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लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा राजधानी दिल्ली के यूपी भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए. एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार कर दी और जमकर हंगामा किया. गाजियाबाद के एक नेता ने गाजियाबाद के प्रत्याशी पर गंभीर आरोप लगाया. प्रभारी ने दावा किया कि गाजियाबाद की प्रत्याशी को बड़े नेताओं के दबाव में दिया गया. मीटिंग के बाद पार्टी नेता केके मिश्र ने हंगामे की वजह मीटिंग का देर से शुरू होना बताया.
मिश्र ने आरोप लगाया कि वह लोग सुबह 10 बजे से ही कार्यालय पर जमे थे, जबकि मीटिंग शाम 3 बजे शुरू की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि उच्च पदों पर आसीन पार्टी के नेदता सही सदस्यों के साथ मीटिंग किए बगैर निर्णय ले ले रहे, यही चुनाव परिणाम के लिए भी जिम्मेदार हैं. मिश्र ने कहा कि मैंने सिंधिया को बताया कि मेरे पास गुलाम नबी आजाद के खिलाफ बताने को बहुत कुछ है.
Congress leader KK Sharma: We're here since 10 am, but meeting was held at 3 pm. Higher leadership that takes decision without meeting right members also responsible for election results. I told Jyotiraditya Scindia Ji in the meeting that I've many things to say against GN Azad"
pic.twitter.com/o2qD6D7EhZ
— ANI (@ANI)
June 11, 2019
मीटिंग में पार्टी नेताओं ने दावा किया कि पार्टी के बड़े नेता अध्यक्ष राहुल गांधी को भ्रमित कर रहे थे. बैठक के दौरान कार्यकर्ता आपत्तिजनक बहस पर उतर आए. एक नेता ने आरोप लगाया कि पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी देश में अकेले संघर्ष कर रहे हैं. गौरतलब है कि हालिया लोेकसभा चुनाव में कांग्रेस ने महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज की बेटी डॉली शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा था, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जनरल वीके सिंह ने 8 लाख से अधिक वोटों से मात दी थी.
#WATCH
: Argument between Congress leaders from Western Uttar Pradesh following a review meeting in Delhi on election results in UP; a Congress leader says, "it's our internal matter".
pic.twitter.com/HUPt5uih2R
— ANI (@ANI)
June 11, 2019
सन 2017 में कांग्रेस के ही टिकट पर मेयर का चुनाव हार चुकी डॉली को उम्मीदवार बनाए जाने से पार्टी के कार्यकर्ता भी चौंक गए थे. पार्टी के टिकट को लेकर डॉली और पूर्व सांसद सुरेंद्र गोयल के बीच मुकाबला था. बता दें कि 2014 में गाजियाबाद सीट से चुनाव मैदान में उतरे प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर स्वयं उतरे थे. बब्बर को भी 6 लाख से अधिक मतों से मात मिली थी.
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उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक व्यक्ति ने अपने एक बुजुर्ग रिश्तेदार की गोली मार कर हत्या कर दी. हत्या की वजह पुरानी मुकदमेबाजी बताई जा रही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
हत्या की यह घटना मुजफ्फरनगर के जरोदा गांव की है. यहां रहने वाले 60 दीन मोहम्मद का अपने एक रिश्तेदार जुनैद के साथ विवाद चल रहा था. दीन ने जुनैद के खिलाफ एक आपराधिक मामले में मुकदमा दर्ज कराया था.
जुनैद शुक्रवार को गांव में दीम मोहम्मद के घर पहुंचा और उस पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाने लगा. लेकिन दीन मोहम्मद ने मुकदमा वापस लेने से साफ इनकार कर दिया. इस बात पर जुनैद आपा खो बैठा और उसने दीन मोहम्मद को वहीं गोली मार दी.
गोली लगते ही बुजुर्ग दीन मोहम्मद जमीन पर गिर पड़ा. और कुछ पलों में ही उसकी मौत हो गई.
हत्या
की वारदात को अंजाम देकर जुनैद मौके से फरार हो गया. गांव वालों ने वारदात की खबर पुलिस को दी.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने इस संबंध में हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.
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यह लेख है: दिल्ली-आगरा कोरिडोर में 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रेल सेवा कामयाबी से शुरू करने के बाद रेलवे का लक्ष्य दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग पर फ्रांस की मदद से ट्रेनों की गति 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाने का है, ताकि यात्रा में लगने वाले समय में कमी आ सके.
दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग 245 किलोमीटर लंबा कोरिडोर है जो उत्तर भारत के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है. इस मार्ग को रेलवे की ओर से शुरू की गई पहली अर्ध उच्च गति (सेमी हाई स्पीड) परियोजना के लिए चुना किया गया है और इस पर 200 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से रेल गाडियां चलाई जाएंगी.
रेलवे ने 6,400 किलोमीटर के उच्च प्राथमिकता वाले नौ यात्री कोरिडोरों की पहचान की है जिनमें दिल्ली-आगरा, दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग भी शामिल हैं. उन्हें सेमी हाई स्पीड की ट्रेन सेवा चलाने के लिए अपग्रेड किया जाएगा. दिल्ली-कानपुर, नागपुर-बिलासपुर, मैसूर-बेंगलूरू-चेन्नई, मुंबई-गोवा, मुंबई-अहमदाबाद, चेन्नई-हैदराबाद और नागपुर-सिंकदराबाद मार्गो की भी पहचान यात्री ट्रेनों की गति बढ़ाकर 160-200 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिए की गई है.टिप्पणियां
फ्रांसीसी रेलवे एसएनसीएफ 245 किलोमीटर लंबे चंडीगढ़ मार्ग सहित सेमी हाई स्पीड परियोजना पर आने वाली लागत, इसे लागू करने का मॉडल और रणनीति पेश करेगा. वर्तमान में इस रूट पर शताब्दी एक्सप्रेस 110 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से यह दूरी 3.30 घंटे में तय करती है.
परियोजना से जुड़े रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फ्रांस की टीम अक्तूबर तक अपनी अंतिम रिपोर्ट दे सकती है. जानकारों का कहना है कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे. एक किलोमीटर की दूरी के अपग्रेडेशन पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग 245 किलोमीटर लंबा कोरिडोर है जो उत्तर भारत के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है. इस मार्ग को रेलवे की ओर से शुरू की गई पहली अर्ध उच्च गति (सेमी हाई स्पीड) परियोजना के लिए चुना किया गया है और इस पर 200 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से रेल गाडियां चलाई जाएंगी.
रेलवे ने 6,400 किलोमीटर के उच्च प्राथमिकता वाले नौ यात्री कोरिडोरों की पहचान की है जिनमें दिल्ली-आगरा, दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग भी शामिल हैं. उन्हें सेमी हाई स्पीड की ट्रेन सेवा चलाने के लिए अपग्रेड किया जाएगा. दिल्ली-कानपुर, नागपुर-बिलासपुर, मैसूर-बेंगलूरू-चेन्नई, मुंबई-गोवा, मुंबई-अहमदाबाद, चेन्नई-हैदराबाद और नागपुर-सिंकदराबाद मार्गो की भी पहचान यात्री ट्रेनों की गति बढ़ाकर 160-200 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिए की गई है.टिप्पणियां
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परियोजना से जुड़े रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फ्रांस की टीम अक्तूबर तक अपनी अंतिम रिपोर्ट दे सकती है. जानकारों का कहना है कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे. एक किलोमीटर की दूरी के अपग्रेडेशन पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
रेलवे ने 6,400 किलोमीटर के उच्च प्राथमिकता वाले नौ यात्री कोरिडोरों की पहचान की है जिनमें दिल्ली-आगरा, दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग भी शामिल हैं. उन्हें सेमी हाई स्पीड की ट्रेन सेवा चलाने के लिए अपग्रेड किया जाएगा. दिल्ली-कानपुर, नागपुर-बिलासपुर, मैसूर-बेंगलूरू-चेन्नई, मुंबई-गोवा, मुंबई-अहमदाबाद, चेन्नई-हैदराबाद और नागपुर-सिंकदराबाद मार्गो की भी पहचान यात्री ट्रेनों की गति बढ़ाकर 160-200 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिए की गई है.टिप्पणियां
फ्रांसीसी रेलवे एसएनसीएफ 245 किलोमीटर लंबे चंडीगढ़ मार्ग सहित सेमी हाई स्पीड परियोजना पर आने वाली लागत, इसे लागू करने का मॉडल और रणनीति पेश करेगा. वर्तमान में इस रूट पर शताब्दी एक्सप्रेस 110 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से यह दूरी 3.30 घंटे में तय करती है.
परियोजना से जुड़े रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फ्रांस की टीम अक्तूबर तक अपनी अंतिम रिपोर्ट दे सकती है. जानकारों का कहना है कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे. एक किलोमीटर की दूरी के अपग्रेडेशन पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
फ्रांसीसी रेलवे एसएनसीएफ 245 किलोमीटर लंबे चंडीगढ़ मार्ग सहित सेमी हाई स्पीड परियोजना पर आने वाली लागत, इसे लागू करने का मॉडल और रणनीति पेश करेगा. वर्तमान में इस रूट पर शताब्दी एक्सप्रेस 110 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से यह दूरी 3.30 घंटे में तय करती है.
परियोजना से जुड़े रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फ्रांस की टीम अक्तूबर तक अपनी अंतिम रिपोर्ट दे सकती है. जानकारों का कहना है कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे. एक किलोमीटर की दूरी के अपग्रेडेशन पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
परियोजना से जुड़े रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फ्रांस की टीम अक्तूबर तक अपनी अंतिम रिपोर्ट दे सकती है. जानकारों का कहना है कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ से अधिक रुपये खर्च होंगे. एक किलोमीटर की दूरी के अपग्रेडेशन पर 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
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यह एक लेख है: हरियाणा के निवर्तमान मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा ने यह कहते हुए आज मनोहर लाल खट्टर के शपथ-ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं की कि उन्हें आमंत्रण नहीं मिला था।
हुड्डा ने संवाददाताओं को बताया, 'मुझे आमंत्रण नहीं मिला था। अगर मुझे आमंत्रित किया गया होता तो मैं (इसमें शिरकत पर) विचार करता।'
बहरहाल, हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब के उप-मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल सहित शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के शीर्ष नेतृत्व द्वारा भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार करने के बाद भगवा पार्टी के नेताओं के निशाने पर आए पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल आज मनोहर लाल खट्टर के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
शपथ-ग्रहण समारोह में ओम प्रकाश चौटाला की अगुवाई वाली मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की नुमाइंदगी अभय चौटाला ने की।
बहरहाल, इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी गणमान्य लोगों के पहुंचने और उनके मंच पर बैठ जाने के बाद समारोह-स्थल पर पहुंचे। जब चौटाला पहुंचे उस वक्त राष्ट्रगान गाया जा रहा था।
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यह एक लेख है: डॉलर की मांग बढ़ने से आज कारोबार के बीच में रुपया 60 के स्तर से नीचे गिरता हुआ अब तक के सर्वकालिक निम्न स्तर 60.35 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच गया। अंतर बैंकिंग मुद्रा विनिमय बाजार में आज रुपये में धीमी शुरुआत हुई और जल्द ही यह 69 पैसे लुढ़ककर 60.35 रुपये प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया।
विदेशी मुद्रा डीलरों ने बताया कि तेल कंपनियों और बैंकों की तरफ से लगातार डॉलर की मांग आ रही थी।टिप्पणियां
स्थानीय शेयर और ऋण बाजार से विदेशी मुद्रा की लगातार निकासी के चलते रुपये की विनिमय दर लगातार गिरती जा रही है।
दुनिया के बाजारों में डॉलर की लगातार मजबूती से भी रुपया दबाव में बना हुआ है। बाजार में धारणा है कि डॉलर की मंदी थामने के लिए रिजर्व बैंक हस्तक्षेप कर सकता है।
विदेशी मुद्रा डीलरों ने बताया कि तेल कंपनियों और बैंकों की तरफ से लगातार डॉलर की मांग आ रही थी।टिप्पणियां
स्थानीय शेयर और ऋण बाजार से विदेशी मुद्रा की लगातार निकासी के चलते रुपये की विनिमय दर लगातार गिरती जा रही है।
दुनिया के बाजारों में डॉलर की लगातार मजबूती से भी रुपया दबाव में बना हुआ है। बाजार में धारणा है कि डॉलर की मंदी थामने के लिए रिजर्व बैंक हस्तक्षेप कर सकता है।
स्थानीय शेयर और ऋण बाजार से विदेशी मुद्रा की लगातार निकासी के चलते रुपये की विनिमय दर लगातार गिरती जा रही है।
दुनिया के बाजारों में डॉलर की लगातार मजबूती से भी रुपया दबाव में बना हुआ है। बाजार में धारणा है कि डॉलर की मंदी थामने के लिए रिजर्व बैंक हस्तक्षेप कर सकता है।
दुनिया के बाजारों में डॉलर की लगातार मजबूती से भी रुपया दबाव में बना हुआ है। बाजार में धारणा है कि डॉलर की मंदी थामने के लिए रिजर्व बैंक हस्तक्षेप कर सकता है।
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एम्मा रादुकानू (जन्म 13 नवंबर 2002) एक ब्रिटिश पेशेवर टेनिस खिलाड़ी और वर्तमान महिला अमेरिकी ओपन विजेता हैं। 13 सितंबर 2021 को उन्होनें अपने करियर उच्चतम वरीयता विश्व की 23वें नंबर की टेनिस खिलाडी प्राप्त की, और उनकी वर्तमान ब्रिटिश वरीयता 1 है।
जब रादुकानू को वाइल्डकार्ड के द्वारा 2021 की विंबलडन प्रतियोगिता में प्रवेश दिया गया उस समय वो विश्व वरीयता क्रम में 338 नंबर की खिलाडी थीं। लेकिन अपनी पहली प्रमुख चैंपियनशिप में ही वो चौथे दौर में पहुंच गई। दो महीने बाद, 2021 अमेरिकी ओपन के लिए क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में प्रवेश किया और मुख्य ड्रॉ में पहुंचकर ग्रैंड स्लैम एकल फाइनल में पहुंचने और जीतने वाली पहली क्वालीफायर बन गई। फाइनल में, रादुकानू ने लेलाह फर्नांडीज को हराकर पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट गंवाए बिना खिताब जीत लिया। वह 1977 की विंबलडन चैंपियनशिप में वर्जीनिया वेड के बाद एक प्रमुख एकल खिताब जीतने वाली पहली ब्रिटिश महिला बनीं और 1968 में वेड के बाद यूएस ओपन में ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं।
प्रारंभिक जीवन
सन्दर्भ
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लोक सेवा आयोग में फ्रेशर के लिए 'लेक्चरर' पद पर 12 भर्तियां निकली है. जो भी उम्मीदवार रुचि रखते हैं, वह 2 मार्च 2017 तक आवेदन कर सकते हैं.
संस्थान का नाम
लोक सेवा आयोग
भर्तियों की संख्या
12
पद का नाम
लेक्चरर
योग्यता
जो उम्मीदवार मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से नर्सिंग में ग्रेजुएशन कर चूके हैं वह आवेदन कर सकते हैं.
वेतन
Rs. 15600-39100 /-
आयु
18 से लेकर 45 उम्र के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं.
सेलेक्शन प्रक्रिया
लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर उम्मीदवार चुनें जाएंगे.
अंतिम तारिख
02th मार्च 2017 आवेदन भरने की अंतिम तारीख है.
कैसे करें अप्लाई
लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर जाकर उम्मीदवार ऑनलाइन फॉर्म भर सकते है.
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भूरा बौना या ब्राउन ड्वार्फ़ ब्रह्माण्ड में ऐसी वस्तु को कहा जाता है जो आकार में गैस दानव ग्रहों और तारों के दरम्यान का स्थान रखती हैं। भूरे बौने गैस के बने होते हैं, जिसमें हाइड्रोजन और हिलियम प्रधान होती हैं। भूरे बौनों का आकार तारों से छोटा होता है और उनमें इतना गुरुत्वाकर्षण नहीं होता के उनमें हाइड्रोजन गैस के परमाणुओं के कुचले जाने से नाभिकीय संलयन (न्यूक्लियर फ्यूज़न) की प्रक्रिया शुरू हो, लेकिन कुछ अन्य भारी तत्वों का संयलन आरम्भ अवश्य हो जाता है - जैसे की ड्यूटेरियम और लिथियम का। गैस दानव ग्रहों में बिलकुल किसी प्रकार का संयलन नहीं होता। वैज्ञानिकों में कुछ विवाद है के किस आकार पर वास्तु गैस दानव नहीं रहती और भूरा बौना बन जाती है और किस आकार पर तारा बन जाती है। अनुमान है के बृहस्पति से १३ गुना ज़्यादा द्रव्यमान (मास) होने पर भूरा बौना और ७५ गुना ज़्यादा द्रव्यमान होने पर तारा बन जाता है।
नाम की उत्पत्ति
तारे भी गैस दानवों की तरह गैस के बने होते हैं, लेकिन तारे इतने बड़े होते हैं के उनमें मौजूद हाइड्रोजन गैस के परमाणु गुरुत्वाकर्षण के दबाव से नाभिकीय संलयन (न्यूक्लियर फ्यूज़न) की प्रक्रिया के ज़रिये मिलकर हीलियम बनाना शुरू कर देते हैं। इस संयलन में बहुत उर्जा और प्रकाश पैदा होता है और यही तारों से निकलने वाली रोशनी का स्रोत है। भूरे बौनों में इतना दबाव नहीं लेकिन उनमें जो अन्य तत्वों का संयलन होता है माना जाता है के उस से उन में धीमा भूरे रंग का प्रकाश आ जाता है। इसलिए उन्हें भूरा बौना कहा जाता है।
इन्हें भी देखें
गैस दानव
तारा
नाभिकीय संलयन
निष्कासित ग्रह
सन्दर्भ
हिन्दी विकि डीवीडी परियोजना
तारे
उपतारकीय वस्तुएँ
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मजबूत वैश्विक रुख के बीच मौजूदा शादी-विवाह सीजन के मद्देनजर स्टाकिस्टों और आभूषण निर्माताओं की भारी लिवाली के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमत 30,750 रु. प्रति दस ग्राम की नई ऊंचाई पर पहुंचा।
सोने के भाव 325 रु. चढ़ा। इससे पूर्व 15 जून के रिकॉर्ड 30, 570 रु. को तोड़ते हुए मंगलवार को यह 30, 750 रु. की नई ऊंचाई को छू गया। औद्योगिक इकाइयों की भारी लिवाली के चलते चांदी के भाव 800 रु. चढ़कर 55,800 रु. प्रति किलो हो गया।
यूरो क्षेत्र में ऋण संकट गहराने और इन अटकलों से फेडरल रिजर्व आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए कदम उठा सकता है, इससे कारण डॉलर कमजोर हुआ और सोने की मांग में तेजी आई।
सिंगापुर में सोने के भाव 0.3 प्रतिशत चढकर 1633.60 डॉलर और चांदी के भाव 0.6 प्रतिशत की तेजी के साथ 28.88 डॉलर प्रति औंस हो गए।
बाजार सूत्रों के अनुसार मौजूदा शादी-विवाह सीजन के मद्देजर स्टाकिस्टों और आभूषण निर्माताओं की भारी खरीदारी के चलते सोने के भाव अब तक की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया।
घरेलू बाजार में सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 325 रु. की तेजी के साथ क्रमश: 30,750 रु. और 30,550 रु. प्रति दस ग्राम बंद हुआ। गिन्नी के भाव पूर्वस्तर 24,400 रु. प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बना रहा।
चांदी तैयार के भाव 800 रु. चढ़कर 55,800 रु. किलो और चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 695 की तेजी के साथ 55,060 रु. किलो बंद हुआ। चांदी सिक्का के भाव पूर्वस्तर 64,000:65,000 रु. प्रति सैकड़ा अपरिवर्तित बंद हुआ।
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तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) और अबराम (Abram Khan) बॉलीवुड के सबसे ज्यादा पॉपुलर स्टार किड्स में से हैं. सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) के साहेबजादे तैमूर अली खान जहां रोजाना कैमरों से मुखातिब होते नजर आते हैं और बहुत ही शानदार ढंग से पेश आते हैं. तैमूर अली खान को कैमरा फ्रेंडली कहना भी गलत नहीं होगा जबकि शाहरुख खान के सबसे छोटे बेटे अबराम खान (Abram Khan) कैमरे के सामने उतना कंफर्टेबल महसूस करते नजर नहीं आ रहे हैं. अबराम की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वे फोटो खींचने पर जीभ निकालते नजर आ रहे हैं जबकि तैमूर अली खान की यूरोप में मम्मी-पापा के साथ छुट्टियां मनाते हुए फोटो भी खूब देखी जा रही हैं.
A post shared by kareena kapoor fc (@kareenakapoorkhan_fc07) on Dec 28, 2018 at 8:32am PST
तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) इन दिनों पापा सैफ अली खीन (Saif Ali Khan) और मम्मी करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) के साथ यूरोप में नए साल की छुट्टियां मना रहे हैं.
A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Dec 28, 2018 at 8:35am PST
तैमूर पहले मम्मी-पापा के साथ लंदन पहुंचे थे और अब उनकी स्विटरजरलैंड की बहुत ही क्यूट फोटो वायरल हो रही हैं. स्विटरजरलैंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और बर्फ के बीच तैमूर सैफ और करीना के साथ नजर आ रहे हैं. तैमूर अली खान की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं.
A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Dec 28, 2018 at 12:27am PST
तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) जहां यूरोप में लुत्फ ले रहे हैं, वहीं अबराम (Abram) इंडिया में ही पापा शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और फैमिली के साथ मस्ती करते नजर आ रहे हैं. अबराम हाल ही में पापा शाहरुख खान के साथ ओपन कार में मुंबई की सड़कों की सैर करते नजर आए थे. अबराम का ये वीडियो खूब वायरल हुआ था.
A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Dec 27, 2018 at 3:54am PST
अबराम की एक फोटो खूब वायरल हो रही है, जिसमें अबराम फोटोग्राफरों को जीभ निकाल कर चिढ़ाते नजर आ रहे हैं. अबराम का ये अंदाज बहुत ही क्यूट है, लेकिन दिलचस्प यह कि स्टार किड्स को सुर्खियों में रहना बखूबी आता है.
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नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) में कई पदों पर
वैकेंसी निकली है.
इच्छुक उम्मीदवार 18 मई 2015 तक
आवेदन कर सकते हैं.
पदों का विवरण:
जूनियर प्रोजेक्ट फेलो
: 11 पद
पे स्केल:
14000 रुपये
योग्यता:
Maths /Science/ Computer Science/ ICT/ IT में पोस्ट ग्रेजुएट या MCA or M.Lib. 55 फीसदी नंबरों के साथ पास होना जरूरी है.
प्रोजेक्ट एसोसिएट: 3 पद
पे स्केल:
20000 रुपये
योग्यता:
मान्यता प्राप्त संस्थान से पोस्ट ग्रेजुएट
इंटरव्यू तारीख:
26 और 27 मई 2015
उम्र सीमा:
30 साल
ज्यादा जानकारी के लिए
यहां क्लिक करें.
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व मुख्य चयनकर्ता और देश के महान ओपनर क़े श्रीकांत ने यहां शनिवार को कहा कि बिहार अब प्रगति के रास्ते पर चल पड़ा है और यहां कई बदलाव दिखाई दे रहे हैं।
पटना में एक कॉलेज के कार्यक्रम में भाग लेने आए श्रीकांत ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार बिहार आया हूं और यहां हुए बदलावों को देखकर खुशी हुई।टिप्पणियां
उन्होंने यहां के युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यहां के युवाओं में सम्राट अशोक जैसी क्षमता है परंतु केवल झिझक मिटाने और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।
श्रीकांत ने कहा कि बिहार में क्रिकेट के क्षेत्र में भी कई प्रतिभाएं आगे आ सकती हैं लेकिन यहां के खेल संघों में अंतर्कलह और विवाद से उन्हें नुकसान पहुंच रहा है। भारत के लिए 43 टेस्ट मैच और 146 एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेल चुके श्रीकांत ने कहा कि बिहार की धरती से ही रमेश सक्सेना और सबा करीम जैसे क्रिकेटर निकले हैं और कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जो महेंद्र सिंह धौनी बनने के काबिल हैं।
पटना में एक कॉलेज के कार्यक्रम में भाग लेने आए श्रीकांत ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं तीसरी बार बिहार आया हूं और यहां हुए बदलावों को देखकर खुशी हुई।टिप्पणियां
उन्होंने यहां के युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यहां के युवाओं में सम्राट अशोक जैसी क्षमता है परंतु केवल झिझक मिटाने और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।
श्रीकांत ने कहा कि बिहार में क्रिकेट के क्षेत्र में भी कई प्रतिभाएं आगे आ सकती हैं लेकिन यहां के खेल संघों में अंतर्कलह और विवाद से उन्हें नुकसान पहुंच रहा है। भारत के लिए 43 टेस्ट मैच और 146 एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेल चुके श्रीकांत ने कहा कि बिहार की धरती से ही रमेश सक्सेना और सबा करीम जैसे क्रिकेटर निकले हैं और कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जो महेंद्र सिंह धौनी बनने के काबिल हैं।
उन्होंने यहां के युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यहां के युवाओं में सम्राट अशोक जैसी क्षमता है परंतु केवल झिझक मिटाने और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।
श्रीकांत ने कहा कि बिहार में क्रिकेट के क्षेत्र में भी कई प्रतिभाएं आगे आ सकती हैं लेकिन यहां के खेल संघों में अंतर्कलह और विवाद से उन्हें नुकसान पहुंच रहा है। भारत के लिए 43 टेस्ट मैच और 146 एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेल चुके श्रीकांत ने कहा कि बिहार की धरती से ही रमेश सक्सेना और सबा करीम जैसे क्रिकेटर निकले हैं और कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जो महेंद्र सिंह धौनी बनने के काबिल हैं।
श्रीकांत ने कहा कि बिहार में क्रिकेट के क्षेत्र में भी कई प्रतिभाएं आगे आ सकती हैं लेकिन यहां के खेल संघों में अंतर्कलह और विवाद से उन्हें नुकसान पहुंच रहा है। भारत के लिए 43 टेस्ट मैच और 146 एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेल चुके श्रीकांत ने कहा कि बिहार की धरती से ही रमेश सक्सेना और सबा करीम जैसे क्रिकेटर निकले हैं और कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जो महेंद्र सिंह धौनी बनने के काबिल हैं।
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राजस्थान में गुज्जर और मीणा समुदायों के बीच टकराव के बाद अब मीणा समुदाय ने गुज्जरों के लिए आरक्षण की मांग का समर्थन किया है. साथ ही सरकार की ओर से भी दोनों समुदायों के बीच सुलह की कोशिशें जारी हैं.
गुज्जर और मीणा समुदाय के नेताओं के बीच सरकार की ओर से एक बैठक कराई गई ताकि दोनों समुदायों के बीच की खाई को पाटा जा सके. हालांकि इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया.
इस बीच गुज्जर समुदाय की ओर से मीणा समुदाय के लिए अति पिछडे वर्ग में पांच फीसदी आरक्षण की मांग का समर्थन किया गया है. हालांकि गुर्जर समुदाय खुद के लिए पिछड़े वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहा है और मीणा समुदाय इसके खिलाफ है. गुर्जर समुदाय ने आरक्षण के लिए राज्य सरकार की ओर से भेजे जाने वाले बिल में भी संशोधन की मांग की है.
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स्क्यापारेल्ली (अंग्रेज़ी: Schiaparelli) मंगल ग्रह पर स्थित एक प्रहार क्रेटर है। लगभग गोल-आकार रखने वाला यह क्रेटर मंगल ग्रह की भूमध्य रेखा के पास साइनस सेबेयस चतुष्कोण नामक क्षेत्र में स्थित है और ४६१ किमी (२८६ मील) के व्यास (डायामीटर) का है। इस क्रेटर के अंदर कई परते देखी जा सकती हैं। खगोलशास्त्री अनुमान लगाते हैं कि क्रेटर बनने के बाद पानी, वायू और ज्वालामुखीय क्रियाओं ने इन परतों को बनाया है। परतों के नियमित क्रमों को देखते हुए यह भी अंदाज़ा लगाया जाता है कि इन्हें बनाने में मौसमों के क्रम का भी हाथ अवश्य होगा। स्क्यापारेल्ली क्रेटर इतना प्राचीन है कि इसके बनने के बाद वायु और जल ने कुछ हद तक इसे मलबे से भर दिया और उसके बाद इसके अंदर और भी प्रहार हुए। इस कारणवश स्वयं इस क्रेटर के अंदर भी कई सारे छोटे क्रेटर मौजूद हैं।
नामोत्पत्ति
स्क्यापारेल्ली क्रेटर का नाम इतालवी खगोलशास्त्री जिओवानी स्क्यापारेल्ली पर रखा गया है।
कुछ सम्बन्धित चित्र
इन्हें भी देखें
मंगल ग्रह
जिओवानी स्क्यापारेल्ली
क्रेटर
सन्दर्भ
मंगल ग्रह पर प्रहार क्रेटर
मंगल ग्रह
क्रेटर
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बदलाव के आसार बताए जा रहे हैं. पार्टी के संगठन में कई पद खाली हो गए हैं और मंत्रिमंडल में भी 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बदलाव किए जाने की बात कही जा रही है. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के गोवा के सीएम बनने के बाद इस पद का अतिरिक्त कार्यभार वित्तमंत्री अरुण जेटली संभाल रहे हैं. वैसे भी रक्षामंत्री के तौर पर पर्रिकर कई बार कह चुके थे कि उनका मन दिल्ली से ज्यादा गोवा में लगता है और वह वहां पर ज्यादा मुफीद महसूस करते रहे हैं. चुनाव में बहुमत से दूर होने के बाद पर्रिकर गोवा में सरकार बनाने में कामयाब हुए. रक्षा मंत्री के लिए किसी का नाम अभी सामने नहीं आया.
बीजेपी के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि संसद का सत्र खत्म होते ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. 12 अप्रैल को संसद का यह सत्र समाप्त हो रहा है. कहा यह भी जा रहा है कि बीजेपी के संगठन में भी काफी बदलाव होने जा रहा है. राज्यपालों के कई पद खाली हैं. इसके अलावा कई संवैधानिक संस्थाओं में भी पद खाली हैं. जैसे मानवाधिकार आयोग आदि.
इस संभावित (क्योंकि अभी तक अटकलें ही हैं) फेरबदल में केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र की छुट्टी हो सकती है क्योंकि वह 75 वर्ष की उम्र पार कर गए. नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि 75 पार के कोई मंत्री मंत्रिमंडल में नहीं रहेंगे. लेकिन कलराज मिश्र को यूपी चुनाव तक के लिए मंत्रिमंडल में बरकरार रखने की बात कही गई थी. अब माना जा रहा है कि कलराज मिश्र को मंत्रीपद छोड़ना पड़ सकता है.
अटकलें यह भी हैं कि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का प्रमोशन हो सकता है. उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है. इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में मिली भारी जीत के बाद मनोज सिन्हा राज्य के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे. लेकिन अंत में पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम और दो डिप्टी सीएम बनाकर सत्ता की शुरुआत की.टिप्पणियां
खबरें यह भी हैं कि उत्तराखंड में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद इस राज्य से किसी नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. उत्तराखंड से रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोशियारी दौड़ में हैं. वहीं, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भी कुछ चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल किए जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल सत्ता में पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है. गौरतलब है कि पिछली बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई थी. रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था.
बीजेपी के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि संसद का सत्र खत्म होते ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. 12 अप्रैल को संसद का यह सत्र समाप्त हो रहा है. कहा यह भी जा रहा है कि बीजेपी के संगठन में भी काफी बदलाव होने जा रहा है. राज्यपालों के कई पद खाली हैं. इसके अलावा कई संवैधानिक संस्थाओं में भी पद खाली हैं. जैसे मानवाधिकार आयोग आदि.
इस संभावित (क्योंकि अभी तक अटकलें ही हैं) फेरबदल में केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र की छुट्टी हो सकती है क्योंकि वह 75 वर्ष की उम्र पार कर गए. नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि 75 पार के कोई मंत्री मंत्रिमंडल में नहीं रहेंगे. लेकिन कलराज मिश्र को यूपी चुनाव तक के लिए मंत्रिमंडल में बरकरार रखने की बात कही गई थी. अब माना जा रहा है कि कलराज मिश्र को मंत्रीपद छोड़ना पड़ सकता है.
अटकलें यह भी हैं कि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का प्रमोशन हो सकता है. उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है. इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में मिली भारी जीत के बाद मनोज सिन्हा राज्य के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे. लेकिन अंत में पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम और दो डिप्टी सीएम बनाकर सत्ता की शुरुआत की.टिप्पणियां
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उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल सत्ता में पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है. गौरतलब है कि पिछली बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई थी. रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था.
इस संभावित (क्योंकि अभी तक अटकलें ही हैं) फेरबदल में केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र की छुट्टी हो सकती है क्योंकि वह 75 वर्ष की उम्र पार कर गए. नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि 75 पार के कोई मंत्री मंत्रिमंडल में नहीं रहेंगे. लेकिन कलराज मिश्र को यूपी चुनाव तक के लिए मंत्रिमंडल में बरकरार रखने की बात कही गई थी. अब माना जा रहा है कि कलराज मिश्र को मंत्रीपद छोड़ना पड़ सकता है.
अटकलें यह भी हैं कि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का प्रमोशन हो सकता है. उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है. इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में मिली भारी जीत के बाद मनोज सिन्हा राज्य के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे. लेकिन अंत में पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम और दो डिप्टी सीएम बनाकर सत्ता की शुरुआत की.टिप्पणियां
खबरें यह भी हैं कि उत्तराखंड में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद इस राज्य से किसी नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. उत्तराखंड से रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोशियारी दौड़ में हैं. वहीं, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भी कुछ चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल किए जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल सत्ता में पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है. गौरतलब है कि पिछली बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई थी. रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था.
अटकलें यह भी हैं कि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का प्रमोशन हो सकता है. उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है. इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के चुनावों में मिली भारी जीत के बाद मनोज सिन्हा राज्य के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे थे. लेकिन अंत में पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम और दो डिप्टी सीएम बनाकर सत्ता की शुरुआत की.टिप्पणियां
खबरें यह भी हैं कि उत्तराखंड में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद इस राज्य से किसी नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. उत्तराखंड से रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोशियारी दौड़ में हैं. वहीं, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भी कुछ चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल किए जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल सत्ता में पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है. गौरतलब है कि पिछली बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई थी. रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था.
खबरें यह भी हैं कि उत्तराखंड में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद इस राज्य से किसी नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. उत्तराखंड से रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोशियारी दौड़ में हैं. वहीं, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छ्त्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भी कुछ चेहरे मोदी कैबिनेट में शामिल किए जा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल सत्ता में पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है. गौरतलब है कि पिछली बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई थी. रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था.
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के तीन साल सत्ता में पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने सभी मंत्रालयों के कामकाज की रिपोर्ट हर साल की तरह फिर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि इस साल जुलाई में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भी चुनाव होने हैं. इनसे पहले ही होने वाला यह मंत्रिंमडल विस्तार कई बातें साफ कर देगा. शिवसेना के कोटे से एक केंद्रीय मंत्रीपद खाली है. यह एक सहयोगी दल है और राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजेपी नाराज शिवसेना को मनाने के लिए एक मंत्रीपद उन्हें दे सकती है. गौरतलब है कि पिछली बार हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में किसी सहयोगी दल को जगह नहीं दी गई थी. रामदास अठावले को केवल बाहर की पार्टी से लिया गया था.
