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अगर आपको लगता है कि आप के पास दुनिया के कुछ सबसे बेहतरीन आइडिया हैं तो आप गूगल से एक करोड़ डॉलर पा सकते हैं. कंपनी ने अपने 10वें स्‍थापना समारोह प्रोजेक्‍ट '10 टू दी 100' के अवसर पर लोगों से कुछ चुनिंदा आइडिया आमंत्रित किए हैं, जिनका उपयोग वह बेहतरीन उत्‍पादों के निर्माण में करेगा. ये आइडिया सात श्रेणियों में वेबसाईट 'डब्‍ल्‍यू डब्‍ल्‍यू डब्‍ल्‍यू डॉट प्रोजेक्‍ट 10 टू दी 100 डॉट काम' पर भेजे जा सकते हैं. यह प्रतियोगिता सभी लोगों के लिए खुली हुई है. इन सातों श्रेणियों में ऊर्जा का टिकाऊ इस्‍तेमाल, पर्यावरण, स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा, आश्रय, विभिन्‍न समुदायों को बढ़ावा और लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए उन्‍हें अवसर उपलब्‍ध कराना शामिल है. एक स्‍वतंत्र पैनल बेहतर आइडिया वाले विजेताओं का चुनाव करेगा और इनामी राशि उनमें बराबर-बराबर बांटी जाएगी.
इससे पहले मुंबई के भिंडी बाजार में एक 6 मंजिला इमारत गिर गई थी, जिसमें 33 लोगों की मौत हो गई थी.गुरुवार की सुबह करीब 8-8.30 बजे इस भीड़भाड़ वाले इलाके में यह हादसा हुआ था. यह इमारत जेजे अस्पताल के नजदीक मुस्लिम बाहुल्य पकमोडिया स्ट्रीट में स्थित थी जहां पर अधिकांश तौर पर निम्न मध्यवर्गीय परिवारों की रिहायश है.अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मुंबई में हुई भीषण बारिश से क्या इस इमारत को कोई नुकसान पहुंचा था. बताया जाता है कि यह इमारत करीब 100 साल से अधिक पुरानी थी. कंक्रीट के मलबे और लोहे की मुड़ चुकी छड़ों के ढेर को किसी तरह हटाया जा रहा है.
यह एक लेख है: भारतीय वायु सेना का एक मिग 27 लड़ाकू विमान रविवार को राजस्थान में जोधपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हालांकि पायलट खुद को सुरक्षित बचाने में सफल रहा. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मिग 27 यूपीजी विमान ने उतरलाई वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी लेकिन विमान के इंजन में आई समस्या की वजह से यह सिरोही जिले में दोपहर 11 बजकर 45 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हालांकि पायलट खुद को विमान से सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रहा.  सूत्रों ने बताया कि इस घटना के संबंध में कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का आदेश दिया गया है और प्राथमिक खबरें संकेत देती हैं कि इस हादसे में जान माल की हानि नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि विमान नियमित मिशन पर था.  सिरोही जिले के पुलिस अधीक्षक कल्याण मल मीणा ने बताया कि यह लड़ाकू विमान सिरोही जिले में गोडाना बांध के निकट शिवगंज पुलिस थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर इलाके की घेराबंदी कर ली है.
भारत के लिए पहला वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और ऑलराउंड कपिल देव को भला कौन नहीं जानता. एक समय विश्व के बेस्ट ऑलराउंडर रहे कपिल देव का करियर भी मुश्किलों से भरा रहा. वह टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. यहां तक कि टीम इंडिया के कई सीनियर क्रिकेटरों को भी उनकी प्रतिभा पर शक था और कपिल उनको प्रभावित नहीं कर पा रहे थे. फिर एक मैच में ऐसा हुआ कि इन सबकी धारणा बदल गई. इसके बाद कपिल देव ने टीम में अपना दावा मजबूती से रख दिया. वैसे टीम इंडिया को शुरुआती दौर से ही तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की तलाश थी, जो कपिल देव पर जाकर खत्म हुई थी. हालांकि वर्तमान में भी उसे एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की जरूरत है. कपिल देव एक समय पर वर्ल्ड में टेस्ट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे. आइए जानते हैं कि एक पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कपिल देव की प्रतिभा का कैसे बखान किया... पूर्व भारतीय टेस्ट खिलाड़ी यजुर्विंद्र सिंह ने शनिवार को क्रिकेट क्लब आफ इंडिया में पहला ‘राजसिंह डूंगरपुर स्प्रिट आफ क्रिकेट लेक्चर’ के दौरान कपिल देव का जिक्र करते हुए उनकी कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि किस तरह से पूर्वी अफ्रीका में 1978 में खेली गई एक पारी ने युवा खिलाड़ी कपिल देव की किस्मत बदल दी थी और कुछ शीर्ष भारतीय क्रिकेटरों की उनके बारे में राय भी बदल गई थी. यजुर्विंद्र ने हरियाणा के रहने वाले कपिल की राजस्थान क्रिकेट टीम के साथ अतिरिक्त सदस्य के रूप में पूर्वी अफ्रीका के दौरे का जिक्र किया. यजुर्विंद्र ने कहा कि राजसिंह डूंगरपुर ने कपिल देव को अतिरिक्त सदस्य के रूप में चुना था. यजुर्विंद्र ने आगे कहा, ‘हमारी टीम काफी मजबूत थी जिसमें टाइगर (पटौदी) सहित कई टेस्ट खिलाड़ी शामिल थे. जब कपिल बल्लेबाजी के लिए गया, तो हमारी टीम लगभग 270 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ विकेट गंवा चुकी थी और संकट में थी. जिस तरह से कपिल बल्लेबाजी के लिए गया, तो टाइगर ने राजसिंह के पास कोई टिप्पणी की और संदेह जताया कि क्या यह टीम को बचा सकता है.’ उन्होंने बताया कि इस पारी में कपिल का साथ सैयद किरमानी ने दिया. उन्होंने कहा, ‘जब कपिल क्रीज पर उतरा तो सैयद किरमानी तीन रन पर खेल रहे थे और जब उन्होंने मैच समाप्त किया तो वह 53 रन पर नाबाद थे और किरमानी छह रन पर. कपिल ने मैदान पर जाने से पहले मुझसे कहा था कि मैं सीधे बल्ले से खेलूंगा. उन्होंने पहली गेंद ही छक्के लिए भेज दी थी.’ इस पारी ने दौरे पर गये क्रिकेटरों के मुंह बंद कर दिये थे और वे कपिल देव की प्रतिभा से अवगत हो गये थे.टिप्पणियां राजकोट में जन्में इस पूर्व क्रिकेटर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज के दौरान खेल भावना नहीं दिखाने पर पर अफसोस भी जताया. इंग्लैंड के खिलाफ 1976.77 में बेंगलूर में अपने टेस्ट पदार्पण पर शॉर्ट लेग पर खड़े होकर सात कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले यजुवेंद्र ने कहा, ‘खेल भावना खतरे में है और अधिकारियों को कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.’ अपनी उपलब्धि को याद करते हुए यजुवेंद्र ने कहा कि उनके मेंटर तथा बीसीसीआई और सीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह ने उनकी तारीफ करने के बजाय उनसे सवाल किया था कि उन्होंने आठवां कैच क्यों छोड़ दिया था. पूर्व भारतीय टेस्ट खिलाड़ी यजुर्विंद्र सिंह ने शनिवार को क्रिकेट क्लब आफ इंडिया में पहला ‘राजसिंह डूंगरपुर स्प्रिट आफ क्रिकेट लेक्चर’ के दौरान कपिल देव का जिक्र करते हुए उनकी कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि किस तरह से पूर्वी अफ्रीका में 1978 में खेली गई एक पारी ने युवा खिलाड़ी कपिल देव की किस्मत बदल दी थी और कुछ शीर्ष भारतीय क्रिकेटरों की उनके बारे में राय भी बदल गई थी. यजुर्विंद्र ने हरियाणा के रहने वाले कपिल की राजस्थान क्रिकेट टीम के साथ अतिरिक्त सदस्य के रूप में पूर्वी अफ्रीका के दौरे का जिक्र किया. यजुर्विंद्र ने कहा कि राजसिंह डूंगरपुर ने कपिल देव को अतिरिक्त सदस्य के रूप में चुना था. यजुर्विंद्र ने आगे कहा, ‘हमारी टीम काफी मजबूत थी जिसमें टाइगर (पटौदी) सहित कई टेस्ट खिलाड़ी शामिल थे. जब कपिल बल्लेबाजी के लिए गया, तो हमारी टीम लगभग 270 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ विकेट गंवा चुकी थी और संकट में थी. जिस तरह से कपिल बल्लेबाजी के लिए गया, तो टाइगर ने राजसिंह के पास कोई टिप्पणी की और संदेह जताया कि क्या यह टीम को बचा सकता है.’ उन्होंने बताया कि इस पारी में कपिल का साथ सैयद किरमानी ने दिया. उन्होंने कहा, ‘जब कपिल क्रीज पर उतरा तो सैयद किरमानी तीन रन पर खेल रहे थे और जब उन्होंने मैच समाप्त किया तो वह 53 रन पर नाबाद थे और किरमानी छह रन पर. कपिल ने मैदान पर जाने से पहले मुझसे कहा था कि मैं सीधे बल्ले से खेलूंगा. उन्होंने पहली गेंद ही छक्के लिए भेज दी थी.’ इस पारी ने दौरे पर गये क्रिकेटरों के मुंह बंद कर दिये थे और वे कपिल देव की प्रतिभा से अवगत हो गये थे.टिप्पणियां राजकोट में जन्में इस पूर्व क्रिकेटर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज के दौरान खेल भावना नहीं दिखाने पर पर अफसोस भी जताया. इंग्लैंड के खिलाफ 1976.77 में बेंगलूर में अपने टेस्ट पदार्पण पर शॉर्ट लेग पर खड़े होकर सात कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले यजुवेंद्र ने कहा, ‘खेल भावना खतरे में है और अधिकारियों को कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.’ अपनी उपलब्धि को याद करते हुए यजुवेंद्र ने कहा कि उनके मेंटर तथा बीसीसीआई और सीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह ने उनकी तारीफ करने के बजाय उनसे सवाल किया था कि उन्होंने आठवां कैच क्यों छोड़ दिया था. यजुर्विंद्र ने कहा कि राजसिंह डूंगरपुर ने कपिल देव को अतिरिक्त सदस्य के रूप में चुना था. यजुर्विंद्र ने आगे कहा, ‘हमारी टीम काफी मजबूत थी जिसमें टाइगर (पटौदी) सहित कई टेस्ट खिलाड़ी शामिल थे. जब कपिल बल्लेबाजी के लिए गया, तो हमारी टीम लगभग 270 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नौ विकेट गंवा चुकी थी और संकट में थी. जिस तरह से कपिल बल्लेबाजी के लिए गया, तो टाइगर ने राजसिंह के पास कोई टिप्पणी की और संदेह जताया कि क्या यह टीम को बचा सकता है.’ उन्होंने बताया कि इस पारी में कपिल का साथ सैयद किरमानी ने दिया. उन्होंने कहा, ‘जब कपिल क्रीज पर उतरा तो सैयद किरमानी तीन रन पर खेल रहे थे और जब उन्होंने मैच समाप्त किया तो वह 53 रन पर नाबाद थे और किरमानी छह रन पर. कपिल ने मैदान पर जाने से पहले मुझसे कहा था कि मैं सीधे बल्ले से खेलूंगा. उन्होंने पहली गेंद ही छक्के लिए भेज दी थी.’ इस पारी ने दौरे पर गये क्रिकेटरों के मुंह बंद कर दिये थे और वे कपिल देव की प्रतिभा से अवगत हो गये थे.टिप्पणियां राजकोट में जन्में इस पूर्व क्रिकेटर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज के दौरान खेल भावना नहीं दिखाने पर पर अफसोस भी जताया. इंग्लैंड के खिलाफ 1976.77 में बेंगलूर में अपने टेस्ट पदार्पण पर शॉर्ट लेग पर खड़े होकर सात कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले यजुवेंद्र ने कहा, ‘खेल भावना खतरे में है और अधिकारियों को कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.’ अपनी उपलब्धि को याद करते हुए यजुवेंद्र ने कहा कि उनके मेंटर तथा बीसीसीआई और सीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह ने उनकी तारीफ करने के बजाय उनसे सवाल किया था कि उन्होंने आठवां कैच क्यों छोड़ दिया था. उन्होंने बताया कि इस पारी में कपिल का साथ सैयद किरमानी ने दिया. उन्होंने कहा, ‘जब कपिल क्रीज पर उतरा तो सैयद किरमानी तीन रन पर खेल रहे थे और जब उन्होंने मैच समाप्त किया तो वह 53 रन पर नाबाद थे और किरमानी छह रन पर. कपिल ने मैदान पर जाने से पहले मुझसे कहा था कि मैं सीधे बल्ले से खेलूंगा. उन्होंने पहली गेंद ही छक्के लिए भेज दी थी.’ इस पारी ने दौरे पर गये क्रिकेटरों के मुंह बंद कर दिये थे और वे कपिल देव की प्रतिभा से अवगत हो गये थे.टिप्पणियां राजकोट में जन्में इस पूर्व क्रिकेटर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज के दौरान खेल भावना नहीं दिखाने पर पर अफसोस भी जताया. इंग्लैंड के खिलाफ 1976.77 में बेंगलूर में अपने टेस्ट पदार्पण पर शॉर्ट लेग पर खड़े होकर सात कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले यजुवेंद्र ने कहा, ‘खेल भावना खतरे में है और अधिकारियों को कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.’ अपनी उपलब्धि को याद करते हुए यजुवेंद्र ने कहा कि उनके मेंटर तथा बीसीसीआई और सीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह ने उनकी तारीफ करने के बजाय उनसे सवाल किया था कि उन्होंने आठवां कैच क्यों छोड़ दिया था. राजकोट में जन्में इस पूर्व क्रिकेटर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज के दौरान खेल भावना नहीं दिखाने पर पर अफसोस भी जताया. इंग्लैंड के खिलाफ 1976.77 में बेंगलूर में अपने टेस्ट पदार्पण पर शॉर्ट लेग पर खड़े होकर सात कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले यजुवेंद्र ने कहा, ‘खेल भावना खतरे में है और अधिकारियों को कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.’ अपनी उपलब्धि को याद करते हुए यजुवेंद्र ने कहा कि उनके मेंटर तथा बीसीसीआई और सीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह ने उनकी तारीफ करने के बजाय उनसे सवाल किया था कि उन्होंने आठवां कैच क्यों छोड़ दिया था. इंग्लैंड के खिलाफ 1976.77 में बेंगलूर में अपने टेस्ट पदार्पण पर शॉर्ट लेग पर खड़े होकर सात कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले यजुवेंद्र ने कहा, ‘खेल भावना खतरे में है और अधिकारियों को कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है.’ अपनी उपलब्धि को याद करते हुए यजुवेंद्र ने कहा कि उनके मेंटर तथा बीसीसीआई और सीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह ने उनकी तारीफ करने के बजाय उनसे सवाल किया था कि उन्होंने आठवां कैच क्यों छोड़ दिया था.
आस्तुरियास रियासत (स्पेनी: Principado de Asturias) स्पेन का एक स्वायत्त समुदाय (लगभग राज्य जैसे प्रशासकीय भाग) है। इसकी जनसँख्या सन् 2010 में 10,76,896 थी जो स्पेन के किसी भी अन्य स्वायत्त समुदाय से ज़्यादा है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह 10,604 वर्ग किमी है। तुलना के लिए हरियाणा राज्य (44,212 वर्ग किमी) इसका चार गुना से भी ज़्यादा है। आस्तुरियास अंध महासागर की कैंटेब्रियाई सागर (Mar Cantábrico) नाम की शाखा का एक तटवर्ती क्षेत्र है। आस्तुरियास मध्य युग में आस्तुरियास साम्राज्य नाम का स्वतन्त्र राष्ट्र हुआ करता था। आस्तुरियास की अपनी एक आस्तुरियानु नाम की उपभाषा है। अस्तुरियास का सबसे प्रमुख नगर प्रान्त की राजधानी ओविडो (Oviedo) हैं . इसका बन्दरगाह और सबसे बड़ा नगर गिशॉन और सबसे महत्वपूर्ण औद्योगिक नगर ऐविलेस है। आस्तुरियास के दृश्य इन्हें भी देखें स्पेनी स्वायत्त समुदाय स्पेन के स्वायत्त समुदाय हिन्दी विकि डीवीडी परियोजना
चूंकि गूगल सबसे अधिक लोकप्रिय खोज इंजन है, कई वेबमास्टर अपने वेबसाइटों की गूगल रैंकिंग को प्रभावित करने को उत्सुक हो गये हैं। सलाहकारों का एक उद्योग खड़ा हो गया है, जो गूगल और अन्य खोज इंजनों पर वेबसाइटों की रैंकिंग में वृद्धि में मदद करता है। खोज इंजन अनुकूलन कहा जाने वाला यह क्षेत्र खोज इंजन सूची में पैटर्न का पता लगाने का प्रयास करता है और तब अपने ग्राहक की साइटों के लिए ज्यादा खोजकर्ताओं को आकर्षित कर रैंकिंग सुधारने की कार्यप्रणाली विकसित करता है।
एक 17 वर्षीय किशोर द्वारा पड़ोस में रहने वाली एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है। बलात्कारी किशोर गिरफ्तार कर लिया गया है।टिप्पणियां पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह घटना पश्चिमी दिल्ली के महिंद्रा पार्क इलाके में शुक्रवार अपराह्न उस समय घटी, जब नौवी कक्षा की छात्रा अपने घर में अकेली थी। पीड़िता ने शुक्रवार शाम अपनी मां को घटना की जानकारी दी। उसके बाद मामला दर्ज कराया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। पीड़िता की मां ब्यूटी पार्लर में काम करती है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह घटना पश्चिमी दिल्ली के महिंद्रा पार्क इलाके में शुक्रवार अपराह्न उस समय घटी, जब नौवी कक्षा की छात्रा अपने घर में अकेली थी। पीड़िता ने शुक्रवार शाम अपनी मां को घटना की जानकारी दी। उसके बाद मामला दर्ज कराया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। पीड़िता की मां ब्यूटी पार्लर में काम करती है। पीड़िता ने शुक्रवार शाम अपनी मां को घटना की जानकारी दी। उसके बाद मामला दर्ज कराया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। पीड़िता की मां ब्यूटी पार्लर में काम करती है।
भारत की यात्रा पर आ रहे एक सिख को कैलिफोर्निया हवाई अड्डे पर चाकू मार दिया गया है। पुलिस ने अपराधी को हथियार सहित गिरफ्तार कर लिया है। एक स्थानीय समाचार पत्र ने सोमवार को खबर दी है कि एक अधेड़ व्यक्ति पर फ्रेसनो योसेमिटे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चाकू से वार किया गया जिसका इलाज किया गया। इस घटना के बाद भी उन्होंने भारत की अपनी यात्रा जारी रखी। पुलिस ने इस सिख व्यक्ति का नाम उजागर नहीं किया है। फ्रेसनो सिटी पुलिस विभाग के लेफ्टिनेंट डॉन सकल ने बताया कि 26 वर्षीय गोरे हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है। रविवार को जब पीड़ित पर हमला किया गया उस समय वह ट्रांसपोर्टेशन सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (टीएसए) टर्मिनल के निकट अपने अनुवादक के साथ खड़ा था। समाचार पत्र ने खबर दी है कि पीड़ित और हमलावर के बीच कोई संवाद नहीं हुआ। हमलावर को फ्रेसनो काउंटी जेल में बंद रखा गया है।
देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी देखी गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 445.91 अंकों की तेजी के साथ 28,978.02 पर और निफ्टी 133.35 अंकों की तेजी के साथ 8,943.00 पर बंद हुआ. 1.56 फीसदी तेजी के साथ सेंसेक्स बंद बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 99.16 अंकों की तेजी के साथ 28,631.27 पर खुला और 445.91 अंकों या 1.56 फीसदी तेजी के साथ 28,978.02 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 29,013.40 के ऊपरी और 28,631.27 के निचले स्तर को छुआ. 1.51 फीसदी तेजी के साथ निफ्टी बंद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 43.05 अंकों की तेजी के साथ 8,852.70 पर खुला और 133.35 अंकों या 1.51 फीसदी तेजी के साथ 8,943.00 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,950.85 के ऊपरी और 8,848.45 के निचले स्तर को छुआ. बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में तेजी बीएसई के मिडकैप में और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी देखी गई. मिडकैप 243.18 अंकों की तेजी के साथ 13,474.12 पर और स्मॉलकैप 120.28 अंकों की तेजी के साथ 12,764.34 पर बंद हुआ. बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में तेजी रही. बैंकिंग (2.96 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.94 फीसदी), वाहन (2.83 फीसदी), औद्योगिक (2.22 फीसदी) और वित्त (2.17 फीसदी) में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई.
