमा हो जाती, तब तक किसानों के खिलाफ दायर प्राथमिकियों के संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि सभी गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाना चाहिए और जबर्दस्ती भूमि अधिग्रहण की कोई घटना नहीं होनी चाहिए। पुलिस महानिरीक्षक रजनी कांत मिश्रा, लखनऊ में प्रदेश के आला सरकारी अधिकारियों के लगातार संपर्क में रहे और उनसे इस बारे में निर्देश लेते रहे कि राहुल के धरने के कारण उपजी परिस्थितियों से कैसे निपटा जाए। समझा जा रहा है कि भट्टा पारसौल गांव में तैनात बड़ी संख्या में पुलिस के जवान अंधेरे में इस गांव में पहुंचे राहुल को नहीं देख सके। राहुल ने जब किसानों से मिलना और उनकी बात सुनना शुरू कर दिया, तब पुलिसकर्मी राहुल को पहचाने। वरिष्ठ अधिकारियों ने राहुल को बताया कि प्रदेश प्रशासन ने भी ग्रामीणों से घर लौटने की अपील की है क्योंकि निर्दोष ग्रामीणों को कोई खतरा नहीं है। पुलिस केवल उन असामाजिक तत्वों को निशाना बना रही है, जिन्होंने पुलिस दल पर गोलीबारी की। कई ग्रामीणों ने राहुल को अपनी चोटों के निशान दिखाए, जो उन्हें कथित तौर पर पुलिस की मार से आईं थीं। ग्रामीणों ने दावा किया कि सभी युवा पुरूषों को या तो पुलिस ने हिरासत में ले लिया है या उन्होंने डर के कारण गांव छोड़ दिया है।(इनपुट भाषा से भी)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं. वह फिलीस्तीन, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान की यात्रा पर होंगे. बता दें कि 2015 के बाद खाड़ी और पश्चिमी एशिया क्षेत्र की उनकी यह पांचवीं यात्रा है. 12 फरवरी तक वह इन देशों की यात्रा करेंगे. उनकी यात्रा जॉर्डन के रास्ते 10 फरवरी को फिलीस्तीन से शुरू होगी. बता दें कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली फिलीस्तीन यात्रा है. पीएम मोदी की यह यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) की दूसरी यात्रा है जबकि ओमान में उनकी यह पहली यात्रा है.
पीएम ने कहा कि फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बातचीत को लेकर उनका नजरिया सकारात्मक है. पीएम मोदी संयुक्त अरब अमीरात के उप-राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री रशीद शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम समेत अन्य के साथ इन क्षेत्रों में हुई प्रगति पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि 11 फरवरी को वह ओमान के सुल्तान के साथ बैठक करेंगे और 12 फरवरी को ओमान के उद्योगपतियों के साथ बातचीत करेंगे.
पीएम मोदी ने इस यात्रा के बारे में कहा कि वह भारत के लिये खाड़ी और पश्चिम एशिया प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और उनकी इस यात्रा का मकसद क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाना है. पीएम ने कहा कि हमारी वैश्विक गतिविधियों में इस क्षेत्र को काफी प्राथमिकता दी गई है. हमारे यहां के देशों के साथ बहु-आयामी संबंध हैं. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, जॉर्डन से गुजरने की अनुमति को लेकर मैं सुल्तान अब्दुला द्वितीय का आभारी हूं. मैं नौ फरवरी को ओमान में उनके साथ मुलाकात को लेकर काफी उत्साहित हूं. प्रधानमंत्री ने खाड़ी देश को मूल्यवान रणनीतिक भागीदार बताया और कहा कि भारत का संयुक्त अरब अमीरात के साथ अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी तथा सुरक्षा समेत सभी बड़े क्षेत्रों में सहयोग तेजी से बढ़ा है.
इनपुट- एएनआई, भाषा
पीएम ने कहा कि फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बातचीत को लेकर उनका नजरिया सकारात्मक है. पीएम मोदी संयुक्त अरब अमीरात के उप-राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री रशीद शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम समेत अन्य के साथ इन क्षेत्रों में हुई प्रगति पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि 11 फरवरी को वह ओमान के सुल्तान के साथ बैठक करेंगे और 12 फरवरी को ओमान के उद्योगपतियों के साथ बातचीत करेंगे.
पीएम मोदी ने इस यात्रा के बारे में कहा कि वह भारत के लिये खाड़ी और पश्चिम एशिया प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और उनकी इस यात्रा का मकसद क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाना है. पीएम ने कहा कि हमारी वैश्विक गतिविधियों में इस क्षेत्र को काफी प्राथमिकता दी गई है. हमारे यहां के देशों के साथ बहु-आयामी संबंध हैं. टिप्पणियां
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इनपुट- एएनआई, भाषा
पीएम मोदी ने इस यात्रा के बारे में कहा कि वह भारत के लिये खाड़ी और पश्चिम एशिया प्रमुख प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और उनकी इस यात्रा का मकसद क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाना है. पीएम ने कहा कि हमारी वैश्विक गतिविधियों में इस क्षेत्र को काफी प्राथमिकता दी गई है. हमारे यहां के देशों के साथ बहु-आयामी संबंध हैं. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, जॉर्डन से गुजरने की अनुमति को लेकर मैं सुल्तान अब्दुला द्वितीय का आभारी हूं. मैं नौ फरवरी को ओमान में उनके साथ मुलाकात को लेकर काफी उत्साहित हूं. प्रधानमंत्री ने खाड़ी देश को मूल्यवान रणनीतिक भागीदार बताया और कहा कि भारत का संयुक्त अरब अमीरात के साथ अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी तथा सुरक्षा समेत सभी बड़े क्षेत्रों में सहयोग तेजी से बढ़ा है.
इनपुट- एएनआई, भाषा
उन्होंने कहा, जॉर्डन से गुजरने की अनुमति को लेकर मैं सुल्तान अब्दुला द्वितीय का आभारी हूं. मैं नौ फरवरी को ओमान में उनके साथ मुलाकात को लेकर काफी उत्साहित हूं. प्रधानमंत्री ने खाड़ी देश को मूल्यवान रणनीतिक भागीदार बताया और कहा कि भारत का संयुक्त अरब अमीरात के साथ अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी तथा सुरक्षा समेत सभी बड़े क्षेत्रों में सहयोग तेजी से बढ़ा है.
इनपुट- एएनआई, भाषा
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दिल्ली के मालवीय नगर के खिड़की एक्सटेन्शन में रबर के एक गोदाम में आग लग गई है. अग्निशमन सेवा के निदेशक (डाइरेक्टर ऑफ फायर सर्विसेज) ने एनडीटीवी को बताया है कि ये हाईयेस्ट कैटिगेरी की आग है. फायर ब्रिगेड की 30 गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं. सड़कें संकरी होने के कारण गाड़ियों को पंहुचने में समय लग गया. गौरतलब है कि ये इलाका सेलेक्ट सिटी मॉल के नज़दीक का इलाका है. आग की वजह से उठे काले धुंए को दूर से ही देखा जा सकता है.
बताया जा रहा है कि आग पहले एक ट्रक में लगी जो फैलकर पास ही के रबर गोदाम में जा लगी. घटनास्थल दिल्ली के सबसे बड़े मॉल में से एक सेलेक्स सिटी के पास ही है. काले धुएं के गुबार को बहुत दूर से देखा जा सकता है. यहां तक कि वहां से 5 किलोमीटर दूर नेहरू प्लेस से भी इसे देखा जा सकता है.