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यह लेख है: प्लेयर ऑफ दे मैच करुण नायर (नाबाद 73) ने राजस्थान रॉयल्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सातवें संस्करण में शनिवार को फिरोजशाह कोटला अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ हुए मैच में चौथी जीत दिला दी।
रॉयल्स ने डेयरडेविल्स से मिले 153 रनों के लक्ष्य को रॉयल्स ने तीन विकेट पर नौ गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। नायर ने 50 गेंदों में आठ चौके और दो छक्के लगाए। इस जीत के साथ ही रॉयल्स छह मैचों में चार जीत के साथ अंकतालिका में तीसरे स्थान पर मजबूत स्थिति में आ गया, जबिक डेयरडेविल्स को छठे मैच में चौथी हार का सामना करना पड़ा। डेयरडेविल्स अंकतालिका में सातवें पायदान पर है।
वेन पर्नेल ने तीसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर अजिंक्य रहाणे (12) को मुरली विजय के हाथों कैच आउट करवाकर डेयरडेविल्स को पहला झटका दे दिया। विजय ने बाईं तरफ डाइव लगाकर शानदार कैच लपका और विकेट झटकने की खुशी में थिरकने लगे।
डेयरडेविल्स की यह खुशी हालांकि ज्यादा देर कायम न रह सकी। करुण नायर का साथ देने आए संजू सैमसन (34) ने दूसरे विकेट के लिए 51 रनों की बेहतरीन साझेदारी कर रॉयल्स का दबाव काफी कम कर दिया। सैमसन बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे थे कि शाबाज नदीम ने 10वें ओवर की आखिरी गेंद पर 71 रनों के कुल योग पर सैमसन को चलता कर दिया। सैमसन विकेट के पीछे लपके गए। सैमसन ने 28 गेंदों की अपनी पारी में दो चौके और दो छक्के लगाए।
करुण नायर ने हालांकि एक ओर संभाले रखा और रजत भाटिया (17) के साथ तीसरे विकेट के लिए तेज 44 रन जोड़े। मोहम्मद समी ने 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर भाटिया की पारी समाप्त की। रॉयल्स का यह तीसरा और आखिरी विकेट था जो 115 के कुल योग पर गिरा।
इसके बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान शेन वाट्सन (नाबाद 16) ने करुण नायर के साथ बिना किसी परेशानी के टीम को जीत तक पहुंचा दिया। नायर ने अपने शानदार नाबाद अर्धशतकीय पारी में 50 गेंदों का सामना कर आठ चौके तथा दो छक्के लगाए।
समी डेयरडेविल्स के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 5.5 की इकॉनमी से 22 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे डेयरडेविल्स ने अपने घरेलू मैदान पर क्विंटन डी कॉक (43) की संयमभरी पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 152 रन बनाए।
डेयरडेविल्स चार ओवरों तक बिना विकेट गंवाए 33 रन बनाकर डेयरडेविल्स अच्छी शुरूआत करते लग रहे थे, कि पांचवें ओवर की पहली ही गेंद पर मुरली विजय (13) का विकेट चटकाकर जेम्स फॉल्कनर ने रॉयल्स को पहली सफलता दिला दी। मुरली का कैच शेन वाट्सन ने लिया।
इसके बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान केविन पीटरसन (14) ने कॉक के साथ दूसरे विकेट के लिए 36 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की पूरी कोशिश की। इस बीच अपना तीसरा ओवर लेकर आए प्रवीण टाम्बे ने तीसरे और आखिरी गेंद पर क्रमश: पीटरसन और कॉक के विकेट चटकाकर डेयरडेविल्स को मूसीबत में डाल दिया। इस बीच कॉक ने 33 गेंदों का सामना किया और पांच चौके तथा एक छक्का लगाया।
डेयरडेविल्स अब दबाव में दिखने लगी तथा अगले पांच ओवरों में सिर्फ 23 रन जोड़ सकी, हालांकि इस बीच कोई विकेट नहीं गिरा। दिनेश कार्तिक (12) और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (39) डेयरडेविल्स को संभालकर आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन एक बार फिर फॉल्कनर ने कार्तिक को स्टूअर्ट बिन्नी के हाथों कैच कराकर यह जोड़ी तोड़ दी।
युवा प्रतिभा केदार जाधव (नाबाद 28) और ड्यूमिनी ने हालांकि इसके बाद तेजी से खेलते हुए 25 गेंदों पर 46 रनों की साझेदारी कर डेयरडेविल्स को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। केन रिचर्डसन की गेंद पर रजत भाटिया को कैच थमाने से पहले ड्यूमिनि ने 31 गेंदों में चार चौके और एक छक्का लगाया।
जाधव ने भी तेज हाथ दिखाते हुए 14 गेंदों में दो चौके और दो छक्के लगाए। फॉल्कनर और टाम्बे ने 26-26 रन देकर दो-दो विकेट हासिल किए।
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हिंदी में ख़लील जिब्रान की कहानियों का अनुवाद खूब हुआ है और कई बड़े प्रकाशनों ने उन्हें छापा है. आज जब ख़लील जिब्रान की पुण्यतिथि है, तब 'साहित्य आजतक' पर पढ़ें, उनकी एक श्रेष्ठ कहानी 'कब्रों का विलाप'. यह कहानी मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं का अप्रतिम दस्तावेज है. यह कहानी रजत प्रकाशन द्वारा प्रकाशित और आबिद रिजवी द्वारा अनूदित 'खलील जिब्रान की सर्वश्रेष्ठ कहानियां' में संकलित है. इस संकलन में ख़लील जिब्रान के उत्कृष्ट साहित्य में से चुनिंदा 31 कहानियों को प्रकाशित किया गया है.
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कहानीः कब्रों का विलाप
- ख़लील जिब्रान
अमीर इंसाफ की गद्दी पर बैठा. उसके दाएं-बाएं देश के विद्वान बैठे थे. उनके चढ़े हुए चेहरों पर किताबों की छाया खेल रही थी. आस-पास सिपाही तलवारें थामे और नेजे उठाये खड़े थे. सामने लोग यह देखने के लिए खड़े थे कि किस अपराधी को क्या दंड मिलता है. सबकी गर्दनें झुकी हुई थीं. आँखों में बेबसी झलक रही थी. और सांस रुकी हुई थी, मानो अमीर की आँखों में एक ऐसी ताकत थी, जो उनके दिलों पर डर और रौब गालिब कर रही थी.
अमीर ने हाथ उठाया और चिल्लाकर कहा, ‘‘मुलजिमों को एक-एक करके मेरे सामने हाजिर करो और बताओ कि उनमें से किसने क्या कसूर किया है ?’’
कैदखाने का दरवाजा खोल दिया गया और काली दीवारें नजर आने लगीं.
जंजीरो की झनकार सुनाई देने लगी. उसके साथ कैदियों की आह और रोना-पीटना भी मिला हुआ था. लोग गर्दनें उठा-उठाकर उनकी तरफ देखने लगे, मानों उस कब्र की गहराइयों से निकाली हुई उस मौत की शिकारों पर पहले नजर डालने में एक-दूसरे के आगे बढ़ जाना चाहते हों.
थोड़ी देर बाद कैदखाने से दो सिपाही निकले, जिनके कब्जे में एक नौजवान था. इस नौजवान के हाथों में हथकड़ी थी और उसकी चढ़ी हुई त्यौरी तथा निडर चेहरे से उसके स्वाभिमान और आत्मिक बल का पता चलता था. उसे सिपाहियों ने अदालत के बीच में खड़ा कर दिया और खुद थोड़ा-सा पीछे होकर खड़े हो गये. अमीर ने एक क्षण उनकी तरफ घूरकर देखा, फिर सवाल किया, ‘‘इस आदमी ने, जो हमारे सामने इस तरह सिर उठाये खड़ा है, जैसे अदालत की जकड़ में न हो, बल्कि किसी ऊंची जगह पर खड़ा हो, क्या जुर्म किया है ?’’
अमीर के वजीरों में से एक ने जवाब दिया, ‘‘कल एक फौजी अफसर और चंद सिपाही देहात में काम पर गये थे. इस आदमी ने अफसर को कत्ल कर दिया. सिपाहियों ने इसे गिरफ्तार कर लिया और खून में सनी हुई तलवार कब्जे में कर ली.’’
अमीर गुस्से से कांपने लगा. उसकी आंखों से आग की चिनगारियां बरसने लगीं. उसने गरजती हुई आवाज में कहा, ‘‘इसे जंजीरों में जकड़ दो और फिर उसी अंधेरी कोठरी में बंद कर दो. कल सुबह इसी की तलवार से इसकी गर्दन उड़ा दो और इसकी लाश को शहर के बाहर फेंक दो, जिससे गिद्ध और चीलें इसका गोश्त नोंच लें और हवा इसकी बदबू को इसके घरवालों और इसके दोस्तों तक पहुंचा दे.’’
नौजवान को वापस कैदखाने को ले जाया गया. लोगों की दुःखभरी निगाहें उसके पीछे-पीछे गईं, क्योंकि वह अभी कम उम्र का था खूबसूरत था और हट्टा-कट्टा था.
इसके बाद सिपाही एक औरत को लिए कैदखाने से निकले. वह स्त्री बहुत सुन्दर और कोमलांगी थी. उसकी आंखों में दुःख और निराशा का पीलापन झलक रहा था. उसकी आंखें नीची हो रही थीं और लज्जा के मारे उसकी गर्दन झुकी थी.
अमीर ने उस पर निगाह डाली और कहा, ‘‘इस औरत ने जो हमारे सामने ऐसे खड़ी है, जैसे सच के सामने छाया, क्या कसूर किया है ?’’
एक वजीर ने उत्तर दिया, ‘‘यह औरत कुलटा है. रात को जब इसका खाविंद घर आया तब उसने देखा कि यह अपने यार के साथ सोई हुई है. इसका दोस्त डर कर भाग गया और खाविंद ने इसे पुलिस के हवाले कर दिया.’’
यह सुनकर अमीर बहुत बिगड़ा. स्त्री शर्म के मारे पानी-पानी हो गई. अमीर ने ऊंची आवाज में कहा, ‘‘इसे वापस कैदखाने में ले जाओ और कांटों के बिस्तर पर सुलाओ, ताकि यह उस बिस्तर को याद करे, जिसे इसने अपने पाप से नापाक बनाया और इसे इनार मिला हुआ सिरका पिलाओ, ताकि यह अपने घर के खाने को याद करे. सुबह होने पर इसे नंगा करके खींचते और घसीटते हुए शहर के बाहर ले जाओ और संगसार कर दो. इसकी लाश को वहीं पड़े रहने दो, ताकि भेड़िया इसका गोश्त खा जाएं और इसकी हड्डियों को कीड़े-मकौड़े चाट लें.’’
उस औरत को फिर कैदखाने की अंधेरी कोठरी में ले जाया गया. लोग उसकी तरफ अफसोस की नजरों से देख रहे थे. वह अमीर के इंसाफ पर खुश थे, लेकिन उन्हें उस स्त्री के सौंदर्य, कोमलता और उसकी दुःखी आंखों पर भी रहम आ रहा था.
इसके बाद दो सिपाही अधेड़ उम्र के एक कमजोर आदमी को लिये हुए आये, जो अपने कांपते हुए घुटनों को घसीटता हुआ चलता था. उसने भीड़ की तरफ व्याकुल आंखों से देखा. उसकी आंखों में मासूमी, बर्बादी और गरीबी झलक रही थी.
अमीर ने उस पर निगाह डाली और जोश में आकर पूछा, ‘‘इस गंदे आदमी ने, जो इस तरह खड़ा है, जैसे जिंदों में मुर्दा, क्या कसूर किया है ?’’
वजीर ने जवाब दिया, ‘‘यह चोर है. रात के वक्त यह कलीसा में जा घुसा और जोगियों ने इसे पकड़ लिया. उसकी झोली में पूजा के बर्तन पाए गये.’’
अमीर ने उसकी तरफ देखा, जैसा भूखा गिद्ध पर कटी चिड़िया की ओर देखता है. चिल्लाकर बोला, ‘‘इसे फिर कैदखाने के अंधेरे में फेंक दो और जंजीरों में जकड़ दो. जब सुबह हो जाय तब इसे रेशमी रस्सी से एक ऊंचे पेड़ पर लटका दो और इसी तरह इसे तब तक जमीन और आसमान के बीच लटका रहने दो जब तक इसकी गुनहगार अंगुलियां सड़-लग न जायं और इनकी बदबू चारों तरफ फैल न जाय. ’’
सिपाही चोर को फिर कैदखाने में ले गये और लोग कानाफूसी करने लगे कि इस मरियल काफिर ने पूजा के बर्तन चुराने की हिम्मत कैसे की ?
अमीर गद्दी से उतरा और उसके विद्वान तथा बुद्धिमान सलाहकार भी उसके पीछे हो लिये, सिपाही कुछ आगे और कुछ पीछे. लोगों की भीड़ तितर-बितर हो गई और वह स्थान खाली हो गया, अलबत्ता कैदियों की आहें और गहरी सांसे सुनाई देती रहीं.
मैं वहां खड़ा इस कानून पर हैरान हो रहा था, जो इनसान ने इनसान के लिए बनाया है. मैं उस चीज पर गौर कर रहा था, जिसे लोग इंसाफ कहते हैं. सोचते-सोचते मेरे विचार इस तरह गायब हो गये, जिस तरह शाम की लाली धुंधलके में छिप जाती है. मैं उस मकान से निकला. अपने दिल में कहता था कि घास मिट्टी से बढ़ती है, बकरी घास को खा लेती है, भेड़िया बकरी को अपनी खुराक बनाता है, गैंडा भेड़िया को खा जाता है और शेर गैंडे को मौत के घाट उतारता है. क्या कोई ऐसी ताकत मौजूद है, इन तमाम घिनौनी बातों को अच्छे नतीजे में बदल दे ? क्या कोई ऐसी ताकत है, जो जिन्दगी की सारी ताकतों को अपने हाथ में ले ले और अपने अंदर जज्ब कर ले- जिस तरह समुद्र सारी नदियों को अपनी गहराई में समा लेता है ? क्या कोई ऐसी ताकत है, जो कातिल को और मकतूल को, बुरा काम करने वाली और उसके साथ बुरा काम करने वाले चोर और जिसके यहां चोरी की गई उसको तथा अमीर के आसन से ज्यादा ऊंचे न्याय के आसन के सामने खड़ा कर दे ?
दूसरे दिन मैं शहर से निकलकर खेतों की तरफ गया, ताकि मन को कुछ चैन मिले और जंगल का मनोहर वायुमंडल दुःख और मायूसी के उन जन्तुओं को मार दे, जो शहर के तंग गली-कूचों और अंधेरे मकानों में मेरे अंदर पैदा कर दिए थे. जिस वक्त घाटी में पहुँचा तो देखा कि गिद्धों, चीलों और कौवों के झुंड के झुंड उड़ रहे हैं जमीन पर उतर रहे हैं. उनकी आवाजों और पैरों की फड़फड़ाहट से वातावरण कांप रहा है. मैं जरा आगे बढ़ा तो देखा कि मेरे सामने एक लाश पेड़ पर लटक रही है और एक नंगी औरत की बेजान देह उन पत्थरों के ढे़र में पड़ी है, जिनसे उसे संगसार किया गया था. उधर एक नौजवान की लाश धूल तथा खून से सनी हुई है, और उसका सिर धड़ से जुदा पड़ा है.
मैं वहीं ठहर गया. मेरी आंखों पर एक मोटा और अंधेरा पर्दा पड़ गया और मुझे कल्पना और मौत के सिवाय, जो खून में सनी उन लाशों पर छाई हुई थी, कुछ भी दिखाई नहीं देता है. बर्बादी की पुकार के अलावा मेरे कान कुछ भी नहीं सुनते थे. इस पुकार में कौवों की आवाज भी मिली हुई थी, जो इनसानी कानून के शिकारों के चारों तरफ मंडरा रहे थे.
तीन इंसान कल तक जिंदा थे, आज सुबह मौत के मुंह में चले गये.
तीन आदमियों ने इंसान के अस्तित्व में अपनी निष्ठा को खो दिया और अंधे कानून ने हाथ बढ़ाकर उन्हें बेदर्दी के साथ पामाल कर दिया.
तीन आदमियों को जेल ने कसूरवार ठहराया, क्योंकि वे कमजोर थे और कानून ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि वह ताकतवर था.
एक आदमी ने दूसरे को कत्ल कर दिया था तो वह कातिल (खूनी) ठहरा; लेकिन जब अमीर ने उसे कत्ल करवा दिया तो अमीर इंसाफ करने वाला समझा गया.
एक शख्स ने पूजा का सामान ले लिया तो लोगों ने उसे चोर कहा, लेकिन जब अमीर ने उसकी जिंदगी छीन ली तो वह अमीर विद्वान ठहरा.
एक औरत ने अपने पति से बेईमानी की तो लोगों ने उसे कुलटा ठहराया, लेकिन जब अमीर ने उसे नंगा करके संगसार करवाया तो अमीर शरीफ कहलाया.
खून बहाना हराम है, लेकिन अमीर के लिए यह किसने हलाल कर दिया ?
माल हड़प करना जुर्म है, लेकिन आत्माओं को हड़प करना किसने जायज करार दिया ?
औरतों की बेईमानी खराब बात है, लेकिन यह किसने कहा कि खूबसूरत देहों को संगसार करना पाक काम है ?
हम छोटी-सी बदमाशी के मुकाबले में बहुत बड़ी बदमाशी करते हैं और कहते हैं कि यह कानून है. हम फसाद का बदला बदतरीन फसाद से देते हैं और कहते हैं कि यह शील है. हम एक अपराध का बदला लेने के लिए दूसरा बड़ा अपराध करते हैं और चिल्लाते है कि यह इंसाफ है !
क्या अमीर ने कभी अपने दुश्मन को मौत के घाट नहीं उतारा ? क्या उसने कभी अपनी प्रजा के किसी कमजोर इंसान का माल हड़प नहीं किया ? क्या उसने कभी किसी खूबसूरत औरत की ओर आंख नहीं उठाई ? क्या वह इन तमाम जुर्मों से पाक है कि जिससे कातिल की गर्दन उड़ाना, चोर को सूली चढ़ाना और व्यभिचारिणी को संगसार करना उसके लिए जायज हो गया ?
वे कौन थे, जिन्होंने चोर को दरख्त पर लटकाया ? क्या आसमान से फरिश्ते उतरे थे या वे वही इनसान थे, जो उस माल को, जो उनके हाथ में आ जाता है, हड़प लेते हैं ?
और उस कातिल का सिर किसने कलम किया था ? क्या ऊपर से नबी और पैगंबर आये थे या वे ही सिपाही थे, जो कत्ल और खून करते रहते हैं ?
और उस व्यभिचारिणी को किसने संगसार किया था ? क्या उस काम के लिए पाक रूहें अपने स्थानों से आई थीं ? या वे वही लोग थे, जो अंधेरे के पर्दे में बुरे काम किया करते हैं ?
कानून !...कानून क्या चीज है ? उसे आसमान की ऊँचाइयों से सूरज की किरणों के साथ उतरते किसने देखा है ? और किस आदमी ने खुदाई इच्छा को इनसान के दिल से मिला-जुला पाया है ? और किस खानदान में फरिश्तों ने आकर इनसानों से कहा है कि कमजोरों को जिंदगी की रोशनी से महरूम कर दो, गिरे हुए को तलवार से उड़ा दो और कसूर करने वाले को फौलादी पांवों के नीचे रौंद डालो ?
मेरे दिमाग में यही विचार चक्कर लगा रहे थे और मुझे परेशान कर रहे थे कि इतने में मैंने किसी के पैरों की आहट सुनी. आंख उठाई तो देखा कि एक औरत पेड़ों में से निकलकर लाशों के करीब आ रही है. उसके चेहरे पर खतरे के निशान दिखाई दे रहे थे, मानो वह उस भयावह नजारे को देखकर डर गई हो. वह उस लाश की तरफ बढ़ी, जिसका सिर क़टा हुआ था और चीख-चीखकर रोने लगी. अपनी कांपती हुई बांहों से उसने लाश को गले लगाया. उसकी आंखों से आंसुओं की झड़ी लगी थी. वह अपनी उंगलियां लाश के बालों में फेर रही थी. जब वह थक गई तो उसने अपने हाथों से जमीन खोदना शुरू किया, यहां तक की एक लंबी चौड़ी कब्र खोद ली. फिर उसने उस नौजवान की लाश को उठाकर कब्र में रख दिया. उसका कटा हुआ और खून से लथपथ सिर उसके कंधों पर रख दिया और कब्र को मिट्टी से ढांककर उसके ऊपर उस तलवार के फल को गाड़ दिया, जिससे उसका सिर काटा गया था. इसके बाद उसने आंसू बहाते हुए मुझसे कहा, ‘‘अमीर से कह दो बजाय इसके कि मैं उस इनसान की लाश को, जिसने मुझे बेइज्जती के कब्जे से छुड़ाया, जंगल के खूंख्वार जानवरों और परिंदों के खाने के लिए छोड़ दूं, मेरे लिए बेहतर है कि मैं मर जाऊ और उस आदमी से जा मिलूं.’’
मैंने उससे कहा, ‘‘ओ दुखी औरत, मुझसे डरो मत, क्योंकि मैं तुमसे पहले इन मैयतों पर विलाप कर चुका हूँ, लेकिन मुझे यह तो बताओ इस आदमी ने तुम्हें बेइज्जती के कब्जे से किस तरह बचाया था ?’’
उसने टूटती हुई आवाज में जवाब दिया, ‘‘अमीर का एक अफसर हमारे खेतों में लगान और जजिया वसूल करने आया था; लेकिन जब उसने मुझे देखा तो उसकी नीयत में बदी आ गई. इसके बाद उसने मेरे बाप की तरफ भारी रकम निकाल दी और चूंकि मेरे गरीब बाप यह रकम अदा नहीं कर सकते थे, उस अफसर ने गुस्से में आकर रूपये के बदले में मुझ पर कब्जा कर लिया, इस खयाल से कि मुझे अमीर के महल में पहुँचा दे. मैंने रो-रोकर उससे दया की भीख माँगी, लेकिन उसे रहम नहीं आया. मैंने उससे बाप के बुढ़ापे की तरफ ध्यान देने की की मिन्नत की, लेकिन वह न पसीजा. तब मैंने चिल्ला-चिल्लाकर गांववालों को इकट्ठा किया और उसके सामने फरियाद की. इस पर वह नौजवान, जिसके साथ मेरी मंगनी हो चुकी थी, आया और उसने मुझे अफसर के हाथों से छुड़ाया.
अफसर ने गुस्से में आकर उसे कत्ल कर देना चाहा, लेकिन नौजवान फुर्ती के साथ अपने को बचाया और दीवार से लटकती हुई पुरानी तलवार खींचकर उसने अपने ऊपर के हमले के जवाब में और मेरे शरीर के बचाव के लिए अफसर को कत्ल कर दिया. इसके बाद वह अपनी इज्जत के लिए मकतूल की लाश के पास ही खड़ा रहा. आखिरकार सिपाहियों ने उसे गिरफ्तार करके कैदखाने में डाल दिया.’’
यह कहते-कहते उसने मेरी तरफ दिल को पिघलने वाली निगाह से देखा, फिर जल्दी से पीठ मोड़कर चल दी. उसकी दर्दनाक आवाज हवा मैं गूंजती रही.
थोड़ी देर के बाद मैंने एक नौजवान को आते देखा, जिसने अपना चेहरा कपड़े से ढांक रखा था. वह व्यभिचारिणी की लाश के पास पहुंचकर रुक गया. उसने अपना कुर्ता उतारकर उस नंगी औरत को ढांक दिया और अपने खंजर से जमीन खोदने लगा. कब्र तैयार हो गई तो उसने उस औरत को उसमें दफना दिया. जब यह काम पूरा हो गया तो उसने इधर-उधर से कुछ फूल तोड़कर उनका एक गुलदस्ता बनाया और उस कब्र पर रख दिया. जब वह जाने लगा तो मैंने उसे रोक लिया और कहा, ‘‘इस औरत के साथ तुम्हारा क्या ताल्लुक था कि तुमने अमीर की इच्छा के खिलाफ और अपनी जिंदगी खतरे में डालकर इसके लिए इतनी मेहनत की और इसकी देह को कौओं और चीलों की खुराक बनने से बचाया ?’’
नौजवान ने मेरी तरफ देखा उसकी आंखों से मालूम हो रहा था कि वह बहुत रोया-धोया है और उसने सारी रात जागते हुए बिताई है. वह बहुत दुःखी और मायूसी भरी आवाज में बोला, ‘‘मैं वही बदनसीब आदमी हूँ जिसकी वजह से इस बेचारी को संगसार किया गया. हम एक दूसरे को तभी से चाहते थे, जबकि हम बचपन के दिनों में इकट्ठे खेला करते थे. हम जवान हो गये हमारी मुहब्बत भी पूरी तरह उभर आई. एक बार जब मैं शहर चला गया था, लड़की के बाप ने उसकी शादी जबरदस्ती किसी दूसरे आदमी के साथ कर दी. मैं वापस आया और मैंने यह खबर सुनी तो मेरी जिंदगी में अंधेरा छा गया और मुझे जीना दूभर हो गया. मैं अपनी भीतरी इच्छा के साथ बहुत झगड़ता रहा, लेकिन परास्त हो गया. मेरी मुहब्बत मुझे इस तरह लेकर चल दी जिस तरह आंखों वाला किसी अंधे को रास्ता दिखाता है. मैं छिपकर उसके घर पहुँचा, ताकि उसकी आंखों का नूर देखूं और उसकी आवाज का गीत सुनूं. मैंने उसे अकेली पाया. वह अपनी किस्मत को रो रही थी और अपनी जिंदगी पर अफसोस कर रही थी. मैं उसके पास बैठ गया. हम चैन से बाते करने में मग्न हो गये और खुदा जानता है कि हमारे दिल पाक थे. लेकिन जब एक घंटा गुजर गया तो एकाएक उसका खाविंद आ गया. उसने जब मुझे देखा तो वह गुस्से से पागल हो गया. उसने अपनी औरत के गले में कपड़ा डालकर शोर मचाना शुरू कर दिया, लोगो ! आओ ! और इस औरत और उसके यार को देखो ! अड़ोसी-पड़ोसी जमा हो गये और थोड़ी देर में पुलिसवाले भी खबर पाकर आ पहुँचे. उस आदमी ने अपनी औरत को पुलिस के सख्त हाथों में दे दिया, जो उसे घसीटते हुए थाने की तरफ ले गये. लेकिन किसी ने मुझ पर हाथ भी न उठाया, क्योंकि अंधा कानून और गंदी रूढ़िया औरत का ही पीछा करती हैं, मर्द का तो हर कसूर माफ समझा जाता है.’’
यह कहानी सुनाने के बाद नौजवान अपना मुंह छिपाये शहर की तरफ चल दिया और मुझे लाश की तरफ देखते हुए छोड़ गया, जो पेड़ से लटक रही थी और हवा के झोंकों से पेड़ की शाखाओं के साथ हिल रही थी, मानो वह रूहों से दया मांग रही हो, और चाहती हो कि उसे नीचे उतारकर जमीन पर इंसानियत के प्रेमियों और मुहब्बत के शहीदों के पहलू में डाल दिया जाय.
एक घंटे के बाद एक दुबली-पतली औरत आ पहुंची, जिसके कपड़े चीथड़े हो रहे थे. वह पेड़ से लटकती हुई लाश के करीब आकर ठहर गई और उसने रो-पीटकर दिल को हल्का किया. इसके बाद वह पेड़ पर चढ़ गई और उसने अपने दांतों से रेशमी रस्सी को खोला. लाश गीले कपड़े की तरह जमीन पर आ गई. औरत पेड़ के नीचे उतरी और दो कब्रों के पहलू में तीसरी कब्र खोदी और उसमें लाश को दफन कर दिया. जब वह कब्र पर मिट्टी डाल चुकी तो लकड़ी के दो टुकड़े लेकर उनका सलीब बनाया और उसे कब्र के सिरहाने गाड़ दिया. जब वह जाने लगी तो मैंने बढ़कर सवाल किया, ‘‘ओ औरत, तुम्हें किस बात ने मजबूर किया कि तुम एक चोर को दफन करने के लिए यहाँ आओ ?’’
उसने मेरी तरफ देखा. उसकी निगाहों से परेशानी और बेचैनी के निशान दिखाई दे रहे थे. उसने कहा, ‘‘हमारे पांच बच्चे भूखों मर रहे हैं. उनमें सबसे बड़ा आठ साल का है और सबसे छोटा अभी दूध पीता है. मेरा खाविंद चोर न था. वह गिरजाघर की जमीन में खेतीबाड़ी करता था और उसे गिरजाघर के जोगी इतना ही मेहनताना देते थे कि अगर हम शाम को खाना खा लेते तो सुबह के लिए हमारे पास कुछ न बचता. जब मेरा खविंद जवान था तो वह गिरजाघर के खेतों को अपने पसीने से सींचता था और अपनी बाहों की ताकत से वहां के बागों को हरा-भरा रखता था, लेकिन जब वह बूढ़ा हो गया और जब सालों की मेहनत ने उसकी ताकत को खत्म कर दिया और बीमारियों ने उसे घेर लिया तो उन्होंने उसे यह कहकर नौकरी से हटा दिया कि गिरजा को अब तुम्हारी जरूरत नहीं है, अब तुम चले जाओ. जब तुम्हारे बेटे जवान हो जाएं तो उन्हें यहां भेज देना, ताकि वे तुम्हारी जगह ले लें. मेरा खाविंद उनके सामने बहुत रोया-धोया. उसने ईसा-मसीह के नाम पर उनसे दया की भीख मांगी और उन्हें फरिश्तों तथा मसीह के साथियों की कसमें दिलाईं; लेकिन उन्होंने दया न की और न उस पर मेहरबानी की- न मुझ पर, न हमारे बच्चों पर.
‘‘मेरा खाविंद शहर में गया ताकि कोई नौकरी ढूंढ़े, लेकिन नाकामयाब होकर लौटा, क्योंकि उन महलों में रहने वाले सिर्फ जवान आदमियों को नौकर रखते थे. इसके बाद वह सड़क पर बैठ गया, ताकि लोगों से दान या भीख मिले. लेकिन किसी ने उसकी तरफ निगाह न डाली. लोग कहते थे, इनसान को भीख या खैरात देना मजहब के खिलाफ है.
‘‘आखिर एक ऐसी रात आ पहुँची, जबकि हमारे बच्चे भूख के मारे जमीन पर तड़प रहे थे. मेरा दुधमुंहा बच्चा मेरी छाती को चूसता था, लेकिन वहाँ दूध कहा था. यह नजारा देखकर मेरे खाविंद का चेहरा बदल गया. वह अंधेरे के पर्दे से चुपके से निकला और गिरजाघर के भंडार में पहुंच गया, जहां जोगी और पादरी अनाज और शराब जमा करके रखते हैं. मेरे खाविंद ने अनाज की झोली भरकर अपने कंधे पर उठाई और बाहर निकलना चाहा, लेकिन वह कुछ ही गज गया था कि चौकीदार जाग उठे और उन्होंने उस गरीब को पकड़ लिया. उन्होंने उसे गालियां दीं, खूब मारा-पीटा और जब सुबह हुई तो यह कहकर पुलिस के हवाले कर दिया कि वह चोर है और गिरजाघर के सोने के बर्तन चुराने आया था.
‘‘पुलिस ने उसे कैदखाने में डाल दिया. उसके बाद इस पेड़ में लटका दिया गया ताकि गिद्ध इसके गोश्त से अपना पेट भरें ! इसका कसूर क्या है ? सिर्फ इतना ही कि इसने इस बात की कोशिश की थी कि इसके भूखे बच्चे उस अनाज से अपना पेट भरें. इसका कसूर क्या है ? जो इसने अपनी बाजुओं की ताकत से उन दिनों जमा किया था, जबकि वह गिरजाघर का नौकर था.’’
इतना कहकर वह गरीब औरत चली गई, लेकिन उसकी बातों ने सारे वायुमंडल को उदास और दुःखी बना दिया. ऐसा मालूम होने लगा, मानो उसके मुंह से धुंए के बादल निकलकर हवा में दुःख का वातावरण पैदा कर रहे हैं.
मैं उन कब्रों के पास खड़ा रहा, जिनकी मिट्टी के जर्रों से फरियादें निकल रही थीं. मैं खड़ा सोच रहा था कि अगर इस खेत के पेड़ों से मेरे दिल की आग की लपट छू जाये तो ये हलचल करने लग जाएं और अपनी जगह छोड़कर अमीर और उसके सिपाहियों से जूझ पड़े और गिरजाघर की दीवारों को तोड़-फोड़कर पादरियों के सिर पर गिरा दें.
मैं उन नई कब्रों की ओर देख रहा था. मेरी निगाह से हमदर्दी की मिठास और दुःख और अफसोस का कड़ुवापन निकल रहा था.
यह एक नौजवान की कब्र है, जिसने अपनी जिंदगी को एक अबला औरत की इज्जत बचाने के लिए निछावर कर दिया. इसने उस औरत को भेड़िये के मुंह से छुड़ाया और उस बहादुरी के लिए इसकी गर्दन उड़ा दी गई. उस औरत ने अपने रहबर की कब्र पर तलवार गाड़ दी है, जो इस नौजवान की बहादुरी की तरफ इशारा करती है.
यह कब्र उस औरत की है, जो मारी जाने से पहले प्रेम की पुतली थी. इसे संगसार किया गया, क्योंकि वह मरते दम तक पाक रही. इसके दोस्त ने इसकी कब्र पर फूलों का गुच्छा रख दिया है, जो प्रीति की सुगंध की तरफ इशारा करता है.
और यह उस बदनसीब गरीब की कब्र है, जिसकी बाजुओं में जब तक ताकत थी तब तक वह गिरजाघर के खेतों में खेती-बाड़ी करता रहा, लेकिन जब उसमें ताकत न रही तो उसे निकाल दिया गया। वह काम करके अपने बच्चों का पेट पालना चाहता था, लेकिन उसे काम न मिला। फिर उसने भीख मांगना चाहा, लेकिन किसी ने उसे भीख न दी।
आखिरकार जब इसकी मायूसी हद से ज्यादा बढ़ गई तो उसने उस अनाज में से थोड़ा सा उठाना चाहा, जो उसने अपना खून-पसीना एक करके जमा किया था. इसे पकड़ लिया गया और इसकी जान ले ली गई. इसकी औरत ने इसकी कब्र पर सलीब बना दिया है, ताकि आसमान के सूनेपन में आसमान के तारे पादरियों के जुल्म को देखें, जो मसीह की सिखावन को फैलाने का दावा तो करते हैं; लेकिन असलियत में तलवारों से दुखियों और कमजोरों की गर्दनें उड़ाते हैं.
सूरज छिप रहा था, मानो वह आदमियों के जुल्म और अत्याचारों से तंग आ गया हो और उनसे नफरत करता हो. शाम अपने घूंघट में सारी दुनिया को छिपा रही थी. मैंने आसमान की तरफ देखा और कब्रों के राज़ पर हाथ मलते हुए ऊंची आवाज से कहा, ‘‘यह है तुम्हारी तलवार, ऐ बहादुर मर्द, जो जमीन में गड़ी है, ये हैं तुम्हारे फूल, औरत, जिनसे प्रीति की किरणें झर रही हैं; और यह है तुम्हारा सलीब, ऐ ईसा-मसीह, जो रात के अंधेरे में छिप रहा है !
पुस्तकः
खलील जिब्रान की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ
अनुवादकः
आबिद रिजवी
मूल्य:
रुपए 100, पेपरबैक
प्रकाशक:
रजत प्रकाशन
पृष्ठ संख्या:
176
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यह एक लेख है: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शनिवार को यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह भ्रष्टाचार के मामले में सात साल जेल की सजा काट रहे हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. कुछ दिन पहले विशेष मेडिकल बोर्ड के इस नतीजे पर पहुंचने के बाद कि पूर्व प्रधानमंत्री को हृदय संबंधित जटिलताएं हो रही हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अल-अजीजिया स्टील मील्स भ्रष्टाचार मामले में लाहौर की कोट लखपत जेल में सजा काट रहे शरीफ (69) को सर्विसेज हास्पीटल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया, ‘‘नवाज शरीफ को जेल से अस्पताल में भर्ती कराया गया है.'' उन्होंने बताया कि किसी तरह की चिकित्सा जांच से पहले अस्पताल प्रशासन ने पूर्व प्रधानमंत्री को चाय और नाश्ता दिया.
उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्हें अस्पताल के वीआईपी कक्ष में भर्ती कराया गया. अस्पताल में और आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. हालांकि, अधिकारियों ने शरीफ के अस्पताल में रूकने की अवधि के बारे में कुछ नहीं बताया. इससे पहले दिन में पाकिस्तान में पंजाब प्रांतीय सरकार ने चिकित्सा बोर्ड की सिफारिश के बाद शरीफ को सरकारी सर्विसेज हास्पीटल में भर्ती कराने का आदेश दिया. जेल प्रशासन को दिये निर्देश में पंजाब सरकार ने कहा कि नवाज शरीफ कई बीमारियों से ग्रसित रहे हैं और विदेश में कई बार दिल की बीमारी से संबंधित उपचार करा चुके हैं.
उनके इसी इतिहास को देखते हुए यह सलाह दी गयी है कि उन्हें आगे की चिकित्सकीय जांच/प्रबंधन के लिये अस्पताल में भर्ती कराया जाये जहां उनकी बेहतर देखभाल हो सकेगी. पंजाब के सूचना मंत्री फयाजुल हसन चौहान ने कहा था कि छह सदस्यीय चिकित्सकीय बोर्ड की रिपोर्ट को देखते हुए शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला किया गया है.