भारत में विवाद के बाद खालिस्तान समर्थक पूर्व आतंकी जसपाल अटवाल कनाडा वापस चला गया है. भारत में उसके कनाडा के पीएम जस्टिन की पत्नी के साथ देखे जाने और पीएम के डिनर में आमंत्रित किए जाने पर विवाद शुरू हो गया था. कनाडा के दूतावास ने उसके निमंत्रण को रद्द कर दिया था. खुद कनाडा के पीएम जस्ट‍िन ने इस पर खेद जताते हुए हैरत जाहिर की थी कि किस तरह से अटवाल को आमंत्रित किया गया. कनाडा सरकार ने इस मामले की जांच शुरू की है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार जसपाल अटवाल इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का पूर्व सदस्य है और पंजाब के एक मंत्री मल्कियत सिंह सिंधु की 1986 में वैंकुवर में हत्या के प्रयास में उसे दोषी करार दिया गया था. उसे तीन अन्य साथियों के साथ 20 साल की सजा सुनाई गई थी. लेकिन बाद में उसे अच्छे आचरण के चलते रिहा कर दिया गया था. उसने मुंबई में 20 फरवरी को एक कार्यक्रम में कनाडा पीएम की पत्नी सोफी ट्रूडो के साथ फोटो खिंचवाई. जसपाल के साथ कनाडा के बुनियादी ढांचा और समुदाय मंत्री अमरजीत सोही ने 20 फरवरी को मुंबई में फोटो खिंचवाई. यही नहीं, सोशल मीडिया में पीएम जस्ट‍िन के साथ भी उसकी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. पंजाब चुनाव से पहले काली सूची से नाम हटा जसपाल को वीजा मिलने के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसका नाम 'काली सूची' से हटा दिया गया है, इसलिए ऐसा संभव हुआ. सूत्रों के अनुसार पंजाब के 2016 के चुनाव से पहले गृह मंत्रालय के एक अतिरिक्त सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी ने इस सूची की समीक्षा की थी और करीब 300 एनआरआई सिख और उनके परिवारों को सूची से बाहर कर दिया गया था. इस मुद्दे को लेकर जसपाल अटवाल ने भी सफाई दी है. अटवाल ने कहा है कि 1986 में हुई शूटिंग की एक घटना को आज के समय में इस प्रकार उछालना ठीक नहीं है. अटवाल ने कनाडाई मीडिया से कहा कि वह मुंबई में व्यापार से जुड़े काम से गए थे, उनका दिल्ली में डिनर में शामिल होने का इरादा नहीं था. अटवाल ने कहा है कि उनसे नफरत करने वाले लोग इस फोटो को गलत तरीके से फैला रहे हैं, वह 11 फरवरी को भारत आए थे. अटवाल ने बताया कि वह सरकारी डेलिगेशन के साथ नहीं बल्कि पर्सनल दौरे पर आए थे.
यह एक लेख है: सब्सिडी पर मिलने वाला घरेलू रसोई गैस सिलेंडर 1.93 रुपये महंगा हो गया है। पिछले एक महीने में रसोई गैस सिलेंडर में यह दूसरी वृद्धि हुई है। सरकार पेट्रोलियम पदार्थों की सब्सिडी को कम करने के लिये अब हर महीने इनके दाम में धीमी वृद्धि कर रही है। केरोसिन के दाम भी 25 पैसे लीटर बढ़ाये गये हैं। सब्सिडीयुक्त 14.2 किलो का घरेलू रसोई गैस सिलेंडर दिल्ली में अब 423.09 रुपये का मिलेगा। इससे पहले इसका दाम 421.16 रुपये था। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने यह जानकारी दी है। इससे पहले एक जुलाई को घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम 1.98 रुपये बढ़ाया गया था। सरकार ने घरेलू रसोई गैस और मिट्टी तेल से सब्सिडी को समाप्त करने के लिये हाल ही में यह तरीका अपनाया है। डीजल की तरह ही इन पेट्रोलियम पदार्थों के दाम भी धीरे धीरे बढ़ाकर सब्सिडी को समाप्त किया जायेगा। डीजल के दाम नवंबर 2014 में नियंत्रण मुक्त कर दिये गये थे। केन्द्र की पिछली यूपीए सरकार ने इसके दाम हर महीने 50 पैसे लीटर बढ़ाने शुरू किये थे। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर में अब हर महीने दो रुपये की वृद्धि इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मिट्टी तेल के दाम में भी सरकार ने तेल कंपनियों को हर महीने 25 पैसे वृद्धि करने की अनुमति दी है। कंपनियां 10 महीने तक ऐसा कर सकेंगी। मिट्टी तेल में ऐसी पहली वृद्धि पिछले महीने की गई और दूसरी आज से लागू हो गई। दिल्ली में राशन में मिलने वाला केरोसिन अब 15.46 रुपये लीटर मिलेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने इसके साथ ही बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 50.5 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) घटा दिया है। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में अब 487 रुपये प्रति सिलेंडर होगा। इससे पहले यह 537.50 रुपये प्रति सिलेंडर था। इससे पहले एक जुलाई को इसके दाम 11 रुपये कम किये गये थे। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर उपभोक्ता को उसके सब्सिडयुक्त 12 सिलेंडर का कोटा समाप्त होने के बाद लेना होता है। इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सब्सिडीयुक्त 14.2 किलो का घरेलू रसोई गैस सिलेंडर दिल्ली में अब 423.09 रुपये का मिलेगा। इससे पहले इसका दाम 421.16 रुपये था। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने यह जानकारी दी है। इससे पहले एक जुलाई को घरेलू रसोई गैस सिलेंडर का दाम 1.98 रुपये बढ़ाया गया था। सरकार ने घरेलू रसोई गैस और मिट्टी तेल से सब्सिडी को समाप्त करने के लिये हाल ही में यह तरीका अपनाया है। डीजल की तरह ही इन पेट्रोलियम पदार्थों के दाम भी धीरे धीरे बढ़ाकर सब्सिडी को समाप्त किया जायेगा। डीजल के दाम नवंबर 2014 में नियंत्रण मुक्त कर दिये गये थे। केन्द्र की पिछली यूपीए सरकार ने इसके दाम हर महीने 50 पैसे लीटर बढ़ाने शुरू किये थे। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर में अब हर महीने दो रुपये की वृद्धि इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मिट्टी तेल के दाम में भी सरकार ने तेल कंपनियों को हर महीने 25 पैसे वृद्धि करने की अनुमति दी है। कंपनियां 10 महीने तक ऐसा कर सकेंगी। मिट्टी तेल में ऐसी पहली वृद्धि पिछले महीने की गई और दूसरी आज से लागू हो गई। दिल्ली में राशन में मिलने वाला केरोसिन अब 15.46 रुपये लीटर मिलेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने इसके साथ ही बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 50.5 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) घटा दिया है। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में अब 487 रुपये प्रति सिलेंडर होगा। इससे पहले यह 537.50 रुपये प्रति सिलेंडर था। इससे पहले एक जुलाई को इसके दाम 11 रुपये कम किये गये थे। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर उपभोक्ता को उसके सब्सिडयुक्त 12 सिलेंडर का कोटा समाप्त होने के बाद लेना होता है। इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकार ने घरेलू रसोई गैस और मिट्टी तेल से सब्सिडी को समाप्त करने के लिये हाल ही में यह तरीका अपनाया है। डीजल की तरह ही इन पेट्रोलियम पदार्थों के दाम भी धीरे धीरे बढ़ाकर सब्सिडी को समाप्त किया जायेगा। डीजल के दाम नवंबर 2014 में नियंत्रण मुक्त कर दिये गये थे। केन्द्र की पिछली यूपीए सरकार ने इसके दाम हर महीने 50 पैसे लीटर बढ़ाने शुरू किये थे। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर में अब हर महीने दो रुपये की वृद्धि इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मिट्टी तेल के दाम में भी सरकार ने तेल कंपनियों को हर महीने 25 पैसे वृद्धि करने की अनुमति दी है। कंपनियां 10 महीने तक ऐसा कर सकेंगी। मिट्टी तेल में ऐसी पहली वृद्धि पिछले महीने की गई और दूसरी आज से लागू हो गई। दिल्ली में राशन में मिलने वाला केरोसिन अब 15.46 रुपये लीटर मिलेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने इसके साथ ही बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 50.5 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) घटा दिया है। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में अब 487 रुपये प्रति सिलेंडर होगा। इससे पहले यह 537.50 रुपये प्रति सिलेंडर था। इससे पहले एक जुलाई को इसके दाम 11 रुपये कम किये गये थे। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर उपभोक्ता को उसके सब्सिडयुक्त 12 सिलेंडर का कोटा समाप्त होने के बाद लेना होता है। इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) घरेलू रसोई गैस सिलेंडर में अब हर महीने दो रुपये की वृद्धि इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मिट्टी तेल के दाम में भी सरकार ने तेल कंपनियों को हर महीने 25 पैसे वृद्धि करने की अनुमति दी है। कंपनियां 10 महीने तक ऐसा कर सकेंगी। मिट्टी तेल में ऐसी पहली वृद्धि पिछले महीने की गई और दूसरी आज से लागू हो गई। दिल्ली में राशन में मिलने वाला केरोसिन अब 15.46 रुपये लीटर मिलेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने इसके साथ ही बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 50.5 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) घटा दिया है। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में अब 487 रुपये प्रति सिलेंडर होगा। इससे पहले यह 537.50 रुपये प्रति सिलेंडर था। इससे पहले एक जुलाई को इसके दाम 11 रुपये कम किये गये थे। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर उपभोक्ता को उसके सब्सिडयुक्त 12 सिलेंडर का कोटा समाप्त होने के बाद लेना होता है। इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दिल्ली में राशन में मिलने वाला केरोसिन अब 15.46 रुपये लीटर मिलेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने इसके साथ ही बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 50.5 रुपये प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) घटा दिया है। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में अब 487 रुपये प्रति सिलेंडर होगा। इससे पहले यह 537.50 रुपये प्रति सिलेंडर था। इससे पहले एक जुलाई को इसके दाम 11 रुपये कम किये गये थे। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर उपभोक्ता को उसके सब्सिडयुक्त 12 सिलेंडर का कोटा समाप्त होने के बाद लेना होता है। इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम दिल्ली में अब 487 रुपये प्रति सिलेंडर होगा। इससे पहले यह 537.50 रुपये प्रति सिलेंडर था। इससे पहले एक जुलाई को इसके दाम 11 रुपये कम किये गये थे। बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर उपभोक्ता को उसके सब्सिडयुक्त 12 सिलेंडर का कोटा समाप्त होने के बाद लेना होता है। इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके साथ ही हवाई ईंधन (एटीएफ) के दाम में 4.2 प्रतिशत कटौती की गई है। इस कटौती से पिछले पांच माह से इसमें जारी वृद्धि का रुख थम गया है।टिप्पणियां दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दिल्ली में एटीएफ यानी विमान ईंधन का दाम 2,080.5 रुपये यानी 4.2 प्रतिशत कम होकर 47,206.68 रुपये प्रति किलोलीटर रह गया। इससे पहले लगातार पांच बार एटीएफ के दाम बढ़े थे और इसमें करीब 25 प्रतिशत वृद्धि हुई थी।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अफ-पाक के हालात की समीक्षा के लिए बृहस्पतिवार को अपनी मासिक बैठक लेंगे. ओबामा की यह बैठक पाकिस्तान के एक मंत्री की हत्या और रेमंड डेविस मामले के बाद अमेरिका-पाक संबंधों को लेकर हो रही है. ओबामा की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में उनके प्रशासन के आला अधिकारी भी शामिल होंगे. इस बैठक में उपराष्ट्रपति जो बाइडेन, विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डोनिलोन, सीआईए निदेशक लियोन पैनेटा और ज्वाइंट चीव्स ऑफ स्टॉफ के अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन भी शामिल होंगे. अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत और अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के शीषर्स्थ कमांडर जनरल डेविड पेट्रायस वीडियो कांफ्रेंसिंग से इसमें भाग लेंगे. यह स्थिति समीक्षा बैठक पाकिस्तान के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शाहबाज भट्टी की हत्या की पृष्ठभूमि में हो रही है. इसके अलावा इस बैठक में अमेरिकी राजनयिक रेमंड डेविस का मुद्दा भी उठेगा. डेविस हत्या के एक मामले में पाकिस्तान की हिरासत में हैं.