अग्निशम विभाग ने कहा कि आग के गोदाम से नजदीकी इलाकों में फैलने खतरा है. आग ने गोदाम के पास वाली इमारत को अपनी चपेट में ले भी लिया है लेकिन कहा जा रहा है कि वह इमारत खाली पड़ी थी.
Delhi: Fire broke out in a truck, which then spread to a rubber godown in Malviya Nagar. Deputy Chief, Fire Service, South Delhi says, "no injuries reported, situation is completely under control now, cooling process on." (Earlier visuals) pic.twitter.com/DB6WATPItF
— ANI (@ANI) May 29, 2018 googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });टिप्पणियां
गोदाम के आस-पास की इमारतों को खाली करा लिया गया है और इलाके को अलग-थलग कर दिया गया है. गोदाम के बेहद पास ही संत निरंकारी पब्लिक स्कूल है लेकिन अच्छी बात यह रही कि आग लगने के समय वह खाली था.
अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
बताया जा रहा है कि आग पहले एक ट्रक में लगी जो फैलकर पास ही के रबर गोदाम में जा लगी. घटनास्थल दिल्ली के सबसे बड़े मॉल में से एक सेलेक्स सिटी के पास ही है. काले धुएं के गुबार को बहुत दूर से देखा जा सकता है. यहां तक कि वहां से 5 किलोमीटर दूर नेहरू प्लेस से भी इसे देखा जा सकता है.
अग्निशम विभाग ने कहा कि आग के गोदाम से नजदीकी इलाकों में फैलने खतरा है. आग ने गोदाम के पास वाली इमारत को अपनी चपेट में ले भी लिया है लेकिन कहा जा रहा है कि वह इमारत खाली पड़ी थी.
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अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
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अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.
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Told y’all this man is Bad News for all of you.Universe Boss for a Reason! Top Knock @henrygayle , Many more!!pic.twitter.com/fsqM9xc9KC
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A move that brings a smile even to the oppositionटिप्पणियां
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— Kings XI Punjab (@lionsdenkxip) April 19, 2018
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कुमारस्वामी को कोर्ट ने जारी किया समन
4 अक्टूबर को कोर्ट में होना होगा पेश
जमीन को डिनोटिफाइ करने का है आरोप
बेंगलुरु की एक अदालत ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी को समन जारी किया है. कोर्ट ने कथित अवैध डिनोटिफिकेशन मामले में एचडी कुमारस्वामी को समन जारी किया है. वहीं अब कुमास्वामी से मामले को लेकर पूछताछ की जाएगी.
कोर्ट ने कुमारस्वामी और अन्य संबंधित लोगों को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश जारी किया है. यह मामला यहां हलागे वडेराहल्ली गांव में तीन एकड़ और 34 गुंटा ज़मीन के अवैध अवैध कटान से संबंधित है.
यह भूमि हलासे वडेराहल्ली में बनशंकरी पांचवें चरण के लेआउट को विकसित करने के लिए थी, जिसे कुमारस्वामी ने कथित रूप से अवैध रूप से डिनोटिफाइ कर दिया.
चामराजनगर के याचिकाकर्ता महादेव स्वामी ने आरोप लगाया है कि कुमारस्वामी ने बेंगलुरु विकास प्राधिकरण की जमीन को अवैध रूप से डिनोटिफाई किया. यह काम उन्होंने 2007 में पद से हटने के पहले ही किया.
महादेव स्वामी ने 2012 में लोकायुक्त के पास एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. छह महीने पहले, जब कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे पुलिस ने लोकायुक्त की विशेष अदालत में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी थी.
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With a passion for poetry, Mahadevi Varma wrote her way to greatness. Today, we celebrate her fight for the nation’s freedom and her contribution to the Indian Neo-Romantic poetry movement with a #GoogleDoodle. https://t.co/iF6NXNQA4Fpic.twitter.com/DoJgxFPOOj
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फ्रांस के नीस में आतंक का जो खौफनाक चेहरा देखने को मिला, उससे सबकी रूह कांप गई. ना बम, ना बंदूक. 70 किलोमीटर की स्पीड से आती एक लॉरी ने आतंक के खौफ को नई रफ्तार दे दी. पूरे दो किलोमीटर तक 70 की रफ्तार से एक लॉरी सड़क पर दौड़ रही थी. उस वक्त सड़क पर हजारों लोग थे. तेज रफ्तार लॉरी देख कर लोग अचानक भागने लगे. मगर लॉरी थी कि उन भागते लोगों का पीछा कर लगातार उन्हें अपने पहियों तले रौंदती रही. आठ मिनट बाद जब लॉरी रुकी तब तक 80 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी थी. जो देश इत्र की खुशबू से सराबोर रहता था, उस फ्रांस की फिजा में रह गया था तो बस दहशत ही दहशत.
पहले 'स्माइली' फिर 'फ्रांस'
दिल्ली से करीब 6 हजार किलोमीटर दूर समंदर किनारे बसा फ्रांस का खूबसूरत शहर नीस. फ्रांस के नेशनल डे की छुट्टी थी और हजारों की संख्या में लोग शहर के मशहूर फ्रेंच रिवेरा रिजार्ट के करीब समंद्र किनारे आतिशबाजी का मजा लेने के लिए इकट्ठा हुए थे. नीस की इस मस्ती से बस कुछ देर पहले एनक्रिप्टेड फोन एप्प टेलीग्राम पर अचानक एक स्माइली इमेज आता है. इमेज यूनाइटेड साइबर खलीफा की तरफ से जारी किया गया था. कुछ सेकेंड के इस स्माइली इमेज के बाद अचानक एक शब्द का एक मैसेज आता है 'फ्रांस.'
70 की रफ्तार से आई लॉरी
पहले स्माइली और फिर फ्रांस. जाहिर है इसका मतलब किसी को समझ नहीं आया और जब समझ आया तब पता चला कि ये फ्रांस पर हमले का एक नया कोड था. चूंकि शहर में छुट्टी थी लिहाज़ा लोग सड़कों पर थे और ठीक तभी नो एंट्री होते हुए भी अचानक एक भारी-भरकम और बड़ी सी लॉरी लगभग 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से समंदर किनारे उसी सड़क पर दौड़ने लगती है जिस सड़क पर बड़े-बूढ़े, बच्चे, औरतें सबी मस्ती कर रहे थे.
बेदर्दी से लोगों को रौंदा
बेलगाम लॉरी की रफ्तार देख कर पहले तो यही लगा कि शायद ड्राइवर का लॉरी पर कंट्रोल नहीं रहा या फिर लॉरी का ब्रेक फेल हो गया. इसके बाद तो देखते ही देखते सड़क पर वो कोहरमा मचा कि बस चारों तरफ चीख-पुकार मच गई. लॉरी सड़क पर मौजूद लोगों को अपने पहिए तले कुचलते हुए लगातार उसी रफ्तार से आगे बढ़ने लगा. मिनट भर के अंदर लोगों की गलतफहमी दूर हो गई. गलतफहमी ये कि लॉरी का ब्रेक फेल है या ड्राइवर का लॉरी पर कंट्रोल नहीं रहा क्योंकि सड़क पर घुसते ही अब लॉरी लोगों का पीछा कर-कर के उन्हें रौंद रहा था.