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27 साल के तमिलनाडु के लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने आईपीएल 2019 की नीलामी में धूम मचा दी. मंगलवार को जयपुर में हुई नीलामी में इस 'मिस्ट्री स्पिनर' पर मोटी बोली लगी. उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने 8.40 करोड़ रुपये में खरीदा. उनका बेस प्राइस महज 20 लाख रुपये था. उधर, तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट पर भी 8.40 करोड़ रुपये की बोली लगी. उन पर राजस्थान रॉयल्स ने दांव खेला है.
IPL Auction 2019
वरुण चक्रवर्ती ने तमिलनाडु की तरफ से अब तक एक ही फर्स्ट क्लास मैच खेला है. इसी साल नवंबर में हैदराबाद के खिलाफ पहले मैच में उन्हें एक ही सफलता मिली. इसके अलावा उन्होंने लिस्ट-ए (घरेलू वनडे) के 9 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 22 विकेट निकाले हैं.
वरुण चक्रवर्ती ने 13 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया, और 17 की उम्र तक विकेटकीपर-बल्लेबाज रहे. एज ग्रुप क्रिकेट में कई बार खारिज कर दिए गए. बाद में उन्होंने खेलना ही छोड़ दिया और चेन्नई में एसआरएम विश्वविद्यालय से वास्तुकला (Architecture) में डिग्री हासिल की.
पांच साल का पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद वरुण ने एक फ्रीलांस आर्किटेक्ट के रूप में काम शुरू किया. लेकिन उन पर टेनिस बॉल क्रिकेट खेलने का जुनून फिर से सवार हो गया. इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर के रूप में क्रॉमबेस्ट क्रिकेट क्लब में शामिल हो गए.
लेकिन, दूसरे ही मैच के दौरान उन्हें घुटने में चोट लगी और इसके बाद उन्होंने स्पिनर बनने का मन बना लिया. 18 गज की पिचों पर टेनिस बॉल क्रिकेट में वरुण ने अपने प्रदर्शन से खुद को एक मिस्ट्री स्पिनर के तौर पर तब्दील कर लिया.
वरुण का दावा है कि उनकी गेंदबाजी में 7 विविधताएं हैं-
-ऑफब्रेक, लेगब्रेक, गुगली, कैरम बॉल, फ्लिपर, टॉपस्पिन, पैर की उंगलियों पर यॉर्कर.
#OpenMike
Who is that one TNPL bowler who has impressed you this season so far, with whom you would love to face some balls trying to knock them around.
#NammaOoruNammaGethu
— That Sports Fanatic (@playitthisway)
July 26, 2018
तमिलनाडु प्रीमियर लीग 2018 (टीएनपीएल ) में उन्होंने अपनी स्पिन गेंदबाजी के सहारे सिचम मदुरै पैंथर्स को पहला खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई. वह चेन्नई सुपर किंग्स को नेट पर गेंदबाजी कर चुके हैं. उन्होंने 2018 सीजन में सीएसके के साथ चार दिन बिताए थे. इसी के बाद फ्रेंचाइजी का घरेलू मैदान चेन्नई से पुणे में ले जाया गया था. इसी के लगभग दो हफ्ते बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक और टीम के विश्लेषक एआर श्रीकांत ने वरुण को केकेआर के नेट पर गेंदबाजी करने के लिए बुलाया था.
वरुण चक्रवर्ती
TNPL 2018 में
विकेट - 9
बेस्ट - 3/16
इकोनॉमी - 4.70
विजय हजारे ट्रॉफी 2018/19
विकेट - 22
बेस्ट - 5/38
औसत - 16.68
वरुण ने कहा,‘मेरे लिए यह बड़ा मौका है. मैं शब्दों में अपनी खुशी बयान नहीं कर सकता. मैंने आर. अश्विन जैसे खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखा है, जो किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान हैं. मैं अंतरराष्ट्रीय सितारों से काफी कुछ सीख सकता हूं, ताकि बेहतर क्रिकेटर बन सकूं.’ उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 22 विकेट लेकर सभी का ध्यान खींचा. वरुण ने कहा,‘विजय हजारे ट्रॉफी में मेरे प्रदर्शन पर आईपीएल टीमों की नजर गई. मैं खेल के दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम बांटने को बेताब हूं.’
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पहले दोस्ती फिर प्यार और फिर तकरार... सोशल नेटवर्किंग साइट में दोस्ती कर अपनी फेसबुक आईडी और पासवर्ड एक लड़के के साथ शेयर करना एक युवती को भारी पड़ गया. युवक के शादी के प्रपोजल को ठुकराने पर उसने अपनी महिला मित्र की फेसबुक आईडी पर उसकी अश्लील फोटो अपलोड कर दी. परेशान युवती ने पुलिस में शिकायत की है. पुलिस ने उसे पकड़ने का जाल बुना. जिसके बाद आरोपी युवक को रायपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया.
मामला रायपुर के तेलीबांधा इलाके का है. पुलिस के मुताबिक उत्तरप्रदेश के इटावा शहर का रहने वाला 21 वर्षीय पाल मोसिस मसीह से पीड़िता की दोस्ती फेसबुक के माध्यम से हुई.
फेसबुक पर चैटिंग
करते हुए ही दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं. दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर और कई व्यक्तिगत प्रोफाइल भी एक्सचेंज किया. इसके अलावा फेसबुक आईडी और पासवर्ड भी शेयर कर लिया.
आरोपी और पीड़िता में कई दिनों तक गहरी दोस्ती रही. इसी बीच आरोपी युवक ने पीड़िता से शादी करने की बात कही. लेकिन, पीड़िता ने शादी से इनकार कर दिया. इसके बाद आरोपी ने पीड़िता की
फेसबुक आईडी में अश्लील फोटो
पोस्ट कर दी. यही नहीं बार-बार युवती के मोबाइल पर भी अश्लील फोटो भेजता रहा. उसका मकसद इस युवती को बदनाम करने का था. इसके लिए वो उसे लगातार धमकी भी दे रहा था.
पीड़ित युवती ने जब आपबीती सुनाई तो पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए पासा फेंका. पीड़ित लड़की के जरिए उसे मामला रफा-दफा करने और बातचीत के लिए रायपुर बुलाया गया. इसी दौरान युवक के ट्रेन से रायपुर पहुंचने की सूचना मिली. जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ धारा 509 ख, 66 सी, 67 ए आईटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जनलोकपाल बिल को मंजूरी दे दी है। सोमवार शाम पांच बजे हुई बैठक में कैबिनेट ने इस विधेयक पर अपनी मंजूरी दे दी।
विधेयक को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाल मनीष सिसौदिया ने बताया कि अब यह विधेयक 13 से 16 फरवरी के बीच विधानसभा में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि एक चपरासी से लेकर मुख्यमंत्री तक सभी इसके दायरे में आएंगे।
सूत्रों के हवाले से एनडीटीवी इंडिया को आम आदमी पार्टी के जनलोकपाल बिल के कई अहम प्रावधानों का पता चला है। इनके मुताबिक, जनलोकपाल बिल में भ्रष्टाचार के मामलों में अधिकतम उम्रकैद की सजा का प्रावधान किया गया है।
जनलोकपाल बिल में भ्रष्टाचार के मामलों में कम से कम 6 महीने की सजा का प्रावधान किया गया है। इस बिल में लोकायुक्त के पास दो अलग−अलग शाखाओं का प्रावधान किया गया है। एक होगी जांच शाखा और दूसरी अभियोजन (प्रॉसिक्यूशन) शाखा।
इस बिल में भ्रष्टाचार के मामलों में जांच रिपोर्ट दाखिल करने की समय सीमा 6 महीने तय की गई है।
इस बिल के मुताबिक, लोकायुक्त यह तय करेगा कि क्या दोषी पाए गए अधिकारी को निलंबित किया जाए या फिर बर्खास्त किया जाए।
गौरतलब है कि केजरीवाल सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि वह जनता की मौजूदगी में जनलोकपाल को पास करेगी।
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लेख: अगर दिल्ली सरकार की चली तो जल्द ही राजधानी में नई कार खरीदना और उसे पार्किंग करना, यहां तक कि घर के बाहर भी खड़ी करना आपका महंगा साबित हो होगा. वाहनों की बढ़ती संख्या और पार्किंग के लिए होने वाली परेशानियों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने मसौदा पार्किंग नीति बनाई है जिसमें कर एवं शुल्क के माध्यम से कई कार रखने और सड़क किनारे पार्किंग पर रोक लगाने का प्रस्ताव है. महानगर में सीमित पार्किंग स्थान को देखते हुए बेहतर प्रबंधन के लिहाज से यह कदम उठाया गया है.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने व्यापक मसौदा नीति को मंजूरी दे दी है और इसे लोगों से एक महीने तक मिलने वाली प्रतिक्रिया के बाद तैयार किया जाएगा और फिर काम करने योग्य उपाय तय किए जाएंगे.टिप्पणियां
मसौदा नीति में कहा गया है, पार्किंग प्रबंधन को मांग प्रबंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि निजी वाहनों की घटाया जा सके और पार्किंग की मांग को कम किया जा सके और यात्रा को सार्वजनिक परिवहन, अर्द्ध परिवहन और गैर मोटर वाले माध्यमों में परिवतर्ति किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 60 फीसदी यात्राएं छोटी दूरी की होती हैं जिन्हें आसानी से इन वैकल्पिक माध्यमों से पूरा किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने व्यापक मसौदा नीति को मंजूरी दे दी है और इसे लोगों से एक महीने तक मिलने वाली प्रतिक्रिया के बाद तैयार किया जाएगा और फिर काम करने योग्य उपाय तय किए जाएंगे.टिप्पणियां
मसौदा नीति में कहा गया है, पार्किंग प्रबंधन को मांग प्रबंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि निजी वाहनों की घटाया जा सके और पार्किंग की मांग को कम किया जा सके और यात्रा को सार्वजनिक परिवहन, अर्द्ध परिवहन और गैर मोटर वाले माध्यमों में परिवतर्ति किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 60 फीसदी यात्राएं छोटी दूरी की होती हैं जिन्हें आसानी से इन वैकल्पिक माध्यमों से पूरा किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
मसौदा नीति में कहा गया है, पार्किंग प्रबंधन को मांग प्रबंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि निजी वाहनों की घटाया जा सके और पार्किंग की मांग को कम किया जा सके और यात्रा को सार्वजनिक परिवहन, अर्द्ध परिवहन और गैर मोटर वाले माध्यमों में परिवतर्ति किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 60 फीसदी यात्राएं छोटी दूरी की होती हैं जिन्हें आसानी से इन वैकल्पिक माध्यमों से पूरा किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
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कुछ माता-पिता को लगता है कि सख्ती उनके बच्चे को सफल बना सकती है, लेकिन एक नए अध्ययन के मुताबिक मां की सख्ती वास्तव में बच्चे में आत्मसम्मान में कमी और उनमें कुंठा का कारण बन सकती है.
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चीनी लेखक एमी चुआ ने अपनी किताब ‘बैटल हिम ऑफ द टाइगर मदर’ में लिखा है कि एशियाई लोगों में अभिभावकों का अधिक दबाव बच्चों को अकादमिक और खेलकूद दोनों के स्तर पर सफल बनाने में मददगार है.
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दूसरी ओर मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी में शोधकर्ता डेसिरी क्विन का कहना है कि वास्तव में अच्छी उपलब्धियां हासिल करने वाले बच्चे माता-पिता की महत्वाकांक्षाओं से कुंठा का शिकार हो जाते हैं और अन्य छात्रों की तुलना में तनाव में आ जाते हैं.
डेली न्यूज ने क्विन के हवाले से कहा, ‘एमी (चुआ) का कहना है कि पश्चिम के बच्चे चीनी (बच्चों) से ज्यादा खुश नहीं हैं, लेकिन साथ ही हमारे अध्ययन से निष्कर्ष निकला है कि जब माता-पिता अपने बच्चों पर काफी दबाव बनाते हैं, तो बच्चे खुश नहीं रहते.’ क्विन ने चीन और अमेरिका के प्रतिष्ठित हाई स्कूलों में शोध किया है.
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राहुल गांधी ने कहा है कि वरुण गांधी की बातें सुनकर मुझे हैरानी हुई. राहुल ने कहा कि मेरे विचार वरुण गांधी से बिल्कुल अलग हैं. वरुण ने जो भी कहा उनका यह अपना विचार हो सकता है. वैसे इस मामले पर मेरी बहन प्रियंका पहले ही अपना विचार रख चुकी है.
पुडूचेरी में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को मेरा पूरा समर्थन है. उन्होंने काफी कुछ हासिल किया है जो इस देश के हित में है.
बिहार मसले पर राहुल ने कहा कि बिहार में कांग्रेस का अकेले दम पर चुनाव लड़ना एक अच्छा निर्णय है. मेरे विचार से इस फैसले से कांग्रेस को फायदा होगा.
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हर हिन्दुस्तानी ने कभी न कभी सड़क पर ऐसे समय का तजुर्बा ज़रूर किया होगा, जब उनके सामने कोई बारात आ गई हो, और वह कार के स्टेयरिंग व्हील पर बैठे-बैठे उकता रहे हों, या बारात में नाच रहे लोगों को कोस रहे हों... कहीं भी जाते वक्त इस तरह के 'ट्रैफिक जाम' में फंसने या धीमे-धीमे 'रेंगते' ट्रैफिक का यह अनुभव काफी ऊबाऊ और गुस्सा दिलाने वाला होता है...
आइए, आज आपकी मुलाकात करवाते हैं, चीन के ऐसे जोड़े से, जिन्होंने अपनी शादी के लिए मंगाए हेलीकॉप्टर को शंघाई की एक व्यस्त सड़क के बीचोंबीच उतरवाया... 'पीपल्स डेली ऑनलाइन' के अनुसार, सड़क के बीचोंबीच हेलीकॉप्टर उतारने की यह घटना 24 जुलाई को शंघाई की नानयुआन रोड (Nanyuan Road) पर हुई, जिसकी वजह से एक घंटे से भी ज़्यादा देर तक ट्रैफिक पूरी तरह ठप रहा, और स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा...
इस जोड़े ने हेलीकॉप्टर संभवतः इसलिए मंगवाया था, ताकि वे उस जगह पहुंच सकें, जहां उनकी शादी होनी थी... हेलीकॉप्टर के ज़रिये शायद वे देखने वालों को यह संदेश भी देना चाहते थे कि उनका गठबंधन 'ऊपर' से बनकर आया है...
'शंघाई डेली' के मुताबिक, पायलटों के पास हेलीकॉप्टर को सड़क पर उतारने की अनुमति पहले से मौजूद थी... बहरहाल, नागरिक उड्डयन विभाग इस अनुमति के बावजूद इस मामले की जांच करेगी, क्योंकि व्यस्त सड़कों पर हेलीकॉप्टर को उतारना और उड़ाना हरगिज़ सही नहीं है...
आइए, आज आपकी मुलाकात करवाते हैं, चीन के ऐसे जोड़े से, जिन्होंने अपनी शादी के लिए मंगाए हेलीकॉप्टर को शंघाई की एक व्यस्त सड़क के बीचोंबीच उतरवाया... 'पीपल्स डेली ऑनलाइन' के अनुसार, सड़क के बीचोंबीच हेलीकॉप्टर उतारने की यह घटना 24 जुलाई को शंघाई की नानयुआन रोड (Nanyuan Road) पर हुई, जिसकी वजह से एक घंटे से भी ज़्यादा देर तक ट्रैफिक पूरी तरह ठप रहा, और स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा...
इस जोड़े ने हेलीकॉप्टर संभवतः इसलिए मंगवाया था, ताकि वे उस जगह पहुंच सकें, जहां उनकी शादी होनी थी... हेलीकॉप्टर के ज़रिये शायद वे देखने वालों को यह संदेश भी देना चाहते थे कि उनका गठबंधन 'ऊपर' से बनकर आया है...
'शंघाई डेली' के मुताबिक, पायलटों के पास हेलीकॉप्टर को सड़क पर उतारने की अनुमति पहले से मौजूद थी... बहरहाल, नागरिक उड्डयन विभाग इस अनुमति के बावजूद इस मामले की जांच करेगी, क्योंकि व्यस्त सड़कों पर हेलीकॉप्टर को उतारना और उड़ाना हरगिज़ सही नहीं है...
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आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास
ने शुक्रवार को योगेंद्र यादव के साथ होली मनाई और इस मौके पर अमिताभ बच्चन की फिल्म 'सिलसिला' का मशहूर गाना 'रंग बरसे' गाया.
AAP's Kumar Vishwas sings 'Rang Barse' on the occasion of Holi
https://t.co/hP6sUCRSOj
— ANI (@ANI_news)
March 6, 2015
विश्वास ने शुक्रवार को योगेंद्र यादव के घर जाकर उन्हें होली की बधाई दी. जब योगेंद्र यादव से आप में चल रही अंदरूनी कलह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आज होली का दिन है, हमें आगे बढ़ने दें.'
कुमार विश्वास ने कहा, 'हमें योगेंद्र भाई से सीखना चाहिए कि किस तरह शालीनता के साथ अपने विचार सबके सामने रखें.'
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दूध में विटामिन बी3 जैसी संरचना वाले एक यौगिक के चमत्कारिक गुण सामने आए हैं. एक अध्ययन के मुताबिक आलसी जीवन शैली और वसा युक्त भोजन के बावजूद यह यौगिक आपको छरहरा बनाए रखता है.
एक प्रयोग में चूहे को नियासीन (विटामिन बी3) की संरचना वाले इस यौगिक निकोटिनामाइड राइबोसाइड (एनआर) की अधिक खुराक दी गई साथ ही उसे उच्च वसायुक्त भोजन भी दिया गया. लेकिन एनआर के असर से चूहा मोटा नहीं हुआ. साथ ही उसके मांसपेशी की क्षमता बढ़ गई तथा तथा एनआर ने उसे मधुमेह से भी बचाए रखा. इसके अलावा इसका कोई नुकसान भी नहीं देखा गया.
विज्ञान पत्रिका सेल मेटोबोलिज्म के मुताबिक पोलिटेकि्न क स्कूल ऑफ लाउसेन के वैज्ञानिक जोहान ने अपने स्विट्जरलैंड के विज्ञानी साथियों के साथ प्रयोग को अंजाम दिया और चूहे को एनआर की खुराक देने में वील कॉर्नेल मेडिकल कॉलेज के विज्ञानियों की मदद ली, जिन्होंने इस यौगिक की खोज में महत्चपूर्ण भूमिका निभाई थी.
वील कॉर्नेल मेडिकल कॉलेज के फार्मेकोलॉजी के सहायक प्रोफेसर एंथोनी सॉव ने कहा, 'यह प्रयोग बहुत महत्वपूर्ण है. इससे पता चलता है कि जानवरों में एनआर के उपयोग से वे ही फायदे मिलते हैं, जो उन्हें कम कैलोरी युक्त भोजन और व्यायाम से मिलते हैं, भले ही वे अधिक कैलोरी युक्त भोजन करे और व्यायाम नहीं करे.'
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को अगले एक साल तक फिर से शुरू करने में बहुत दिक्कतें आएंगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हम केदारनाथ यात्रा को एक साल से पहले फिर से शुरू कर पाएंगे। 18 किलोमीटर सड़क तबाह हो गई है। केदरनाथ मलबे में दबा है। मंदिर बच गया है लेकिन हर ओर आठ से दस फुट तक मलबा है।’टिप्पणियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक सड़क का निर्माण नहीं होता मलबे को नहीं हटाया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘हमें मशीनों की, सेना तथा वायु सेना की मदद की जरूरत है। यह बड़े स्तर की समस्या है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही हैं।’
बहुगुणा ने कहा कि अगर आने वाले दिनों में मौसम ठीक रहा तो चीजें सुधरेंगी। उन्होंने बाढ़ की आपदा को अभूतपूर्व और ‘हिमालयी सुनामी’ की संज्ञा दी और कहा, ‘बहुत बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है और मैं बिना उचित सर्वेक्षण के सही-सही संख्या नहीं बता सकता।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक सड़क का निर्माण नहीं होता मलबे को नहीं हटाया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘हमें मशीनों की, सेना तथा वायु सेना की मदद की जरूरत है। यह बड़े स्तर की समस्या है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही हैं।’
बहुगुणा ने कहा कि अगर आने वाले दिनों में मौसम ठीक रहा तो चीजें सुधरेंगी। उन्होंने बाढ़ की आपदा को अभूतपूर्व और ‘हिमालयी सुनामी’ की संज्ञा दी और कहा, ‘बहुत बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है और मैं बिना उचित सर्वेक्षण के सही-सही संख्या नहीं बता सकता।’
बहुगुणा ने कहा कि अगर आने वाले दिनों में मौसम ठीक रहा तो चीजें सुधरेंगी। उन्होंने बाढ़ की आपदा को अभूतपूर्व और ‘हिमालयी सुनामी’ की संज्ञा दी और कहा, ‘बहुत बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका है और मैं बिना उचित सर्वेक्षण के सही-सही संख्या नहीं बता सकता।’
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देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने को लेकर खड़े हुए विवाद में आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा और सोमनाथ भारती ने गलती की. यह कहना है आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज का. भारद्वाज ने 'आजतक' से Exclusive बातचीत में माना कि लांबा और सोमनाथ से गलती हुई. साथ ही भारद्वाज ने दावा किया कि पार्टी नेतृत्व जल्द ही अलका लांबा और सोमनाथ भारती से स्पष्टीकरण मांगेगा.
आजतक से बातचीत के दौरान अलका लांबा के लिए सौरभ भारद्वाज के तीखे तेवर साफ नजर आए. सवाल पूछने पर कि जब संकल्प पत्र में राजीव गांधी के विषय में सुझाव लिखा सोमनाथ भारती ने, सदन में पढ़ा जरनैल सिंह ने तो अलका लांबा से पार्टी की नाराजगी क्यों? जवाब में सौरभ भारद्वाज ने कहा कि '...अगर आप अलका लांबा और सोमनाथ भारती का ट्विटर देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि सोमनाथ भारती से गलती हुई. लेकिन तुरंत मेरे ट्वीट करने के बाद सोमनाथ भारती ने ट्वीट कर कहा कि 'गलती मेरी थी' मगर अलका लांबा ने इसके विरोध में ट्विटर पर एक झूठा Resolution डाला, जिससे अलका लांबा ने ज्यादा कन्फ्यूजन पैदा करने की कोशिश की. इसलिए ऐसा लगा कि अलका लांबा और सोमनाथ भारती कन्फ्यूजन फैला रहे हैं. हालांकि, अब ऐसा कुछ नहीं है कि पार्टी इनसे इस्तीफा लेगी, लेकिन हां, दोनों ने गलती की थी.'
सवाल- अलका लांबा के पास Resolution की कॉपी कैसे आई?
सौरभ ने कहा कि 'ये सवाल अलका से पूछा जाना चाहिए. जब अलका लांबा स्वयं सदन में मौजूद नहीं थीं और जब पूरे हाउस में जिस Resolution की एक कॉपी बांटी गई, वही अलका लांबा के पास थी, तो उन्होंने एक कॉपी जिसमें राजीव गांधी के विषय में लिखा था उसे ट्विटर पर डालकर कन्फ्यूजन क्यों फैलाया, ये उनपर सवाल है.'
सवाल- पार्टी नेतृत्व की बात क्या अलका लांबा से हुई?
'...हर चीज के लिए इस्तीफा नहीं मांगा जाता, न हर कार्रवाई सबके सामने बताई जाती है. लेकिन पार्टी नेतृत्व द्वारा अलका लांबा और सोमनाथ भारती से सवाल जरूर पूछे जाएंगे, स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.'
शीला दीक्षित के AAP से गठबंधन न करने के बयान पर सौरभ ने कहा, 'मैं इसके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता हूं. कुछ दिन पहले शीला दीक्षित खुद कहती हैं कि गठबंधन करना चाहिए या नहीं करना चाहिए. आम आदमी पार्टी का इसमें कोई लेना देना नहीं है, शीला दीक्षित पहले खुद तय करें क्या करना है.'
सवाल- क्या दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन होना चाहिए?
जवाब में सौरभ ने कहा कि मैं पार्टी में इस लेवल पर छोटा आदमी हूं. इस बारे में पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर कमिटी फैसला करती है. लेकिन पार्टी में इस मामले पर कोई फैसला नहीं हुआ और न किसी से बातचीत हुई है.
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समाजवादी पार्टी से राहें जुदा होने के बाद बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है. मायावती इसके लिए मंगलवार से मंडलवार बैठकें करेंगी. यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने को है. इस बार अकेले चुनाव लड़ रही मायावती को अब उन जगहों पर अपनी पार्टी को चुस्त-दुरुस्त करना है जहां लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ी थी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान 11 विधायक सांसद बन गए. अब इन सीटों पर उपचुनाव होना है. इनमें गोविंदनगर, लखनऊ कैंट, टूंडला, जैदपुर, मानिकपुर, बलहा, गंगोह, इगलास, प्रतापगढ़, रामपुर और जलालपुर विधानसभा सीट शामिल है.
मायावती उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव अपने दम पर लड़ रही हैं. लिहाजा उन्हें न सिर्फ इन इलाकों में पार्टी में नई जान फूंकनी है, बल्कि 11 काबिल विधानसभा उम्मीदवार भी ढूंढ़ने हैं. इसी सिलसिले में मायावती 2 जुलाई को बरेली, चित्रकूट, कानपुर और झांसी मंडल की बैठक करेंगी. जबकि 6 जुलाई को लखनऊ मंडल की बैठक होने वाली है.
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी 9 साल बाद विधानसभा उपचुनाव लड़ रही है. इससे पहले 2010 में बीएसपी ने अपना आखिरी उपचुनाव लड़ था. यूपी में 2019 का लोकसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था. इस चुनाव में बीएसपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि समाजवादी पार्टी को 5 सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव नतीजों के बाद बसपा ने सपा से रिश्ते खत्म कर लिए थे. मायावती ने आरोप लगाया था कि यूपी के यादव वोटों का ट्रांसफर उनकी पार्टी को नहीं हो पाया था. मायावती ने कहा था कि अब वो बसपा अपने दम पर दलित मूवमेंट को उत्तर प्रदेश में खड़ा करेंगी.
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लेख: अयोध्या केस में गुरुवार को 32 वें दिन की सुनवाई हुई. राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के मामले में भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (ASI) रिपोर्ट पर मुस्लिम पक्ष की ओर से पेश मीनाक्षी अरोड़ा ने बुधवार को सवाल उठाया था. लेकिन आज मुस्लिम पक्षकारों के लिए ही पेश राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि कल की दलीलें निरर्थक थीं. रिपोर्ट की प्रमाणिकता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता. एएसआई की रिपोर्ट की प्रामाणिकता संदेह में नहीं है. दरअसल मीनाक्षी अरोड़ा ने बुधवार को कहा था कि एएसआई की रिपोर्ट पर कोई साइन नहीं थे. हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने बताया कि रिपोर्ट के साथ फार्वडिंग लेटर था.
मुस्लिम पक्ष की ओर से मीनाक्षी अरोड़ा ने गुरुवार को एएसआई की रिपोर्ट पर बहस की. उन्होंने कहा कि एएसआई द्वारा वर्णित अधिकांश अवधि का, मंदिर की अवधि से कोई लेना-देना नहीं है (सुंगा , कुषाण, गुप्त आदि). जस्टिस बोबड़े ने कहा कि आप सीधे विक्रमादित्य पर बताइए. जस्टिस भूषण ने कहा गुप्त के बाद कोई विक्रमादित्य नहीं था. मीनाक्षी ने कहा विक्रमादित्य का संबंध सुंगा से है, गुप्त से नहीं. जस्टिस भूषण ने कहा वह गुप्त के हैं, आप कृपया फिर चैक करें.
मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि एएसआई ने खुद स्वीकार किया था कि उसको परतों की पहचान करने में दिक्कत हुई थी. कुल 184 हड्डियां मिली थीं लेकिन हाईकोर्ट ने सिर्फ 21.2 प्रतिशत का ही अध्ययन किया. उन्होंने नौ सभ्यताओं के आधार पर नौ समयकाल के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि एएसआई ने जिन सभ्यताओं के बारे में बताया है उनका मंदिर से कोई लेना देना नहीं है. ASI ने अपनी रिपोर्ट में सूंगा, कुषान और गुप्त के समयकाल के बारे में बताया है. कार्बन डेटिंग का इस्तेमाल यह पता करने के लिए किया जाता है कि चीज कितनी पुरानी है. लेकिन ASI हड्डियों का इस्तेमाल नहीं करता इसलिए इनकी कार्बन डेटिंग नहीं की गई.
मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि ASI की रिपोर्ट में विवादित भूमि के नीचे खुदाई में करीब 50 खंभों पर टिका तीन स्तरीय निर्माण मिला लेकिन सभी मंजिलें अलग-अलग काल में बनीं. पहला शायद ढह गया या धंस गया तब दूसरा बना. ASI ने सिर्फ चार खंभे ही एक्सपोज़ किए थे. जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि क्या यह खंभे 50 मीटर वाली दीवार को सपोर्ट करने को थे? मीनाक्षी ने कहा नहीं, खंभे दीवार से अलग थे. जस्टिस बोबडे ने पूछा कि क्या कहीं ये ब्यौरा है कि वो चार खंभे अलग काल में और बाकी 46 खंभे अलग-अलग काल में बने?
अयोध्या मामले में ASI की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए वकील मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि वहां पर हाथी और किसी जानवर की मूर्ति मिलने से ये नहीं कहा जा सकता कि वहां पर मन्दिर ही होगा. क्योंकि उस समय में वह खिलौना भी हो सकता है जिसको किसी धर्म से नही जोड़ा जा सकता. अरोड़ा ने कहा कि वहां पर 383 आर्किटेक्चर अवशेष मिले थे जिसमें से 40 को छोड़कर कोई भी मन्दिर का हिस्सा नहीं कहा जा सकता. शिलाओं पर बने कमल के निशान पर अरोड़ा ने कहा कि ऐसा नहीं कहा जा सकता कि वह मंदिर ही है क्योंकि वह जैन, मुस्लिम बौद्ध और हिन्दू धर्मो के भी पवित्र चिह्न हो सकते हैं.
इस पर जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि क्या मस्जिदों में भी कमल के निशान होते हैं? इस सवाल का मीनाक्षी अरोड़ा ने सीधा जवाब नहीं दिया, उन्होंने कहा कि हो सकता है. इसके बाद जस्टिस बोबड़े ने अपने साथ बेंच में बैठे जज जस्टिस नजीर से इसका जवाब जानना चाहा कि क्या मस्जिदों में भी कमल के निशान होते हैं. जस्टिस नजीर ने कहा कि मेरी जानकारी में ऐसा नहीं है. मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि कमल के चित्र को हिन्दू, मुस्लिम, बुद्ध सभी इस्तेमाल करते रहे है. इसका इस्तेमाल मुस्लिम और इस्लामिक आर्किटेक्ट में होता रहा है.
मीनाक्षी अरोड़ा ने ASI रिपोर्ट में "दिव्य" शब्द का उपयोग करने के पर आपत्ति जताई. पीठ ने कहा कि इन सभी आपत्तियों को परीक्षण के दौरान विशेषज्ञों के सामने उठाना चाहिए था.
मीनाक्षी ने कहा कि टेराकोटा के हाथियों को हिन्दुओं के लिए कहना सही नहीं है. अष्टकोणों को भी सिर्फ हिन्दुओं में शामिल करना स्वीकार्य नहीं है. जस्टिस बोबडे ने कहा अष्टकोणों का इस्तेमाल हिंदुओं द्वारा ही किया जाता है. मीनाक्षी ने कहा कि रिपोर्ट में गलत समय-निर्धारण दिया गया है. एक ही चीज़ के लिए अलग- अलग अवधि दी गई है. एक जगह पर उन्होंने इसके मुगल काल के होने की बात कही तो दूसरी जगह पर वो इसे मध्यकाल की शिल्पकृति कहते हैं. जस्टिस बोबडे ने कहा कि उसमें किसी जानवर का जिक्र है. मीनाक्षी ने कहा कि हां वराह का..हिंदुओं के हर देवता की सवारी होती है. वराह की बात पर जस्टिस बोबडे ने कहा कि वराह मस्जिद में नहीं हो सकता.
मीनाक्षी अरोड़ा ने दलील दी कि खुदाई के दौरान ASI को जो हड्डियां मिली हैं उन पर काटने के निशान थे. इसके दो मतलब हो सकते हैं कि उस जगह पर लोग मांस खाते थे या बलि दी जाती थी. जबकि हिन्दू पक्ष यहां वैष्णव मंदिर बता रहा है. ऐसा कैसे हो सकता है? बलि तो शक्तिपीठ में चढ़ाई जाती है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने एक बार फिर कहा कि 18 अक्तूबर तक सुनवाई खत्म होना जरूरी है. अगर चार हफ्ते में हमने फैसला दे दिया तो यह एक चमत्कार की तरह होगा. लेकिन अगर सुनवाई 18 अक्टूबर तक खत्म नहीं हुई तो फैसला संभव नहीं हो पाएगा. CJI ने कहा कि आज का दिन मिलाकर 18 तक हमारे पास साढ़े दस दिन हैं. चीफ जस्टिस ने कहा कि 18 अक्तूबर के बाद एक भी दिन अतिरिक्त नहीं है. इसलिए पक्षकार इसी समय सीमा में सुनवाई पूरी करें.
मुस्लिम पक्ष की ओर से मीनाक्षी अरोड़ा ने कहा कि आज दलीलें खत्म कर देंगी. हिंदू पक्ष ने कहा कि जवाब देने के लिए उसे तीन से चार दिन का समय चाहिए. मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन से कोर्ट ने पूछा कि सूट नंबर 4 पर बहस करने के लिए 2 दिन पर्याप्त हैं? इस पर धवन ने कहा कि कम हैं, हम शनिवार को भी बहस कर सकते हैं.
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने एक बार फिर समय सीमा का हवाला दिया. उन्होंने रहा कि आज सुनवाई का 32 वां दिन है और अब आप कहते हैं कि आप भी बहस करना चाहते हैं. हम अपने अंतिम कार्यदिवस तक सुनवाई करेंगे. आप एक ही दलील या दूसरी दलील के साथ आते रहते हैं. चीफ जस्टिस की यह टिप्पणी तब आई जब एक हिंदू पक्ष निर्मोही अखाड़ा के वकील ने प्रबंधन के अधिकारों के लिए बहस करने के लिए 20 मिनट का वक्त मांगा.
सीजेआई ने कहा कि हमने पहले ही शेड्यूल दे दिया है और अब इसी वक्त पर डटे रहेंगे. आप दूसरे वकीलों से बात कर अपनी बहस के लिए वक्त निकालो.
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डीयू ने अपनी 5वीं कट ऑफ लिस्ट जारी कर दी है. अब भी छात्र डीयू के चुनिंदा कॉलेजों में दाखिला ले सकते हैं. 5वीं लिस्ट के आधार पर डीयू में एडमिशन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
डीयू ने अपनी 5वीं कट ऑफ लिस्ट बुधवार को जारी कर दी. 5वीं कट ऑफ के बाद अभी भी डीयू के कुछ चुनिंदा कॉलेजों में छात्र एडमिशन ले सकते हैं. किरोड़ीमल, मिरांडा हाउस, दौलत राम कॉलेज, हंसराज और वेंकटेश्वर कॉलेज में कई कोर्सेज में अब भी छात्रों के लिए ऑपशंस मौजूद हैं. डीयू के 26 कॉलेजों में छात्र कॉमर्स के लिए अप्लाई कर सकतें हैं. ऐसे ही इकोनॉमिक्स के लिए वेंकटेश्वर, हिंदू और मैत्री मिलाकर कुल 14 कॉलेजों में अप्लाई किया जा सकता है.
कॉमर्स के लिए हंसराज कॉलेज में कट ऑफ 96.50 फीसदी से 98 फीसदी, दौलत राम में 94.50 और अबेंडकर कॉलेज में 88.5 फीसदी गई है. वहीं इकोनॉमिक्स के लिए हिंदू में 96.5, मैत्री में 91.5, वैंकटेश्वर में 95.25 से 96 फीसदी, मोतीलाल नेहरू में 88 से 91 फीसदी कट ऑफ दर्ज की गई है.