यूपी के सैफई महोत्‍सव में शिरकत करने के बाद सलमान खान लगातार आलोचनाओं में घिरते चले जा रहे हैं. हालांकि सलमान खान को लगता है कि वहां परफॉर्म करके उन्‍होंने कुछ भी गलत नहीं किया. ऐसे मुद्दे उछालने के लिए उन्‍होंने मीडिया को जिम्‍मेदार ठहराया है. सलमान खान ने इस मसले पर 'हेडलाइंस टुडे' से बातचीत की और कई सवालों के अपने अंदाज में जवाब दिए. पेश हैं कुछ सवाल और सलमान के जवाब... सवाल: सलमान, मुझे याद नहीं कि आपने इससे पहले कब इस तरह किसी मुद्दे पर सफाई पेश की हो. आपके फेसबुक पेज पर इस बात पर सफाई दी गई है कि आपने सैफई में शिरकत क्‍यों की. आपको क्‍यों ऐसा लगा कि इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए? जवाब: मैं आपको बताता हूं. मीडिया को इसमें मनोरंजन के साथ-साथ 'मसाले' की जरूरत थी. जब इसमें सलमान खान, माधुरी दीक्षित, वरुण धवन, आलिया भट्ट जैसे स्‍टारों के नाम जुड़े हों, तो मीडिया इस पर 1 घंटे का प्रोग्राम तो बना ही सकता था, जिसमें चार 'ब्रेक' आ जाते. सवाल: क्‍या आपको सचमुच ऐसा लगता है कि 'बिजनेस' के चलते ऐसा हुआ? जवाब: तो ये और क्‍या है? हम वहां जिस तरह के शो के लिए गए थे, वैसे ही शो हम अन्‍य जगहों पर भी करते हैं. हम वहां एक शो के लिए गए थे, किसी पार्टी विशेष के लिए नहीं. यह उचित नहीं है कि माधुरी दीक्षित के डांस के शॉट के साथ कुछ गरीब बच्‍चों को जोड़कर दिखाया जाए. अगर मैं अंधेरी स्‍पोर्ट्स कॉम्‍प्‍लेक्‍स में परफॉर्म करता हूं, तो इसे आप मुंबई और इसके इर्द-गिर्द की गरीबी से जोड़कर क्‍यों नहीं दिखाते हैं? आखिर यूपी में ही ऐसा क्‍यों? सवाल: अगर आप सवाल कर रहे हैं, तो मुझे जवाब देने दें... जवाब: मुझे कहने दीजिए. वहां परफॉर्म करने वाले हर एक्‍टर ने सैफई में चैरिटी के लिए राशि दान की है, इसलिए अगर मैं रुपये कमाता हूं और इसे चैरिटी के लिए दान कर देता हूं, तो आपको इससे खुश हो जाना चाहिए. सवाल: कोई नहीं कह रहा है कि केवल आप लोगों की ही गलती है. हम लोग सरकार की भी आलोचना कर रहे हैं, जिसने आप लोगों को बुलाया. जवाब: लेकिन इससे हम कलाकारों की छवि खराब हुई...और अखिलेश तो सीएम हैं, जिन्‍हें लोगों ने चुना है. मुझे वहां जाकर कुछ आदर का भाव दिखाना था. सवाल: अखिलेश जब सामने आए, तो उन्‍होंने इसके लिए मीडिया को जिम्‍मेदार ठहराया... जवाब: मुझे नहीं पता, उन्‍होंने क्‍या कहा. मैं कलाकारों की बात कर रहा हूं. हममें से कोई भी वहां किसी के दिल को चोट पहुंचाने नहीं गया था. हम इसलिए गए, क्‍योंकि हमें किसी ने बुलाया था. हमने अपना काम किया और वापस आ गए. सवाल: सलमान, आप ऐसा इसलिए सोचते हैं, क्‍योंकि आप उस ग्रुप का हिस्‍सा थे. आप सारी चीजों को एक साथ देखिए, फिर देखिए कि यह कैसा लगता है. तब ही आप समझ सकेंगे कि हमारा मतलब क्‍या है... जवाब: आपने मुझसे सैफई के बारे में कुछ सवाल पूछे हैं, जिनके जवाब मैंने दे दिए हैं. अब आगे पूछिए. सवाल: क्‍या वजह है कि आपको फेसबुक पर सफाई पोस्‍ट करने की जरूरत पड़ गई? जवाब: हां, इसलिए कि न्‍यूज म‍ीडिया इस बारे में क्रेजी हो रहा था. आप एक्‍टर्स के डांस और जरूरतमंदों के शॉट्स साथ-साथ दिखाकर भोले-भाले दर्शकों का मन बदलने की कोशिश कर रहे हैं. बुलाने पर हम वहां गए, फिर वापस आ गए. सवाल: क्‍या आप प्रिया दत्त के प्रति भरोसेमंद हैं? जवाब: हां, क्‍योंकि मैं उन्‍हें तब से जानता हूं, जब वे बच्‍ची थीं. मैं उनकी मंशा से वाकिफ हूं. वे लोगों के लिए काम कर रही हैं, मैंने यह देखा है. मैं उनका समर्थन करूंगा.
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड ने कहा कि वह अगले साल दिसंबर तक प्रबंधकीय पदों के लिए 1,500 नई भर्तियां करेगी और इसके लिए सूचनाएं 2012 में जारी की जाएंगी। कोल इंडिया के कार्मिक निदेशक आर मोहनदास ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा,  हम दिसंबर 2012 तक लगभग 1,500 प्रबंधन प्रशिक्षु रखेंगे। इस बारे में विज्ञापन अगले साल फरवरी या मार्च में जारी होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया की इस सबसे बड़ी कोयला कंपनी के यहां लगभग 4,000 रिक्तियां हैं। दास के अनुसार कंपनी मानव संसाधन, वित्त, विपणन तथा ब्रिकी सहित 16 शाखाओं में भर्तियां करेगी।
चीन की मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो ने शानदार कैमरे वाला अपना नया हैंडसेट Oppo Find 7a भारत में पेश कर दिया है. कंपनी ने इसकी कीमत 31,990 रुपए तय की है. 5.5 इंच स्क्रीन वाला यह एंड्रॉयड फोन फुल एचडी डिस्पले देता है. इसमें गोरिल्ला ग्लास 3 है और इसका रिजॉल्यूशन 1920x1080 है. यह 2.3 क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 801 क्वाड कोर प्रॉसेसर से चलता है. इसका कैमरा 13 मेगापिक्सल का है. इसमें सोनी का सेंसर लगा हुआ है ताकि बिल्कुल साफ तस्वीर आए. इसका अपर्चर f/2 का है. यह फोन ऐसे सॉफ्टवेयर से लैस है जो कैमरे की ताकत बढ़ाकर 50 मेगापिक्सल कर देता है. फोन का फ्रंट कैमरा 5 मेगापिक्सल का है जिसका अपर्चर भी f/2 है. इसकी रैपिड चार्ज बैटरी 2800 एमएएच की है. इसका वजन 170 ग्राम है. यह दो रंगों में उपलब्ध है.