आठ मिनट का कोहराम
पूरे आठ मिनट और दो किलोमीटर तक लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर कुचलने के बाद आखिरकार एक जगह लॉरी फंस कर रुक जाती है. इसके बाद अचानक लॉरी का ड्राइवर बाहर निकलता है. इस बार उसके हाथ में ऑटेमेटिक हथियार था. वो बाहर निकलते ही अब भीड़ का निशाना लेकर गोलियां बरसानी शुरू कर देता है. अब पहली बार यकीन हो चुका था कि ये कोई एक्सिडेंट नहीं बल्कि फ्रांस की सरजमीन पर हुआ एक और आतंकवादी हमला था. वो आतंकवादी हमला जिसके बारे में बस कुछ देर पहले ही इस स्माइली के कोड के साथ आईएसआईएस ने अपना पैगाम जारी किया था.
ट्यूनीशिया का नागरिक था आतंकी
जाहिर है अब तक फ्रांस की सुरक्षा एजेंसियों को भी अंदाजा हो चुका था. लिहाजा लॉरी के ड्राइवर को फायरिंग करते देख वो भी जवाबी फायरिंग करते हैं. जिसमें लॉरी ड्राइवर मारा जाता है. इसके बाद लॉरी की तलाशी ली जाती है. पूरी लॉरी में वो भस अकेला था. हां, लॉरी के अंदर काफी हथियार जरुर रखे थे. इसके बाद लॉरी से बरामद कागजात से ही पता चलता है कि लॉरी ड्राइवर ट्यूनीशिया का नागरिक था लेकिन नीस में रहता था. उसके तार बगदादी के आईएसआईएस से जुड़े थे.
सालभर में तीसरा बड़ा हमला
पिछले साल भर में फ्रांस पर आईएसआईएस का ये तीसरा हमला था और वो भी तब जबकि पहले हमले के बाद से ही फ्रांस में आतंक से निपटने के लिए इमरजेंसी लागू है. जिस नीस शहर को सिटी ऑफ विक्ट्री यानी विजय का शहर कहा जाता था, वहां लोगों की भगदड़ और चीख-पुकार के बीच अगर कोई हारा है तो वो है इंसानियत. आतंक का शिकार बना नीस सैंकड़ों साल पहले ईसाइयत और इस्लाम के बीच चले धर्मयुद्ध का भी गवाह रहा है. आज फिर इतिहास दोहराव के कगार पर है जब धर्म के नाम पर खूनी जंग छेड़े आईएसआईएस के खतरे ने दुनिया की तस्वीर को भयानक बना दिया है.
जान बचाने के लिए समुद्र में कूदे लोग
आईएसआईएस और अल कायदा जैसे आतंकवादी संगठन पहले भी गाड़ियों को दहशत का जरिया बनाने की बात कह चुके हैं. उधर, चश्मदीदों की मानें तो नीस की सड़कों पर दौड़े मौत के इस ट्रक ने जो कोहराम मचाया है, वैसा किसी के लिए सोच पाना भी मुश्किल है. बहुत से लोगों का कहना है कि ट्रक लगातार देर तक साठ से सत्तर किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लोगों को कुचलता हुआ आगे बढ़ रहा था और हालत ये थी डर के मारे सैकड़ों लोग जान बचाने के लिए पास ही समंदर में भी कूद पड़े.
डिलिवरी ड्राइवर था आतंकी
फ्रांस के अधिकारिक सूत्रों की मानें तो ये 31 साल का एक शख्स था, जिसका नाम मोहम्मद लहूएज बुहेल था. वो ट्यूनीशिया मूल का फ्रेंच नागरिक था, जो उसी शहर में रहता था, जहां उसने इस हमले को अंजाम दिया. मौका-ए-वारदात पर उसे गोलियों से ढेर करने के बाद जब पुलिस ने उसके ट्रक की तलाशी ली, तो कुछ दस्तावेजों से उसकी पहचान साफ हुई. पुलिस की मानें तो वो एक डिलिवरी ड्राइवर के तौर पर काम करता था और एक आध बार छोटे-मोटे गुनाहों में पकड़ा जा चुका था लेकिन वो इतना खौफनाक आतंकवादी था, इसका पता अभी चला.
बढ़ा दी गई इमरजेंसी
हालांकि अभी उसके सीधे तौर पर आईएसआईएस के संपर्क में होने के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन जिस तरह आईएसआईएस के टेलीग्राम चैनल की ओर से हमले से पहले एक एनक्रिप्टेड मैसेज में फ्रांस का नाम लिखा गया था, उससे शक है कि इस हमले के पीछे आईएसआईएस ही है. उधर, पेरिस में हुए हमलों को कई महीने गुजरने के बाद अब फ्रांस धीरे-धीरे इमरजेंसी से आम जिंदगी में वापस लौट रहा था लेकिन अब इस हमले के बाद सरकार ने एक बार फिर से पूरे देश में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है. पिछले 18 महीनों में ये तीसरा मौका है, जब फ्रांस खून के आंसू रोया है. फ्रांस पर पहला आतंकवादी हमला पिछले साल जनवरी में तब हुआ था जब शार्ली हैब्दो मैग्जीन को आईएसआईएस ने निशाना बनाया. फिर दस महीने बाद ही फ्रांस पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ. पेरिस में सात जगहों पर एक साथ आईएसआईएस ने धावा बोल कर 147 लोगों की जान ले ली और अब नीस पर हमला हुआ है.
7 जनवरी, 2015 को शार्ली हैब्दो पर हमला
यही वो दिन था, जब अपने क्रांतिकारी पत्रकारिता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर फ्रांस की पत्रिका शार्ली हैब्दो के दफ्तर में आतंकवादी हमला हुआ. दो हथियारबंद दफ्तर के अंदर दाखिल हो गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. और जब तक पुलिस ने हमलावरों को ढेर किया, तब तक तीन पुलिसकर्मियों समेत कुल 17 लोगों की जान जा चुकी थी. हाल के दिनों में ये फ्रांस में हुआ पहला आतंकवादी हमला था, जिसने पूरी दुनिया को दहलाने के साथ-साथ प्रेस की आजादी और दहशतगर्दी के फैलते जाल को लेकर पूरी दुनिया में एक नई बहस की शुरुआत कर दी. दरअसल, शार्ली हैब्दो मैग्जीन पर पैगंबर मुहम्मद का कार्टून छाप कर उनकी बेकद्री करने का इल्ज़ाम था लेकिन इस इल्जाम का बदला आतंकवादी इस तरह लेंगे, ये किसी ने भी नहीं सोचा था. बाद में ये साफ हुआ कि इस हमले के पीछे आईएसआईएस का हाथ था.
13 नवंबर, 2015 को पेरिस में कत्लेआम
फ्रांस अभी शार्ली हैब्दो पर हुए हमले से पूरी तरह उबर भी नहीं सका था कि ठीक दस महीने बाद इस देश ने अपने सीने पर दहशतगर्दी का दूसरा वार झेला. इस रोज फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक साथ सात ठिकानों पर आतंकवादियों ने धावा बोला और ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी. जिसमें कुल 130 लोग मारे गए और इस हमले के पीछे भी आईएसआईएस ही था. ये हमला कितना भयानक था, इसका अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद इसे हमले को फ्रांस में हुआ दूसरा सबसे बड़ा हमला करार दिया गया. वैसे तो इस हमले के दौरान ही फ्रांस पुलिस और अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों ने ज्यादातर आतंकवादियों को ढेर कर दिया, लेकिन हमले का मास्टरमाइंड अब्देलसलाम चकमा देकर निकल भागने में कामयाब रहा. हालांकि बाद में बेल्जियम में हुए आतंकवादी हमले के बाद अप्रैल 2016 में अब्देलसलाम को गिरफ्तार कर लिया गया.