साइंस सब्जेक्ट के लिए भी कुछ कॉलेजों में ऑप्शंस मौजूद हैं. केमिस्ट्री के लिए भी करीब 10 कॉलेजों में छात्र अब भी अप्लाई कर सकते हैं जबकि फिजिक्स के लिए काफी कम कॉलेज के ही ऑप्शन हैं, फिजिक्स के लिए एसजीटीबी खालसा में कट ऑफ 92.33 फीसदी, केमसी में 93.33 फीसदी, मोतीलाल नेहरू में 91 फीसदी तक गई है. केमिस्ट्री में रामजस में 91.33, हंसराज में 90.25-95.25, केएमसी में 91 से 91.99 फीसदी, मिरांडा में 93 फीसदी, दौलतराम में 89, वैंकटेश्वर में 90.66, एसजीटीबी खालसा में 90 और आईपी कॉलेज में 89-93 परसेंट कट ऑफ दर्ज की गई है.
वहीं इंग्लिश की बात करें तो हंसराज में 91.25 से 94.5, केएमसी में 90-94, एसजीटीबी खालसा में 89 से 93.75, दौलतराम में 89 से 93 फीसदी कट ऑफ गई है.
स्टूडेंट्स के हॉट फेवरेट सब्जेक्ट कंप्यूटर साइंस के लिए भी चार कॉलेजों में जगह है जिसमें हंसराज, रामलाल आनंद, शिवाजी और केशव महाविद्यालय शामिल है. रिजर्व्ड कैटेगरी में सभी कॉलेजों में दाखिले के हो सकते हैं.
डीयू की 5वीं कट ऑफ लिस्ट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. हालांकि डीयू ने पांच कट ऑफ लिस्ट निकालने की ही घोषणा की थी, लेकिन अब छठी कट ऑफ लिस्ट निकलने की भी संभावना जताई जा रही है.
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सैमसंग के नए A सिरीज स्मार्टफोन Galaxy A20 की बिक्री आज से शुरू है. ये बजट स्मार्टफोन है और कंपनी ने इसका ऐलान पिछले हफ्ते ही किया था. इस स्मार्टफोन की खासियत इसकी सुपर AMOLED डिस्प्ले के साथ अल्ट्रा वाइड एंगल कैमरा और बड़ी बैटरी है. इस फोन का डिजाइन 3D ग्लास का है.
Galaxy A8 की कीमत 12,490 रुपये है और इस कीमत पर आपको 3GB रैम 32GB की इंटर्नल स्टोरेज दी गई है जिसे माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए बढ़ाया जा सकता है. इस स्मार्टफोन को 8 अपैल से सैमसंग ई-कॉमर्स स्टोर, सैमसंग ओपरा हाउस और दूसरी प्रमुख ई कॉमर्स और रीटेल स्टोर्स पर मिलेंगे.
Galaxy A20 के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो इस स्मार्टफोन में 6.4 इंच की एचडी प्लस डिस्प्ले दी गई है और इसमें Infinity V सुपर एमोलेड डिस्प्ले यूज किया गया है. इसमें भी वॉटर ड्रॉप स्टाइल नॉच दिया गया है. फोन का रियर पैनल 3D ग्लास्टिक पैनल का है और ये फोन रेड, ब्लैक और ब्लू कलर वेरिएंट्स में उपलब्ध होगा.
Galaxy A20 में 1.6GHz ऑक्टा कोर Exynos प्रॉसेसर के साथ 3GB रैम दिया गया है. इंटर्नल मेमोरी 32GB है और माइक्रो एसडी कार्ड से इसे बढ़ा कर 512GB तक किया जा सकता है.
Galaxy A20 में डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है – एक लेंस 5 मेगापिक्सल का है जो वाइड एंगल है और दूसरा 13 मेगापिक्सल का है. सेल्फी के लिए इसमें 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है. रियर पैनल पर ही इसमें फिंगरप्रिंट स्कैनर भी दिया गया है.
Galaxy A20 में Android Pie बेस्ड One UI दिया गया है और इसकी बैटरी 4,000mAh की है. इस स्मार्टफोन में टाइप सी कनेक्टिविटी है और यह 15W का फास्ट चार्ज सपोर्ट करता है.
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गाजियाबाद में पुलिस ने ऑपरेशन सेफ ड्रिंकिंग चलाया है. बीती रात गाजियाबाद पुलिस द्वारा चलाए गए इस अभियान में 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अवैध तरीके से सार्वजनिक स्थानों, सड़क पर खड़ी कार, चौराहों पर अवैध शराब पिलाने वालों और शराब पीने वालों के खिलाफ यह अभियान चलाया गया.
बीती रात 8 बजे 12 बजे तक करीब 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में 327 लोगों को जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, गाजियाबाद पुलिस को लगातार लोगों से शिकायतें मिल रही थीं कि शाम होते ही गाजियाबाद में कई स्थानों पर अवैध तरीके से खुले में शराब पीने वालों का तातां लग जाता है. जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है.
गाजियाबाद पुलिस ने सभी शहरी और ग्रामीण थाना क्षेत्रों के विभिन्न इलाकों में सार्वजनिक स्थानों पर खुले में शराब का सेवन करने वाले लोगों के खिलाफ बीती रात एक बड़ा अभियान चलाया. शराब की दुकानों के बाहर व सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में शराब का सेवन कर रहे 327 लोगों को हिरासत में लिया गया.
बीती शनिवार की रात 8 बजे से 12 बजे के बीच करीब 4 घंटे पुलिस का यह अभियान चला. इस दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में मॉडल शॉप्स के बाहर खड़े होकर, दोपहिया वाहनों पर, गाड़ी में अंदर बैठकर, बोनट पर रखकर आदि जगहों पर शराब पी रहे लोगों को पकड़ा गया.
हालांकि कुछ लोगों को पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ा. वहीं, बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया. गाजियाबाद पुलिस के एस एस पी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि सार्वजनिक स्थानों पर नियमों का उल्लंघन कर शराब का सेवन किया जाता है. इसलिए यह अभियान चलाया गया.
उन्होंने कहा कि अभियान आगे भी जारी रहेगा और सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. ताकि आम लोगों को परेशानी न उठानी पड़े. साथ ही लोगों से नियमों का पालन कराने के साथ, लोगों को सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने से रोका जा सके.
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नेपाल में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण कम से कम 20 लोगों की मौत होने की खबर है. ये प्राकृतिक आपदा नेपाल के पश्चिमी हिस्से में आई है. मृतकों की संख्या बढने की आशंका है.
पोखरा इलाके की घटना
नेपाल के गृह मंत्रालय के अनुसार राजधानी काठमांडू से 200 किलोमीटर दूर दक्षिण में
पोखरा के समीप दो गांवों में भूस्खलन
हुआ है. भूस्खलन की चपेट में आकर कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 22 मकान ध्वस्त हो गए.
बचाव अभियान में दिक्कत
खराब मौसम और दुर्गम इलाका होने के कारण प्रशासन की ओर से बचाव अभियान में भी दिक्कतें आ रही हैं. ये गांव पहाड़ी इलाकों में बसे हुए हैं. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार भारी
बारिश के कारण इन गांवों को जोड़ने वाले पुल
के बह जाने के कारण भी लोगों की जान गई है.
भूकंप के बाद और तबाही की आशंका
बरसात के मौसम में नेपाल के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रहीं हैं. इसके अलावा मैदानी इलाकों के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं. गौरतलब है कि नेपाल में इस वर्ष आए विध्वंसकारी भूकंपों के कारण सरकार को मॉनसून के दौरान और अधिक भूस्खलन होने की आशंका है. इन भूकंपों में नौ हजार से अधिक लोगों की मौत हुई थी.
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टीम अन्ना ने शनिवार को एक बार फिर कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर प्रहार किया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके 15 कैबिनेट मंत्री भ्रष्टाचार के बड़े मामलों में लिप्त रहे हैं।
टीम अन्ना ने 79 पृष्ठों का एक दस्तावेज तैयार किया है, जिसमें मनमोहन सिंह के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा को भी भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में संलिप्त बताया गया है।
जाने-माने अधिवक्ता एवं टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमने यह दस्तावेज प्रधानमंत्री को भेज दिया है और उनसे मांग की है कि उनके सहित 15 कैबिनेट मंत्रियों पर जो आरोप लगे हैं, उनकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"
टीम अन्ना ने हाल ही में उजागर हुए कोयला घोटाले में मनमोहन सिंह की भूमिका पर सवाल उठाया। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार नीलामी के बगैर कोयला ब्लॉकों के लिए खनन के अधिकार का आवंटन कर कुछ चुनिंदा निजी फर्मों को भारी लाभ पहुंचाया गया।
यह आवंटन नवम्बर 2006 से मई 2009 के बीच हुआ और उस दौरान कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के जिम्मे था।
टीम अन्ना की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है, "प्रधानमंत्री की नजर के सामने कोयला आवंटन में भारी घोटाला कर निजी फर्मो को मुनाफा कमाने की अनुमति दी गई, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट कहती है।"
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
टीम अन्ना ने 79 पृष्ठों का एक दस्तावेज तैयार किया है, जिसमें मनमोहन सिंह के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा को भी भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में संलिप्त बताया गया है।
जाने-माने अधिवक्ता एवं टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमने यह दस्तावेज प्रधानमंत्री को भेज दिया है और उनसे मांग की है कि उनके सहित 15 कैबिनेट मंत्रियों पर जो आरोप लगे हैं, उनकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"
टीम अन्ना ने हाल ही में उजागर हुए कोयला घोटाले में मनमोहन सिंह की भूमिका पर सवाल उठाया। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार नीलामी के बगैर कोयला ब्लॉकों के लिए खनन के अधिकार का आवंटन कर कुछ चुनिंदा निजी फर्मों को भारी लाभ पहुंचाया गया।
यह आवंटन नवम्बर 2006 से मई 2009 के बीच हुआ और उस दौरान कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के जिम्मे था।
टीम अन्ना की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है, "प्रधानमंत्री की नजर के सामने कोयला आवंटन में भारी घोटाला कर निजी फर्मो को मुनाफा कमाने की अनुमति दी गई, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट कहती है।"
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
जाने-माने अधिवक्ता एवं टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमने यह दस्तावेज प्रधानमंत्री को भेज दिया है और उनसे मांग की है कि उनके सहित 15 कैबिनेट मंत्रियों पर जो आरोप लगे हैं, उनकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।"
टीम अन्ना ने हाल ही में उजागर हुए कोयला घोटाले में मनमोहन सिंह की भूमिका पर सवाल उठाया। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार नीलामी के बगैर कोयला ब्लॉकों के लिए खनन के अधिकार का आवंटन कर कुछ चुनिंदा निजी फर्मों को भारी लाभ पहुंचाया गया।
यह आवंटन नवम्बर 2006 से मई 2009 के बीच हुआ और उस दौरान कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के जिम्मे था।
टीम अन्ना की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है, "प्रधानमंत्री की नजर के सामने कोयला आवंटन में भारी घोटाला कर निजी फर्मो को मुनाफा कमाने की अनुमति दी गई, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट कहती है।"
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
टीम अन्ना ने हाल ही में उजागर हुए कोयला घोटाले में मनमोहन सिंह की भूमिका पर सवाल उठाया। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की एक रिपोर्ट के अनुसार नीलामी के बगैर कोयला ब्लॉकों के लिए खनन के अधिकार का आवंटन कर कुछ चुनिंदा निजी फर्मों को भारी लाभ पहुंचाया गया।
यह आवंटन नवम्बर 2006 से मई 2009 के बीच हुआ और उस दौरान कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के जिम्मे था।
टीम अन्ना की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है, "प्रधानमंत्री की नजर के सामने कोयला आवंटन में भारी घोटाला कर निजी फर्मो को मुनाफा कमाने की अनुमति दी गई, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट कहती है।"
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
यह आवंटन नवम्बर 2006 से मई 2009 के बीच हुआ और उस दौरान कोयला मंत्रालय का प्रभार प्रधानमंत्री के जिम्मे था।
टीम अन्ना की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है, "प्रधानमंत्री की नजर के सामने कोयला आवंटन में भारी घोटाला कर निजी फर्मो को मुनाफा कमाने की अनुमति दी गई, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट कहती है।"
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
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टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
टीम अन्ना की ओर से जारी दस्तावेज में कहा गया है, "प्रधानमंत्री की नजर के सामने कोयला आवंटन में भारी घोटाला कर निजी फर्मो को मुनाफा कमाने की अनुमति दी गई, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट कहती है।"
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
टीम अन्ना ने कहा कि पी. चिदम्बरम जिस दौरान वित्त मंत्री थे, उस दौरान उनके ही मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि स्पेक्ट्रम का आवंटन बाजार दर पर नीलामी के जरिए होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने उनकी बात मानने के बजाय 2जी घोटाला करने की अनुमति दे दी।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
भूषण ने यह भी कहा कि प्रणब मुखर्जी जिन दिनों रक्षा मंत्री थे, उस दौरान उन्होंने स्कोरपेन युद्धपोत सौदे की जांच का आदेश नहीं दिया, जबकि मीडिया ने इस मुद्दे को विस्तार से उजागर किया था। वह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ था।टिप्पणियां
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
टीम अन्ना के एक अन्य सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम मांग करते हैं कि इन सभी मामलों की स्वतंत्र जांच कराई जाए, अन्यथा 25 जुलाई से हम आंदोलन करेंगे और उसी में लोग फैसला लेंगे कि आगे क्या किया जाए।"
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
टीम अन्ना ने जिन अन्य कैबिनेट मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा खोला है, उनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, ग्रामीण विकास मंत्री कमल नाथ, भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री वीरभद्र सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद, जहाजरानी मंत्री जीके वासन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला, रसायन एवं उर्वरक मंत्री एमके अलागरि तथा ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे शामिल हैं।
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टिमोथी जेम्स मुर्तघ (जन्म 2 अगस्त 1981) एक अंग्रेजी में जन्मे आयरिश क्रिकेटर हैं। वह बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के तेज-मध्यम गेंदबाज हैं। उन्होंने 2000 आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया।
मुर्तघ सरे काउंटी टीम के लिए 2000 से 2006 तक खेले, फिर मिडलसेक्स में चले गए, जहां उन्होंने खेला है। उन्होंने पहली बार 2012 में आयरलैंड के लिए खेला था। मई 2018 में, वह आयरलैंड के पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने वाले ग्यारह क्रिकेटरों में से एक था। नवंबर 2018 में, वार्षिक क्रिकेट आयरलैंड अवार्ड्स में उन्हें मेन्स इंटरनेशनल प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया। अगले महीने, वह 2019 सत्र के लिए क्रिकेट आयरलैंड द्वारा केंद्रीय अनुबंध से सम्मानित किए जाने वाले उन्नीस खिलाड़ियों में से एक था। नवंबर 2019 में, मुर्टाग ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, इसके बजाय मिडिलसेक्स सीसीसी के साथ दो साल तक रहे।
सन्दर्भ
इंग्लैंड के क्रिकेट खिलाड़ी
जीवित लोग
1981 में जन्मे लोग
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लेख: घाटी में सैलाब के असर से उबरते लोगों के सामने अब चुनाव हैं, लेकिन उनके मुताबिक चुनने को कुछ नहीं। घाटी के कश्मीरी पंडितों को बीजेपी अपने साथ मान रही है, लेकिन हकीकत यह है कि वे भी बंटे हुए हैं।
देश के कई शहरों में कश्मीरी पंडित बसे हुए हैं। हर बार चुनावों से पहले उनकी याद हर पार्टी को आती है। यह वे भी जानते हैं, लेकिन इस बार जिस तरह बीजेपी उसे लुभा रही है, उसकी तुलना किसी पार्टी से नहीं की जा सकती, यह वे खुद भी मान रहे हैं।
पार्टी ने अनुच्छेद 370 के बारे में ज्यादा बात नहीं करने का फैसला किया है। बस चुपचाप से ग्राउन्ड पर कश्मीरी पंडितों तक पहुंचकर यह आश्वासन दे रही है कि सिर्फ वो ही उनके हालात बदल पाएगी। बावजूद इसके जितने भी कश्मीरी पंडितों से एनडीटीवी ने बात की, तो उन्होंने साफ कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हर कश्मीरी पंडित बीजेपी को ही वोट देगा।
जब हम हबाकदल पहुंचे, तो वहां हमें कश्मीर यूनिवर्सिटी में कभी अंग्रेजी पढ़ाने वाले मोतीलाल कौल एक शेर गुनगुनाते हुए मिले, "ये देखो वो जला घर किसी का, वो टूटे किसी के सितारे, वो फूटी किस्मत..." उनसे बात करके पता चला कि दरअसल ये शेर उस तबाही को बयान करता है, जो उनकी आपबीती है।
इस शेर का असली मतलब उनके घर को देखकर भी पता चला। घर बैठने लायक नहीं बचा है, इसलिए वह बाहर बैठे रहते हैं। इस बेघरी में वो किसको चुनें किसको नहीं। उनके लिए बीजेपी या पीडीपी में कोई फर्क नहीं। यहां आपको ऐसे लोग मिलेंगे, जो घर से अगर बीजेपी को वोट देने निकले, लेकिन रास्ते में किसी ने बिरयानी खिला दी, तो वह अपना मन बदल भी सकता है, क्योंकि पेट में दाना नहीं है।
मोतीलाल ने साफ-साफ कहा कि बीजेपी को पंडितों के वोटों का आसरा है, लेकिन ऐसा नहीं कि पंडितों में बीजेपी की लहर है। एक अहम तबका कांग्रेस की तरफ अब भी खड़ा है। गुलाम नबी आजाद अच्छे आदमी हैं, जितना उन्होंने हमारी मदद की, किसी ने नहीं की, यह शेखपुरा विनोद का कहना है। जबकि हबाकदल के किरणजी ने बताया कि यह जरूरी नहीं है कि बीजेपी ही वोट लेगी, दूसरी पार्टियां भी हैं।
उधर, बीजेपी की कोशिश एक-एक कश्मीरी पंडित तक पहुंचने की है। पार्टी की अल्पसंख्यक सेल का अंदाजा है कि देशभर में करीब 90,000 प्रवासी कश्मीरी पंडितों के रजिस्टर्ड वोट हैं। इनमें से 60,000 जम्मू में और 30,000 दिल्ली और बाकी शहरों में हैं। लेकिन घाटी में सिर्फ 2500 कश्मीरी पंडितों के वोट हैं।
मुश्किल यह है कि प्रवासी कश्मीरी ज्यादा वोट नहीं करते। बीजेपी इस बार उन्हें मतदान केंद्रों तक लाने का इरादा रखती है। श्रीनगर में बीजेपी प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने एनडीटीवी से कहा, हमारे लोग इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वोटिंग आसानी से हो जाए ओर ज्यादा लोग वोट कर सकें।
उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि बीजेपी कई कश्मीरी पंडितों के नए वोट भी बनवा रही है। उधर महबूबा मुफ्ती का कहना है कि कश्मीरी पंडित बीजेपी की जागीर नहीं है, वह हमारे समाज के हिस्सा हैं।
बीजेपी की मुश्किलें और भी हैं। पार्टी यहां बनने से पहले ही बिखर रही है। सीटों के बंटवारे को लेकर नाराजगी साफ है। अशोक बट्ट ने हबाकदल में बहुत काम किया, लेकिन अब वह इस बात से दुखी हैं कि पार्टी ने उन्हें हबाकदल की सीट न देकर खनयार से उतारा। जबकि हबाकदल की सीट मुंबई में रहने वाले एक डॉक्टर को दे दी। अशोक बट्ट कहते हैं, मैं क्या जानूं, उन्होंने मुझे हबाकदल क्यों नहीं दिया।
दरअसल, बीजेपी हबाकदल के अलावा सोपोर और त्राल को अपने लिए सुरक्षित सीट मान रही है, लेकिन अब हबाकदल में ही सबसे ज्यादा मुश्किलें खड़ी हो रही हैं।
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टैंक ईएक्स या एमबीटी ईएक्स (Tank Ex या MBT Ex) भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन दवारा 2002 में विकसित किये जा रहे मुख्य युद्धक टैंक का कोड नाम है। यह अफवाह थी कि टैंक कर्ण (भारतीय महाकाव्य महाभारत के नायकों में से एक) के नाम से जाना जाएगा। इसके छह महीने के परीक्षण के बाद भारतीय सेना ने इसे ठुकरा दिया। कम से कम दो टैंक ईएक्स प्रोटोटाइप बनाए गए थे।
इन्हें भी देखें
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन
सन्दर्भ
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गुल बर्धन (Gul Bardhan) (1928 - 29 नवंबर 2010) भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत स्थित कोरियोग्राफर और थियेटर व्यक्तित्व थी। वह भारतीय पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन के साथ जुडी हुई थी। वह लिटिल बैलेट मंडली की सह-संस्थापक भी थी। लिटिल बैलेट मंडली 1952 में बॉम्बे में गठित एक नृत्य कंपनी थी। 1954 में अपने पति की मृत्यु के बाद, गुल बर्धन लिटिल बैलेट मंडली कंपनी की अध्यक्षता की। बाद में इसे "रंग श्री लिटिल बैलेट मंडली" का नाम दिया गया और जिसने विभिन्न देशों में अपना प्रदर्शन किया।
उन्होंने 2010 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और पद्म श्री (भारत का चौथा उच्चतम नागरिक पुरस्कार) सहित कई पुरस्कार प्राप्त किए।
इन्हें भी देखें
पद्मश्री पुरस्कार (२०१०–२०१९)
सन्दर्भ
1928 में जन्मे लोग
पद्मश्री प्राप्तकर्ता
पद्मश्री,2010
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कृत
भोपाल के लोग
२०१० में निधन
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पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले में केन्द्र सरकार का पक्ष रखते हुए केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है. इस घोटाले में शामिल दोषी को सजा दी जाएगी. रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि केन्द्र सरकार मामले में दोषियों के पद और कद को ध्यान में रखे बगैर सजा सुनिश्चित करेगी.
वहीं कांग्रेस नेताओं द्वारा मामले में संदिग्ध
नीरव मोदी
की तुलना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से करने के लिए नीरव को छोटा मोदी की संज्ञा देने की बीजेपी ने भर्त्सना की है. रविशंकर ने कहा कि हाल में दावोस दौरे पर नीरव मोदी पीएम मोदी के डेलिगेशन में शामिल नहीं थे. वह सीआईआई के ग्रुप फोटो सेशन में जरूर शामिल हुए लेकिन उन्हें सरकार की तरफ से फोटो खिंचवाने के लिए नहीं कहा गया था.
वहीं मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम खींचने पर
बीजेपी नेता
ने दावा किया कि उनके पास भी कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं की मेहुल चोकसी के साथ अंतरंग तस्वीर मौजूद है. रवि शंकर ने कहा कि यदि कांग्रेस प्रधानमंत्री पर झूठे आरोप मढ़ने से बाज नहीं आएगी तो वह ऐसी तस्वीरों से कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी करने से नहीं कताएंगे.
वहीं कांग्रेस पर पलटवार करते हुए रवि शंकर ने कहा 2011 में राहुल गांधी भी नीरव मोदी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. रविशंकर ने कहा कि बैंक एनपीए की पूरी समस्या कांग्रेस कार्यकाल की है. रवि शंकर ने दावा किया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में भी कर्ज ऐसा नहीं दिया गया है जिसे बैंकों द्वारा एनपीए में शामिल किया गया हो.
विजय माल्या मामले में बीजेपी नेता ने कहा कि
विजय माल्या
ने देश से भागने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री को शुक्रिया कहने के लिए पत्र लिखा था. इस पत्र में यह जिक्र किया गया था कि पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी टीके नायर ने पूर्व पीएम के कहने पर उनकी मदद के लिए अन्य मंत्रियों और विभागों से भी बात की थी. इन बातों के साथ रवि शंकर ने दावा किया कि मौजूदा सरकार ने एक भी ऐसा कर्ज नहीं दिया जिसे आज एनपीए घोषित किया गया हो.
रवि शंकर ने कहा कि पूर्व में हुए हर्षद मेहता, सत्यम, 2जी, कोयला जैसे सभी
घोटाले
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थे. लेकिन इन सभी घोटालों की जांच को कांग्रेस पार्टी कभी अंजाम तक नहीं पहुंचा पाई. वहीं पीएनबी घोटाला रोशनी में आते ही केन्द्र सरकार ने पूरी मुस्तैदी के साथ मामला में जांच को आगे बढ़ा है और दावा किया कि मामले में दोषी सभी लोगों को सजा दी जाएगी.
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हमला हुआ है. बक्सर के नंदन में समीक्षा यात्रा के दौरान उनके काफिले पर पथराव किया गया. हमले में नीतीश कुमार को बचा लिया गया. वहीं, कई सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं.
Convoy of Bihar Chief Minister Nitish Kumar attacked, pelted with stones during a 'samiksha yatra' in Buxar's Nandan. CM rescued safely, security persons injured
— ANI (@ANI)
January 12, 2018
बताया जा रहा है कि लोग सीएम से मिलकर अपनी मांग और शिकायतें बताना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने प्रशान से बात भी की थी, लेकिन प्रशासन ने इस मांग को ठुकरा दिया. इसके बाद लोग आक्रोशित हो गए और नीतीश कुमार के काफिले पर पथराव कर दिया.
क्या है समीक्षा यात्रा?
मुख्यमंत्री रोजाना एक जिले का दौरा करते हैं और वहां पर विकास कार्यों की समीक्षा तथा लोगों से मिलने के बाद जनसभा को संबोधित करते हैं. इसी कड़ी में आज नीतीश कुमार बक्सर के नंदन पहुंचे थे.
लालू ने लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चल रही विकास समीक्षा यात्रा पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि इस यात्रा में रोजाना 10 करोड़ रुपए का खर्चा हो रहा है. ये यात्रा खुद अपने आप में एक महा घोटाला है. नीतीश कुमार को जन समर्थन नहीं मिल रहा है और इसी की वजह से सरकार अब जबरन लोगों को उनकी जनसभा में दूर दूर से खींच कर ला रही है.
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राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज से 'राजस्थान गौरव यात्रा' शुरू कर रही हैं. वसुंधरा राजे व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राजसमंद के प्रतिष्ठित चारभुजानाथ मंदिर में पूजा अर्चना की, इसके बाद वे विशेष रूप से तैयार की गई बस में सवार हुए. मंदिर परिसर से यह बस हवाईपट्टी तक गई. वहां से दोनों नेता हेलीकॉप्टर से कांकरोली के लिए रवाना हुए जहां इस यात्रा की पहली जनसभा हुई.
इससे पहले भी वो दो बार राजस्थान की यात्रा कर चुकी हैं और वह इसी मंदिर से अपनी यात्रा का आरंभ करती हैं. सीएम राजे की यह यात्रा 200 में से 165 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी. हालांकि, यात्रा कुल 58 की होगी, लेकिन उसमें 18 दिन का ब्रेक होगा. यात्रा का समापन 30 सितंबर को अजमेर की पुष्कर विभानसभा क्षेत्र में होगा.
6 हजार किमी से ज्यादा यात्रा
इस यात्रा के तहत सीएम राजे 6 हजार किलोमीटर से ज्यादा का रास्ता तय करेंगी. इस दौरान वह 135 जनसभाओं को संबोधित करेंगी. साथ ही तीन सौ से ज्यादा जगह उनका स्वागत सम्मान किया जाएगा.
सीएम राजे की तीसरी यात्रा
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इससे पहले दो बार ऐसी यात्राएं कर चुकी हैं. इससे पहले उन्होंने परिवर्तन यात्रा और सुराज संकल्प यात्रा निकाली थी. खास बात ये है कि ये दोनों यात्राएं भी राजे ने चारभुजाजी के दर्शन के साथ ही शुरू की थी. मौजूदा यात्रा की एक और खास बात ये है कि सीएम राजे अपनी हर यात्रा का आरंभ मंदिर दर्शन के बाद ही करेंगी.
आज जयपुर से राजस्थान गौरव यात्रा के रथ की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा कर चारभुजा नाथ जी, राजसमंद के लिए रवाना किया। इस दौरान रथ सारथी को तिलक कर, साफा पहनाया साथ ही बस पर स्वास्तिक बनाकर सभी का मुंह मीठा भी करवाया।
#RajasthanGauravYatra
pic.twitter.com/tkJOMlY1KV
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP)
August 3, 2018
सातों संभागों से गुजरेगा काफिला
बतौर मुख्यमंत्री राजे की यह पहली राजस्थान यात्रा है. जिसके तहत वह सभी संभागों में जाएंगी. हालांकि, उनका काफिल सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से होकर नहीं गुजरेगा, लेकिन वह 168 विधानसभाओं में जाएंगी. उदयपुर संभाग में राजे 7 दिन, भरतपुर में 4 दिन, जोधपुर में 7 दिन, बीकानेर में 6 दिन, कोटा में 4 दिन, जयपुर में 5 दिन और अजमेर में 7 दिन गुजारेंगी.
घनश्याम तिवाड़ी ने मारी बाजी!
बीजेपी का साथ छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाली वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी सीएम राजे से पहले ही अपनी यात्रा का आरंभ कर चुके हैं. घनश्याम तिवाड़ी ने बीते गुरुवार चारभुजाजी में दर्शन के बाद अपनी राजस्थान गौरव यात्रा की शुरुआत की. भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तिवाड़ी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने राज्य को बीमारू बना दिया है, इसलिए सीएम राजे को गौरव यात्रा निकालने का कोई अधिकार नहीं है.
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने कहा कि अगर नियोक्ता भविष्य निधि में योगदान को ईपीएफओ के पास समय पर जमा नहीं करते हैं, वह इसकी सूचना अपने अंशधारकों को देगा. फिलहाल ईपीएफओ पंजीकृत सार्वभौमिक खाता संख्या रखने वाले अंशधारकों के खाते में केवल जमा राशि के बारे में ही एसएमएस : ईमेल के जरिये सूचना देता है.
ईपीएफओ ने एक बयान में कहा, ‘‘जिन सदस्यों का योगदान समय पर जमा नहीं होता, उसके बारे में सूचना नहीं दी जाती. पारदर्शिता बढ़ाने के इरादे से यह निर्णय किया गया है कि उन अंशधारकों को एसएमएस : ई-मेल ( जिन्होंने यूएएन खाते में अपना मोबाइल नंबर : ई-मेल पंजीकरण कराया है) के जरिये यह सूचना दी जाएगी जिनके नियोक्ताओं ने संबंधित महीने का समय पर योगदान राशि ईपीएफओ के पास जमा नहीं करायी.’’टिप्पणियां
संगठन के अनुसार अब योगदान राशि जमा किये जाने के बारे में जानकारी ई - पासबुक आनलाइन तथा उमंग मोबाइल एप के जरिये भी उपलब्ध होगी. इसके अलावा सदस्यों ‘ मिस्ड काल ’ सेवा के जरिये भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं.
जिन ईपीएफओ सदस्यों का मासिक योगदान नियमित तौर पर प्राप्त होता है , वे उक्त विकल्पों का उपयोग कर अपना योगदान देख सकते हैं. ईपीएफओ के अंशधारकों की संख्या 5 करोड़ से अधिक है. संगठन 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक कोष का प्रबंधन करता है. (भाषा से इनपुट)
ईपीएफओ ने एक बयान में कहा, ‘‘जिन सदस्यों का योगदान समय पर जमा नहीं होता, उसके बारे में सूचना नहीं दी जाती. पारदर्शिता बढ़ाने के इरादे से यह निर्णय किया गया है कि उन अंशधारकों को एसएमएस : ई-मेल ( जिन्होंने यूएएन खाते में अपना मोबाइल नंबर : ई-मेल पंजीकरण कराया है) के जरिये यह सूचना दी जाएगी जिनके नियोक्ताओं ने संबंधित महीने का समय पर योगदान राशि ईपीएफओ के पास जमा नहीं करायी.’’टिप्पणियां
संगठन के अनुसार अब योगदान राशि जमा किये जाने के बारे में जानकारी ई - पासबुक आनलाइन तथा उमंग मोबाइल एप के जरिये भी उपलब्ध होगी. इसके अलावा सदस्यों ‘ मिस्ड काल ’ सेवा के जरिये भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं.
जिन ईपीएफओ सदस्यों का मासिक योगदान नियमित तौर पर प्राप्त होता है , वे उक्त विकल्पों का उपयोग कर अपना योगदान देख सकते हैं. ईपीएफओ के अंशधारकों की संख्या 5 करोड़ से अधिक है. संगठन 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक कोष का प्रबंधन करता है. (भाषा से इनपुट)
संगठन के अनुसार अब योगदान राशि जमा किये जाने के बारे में जानकारी ई - पासबुक आनलाइन तथा उमंग मोबाइल एप के जरिये भी उपलब्ध होगी. इसके अलावा सदस्यों ‘ मिस्ड काल ’ सेवा के जरिये भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं.
जिन ईपीएफओ सदस्यों का मासिक योगदान नियमित तौर पर प्राप्त होता है , वे उक्त विकल्पों का उपयोग कर अपना योगदान देख सकते हैं. ईपीएफओ के अंशधारकों की संख्या 5 करोड़ से अधिक है. संगठन 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक कोष का प्रबंधन करता है. (भाषा से इनपुट)
जिन ईपीएफओ सदस्यों का मासिक योगदान नियमित तौर पर प्राप्त होता है , वे उक्त विकल्पों का उपयोग कर अपना योगदान देख सकते हैं. ईपीएफओ के अंशधारकों की संख्या 5 करोड़ से अधिक है. संगठन 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक कोष का प्रबंधन करता है. (भाषा से इनपुट)
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इंस्टीट्यूट का नाम:
एरेना एनिमेशन, गंगा नगर, बंगलुरु
इंस्टीट्युट का विवरण:
एरेना एनिमेशन एक जान-माना संस्थान है जो पिछले कई सालों से छात्रों को ट्रेनिंग दे रहा है. हालांकि एरेना एनिमेशन की बंगलुरु ब्रांच की स्थापना साल 2000 में हुई थी. यह एक स्वायत्त संस्थान है और इसके साथ ही यह यूजीसी से अप्रूव्ड भी है.
संपर्क:
एरेना एनिमेशन, गंगा नगर, बंगलुरु, 40,पहली मंजिल, पटेल टावर, सीबीआई रोड (संत जुड चर्च के बगल में), गंगा नगर, बेंगलुरु, कर्नाटक- 560001
मोबाईल:
8041327441,
ईमेल:
[email protected]
वेबसाइट:
www.welcome2animation.com
मोबाइल से संबंधित कोर्स:
कोर्स का नाम:
डिप्लोमा इन मोबाइल गेमिंग
डिग्री
: डिप्लोमा
कोर्स की अवधि:
1 साल
योग्यता:
12वीं पास
एडमिशन प्रक्रिया:
इस इंस्टीट्युट में एडमिशन के लिए कॉलेज में संपर्क करना होगा.
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अमर सिंह को जमानत मिलने पर जया प्रदा ने भगवान का शुक्रिया अदा किया है। जया प्रदा ने कहा कि दिल्ली पुलिस यह नहीं कह रही की कैश फॉर वोट मामले में दिया गया पैसा अमर सिंह का है फिर उन्हें निशाना क्यों बनाया जा रहा है। चाजर्शीट उनके खिलाफ क्यों है। जया प्रदा ने यह भी कहा कि समय आने पर अमर सिंह इस मामले पर अपना मुंह खोलेंगे। जया ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि जिनकी मदद अमर सिंह ने की वो अब उनकी मदद के लिए नहीं आ रहे हैं।
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Kumkum Bhagya Written Update: जी टीवी के शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में इन दिनों काफी हंगामा चल रहा है. अभी (Shabir Ahluwalia) और प्रज्ञा (Sriti Jha) के रोमांस के बीच रिया, प्राची को लेकर प्लेन बना रही हैं. सीरियल 'कुमकुम भाग्य' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि विक्रम, मिताली से पल्लवी और अपनी मां के लड़ाई करवाने के लिए हेल्प मांगता है. विक्रम मिताली की बात सुनकर पल्लवी के सामने अपनी मां की खूब तारीफ करता है, जिस वजह से पल्लवी को बुरा महसूस होता है. दूसरी ओर रणबीर, प्राची (Mugdha Chapekar) को संजू से बात करने से रोकता है. इस बात पर रणबीर और प्राची की लड़ाई हो जाती है.
सृती झा (Sriti Jha) और शब्बीर आहलुवालिया (Shabir Ahluwalia) के शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि प्रज्ञा और अभी फ्यूज ठीक करते हैं. वहीं, लाइट आने से पहले अभी, प्रज्ञा से रोमांटिक बाते करता है. दूसरी ओर रिया, रणबीर को कहती है कि अगर प्राची, संजू के साथ रहना चाहती है तो उन्हें प्राची का दिल तोड़ने वाला अपना प्लेन छोड़ देना चाहिए.
सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के अपकमिंग एपिसोड में दिखाया जाएगा कि अभी, प्रज्ञा से कहेगा कि तुम घर में इंतजार करो मैं कुछ देर में आ रहा हूं. अभी, प्रज्ञा (Sriti Jha) से कहेगा कि वह उसके लिए एक सरप्राइज लेने जा रहा है. प्रज्ञा उसे यह कहकर रोकने की कोशिश करती है कि उसे मिस्टर मेहरा के घर दिवाली पार्टी में जाना है, लेकिन प्रज्ञा की बात सुनने से पहले ही अभी निकल जाएगा. वहीं, मधु, प्रज्ञा को सलाह देगी कि उसे मिस्टर मेहरा के घर के लिए निकल जाना चाहिए. वह अभी (Shabir Ahluwalia) को इंतजार करने के लिए कह देगी. अब देखना होगा कि अभी, प्रज्ञा को क्या सरप्राइज देगा.
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दक्षिणी वजीरिस्तान कबायली क्षेत्र में सीमा के पास अफगान सैनिकों द्वारा की गयी गोलीबारी में एक पाकिस्तानी सैनिक मारा गया और तीन घायल हो गये.
पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता ने इसकी जानकारी देते हुए बिना उकसावे वाली कार्रवाई करार दिया. समाचार चैनलों में आयी खबर के मुताबिक पाक और अफगान सैनिकों के बीच भारी गोलीबारी हुई.
डॉन न्यूज चैनल की खबर में कहा गया है कि इस संघर्ष में तीन अफगान सैनिक मारे गए. इस कथित संघर्ष के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
पाक सैन्य प्रवक्ता ने कहा अफगान बलों ने दक्षिण वजीरिस्तान एजेंसी में अंगूर अड्डा शहर के समीप एक पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने भी फौरन जवाबी कार्रवाई की. उन्होंने अफगान पक्ष की ओर से किसी के मारे जाने की पुष्टि नहीं की.
खबर के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि संघर्ष की शुरुआत कैसे हुई और क्या इसमें नॉटो बल भी लिप्त थे.
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगने वाली सीमा पर 140,000 से अधिक सैनिक तैनात किए हैं. यह तैनाती सीमा क्षेत्र में निगरानी और तालिबान उग्रवादियों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए की गई है.
सीमा पर अफगानिस्तान की ओर के हिस्से में अफगान और विदेशी सैनिक भी बड़ी संख्या में तैनात हैं.
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देश के 50 करोड़ भारतीयों को अगले एक दशक में नए मकानों की जरूरत होगी। यह संख्या इसी अवधि में चीन, उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप में नए मकानों की कुल जरूरतों के लगभग बराबर है। यह बात एक नए अध्ययन में कही गई।टिप्पणियां
रविवार को रिपोर्ट जारी करने के मौके पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के शहरी विकास समिति के अध्यक्ष प्रदीप पुरी ने कहा, "हमें अपने तौर तरीके में बदलाव करना होगा अन्यथा आने वाला कल बेहतर नहीं होगा।"
'अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर इन इंडिया' शीर्षक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की आबादी 2050 तक बढ़कर 1.7 अरब हो जाएगी और तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण शहरों की आबादी में 90 करोड़ की वृद्धि होगी। साथ ही अभी से एक दशक की अवधि में ही लगभग 50 करोड़ देश वासियों को शहरों में नए मकानों की जरूरत होगी।
रविवार को रिपोर्ट जारी करने के मौके पर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के शहरी विकास समिति के अध्यक्ष प्रदीप पुरी ने कहा, "हमें अपने तौर तरीके में बदलाव करना होगा अन्यथा आने वाला कल बेहतर नहीं होगा।"
'अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर इन इंडिया' शीर्षक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की आबादी 2050 तक बढ़कर 1.7 अरब हो जाएगी और तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण शहरों की आबादी में 90 करोड़ की वृद्धि होगी। साथ ही अभी से एक दशक की अवधि में ही लगभग 50 करोड़ देश वासियों को शहरों में नए मकानों की जरूरत होगी।
'अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर इन इंडिया' शीर्षक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की आबादी 2050 तक बढ़कर 1.7 अरब हो जाएगी और तेजी से हो रहे शहरीकरण के कारण शहरों की आबादी में 90 करोड़ की वृद्धि होगी। साथ ही अभी से एक दशक की अवधि में ही लगभग 50 करोड़ देश वासियों को शहरों में नए मकानों की जरूरत होगी।
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लेख: मुंबई इंडियन्स ने आखिरी क्षणों में रोमांचक मोड़ पर पहुंचने वाले वाले दूसरे क्वालीफायर में राजस्थान रॉयल्स को चार विकेट से हराकर आईपीएल-6 के फाइनल में कदम रखा।
मुंबई खिताब के लिए फिर से चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ेगा, जिसने उसे पहले क्वालीफायर में हराया था। भारी बारिश के कारण खेल देरी से शुरू हुआ और रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान राहुल द्रविड़ के 37 गेंदों पर 43 रन और दिशांत याग्निक (17 गेंद पर नाबाद 31) की आखिरी क्षणों में तेजतर्रार पारी से छह विकेट पर 165 रन बनाए। स्टुअर्ट बिन्नी ने भी 17 गेंद पर 27 रन का योगदान दिया।टिप्पणियां
मुंबई की तरफ से एक बार फिर सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने 44 गेंदों पर 62 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल हैं। उन्होंने इस बीच आदित्य तारे (27 गेंद पर 35 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 70 और दिनेश कार्तिक (17 गेंद पर 22 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की।
मुंबई ने बीच में 16 गेंद के अंदर चार विकेट गंवाए, लेकिन आखिर में वह छह विकेट पर 169 रन बनाकर दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। मुंबई की जीत की नींव हरभजन सिंह ने रखी। उन्होंने 23 रन देकर तीन विकेट लिए और रॉयल्स को अच्छी शुरुआत का अधिक फायदा नहीं उठाने दिया। उनके अलावा केरोन पोलार्ड ने छह रन देकर दो विकेट हासिल किए। हरभजन ने आखिर में विजयी चौका भी लगाया। मुंबई इससे पहले 2010 में फाइनल में पहुंचा था और संयोग से तब भी उसका सामना चेन्नई से था। मुंबई उस मैच में 22 रन से हार गया था और अब वह रविवार को चेन्नई से बदला चुकता करने की कोशिश करेगा।
मुंबई खिताब के लिए फिर से चेन्नई सुपरकिंग्स से भिड़ेगा, जिसने उसे पहले क्वालीफायर में हराया था। भारी बारिश के कारण खेल देरी से शुरू हुआ और रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान राहुल द्रविड़ के 37 गेंदों पर 43 रन और दिशांत याग्निक (17 गेंद पर नाबाद 31) की आखिरी क्षणों में तेजतर्रार पारी से छह विकेट पर 165 रन बनाए। स्टुअर्ट बिन्नी ने भी 17 गेंद पर 27 रन का योगदान दिया।टिप्पणियां
मुंबई की तरफ से एक बार फिर सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने 44 गेंदों पर 62 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल हैं। उन्होंने इस बीच आदित्य तारे (27 गेंद पर 35 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 70 और दिनेश कार्तिक (17 गेंद पर 22 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की।
मुंबई ने बीच में 16 गेंद के अंदर चार विकेट गंवाए, लेकिन आखिर में वह छह विकेट पर 169 रन बनाकर दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। मुंबई की जीत की नींव हरभजन सिंह ने रखी। उन्होंने 23 रन देकर तीन विकेट लिए और रॉयल्स को अच्छी शुरुआत का अधिक फायदा नहीं उठाने दिया। उनके अलावा केरोन पोलार्ड ने छह रन देकर दो विकेट हासिल किए। हरभजन ने आखिर में विजयी चौका भी लगाया। मुंबई इससे पहले 2010 में फाइनल में पहुंचा था और संयोग से तब भी उसका सामना चेन्नई से था। मुंबई उस मैच में 22 रन से हार गया था और अब वह रविवार को चेन्नई से बदला चुकता करने की कोशिश करेगा।
मुंबई की तरफ से एक बार फिर सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने 44 गेंदों पर 62 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल हैं। उन्होंने इस बीच आदित्य तारे (27 गेंद पर 35 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 70 और दिनेश कार्तिक (17 गेंद पर 22 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की।
मुंबई ने बीच में 16 गेंद के अंदर चार विकेट गंवाए, लेकिन आखिर में वह छह विकेट पर 169 रन बनाकर दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। मुंबई की जीत की नींव हरभजन सिंह ने रखी। उन्होंने 23 रन देकर तीन विकेट लिए और रॉयल्स को अच्छी शुरुआत का अधिक फायदा नहीं उठाने दिया। उनके अलावा केरोन पोलार्ड ने छह रन देकर दो विकेट हासिल किए। हरभजन ने आखिर में विजयी चौका भी लगाया। मुंबई इससे पहले 2010 में फाइनल में पहुंचा था और संयोग से तब भी उसका सामना चेन्नई से था। मुंबई उस मैच में 22 रन से हार गया था और अब वह रविवार को चेन्नई से बदला चुकता करने की कोशिश करेगा।
मुंबई ने बीच में 16 गेंद के अंदर चार विकेट गंवाए, लेकिन आखिर में वह छह विकेट पर 169 रन बनाकर दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंचने में सफल रहा। मुंबई की जीत की नींव हरभजन सिंह ने रखी। उन्होंने 23 रन देकर तीन विकेट लिए और रॉयल्स को अच्छी शुरुआत का अधिक फायदा नहीं उठाने दिया। उनके अलावा केरोन पोलार्ड ने छह रन देकर दो विकेट हासिल किए। हरभजन ने आखिर में विजयी चौका भी लगाया। मुंबई इससे पहले 2010 में फाइनल में पहुंचा था और संयोग से तब भी उसका सामना चेन्नई से था। मुंबई उस मैच में 22 रन से हार गया था और अब वह रविवार को चेन्नई से बदला चुकता करने की कोशिश करेगा।
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क्राइस्ट विश्वविद्यालय का छात्र कल्याण कार्यालय
परिचय
क्राइस्ट विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण कार्यालय को अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करने के लिए छात्रों के लिए एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 1994-95 में शुरू किया गया था। यह एक मंच है, जहां सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से, समान विचारधारा वाले लोगों को एक दूसरे से मिलाता है, विचारों का आदान प्रदान करता है और बेहतर मनुष्य में विकसित करता है। छात्र कल्याण कार्यालय दर्पण, ब्लोसोम्स,िंबलूम्स जैसे कार्यक्रम का आचरण करता है और प्रतिभा पोषण और नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए सदस्यों को मंच प्रदान करता है। छात्र कल्याण कार्यालय में कोई भी इच्छुक छात्र इसका हिस्सा बन सकता है। उन्हें प्रभावी ढंग से कार्य करने में मदद करने के लिए विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण दिया जाता है। स्वयंसेवकों का समूह आयोजन में सहायता करता है।
कार्य क्षेत्र
छात्र कल्याण कार्यालय को 5 भागों में बांटा गया है।
विश्वविद्यालय स्वयंसेवी संस्था
विश्वविद्यालय सांस्कृतिक दल
विश्वविद्यालय गायक - मंडली
नाट्यरपणा - विश्वविद्यालय नृत्य दल
विश्वविद्यालय प्रश्नोत्तरी एसोसिएशन
विश्वविद्यालय स्वयंसेवी संस्था
विश्वविद्यालय में सभी पाठ्यक्रमों से लगभग 150 छात्र स्वयंसेवी संस्था का हिस्सा हैं। स्वयंसेवी संस्था विश्वविद्यालय में होने वाले सभी कार्यक्रमो में सहायता प्रदान करते है। शैक्षिक वर्ष के शुरु होने से दीक्षांत समारोह दिन तक अपनी सहयता प्रदान करते है। प्रशिक्षण कार्यक्रम इन उत्सव के निष्पादन और परिसर में आयोजित कार्यक्रमों को पुरा करने के लिए आयोजित किया जाता हैं।
विश्वविद्यालय सांस्कृतिक दल
विभिन्न इंटर कालेज और बाहर इवेंट में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमे 120 सदस्य शामिल है जो कॉलेज की सांस्कृतिक दल कहलाती है। सांस्कृतिक दल, "दर्पण", अंतर विश्वविद्यालय सांस्कृतिक उत्सव के विजेताओं का समावेश करते है। सांस्कृतिक दल विश्वविद्यालय को प्रतिनिधित्व करता है, जैसे एन एल एस (NLS), एस जे जे सी (SJJC), जे एन सी (JNC), जैन यूनिवर्सिटी, एस जे ए एस सी (SJASC), और बंगलौर में कई अन्य कॉलेज की तरह कॉलेजों में विभिन्न उत्सव में विश्वविद्यालय को प्रतिनिधित्व करता है। और यह भी कि वे बिट्स, गोवा, आई आई टी (IIT) मुंबई, एन आई टी (NIT)
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खुश रहना चाहते हैं, तो अपने खाने में शामिल करें फल और सब्जियां
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1. बेल में एंटी-फंगल, एंटी-पैरासाइट गुण होते हैं जो कि डाइजेशन के लिए लाभकारी होते हैं.
2. बेल में लैक्सेटिव गुण भी पाए जाते हैं. इससे पाचन के अलावा कब्ज, पेट दर्द और अपच जैसी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है.
3. बेल की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर से गर्मी को निकाल कर फिर से स्वस्थ्य कर देती है. इसके साथ ही जब गर्मी की वजह से नाक से खून निकलता है तब भी इस फल को दवाई के रूप में खिलाया जाता है.
4. बेलपत्र पेट दर्द, गैस, कब्ज, दस्त और डायरिया जैसी परेशानियों में भी राहत दिलाता है. अगर आपको ऐसी परेशानी हो तो हफ्ते में 2 से 3 बेलपत्र जरूर खाएं. इसे बड़े ही नहीं बच्चों को भी दिया जा सकता है.
5. विटामिन सी की कमी के कारण लोग स्कर्वी रोग से ग्रस्त हो जाते हैं. इसके कारण पाचन क्रिया पर भी असर पड़ता है.
6. बेलपत्र इस परेशानी में भी राहत देने का काम करता है. जिसको भी ये परेशानी हो वो बेलपत्र का गूदा खाएं या फिर जूस जरूर पिएं. इससे दर्द धीरे-धीरे कम होकर आराम पड़ेगा.
7. बेल विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत है. बेल के सेवन से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति की जा सकती है.
8. बेल के सेवन से विटामिन सी की पूर्ति कर इम्यून सिस्टम मजबूत किया जा सकता है और स्कर्वी रोग से भी बचाव होता है.
9. बेल में बीटा-कैरोटीन की मात्रा पाई जाती है. इससे लिवर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.
10. बेल में थाइमिन और राइबोफ्लेविन जैसे विटामिन भी पाए जाते हैं. ये विटामिन भी लिवर के लिए फायदेमंद होते हैं.
11. जो भी लड़कियां या महिलाएं पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग से परेशान हो वो इसका सेवन जरूर करें.
12. बेल में काफी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इन पोषक तत्वों की मदद से किडनी डिटॉक्सीफाई कर गंदगी को बाहर निकाला जा सकता है.
13. किडनी के स्वास्थ्य के लिए भी बेल काफी उपयोगी फल साबित होता है.
14. छाले हो जाएं तो खाना खाने में बहुत दिक्कत होती है. इसकी वजह से मसालेदार या चटपटा तो बंद हो ही जाता है, इसी के साथ ठंडा-गर्म भी काफी दर्द देता है. इस परेशानी को खत्म करने के लिए बेलपत्र को रोज़ाना खाएं.
15. साथ जो भी महिलाएं बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराती हों वो भी इसे खाएं, इससे मिल्क प्रोडक्शन बेहतर होता है.
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चीनी स्मार्टफोन मेकर शाओमी ने हाल ही में Redmi Note 7 लॉन्च किया है. ये बजट स्मार्टफोन चीन में बिक्री के रिकॉर्ड बना रहा है. लगभग 9 मिनट से भी कम में इसके 1 लाख यूनिट्स बेचे जा चुके हैं और कंपनी इस दो हफ्तों में 10 लाख Redmi Note 7 बेचने की तैयारी में है.
Redmi Note 7 का टियरडाउन वीडियो सामने आया है जिसमें कई दिलचस्प डीटेल्स हैं जिसे आपको जानना चाहिए. टियरडाउन वीडियो यानी इस फोन के पार्ट्स को अलग अलग करके दिखाया गया है. इसे कंपनी ने नहीं, बल्कि किसी थर्ड पार्टी चैनल के द्वारा किया गया है.
इस स्मार्टफोन में नाइट सीन मोड भी मिलने वाला है जो शाओमी के हाई एंड स्मार्टफोन Mi Mix 3 में दिया गया है. कंपनी के मुताबिक ये फीचर Redmi Note 7 में सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए दिया जाएगा.
गौरतलब है कि ये Google Pixel 3 के साथ कंपनी Night Sight का फीचर दिया है जो कमाल का है. इसके तहत बिना रौशनी में आप बिना फ्लैश ऑन किए तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं. शाओमी का यह फीचर भी कुछ ऐसा ही है.
शाओमी के मुताबिक यह फीचर पिक्सल बाइनिंग टेक्नॉलजी को यूज करके खराब लाइट में क्लिक की गई तस्वीरों को बेहतर बनाता है.
Redmi Note 7 के टियरडाउन वीडियो में Redmi Note 7 के अंदर के हार्डवेयर्स दिखते हैं. फोन के एक पार्ट में लगभग सारे इंटर्नल रखे गए हैं जिससे कुछ पार्ट्स के रिप्लेसमेंट में दिक्कत हो सकती है. फोन के बैक ग्लास पैनल को हटाने के बाद यहां कुछ स्क्रू के साथ फिंगरप्रिंट स्कैनर दिखता है.
इस वीडियो में डुअल कैमरा सेटअप का लेंस कवर एक पार्ट में दिखता है. आप देखेंगे कि दो रिबन केबल बैटरी के ऊपर से जाते हैं और ये रिबन मेनबोर्ड को Note 7 के दूसरे कॉम्पोनेंट्स जैसे लाउडस्पीकर, माइक्रोफोन्स, हैप्टिक मोटर और सेकंडरी बोर्ड्स से जोड़ता है जहां यूएसबी टाइप सी भी है.
जीएसएमअरीना के मुताबिक
Redmi Note 7
का यूएसबी टाइप सी पोर्ट दूसरे लॉजिक बोर्ड में है जिसकी वजह से इसे रिप्लेस करना आसान होगा.
Redmi Note 7 की खासियत के बारे में बात करें तो इस स्मार्टफोन में 48 मेगापिक्सल का डुअल रियर कैमरा दिया गया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड है. इस स्मार्टफोन में क्वॉल्कॉम स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर दिया गया है और इसके तीन मेमोरी वेरिएंट्स हैं.
यह स्मार्टफोन IP सर्टिफाइड नहीं है, लेकिन कंपनी ने दावा किया है कि ऐक्सिडेंटल वॉटर स्पिल से ये खराब नहीं होगा. इसके वीक प्वॉइंट्स को वॉटरलाइन डिजाइन दिया गया है, ताकि ये सेफ रहें और ऐक्सिडेंल वॉटर स्पिल से इसमें पानी न जाए. जैसा की हमने पहले भी आपको बताया है, इस स्मार्टफोन को अभी भारत में लॉन्च नहीं किया गया है.
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छत्तीसगढ़ में रायपुर की प्रोफेसर कॉलोनी में रिटायर्ड इनकम टैक्स अफसर हेमाप्रभा बोस को उनके दत्तक पुत्र ने ही प्रापर्टी की लालच में गला दबाकर हत्या कर दी. हेमप्रभा 68 साल की थीं. यही नहीं, हत्या के बाद वह शव को निजी अस्पताल ले गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वह शव लेकर घर आ गया, लेकिन किसी को बताया नहीं.
अगले दिन कागजी कार्रवाई पूरी कर शव को बुजुर्ग की इच्छा के अनुरूप दान कर दिया. इसके बाद उसने रिश्तेदारों को खबर दी लेकिन मृतका के भाइयों को शक हुआ. उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो वृद्धा के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया. पीएम रिपोर्ट में गले और शरीर में चोटों के निशान पाए गए. तब बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने हत्या कबूल कर ली.
पूरी प्रॉपर्टी बेटे के नाम कर दी
पुलिस के अनुसार, हेमाप्रभा बोस बरसों पहले पति से अलग हुई थीं और इनकम टैक्स की रिटायर्ड अफसर थीं. उन्होंने सुदीप बोस को डेढ़ साल की उम्र में गोद लिया था, जो अब 23 साल का हो गया था. वह कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है. हेमप्रभा ने अपनी पूरी प्रॉपर्टी भी उसी के नाम कर दी थी. वह बीमार चल रही थीं.
25 फरवरी की रात भी उसका मां से पढ़ाई-लिखाई पर ही विवाद हुआ. उसने सोते हुए अपनी मां का बिस्तर में ही गला घोट दिया. इसके बाद वह घबरा गया, फिर शव को कार में रखकर रामकृष्ण अस्पताल ले गया. वहां डॉक्टरों को बताया कि मां की तबीयत खराब है, वह बेहोश हो गई. डॉक्टरों ने इलाज के बाद हेमाप्रभा को मृत घोषित कर दिया.
शव लेकर घर आ गया और रातभर बगल में बैठा रहा
सुदीप रात में ही शव लेकर घर आ गया और रातभर बगल में बैठा रहा. सुबह वह शव लेकर मेडिकल कॉलेज गया. वहां दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी की और शव को दान करके आ गया. उसके बाद रिश्तेदारों को हेमप्रभा की मौत की सूचना दी. हेमाप्रभा अपने भाई के साथ रहती है. उनके भाई ने नाराजगी जताई कि उसे मौत के बारे में क्यों नहीं बताया. उन्हें शक हुआ, तो पुलिस में सूचना दी.
पुलिस मेडिकल कॉलेज पहुंची और शव को कब्जे में लिया. उसका अंबेडकर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया. शरीर में चोट के निशान पाए गए. पुलिस को शक हुआ कि मृतका के साथ मारपीट हुई है. आरोपी को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो वह गुमराह करने लगा. पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया था. दोबारा उसे बुलाया गया और सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली.
प्रॉपर्टी को लेकर ही अपनी मां से विवाद
हेमप्रभा ने सुदीप को अपना वारिस घोषित किया था. उनको हर महीने पेंशन मिलती थी, खाते में भी पैसे जमा है. प्रोफेसर कॉलोनी में खुद का मकान भी है. चर्चा है कि सुदीप का प्रॉपर्टी को लेकर ही अपनी मां से विवाद चल रहा था. यही विवाद हत्या की वजह बना. परिजनों ने बताया कि वह सुदीप को पढ़ाई करने के लिए हमेशा कहती थीं. पढ़ाई और करियर को लेकर उनके बीच विवाद होता था. इस पर सुदीप मां पर चिड़चिड़ाने लगा था. वह जानता था कि हेमाप्रभा की मौत के बाद पूरी प्रॉपर्टी उसकी हो जाएगी.
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मध्य प्रदेश का चुनाव खत्म हो गया है. इस बीच एमपी कांग्रेस के बड़े नेता और पार्टी की ओर से सीएम पद के दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने
ईवीएम
में हेर-फेर की साजिश की आशंका जताई है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगाह किया है कि वे
स्ट्रांग रूम
की निगरानी में तनिक भी चूक नहीं होने दें, ताकि बीजेपी किसी तरह की साजिश नहीं कर सके.
जनमत कुचलने पर आमादा बीजेपी
बता दें कि एमपी विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 दिसंबर को है. इस बीच ईवीएम को स्ट्रांग रूम में बेहद कड़ी निगरानी में रखा गया है. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य ने कहा है कि भोपाल में स्ट्रांग रूम का लाइट बंद हो जाना बड़ी साजिश की ओर इशारा है. उन्होंने ट्वीट किया, "भोपाल में स्ट्रांग रूम के बाहर लगी एलईडी बन्द होना, सागर में गृहमंत्री की विधानसभा सीट की रिजर्व ईवीएम मशीनों का 48 घंटे बाद पहुँचना, सतना-खरगोन में अज्ञात बक्से से स्ट्रांग रूम में ले जाने के वीडियो का सामने आना कही ना कही बड़ी साजिश की और इशारा है"
ज्योतिरादित्य
ने आगे ट्वीट कर कहा है, "भाजपा अपनी संभवित हार को देखते हुए लोकतंत्र और जनता के मत को कुचलने पर आमादा हो गयी है, ये सरकार के संरक्षण में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है, चुनाव आयोग शीघ्र सख्त कदम उठाकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर मतगणना तक ईवीएम की कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करे."
भाजपा अपनी संभवित हार को देखते हुए लोकतंत्र और जनता के मत को कुचलने पर आमादा हो गयी है। ये सरकार के संरक्षण में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है, चुनाव आयोग शीघ्र सख्त कदम उठाकर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही कर मतगणना तक ईवीएम की कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करे।
— Jyotiraditya Scindia (@JM_Scindia)
December 1, 2018
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका प्रदेश के सभी जाबांज कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वो भी मतगणना तक स्ट्रांग रूम पर कड़ी नजर रखें जिससे भाजपा किसी भी तरह की साज़िश में कामयाब ना हो सके.
एक्शन ले चुनाव आयोग- अहमद पटेल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने भी कहा है कि हार की आशंका से घबराए कुछ लोगों ने अभी से ईवीएम में टेंपरिंग शुरू कर दी है. इस बावत उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया है. 30 नवंबर के इस वीडियो में कुछ लोग स्ट्रांग रूम के बाहर कुछ लेकर जा रहे हैं. अहमद पटेल ने इस बावत चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है.
Sensing a defeat in Madhya Pradesh & Chattisgarh, some are indulging in desperate measures by attempting to tamper with EVM’s in strong rooms
Urge the EC to investigate & take concrete action
pic.twitter.com/y7QMD3MKqd
— Ahmed Patel (@ahmedpatel)
December 1, 2018
कांग्रेस-AAP कार्यकर्ताओं का पहरा
वहीं ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका के चलते भोपाल की पुरानी जेल में बने स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ता दिन-रात पहरा दे रहे हैं. इस काम में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी उनके साथ हैं. दोनों पार्टी के कार्यकर्ता शिफ्ट बांटकर रात और दिन स्ट्रांग रूम के बाहर मौजूद हैं.
To get latest update about Madhya Pradesh elections SMS MP to 52424 from your mobile . Standard SMS Charges Applicable
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आईवरमेक्टिन (Ivermectin) एक ऐसी दवा है जिसका उपयोग कुछ परजीवी राउंडवार्म संक्रमणो के इलाज के लिए किया जाता है। आईवरमेक्टिन, एंटीहेलमिंटिक्स नामक दवाओं से सम्बन्ध रखता है।
मनुष्य के लिए इसका उपयोग सिर की जूँ, खुजली, रीवर ब्लांडनेस, लेम्फेटिक फाइलेरिया आदि रोगो के उपचार के लिए किया जाता है।
यह दवा खाली पेट अर्थात् खाने खाने से एक घण्टा पहले 240 ml पानी के साथ खाया जाता है। प्रायः यह एक शृंखला के रूप में लिया जाता है जो आपको आपका चिकित्सक निर्देशित करता है।
सुत्र --- C17H72O14 (H2B1b) मोलर द्रव्यमान --- 875.1
क्वथनांक --- 940.4°C
औषधि
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हाईवे पर ट्रकों के पलटने और उस पर लदे सामान को लूटने की घटना नई नहीं है. लेकिन यूपी के बलिया में पेट्रोल लदे टैंकर के पलटने और फिर पेट्रोल की लूट की कोशिश ने 7 लोगों की जान ले ली. हादसे में 18 अन्य घायल हो गए हैं, जिनमें से तीन को वाराणसी रेफर कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, रसड़ा इलाके के कासिमाबाद रोड पर शनिवार रात करीब आठ बजे एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में टैंकर पलट गया. टैंकर पलटते ही उसमें लदा पेट्रोल बहने लगा. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से टैंकर को 500 मीटर दूर खड़ा करवा दिया गया. लेकिन इस बीच काफी मात्रा में पेट्रोल बह गया था और आस-पास के गड्ढों में पेट्रोल भर गया.
पेट्रोमैक्स से हुआ धमाका
बताया जाता है कि रात 12 बजे जिस जगह टैंकर पलटा था, वहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हो गए. उन्होंने घर के बर्तनों में पेट्रोल भरना शुरू कर दिया. अंधेरे से निपटने के लिए इनमें से किसी ने पेट्रोमैक्स जलाई, जिसके बाद जोर का धमाका हुआ और आग लग गई. आग लगते ही बर्तनों में तेल भर रहे ग्रामीण लपटों की चपेट में आ गए और धमाके से कई घरों की दीवारें गिर गईं.
घटना में 7 लोगों की मौके पर झुलसकर मौत हो गई, जबकि 18 अन्य लोग घायल हो गए. इन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन तीन लोगों की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया.
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राजस्थान के मारवाड़ में
कांग्रेस
ने बुधवार को संकल्प रैली के साथ अपने विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की. बाड़मेर के पचपदरा में इस रैली में भीड़ को देखकर कांग्रेस के नेता गदगद थे. माना जा रहा है कि उनको भी उम्मीद नहीं थी कि इस रैली में इस कदर भीड़ जुटेगी.
रैली से पहले कांग्रेस में एकजुटता दिखाने के लिए पूर्व सीएम और कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष
सचिन पायलट
, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और सीपी जोशी समेत करीब एक दर्जन नेता जोधपुर से पचपदरा पहुंचे. रैली में अपार जनसमूह को देखकर सभी के चेहरों पर मुस्कान आ गई.
कांग्रेस नेताओं ने अपने भाषण में बीजेपी,
वसुंधरा
और पीएम मोदी को अपने निशाने पर लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले 4 सालों में जो वादे किए हैं, उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं कर पाए.
वसुंधरा की गौरव यात्रा को लेकर भी कई नेताओं ने वसुंधरा राजे पर जमकर निशाना साधा. नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों को यह संदेश देने की कोशिश कि हम सब एक हैं. हममे कोई आपसी मनमुटाव नहीं है.
अशोक गहलोत ने कहा कि वसुंधरा राजे ने रिफाइनरी के नाम पर बाड़मेर समेत
राजस्थान
के लोगों को धोखा दिया है. 4 साल तक रिफाइनरी का काम नहीं किया गया और अब चुनाव आने के बाद श्रीनाथ हो चुके रिफाइनरी का शिलान्यास दोबारा कराया गया है. तब भी कोई काम नहीं हो रहा है.
गहलोत ने गौरव यात्रा को वसुंधरा राजे की विदाई यात्रा बताया. राजस्थान कोंग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने भी सरकार पर जमकर प्रहार किए.
वही,
सचिन पायलट
ने कहा की जब मौजूदा प्रदेश सरकार गौरव यात्रा लेकर बाड़मेर जिले में आई, उससे पहले कर्फ्यू जैसा माहौल बना दिया गया, जिससे लोगों को काले कपड़े पहने की इजाजत नहीं है, लेकिन हमारी रैली में कोई भी किसी भी रंग के कपड़े पहनकर आ सकता है.
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चाहें वो अभिनय की बात हो फैशन की या फिर फिटनेस की,
दीपिका पादुकोण
ने खुद को हर फील्ड में साबित किया है और मौजूदा दौर में बॉलीवुड की सफल अभिनेत्रियों में शुमार हैं. इस बार वे अपनी फिटनेस की वजह से चर्चा में हैं. उनका एक नया
वीडियो वायरल
हो रहा है जिसमें वे बेहद कूल अंदाज में एक्सरसाइज करती नजर आ रही हैं.
दीपिका की फिटनेस ट्रेनर यासमीन कराचीवाला ने इंस्टाग्राम पर ये वीडियो शेयर किया है जिसमें दीपिका बड़ी आसानी से कठिन एक्सरसाइज करती नजर आ रही हैं.
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#WeekendMotivation @deepikapadukone Hanging Back on the #Cadillac to stretch out her back. Didn't be fooled by how effortless she makes it look, this exercise requires a lot of upper body strength, core activation, balance and coordination. #Pilates #PilatesChangesLives #PilatesIndia #CelebrityTrainer #Celebrating25yearsofYasminsBodyImage #DeepikaPadukone #PilatesQueen #PilatesMasterInstructor
A post shared by
Yasmin Karachiwala
(@yasminkarachiwala) on
Oct 13, 2018 at 7:59am PDT
उन्होंने कैप्शन में लिखा- कैडिलैक पर लटक कर स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करतीं दीपिका पादुकोण. जिस अंदाज से वे एक्सरसाइज कर रही हैं उससे आप इस भ्रम में ना रहिएगा कि ये आसान एक्सरसाइज है. इसमें शरीर के ऊपरी हिस्से की काफी ताकत का इस्तेमाल होता है. इसके अलावा सामंजस्य, संतुलन और सक्रियता की भी खास जरूरत होती है.
ये पहला मौका नहीं है जब दीपिका का ये फिटनेस अवतार सामने आया हो. दीपिका नियमित रूप से एक्सरसाइज करती हैं और अपने बिजी शेड्यूल के बावजूद इसके लिए वक्त निकालना नहीं भूलतीं.
दीपिका रणवीर सिंह के साथ रिलेशनशिप में हैं. दीपिका-
रणवीर
के शादी की चर्चाएं भी सुर्खियों में हैं. खबरों की मानें तो दोनों इस साल अपने रिलेशनशिप को नया अंजाम दे सकती हैं.
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इस हमले में खुद मेजर जनरल प्रसाद के काफिले पर भी भीषण हमला हुआ और उन्हें अपना वाहन छोड़ कर पीछे हटना पड़ा। भारतीय थलसेना ने दूनी शक्ति से प्रत्याक्रमण करके बरकी गाँव के समीप नहर को पार करने में सफलता अर्जित की। इससे भारतीय सेना लाहौर के हवाई अड्डे पर हमला करने की सीमा के भीतर पहुँच गयी। इस अप्रत्याशित आक्रमण से घबराकर अमेरिका ने अपने नागरिकों को लाहौर से निकालने के लिये कुछ समय के लिये युद्धविराम की अपील की। आखिरकार रूस और अमरिका की मिलीभगत से शास्त्रीजी पर जोर डाला गया। उन्हें एक सोची समझी साजिश के तहत रूस बुलवाया गया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। हमेशा उनके साथ जाने वाली उनकी पत्नी ललिता शास्त्री को बहला फुसलाकर इस बात के लिये मनाया गया कि वे शास्त्रीजी के साथ रूस की राजधानी ताशकन्द न जायें और वे भी मान गयीं। अपनी इस भूल का श्रीमती ललिता शास्त्री को मृत्युपर्यन्त पछतावा रहा। जब समझौता वार्ता चली तो शास्त्रीजी की एक ही जिद थी कि उन्हें बाकी सब शर्तें मंजूर हैं परन्तु जीती हुई जमीन पाकिस्तान को लौटाना हरगिज़ मंजूर नहीं। काफी जद्दोजहेद के बाद शास्त्रीजी पर अन्तर्राष्ट्रीय दबाव बनाकर ताशकन्द समझौते के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करा लिये गये। उन्होंने यह कहते हुए हस्ताक्षर किये थे कि वे हस्ताक्षर जरूर कर रहे हैं पर यह जमीन कोई दूसरा प्रधान मन्त्री ही लौटायेगा, वे नहीं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्धविराम के समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ घण्टे बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही उनकी मृत्यु हो गयी। यह आज तक रहस्य बना हुआ है कि क्या वाकई शास्त्रीजी की मौत हृदयाघात के कारण हुई थी?
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इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले च्वइंगम चबाने से आलोचकों के निशाने पर आए जम्मू कश्मीर के क्रिकेटर परवेज रसूल ने पहली बार इस पूरे विवाद पर चुप्पी तोड़ी है. परवेज ने एक इंटरव्यू में इस बात पर दुख जताया कि ऐसे विवाद कश्मीरियों के साथ ही जोड़े जाते हैं जो पहले ही तमाम मुश्किलों से जूझते हुए किसी तरह अपना मुकाम बनाते हैं.
परवेज रसूल
ने कहा कि हम उस स्टेट से आते हैं, जिसमें कोई राजी ही नहीं है. एक क्रिकेटर को क्रिकेट खेलने दो, बजाय कि उसे राजनीति में घुसाओ. मेरा लक्ष्य यही है कि मैं क्रिकेट खेलूं, उसपर ध्यान दूं, बाकी कोई कुछ बोलता है तो उसपर मैं ज्यादा ध्यान नहीं देता.