यह लेख है: मथुरा जिले की मांट विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत दर्ज करके तृणमूल कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में अपना खाता खोल लिया। तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार श्याम सुंदर शर्मा ने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के योगेश चौधरी को 6,604 हजार वोटों से हराकर सीट अपने नाम कर ली। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) नेता जयंत चौधरी के इस्तीफे से रिक्त हुई मांट सीट पर गत मंगलवार को मतदान हुआ था। मतगणना का काम आज सुबह शुरू हुआ था।   मांट सीट के निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि 67,457 वोट पाकर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी श्याम सुंदर शर्मा पहले स्थान पर रहे। रालोद के उम्मीदवार योगेश चौधरी 60,853 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के संजय लाठर 50,839 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। श्याम सुंदर शर्मा हालिया विधानसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी से हार गए थे। लेकिन उपचुनाव में उन्होंने रालोद से यह सीट झटकने में सफलता पा ली। मांट उपचुनाव में लाठर की हार को सपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम के सदस्य हैं। लाठर के लिए चुनाव प्रचार करने खुद अखिलेश मांट गए थे।टिप्पणियां मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार श्याम सुंदर शर्मा ने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के योगेश चौधरी को 6,604 हजार वोटों से हराकर सीट अपने नाम कर ली। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) नेता जयंत चौधरी के इस्तीफे से रिक्त हुई मांट सीट पर गत मंगलवार को मतदान हुआ था। मतगणना का काम आज सुबह शुरू हुआ था।   मांट सीट के निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि 67,457 वोट पाकर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी श्याम सुंदर शर्मा पहले स्थान पर रहे। रालोद के उम्मीदवार योगेश चौधरी 60,853 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के संजय लाठर 50,839 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। श्याम सुंदर शर्मा हालिया विधानसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी से हार गए थे। लेकिन उपचुनाव में उन्होंने रालोद से यह सीट झटकने में सफलता पा ली। मांट उपचुनाव में लाठर की हार को सपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम के सदस्य हैं। लाठर के लिए चुनाव प्रचार करने खुद अखिलेश मांट गए थे।टिप्पणियां मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) नेता जयंत चौधरी के इस्तीफे से रिक्त हुई मांट सीट पर गत मंगलवार को मतदान हुआ था। मतगणना का काम आज सुबह शुरू हुआ था।   मांट सीट के निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि 67,457 वोट पाकर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी श्याम सुंदर शर्मा पहले स्थान पर रहे। रालोद के उम्मीदवार योगेश चौधरी 60,853 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के संजय लाठर 50,839 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। श्याम सुंदर शर्मा हालिया विधानसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी से हार गए थे। लेकिन उपचुनाव में उन्होंने रालोद से यह सीट झटकने में सफलता पा ली। मांट उपचुनाव में लाठर की हार को सपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम के सदस्य हैं। लाठर के लिए चुनाव प्रचार करने खुद अखिलेश मांट गए थे।टिप्पणियां मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। मांट सीट के निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि 67,457 वोट पाकर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी श्याम सुंदर शर्मा पहले स्थान पर रहे। रालोद के उम्मीदवार योगेश चौधरी 60,853 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के संजय लाठर 50,839 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। श्याम सुंदर शर्मा हालिया विधानसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी से हार गए थे। लेकिन उपचुनाव में उन्होंने रालोद से यह सीट झटकने में सफलता पा ली। मांट उपचुनाव में लाठर की हार को सपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम के सदस्य हैं। लाठर के लिए चुनाव प्रचार करने खुद अखिलेश मांट गए थे।टिप्पणियां मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। श्याम सुंदर शर्मा हालिया विधानसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी से हार गए थे। लेकिन उपचुनाव में उन्होंने रालोद से यह सीट झटकने में सफलता पा ली। मांट उपचुनाव में लाठर की हार को सपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम के सदस्य हैं। लाठर के लिए चुनाव प्रचार करने खुद अखिलेश मांट गए थे।टिप्पणियां मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। मांट उपचुनाव में लाठर की हार को सपा के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। लाठर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोर टीम के सदस्य हैं। लाठर के लिए चुनाव प्रचार करने खुद अखिलेश मांट गए थे।टिप्पणियां मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। मांट सीट पर रालोद, सपा, तृणमूल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, जबकि कांग्रेस ने रालोद उम्मीदवार को समर्थन दिया था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था। मांट उपचुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। यहां पर करीब 61 फीसदी मतदान हुआ था।
उज्जैन ज़िला भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय उज्जैन है। विवरण उज्जैन नगर क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित एक धार्मिक और रमणीय, पवित्र भूमि है, जो अपने गौरवशाली अतीत, कुंभ, महाकाल ज्योतिर्लिंग और ओर अनेक प्रकार के मन्दिरों के कारण प्रसिद्ध है। उज्जैन में अनेक प्रकार के प्राकृतिक और धर्मिक स्थल दर्शनीय हैं! जिनमें १. महाकाल ज्योतिर्लिग २. हरसिध्दी ३. काल भेरव् ४. सन्दीपनी आश्रम् ५. भर्तहरी गुफा ६. चिन्तामन गणेश् ७. जन्तर-मन्तर ८. शनि मन्दिर ९. सिध्द-वट १०. मंगलनाथ ११. कालियादेह महल १२. गोपाल मंदिर आदि प्रसिद्ध हैं। उज्जैन जिले की तहसील तराना का ग्राम कनासिया फ़ौज़ी गाँव के नाम से प्रसिध्द है। इस गाँव के 800 जवान भारतीय सेना में है। इस गाँव में कई शिक्षक और बहुत सारे कबड्डी खिलाड़ी भी रहते हैं। इन्हें भी देखें उज्जैन मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश के जिले सन्दर्भ मध्य प्रदेश के जिले
फिल्म अभिनेत्री और राज्य सभा सांसद जया बच्चन ने आखिरकार महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) के नेता राज ठाकरे की दादागिरी के आगे घुटने टेक दिए. जया अपने दिए गए बयान पर राज ठाकरे की पार्टी के विरोध में दो दिन से ज्यादा टिक नहीं पाई और आखिरकार उन्होंने महाराष्ट्र और मराठी मानुस से माफी मांग ली. जया का माफीनामा एक अग्रेजी अखबार में छपा है. इस माफीनामे के जरिए उन्होंने कहा है कि ‘अगर मैंने मुंबई और महाराष्ट्र के मराठी भाषी लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है तो इसका मुझे दुख है. एक हिंदी फिल्म के म्यूज़िक लॉच पर मैंने हिंदी बोलने को लेकर जो कुछ कहा वो बिना किसी छल कपट से कहा था. मैं उस शहर को बदनाम क्यों करूंगी जिसने हमें सबकुछ दिया. क्या हमलोग भी इस शहर के नहीं हैं. मैं इस शहर का मरते दम तक निरादर नहीं करूंगी.’ जया ने यह भी कहा कि उनके जो भी बयान थे वो बिना किसी दुर्भावना के, हंसी मजाक में कहे गए थे.. उन्होंने कहा कि वो हिन्दी भाषा के इस्तेमाल में आराम महसूस करती हैं इसलिए उन्होंने कहा था कि हिंदी बोलेंगी. जया ने कहा कि उन्हें इस बात की थोड़ी भी उम्मीद नहीं थी कि हंसी मजाक में दिए गए इस बयान से इतना बड़ा बवाल शुरू हो जाएगा, इसके बावजूद भी मराठी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं तो उन्हें इसका बहुत दुख है. उन्होंने गुजारिश की कि उनके बयान पर बवेला ना खड़ा करें औऱ शहर की शांति बनी रहने दें.
अमेरिका के विस्कोन्सिन राज्य में मिल्वाउकी उपनगर के एक शॉपिंग केंद्र में एक संदिग्ध बंदूकधारी ने एक स्पा में गोलीबारी शुरू कर दी. इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गये, बाद में हमलावर भी मृत मिला. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी के अनुसार राष्ट्रपति बराक ओबामा को रविवार की इस घटना के बारे में शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह घटना आतंकवाद की नहीं है. कार्नी ने कहा, 'राष्ट्रपति को बताया गया कि विस्कोन्सिन के ब्रूकफील्ड में एक हमलावर था. उन्हें बताया गया कि गोलीबारी की घटना आतंकवाद से जुड़ी नहीं लगी.' ओबामा को इस बारे में जानकारी एफबीआई के निदेशक बॉब मूलर, राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ जैक ल्यू और गृह सुरक्षा सलाहकार जॉन ब्रेनान ने दी. उन्होंने कहा कि एफबीआई मौके पर है और ब्रूकफील्ड के पुलिस विभाग को हालात पर काबू पाने में सहयोग दे रही है. कार्नी के मुताबिक राष्ट्रपति ने एफबीआई को निर्देश दिया है कि राज्य के तथा स्थानीय अधिकारियों को संघीय सरकार का पूरा समर्थन मिलना चाहिए. स्थानीय पुलिस और संघीय जांच एजेंसियों के अनुसार संदिग्ध की पहचान 45 साल के रैडक्लिफ एफ ह्यूगटन के तौर पर हुई है जो एक स्पा कर्मी का पति था. बाद में अफ्रीकी.अमेरिकी रैडक्लिफ भी मृत मिला. ब्रूकफील्ड पुलिस प्रमुख डेनियल तुशॉस ने कहा कि उन्हें संदेह है कि संदिग्ध ने इमारत के अंदर एक इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस लगा दिया था जिससे इमारत को खाली कराने के उनके प्रयासों में अड़चन आ रही है. अमेरिका के इस राज्य में तीन महीने के भीतर गोलीबारी की यह दूसरी घटना है। इससे पहले एक अमेरिकी पूर्व सैनिक ने पांच अगस्त को एक गुरुद्वारे में गोलियां चला दी थीं जिसमें छह लोगों की जान चली गयी थी. घटना में घायल हुए लोगों को मिल्वाउकी के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां गुरूद्वारे की घटना में जख्मी हुए लोगों का इलाज चला. पिछले हफ्ते तक गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी में घायल हुए सभी लोगों को छुट्टी मिल चुकी है. इस बीच घटना से दुखी विस्कोन्सिन के गवर्नर स्कॉट वाकर ने कहा कि राज्य प्रशासन पीड़ितों और उनके परिजनों को हरसंभव मदद प्रदान करेगा. वाकर ने कहा, 'बेमतलब की हिंसा हमारे सामने कई सवाल खड़े करती है. हमारा राज्य पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ खड़ा रहेगा और हम उन्हें कानून प्रवर्तन से जुड़े तथा सामुदायिक सहयोग देंगे जिनकी उन्हें आने वाले दिनों में जरूरत होगी. विस्कोन्सिन पहुंचे रिपब्लिकन पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पॉल रियान ने घटना पर दुख जताया.
मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ऐसे समाधानों पर विचार कर रहा है, जिससे कंपनियां व्यापार के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अपने ग्राहकों से जुड़ने के लिए कर सकें. इसके साथ कंपनी ने कहा है कि इसके लिए में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. WhatsApp के स्पोकपर्सन मैट स्टेनफील्ड ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, हम निश्चित रूप से प्रोडक्ट बनाने के फेज में हैं. ये सॉल्यूशन छोटे और बड़े व्यापारियों के लिए होगा और इस दिशा में काम चल रहा है. उन्होंने कहा, भारत इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है. कंपनी की अपने प्लेटफॉर्म पर थर्ड पार्टी के विज्ञापन दिखाने की योजना नहीं है और वो अपने प्लेटफार्म से पैसे कमाने के तरीकों पर विचार कर रही है. कंपनियों के साथ काम करना इस दिशा में एक कदम हो सकता है. फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी ने पिछले साल कहा था कि WhatsApp ऐसी टूल की टेस्टिंग करेगी जिससे यूजर्स इस प्लेटफार्म के जरिए बैंक व एयरलाइन्स कंपनियों से कम्यूनिकेट कर पाएंगे. गौरतलब है कि WhatsApp लोगों के लिए फ्री है. व्हाट्सऐप के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है. कंपनी के एक अरब से अधिक यूजर्स में से लभाग 20 करोड़ भारत में हैं. आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, WhatsApp डिजिटल पेमेंट की तरफ भी अपने कदम बढ़ा रहा है.
जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा के मुरथल में गैंगरेप होने इनकार करती आई हरियाणा पुलिस अपने दावे से पलट गई है. हरियाणा पुलिस ने सोमवार को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के सामने स्वीकार किया कि जाट आंदोलन के दौरान इस तरह की घटनाओं की संभावनाएं हो सकती हैं. रेप की शिकार तीन महिलाएं सामने आईं हाई कोर्ट में दाखिल विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट के मुताबिक मुरथल में रेप की शिकार तीन महिलाएं सामने आई थीं. हरियाणा की आईजी (दक्षिणी रेंज, सह-प्रभार) और एसआईटी की चीफ ममता सिंह ने हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर अपनी रिपोर्ट सौंपी. इस रिपोर्ट के मुताबिक , पुलिस ने सोनीपत जिले के मुरथल में नेशनल हाईवे-1 पर घटी घटना के संबंध में 30 मार्च को दर्ज एफआईआर नंबर 118 में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376-डी के तहत रेप का मामला दर्ज किया है. दिल्ली की महिला ने की मुरथल में रेप होने की शिकायत एफआईआर में रेप की धारा दिल्ली की एक महिला शिकायत के आधार पर लगाई गई है, जिनके मुताबिक आंदोलनकारियों ने कथित तौर पर उनके साथ रेप किया था. राज्य सरकार ने कहा कि उसके पास कुछ गुमनाम पत्र आए, जिसमें वहां रेप की बात कही गई है. हरियाणा सरकार ने किया था गैंगरेप नहीं होने का दावा इससे पहले फरवरी में हरियाणा सरकार ने हाई कोर्ट में दावा किया था कि जाटों के आंदोलन के दौरान सोनीपत जिले में रेप या छेड़छाड़ जैसी कोई घटना नहीं घटी थी. सरकार ने इस संबंध में हाई कोर्ट में एक स्टेटस रिपोर्ट जमा कराई थी. कई महिलाओं के साथ कथित तौर पर गैंगरेप के आरोप के बाद हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने जांच के बाद प्रारंभिक स्टेटस रिपोर्ट सौंपी थी. इस टीम में सभी अधिकारी महिलाएं थीं. एसआईटी की इस रिपोर्ट में कहा गया कि कथित गैंगरेप या छेड़छाड़ की शिकायत करने कोई महिला सामने नहीं आई. HC ने लगाई खट्टर सरकार को फटकार दरअसल, मीडिया में आई गैंगरेप की घटना की खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार व पुलिस को स्टेटस रिपोर्ट सौंपने को कहा था. हाईकोर्ट ने सोमवार को मनोहर लाल खट्टर सरकार से जाट हिंसा की घटनाओं को देखने के लिए प्रकाश सिंह कमेटी की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाया और इसके संवैधानिक व कानूनी स्थिति को स्पष्ट करने को कहा. जाट आंदोलन के दौरान हुई थी 30 लोगों की मौत सरकारी नौकरियों व शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की मांग को लेकर नौ दिन चले जाट आंदोलन के दौरान कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 320 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अगर आप नेता की तरह दिखना चाहते हैं, तो जिम जाना शुरू कर दें। एक नए शोध से यह बात सामने आई है कि जब किसी व्यक्ति के नेतृत्व क्षमता को परखा जाता है, तो उसके मांसपेशियों वाले शरीर को बुद्धिमानी और ज्ञान की तुलना में अधिक महत्व दिया जाता है। शोधकर्ताओं में से एक अमेरिका के केलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बर्कलेज हास स्कूल ऑफ बिजनेस के मैनेजमेंट के प्रोफेसर कैमेरॉन एंडरसन का कहना है कि हमारे अध्य्यन के नतीजे आप सत्ता में बने हुए मजबूत लोगों में भी पा सकते हैं। उदाहरण के लिए आप अर्नाल्ड श्वार्जनेगर का मामला देखें, तो उनके मिस्टर यूनिवर्स के टाइटिल और पिछली इमेज ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई थी। 2003 के ऐतिहासिक चुनाव में श्वार्जनेगर ने अपने प्रतिद्वंद्वी तुलनात्मक रूप से शारीरिक रूप से कमजोर केलीफोर्निया के गर्वनर ग्रे डेविस को बड़ी आसानी से मात दे दी थी। यह अध्ययन जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी एंड सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।टिप्पणियां परीक्षण के दौरान प्रतिभागियों को कुछ शारीरिक रूप से मजबूत और मांसपेशियों से भरपूर लोगों के फोटो दिखाए गए और कुछ दुबले-पतले शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को फोटो दिखाए गए और उन्हें पसंदीदा नेता चुनने को कहा गया। ज्यादातर लोगों ने मजबूत लोगों को चुना। लेकिन, जब फोटोशॉप की मदद से कमजोर लोगों के चेहरों को मजबूत कदकाठी के साथ जोड़कर लोगों को दिखाया गया, तो नतीजा उल्टा आया। इस अध्ययन के दौरान यह देखा गया कि लंबाई को देखकर भी लोग नेतृत्व क्षमता को आंकते हैं। हालांकि यह मनोवृत्ति सिर्फ पुरूष नेतृत्व के संदर्भ में ही देखी गई। शारीरिक रूप से कमजोर और मजबूत महिलाओं की तुलना करने पर इस मानसिकता का बहुत मामूली प्रभाव देखा गया। उदाहरण के लिए आप अर्नाल्ड श्वार्जनेगर का मामला देखें, तो उनके मिस्टर यूनिवर्स के टाइटिल और पिछली इमेज ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई थी। 2003 के ऐतिहासिक चुनाव में श्वार्जनेगर ने अपने प्रतिद्वंद्वी तुलनात्मक रूप से शारीरिक रूप से कमजोर केलीफोर्निया के गर्वनर ग्रे डेविस को बड़ी आसानी से मात दे दी थी। यह अध्ययन जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी एंड सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।टिप्पणियां परीक्षण के दौरान प्रतिभागियों को कुछ शारीरिक रूप से मजबूत और मांसपेशियों से भरपूर लोगों के फोटो दिखाए गए और कुछ दुबले-पतले शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को फोटो दिखाए गए और उन्हें पसंदीदा नेता चुनने को कहा गया। ज्यादातर लोगों ने मजबूत लोगों को चुना। लेकिन, जब फोटोशॉप की मदद से कमजोर लोगों के चेहरों को मजबूत कदकाठी के साथ जोड़कर लोगों को दिखाया गया, तो नतीजा उल्टा आया। इस अध्ययन के दौरान यह देखा गया कि लंबाई को देखकर भी लोग नेतृत्व क्षमता को आंकते हैं। हालांकि यह मनोवृत्ति सिर्फ पुरूष नेतृत्व के संदर्भ में ही देखी गई। शारीरिक रूप से कमजोर और मजबूत महिलाओं की तुलना करने पर इस मानसिकता का बहुत मामूली प्रभाव देखा गया। परीक्षण के दौरान प्रतिभागियों को कुछ शारीरिक रूप से मजबूत और मांसपेशियों से भरपूर लोगों के फोटो दिखाए गए और कुछ दुबले-पतले शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को फोटो दिखाए गए और उन्हें पसंदीदा नेता चुनने को कहा गया। ज्यादातर लोगों ने मजबूत लोगों को चुना। लेकिन, जब फोटोशॉप की मदद से कमजोर लोगों के चेहरों को मजबूत कदकाठी के साथ जोड़कर लोगों को दिखाया गया, तो नतीजा उल्टा आया। इस अध्ययन के दौरान यह देखा गया कि लंबाई को देखकर भी लोग नेतृत्व क्षमता को आंकते हैं। हालांकि यह मनोवृत्ति सिर्फ पुरूष नेतृत्व के संदर्भ में ही देखी गई। शारीरिक रूप से कमजोर और मजबूत महिलाओं की तुलना करने पर इस मानसिकता का बहुत मामूली प्रभाव देखा गया। ज्यादातर लोगों ने मजबूत लोगों को चुना। लेकिन, जब फोटोशॉप की मदद से कमजोर लोगों के चेहरों को मजबूत कदकाठी के साथ जोड़कर लोगों को दिखाया गया, तो नतीजा उल्टा आया। इस अध्ययन के दौरान यह देखा गया कि लंबाई को देखकर भी लोग नेतृत्व क्षमता को आंकते हैं। हालांकि यह मनोवृत्ति सिर्फ पुरूष नेतृत्व के संदर्भ में ही देखी गई। शारीरिक रूप से कमजोर और मजबूत महिलाओं की तुलना करने पर इस मानसिकता का बहुत मामूली प्रभाव देखा गया।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: एनआईए (NIA) ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादी समूहों को आर्थिक मदद मुहैया कराने के मामले में मीरवाइज समेत अलगाववादी नेताओं के परिसरों पर 26 फरवरी को तलाशी ली थी. एनआईए के दल ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मीरवाइज, नसीम गिलानी और तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष अशरफ सहराई समेत कुछ अलगाववादी नेताओं के घरों पर तलाशी ली. जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के नेता यासीन मलिक, शबीर शाह, जफर भट और मसरत आलम के घरों पर भी तलाशी ली गयी. मीरवाइज और सहराई को छोड़कर बाकी सभी नेताओं को कुछ समय के लिए जेल भेज दिया गया. एनआईए ने पिछले साल मीरवाइज के दो मामाओं-मौलवी मंजूर तथा मौलवी शफात तथा उसके करीबी सहयोगियों से पूछताछ की थी. मंजूर और शफात सेवानिवृत्त वरिष्ठ सरकारी अधिकारी हैं. एनआईए की जांच में आतंकी गतिविधियों को फंडिंग, सुरक्षा बलों पर पथराव करने, स्कूलों को जलाने और सरकारी संस्थानों को नुकसान पहुंचाने में शामिल लोगों की पहचान करने का प्रयास किया गया है.
लेख: छत्तीसगढ़ सरकार ने नान और अवैध फोन टेपिंग मामले में दो IPS अधिकारियों को निलंबित क दिया है. राज्य शासन ने इसे लेकर शनिवार को एक आदेश जारी किया. सरकार की तरफ से जारी इस आदेश के अनुसार, मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह पर अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियम 1968 के नियम 3 के तहत कार्रवाई की गई है. इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में किसी भी प्रकार से दोषी पाए जाने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. गौरतलब है कि गुरुवार देर रात आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह पर आरोप है कि नान घोटाले की जांच के दौरान मिली डायरी के कुछ पन्नों के इर्द-गिर्द ही जांच केंद्रित रखी गई, जबकि डायरी के कई पन्नों में प्रभावशाली लोगों के नाम लिखे गए थे, जिन्हें जांच के दायरे में नहीं लाया गया. ऐसी स्थिति में संदेह पैदा होता है कि जांच को प्रभावित करने के साथ प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए जांच गलत ढंग से की गई. मुकेश गुप्ता और तत्कालीन एसीबी के एसपी रजनेश सिंह पर अवैध तरीके से फोन टैप कराए जाने की भी शिकायत सामने आई है, जिसे एफआईआर का आधार बनाया गया है.