14 जुलाई, 2016 को नीस में हमला
ये पिछले 18 महीनों के दौरान फ्रांस पर हुआ तीसरा आतंकवादी हमला है, जिसे आईएसआईएस की ओर से ही अंजाम दिया गया है. लेकिन इस हमले की जो सबसे खास और सबसे चौंकानेवाली बात है, वो है इसे अंजाम देने का तरीका. दरअसल, गोलीबारी और बम ब्लास्ट से अलग हटकर इस मामले में आतंकवादी ने एक बड़े ट्रक को ही दहशतगर्दी का हथियार बनाया और फ्रांस के नेशनल डे समारोह के दौरान उसने सैकड़ों लोगों को इस ट्रक से कुचल दिया, जिसमें 80 से ज्यादा लोग बेमौत मारे गए और बहुत से बुरी तरह जख्मी हो गए.
दुनिया में दहशत का सबसे बड़ा नाम बनने की कोशिश
इराक और सीरिया के बाहर फ्रांस दुनिया का ऐसा बीसवां देश हैं जहां आईएसआईएस ने खूनी खेल खेला है. बाकी देशों में आस्ट्रेलिया, जर्मनी, अमेरिका, टर्की, बेल्जियम, सऊदी अरब, यमन, ट्यूनीशिया, इंडोनेशिा और बांग्लादेश जैसे देश शामिल हैं. इन देशों पर बगदादी के आतंकवादी आत्मघाती हमले कर सैकड़ों लोगों को मार चुके हैं. इराक में पैदा हुआ और सीरिया में बढ़े बगदादी के आईएसआईएस की दो साल पहले तक बस यही पहचान थी. मगर बगदादी का इरादा तो कुछ और ही था. पूरी दुनिया को दहलाना और पूरी दुनिया में अपनी दहशत कायम करना. बस अपने उसी इरादे को पूरा करने के लिए उसने एक-एक कर तमाम मुल्कों में अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी.
भीड़भाड़ वाली किसी भी जगह को निशाना बनाता है ISIS
आस्ट्रेलिया, अलजीरिया, कनाडा, अमेरिका, सऊदी अरबिया, फ्रांस, टर्की, लीबिया, बोसनिया, यूनान, डेनमार्क, ट्यूनीशिया, यमन, अफगानिस्तान, कुवैत, जर्मनी, इंडोनेशिया, बेल्जियम और अब बांग्लदेश. जैसे तमाम देशों आईएसआईएस हमले कर चुका है. बगददी के निशाने पर एयरपोर्ट से लेकर, दफ्तर, कैफे से लेकर रेस्तरां, मॉंल से लेकर नाइट क्लब और यहां तक कि प्लेन भी शामिल हैं. इराक और सीरिया के बाहर जनवरी 2015 पेरिस में चार्ली हैब्दो के दफ्तर पर हमला कर बगदादी ने सबसे पहले दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा था पर आईएसआईएस ने सबसे घातक हमला तीन महीने बाद अप्रैल 2105 में यमन की एओक मसजिद में किया. इस बम धमाके में 130 लोग मारे गए.
भारत तक भी पहुंच बनाने की कोशिश
इसके बाद जुलाई 2015 में ट्यूनीशिया के बीच पर आईएसआईएस के आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर कई लोगों की जान ले ली. अक्तूबर 2015 में आईएसआईएस ने दुनिया को तब दहला दिया जब उशने रशियन पेसेंजर प्लेन को गिरा दिया. इसमें सवार सभी 224 लोग मारे गए. फिर दो महीने बाद ही दिसंबर 2015 में बगदादी ने पेरिस पर सबसे बड़ा हमला बोल दिया. जिसमें करीब डेढ़ सौ लोग मारे गए. जनवरी 2016 में आईएस ने पहली बार अमेरिका में अपनी पहुंच दर्ज कराते हुए कैलीफोर्निया में गोलीबारी कर कई लोगों की जान ले ली. इसके बाद इसी साल ब्रसेल्स एयरपोर्ट, फिर टर्की एयरपोर्ट को अपना निशाना बनाया. इतना ही नहीं आईएस ने अमेरिका में नाइट गे क्लब में गोलीबारी कर पचास लोगों की जान लेने की जिम्मेदारी भी खुद ही ली. अब अफगानिस्तान और बांग्लादेश में आईएस की दस्तक के बाद जाहिर है नया खतरा भारत और पूरे एशिया को है.
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ई-टिकट श्रेणी में मांग और पूर्ति का संतुलन बनाए रखने के लक्ष्य को लेकर आईआरसीटीसी ने वर्तमान वित्त वर्ष में अपनी ई-टिकट बुकिंग क्षमता को 7,200 टिकट प्रतिमिनट करने की घोषणा सोमवार को की।
फिलहाल आईआरसीटीसी प्रति मिनट सिर्फ 2,000 टिकटें ही बुक कर सकता है।टिप्पणियां
आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक आरके टंडन ने समीक्षा बैठक के दौरान रेलमंत्री सीपी जोशी को इस सुधार के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
टिकट बुकिंग में सुधार करने के लिए रेलवे को करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
फिलहाल आईआरसीटीसी प्रति मिनट सिर्फ 2,000 टिकटें ही बुक कर सकता है।टिप्पणियां
आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक आरके टंडन ने समीक्षा बैठक के दौरान रेलमंत्री सीपी जोशी को इस सुधार के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
टिकट बुकिंग में सुधार करने के लिए रेलवे को करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
आईआरसीटीसी के प्रबंध निदेशक आरके टंडन ने समीक्षा बैठक के दौरान रेलमंत्री सीपी जोशी को इस सुधार के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
टिकट बुकिंग में सुधार करने के लिए रेलवे को करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
टिकट बुकिंग में सुधार करने के लिए रेलवे को करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।
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फिल्म निर्माता जोया अख्तर, अनुराग कश्यप, रितेश बत्रा और इनके साथ दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर भी 842 कलाकारों और कार्यकारियों में शामिल हैं, जिन्हें अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स और साइंसेज के सदस्य के रूप में आमंत्रित किया गया है. ऑस्कर के आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, आमंत्रितगण थिएट्रिकल मोशन पिक्चर्स में अपने योगदान से अपनी पहचान बनाई है.
साल 2019 के इस वर्ग में 50 प्रतिशत महिलाएं होंगी, 29 प्रतिशत अश्वेत होंगे जो 59 देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे. जो इस निमंत्रण को स्वीकार करेंगे केवल वे ही 2019 में अकादमी के सदस्य के रूप में चुने जाएंगे.
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'देव डी' के निर्देशक अनुराग कश्यप ने इस आमंत्रण को स्वीकारते हुए ट्वीट किया : "हैशटैग वी आर द एकेडमी."