परवेज रसूल ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि ये चीजें हमारे साथ होती हैं, एक प्लेयर है जो पूरी मेहनत करता है कि टॉप लेवल पर खेले लेकिन उसके साथ ऐसी चीजें लगानी और उसका दिमाग दूसरी ओर घुमाना, ये बहुत बुरी चीज है. और ये सबके साथ होता है. हमारे आईएएस टॉपर हैं उनके साथ भी हुआ. दंगल में एक लड़की ने काम किया तो उसके साथ भी हुआ. ऐसा नहीं होना चाहिए.
क्या अगला मौका मिलने पर आलोचकों को जवाब देंगे? इस सवाल पर रसूल ने कहा कि हर आलोचना का सही जवाब होता है कि परफोर्म करना. मैं वही करूंगा.
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यह लेख है: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'मैं ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करता, चुन-चुनकर हिसाब लेना मेरी फितरत है.' पुलवामा हमले (Pulwama Attack) और उसके बाद के घटनाक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि 'अब घर में घुसकर मारेंगे.' उन्होंने कहा कि भारत में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार लोग अगर पाताल में भी छिपे होंगे तो वह उन्हें खोज निकालेंगे.
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि '40 साल से आतंकवाद हिन्दुस्तान के सीने में गोलियां दाग रहा है, लेकिन वोट बैंक की राजनीति में डूबे लोग कदम उठाने से डरते थे. मुझे सत्ता की कुर्सी की परवाह नहीं है, मुझे चिंता मेरे देश की है. मेरे देश के लोगों की सुरक्षा की है.'
मोदी ने विपक्ष से भारत के सशस्त्र बलों की छवि खराब नहीं करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि 'भारत में विपक्ष के नेता जो बयानबाजी करते हैं, वे पाकिस्तान (Pakistan) के अखबारों की हेडलाइन बन जाती हैं. क्या यह बात देशहित के लिए सही है? बात भ्रष्टाचार से लड़ने की हो या फिर आतंकवाद (Terrorism) से लड़ने की, हमारी नीति और नीयत दोनों देश के सामने हैं.' अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 2008 में हुए हमले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘क्या उस वक्त दिल्ली में बैठे लोगों को पाकिस्तान में बैठे लोगों को सबक नहीं सिखाना चाहिए था.'
पीएम ने कहा कि 'हम जिस काम का शिलान्यास करते हैं उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं. मतलब मेट्रो के जिस फेज का आज शिलान्यास किया है उसका काम आज से 3-4 साल बाद जब भी पूरा होगा, उद्घाटन के लिए हम मौजूद होंगे. हमने आज अहमदाबाद मेट्रो (Ahemdabad Metro) के पहले फेज का उद्घाटन किया और साथ ही दूसरे चरण का शिलान्यास भी किया क्योंकि हम एक काम पूरा होने के बाद बैठते नहीं बल्कि दूसरे काम में लग जाते हैं.'
पीएम मोदी ने कहा कि 'मैंने कॉमन-मोबिलिटी कार्ड (Comman Mobility Card) की सुविधा का भी शुभारंभ किया है. यह कार्ड यात्रा करते समय आपकी तमाम दिक्कतों को दूर करने जा रहा है. इस दिक्कत को दूर करने के लिए ही ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम की व्यवस्था विकसित की गई थी. कॉमन-मोबिलिटी कार्ड से आप पैसे भी निकाल पाएंगे, शॉपिंग कर पाएंगे और किसी भी मेट्रो या ट्रांसपोर्ट के अन्य साधन में भी वही कार्ड इस्तेमाल हो जाएगा.'
उन्होंने कहा कि 'अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाए गए इस सिस्टम की वजह से देश में एक इंटीग्रेटेड व्यवस्था विकसित नहीं हो पा रही थी. एक शहर का कार्ड दूसरे शहर में बेकार हो जाता था. इस चुनौती को दूर करने के लिए व्यापक स्तर पर काम शुरू किया. अनेक मंत्रालयों और विभागों को इस काम में लगाया गया.'
मोदी ने कहा कि 'गुजरात के संतुलित विकास के लिए बीते 55 महीनों में सरकार ने उमर गांव से अंबाजी तक आदिवासी भाई-बहनों के लिए कार्य किया. इस क्षेत्र में ऑलवेदर कनेक्टिविटी दी जा चुकी है. यहां पानी की समस्या दूर करने के लिए 2,800 करोड़ रुपये की वॉटर सप्लाई योजनाओं पर कार्य चल रहा है. पूरे देश में 2014 में मेट्रो का नेटवर्क सिर्फ 250 किलोमीटर था जो आज 650 किलोमीटर तक पहुंचा है और देश के अलग-अलग हिस्सों में करीब 800 किलोमीटर मेट्रो रूट पर काम चल रहा है. उत्तरायन में जैसे लोग छत पर खड़े होकर पतंग उड़ाते हैं, वैसे ही आज छत पर खड़े होकर लोग अपनी मेट्रो का स्वागत कर रहे थे.'
उन्होंने कहा कि 'आज का दिन मेरे लिए एक और वजह से खास है. आज मेडीसिटी (Medicity) के विस्तार का सपना, अहमदाबाद के लोगों को सारी स्वास्थ्य सेवाएं एक ही छत के नीचे देने का सपना पूरा हुआ है. एक साथ चार अस्पतालों का लोकार्पण किया गया है.'
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नच बलिए 9 के मोस्ट पॉपुलर एक्स कपल मधुरिमा तुली और विशाल आदित्य सिंह शो के इस हफ्ते एलिमिनेट हो जाएंगे. उनका ओवर रेटेड लड़ाई झगड़ा भी उन्हें फिनाले तक ले जाने में नाकामयाब रहा. रिपोर्ट्स हैं कि आने वाले वीकेंड एपिसोड में बड़ा धमाल होने वाला है. मधुरिमा तुली के सेट पर बिहेवियर से जज रवीना टंडन काफी नाराज हुईं.
रवीना टंडन के मधुरिमा को डांटने की खबर है. पिंकविला ने सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा कि परफॉर्मेंस के पहले मधुरिमा और विशाल के बीच फिर से झगड़ा होता है. गुस्से में एक्ट्रेस ने विशाल संग परफॉर्म करने से मना कर दिया. इससे नाराज रवीना टंडन ने मधुरिमा के रवैये को अनप्रोफेशनल बताया. वे मधुरिमा पर बहुत गुस्सा हुईं.
मधुरिमा ने कहा कि वे विशाल के साथ परफॉर्म नहीं करना चाहती हैं. इससे अच्छा वे शो से बाहर होना पसंद करेंगी. जिसके बाद रवीना ने एक्ट्रेस से कहा कि उन्हें अपना एक्ट पूरा करना चाहिए. खबर के मुताबिक, रवीना के कहने पर मधुरिमा ने विशाल संग परफॉर्म तो किया लेकिन उनका ये एक्ट जजों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया.
एलिमिनेशन राउंड की इस परफॉर्मेंस में मधुरिमा-विशाल के साथ श्रद्धा आर्या-आलम मक्कड़ थे. मधुरिमा-विशाल की खराब परफॉर्मेंस का फायदा श्रद्धा-आलम को मिला. वे सुरक्षित हो गए और विशाल-मधुरिमा शो से बाहर.
एलिमिनेशन पर क्या बोलीं मधुरिमा तुली की मां?
मधुरिमा-विशाल के शो से एलिमिनेट होने पर एक्ट्रेस की मां का रिएक्शन आया है. हालांकि अभी एपिसोड ऑनएयर नहीं हुआ है इसलिए उनकी मां ने एलिमिनेशन को कंफर्म नहीं किया है. लेकिन इतना जरूर कहा कि अगर मधुरिमा-विशाल की लड़ाई की खबरें कम सुर्खियों में रहती तो वे शो में आखिर तक जा सकते थे.
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दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल घटना मामले में नया मोड़ आ गया है.सीसीटीवी के नए फुटेज में डॉक्टर मरीज को पीटते दिख रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों सफदरजंग अस्पताल में रेजीडेंट डॉक्टरों ने 2 दिन की हड़ताल की थी, जिसकी वजह उनके साथ हुई मारपीट बताया गया था. लेकिन हड़ताल खत्म होने के 3 दिन बाद अस्पताल में लगे कुछ सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं . फुटेज में साफ दिख रहा है कि मरीज नहीं बल्कि खुद डॉक्टर ही मरीज और उसके साथियों के साथ मारपीट कर रहे हैं.
सामने आए सीसीटीवी फुटेज में अस्पताल कॉरिडोर में अपने पेट दर्द का इलाज कराने आए मरीज अक्षय साइड में खड़े हुए नजर आते हैं. तभी अचानक से 3 से 4 डॉक्टर आते हैं और अक्षय पर हमला कर देते हैं और बिना रुके अक्षय के मुंह पर एक के बाद एक 4 से 5 घुसे मारते हैं.
अक्षय भी अपने बचाव में अपने हाथ चलाते हैं. ये पूरा तमाशा काफी देर तक चलता रहा. अस्पताल के गार्ड भी वहां खड़े तमाशबीन बने रहे. वहीं दूसरे सीसीटीवी से एक और फोटो सामने आई है जिसमें 3 डॉक्टर मरीज अक्षय को घसीटते हुए ले जा रहे हैं.
दरअसल, पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने डॉक्टरों से केवल जल्दी इलाज करने को कहा और इतने में ही रेजिडेंट डॉक्टर इतने ज्यादा आक्रोशित हो गए कि उन्होंने मरीज और उनके साथियों को पीटना शुरू कर दिया.
फिलहाल, अक्षय और अन्य साथियों को इस मसले पर कांग्रेस के स्थानीय पार्षद वेदपाल का साथ मिल गया है. वेदपाल का कहना है कि अक्षय और उसके साथियों को पहले तो पूरी तरह से मारा पीटा गया और उसके बाद उल्टा उन्हीं के ऊपर केस दर्ज करके कार्रवाई कर दी गई, जबकि हकीकत यह है कि इस मामले में रेजिडेंट डॉक्टर दोषी हैं.
वहीं आपको इस बात की भी जानकारी दे दें कि अक्षय के पिता पुलिस में हेड कांस्टेबल हैं. ऐसे में घटना सामने आने पर अक्षय के पिता और एक अन्य सहयोगी पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया गया था.
बहरहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है. लेकिन अक्षय और उसके साथियों का साफ कहना है कि पुलिस प्रशासन डॉक्टरों के दबाव में आकर काम कर रहा है. लेकिन इस पूरे मामले में आखिर असली दोषी कौन है, यह तो पुलिस की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा.
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''अगर वेस्टइंडीज को इस कप में अपनी संभावनाओं के सपने देखने हैं, तो उसे वास्तव में अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. सभी टीमों को भी''
हर व्यक्ति अपने देश की टीम को विश्व कप जीतते देखना चाहता है और मैं कोई अपवाद नहीं हूं. इतना कहने के बाद, मैं पूरे विश्वास के साथ यह नहीं कह सकता हूं कि वेस्टइंडीज की मौजूदा टीम में 2011 की चैंपियन बनने की क्षमता है. अगर उन्हें इस कप में अपनी संभावनाओं के सपने देखने हैं, तो उसे वास्तव में अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. उनकी गेंदबाजी में धार की कमी है.
निश्चित तौर पर टीम क्रिस गेल, डेरेन ब्रावो, रामनरेश सरवन और शिवनारायण चंद्रपॉल जैसे कुछ विश्वस्तरीय बल्लेबाजों का दम भर सकती है. लेकिन समस्या यह है कि ये खिलाड़ी एक स्तर का खेल निरंतर नहीं खेलते. चंद्रपॉल एक अनुभवी खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका फॉर्म चिंता का विषय है. डेरेन ब्रावो घुटने की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं, जो टीम के लिए भारी झटका है.
गेंदबाजों में केमरा रॉश में बल्लेबाजों की किसी भी कतार को भेद देने की क्षमता है. हालांकि उन्होंने नीदरलैंड्स के खिलाफ हैट्रिक बनाई है, लेकिन इससे उनकी योग्यता का पता चलता है. बाएं हाथ के स्पिनर सुलेमान बेन उपमहाद्वीप की पिचों पर उपयोगी साबित हो सकते हैं. वेस्टइंडीज की टीम, जो कभी दुनिया की सबसे शक्तिशाली टीम हुआ करती थी, का पतन देखना दुर्भाग्यपूर्ण है.
1980 के दशक में टीम में सुपरस्टार्स की भरमार थी. कहने का अर्थ यह नहीं है कि मौजूदा खिलाड़ी प्रतिभाशाली नहीं हैं. लेकिन उनका विकास अपेक्षित ढंग से नहीं हुआ है. अब दोषारोपण का कोई लाभ नहीं है. इस पतन के लिए हम सभी जिम्मेदार हैं. हमें एक अच्छा ढांचा अवश्य और तुरंत लागू करना चाहिए और अपने देश में खेल को ऊपर उठाने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए.
अगर वेस्टइंडीज की मौजूदा टीम से मुझे पांसा पलट सकने वाले चार खिलाड़ी चुनने को कहा जाए, तो ये होंगे- गेल, डेरेन ब्रावो, रॉश और सरवन. कप जीतने की वास्तविक संभावना वाली तीन टीमें हैं-भारत, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया. दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी बहुत सशक्त है और उनकी बल्लेबाजी बहुत अनुभवी है. टूर्नामेंट की शुरुआत के समय मैंने ऑस्ट्रेलिया को ज्यादा महत्व नहीं दिया था, लेकिन अब मुझे उनकी गेंदबाजी में संभावना नजर आती है. भारत को अपनी बल्लेबाजी की क्षमता के बूते कप जीतना होगा. मुझे वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी देखना उतना ही पसंद है, जितना मैं डेरेन ब्रावो की बल्लेबाजी देखना पसंद करता हूं.
अपना अंतिम विश्व कप मैं भारत में खेल चुका हूं, इस कारण कह सकता हूं कि शानदार बल्लेबाजों वाली टीम यहां एक अच्छा स्कोर खड़ा कर सकती है, लेकिन सिर्फ वे ही टीमें यहां सफल हो सकती हैं, जिनके पास बल्लेबाजी को भेद सकने लायक गेंदबाजी का आक्रमण हो.
''इयान बिशप वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज हैं.''
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अल्जीरिया में मंगलवार को एयरफोर्स के एक मालवाहक विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण 103 लोगों की मौत हो गई. अल्जीरियाई एयरफोर्स का यह विमान पूर्वी अल्जीरिया के ओउम एल बोउगी प्रांत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने समाचार चैनल 'एन्नाहार' के हवाले से कहा कि अल्जीरिया के कोंस्टेनटाइन हवाईअड्डे के एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम का दुर्घटना होने से पहले सी-130 हरक्यूलिस विमान से संपर्क टूट गया और विमान में सवार 103 लोगों की मौत हो गई. इस भीषण हादसे में केवल एक ही शख्स जिंदा बचा.
समाचार पत्र 'एल वतन' में प्रकाशित खबर के अनुसार, विमान दक्षिणी अल्जीरिया के तामेनरासेट से पूर्वी अल्जीरिया में स्थित कोंस्टेनटाइन हवाई अड्डे जा रहा था. विमान में सैनिकों के परिवार सवार थे.
विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे खराब मौसम तथा बर्फबारी को कारण बताया जा रहा है.
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चीन की बढती समुद्री महत्वकांक्षाओं को काबू करने के लिए नई दिल्ली के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करने की तोक्यो की इच्छा के अनुरूप भारत और जापान अगले साल पहला द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास करेंगे.
जापान की यात्रा पर गए रक्षा मंत्री ए के एंटनी और उनके जापानी समकक्ष यासुओ इचिकावा के बीच उच्चस्तरीय वार्ता में रक्षा संबंधों को मजबूत करना बड़े मुद्दों में शामिल था. जापान की समुद्री रक्षा बल और भारत की नौसेना के बीच अगले साल होने वाले युद्धाभ्यास की रूपरेखा आगे की बातचीत में तय की जाएगी.
संयुक्त युद्धाभ्यास का फैसला दक्षिण चीनी सागर में चीन की बढ़ती महत्वकांक्षा के जवाब में जापान के उठाए कदमों का नतीजा है. दक्षिणी चीनी सागर में चीन और अन्य देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. समुद्री डकैती के खिलाफ संयुक्त प्रयासों को मजबूत करने के लिए भी दोनों देशों ने संयुक्त युद्धाभ्यास का फैसला किया है.
जापानी समकक्ष के साथ दिनभर की प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता में एंटनी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य संबंध ‘पारदर्शी’ और ‘क्षेत्र में शांति और समृद्धि की दिशा की ओर’ है. रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भारत जापान रक्षा सहयोग नयी उंचाइयों को छुएगा.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीताष्णु कार ने बताया, ‘दोनों पक्षों ने समुद्री मार्गो के महत्व को स्वीकार किया और समुद्री सुरक्षा के मामले में द्विपक्षीय और क्षेत्र के अन्य देशों के साथ मिलकर सहयोग और सलाह को आगे बढाने का भी फैसला किया.’
उन्होंने कहा, ‘दोनों पक्ष अगले साल यहां भारत जापान रक्षा नीति वार्ता की पहल करेंगे और उन्होंने योजना के अनुरूप रक्षा आदान प्रदान पर संतुष्टि जाहिर की जिसके तहत जापानी रक्षा मंत्री इस साल के अंत में नयी दिल्ली की यात्रा करेंगे.’
समुद्री डकैती के खिलाफ दोनों नौसैनिकों के बीच समन्वयन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए एंटनी ने कहा कि नवबंर 2010 के बाद से पूर्वी अरब सागर में भारत ने अपनी तैनाती बढ़ा दी है. कार ने कहा कि दोनों पक्ष शांति रक्षा अभियानों में आदान प्रदान को जारी रखेंगे.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा, जापान में भारत के राजदूत आलोक प्रसाद, नौसेना उपप्रमुख वाइस एडमिरल आर के धवन और मध्य सेना कमांडर ले. जनरल वी के अहलूवालिया शामिल थे.
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मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार अपने ताबड़तोड़ फैसले लेने के लिए सुर्ख़ियों में बनी हुई है. ताजा फैसला इमरजेंसी के दौरान मेंटनेंस ऑफ इंटरनल सिक्यॉरिटी एक्ट (मीसा) से जुड़ा है. सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि मीसा के तहत गिरफ्तार हुए लोगों को सम्मान निधि देने की प्रक्रिया पर पुनर्विचार किया जाएगा. इस पर अब रिव्यू होने के बाद ही अगले महीने का मानदेय जारी किया जाएगा.
मीसा पेंशन रोकने को लेकर सरकार का तर्क यह है कि खर्च किया जा रहा पैसा आवंटित बजट से ज्यादा है. इसलिए मीसा की वर्तमान प्रक्रिया को रोककर इसे सटीक और पारदर्शी बनाया जाएगा. इसके अलावा लोकतंत्र सैनिकों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा. हालांकि, अब तक सत्यापन से जुड़े आदेश जारी नहीं हुए हैं. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश सरकार इसके लिए अलग से आदेश जारी करेगी.
क्या कहा है सरकार ने आदेश में...
मध्य प्रदेश
सरकार ने जिलाधिकारियों को आदेश जारी कर कहा है कि अगले महीने से सम्मान निधि का वितरण नहीं किया जाएगा. सभी जिलाधिकारी और कमिश्नर जिला कोषालय और लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि वितरण करने वाली सभी संबंधित बैंक शाखाओं को तत्काल अपने स्तर से निर्देशित करें.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में जब
भारतीय जनता पार्टी
(बीजेपी) की सरकार थी तब लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान निधि के तौर पर हर माह 25 हजार रुपये दिए जाते रहे हैं. वहीं, इमरजेंसी के दौरान एक दिन के लिए भी जेल गए लोगों को सम्मान के रूप में आठ हजार रुपये दिए जाते रहे हैं.
क्यों मिलते थे 25 हजार रुपये...
बता दें कि इमरजेंसी के दौरान जेल गए लोगों को लोकतंत्र सेनानियों का दर्जा बीजेपी सरकार ने दिया था. इसके तहत जो लोग एक माह से ज्यादा के लिए मीसा तहत जेल में बंद थे उन्हें 25 हजार रुपये हर महीने सरकार देती रही है.
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रासमुसेन के शुरुआती शोध में दक्षिण अमेरिकी समुद्री पक्षियों और उत्तरी अमेरिका के जीवाश्म पक्षियों की जांच की गई। बाद में उन्होंने एशियाई पक्षियों की कई नई प्रजातियों का वर्णन करने और अन्य प्रजातियों, विशेष रूप से सफेद-आंखों और उल्लुओं की स्थिति को स्पष्ट करने में विशेषज्ञता हासिल की। हाल ही में, वह वैश्विक जैव विविधता के पैटर्न को देखते हुए बड़े पैमाने पर सहयोग में शामिल रही हैं, और दक्षिण एशियाई गिद्धों की वर्गीकरण स्थिति का आकलन किया है।
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दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में एडमिशन लेना चाहते हैं तो यह जान लें कि अब सिर्फ 15,000 सीटें ही खाली बची हैं. आज रात चौथी कट-ऑफ लिस्ट जारी की जाएगी.
हालांकि ऑनर्स कोर्सेज मसलन इंग्लिश, इकोनॉमिक्स और बी-काॅम के कट-ऑफ में गिरावट आने की उम्मीद कम ही है. क्योंकि इनमें सिर्फ एक दो सीटें ही बची हैं.
20 साल की हुईं मलाला, इस खिलाड़ी को करती हैं पसंद
HT में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के एडमिशन कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि बी कॉम ऑनस, बी कॉम और इकोनॉमिक्स में बस कुछ ही सीट्स बचीं हैं. इसलिए इन कोर्सेज के कट-आॅफ के ज्यादा कम होने की उम्मीद नहीं है. दूसरे कोर्स जैसे कि पोलिटिकल साइंस, इतिहास और बीए प्रोग्राम के कट-ऑफ में कुछ कमी आ सकती है.
जिसने आलू से वोदका बनाकर दुनिया को चौंकाया, आज उनका जन्मदिन है...
मिरांडा हाउस में जहां 90 फीसदी सीटें भर चुकी हैं, वहीं किरोरी मल में सिर्फ 250 सीटें ही बची हैं.
140 साल का हुआ विंबलडन, गूगल ने कुछ इस अंदाज में किया सेलिब्रेट
कमला नेहरू कॉलेज में सिर्फ समाजशास्त्र, संस्कृत और पत्रकारिता कोर्स के लिए चौथा कट-ऑफ लिस्ट जारी किया जाएगा.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि कुल 56,000 सीटों में 41,000 सीटें भर चुकी हैं. अब सिर्फ 15,000 सीटें ही बची हुई हैं.
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कानून में, परीक्षण मूल्यांकन की एक आम तौर पर लागू की जाने वाली विधि है जिसका उपयोग न्यायशास्त्र के मामलों को हल करने के लिए किया जाता है।किसी मुकदमे, सुनवाई, खोज या अन्य प्रकार की कानूनी कार्यवाही के संदर्भ में, तथ्य या कानून के कुछ प्रश्नों का समाधान एक या अधिक कानूनी परीक्षणों के आवेदन पर निर्भर हो सकता है।
परीक्षण अक्सर न्यायिक निर्णय या अदाल के आदेश के तार्किक विश्लेषण से तैयार किए जाते हैं, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि तथ्य के खोजकर्ता या अदालत ने परिस्थितियों के एक अच्छी तरह से परिभाषित सेट पर विचार करने के बाद एक विशेष निर्णय लिया है।
यह माना जाता है कि कानूनी परीक्षण के तहत परिस्थितियों के किसी भी सेट का मूल्यांकन करने से एक स्पष्ट और दोहराए जाने योग्य परिणाम प्राप्त होगा।
सन्दर्भ
साधारण कानून
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यह लेख है: सीमाशुल्क विभाग की हवाई खुफिया इकाई (एआईयू) ने शनिवार को मुंबई हवाईअड्डे पर जेट एयरवेज के एक विमान के शौचालय से 1.99 करोड़ रुपये मूल्य का आठ किलोग्राम सोना बरामद कर एक यात्री को गिरफ्तार किया।
सीमाशुल्क विभाग के अतिरिक्त आयुक्त मिलिंद लांजेवार ने बताया कि आरोपी सेगू नैना मोहम्मद शेखथीन शा को एक स्थानीय अदालत ने 19 जून तक सीमाशुल्क विभाग की हिरासत में रिमांड पर भेजा दिया है।
उन्होंने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर एआईयू के अधिकारियों ने मस्कट से मुंबई आने वाले जेट एयरवेज के विमान 9डब्ल्यू-539 के शौचालय में एक-एक किलोग्राम की आठ सोने की छड़ें बरामद की। इनकी कुल कीमत 1.99 करोड़ रुपये है।
लांजेवर ने बताया कि शा एक कूरियर (सामान ले जाने वाला) के रूप में काम कर रहा था और अपने हैंडलर (निर्देशित करने वाला) के निर्देशों का पालन कर रहा था। हैंडलर की पहचान किया जाना अभी बाकी है। शा ने खुलासा किया कि इस सोने को कोलकाता पहुंचाया जाना था।
इस घटना में विमान के चालक दल के सदस्यों के शामिल होने के सवाल पर लांजेवर ने कहा कि वे शामिल हो भी सकते हैं और नहीं भी। इस बारे में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
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नीलाक्षी डी सिल्वा (जन्म 27 सितंबर 1989) एक श्रीलंकाई क्रिकेटर हैं। उन्होंने 3 नवंबर 2015 को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रीलंका महिला के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया। वह 2018 महिला ट्वेंटी 20 एशिया कप में श्रीलंका के लिए पांच मैचों में सात आउट होने के साथ अग्रणी विकेट लेने वाली गेंदबाज थीं।
अक्टूबर 2018 में, उन्हें वेस्टइंडीज में 2018 आईसीसी महिला विश्व ट्वेंटी 20 टूर्नामेंट के लिए श्रीलंका की टीम में नामित किया गया था। जनवरी 2020 में, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में 2020 आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के लिए श्रीलंका की टीम में नामित किया गया था। अक्टूबर 2021 में, उन्हें जिम्बाब्वे में 2021 महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए श्रीलंका की टीम में नामित किया गया था।
सन्दर्भ
1989 में जन्मे लोग
जीवित लोग
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क्रिकेटर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की जोड़ी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा चर्चा में रहती है. यही वजह है कि फैंस को दोनों स्टार्स अपनी लेटेस्ट तस्वीरों को शेयर करते हुए विजुअल ट्रीट देते रहते हैं. हाल ही में विराट कोहली ने समंदर किनारे अनुष्का शर्मा संग एंजॉय करते हुए एक तस्वीर शेयर की है. तस्वीर में अनुष्का ब्लैक बिकिनी में नजर आ रही हैं.
विराट कोहली ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर अनुष्का संग समंदर किनारे रिलैक्स करते हुए एक तस्वीर शेयर की है. तस्वीर में दोनों के एक्सप्रेशन कमाल के हैं. विराट और अनुष्का शर्मा की शानदार ट्यूनिंग तस्वीर में साफ नजर आ रही है. इस तस्वीर को महज एक घंटे में लाखों लाइक मिल चुके हैं.
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Virat Kohli
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Sep 10, 2019 at 11:12pm PDT
विराट कोहली का बीते दिनों दिया इंटरव्यू काफी चर्चा में रहा था. उन्होंने इंटरव्यू में अनुष्का संग अपनी पहली मुलाकात के बारे में बताया था. विराट ने अमेरिकी टेलीविजन स्पोर्ट्स रिपोर्ट्स, ग्रैहम बेनसिंगर को दिए इंटरव्यू में बताया कि कैसे अनुष्का से पहली बार मिलने पर वो नर्वस थे. विराट ने बताया कि वो और अनुष्का पहली बार एक शैम्पू की एड शूट करने के लिए मिले थे. तब विराट को पता भी नहीं था कि अनुष्का शर्मा इस एड में उनके साथ काम कर रही हैं. जब उन्हें पता चला तो वे नर्वस हो गए. फिर अनुष्का आईं और विराट ने उनके सामने जोक मारा, जो अनुष्का को अजीब लगा. इससे विराट थोड़े और परेशान हो गए.
विराट ने बताया कि अजीब शुरुआत के बाद ये शूट 3 दिनों तक चला था, जिससे दोनों की बातचीत ठीक हुई. इसके बाद दोनों दोस्त बन गए और रिश्ता खुद ही आगे बढ़ता चला गया. विराट ने कहा कि समय के साथ दोनों को समझ आ गया कि दोनों की जिंदगी काफी हद तक एक जैसी रही है. दोनों अलग-अलग फील्ड में एक जैसी तरक्की कर रहे थे. इसके बाद उनका रिश्ता आगे बढ़ा और दोनों समझ गए कि वो एक-दूसरे के साथ जिंदगी बिताना चाहते हैं.
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काठमांडू के बीचों बीच बने क्लॉक टॉवर की सूई 11 बजकर 52 मिनट पर ठहरी हुई है। यही वो वक्त है जब 25 अप्रैल को महाविनाशकारी भूकंप ने नेपाल को हिला दिया। भूकंप के इस सबसे बड़े और पहले झटके में इस क्लॉक टावर पर लगी घड़ी की सूई भी रुक गई।
ऐसा नहीं है कि भूकंप की मार पहली बार इस क्लॉक टावर पर पड़ी है। इस इमारत और क्लॉक टॉवर को को 1918 में बनाया गया था। यहां काम करने वाले एक अध्यापक संदेश ढकाल ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि 1934 के भूकंप में क्लॉक टॉवर पूरी तरह तबाह हो गया था। फिर उसका पुर्निर्माण किया गया। इस बार टॉवर को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा है बस घड़ी की सूई ठहर गई है।
यही इमारत में पहले त्रिभुवन विश्वविद्यालय हुआ करता था। 1967 बने त्रिभुवन विश्वविद्यालय के भूगर्भशास्त्र विभाग का बोर्ड अब भी यहां मौजूद है। इस इमारत का जो हिस्सा 1934 के भूकंप में क्षतिग्रस्त हो गया था वो आज भी उसी हालत में है।
घड़ी का रखरखाव करने वाले कर्मचारी का अभी पता नहीं। उसके लौट कर आने का इंतज़ार है ताकि धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही ज़िंदगी के साथ इस घड़ी को फिर चालू किया जा सके।
ऐसा नहीं है कि भूकंप की मार पहली बार इस क्लॉक टावर पर पड़ी है। इस इमारत और क्लॉक टॉवर को को 1918 में बनाया गया था। यहां काम करने वाले एक अध्यापक संदेश ढकाल ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि 1934 के भूकंप में क्लॉक टॉवर पूरी तरह तबाह हो गया था। फिर उसका पुर्निर्माण किया गया। इस बार टॉवर को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा है बस घड़ी की सूई ठहर गई है।
यही इमारत में पहले त्रिभुवन विश्वविद्यालय हुआ करता था। 1967 बने त्रिभुवन विश्वविद्यालय के भूगर्भशास्त्र विभाग का बोर्ड अब भी यहां मौजूद है। इस इमारत का जो हिस्सा 1934 के भूकंप में क्षतिग्रस्त हो गया था वो आज भी उसी हालत में है।
घड़ी का रखरखाव करने वाले कर्मचारी का अभी पता नहीं। उसके लौट कर आने का इंतज़ार है ताकि धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही ज़िंदगी के साथ इस घड़ी को फिर चालू किया जा सके।
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13 साल पहले बाजार में आए काफी चर्चित कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज एक्सपी अगले 8 अप्रैल को संन्यास लेने जा रहा है. इसका मतलब यह नहीं है कि विंडोज एक्सपी वाले कंप्यूटर स्वतः बंद हो जाएंगे, लेकिन इसे अपग्रेड करना अनिवार्य हो जाएगा क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट, विंडोज एक्सपी तथा ऑफिस 2003 से जुड़ी सारी टेक्नीकल सेवाएं इस दिन से समाप्त कर देगा.
ऐसी स्थिति में कंप्यूटर और उसके डाटा पर हमेशा वायरस का खतरा बना रहेगा. ना ही कोई सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया जा सकेगा. आप इसके बाद टेक्नीकल सपोर्ट के लिए माइक्रोसॉफ्ट से संपर्क भी नहीं स्थापित कर पाएंगे.
आप अपने विंडोज एक्सपी कंप्यूटर को विंडोज 8.1 में अपग्रेड कर सकते हैं. इसके लिए आपको विंडोज डॉट कॉम में जाकर सर्च ऑप्शन में अपग्रेड टाइप करना पड़ेगा, उसके बाद साइट आपके कमप्यूटर को स्कैन करेगा. आप चाहें तो माइक्रोसॉफ्ट स्टोर से प्रीइंसटॉल्ड लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम वाला नया कंप्यूटर ले सकते हैं.
बाजारों में कम कीमतों पर विंडोज 8.1 लैपटॉप, टैबलेट और 2 इन 1 उपलब्ध हैं जिसे आप लैपटॉप और टेवलेट दोनों ही तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं.
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रियो में भारत के लिए 11वां दिन भी खाली गया-मेडल के लिहाज से लेकिन विवादों की रफ्तार बदस्तूर बनी रही. सूत्रों के हवाले से छन-छनकर खबर आई कि एथलेटिक्स के कोच निकोलाइ स्नेसारेव को रियो पुलिस ने आधे दिन के लिए हिरासत में रखा. दरअसल उनकी एथलीट ओपी जैशा की हालत मैराथन के दौरान खराब हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा.
खबरों के मुताबिक अस्पताल में ओपी जैशा के कोच स्नेसारेव ने महिला डॉक्टर के साथ बदसलूकी की और मामला पुलिस तक पहुंच गया. ब्राजील में भारतीय दूतावास के दखल के बाद ही उन्हें छोड़ा जा सका.
इससे पहले खेल मंत्री विजय गोयल को आईओसी से मिली चेतावनी का विवाद अभी सबके जेहन में ताजा है. संयोग से विजय गोयल और उनकी टीम पर भी बदसलूकी का दाग लगा.
भारतीय मुक्केबाज मनोज 64 किग्रा भार वर्ग में पहले राउंड में जीत के बावजूद अपनी जर्सी के विवाद की वजह से सुर्खियों में छाए रहे. ये मसला सीधा भारतीय खेल तंत्र (बॉक्सिंग और भारतीय ओलिंपिक संघ) की लापरवाही का नतीजा रहा. मनोज कुमार की जर्सी पर भारत नहीं लिखा था. टिप्पणियां
एक वक्त तो ऐसा लगा कि मनोज कुमार की जीत हार में तब्दील कर दी जाएगी. यही नहीं भारतीय जर्सी की क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें रहीं. खासकर प्लेयर्स के ट्रैक सूट के कपड़े की क्वालिटी काफी खराब बताई गई. कई प्लेयर्स की जर्सी पर हफ्ते भर के अंदर ही फफूंद पड़ते दिखाई दिए.
दरअसल इस आयोजन से करीब दो महीने पहले ही नरसिंह यादव के ओलिंपिक में जाने को लेकर कई बड़े विवाद हुए. इससे न सिर्फ खेलों की साख पर बट्टा लगा बल्कि भारतीय खिलाडि़यों का अच्छा-खासा नुकसान भी हुआ. इनमें से कई विवादों की नींव ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही पड़ गई थी. भारतीय टीम और फैंस इन सभी विवादों के नतीजे बमुश्किल टीस के साथ ढो रहे हैं और नतीजा सबके सामने हैं.
खबरों के मुताबिक अस्पताल में ओपी जैशा के कोच स्नेसारेव ने महिला डॉक्टर के साथ बदसलूकी की और मामला पुलिस तक पहुंच गया. ब्राजील में भारतीय दूतावास के दखल के बाद ही उन्हें छोड़ा जा सका.
इससे पहले खेल मंत्री विजय गोयल को आईओसी से मिली चेतावनी का विवाद अभी सबके जेहन में ताजा है. संयोग से विजय गोयल और उनकी टीम पर भी बदसलूकी का दाग लगा.
भारतीय मुक्केबाज मनोज 64 किग्रा भार वर्ग में पहले राउंड में जीत के बावजूद अपनी जर्सी के विवाद की वजह से सुर्खियों में छाए रहे. ये मसला सीधा भारतीय खेल तंत्र (बॉक्सिंग और भारतीय ओलिंपिक संघ) की लापरवाही का नतीजा रहा. मनोज कुमार की जर्सी पर भारत नहीं लिखा था. टिप्पणियां
एक वक्त तो ऐसा लगा कि मनोज कुमार की जीत हार में तब्दील कर दी जाएगी. यही नहीं भारतीय जर्सी की क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें रहीं. खासकर प्लेयर्स के ट्रैक सूट के कपड़े की क्वालिटी काफी खराब बताई गई. कई प्लेयर्स की जर्सी पर हफ्ते भर के अंदर ही फफूंद पड़ते दिखाई दिए.
दरअसल इस आयोजन से करीब दो महीने पहले ही नरसिंह यादव के ओलिंपिक में जाने को लेकर कई बड़े विवाद हुए. इससे न सिर्फ खेलों की साख पर बट्टा लगा बल्कि भारतीय खिलाडि़यों का अच्छा-खासा नुकसान भी हुआ. इनमें से कई विवादों की नींव ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही पड़ गई थी. भारतीय टीम और फैंस इन सभी विवादों के नतीजे बमुश्किल टीस के साथ ढो रहे हैं और नतीजा सबके सामने हैं.
इससे पहले खेल मंत्री विजय गोयल को आईओसी से मिली चेतावनी का विवाद अभी सबके जेहन में ताजा है. संयोग से विजय गोयल और उनकी टीम पर भी बदसलूकी का दाग लगा.
भारतीय मुक्केबाज मनोज 64 किग्रा भार वर्ग में पहले राउंड में जीत के बावजूद अपनी जर्सी के विवाद की वजह से सुर्खियों में छाए रहे. ये मसला सीधा भारतीय खेल तंत्र (बॉक्सिंग और भारतीय ओलिंपिक संघ) की लापरवाही का नतीजा रहा. मनोज कुमार की जर्सी पर भारत नहीं लिखा था. टिप्पणियां
एक वक्त तो ऐसा लगा कि मनोज कुमार की जीत हार में तब्दील कर दी जाएगी. यही नहीं भारतीय जर्सी की क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें रहीं. खासकर प्लेयर्स के ट्रैक सूट के कपड़े की क्वालिटी काफी खराब बताई गई. कई प्लेयर्स की जर्सी पर हफ्ते भर के अंदर ही फफूंद पड़ते दिखाई दिए.
दरअसल इस आयोजन से करीब दो महीने पहले ही नरसिंह यादव के ओलिंपिक में जाने को लेकर कई बड़े विवाद हुए. इससे न सिर्फ खेलों की साख पर बट्टा लगा बल्कि भारतीय खिलाडि़यों का अच्छा-खासा नुकसान भी हुआ. इनमें से कई विवादों की नींव ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही पड़ गई थी. भारतीय टीम और फैंस इन सभी विवादों के नतीजे बमुश्किल टीस के साथ ढो रहे हैं और नतीजा सबके सामने हैं.
भारतीय मुक्केबाज मनोज 64 किग्रा भार वर्ग में पहले राउंड में जीत के बावजूद अपनी जर्सी के विवाद की वजह से सुर्खियों में छाए रहे. ये मसला सीधा भारतीय खेल तंत्र (बॉक्सिंग और भारतीय ओलिंपिक संघ) की लापरवाही का नतीजा रहा. मनोज कुमार की जर्सी पर भारत नहीं लिखा था. टिप्पणियां
एक वक्त तो ऐसा लगा कि मनोज कुमार की जीत हार में तब्दील कर दी जाएगी. यही नहीं भारतीय जर्सी की क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें रहीं. खासकर प्लेयर्स के ट्रैक सूट के कपड़े की क्वालिटी काफी खराब बताई गई. कई प्लेयर्स की जर्सी पर हफ्ते भर के अंदर ही फफूंद पड़ते दिखाई दिए.
दरअसल इस आयोजन से करीब दो महीने पहले ही नरसिंह यादव के ओलिंपिक में जाने को लेकर कई बड़े विवाद हुए. इससे न सिर्फ खेलों की साख पर बट्टा लगा बल्कि भारतीय खिलाडि़यों का अच्छा-खासा नुकसान भी हुआ. इनमें से कई विवादों की नींव ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही पड़ गई थी. भारतीय टीम और फैंस इन सभी विवादों के नतीजे बमुश्किल टीस के साथ ढो रहे हैं और नतीजा सबके सामने हैं.
एक वक्त तो ऐसा लगा कि मनोज कुमार की जीत हार में तब्दील कर दी जाएगी. यही नहीं भारतीय जर्सी की क्वालिटी को लेकर कई शिकायतें रहीं. खासकर प्लेयर्स के ट्रैक सूट के कपड़े की क्वालिटी काफी खराब बताई गई. कई प्लेयर्स की जर्सी पर हफ्ते भर के अंदर ही फफूंद पड़ते दिखाई दिए.
दरअसल इस आयोजन से करीब दो महीने पहले ही नरसिंह यादव के ओलिंपिक में जाने को लेकर कई बड़े विवाद हुए. इससे न सिर्फ खेलों की साख पर बट्टा लगा बल्कि भारतीय खिलाडि़यों का अच्छा-खासा नुकसान भी हुआ. इनमें से कई विवादों की नींव ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही पड़ गई थी. भारतीय टीम और फैंस इन सभी विवादों के नतीजे बमुश्किल टीस के साथ ढो रहे हैं और नतीजा सबके सामने हैं.
दरअसल इस आयोजन से करीब दो महीने पहले ही नरसिंह यादव के ओलिंपिक में जाने को लेकर कई बड़े विवाद हुए. इससे न सिर्फ खेलों की साख पर बट्टा लगा बल्कि भारतीय खिलाडि़यों का अच्छा-खासा नुकसान भी हुआ. इनमें से कई विवादों की नींव ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही पड़ गई थी. भारतीय टीम और फैंस इन सभी विवादों के नतीजे बमुश्किल टीस के साथ ढो रहे हैं और नतीजा सबके सामने हैं.
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आम्रपाली मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने दिए कई निर्देश
NBCC से सुप्रीम कोर्ट ने फ्लैट बिक्री पर मांगी रिपोर्ट
आम्रपाली रियल एस्टेट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कई निर्देश दिए हैं. नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (NBCC) को सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली की 2000 यूनिट (फ्लैट) को बेचने के लिए रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने घर खरीदने वालों से भी सुझाव मांगा है कि आम्रपाली के अनसोल्ड फ्लैट को कैसे बेचा जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट ने एनबीसीसी से कहा है कि वे खरीदारों को सुझाव दें कि जिन फ्लैटों की बिक्री नहीं हुई हैं, उन्हें कैसे डील किया जाएगा. 2300 करोड़ के मुल्य के खाली फ्लैट अब तक नहीं बेचे गए हैं.
जिन्होंने लोन लेकर फ्लैट खरीदा है, उनके बचाव के लिए सुप्रीम कोर्ट ने बैंकों को नोटिस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने बैंकों से पूछा है कि लंबित पेमेंट बैंक कब तक करेंगे, जिससे लोग अपने मकान खरीद सकें.
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से मकान खरीदने वाले लोगों के संबंध में जीएसटी सेवा कर की गणना कैसे की जाएगी इस पर भी सवाल पूछा है. कोर्ट ने सभी पार्टियों को त्रिपक्षीय समझौतों पर आगे बढ़ने को कहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने भुवनेश्वर और रायपुर रेवेन्यू अधिकारियों को भी जवाब दाखिल करने को कहा है कि कितनी राशि आम्रपाली की ओर से जमीन खरीदने के लिए दी गई.
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भारतीय रेल ने टिकट बुकिंग के लिए अपना नया ऐप आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट लांच कर दिया है. यह ऐप रेल टिकट की बुकिंग को 24/7 करने के साथ-साथ पुराने ऐप आईआरसीटीसी कनेक्ट से तेज और ज्यादा सुरक्षित है.
रेल मंत्रालय ने इस ऐप को 10 जनवरी को लांच किया और कुछ ही घंटों में एक लाख से ज्यादा बार इस ऐप को महज एंड्रॉएड पर डाउनलोड किया जा चुका है. रेल मंत्रालय का दावा है कि रेल टिकट बुक करने के लिए ये नया ऐप पुराने ऐप की सभी दिक्कतों को दूर कर देगा वहीं इसमें
सुरक्षा का पहलू
बेहद मजबूत है.
रेल टिकट बुकिंग का यह नया ऐप
आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट
दोनों एप्पल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
नए ऐप की ये हैं 10 खासियत
1. 24/7 सर्विस के चलते इस ऐप से दिन के किसी भी समय टिकट बुक किया जा सकता है.
2. इस मोबाइल ऐप को नेक्स्ट जेनरेशन ई-टिकटिंग सिस्टम से जोड़ा गया है.
3. इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान हो जाएगा.
4. जनरल, लेडीज, तत्काल और प्रीमियम तत्काल कोटा में भी इस ऐप से बुकिंग की जा सकती है.
5. वेबसाइट से बुक किए गए टिकट को कैंसल करने और टीडीआर करने की सुविधा इस ऐप में.
6. इस ऐप की मदद से करेंट बुकिंग, बोर्डिंग स्टेशन में बदलाव और पीएनआर एनक्वाइरी की जा सकती है.
7. इस ऐप के जरिए तत्काल बुकिंग भी कुछ सीमाओं के साथ की जा सकती है.
8. इस ऐप को खुद से जनरेटड पिन की मदद से लॉगइन किया जा सकता है. बार-बार यूजरनेम और पासवर्ड डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
9. नए यूजर टिकट बुकिंग के लिए इस ऐप से अपना अकाउंट बनाने और एक्टिवेट करने का काम कर सकते हैं. वहीं पुराने ऐप पर बुक किए गए टिकट को भी इस ऐप के जरिए कैंसल किया जा सकता है.
10. इस ऐप को आईआरसीटीसी ई-वॉलेट से जोड़ा गया है जिससे जल्दी और बिना किसी दिक्कत के ट्रांजैक्शन किया जा सके. वहीं बुकिंग की सुविधा के लिए इस ऐप को 40 बैंकों से जोड़ा गया है.
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दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार के
ऑड-इवन फॉर्मूले
का ब्लूप्रिंट गुरुवार को सामने आ सकता है. इस मुद्दे पर दिल्ली कैबिनेट ने बुधवार को बैठक में चर्चा की.
दोपहिया वाहनों को मिलेगी छूट
एक अधिकारी ने जानकारी दी कि ऑड-इवन फॉर्मूले के दायरे में दोपहिया वाहन नहीं आएंगे. दोपहिया वाहन चालकों को इस योजना से छूट मिलेगी, क्योंकि उनकी संख्या बेहद अधिक है, जिन्हें ढोने के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवा पर्याप्त नहीं है. अधिकारी ने कहा कि कार चलाने वाली महिलाओं को भी इस फॉर्मूले से अलग रखा जा सकता है.
दिल्ली में हैं 50 लाख दोपहिया वाहन
राजधानी में 50 लाख दोपहिया वाहन हैं, जो लगभग 90 लाख वाहनों का एक बड़ा हिस्सा हैं. शहर की हवा में बढ़ते
जहर
ने न्यायपालिका को कठोर कदम उठाने की मांग के लिए प्रेरित किया. वाहनों का सम-विषम फॉर्मूला सीएनजी से चलने वाले सार्वजनिक वाहनों व आपात वाहनों जैसे एंबुलेंस पर लागू नहीं होगा.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को सरकार से कहा कि सम-विषम फॉर्मूले के क्रियान्वयन के दौरान शारीरिक रूप से अक्षम यात्रियों की चिंता पर विचार करें.
इनपुट- IANS
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पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों समेत कई दुर्दांत अपराधियों को फांसी के तख्ते पर लटकाने वाले मम्मू जल्लाद ने इच्छा जताई है कि मुंबई हमले के आरोपी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को फांसी देने के लिए उसे बुलाया जाए। मम्मू ने मंगलवार को कहा कि मुंबई हमले के एकमात्र जिंदा आतंकवादी कसाब को खुले मैदान में फांसी पर लटकाया जाए। इससे लोगों को इस बात का पता लग सकेगा कि देश पर बुरी नजर डालने वाले का हश्र क्या होता है। उन्होंने इच्छा जताई कि कसाब को फांसी देने के लिए उन्हें बुलाया जाए। मम्मू ने कहा कि फांसी का काम उसे विरासत में मिला है और उसकी चार पीढ़ियां यही काम करती आ रही हैं। मम्मू ने बताया कि दादा राम रक्खा ने ही शहीद भगत सिंह को अंग्रेजों के जमाने में फांसी दी थी। इसी तरह दिल्ली के रंगा और बिल्ला को मम्मू के पिता कल्लू जल्लाद ने फांसी पर लटकाया था। उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के थाना टीपीनगर इलाके के रहने वाले 62 वर्षीय मम्मू जल्लाद देश का पहला ऐसा जल्लाद है, जो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों से लेकर देश के कई दुर्दांत अपराधियों को फांसी पर लटका चुका है।
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राष्ट्रीय राजधानी के बीचों बीच स्थित रानी झांसी रोड पर एक फैक्ट्री में रविवार सुबह लगी भीषण आग में मारे गए श्रमिकों के परिवार वाले अपनों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं. सभी झुलसे हुए लोगों और मृतकों को आरएमएल अस्पताल, एलएनजेपी और हिंदू राव अस्पताल ले जाया गया है, जहां लोग अपने रिश्तेदारों को ढूंढने के लिए चक्कर काट रहे है. पुलिस के अनुसार उत्तरी दिल्ली में रविवार सुबह लगी इस भीषण आग में 43 लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए हैं. इनमें से अधिकतर श्रमिक हैं.
इस हादसे में एलएनजेपी में अपने ससुर जसीमुद्दीन (56) और अपने अन्य रिश्तेदार फैसक खाक (25) को ढूंढने पहुंचे मोहम्मद ताज अहमद (40) ने कहा कि उन्हें सुबह-सुबह दोनों के आग में फंसने की जानकारी मिली. उन्होंने कहा, ‘वे अनाज मंडी इलाके में कपड़े की एक फैक्ट्री में काम करते थे. मैं अनाज मंडी पहुंचा, लेकिन पुलिस प्रतिबंध और बचाव अभियान जारी होने के कारण अपने रिश्तेदारों को नहीं ढूंढ पाया. इसके बाद में एलएनजेपी गया, लेकिन पुलिस और अस्पताल के कर्मचारियों ने कुछ नहीं बताया.'
अहमद ने कहा कि आखिरी बार उनसे कल दोपहर तीन बजे बात हुई थी, लेकिन अब कोई फोन नहीं उठा रहा है. मोहम्मद आसिफ ने कहा कि उनके रिश्ते के भाई इमरान (32) और इकरम (35) थैले बनाने की फैक्ट्री में काम करते थे और हादसे में झुलस गए. दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं भजनपुरा में रहता हूं. सुबह करीब छह बजे मुझे मुरादाबाद से मेरे भाईयों के घायल होने की जानकारी देने के लिए फोन आया. मैं अनाज मंडी पहुंचा, लेकिन पुलिस की भारी तैनाती की वजह से उन्हें कहीं ढूंढ नहीं पाया. पुलिस ने हमें बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया है, लेकिन किस अस्पताल यह नहीं पता. हमने यहां (एलएनजेपी) उन्हें ढूंढा, लेकिन उनको यहां लाए जाने की पुष्टि नहीं हो पाई है.'
वहीं बिहार के बेगूसराय के रहने वाले 23 वर्षीय मनोज ने बताया कि उनका 18 साल का भाई इस ‘हैंडबैग' बनाने वाली इकाई में काम करता है. उन्होंने कहा, ‘मेरे भाई के दोस्त से मुझे जानकारी मिली कि वह इस घटना में झुलस गया है. मुझे कोई जानकारी नहीं है कि उसे किस अस्पताल में ले जाया गया है.' वहीं एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, ‘कम से कम इस इकाई में 12-15 मशीनें लगी हुई हैं. मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि फैक्ट्री मालिक कौन है.' व्यक्ति ने कहा, ‘मेरे संबंधी मोहम्मद इमरान और इकरमुद्दीन फैक्ट्री के भीतर ही थे और मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि अब वे कहां हैं.'
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मुंबई हमले के दोषी आतंकी अजमल कसाब की फांसी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को इससे संबंधित नोटिस भी भेजा है। अब 31 जनवरी से इस मामले पर नियमित सुनवाई होगी। कसाब मुंबई हमले के दौरान ज़िंदा पकड़ा गया इकलौता आतंकवादी है, जिसे निचली अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी कसाब की मौत की सजा पर मुहर लगा दी थी। कसाब ने बॉम्बे हाईकोर्ट के इस फैसले को जेल से ही याचिका भेजकर चुनौती दी थी। 2008 में 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमले में 166 लोग मारे गए थे।
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केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि सीमा पार से घुसपैठ अब भी जारी है. साथ ही शिंदे ने कहा कि चाहे पड़ोसी कैसा भी हो संबंध कायम रखने की जरुरत है.
एजेंडा आज तक के '26/11 से क्या सीखा हमनेः क्या हम आतंकवाद से लड़ाई में सक्षम हैं' विषय पर बोलते हुए शिंदे ने कहा कि कई आतंकी ताकतों को हमारे पड़ोसी देश से आर्थिक मदद मिल रही है. शिंदे ने कहा कि भारत कई अंतरराष्ट्रीय समितियों का हिस्सा बना है जो आतंकवाद के खिलाफ काम कर रही है. शिंदे ने कहा कि 26/11 के बाद भी देश में कई आतंकी हमले हुए हैं. शिंदे ने कहा कि 2008 के बाद सरकार कड़े कानून लेकर आई है.
एक सवाल के जवाब में शिंदे ने कहा कि आतंक संबंधी मामलों की जांच करने के लिए एनआईए की स्थापना की गई है. देश में चार जगहों पर एनएसजी का गठन किया है. साथ ही शिंदे ने कहा कि सुरक्षा के आधुनिकीकरण पर 12000 करोड़ रुपये का खर्चा है. शिंदे ने कहा कि तटीय इलाकों में सुरक्षा और मजबूत की गई है.
शिंदे ने एक सवाल के जवाब में कहा 26/11 के आरोपी कसाब को फांसी देने की प्रक्रिया जानबूझकर गुप्त रखा गया. शिंदे ने कहा कि देश के लिए कुछ फैसले जानबूझकर गुप्त रखकर लिए जाते हैं. साथ ही शिंदे ने कहा कि मेरा पहला केस कसाब का था जिसे मैंने पूरा किया.
शिंदे ने कहा कि मेरे पास सात और माफीनामा केस है और समय पर उन पर भी कोई फैसला ले लिया जाएगा. इसके अलावा शिंदे ने कहा कि संसद हमले के आरोपी अफजल गुरू की फाइल गृह मंत्रालय के पास है और जल्द ही अफजल गुरूवार के माफीनामे पर फैसला किया जाएगा.
माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर पूछे गए सवाल पर शिंदे ने कहा कि दाऊद ही नहीं बल्कि अन्य आरोपियों को भी भारत लाने की कोशिश की जाएगी. पाक के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक के भारत दौरे पर आने को लेकर शिंदे ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय रिश्ते होते हैं, उन्हें भारत तो बुलाना पड़ेगा ही. साथ ही शिंदे ने कहा कि हमने चीन से युद्ध लड़ा था तो इसका मतलब यह नहीं हम उनसे बातचीत के रिश्ते भी तोड़ लें.
खुफिया विभाग से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि कई साल पहले हमारे खुफिया विभाग में कुछ कमी थी. शिंदे ने कहा कि मैं किसी आतंकी हमले के लिए खुफिया विभाग को ही जिम्मेदार नहीं ठहराउंगा और देश की जनता को भी संदिग्ध आतंकियों के प्रति सजग रहना होगा. भारत-पाक क्रिकेट को लेकर शिंदे ने कहा कि खेल और सांस्कृतिक रिश्ते बने रहने चाहिए.
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अपने ज़माने के मशहूर क्रिकेटर और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रवि शास्त्री ने भारत की मौजूदा क्रिकेट टीम को बदल डालने की सलाह दी है.
नए चेहरों की तलाश जरुरी
शास्त्री ने कहा है कि अब वक़्त आ गया है कि टीम के लिए नए चेहरों की तलाश की जाए, जो 2011 के वर्ल्डकप में भारत का परचम लहरा सकें. उन्होंने कहा कि जो टीम इस बार टी-ट्वेंटी के सेमी फाइनल में नहीं पहुंच सकी उस पर भला क्या भरोसा किया जा सकता है.
पुराने घोड़ों के दम पर रेस नहीं जीत सकते
एक अख़बार को इंटरव्यू देते हुए रवि शास्त्री ने कहा है कि हम पुराने घोड़ों के दम पर रेस नहीं जीत सकते लिहाज़ा चयनकर्ताओं को वक्त रहते नई प्रतिभाओं को आज़माना चाहिए.
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ज़्यूरिख़ कैन्टन (जर्मन व अंग्रेज़ी: Zürich) स्विट्ज़रलैंड के पूर्वोत्तरी भाग में स्थित एक कैन्टन (प्रान्त से मिलता-जुलता प्रशासनिक विभाग) है। यहाँ की राजभाषा जर्मन है लेकिन यहाँ के निवासी अधिकतर ज़्यूरिख़तूउश (Züritüütsch) नामक जर्मन की एक स्थानीय उपभाषा बोलते हैं। ज़्यूरिख़ कैन्टन सन् १३५१ में स्विस परिसंघ का हिस्सा बना था।
सही उच्चारण
'ज़्यूरिख़' में 'ख़' अक्षर के उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह बिना बिन्दु वाले 'ख' से ज़रा भिन्न है। इसका उच्चारण 'ख़राब' और 'ख़रीद' के 'ख़' से मिलता है।
इन्हें भी देखें
स्विट्ज़रलैंड के कैन्टन
सन्दर्भ
ज़्यूरिख़ कैन्टन
स्विट्ज़रलैंड के कैन्टन
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फिल्मों की कमाई के लिहाज से 2018 में मई का महीना काफी बेहतरीन साबित हो रहा है. अब तक तीन बड़ी फिल्में अलग-अलग हफ्तों में रिलीज हुईं. तीनों, बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन निकालने में कामयाब हुई हैं. इन तीन फिल्मों में अमिताभ बच्चन-ऋषि कपूर की 102 नॉटआउट, आलिया भट्ट-विक्की कौशल की राजी और हॉलीवुड फिल्म के रूप में रेयान रेनॉल्ड्स की डेडपूल 2 शामिल है.
ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने फिल्मों के अब तक के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के आंकड़े जारी किए हैं. इसके मुताबिक डेडपूल 2 ने वीकेंड में तीन दिन के अंदर ही 33.40 करोड़ रुपए की कमाई कर ली. ये कमाई भारत में रिलीज सभी भाषाओं की है. बता दें कि ये फिल्म भारत में अंग्रेजी, हिंदी के साथ ही तमिल और तेलुगु में भी रिलीज हुई है. फिल्म के चौथे दिन का कलेक्शन आना अभी बाकी है.
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राजी सुपरहिट
उधर, दूसरे हफ्ते में भी राजी की कमाई जारी है. फिल्म अब तक 82.03 करोड़ कमा चुकी है. ये फिल्म तेजी से 100 करोड़ क्लब की ओर बढ़ रही है. पहले आशंका थी कि डेडपूल 2 के आ जाने से बॉक्स ऑफिस पर राजी की कमाई प्रभावित होगी. पर ऐसा होता नहीं दिख रहा. दूसरे हफ्ते में भी राजी काफी मजबूत बनी हुई है. तीसरे हफ्ते में अमिताभ और ऋषि की 102 नॉटआउट ने भी ठीक-ठाक कलेक्शन निकाला है.
#1. भारत में बॉक्स ऑफिस पर डेडपूल 2 के 3 दिन
शुक्रवार : 11.25 करोड़
शनिवार : 10.65 करोड़
रविवार : 11.50 करोड़
अब तक भारत में कुल कमाई : 33.40 करोड़
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#2. बॉक्स ऑफिस पर इस तरह राजी ने की कमाई
पहला हफ्ता : 56.59 करोड़ रुपये
दूसरे हफ्ते का शुक्रवार : 4.75 करोड़
शनिवार : 7.54 करोड़
रविवार : 9.45 करोड़
सोमवार : 3.70 करोड़
दूसरे हफ्ते में अब तक की कुल कमाई : 25.44 करोड़
भारत में अब तक की कुल कमाई : 82.03 करोड़
#3. 102 नॉटआउट ने ऐसे की कमाई
पहला हफ्ता : 27.70 करोड़
दूसरा हफ्ता : 14.16 करोड़
तीसरे हफ्ते का शुक्रवार : 77 लाख
शनिवार : 1.25 करोड़
रविवार : 1.68 करोड़
सोमवार : 65 लाख
तीसरा हफ्ते में अब तक की कमाई : 3.70 करोड़
अब तक भारतीय बाजार में कुल कमाई : 46.28 करोड़
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: 13 साल का गुलाम हुसैन आखिरकार मंगलवार को गुजरात के जामनगर ज़िले के रिमांड होम से रिहा किया गया। इस रिमांड होम में गुलाम करीब एक साल से रखा गया था।
पिछले साल फरवरी में भारत की समुद्री सीमा में मछली पकड़ते हुए गुलाम अपने पिता और अन्य मछुआरों सहित पकड़ा गया था। तभी से वो जामनगर के रिमांड होम में था।
इस साल जुलाई में ईद के मौके पर भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के साथ अच्छे रिश्तों के लिए कई मछुआरों को छोडा था। इस वक्त गुलाम के पिता जुमान जेबा भी छोड़ दिए गए थे। लेकिन उस वक्त पाकिस्तानी अधिकारीयों द्वारा गुलाम के नाम को लेकर कुछ गलतफहमी हो गई, जिससे उसकी रिहाई के कागज़ात नहीं आए। इस वजह से गुलाम की रिहाई नहीं हो पाई थी।टिप्पणियां
लेकिन गुजरात पुलिस और पाकिस्तान के मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की कोशिशों से आखिरकार मंगलवार को उसे रिहा कर दिया गया है। गुजरात पुलिस की टीम उसे लेकर निकली है। 8 अक्टूबर की शाम टीम वाघा बोर्डर पहुंच जाएगी।
9 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उसे पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा और फिर वो दोबारा अपने परिवार से मिलेगा।
पिछले साल फरवरी में भारत की समुद्री सीमा में मछली पकड़ते हुए गुलाम अपने पिता और अन्य मछुआरों सहित पकड़ा गया था। तभी से वो जामनगर के रिमांड होम में था।
इस साल जुलाई में ईद के मौके पर भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के साथ अच्छे रिश्तों के लिए कई मछुआरों को छोडा था। इस वक्त गुलाम के पिता जुमान जेबा भी छोड़ दिए गए थे। लेकिन उस वक्त पाकिस्तानी अधिकारीयों द्वारा गुलाम के नाम को लेकर कुछ गलतफहमी हो गई, जिससे उसकी रिहाई के कागज़ात नहीं आए। इस वजह से गुलाम की रिहाई नहीं हो पाई थी।टिप्पणियां
लेकिन गुजरात पुलिस और पाकिस्तान के मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की कोशिशों से आखिरकार मंगलवार को उसे रिहा कर दिया गया है। गुजरात पुलिस की टीम उसे लेकर निकली है। 8 अक्टूबर की शाम टीम वाघा बोर्डर पहुंच जाएगी।
9 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उसे पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा और फिर वो दोबारा अपने परिवार से मिलेगा।
इस साल जुलाई में ईद के मौके पर भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के साथ अच्छे रिश्तों के लिए कई मछुआरों को छोडा था। इस वक्त गुलाम के पिता जुमान जेबा भी छोड़ दिए गए थे। लेकिन उस वक्त पाकिस्तानी अधिकारीयों द्वारा गुलाम के नाम को लेकर कुछ गलतफहमी हो गई, जिससे उसकी रिहाई के कागज़ात नहीं आए। इस वजह से गुलाम की रिहाई नहीं हो पाई थी।टिप्पणियां
लेकिन गुजरात पुलिस और पाकिस्तान के मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की कोशिशों से आखिरकार मंगलवार को उसे रिहा कर दिया गया है। गुजरात पुलिस की टीम उसे लेकर निकली है। 8 अक्टूबर की शाम टीम वाघा बोर्डर पहुंच जाएगी।
9 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उसे पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा और फिर वो दोबारा अपने परिवार से मिलेगा।
लेकिन गुजरात पुलिस और पाकिस्तान के मानव अधिकार कार्यकर्ताओं की कोशिशों से आखिरकार मंगलवार को उसे रिहा कर दिया गया है। गुजरात पुलिस की टीम उसे लेकर निकली है। 8 अक्टूबर की शाम टीम वाघा बोर्डर पहुंच जाएगी।
9 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उसे पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा और फिर वो दोबारा अपने परिवार से मिलेगा।
9 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उसे पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा और फिर वो दोबारा अपने परिवार से मिलेगा।
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एक नेता की तमाम परिभाषाओं में मेरी पसंदीदा परिभाषा अमेरिकी फ्यूचरोलॉजिस्ट जोएल बार्कर की दी हुई है. वे कहते हैं कि नेता वह शख्स होता है जिसके पीछे अन्य लोग उस जगह पहुंचने के लिए चलते हैं जहां वे अपने आप नहीं पहुंच सकते. इस परिभाषा में ‘पीछे चलने के चयन’ पर जोर अपने आप नेतृत्व के विकृत, उत्पीड़क स्वरूप को खारिज करता है.
इसके अतिरिक्त, परिभाषा का एक आशय यह भी है कि नेता वह हो जिसके पास विलक्षण नजरिया हो: वह नजरिया जो लोगों को उनकी वाजिब जगह पर ले जाने में सक्षम हो. भारत के अधिकतर नेताओं की विफलता दरअसल भारत के लिए एक प्रासंगिक नजरिया बनाने, लागू करने और उसके साथ जी पाने की अक्षमता है. वे ऐसे किसी काम से डरते हैं क्योंकि विलक्षण नजरिए के लिए साहस, संकल्प और व्यक्तिगत त्याग की जरूरत पड़ती है.
फिलहाल, हम सबके मामले में ऐसा लग रहा है कि बिना किसी सोच के उठाए गए कदम हमारे मामले में कारगर सिद्ध हो रहे हैं. इससे ज्यादा कुछ भी करने के लिए भविष्य की सोच और खुद से ऊपर उठने की दरकार होती है. इसमें चिंता की क्या बात है? इसका तुरंत जवाब है: भारत खतरे में है. भारत को स्पप्नद्रष्टा नेता चाहिए. मोदी बनाम राहुल के मैच के लिए जब देश कमर कस रहा हो, ऐसे में हमें खुद से यह सवाल पूछने की जरूरत है कि इन दोनों में से कौन बड़ा स्वप्नद्रष्टा है? और कौन हमें वास्तविक नतीजे देगा?
किसी भी नेता का नजरिया पूरी तरह से उसकी निजी चीज है. क्या राहुल गांधी का भारत को लेकर कोई निजी नजरिया है? क्या उन्हें ऐसा लगता है कि भारत को उसके लोगों की नजर में अहमियत दिलाने और दुनिया के लिए प्रासंगिक बनाने के लिए कुछ बुनियादी काम किया जाना है? अगर ऐसा कोई नजरिया उनके पास है, तो उन्हें इसे आकार देना चाहिए. हाल ही में राज्य में चुनावी जीत की लहर पर सवार नरेंद्र मोदी का नजरिया कहीं ज्यादा समझ में आता है, अलबत्ता उनका दायरा ह्नेत्रीय है. राज्य को चलाना और भारत को चलाना दो निहायत अलहदा बातें हैं.
पिछले एकाध साल में गुजरात होकर आने वाला कोई भी व्यक्ति उनके प्रतिबद्ध शासन और आर्थिक प्रगति की सराहना के सागर में गोते लगाता हुआ लौटा है. लेकिन इस सराहना पर गहरा साया मंडरा रहा है. काम करवा लेने की मोदी की क्षमता दरअसल एक तानाशाही प्रवृत्ति लिए हुए है. इसके बाद जब आप सांप्रदायिक हिंसा के शिकार पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की आवाजें सुनते हैं, तो जाहिर तौर पर इसकी छाया और गहरी तथा घनघोर हो जाती है.
मोदी के दिल्ली तक सफर में किसी को तो राष्ट्र से माफी मांगनी ही होगी. मोदी के लिए भारत के प्रति दृष्टि को समावेशी होना होगा. तिरंगे में सिर्फ एक पट्टी केसरिया है और उसका भी आशय किसी मजहब से नहीं है, यह बात मोदी को याद रखनी होगी.
जो भी नजरिया हो, वह स्पष्ट और साहसी होना चाहिए. लोग पहाड़ पर चढऩा पसंद करते हैं, दीमक की बांबियों पर नहीं. राहुल गांधी देश को कौन से पहाड़ पर चढ़ाना चाहते हैं, अब तक कोई नहीं जानता. फिलहाल वे ऐसे शख्स के रूप में हमारे सामने हैं जो पक रहा है, जिसका अभी सामने आना बाकी है. लेकिन यहीं एक सवाल भी खड़ा होता है: क्या वे अनिच्छुक नेता बनने जा रहे हैं? स्वप्नद्रष्टा नेता अनमना नहीं हो सकता.
राहुल गांधी की ही यह अनिच्छा कई तरीकों से सामने आती है. सत्ता के डर, सत्ता के जहर वाली उनकी हालिया बातचीत वास्तव में ईमानदारी से कही गई थी, लेकिन अब डरने से होगा भी क्या. काफी देर हो चुकी है. भारत में नतीजे देना दुनिया का सबसे मुश्किल काम है. यहां सत्ता के विचार के साथ सहजता की दरकार होती है.
भारत के संदर्भ में प्रासंगिक नजरिए की जरूरत अभूतपूर्व ऐतिहासिक अनिवार्यता बन चुकी है. ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं रही है. एक ओर राज्य विफल हो रहा है और दूसरे छोर पर हमारा समाज दरकता और बिखरता जा रहा है. वे तो हमारे सभ्यतागत मूल्य और संस्कृति हैं जिनके सहारे समाज ने चीजों को तमाम उतार-चढ़ावों में भी बांधे-बचाए रखा है. हमारी एक सामूहिक नैतिकता और मूल्यबोध है जो आपसी भाईचारे और संयम को बनाए रखती है. हमारा समाज विजेताओं की लूट का समाज नहीं रहा है लेकिन आज साफ तौर पर नजर आता है कि हम चौराहे पर खड़े हैं और एक सवाल प्रेत की तरह सिर उठाए है: भारतीय होने का अर्थ क्या है?
देश को चलाने की ख्वाहिश रखने वाले नेता को इस सवाल का जवाब देना ही होगा. इसका जवाब विचारों का घालमेल नहीं हो सकता, न ही सलाहकारों के चापलूसी भरे मुहावरों से काम चलने वाला है. सिर्फ एफडीआइ और नरेगा इसका जवाब नहीं है. इसका जवाब भीतर से आना होगा. इसे इतना महत्वाकांक्षी और प्रेरणादायी होना होगा जो इस गणराज्य को आगे ले जा सके और समाज को हाशिये से खींचकर केंद्र में ला सके. समाज ढह गया तो राज्य तंत्र नहीं बच पाएगा.
नेतृत्व की पहचान एक महान दृष्टि का होना है, लेकिन सवाल है कि यह कैसे तय हो कि वह नजरिया सही है या नहीं? इसका जवाब कोई नहीं दे सकता. सिर्फ स्वप्नदृष्टा जानता है कि उसका सही वक्त कब आएगा क्योंकि उद्देश्य की एकता उसके भीतर ही समाहित है. बिल्कुल उस क्षण सत्ता विनाशक नहीं रह जाती, वह अपने वाहक को चोट नहीं पहुंचाती बल्कि व्यापक उद्देश्य के हित के लिए समर्पण करने को तैयार रहती है. नजरिया अगर लोगों को जोड़ सकता है तो बांट भी सकता है.
नेता भी आखिरकार सामान्य लोगों में से ही आते हैं और वे भी डरते हैं कि कहीं उनकी गहराइयां सामने वाला नाप न ले. नेतृत्व अपने साथ अंतर्निहित जोखिम लेकर आता है. यह एक ऐसा खेल है जिसके नतीजों की गारंटी नहीं दी जा सकती. और यह बात हमसे और आपसे कहीं ज्यादा, मोदी और राहुल जानते हैं.
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वे इस बात से अच्छी तरह रू-ब-रू होने के बावजूद इसका क्या इस्तेमाल करेंगे?
सुब्रतो बागची एक उद्यमी हैं और अंतरराष्ट्रीय आइटी कंसल्टेंट फर्म माइंडट्री के सह-संस्थापक हैं
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पाकिस्तान के 19 वर्षीय युवक को नई दिल्ली में संसद भवन के निकट गिरफ्तार कर लिया गया. बुधवार की रात वह राष्ट्रपति भवन में घुसने का प्रयास कर रहा था. युवक की पहचान अफताब खान के रूप में की गई है और वह इस्लामाबाद का रहने वाला है. उसे बुधवार की रात लगभग 9.30 बजे गिरफ्तार किया गया.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) सेजू पी. कुरुविल्ला ने बताया, 'जब उसे रोका गया, उसने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि उसका पासपोर्ट और वीजा अंबाला में खो गया है. वह मदद मांगने के लिए भारत की राष्ट्रपति से मिलना चाहता है. वह चाहता है कि उसकी वीजा अवधि बढ़ा दी जाए.'