#WeAreTheAcademy
https://t.co/SwOdGFxOLb
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72)
July 1, 2019
अभिनेत्री आर्ची पंजाबी भारतीय मूल की एक ब्रिटिश अभिनेत्री हैं और 'ए माइटी हार्ट' और 'बेंड इट लाइक बेकहम' जैसी फिल्मों में भी नजर आ चुकीं हैं. आर्ची को भी अकादमी में शामिल होने का आमंत्रण भेजा गया. इसके साथ ही इसमें निशा गनतरा भी शामिल हैं जो भारतीय मूल की एक कनाडाई अभिनेत्री, फिल्म निर्देशक, फिल्म निर्माता और पटकथा लेखिका हैं.
आर्ची पंजाबी ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा : "अकादमी का हिस्सा बनना वाकई में सम्मान की बात है! आपका धन्यवाद." गुनीत मोंगा, अली फजल और रीमा कागती उनमें से हैं जिन्होंने नए आमंत्रित लोगों को बधाई संदेश भेजे हैं.
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लेख: लिट्टे के दिवंगत प्रमुख वी प्रभाकरन के 12 साल के पुत्र बालचंद्रन की कथित नृशंस हत्या के ‘अमानवीय कृत्य’ पर श्रीलंकाई सरकार को आड़े हाथ लेते हुए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने बुधवार को कहा कि भारत को कोलंबो के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए और मार्च महीने में जिनेवा में होने जा रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में कथित मानवाधिकार हनन पर खासकर श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का उसे समर्थन करना चाहिए।
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे ‘‘चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य’’ करार देते हुए कहा, ‘‘वह तो एक बच्चा था जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।’’
अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। टिप्पणियां
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है जिसे माफ नहीं किया जा सकता।’’ कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
गौरतलब है कि अमेरिका अगले महीने यूएनएचआरसी की बैठक में श्रीलंका के खिलाफ प्रस्ताव लाने जा रहा है। जया ने मांग की, ‘‘युद्ध अपराध के सभी दोषियों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए।’’
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे ‘‘चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य’’ करार देते हुए कहा, ‘‘वह तो एक बच्चा था जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।’’
अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। टिप्पणियां
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है जिसे माफ नहीं किया जा सकता।’’ कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
गौरतलब है कि अमेरिका अगले महीने यूएनएचआरसी की बैठक में श्रीलंका के खिलाफ प्रस्ताव लाने जा रहा है। जया ने मांग की, ‘‘युद्ध अपराध के सभी दोषियों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए।’’
अन्नाद्रमुक प्रमुख ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। टिप्पणियां
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है जिसे माफ नहीं किया जा सकता।’’ कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
गौरतलब है कि अमेरिका अगले महीने यूएनएचआरसी की बैठक में श्रीलंका के खिलाफ प्रस्ताव लाने जा रहा है। जया ने मांग की, ‘‘युद्ध अपराध के सभी दोषियों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है जिसे माफ नहीं किया जा सकता।’’ कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
गौरतलब है कि अमेरिका अगले महीने यूएनएचआरसी की बैठक में श्रीलंका के खिलाफ प्रस्ताव लाने जा रहा है। जया ने मांग की, ‘‘युद्ध अपराध के सभी दोषियों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए।’’
गौरतलब है कि अमेरिका अगले महीने यूएनएचआरसी की बैठक में श्रीलंका के खिलाफ प्रस्ताव लाने जा रहा है। जया ने मांग की, ‘‘युद्ध अपराध के सभी दोषियों पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए।’’
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बसपा के स्थानीय नेताओं की आपसी लड़ाई पुलिस तक पहुंच गई है. पुलिस ने पांच बसपा नेताओं के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
डीआईजी एच.आर. शर्मा ने बताया कि संजय जाटव नामक एक बसपा कार्यकर्ता ने शहर के नौचन्दी थाने में बसपा के क्षेत्रीय समन्वयक गोरे लाल, पूर्व जिला अध्यक्ष प्रशांत गौतम समेत स्थनीय पांच नेताओं के खिलाफ एक तहरीर दी है. जिसमें उसने आरोपी बसपा नेताओं पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने ,जान से मारने की नीयत से गोली चलाने और तंमचों की बटों से मारपीट करने का आरोप लगाया है.
डीआईजी के अनुसार तहरीर के आधार पर आरोपी बसपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि जांच के उपरान्त ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
गत मंगलवार को फूलबाग स्थित बसपा के जिला कार्यालय पर मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान पार्टी के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली के खिलाफ नारेबाजी करने वाले पार्टी के कुछ कथित कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी गई थी. पिटने वालों में संजय जाटव भी शामिल था. आरोप है कि स्थानीय पुलिस द्वारा संजय जाटव की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.
पीड़ित द्वारा डीआईजी के दरबार में गुहार किये जाने के बाद नौचन्दी पुलिस ने संजय जाटव की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ एस सी एसटी कानून, धारा 307,147,148,323 में मामला दर्ज कर लिया है.
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कहते हैं कुदरत ने बच्चे के रूप में दुनिया को सबसे प्यारा तोहफा दिया है. कई बार तो कोई बच्चा अपने टैलेंट से लोगों के दिलों में बैठ जाते हैं. चीन के तीन साल के बच्चे का एक ऐसा ही वीडियो सोशल साइट्स पर काफी देखा और शेयर किया जाता है. इस वीडियो में चीन के इस बच्चे का डांस इतना प्यार है कि वहां मौजूद सारे लोग हंसते-हंसते लोटपोट होते दिखे रहे हैं. यू-ट्यूब पर मौजूद इस वीडियो को लगभग 12 करोड़ (118,750,502) बार देखा चुका है. शायद आप भी इस वीडियो को देखकर मुस्कुराने को मजबूर हो जाएंगे. दरअसल, यह वीडियो चीन के एक टीवी रियल्टी शो का है. इसमें ऑडिशन के लिए एक मासूम बच्चा आता है और सबके दिलों पर छा जाता है.
जब यह बच्चा स्टेज पर आता है तो शो के जज कहते हैं, यह छोटा सा बच्चा क्या कर सकता है. जब वह बच्चा डांस करना शुरू करता है तो लोग हैरत में पड़ जाते हैं. इस बच्चे का नाम जेंग जुन हाओ है. हरे रंग का स्वेट शर्ट और नीली पैंट पहनकर डांस करता यह बच्चा बेहद प्यार लगता है. वीडियो में दिख रहा है कि शो के सेट पर मौजूद कई लोग हंसते हुए लोटपोट हो रहे हैं. टिप्पणियां
यह बच्चा और भी प्यारा इसलिए लगता है क्योंकि उसका डांस देखकर वहां मौजूद सारे लोग हंस रहे होते हैं, लेकिन उसके चेहरे पर जरा भी हरकत नहीं होती है. वही बिल्कुल सीरियस होकर अपनी प्रस्तुति देता रहता है. वह तरह-तरह के डांस स्टेप करता है. जजों का हावभाव देखकर ऐसा लग रहा है मानो उन्होंने इस टैलेंट का अंदाजा भी नहीं लगाया होगा.
इस वीडियो को देख आपको समझ आ जाएगा कि आखिर छोटा से बच्चे में कितना टैलेंट है. इस बच्चे की अपनी ही अलग खासियत है यह अपने साथ स्टेज में एक लगैज लेकर जाता है जो कि नार्मल बैग न होकर एक स्पीकर होता है. जिसे रिमोट से गाना बदलते है. इस रिमोट को जज ने लेकर जैसे-जैसे बटन दबाया वैसे ही इस बच्चे के डांस का स्टाइल बदल जाता है.