पाकिस्तानी युवक के पास यात्रा संबंधी कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए जाने पर उसे विदेशी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया. गुरुवार को उसे एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया. कुरुविल्ला ने कहा, 'हम युवक से पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उसके पास से कोई तथ्यपूर्ण दस्तावेज नहीं मिला है. हम उसके दावों का सत्यापन भी कर रहे हैं.'
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झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार शाम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेगा. इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी शामिल होंगे. दरअसल झामुमो की ओर से सीएनटी और एसपीटी एक्ट में संशोधन से जुड़ा अध्यादेश को वापस करने का राष्ट्रपति से अनुरोध किया जाएगा.
झामुमो
के मुताबिक जिस तरह से सीएनटी और एसपीटी एक्ट में संशोधन के लिए अध्यादेश लाया गया वह उचित नहीं है. इस पर सभी से विचार किया जाना चाहिए था.
क्या है सीएनटी/एसपीटी एक्ट 1908
सीएनटी यानि छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम 1908 दरअसल छोटानागपुर और संथालपरगना में आदिवासी जमीन के अवैध तरीके से हो रहे खरीद फरोख्त को रोकने के लिए अंग्रेजो द्वारा बनाया गया था. हालांकि समय-समय पर इसमें संसोधन होते रहे हैं. यह एक्ट संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल है और यह ज्यूडिशल रिव्यु से बाहर है. सीएनटी एक्ट की धारा 46 के मुताबिक राज्य के छोटानागपुर और पलामू डिविजंस में एससी/एसटी या ओबीसी की जमीन सामान्य लोग नहीं खरीद सकते. वहीं इन जातियों के लोगों पर भी बिना उपायुक्त की अनुमति के अपने ही लोगों को जमीन हस्तांतरित करने या बेचने पर पाबंदी है.
इसके अलावा दो आदिवासियों के बीच जमीन की बिक्री उपायुक्त की अनुमति से की जा सकती है, बशर्ते दोनों एक ही थाना क्षेत्र के रहनेवाले हों. वहीं अफसरों द्वारा गलत शपथ पत्र के द्वारा जमीन हासिल करने पर आईपीसी की धारा 463 और 466 के तहत दो से सात वर्षों की सजा का प्रावधान है, साथ ही खरीदी हुई जमीन भी मूल रैयत को लौटानी होगी.
पूरे सत्र में कामकाज ठप रहा
गौरतलब है कि
झारखंड विधानसभा
के मानसून सत्र में एक भी दिन सुचारू ढंग से काम नहीं हुआ. वैसे सूबे में सीएनटी/एसपीटी एक्ट को धता बताकर हजारों लोगों ने गलत तरीके से आदिवासियों की जमीन हड़पी है. ऐसे करीब 10 हजार मामले आज भी विभिन्न न्यायालयों में लंबित है.
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आयरलैंड में गर्भपात पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए किए गए जनमत संग्रह में 66.4 लोगों ने इसके पक्ष में मतदान किया. जनमत के नतीजों के मुताबिक 66 फीसद से ज्यादा लोग चाहते थे कि यह प्रतिबंध हटाया जाए जबकि 33 फीसदी लोग गर्भपात पर प्रतिबंध के पक्षधर थे.
खास बात यह रही कि इस पूरी मुहिम के पीछे एक भारतीय महिला रही. आयरलैंड में भारतीय दंतचिकित्सक सविता हलप्पनवार को 2012 में गर्भपात की इजाजत नहीं मिलने पर एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी. इसके बाद से ही देश में गर्भपात पर चर्चा छेड़ दी.
सविता के पिता आनंदप्पा यालगी ने कर्नाटक स्थित अपने घर से कहा कि उन्हें आशा है कि आयरलैंड की जनता उनकी बेटी को याद रखेंगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक यहां महिला की जान को खतरा होने की स्थिति में ही गर्भपात की इजाजत है लेकिन बलात्कार के मामलों में भी गर्भपात को मंजूरी नहीं है.
भारतीय मूल के प्रधानमंत्री लियो वरदकर ने शनिवार को जनमत संग्रह के नतीजों की घोषणा की. वरदकर ने कहा, “लोगों ने अपनी राय जाहिर कर दी. उन्होंने कहा है कि एक आधुनिक देश के लिए एक आधुनिक संविधान की जरूरत है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आयरलैंड के मतदाता, “महिलाओं के सही निर्णय लेने और अपने स्वास्थ्य के संबंध में सही फैसला करने के लिए उनका सम्मान और उन पर यकीन करते हैं." उन्होंने कहा कि हमने जो देखा वह आयरलैंड में पिछले 20 साल से हो रही शांत क्रांति की पराकाष्ठा है.
दरअसल आयरलैंड में यूरोप के कुछ कड़े गर्भपात संबंधी कानूनों को लचीला बनाने को लेकर जनमत संग्रह में हिस्सा लिया था. आयरलैंड पारंपरिक रूप से यूरोप के सबसे धार्मिक देशों में से एक है. हालांकि बाल यौन उत्पीड़न के मामले सामने आने के बाद हाल के वर्षों में कैथोलिक चर्च का प्रभाव कम हुआ है.
कैसे हुई सविता की मौत
आयरलैंड के डॉक्टरों ने एक कैथोलिक देश का हवाला देकर सविता को
गर्भपात की इजाजत नहीं
दी थी. इसी वजह से 31 वर्षीय भारतीय दंत चिकित्सक सविता को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. वह उस वक्त सविता 17 हफ्तों की गर्भवती थीं.
सविता के पति प्रवीण हालापनवर ने बताया था कि एक दिन भारी पीड़ा में बिताने और यह बताए जाने के बाद कि वह जीवित बच्चे को जन्म नहीं दे पाएंगी, सविता ने चिकित्सीय रूप से गर्भपात करने को कहा.
प्रवीण ने बताया था कि डॉक्टरों ने यह मांग खारिज कर दी क्योंकि भ्रूण में अभी भी दिल की धड़कन मौजूद थी और यह कहा कि ‘यह एक कैथोलिक देश है.’ बाद में मृत भ्रूण को हटा कर सविता को सघन चिकित्सा कक्ष में रखा गया, जहां 28 अक्टूबर 2012 को सेप्टिसेमिया के कारण उनकी मौत हो गई थी.
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बीएससी एयरोनॉटिक्स करने की चाहत रखने वाले छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है. देश की जानी मानी यूनिवर्सिटी जामिया मिलिया इस्लामिया अब पवन हंस लिमिटेड के साथ मिलकर बीएससी एयरोनॉटिक्स कोर्स शुरू करने जा रही है. इस कोर्स को शुरू करने वाली जामिया मिलिया पहली यूनिवर्सिटी होगी, जो छात्रों को ड्यूल डिग्री देगी.
यूनिवर्सिटी प्रशासन के मुताबिक जामिया से बीएससी एयरोनॉटिक्स कोर्स करने वाले छात्रों को स्नातक की डिग्री जामिया की ओर से दी जाएगी, जबकि मेंटेनेंस इंजीनियरिंग एयरक्राफ्ट के लिए सर्टिफिकेट नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) देगा. यह तीन वर्षीय बीएससी डिग्री कोर्स होगा, जिसमें वही छात्र आवेदन कर पाएंगे, जिन्होंने 12वीं में साइंस और मैथ्स के कॉम्बिनेशन की पढ़ाई की होगी.
बीएससी एयरोनॉटिक्स कोर्स के दाखिले के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम देना होगा. इस कोर्स का थ्योरी पार्ट जामिया के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से कराया जाएगा, जबकि प्रैक्टिकल ट्रेनिंग हेलिकॉप्टर कंपनी पवन हंस लिमिटेड (पीएचएल) देगी.
जामिया विश्वविद्यालय
ने इस कोर्स के लिए पवन हंस लिमिटेड के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है.
जामिया
के वाइस चांसलर प्रोफेसर तलत अहमद के मुताबिक देश-विदेश में नागरिक उड्डयन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे इस सेक्टर से जुड़ने की चाह रखने वाले छात्रों को बीएससी एयरोनॉटिक्स कोर्स का विशेष लाभ मिलेगा. पीएचएल के मैनेजिंग डायेक्टर डॉ बीपी शर्मा के मुताबिम भारत के बेड़े में 380 एयरक्रॉफ्ट और 280 हेलिकॉप्टर है. आगामी चार-पांच सालों में 500 एयरक्रॉफ्ट और शामिल हो जाएंगे. लिहाज़ा भविष्य में इस सेक्टर में जॉब ओपनिंग भी ज्यादा होंगी. बड़ी तादाद में प्रशिक्षित इंजीनियरों और कर्मियों की जरूरत होगी.
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: जेल और कैदी, इन दोनों ही शब्दों से हमारा समाज तय दूरी बनाकर रखना चाहता है। लेकिन इस सच्चाई को पूरी मनोस्थिति से कोई स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि न तो जेल इस दुनिया के बाहर की चीज है और न ही कैदी किसी बाहरी दुनिया के प्राणी हैं। यह सब हमारी सामाजिक व्यवस्था का ही एक हिस्सा हैं।
जेल में जो बंद है, कोई जरूरी नहीं कि वो प्रवृति से अपराधी है, अथवा उसमें सुधार की कोई गुंजाइश ही नही है, बल्कि अधिकतर मामलों में सुधार की गुंजाइश होती है। अगर जरूरत है तो बस उनके मन और आत्मा के स्तर पर सुधार के प्रयास करने की। अपराध को कम करने के लिए जरूरी है कि अपराधी को सुधारने की दिशा में काम किया जाए।
जेलों और कैदियों के बीच हस्तक्षेप के माध्यम से अपराध रोकने की दिशा में काम कर रही एनजीओ 'अंतरक्रान्ति' द्वारा जारी एक रपट में कई ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किए गए हैं जो अपराधियों के सुधार की दिशा में एक नजीर की तरह हैं। सितम्बर 2015 में रिहा हो चुके आठ कैदियों के साथ अंतरक्रान्ति ने नेचुरल हर्बल गुलाल बनाने का काम स्टार्ट-अप के रूप में शुरू किया। यह पूरा का पूरा प्रोजेक्ट उन आठ कैदियों, जिनमें से कुछ पर मर्डर इत्यादि के गंभीर आरोप भी रहे हैं के साथ शुरू हुआ। संस्था के प्रयासों से उनके जीवन में अतुलनीय परिवर्तन आया है।
संस्था ने यह प्रकल्प 2010 में 'फेस्टिवल्स ऑफ़ इंडिया' सीरीज़ के साथ दिल्ली के तिहाड़ जेल से शुरू किया गया, जिसमें कैदियों को दीये व राखी बनाना सिखाया जाता था और समय के साथ अब यह प्रकल्प काफी बड़ा हो चुका है। सन 2010 में जब इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था, तब कुल 500 किलो गुलाल कैदियों द्वारा बनाया गया था, जबकि वर्तमान में यह 7000 किलो तक पहुंच चुका है।
चूंकि इस प्रक्रिया में जेल और कैदी दोनों जुड़े रहे हैं, इसलिए अरारोट जैसे खाद्य पदार्थों से बना व इको-फ्रेंडली आकर्षक पैकिंग में पैक यह गुलाल गुणवत्ता आदि के लिहाज से ध्यान में रखा जाता है कि यह त्वचा के लिए है, इसलिए हानिकारक बिल्कुल न हो।
तिहाड़ की जेल संख्या 5 में डकैती और लूट जैसे मामलों में बंद विपिन जब से इस कार्य से जुड़े तब से और अब रिहाई के बाद भी वे गुलाल बनाने के काम में लगकर बेहतर समाजिक जीवन जी रहे हैं। विपिन बताते हैं, 'हम वह गुलाल बनाते हैं जिसमें केसर, चन्दन, गुलाब जैसे गुणकारी पदार्थ हों। गुलाल बेशक लोगों के चेहरे का रंग एक दिन के लिए बदलने के लिए जाना जाता हो, लेकिन इसने हमारे और हमारे जैसे कई साथियों के जीवन का रंग बदल दिया है।
आश्चर्य की बात है कि गुलाल बनाने से जुड़े इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज बिहार निवासी हत्या के अपराध में लम्बे समय तक तिहाड़ में बंद रहे और इसी दौरान वे गुलाल बनाने वाली टीम में कौशल विकास यूनिट के जेल संख्या-5 में इंचार्ज भी रहे। जेल संख्या-5 में ही एक नेत्रहीन कैदी जिनको 2010 में 5 साल की हुई थी, इस दौरान जेल में ही 2011 से वह गुलाल बनाने के काम से जुड़ गए।टिप्पणियां
आज की तारीख में उनकी कमाई का एक बड़ा स्त्रोत गुलाल बनाना ही है। कैदियों से जुड़कर उनके सुधार की दिशा में काम वाले स्वामी विशालानंद कहते है, 'समाज में अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधी को सजा दे देने भर को ही पर्याप्त मान लिया जाता है, जबकि यह पर्याप्त नहीं है। आज यह सोचना ज्यादा जरूरी है कि सजा पा रहे अपराधी के मन से अपराध की प्रवृति को ख़त्म करके उसे समाज की मुख्यधारा के पुन: कैसे प्रतिष्ठित किया जाए?
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
जेल में जो बंद है, कोई जरूरी नहीं कि वो प्रवृति से अपराधी है, अथवा उसमें सुधार की कोई गुंजाइश ही नही है, बल्कि अधिकतर मामलों में सुधार की गुंजाइश होती है। अगर जरूरत है तो बस उनके मन और आत्मा के स्तर पर सुधार के प्रयास करने की। अपराध को कम करने के लिए जरूरी है कि अपराधी को सुधारने की दिशा में काम किया जाए।
जेलों और कैदियों के बीच हस्तक्षेप के माध्यम से अपराध रोकने की दिशा में काम कर रही एनजीओ 'अंतरक्रान्ति' द्वारा जारी एक रपट में कई ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किए गए हैं जो अपराधियों के सुधार की दिशा में एक नजीर की तरह हैं। सितम्बर 2015 में रिहा हो चुके आठ कैदियों के साथ अंतरक्रान्ति ने नेचुरल हर्बल गुलाल बनाने का काम स्टार्ट-अप के रूप में शुरू किया। यह पूरा का पूरा प्रोजेक्ट उन आठ कैदियों, जिनमें से कुछ पर मर्डर इत्यादि के गंभीर आरोप भी रहे हैं के साथ शुरू हुआ। संस्था के प्रयासों से उनके जीवन में अतुलनीय परिवर्तन आया है।
संस्था ने यह प्रकल्प 2010 में 'फेस्टिवल्स ऑफ़ इंडिया' सीरीज़ के साथ दिल्ली के तिहाड़ जेल से शुरू किया गया, जिसमें कैदियों को दीये व राखी बनाना सिखाया जाता था और समय के साथ अब यह प्रकल्प काफी बड़ा हो चुका है। सन 2010 में जब इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था, तब कुल 500 किलो गुलाल कैदियों द्वारा बनाया गया था, जबकि वर्तमान में यह 7000 किलो तक पहुंच चुका है।
चूंकि इस प्रक्रिया में जेल और कैदी दोनों जुड़े रहे हैं, इसलिए अरारोट जैसे खाद्य पदार्थों से बना व इको-फ्रेंडली आकर्षक पैकिंग में पैक यह गुलाल गुणवत्ता आदि के लिहाज से ध्यान में रखा जाता है कि यह त्वचा के लिए है, इसलिए हानिकारक बिल्कुल न हो।
तिहाड़ की जेल संख्या 5 में डकैती और लूट जैसे मामलों में बंद विपिन जब से इस कार्य से जुड़े तब से और अब रिहाई के बाद भी वे गुलाल बनाने के काम में लगकर बेहतर समाजिक जीवन जी रहे हैं। विपिन बताते हैं, 'हम वह गुलाल बनाते हैं जिसमें केसर, चन्दन, गुलाब जैसे गुणकारी पदार्थ हों। गुलाल बेशक लोगों के चेहरे का रंग एक दिन के लिए बदलने के लिए जाना जाता हो, लेकिन इसने हमारे और हमारे जैसे कई साथियों के जीवन का रंग बदल दिया है।
आश्चर्य की बात है कि गुलाल बनाने से जुड़े इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज बिहार निवासी हत्या के अपराध में लम्बे समय तक तिहाड़ में बंद रहे और इसी दौरान वे गुलाल बनाने वाली टीम में कौशल विकास यूनिट के जेल संख्या-5 में इंचार्ज भी रहे। जेल संख्या-5 में ही एक नेत्रहीन कैदी जिनको 2010 में 5 साल की हुई थी, इस दौरान जेल में ही 2011 से वह गुलाल बनाने के काम से जुड़ गए।टिप्पणियां
आज की तारीख में उनकी कमाई का एक बड़ा स्त्रोत गुलाल बनाना ही है। कैदियों से जुड़कर उनके सुधार की दिशा में काम वाले स्वामी विशालानंद कहते है, 'समाज में अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधी को सजा दे देने भर को ही पर्याप्त मान लिया जाता है, जबकि यह पर्याप्त नहीं है। आज यह सोचना ज्यादा जरूरी है कि सजा पा रहे अपराधी के मन से अपराध की प्रवृति को ख़त्म करके उसे समाज की मुख्यधारा के पुन: कैसे प्रतिष्ठित किया जाए?
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
संस्था ने यह प्रकल्प 2010 में 'फेस्टिवल्स ऑफ़ इंडिया' सीरीज़ के साथ दिल्ली के तिहाड़ जेल से शुरू किया गया, जिसमें कैदियों को दीये व राखी बनाना सिखाया जाता था और समय के साथ अब यह प्रकल्प काफी बड़ा हो चुका है। सन 2010 में जब इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था, तब कुल 500 किलो गुलाल कैदियों द्वारा बनाया गया था, जबकि वर्तमान में यह 7000 किलो तक पहुंच चुका है।
चूंकि इस प्रक्रिया में जेल और कैदी दोनों जुड़े रहे हैं, इसलिए अरारोट जैसे खाद्य पदार्थों से बना व इको-फ्रेंडली आकर्षक पैकिंग में पैक यह गुलाल गुणवत्ता आदि के लिहाज से ध्यान में रखा जाता है कि यह त्वचा के लिए है, इसलिए हानिकारक बिल्कुल न हो।
तिहाड़ की जेल संख्या 5 में डकैती और लूट जैसे मामलों में बंद विपिन जब से इस कार्य से जुड़े तब से और अब रिहाई के बाद भी वे गुलाल बनाने के काम में लगकर बेहतर समाजिक जीवन जी रहे हैं। विपिन बताते हैं, 'हम वह गुलाल बनाते हैं जिसमें केसर, चन्दन, गुलाब जैसे गुणकारी पदार्थ हों। गुलाल बेशक लोगों के चेहरे का रंग एक दिन के लिए बदलने के लिए जाना जाता हो, लेकिन इसने हमारे और हमारे जैसे कई साथियों के जीवन का रंग बदल दिया है।
आश्चर्य की बात है कि गुलाल बनाने से जुड़े इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज बिहार निवासी हत्या के अपराध में लम्बे समय तक तिहाड़ में बंद रहे और इसी दौरान वे गुलाल बनाने वाली टीम में कौशल विकास यूनिट के जेल संख्या-5 में इंचार्ज भी रहे। जेल संख्या-5 में ही एक नेत्रहीन कैदी जिनको 2010 में 5 साल की हुई थी, इस दौरान जेल में ही 2011 से वह गुलाल बनाने के काम से जुड़ गए।टिप्पणियां
आज की तारीख में उनकी कमाई का एक बड़ा स्त्रोत गुलाल बनाना ही है। कैदियों से जुड़कर उनके सुधार की दिशा में काम वाले स्वामी विशालानंद कहते है, 'समाज में अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधी को सजा दे देने भर को ही पर्याप्त मान लिया जाता है, जबकि यह पर्याप्त नहीं है। आज यह सोचना ज्यादा जरूरी है कि सजा पा रहे अपराधी के मन से अपराध की प्रवृति को ख़त्म करके उसे समाज की मुख्यधारा के पुन: कैसे प्रतिष्ठित किया जाए?
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
तिहाड़ की जेल संख्या 5 में डकैती और लूट जैसे मामलों में बंद विपिन जब से इस कार्य से जुड़े तब से और अब रिहाई के बाद भी वे गुलाल बनाने के काम में लगकर बेहतर समाजिक जीवन जी रहे हैं। विपिन बताते हैं, 'हम वह गुलाल बनाते हैं जिसमें केसर, चन्दन, गुलाब जैसे गुणकारी पदार्थ हों। गुलाल बेशक लोगों के चेहरे का रंग एक दिन के लिए बदलने के लिए जाना जाता हो, लेकिन इसने हमारे और हमारे जैसे कई साथियों के जीवन का रंग बदल दिया है।
आश्चर्य की बात है कि गुलाल बनाने से जुड़े इस प्रोजेक्ट के इंचार्ज बिहार निवासी हत्या के अपराध में लम्बे समय तक तिहाड़ में बंद रहे और इसी दौरान वे गुलाल बनाने वाली टीम में कौशल विकास यूनिट के जेल संख्या-5 में इंचार्ज भी रहे। जेल संख्या-5 में ही एक नेत्रहीन कैदी जिनको 2010 में 5 साल की हुई थी, इस दौरान जेल में ही 2011 से वह गुलाल बनाने के काम से जुड़ गए।टिप्पणियां
आज की तारीख में उनकी कमाई का एक बड़ा स्त्रोत गुलाल बनाना ही है। कैदियों से जुड़कर उनके सुधार की दिशा में काम वाले स्वामी विशालानंद कहते है, 'समाज में अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधी को सजा दे देने भर को ही पर्याप्त मान लिया जाता है, जबकि यह पर्याप्त नहीं है। आज यह सोचना ज्यादा जरूरी है कि सजा पा रहे अपराधी के मन से अपराध की प्रवृति को ख़त्म करके उसे समाज की मुख्यधारा के पुन: कैसे प्रतिष्ठित किया जाए?
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
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आज की तारीख में उनकी कमाई का एक बड़ा स्त्रोत गुलाल बनाना ही है। कैदियों से जुड़कर उनके सुधार की दिशा में काम वाले स्वामी विशालानंद कहते है, 'समाज में अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधी को सजा दे देने भर को ही पर्याप्त मान लिया जाता है, जबकि यह पर्याप्त नहीं है। आज यह सोचना ज्यादा जरूरी है कि सजा पा रहे अपराधी के मन से अपराध की प्रवृति को ख़त्म करके उसे समाज की मुख्यधारा के पुन: कैसे प्रतिष्ठित किया जाए?
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
आज की तारीख में उनकी कमाई का एक बड़ा स्त्रोत गुलाल बनाना ही है। कैदियों से जुड़कर उनके सुधार की दिशा में काम वाले स्वामी विशालानंद कहते है, 'समाज में अपराध के लिए जिम्मेदार अपराधी को सजा दे देने भर को ही पर्याप्त मान लिया जाता है, जबकि यह पर्याप्त नहीं है। आज यह सोचना ज्यादा जरूरी है कि सजा पा रहे अपराधी के मन से अपराध की प्रवृति को ख़त्म करके उसे समाज की मुख्यधारा के पुन: कैसे प्रतिष्ठित किया जाए?
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
जब तक इस दिशा में बड़े स्तर पर पहल नहीं होगी, अपराध कम नहीं किया जा सकता है। एक अपराध के लिए किसी को ताउम्र अपराधी की दृष्टि से देखने की बजाय उन उपायों पर काम करने में हमारा यकीन है, जिनसे उनके जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हो बल्कि वे अपने को समाज में बेहतर ढंग से स्थापित भी कर सकें। गुलाल बनाने के माध्यम से कैदियों को इस कार्य में लगाने का हमारा उद्देश्य उनको समाज में पुनर्स्थापित कर प्रतिष्ठा दिलाना ही है।
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भारतीय सेना की ईस्टर्न कमांड ने बयान में कहा है कि तड़के लगभग 4:45 बजे लगभग एक दर्जन जवानों की उग्रवादियों से मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों ओर से गोलीबारी होती रही. उग्रवादियों को मुठभेड़ ने काफी जानी नुकसान हुआ, जबकि जवानों में से कोई भी हताहत नहीं हुआ है.
सेना ने बयान में कहा, "भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात भारतीय सेना की एक टुकड़ी पर अज्ञात उग्रवादियों ने गोलियां दागीं... हमारे जवानों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी, और उग्रवादियों पर ज़ोरदार जवाबी गोलीबारी की... इसके बाद उग्रवादी भाग खड़े हुए..."
सेना ने बयान में कहा, "भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात भारतीय सेना की एक टुकड़ी पर अज्ञात उग्रवादियों ने गोलियां दागीं... हमारे जवानों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी, और उग्रवादियों पर ज़ोरदार जवाबी गोलीबारी की... इसके बाद उग्रवादी भाग खड़े हुए..."
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आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 में टीम इंडिया का अब तक का सफर शानदार रहा है. भारत एकमात्र ऐसी टीम है जो इस टूर्नामेंट में अब तक अजेय है. इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने बल्लेबाजी से ज्यादा गेंदबाजी से प्रभावित किया है. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने मौजूदा वर्ल्ड कप में केवल दो मैच खेले हैं और दोनों ही मुकाबलों में उनका प्रदर्शन दमदार रहा है.
पिछले साल घरेलू हिंसा का आरोप लगा था
शमी ने कहा कि वह टूर्नामेंट में अपने बेहतरीन प्रदर्शन का श्रेय खुद को देंगे. शमी पर पिछले साल घरेलू हिंसा का आरोप लगा था, जिसके कारण उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से भी बाहर कर दिया गया था और उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे.
वर्ल्ड कप में 2 मैच में 8 विकेट
चटकाए
दो मैचों में शमी ने महज 3.46 की इकॉनमी रेट के साथ कुल 8 विकेट चटकाए हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ 125 रनों से जीत दर्ज करने के बाद शमी ने कहा 'श्रेय ? मेरे आलावा किसको दूंगा. मैं इसका पूरा श्रेय खुद को दूंगा.' शमी ने कहा 'बहुत कुछ झेला है. पिछले 18 महीनों में जो भी हुआ, वह मेरे साथ हुआ है और सबकुछ मुझे ही झेलना पड़ा, इसलिए मैं सारा श्रेय खुद को दूंगा.'
Another one bites the dust. Shami picks up his third wicket.
West Indies 112/8 after 28.3 overs
pic.twitter.com/PAzmA4oMYv
— BCCI (@BCCI)
June 27, 2019
शमी ने कहा-खुदा ने मुझे लड़ने की ताकत दी
उन्होंने कहा कि पुराना मामला खत्म हो चुका है और उनका पूरा ध्यान देश के लिए अच्छा खेलने पर केंद्रित है. शमी ने कहा 'हां, मैं समझता हूं खुदा ने मुझे सबसे लड़ने की ताकत दी, पारिवारिक मामलों से लेकर फिटनेस तक. अब मेरा पूरा ध्यान देश के लिए दमदार प्रदर्शन करने पर केंद्रित है.' शमी ने बताया कि उन्होंने पिछले कुछ समय में अपनी फिटनेस पर जमकर मेहनत की है.
PACE SPECIAL:
@Jaspritbumrah93
&
@MdShami11
discuss
#TeamIndia
's bowling heroics against Afghanistan & that very special Shami hat-trick 🔥🔥😎🇮🇳 - Interview by
@RajalArora
Full video link ▶️➡️▶️➡️
https://t.co/13rbvlM24i
pic.twitter.com/B9Zd2Xm4K3
— BCCI (@BCCI)
June 23, 2019
यो-यो टेस्ट में फेल होने के बाद वजन कम किया
उन्होंने कहा 'मैं एकमात्र खिलाड़ी नहीं था जो यो-यो टेस्ट में फेल हुआ. कभी-कभी आपकी लय खराब हो जाती है. मैं फेल हुआ वे अलग चीज है, लेकिन फिर मैंने कड़ी मेहनत की और अपनी फिटनेस बेहतर की. मैं अभी अच्छे जोन में हूं, मैंने अपना वजन कम किया है और हर चीज मेरे पक्ष में काम कर रही है.'
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35 वसंत पार कर चुके बॉलीवुड अभिनेता तुषार कपूर का मानना है कि फिल्म उद्योग में कई अन्य कुंवारे भी हैं, जो उनसे भी अधिक उम्र के हैं। तुषार ने कहा, इस फिल्म उद्योग में मुझसे अधिक उम्र के लोग हैं, जिन्होंने अब तक शादी नहीं की है। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन मैं इस उद्योग में अकेला कुंवारा नहीं हूं। उनका अप्रत्यक्ष इशारा शायद सलमान खान की तरफ था।टिप्पणियां
वह फिलहाल नई अभिनेत्रियों के साथ काम कर खुश नजर आ रहे हैं। उनकी हालिया प्रदर्शित फिल्म 'क्या सुपर कूल हैं हम' में उनकी जोड़ी नेहा शर्मा के साथ है और उनका कहना है कि वह उनके साथ दोबारा काम करना पसंद करेंगे।
तुषार ने कहा, मैं नेहा के साथ अगली फिल्म में जरूर काम करना चाहूंगा। मेरे ख्याल से वह बहुत खूबसूरत हैं। उनके साथ काम करना सुखद और किस्मत की बात है। मुझे नई अभिनेत्रियों के साथ काम करने में मजा आता है, क्योंकि मैं इससे खुद को युवा महसूस करता हूं। तुषार की अधिकतर फिल्में उनकी बहन एकता कपूर द्वारा बनाई गई हैं। उनका कहना है कि वह एकमात्र निर्मात्री हैं, जिन्हें उनकी कद्र है।
वह फिलहाल नई अभिनेत्रियों के साथ काम कर खुश नजर आ रहे हैं। उनकी हालिया प्रदर्शित फिल्म 'क्या सुपर कूल हैं हम' में उनकी जोड़ी नेहा शर्मा के साथ है और उनका कहना है कि वह उनके साथ दोबारा काम करना पसंद करेंगे।
तुषार ने कहा, मैं नेहा के साथ अगली फिल्म में जरूर काम करना चाहूंगा। मेरे ख्याल से वह बहुत खूबसूरत हैं। उनके साथ काम करना सुखद और किस्मत की बात है। मुझे नई अभिनेत्रियों के साथ काम करने में मजा आता है, क्योंकि मैं इससे खुद को युवा महसूस करता हूं। तुषार की अधिकतर फिल्में उनकी बहन एकता कपूर द्वारा बनाई गई हैं। उनका कहना है कि वह एकमात्र निर्मात्री हैं, जिन्हें उनकी कद्र है।
तुषार ने कहा, मैं नेहा के साथ अगली फिल्म में जरूर काम करना चाहूंगा। मेरे ख्याल से वह बहुत खूबसूरत हैं। उनके साथ काम करना सुखद और किस्मत की बात है। मुझे नई अभिनेत्रियों के साथ काम करने में मजा आता है, क्योंकि मैं इससे खुद को युवा महसूस करता हूं। तुषार की अधिकतर फिल्में उनकी बहन एकता कपूर द्वारा बनाई गई हैं। उनका कहना है कि वह एकमात्र निर्मात्री हैं, जिन्हें उनकी कद्र है।
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अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन की बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को शुरुआत हुई. तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी मौजूद थे. प्रकाश सिंह बादल ने इस अवसर पर नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि 'जैसी व्यवस्था नीतीश कुमार ने पटना में की है वैसी वो पंजाब में भी नही कर पाते.'
गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंति पर पटना में प्रकाश पर्व का आयोजन किया जा रहा है. 6 वर्षों से बिहार सरकार केंद्र को पत्र लिख रही है लेकिन केंद्र की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार अपने संसाधनों से इस आयोजन को यादगार बनाने की कोशिश करेगी. नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र से उन्हें कोई शिकायत भी नहीं है.
प्रकाश पर्व के आयोजन के तहत पटना में आज से तीन दिवसीय
अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन
शुरू हो रहा है जिसमें देश विदेश के लगभग 200 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंति के अवसर पर इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है. गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंति पटना में प्रकाश पर्व के रूप में 30 दिसंबर से लेकर 10 जनवरी तक मनाई जाएगी. 5 जनवरी 2017 को प्रकाश पर्व मनाया जायेगा.
प्रकाश पर्व के तहत ही इस अंतरराष्ट्रीय सिख सम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस सम्मेलन में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रतिनिधि समेत कई विदेशी विद्वान शामिल हों रहे है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में गुरुवार को अतरराष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि
गुरु गोविंद सिंह
का जन्म पटना साहिब में हुआ है इसलिए बिहार सरकार का दायित्व है कि वो इस समारोह को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कोर कसर न छोड़े.
तख्त हरमंदिर साहिब में होगा मुख्य समारोह
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरकार की तरफ से इस पर्व को लेकर हो रही तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया. नीतीश कुमार ने कहा कि इसकी तैयारी राज्य सरकार ने 7 वर्ष पहले से शुरू कर चुकी है. प्रकाश पर्व के लिए एक कोओर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है जिसके अध्यक्ष बिहार के पूर्व मुख्य सचिव जीएस कंग हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी कुछ सुझाव दिए हैं. सरकार उस पर भी अमल कर रही है मुख्य समारोह तख्त हरमंदिर साहिब में होगा. लेकिन पटना के गांधी मैदान में भी प्रकाश पर्व के अवसर पर 20 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जायेगी. गुरु गोविंद सिंह की 300वें जयंति के अवसर पर भी पटना के गांधी मैदान में समारोह का आयोजन किया गया था.
सम्मेलन में शामिल किए जाएंगे गुरु गोविंद सिहं से जुड़े चार विषय
गुरुवार से शुरू हो रहे अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन में गुरु गोविंद सिहं जी से जुड़े चार विषयों पर चर्चा की जाएगी. गुरु गोविंद सिंह एक आध्यात्मिक उद्वारक एवं अधिकारों का रक्षक, गुरु गोविन्द सिंह एक सर्वश्रेष्ठ साहित्यकार एवं कवि, तीसरा सिखिज्म प्रेम एवं मानवता का धर्म और भारत के निर्माण में सिख समुदाय का योगदान. इस अवसर पर मशहूर गायक रब्बी शेरगिल और पंजाब के लोकप्रिय फिर्ल स्टार एवं गायक दिलजीत दोसाझ का कार्यक्रम आयोजित किया गया है.
बिहार सरकार बनाएगी सिख सर्किट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के सहिष्णुता पर दिए गए विचार आज भी प्रासंगिक है. इन समारोहों के जरिए उनके विचारों का प्रचार प्रसार किया जाएगा. प्रकाश पर्व के अवसर पर राज्य सरकार ने तीन दिन की राजकीय छुट्टी की भी घोषणा की है. सिख धर्म का धर्मिक टूरिज्म बढाने के लिए बिहार सरकार सिख सर्किट बनाएगी. जिसमें सिखों से जुड़े धार्मिक स्थानों को जोड़ा जायेगा. गुरु नानक जी ने राजगीर में प्रवास किया था उसे भी सिख सर्किट में शामिल किया जायेगा. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार भगवान बुद्ध, महावीर, सम्राट अशोक और चाणक्य की धरती है. 2017 में चम्पारण में गांधी जी के आगमन के 100वें साल को भी धूमधाम से मनाने की तैयारी सरकार कर रही है.
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कश्मीर घाटी के गंदेरबल जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुए मुठभेड़ में गुरुवार रात हिजबुल मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी मारे गए. एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया, ‘देर रात गंदेरबल के प्रेंग इलाके में आतंक रोधी अभियान के दौरान हिजबुल मुजाहिदीन के कादरी असदुल्ला समूह के पांच आतंकवादी मारे गए.’ उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान का पता लगाया जा रहा है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार 24 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस ने आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में सूचना मिलने पर श्रीनगर से 65 किलोमीटर दूर प्रेंग इलाके में नाजवान जंगल के नजदीक घात लगाया. सूत्रों ने बताया कि जब आतंकवादी संबंधित क्षेत्र में घुसे तो उनसे सरेंडर करने को कहा गया.
अधिकारी ने बताया, ‘जब सैनिकों ने मजबूत घेराबंदी कर ली तो छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई और पांच आतंकवादी मारे गए.’ शुरुआती रिपोर्ट में हालांकि, आतंकवादियों के विदेशी नागरिक होने के संकेत मिले हैं. इस अभियान में किसी भी सुरक्षाकर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
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