जब यह बच्चा स्टेज पर आता है तो शो के जज कहते हैं, यह छोटा सा बच्चा क्या कर सकता है. जब वह बच्चा डांस करना शुरू करता है तो लोग हैरत में पड़ जाते हैं. इस बच्चे का नाम जेंग जुन हाओ है. हरे रंग का स्वेट शर्ट और नीली पैंट पहनकर डांस करता यह बच्चा बेहद प्यार लगता है. वीडियो में दिख रहा है कि शो के सेट पर मौजूद कई लोग हंसते हुए लोटपोट हो रहे हैं. टिप्पणियां
यह बच्चा और भी प्यारा इसलिए लगता है क्योंकि उसका डांस देखकर वहां मौजूद सारे लोग हंस रहे होते हैं, लेकिन उसके चेहरे पर जरा भी हरकत नहीं होती है. वही बिल्कुल सीरियस होकर अपनी प्रस्तुति देता रहता है. वह तरह-तरह के डांस स्टेप करता है. जजों का हावभाव देखकर ऐसा लग रहा है मानो उन्होंने इस टैलेंट का अंदाजा भी नहीं लगाया होगा.
इस वीडियो को देख आपको समझ आ जाएगा कि आखिर छोटा से बच्चे में कितना टैलेंट है. इस बच्चे की अपनी ही अलग खासियत है यह अपने साथ स्टेज में एक लगैज लेकर जाता है जो कि नार्मल बैग न होकर एक स्पीकर होता है. जिसे रिमोट से गाना बदलते है. इस रिमोट को जज ने लेकर जैसे-जैसे बटन दबाया वैसे ही इस बच्चे के डांस का स्टाइल बदल जाता है.
यह बच्चा और भी प्यारा इसलिए लगता है क्योंकि उसका डांस देखकर वहां मौजूद सारे लोग हंस रहे होते हैं, लेकिन उसके चेहरे पर जरा भी हरकत नहीं होती है. वही बिल्कुल सीरियस होकर अपनी प्रस्तुति देता रहता है. वह तरह-तरह के डांस स्टेप करता है. जजों का हावभाव देखकर ऐसा लग रहा है मानो उन्होंने इस टैलेंट का अंदाजा भी नहीं लगाया होगा.
इस वीडियो को देख आपको समझ आ जाएगा कि आखिर छोटा से बच्चे में कितना टैलेंट है. इस बच्चे की अपनी ही अलग खासियत है यह अपने साथ स्टेज में एक लगैज लेकर जाता है जो कि नार्मल बैग न होकर एक स्पीकर होता है. जिसे रिमोट से गाना बदलते है. इस रिमोट को जज ने लेकर जैसे-जैसे बटन दबाया वैसे ही इस बच्चे के डांस का स्टाइल बदल जाता है.
इस वीडियो को देख आपको समझ आ जाएगा कि आखिर छोटा से बच्चे में कितना टैलेंट है. इस बच्चे की अपनी ही अलग खासियत है यह अपने साथ स्टेज में एक लगैज लेकर जाता है जो कि नार्मल बैग न होकर एक स्पीकर होता है. जिसे रिमोट से गाना बदलते है. इस रिमोट को जज ने लेकर जैसे-जैसे बटन दबाया वैसे ही इस बच्चे के डांस का स्टाइल बदल जाता है.
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एक सवाल. इस दौर की सियासत को समझने के लिए आप किसे चुनेंगेः चौधरी वीरेंद्र सिंह को, जो कांग्रेस पार्टी के महासचिव और दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी हैं, या फिर मुगल साम्राज्य का सूरज डूबने के दौरान उर्दू-फारसी के शायर-फलसफी मिर्जा असदुल्ला खां न्नगालिब को? सवाल अटपटा है, और चुनाव भी अजीब. अगर आप चौधरी को चुनते हैं, तो आपका फैसला मुनासिब है. ये बात अलग है कि तनावभरे वजूद के इस दौर में मिर्जा कहीं ज्यादा मददगार हो सकते हैं.
कैसे? आइए, सबूतों पर गौर फरमाते हैं. कांग्रेस ने 17 अप्रैल को दिल्ली नगर निगम चुनाव हारकर अपने पतन की तस्दीक कर दी. उसी रोज चौधरी वीरेंद्र सिंह ने टीवी पर हवाबाजी कर डाली कि गलती दरअसल वोटर की थी; वोटर को पता ही नहीं था कि वह क्या कर रहा है. कोई डेढ़ सौ साल पहले गालिब के जमाने में चुनाव नहीं होते थे, और अगर होते भी तो शायद वे वोट न डालते, लेकिन खयालों की दुनिया में जो आराम मिलता है, उससे वे बहुत वाकिफ थे. तभी उन्होंने कहा थाः हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन/दिल के बहलाने को गालिब ये खयाल अच्छा है.
चौधरी हकीकत को अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन बस एक खयाल उनके दिल का बोझ हल्का कर देता है. फिलहाल, उनके लिए यही बड़ी राहत है. दरअसल, सियासत एक व्यावहारिक कला है. इसमें भ्रम पालने की सजा मिलती है. यहां खुद को बहलाने और सजा देने के बीच बड़ी महीन रेखा होती है. कोई भी सियासतदां अगर मान ले कि उसकी हार की वजह वोटर की गलती है, तो समझिए, उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक चुकी है.
कोई भी चुनाव छोटा नहीं होता, क्योंकि वोटर हमेशा अहम होता है फिर चाहे वह बड़ी सरकार चुन रहा हो या छोटी. श्रीमती गांधी की 1977 में भयंकर हार के बाद देश के मूड बदलने का पहला संकव्त उत्तर भारत में हुए स्थानीय चुनावों से मिला था जिसमें कांग्रेस जीती थी. जनता पार्टी के उनके विरोधियों ने इसे यह कह कर हवा में उड़ा दिया कि ये तो चेहरे पर एक दाग भर है. वे भूल गए कि अकसर एक दाग ही भीतरी कैंसर का पता देता है. दिल्ली के नगर निगम चुनाव और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बीच एक ही रिश्ता है कि लोगों का असंतोष अब तूफान बन चुका है. इसकी जड़ खराब प्रशासन और राजनैतिक कुप्रबंधन के दोहरे जोखिम में है. यह कांग्रेस को सत्ता की उस मसनद से उतार फेंकने को तैयार है जहां उसे हमेशा से ही सुकून मिलता रहा है.
बहाने उत्तर प्रदेश में भी नहीं चले थे, दिल्ली में भी वे काम नहीं आएंगे. उत्तर प्रदेश में इस बात का काफी प्रचार किया गया कि वहां पार्टी संगठन नामौजूद था. यही संगठन तो मोटे तौर पर 2009 में भी था जब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में 21 सीटें लेकर आई थी. यह नेटवर्क 2012 तक ढह तो गया नहीं होगा. चूंकि राहुल गांधी ने इसी जमीन में खाद-पानी डालने का काम तीन साल तक लगातार किया, लेकिन इन्हीं तीन बरसों में कांग्रेस का वोट छह फीसदी से भी ज्यादा नीचे आ गया. पार्टी के भीतर घमासान मच गया क्योंकि उसके विश्वास की जमीन दरक चुकी थी. अगर आप सत्ता में हैं, तो वोटर आपके प्रदर्शन से ही आपके दावों को जांचता है.
राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार पर अकेले कब्जा जमा लिया. कांग्रेस की जीत पर जिसकी पूजा होती, हारने पर भी उसी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, लेकिन दोष अकेले उनका नहीं. भ्रष्टाचार के दलदल में तैरते और वादों की खोखली अस्थियों पर जुबानी जमा खर्च के फूल चढ़ाते यूपीए गठबंधन ने राहुल गांधी को अपाहिज बना दिया था. चूंकि उन्होंने ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का चेहरा होना स्वीकार किया था, सो तमाचा भी उन्हीं के गाल पर पड़ा. अगर वे प्रचार में नहीं होते, तो भी कांग्रेस को ऐसे ही नतीजे मिलते. बात यह नहीं कि राहुल गांधी के आने से फर्क नहीं पड़ा, बल्कि यह है कि वे फर्क डाल नहीं सके. और एक ऐसा संगठन जो खानदानी खून से चलता है, उसके लिए यह स्वीकारोक्ति बड़ी खतरनाक है. लिहाजा, कांग्रेस को बहानों की जरूरत आन पड़ती है.
बहानों-खयालों की एक और वजह है. वजूद सिर्फ जिस्मानी मामला नहीं होता, उसके लिए खयालों की सेज भी चाहिए होती है. करीब
आधी केंद्रीय कैबिनेट जहां सत्ता की लॉटरी जीते एक शख्स की स्थायी मुस्कान पर टिकी है, वहीं उम्र के 40वें और 50वें दशक में चल रहे राज्यमंत्रियों का वजूद धीरे-धीरे अवसाद और बेचैनी का शिकार होता जा रहा है. इनमें से अधिकतर आठ साल से बिना तरक्की के वहीं अटके पड़े हैं. इनके लिए यह खयाल एक जंगल में गुम हो जाने जैसा बुरा है क्योंकि 2009 में ये मान बैठे थे कि 20 साल तक राज करने का लाइसेंस मिल गया. अगर अगले आम चुनाव से पहले इनका नैतिक बल चूक गया, तो जंग में हताहतों की संख्या बढ़नी तय है. जाहिर है, उन्हें यह भरोसा दिलाए जाने की जरूरत थी कि असल दिक्कत हालात की है, नेतृत्व की नहीं; हालात वक्त के साथ बदल जाएंगे, लेकिन नेतृत्व नहीं बदल सकता.
जीत नशा पैदा करती है. इसका खुमार भी होता है. यूपीए-2 अभी खुमारी की हालत में है. हार सबक सिखाती है, लेकिन उसके लिए ईमानदार होना पड़ता है. टीवी पर मची चुनावी भगदड़ में हो सकता है, चौधरी के खयाल कुछ देर के लिए हार के जख्म पर मरहम का काम कर जाएं. लेकिन लंबी दौड़ में तो चचा न्नगालिब की ही बातों पर यकीन करना होगा.
दिल्ली के नगर निगम चुनाव और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बीच एक ही रिश्ता है, कि लोगों का असंतोष अब तूफान बन चुका है. इसकी जड़ खराब प्रशासन और राजनैतिक कुप्रबंधन के दोहरे संकट में है. यह कांग्रेस को सत्ता की उस मसनद से उतार फेंकने को तैयार है जहां उसे हमेशा से सुकून मिलता रहा है.
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नारलाई भारतीय राज्य राजस्थान के पाली ज़िले की देसुरी तहसील का एक गाँव है।
यह रणकपपुर से ३६ किमी दूरी पर स्थित है। यहाँ पर विभिन्न हिन्दू और जैन मन्दिर हैं। यहाँ के आदिनाथ (जैन) और भगवान शिव के मन्दिर महत्वपूर्ण रूप से प्रसिद्ध मन्दिर हैं। इन मंदिरों की छत को भित्ति चित्रों के साथ सजाया गया है।
जनसांख्यिकी
२००१ की जनगणना के अनुसार नारलाई की जनसंख्या 6,190 है, जहाँ कुल पुरुषों की संख्या 2,968 और महिलाओं की संख्या 3,222 है।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
नारलाई
पाली ज़िले के गाँव
पाली ज़िला
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देश के व्यापक आर्थिक हालात में सुधार की अपेक्षाओं के चलते निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने भारत की रेटिंग को बेहतर करते हुए तथाकथित (मार्केट वेट) कर दिया है। इसका मतलब है कि अमेरिका के इस निवेश बैंक के आकलन में भारत में निवेश करना अल्पकाल में लाभदायक रहेगा। गोल्डमैन सैक्स ने यह आकलन ऐसे समय जारी किया है जबकि रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने चेतावनी दी है कि अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में फिर से नरमी आई तो भारत समेत एशिया-प्रशांत क्षेत्र की अन्य अर्थव्यवस्थों पर इसका गहरा और लंबा असर पड़ सकता है। गोल्डमैन सैक्स ने लगभग एक साल से भारत की रेटिंग (अंडर वेट) रखी थी जिसे अब उसने बेहतर किया है। बैंक का कहना है कि उसने यह कदम कच्चे तेल की कीमतों में नरमी तथा नीतिगत सुधारों पर सरकार के जोर को देखते हुए उठाया है। इसके एक अनुसंधान पत्र में कहा गया है कि भारत की रेटिंग को साल भर (अंडर वेट) रखने के बाद बेहतर किया गया है और इसमें तेल कीमत, आर्थिक चक्र, शेयरों के बाजार मूल्य की स्थिति तथा नीतिगत सुधारों को ध्यान में रखा गया है। फर्म ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जबकि यूरोप तथा अमेरिका में जारी ऋण संकट के बीच घरेलू स्तर पर आर्थिक नरमी की आशंका गहरा रही है। गोल्डमैन ने हालांकि अपेक्षा जताई है कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी जबकि पूर्व में उसने इसके 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2011-12 में वृद्धि दर आठ प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
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यह लेख है: पाकिस्तान में एक व्यक्ति ने मस्जिद करीब 50,000 रुपये की चोरी करके एक खत उसमें छोड़ दिया, जिसमें लिखा है कि यह उसके और ऊपरवाले के बीच का मामला है और किसी को इसमें दखल देने की जरूरत नहीं है. यह घटना दक्षिणी पंजाब के खानेवाल जिले के जामिया मस्जिद सादीकुद मेदिना में शुक्रवार रात हुई.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक चोर ने दान पेटी के दो डिब्बे और मस्जिद में रखी एक जोड़ी बैट्री चुरा ली. मस्जिद के मौलाना कारी सईद ने बताया कि सभी चीजें 50,000 रुपये मूल्य की थीं.
चोर ने मस्जिद में चोरी का कारण बताते हुए एक खत भी छोड़ा है. इस खत में उसने लिखा है, 'यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. कृपया कोई मुझे ढूंढने की कोशिश न करें. मैं काफी जरूरतमंद व्यक्ति हूं और इसलिए मैं अल्लाह के घर से चोरी कर रहा हूं.' चोर ने कहा कि वह एक बार मौलवी से मदद की मांग करते हुए मस्जिद आया था लेकिन मौलवी ने मदद देने से मना कर दिया और उसे वहां से निकाल बाहर किया.
चोर ने खत में लिखा है, 'लोगों द्वारा मदद देने से मना करने के बाद मुझे मस्जिद में चोरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. मैंने किसी के घर से कोई चोरी नहीं की है. मैं सिर्फ अल्लाह के घर से कुछ चीजें चुरा रहा हूं इसलिए यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. हमारे मामले में किसी और को दखल नहीं देनी चाहिए.' खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने चोर से हमदर्दी जताते हुए सईद से उसे माफ कर देने को कहा है. टिप्पणियां
ठीक इसी तरह की घटना पिछले साल रमजान के महीने में जहानियन में हुई थी. चोर ने करीमन मस्जिद में चोरी करके वहां एक खत छोड़ दिया था. इस खत में भी गरीबी का हवाला देते हुए कहा गया था कि उसके पास जब पैसे आएंगे तब वह मस्जिद को वापस लौटा देगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक चोर ने दान पेटी के दो डिब्बे और मस्जिद में रखी एक जोड़ी बैट्री चुरा ली. मस्जिद के मौलाना कारी सईद ने बताया कि सभी चीजें 50,000 रुपये मूल्य की थीं.
चोर ने मस्जिद में चोरी का कारण बताते हुए एक खत भी छोड़ा है. इस खत में उसने लिखा है, 'यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. कृपया कोई मुझे ढूंढने की कोशिश न करें. मैं काफी जरूरतमंद व्यक्ति हूं और इसलिए मैं अल्लाह के घर से चोरी कर रहा हूं.' चोर ने कहा कि वह एक बार मौलवी से मदद की मांग करते हुए मस्जिद आया था लेकिन मौलवी ने मदद देने से मना कर दिया और उसे वहां से निकाल बाहर किया.
चोर ने खत में लिखा है, 'लोगों द्वारा मदद देने से मना करने के बाद मुझे मस्जिद में चोरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. मैंने किसी के घर से कोई चोरी नहीं की है. मैं सिर्फ अल्लाह के घर से कुछ चीजें चुरा रहा हूं इसलिए यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. हमारे मामले में किसी और को दखल नहीं देनी चाहिए.' खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने चोर से हमदर्दी जताते हुए सईद से उसे माफ कर देने को कहा है. टिप्पणियां
ठीक इसी तरह की घटना पिछले साल रमजान के महीने में जहानियन में हुई थी. चोर ने करीमन मस्जिद में चोरी करके वहां एक खत छोड़ दिया था. इस खत में भी गरीबी का हवाला देते हुए कहा गया था कि उसके पास जब पैसे आएंगे तब वह मस्जिद को वापस लौटा देगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चोर ने मस्जिद में चोरी का कारण बताते हुए एक खत भी छोड़ा है. इस खत में उसने लिखा है, 'यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. कृपया कोई मुझे ढूंढने की कोशिश न करें. मैं काफी जरूरतमंद व्यक्ति हूं और इसलिए मैं अल्लाह के घर से चोरी कर रहा हूं.' चोर ने कहा कि वह एक बार मौलवी से मदद की मांग करते हुए मस्जिद आया था लेकिन मौलवी ने मदद देने से मना कर दिया और उसे वहां से निकाल बाहर किया.
चोर ने खत में लिखा है, 'लोगों द्वारा मदद देने से मना करने के बाद मुझे मस्जिद में चोरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. मैंने किसी के घर से कोई चोरी नहीं की है. मैं सिर्फ अल्लाह के घर से कुछ चीजें चुरा रहा हूं इसलिए यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. हमारे मामले में किसी और को दखल नहीं देनी चाहिए.' खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने चोर से हमदर्दी जताते हुए सईद से उसे माफ कर देने को कहा है. टिप्पणियां
ठीक इसी तरह की घटना पिछले साल रमजान के महीने में जहानियन में हुई थी. चोर ने करीमन मस्जिद में चोरी करके वहां एक खत छोड़ दिया था. इस खत में भी गरीबी का हवाला देते हुए कहा गया था कि उसके पास जब पैसे आएंगे तब वह मस्जिद को वापस लौटा देगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चोर ने खत में लिखा है, 'लोगों द्वारा मदद देने से मना करने के बाद मुझे मस्जिद में चोरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. मैंने किसी के घर से कोई चोरी नहीं की है. मैं सिर्फ अल्लाह के घर से कुछ चीजें चुरा रहा हूं इसलिए यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है. हमारे मामले में किसी और को दखल नहीं देनी चाहिए.' खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने चोर से हमदर्दी जताते हुए सईद से उसे माफ कर देने को कहा है. टिप्पणियां
ठीक इसी तरह की घटना पिछले साल रमजान के महीने में जहानियन में हुई थी. चोर ने करीमन मस्जिद में चोरी करके वहां एक खत छोड़ दिया था. इस खत में भी गरीबी का हवाला देते हुए कहा गया था कि उसके पास जब पैसे आएंगे तब वह मस्जिद को वापस लौटा देगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ठीक इसी तरह की घटना पिछले साल रमजान के महीने में जहानियन में हुई थी. चोर ने करीमन मस्जिद में चोरी करके वहां एक खत छोड़ दिया था. इस खत में भी गरीबी का हवाला देते हुए कहा गया था कि उसके पास जब पैसे आएंगे तब वह मस्जिद को वापस लौटा देगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष
अमित शाह
देशभर में दो बार पार्टी मुख्यालय में मंगलवार को कार्यकर्ताओं से मिलेंगे.
शाह बिहार के पार्टी कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरने के प्रयासों के तहत 14 अप्रैल से राज्य के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे. शाह वहां चुनावों के लिए रणनीति तय करने के लिहाज से पार्टी के नेताओं से सलाह मशविरा करेंगे.
सूत्रों ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष शाह 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के अवसर पर पटना में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. राज्य में दलित मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए यह दिन तय किया गया है. बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने हैं और बीजेपी पहली बार अपने दम पर राज्य की सत्ता में आने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है.
पार्टी को राज्य में दलित नेता रामविलास पासवान का समर्थन प्राप्त है और पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री तथा दलित नेता जीतन राम मांझी की नीतीश कुमार के खिलाफ लड़ाई में उनका समर्थन कर रही है.
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यह एक लेख है: सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होगी. 15 फरवरी से 12वीं की परीक्षाएं (CBSE Board Exam 2019) शुरू होनी है, जबकि 10वीं (CBSE Class 10) की परीक्षाएं 21 फरवरी से शुरू होगी. परीक्षा की तारीख नजदीक है, ऐसे में अब स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा समय रिवीजन पर देना चाहिए. स्टूडेंट्स को नए टॉपिक्स न पढ़के पुराने पढ़े हुए टॉपिक्स का रिवीजन करना चाहिए. साथ ही सैंपल पेपर सॉल्व करने चाहिए. सैंपल पेपर (CBSE Sample Paper) सॉल्व करने से आपकी तैयारी और बढ़िया हो जाएगी. परीक्षा की तारीख आने तक रोज 1-2 सैंपल पेपर सॉल्व करें. बता दें कि सैंपल पेपर से हमें ये अंदाजा हो जाता है कि पेपर किस तरह का आता है और पेपर में किस तरह के सवाल होते हैं. साथ ही इससे हमारी तैयारी का भी टेस्ट हो जाता है. 10वीं के स्टूडेंट्स को अंग्रेजी, हिंदी, साइंस, सोशल साइंस और मैथ्स के सैंपल पेपर सॉल्व करने चाहिए. स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए हम इन सभी सब्जेक्ट के सैंपल पेपर दे रहे हैं. स्टूडेंट्स नीचे दिए गए लिंक से इन सभी सब्जेक्ट के सैंपल पेपर डाउनलोड कर सकते हैं.
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