तमिलनाडु बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने 12वीं के नतीजे ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी कर दिए हैं. स्‍टूडेंट्स tnresults.nic.in पर जाकर देख सकते हैं. इस परीक्षा का आयोजन 4 मार्च 2016 से 1 अप्रैल के बीच हुआ था. नतीजे देखने के लिए यहां क्लिक करें .
शुक्तिमती चेदि साम्राज्य की राजधानी है जो हिन्दू साहित्य में वर्णित है। यह इसी नाम की शुक्तिमती नदी के तट पर स्थित है, जो इस क्षेत्र से होकर बहती है। पाली-भाषा के बौद्ध ग्रंथों में इसे सोत्थिवती-नागारा कहा गया है। किंवदंती शुक्तिमती का निर्माण चंद्रवंश (चंद्र वंश) के एक चेदि राजा द्वारा किया गया बताया जाता है, जिसे उपरीचर वसु के नाम से जाना जाता है। महाभारत में कहा गया है कि शुक्तिमती नदी कोलाहाला नामक पर्वत पर प्रेम करने के लिए मजबूर होने के बाद जुड़वां बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) को जन्म देती है। राजा द्वारा लात मारकर मुक्त किये जाने के बाद, नदी उसे जुड़वाँ बच्चे देती है। उपरिचार वासु लड़के को अपनी सेनाओं का सेनापति बनाता है और लड़की गिरिका से शादी करता है।
जम्मू-कश्मीर में सीमा के उस पार पाकिस्तान में भारतीय सीमा में घुसपैठ की बड़ी साजिश तैयार है. सीमा सुरक्षा बल-बीएसएफ के अनुसार सीमा के उस पार सांबा सेक्टर में 30 से 40 आतंकी घुसपैठ की फिराक में तैयार बैठे हैं. छोटे-छोटे समूह में घुसपैठ की कोशिश जम्मू में सीमा सुरक्षा बल के आईजी राकेश शर्मा ने इसकी जानकारी दी. शर्मा के अनुसार ये आतंकी छोटे-छोटे समूहों में सीमा के अंदर घुसपैठ की फिराक में हैं. सीमा सुरक्षा बल के अनुसार ये आतंकी 15 अगस्त से पहले भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश में हैं. सीमा पर चौकसी बढ़ी स्थिति के मद्देनजर सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है. अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर 200 किलोमीटर के दायरे में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. सीमा की चौकसी के लिए निगरानी तेज कर दी गई है. गुरुवार को भी हुई थी कोशिश गुरुवार रात को भी सांबा सेक्टर में 4 आतंकवादियों के मूवमेंट को देने के बाद सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कार्रवाई की थी और घुसपैठियों को वापस भागने पर मजबूर कर दिया था.
ब्रिटेन का एक दंपति नर्व एजेंट नोविचोक के संपर्क में आने के बाद गंभीर रूप से बीमार पड़ गया है. यह वही नर्व एजेंट है जिसका इस्तेमाल पास के शहर सेलिस्बरी में रूस के पूर्व जासूस और उनकी बेटी को जहर देने के लिए किया गया था. ब्रिटेन पुलिस ने गुरुवार को बताया कि पोर्टन डाउन सैन्य प्रयोगशाला में इस पदार्थ की पुष्टि होने के बाद आतंकवाद रोधी पुलिस घटना की जांच नए सिरे से कर रही है. ब्रिटेन का दावा है कि यह नर्व एजेंट सोवियत राष्ट्र द्वारा बनाया गया एक सैन्य स्तरीय नर्व एजेंट है. आतंकवाद रोधी पुलिस के प्रमुख नील बसु ने संवाददाताओं से कहा , 'यह वही नर्व एजेंट है. यह बता पाना कि यह रसायन उसी खेप का है या नहीं अब वैज्ञानिकों के ऊपर निर्भर करता है.' (पीड़ित दंपति-चार्ली रोली और डॉन स्टर्गेस ) बसु ने कहा कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि चार्ली रोली और डॉन स्टर्गेस को 'किसी भी तरह से निशाना बनाया गया' है. ये दोनों शनिवार को दक्षिण पश्चिमी इंग्लैंड के अमेसबरी में बीमार पड़ गए थे. यह जगह उस स्थान के काफी नजदीक है जहां चार मार्च को पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया एक बेंच पर बेसुध पड़े मिले थे. इस घटना के बाद से ब्रिटेन और रूस के कूटनीतिक संबंधों में खटास पड़ गई थी.  बसु ने कहा, 'इन दोनों घटनाओं के बीच कोई संबंध है या नहीं यह हमारे लिए जांच का विषय है.' सरकार ने गुरुवार को जांच के लिए आपात बैठक बुलाई है. आतंकवाद रोधी पुलिस नेटवर्क विल्टशायर पुलिस के साथ मिलकर इस मामले की जांच कर रहा है. बीबीसी के मुताबिक, बसु ने कहा कि किसी भी तरह का दूषित सामान नहीं मिला है, लेकिन अधिकारी इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं कि क्या इस दंपति को जहर दिया गया या नहीं. उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी अनजान चीज को उठाने से बचने की जरूरत है. गृह मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि मार्च में स्क्रिपल और उनकी बेटी पर हुए हमले के बाद इस तरह की घटना हुई है.
परिणीति चोपड़ा और सानिया मिर्जा अच्छी दोस्ती हैं. परिणीति चोपड़ा हाल ही में नेहा धूपिया के चैट शो 'नो फिल्टर नेहा' में शामिल हुईं. इस दौरान परिणीति ने अपने और सानिया के बीच एक अजीब समानता बताई है. जब उनसे पूछा गया कि उन्हें सानिया के बायोपिक में उनका किरदार क्यों निभाना चाहिए तो परिणीति ने जवाब दिया कि उनकी और सानिया की शारीरिक बनावट एक जैसी है. इस सबके पीछे एक लंबी कहानी है. परिणीति ने इससे जुड़ा हुआ एक किस्सा शेयर किया. उन्होंने कहा, 'मुझे याद आता है कि सानिया यूएस ओपन खेल रही थीं और उन्होंसने मुझे आधी रात को करीब 2-3 बजे फोन किया और कहा, 'हाय, मैं सानिया मिर्जा हूं, मैं सिर्फ यह कहना चाहती कि मैंने कल एक इंटरव्यू दिया, जिसमें मैंने तुम्हारा नाम लिया है. यह अब हर जगह छप गया है और यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं तुम्हें बता दूं कि ऐसा क्यों हुआ.' दरअसल, इंटरव्यू में सानिया ने कहा था कि वह चाहती हैं उन पर अगर बायोपिक बने तो परिणीति चोपड़ा उनका किरदार निभाएं. परिणीति चोपड़ा ने शो में बताया, 'मैंने उससे कहा कि यह बहुत अच्छा है कि आपने बायोपिक के लिए मेरा नाम लिया. सानिया ने परिणीति से कहा कि तुम मेरी तरह दिखती हो और तुम्हारी और मेरी शारीरिक बनावट भी एक जैसी है. खासतौर पर चेस्ट एरिया में. मुझे लगता है कि तुम सबसे ज्यादा मेरे जैसे मिजाज की दिखती हो. मैंने उसे धन्यवाद दिया. उसी समय से हम दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं. परिणीति चोपड़ा और सानिया मिर्जा के बीच और भी कई समानताएं हैं.
ईयरफोन युवाओं के लिए जानलेवा बनता जा रहा है. कान में ईयरफोन लगाकर गाने सुनने की लत से युवा सड़क और रेल पटरियों पर हादसे का शिकार हो रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे फरीदाबाद में कान में ईयरफोन लगाकर रेल ट्रैक पार करते समय एक युवक ट्रेन की चपेट में आ गया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जानकारी के अनुसार आसिफ मलिक अपने घर से प्रतिदिन की तरह अपने काम पर निकला था. वह कान में ईयरफोन लगाकर गाने सुनते हुए जा रहा था. रास्ते में रेल ट्रैक पार करते समय वह फोन में मशगूल था. इसी बीच ट्रेन आ गई और वह इसकी चपेट में आ गया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ईयरफोन के कारण नहीं सुन पाया ट्रेन का हॉर्न आसिफ के घर से निकलते समय उसके घर वालों ने सोचा भी नहीं होगा कि वह अब कभी जिंदा घर लौटकर नहीं आएगा. कान में ईयरफोन लगाए होने के कारण वह ट्रेन का हॉर्न नहीं सुन पाया और यही उसके लिए काल बन गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद सिविल अस्पताल भेज दिया. गौरतलब है कि ईयरफोन पर गाने सुनते रहने या बात करने के कारण हादसों में इजाफा हो रहा है. पुलिस और सामाजिक संगठन वाहन चलाते समय फोन का इस्तेमाल न करने के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर मुहिम चलाते रहे हैं, लेकिन यह बेअसर सिद्ध हो रहा है.
राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए गेंदबाजी विभाग में आमूलचूल बदलाव करते हुए पांच नए चेहरों को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया, लेकिन अनुभवी हरभजन सिंह को फिर से नजरअंदाज कर दिया गया। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और इशांत शर्मा की चोटों से उबरने के बाद टीम में वापसी हुई है। ये सभी खिलाड़ी इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला में नहीं खेल पाए थे। श्रीकांत की अगुवाई वाली चयनसमिति ने इंग्लैंड में 0-4 से पराजित होने वाली टीम में कई बदलाव किए हैं, लेकिन बल्लेबाजी क्रम में सुरेश रैना के स्थान पर विराट कोहली को रखने और रिजर्व सलामी बल्लेबाज के तौर पर अजिंक्या रहाणे को तरजीह देने के अलावा खास छेड़छाड़ नहीं की गई है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम में मुख्य बदलाव गेंदबाजी विभाग में किए गए हैं, जिसमें हरभजन, प्रवीण कुमार और एस श्रीसंत के बजाय युवा तेज गेंदबाज वरुण आरोन और उमेश यादव तथा स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और राहुल शर्मा पर विश्वास दिखाया गया है। इनके अलावा रहाणे भी टीम में शामिल नया चेहरा है, जिन्हें इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला में अच्छे प्रदर्शन का इनाम दिया गया है। रहाणे को रिजर्व सलामी बल्लेबाज के तौर पर मुरली विजय और अभिनव मुकुंद पर वरीयता दी गयी है। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता श्रीकांत ने कहा कि यह बेहतरीन टीम चुनी गई है और ये खिलाड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ अच्छा करेंगे। उन्होंने कहा, हमारे पास बेहतरीन टीम है। निश्चित तौर पर हमने भविष्य को देखते हुए विचार किया है। हमें भविष्य को देखते को टीम बनानी होगी। आपने खुद नतीजे देखें हैं। जब हमने नए खिलाड़ियों को मौका दिया, तो हमने इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला 5-0 से जीत ली। श्रीकांत ने कहा, हमें पूरा भरोसा है कि यह टीम टेस्ट मैच में अच्छा करेगी। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और इशांत शर्मा चोट से पूरी तरह उबर चुके हैं। हर खिलाड़ी 100 फीसदी फिट है। उन्होंने कहा कि चयन समिति ने टीम चुनते समय कप्तान धोनी के साथ विस्तृत चर्चा की।
मुज़फ़्फ़रनगर दंगों पर बनी फ़िल्म 'शोरगुल' को लेकर ख़ूब शोरगुल मचा है!! चंडीगढ़ के एक लेखक विजय सौदाई ने फ़िल्म निर्माताओं को कॉपीराइट उल्लंघन का लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें बिना लाभ और श्रेय दिए फ़िल्म में उनके नॉवल 'वंदे मातरम' की नकल की गई है, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने फ़िल्म की स्टारकास्ट और निर्माताओं को नोटिस जारी किया है, जिसका जवाब शोरगुल की टीम दे चुकी है। खामन पीर बाबा कमेटी की ओर से शोरगुल के प्रोड्यूसर को फतवा भी जारी हुआ। आरोप लगा कि फ़िल्म में मुस्लिम समुदाय को लेकर आपत्तिजनक डायलॉग बोले गए हैं, लेकिन शोरगुल की टीम का कहना है कि फ़िल्म में कुछ विवादित नहीं है। फ़िल्म को लेकर खड़ा होता विवाद देखते हुए डीजीपी ऑफ़िस ने उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलों को निर्देश दिया कि जिस भी थिएटर या मल्टीप्लेक्स में शोरगुल रिलीज़ हो रही है, वहां कड़ी चौकसी बरती जाए। लेकिन सुरक्षा से जुड़े ख़तरे को देखते हुए मुज़फ्फ़रनगर के थिएटर मालिकों ने फ़िल्म रिलीज़ करने से ही मना कर दिया है। टिप्पणियां लखनऊ समेत कानपुर, बरेली, गाज़ियाबाद जैसे कई ज़िलों में भी थिएटर मालिकों के बीच यही डर है पर टीम दावा करती है कि अखिलेश सरकार ने मदद का आश्वासन दिया है। जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा स्टारर शोरगुल की रिलीज़ डेट 24 जून से बढ़ाकर 1 जुलाई कर दी गई है। वजह स्थानीय नेताओं का डर है और बिगड़ी कानून व्यवस्था जो फ़िल्म और सिनेमाहॉल्स को नुकसान पहुंचा सकती है, पर उन्हें अब भी उम्मीद है कि 1 जुलाई को इनकी शोरगुल बिना शोर मचाए ज़रूर रिलीज़ होगी। खामन पीर बाबा कमेटी की ओर से शोरगुल के प्रोड्यूसर को फतवा भी जारी हुआ। आरोप लगा कि फ़िल्म में मुस्लिम समुदाय को लेकर आपत्तिजनक डायलॉग बोले गए हैं, लेकिन शोरगुल की टीम का कहना है कि फ़िल्म में कुछ विवादित नहीं है। फ़िल्म को लेकर खड़ा होता विवाद देखते हुए डीजीपी ऑफ़िस ने उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलों को निर्देश दिया कि जिस भी थिएटर या मल्टीप्लेक्स में शोरगुल रिलीज़ हो रही है, वहां कड़ी चौकसी बरती जाए। लेकिन सुरक्षा से जुड़े ख़तरे को देखते हुए मुज़फ्फ़रनगर के थिएटर मालिकों ने फ़िल्म रिलीज़ करने से ही मना कर दिया है। टिप्पणियां लखनऊ समेत कानपुर, बरेली, गाज़ियाबाद जैसे कई ज़िलों में भी थिएटर मालिकों के बीच यही डर है पर टीम दावा करती है कि अखिलेश सरकार ने मदद का आश्वासन दिया है। जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा स्टारर शोरगुल की रिलीज़ डेट 24 जून से बढ़ाकर 1 जुलाई कर दी गई है। वजह स्थानीय नेताओं का डर है और बिगड़ी कानून व्यवस्था जो फ़िल्म और सिनेमाहॉल्स को नुकसान पहुंचा सकती है, पर उन्हें अब भी उम्मीद है कि 1 जुलाई को इनकी शोरगुल बिना शोर मचाए ज़रूर रिलीज़ होगी। फ़िल्म को लेकर खड़ा होता विवाद देखते हुए डीजीपी ऑफ़िस ने उत्तर प्रदेश के सभी ज़िलों को निर्देश दिया कि जिस भी थिएटर या मल्टीप्लेक्स में शोरगुल रिलीज़ हो रही है, वहां कड़ी चौकसी बरती जाए। लेकिन सुरक्षा से जुड़े ख़तरे को देखते हुए मुज़फ्फ़रनगर के थिएटर मालिकों ने फ़िल्म रिलीज़ करने से ही मना कर दिया है। टिप्पणियां लखनऊ समेत कानपुर, बरेली, गाज़ियाबाद जैसे कई ज़िलों में भी थिएटर मालिकों के बीच यही डर है पर टीम दावा करती है कि अखिलेश सरकार ने मदद का आश्वासन दिया है। जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा स्टारर शोरगुल की रिलीज़ डेट 24 जून से बढ़ाकर 1 जुलाई कर दी गई है। वजह स्थानीय नेताओं का डर है और बिगड़ी कानून व्यवस्था जो फ़िल्म और सिनेमाहॉल्स को नुकसान पहुंचा सकती है, पर उन्हें अब भी उम्मीद है कि 1 जुलाई को इनकी शोरगुल बिना शोर मचाए ज़रूर रिलीज़ होगी। लखनऊ समेत कानपुर, बरेली, गाज़ियाबाद जैसे कई ज़िलों में भी थिएटर मालिकों के बीच यही डर है पर टीम दावा करती है कि अखिलेश सरकार ने मदद का आश्वासन दिया है। जिम्मी शेरगिल और आशुतोष राणा स्टारर शोरगुल की रिलीज़ डेट 24 जून से बढ़ाकर 1 जुलाई कर दी गई है। वजह स्थानीय नेताओं का डर है और बिगड़ी कानून व्यवस्था जो फ़िल्म और सिनेमाहॉल्स को नुकसान पहुंचा सकती है, पर उन्हें अब भी उम्मीद है कि 1 जुलाई को इनकी शोरगुल बिना शोर मचाए ज़रूर रिलीज़ होगी। वजह स्थानीय नेताओं का डर है और बिगड़ी कानून व्यवस्था जो फ़िल्म और सिनेमाहॉल्स को नुकसान पहुंचा सकती है, पर उन्हें अब भी उम्मीद है कि 1 जुलाई को इनकी शोरगुल बिना शोर मचाए ज़रूर रिलीज़ होगी।
राहत शिविरों में मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों की बदहाली पर बेतुके बयान देकर समाजवादी पार्टी और उत्तर प्रदेश सरकार अपनी फजीहत कराने पर तुली हैं. मुलायम सिंह के बाद यूपी शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी ऐसा ही बयान दिया है. राहत शिविरों में बच्चों के ठंड से मरने के सवाल पर उत्तर प्रदेश सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम) एके गुप्ता ने कह दिया कि कोई ठंड से नहीं मरता. अगर ऐसा होता तो साइबेरिया में कोई जिंदा नहीं बचता. उन्होंने कहा, 'बच्चे निमोनिया से मरते हैं, ठंड से नहीं. ठंड से कोई नहीं मर सकता. अगर ठंड से मौतें होतीं तो साइबेरिया में कोई जिंदा नहीं बचता.' उत्तर प्रदेश सरकार ने उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया है जिसमें दंगा पीड़ितों के राहत शिविर में 34 बच्चों की मौत का दावा किया गया था. मुलायम ने भी किया था बेतुका दावा इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भी ऐसा ही बेतुका बयान दिया था. उन्होंने दावा किया था कि राहत शिविरों में कोई दंगा पीड़ित नहीं बचा है और वहां केवल कांग्रेस-बीजेपी के लोग रुके हुए हैं, जो उत्तर प्रदेश सरकार की छवि को खराब कर रहे हैं. मुलायम के इस बयान से एक दिन पहले ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर का दौरा कर दंगा पीड़ितों से मुलाकात की थी. मुलायम के बाद प्रिंसिपल सेक्रेटरी का यह बयान विपक्षी पार्टियों और मुसलमानों को और नाराज कर सकता है. उन्हें कम कपड़ों में साइबेरिया भेज दो: उमर अब्दुल्ला एके गुप्ता के इस बेशर्म बयान की आंच जम्मू-कश्मीर तक पहुंच गई. सूबे के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर उनकी खिंचाई की है. उन्होंने लिखा, 'अच्छा कोई ठंड से नहीं मर सकता!!!! उन्हें कुछ कम कपड़ों में बाहर भेजो और देखो कि कैसे तुरंत ही उनके सुर बदल जाते हैं.' क्या अखिलेश चाहते हैं कि दंगे हों: शाहिद सिद्दीकी कभी समाजवादी पार्टी में रह चुके शाहिद सिद्दीकी ने मुजफ्फरनगर राहत शिविर में हुई मौतों के लिए सीधे सपा नेतृत्व पर हमला बोला है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मुजफ्फरनगर दंगों में 60 लोग मारे गए लेकिन राहत शिविर में 40 बच्चों को अखिलेश और मुलायम ने मारा है. वे इन हत्याओं के लिए सीधे जिम्मेदार हैं.' शाहिद यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे लिखा, 'एक बार मुलायम ने मुझसे कहा था कि कोई भी दंगा एक दिन से ज्यादा नहीं चल सकता, बशर्ते कोई मुख्यमंत्री ऐसा न चाहता हो. क्या अखिलेश चाहते हैं कि दंगे हों?' एके गुप्ता के बयान पर खफा शाहिद ने लिखा, 'उन्हें बिना कपड़ों के साइबेरिया भेजा जाए और उन्हें वहां जीने दिया जाए.'
गुजरात में पाटीदारों की नाराजगी विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को काफी भारी पड़ी थी. यही कारण है कि राज्य की विजय रुपाणी सरकार अब पाटीदारों को मनाने में जुटी है. पाटीदार आंदोलन के वक्त किए गए पुलिस लाठीचार्ज की राज्य सरकार अब आयोग के जरिए जांच करवाएगी. सरकार के जरिए बनाया गया K.A. पुंज आयोग इस मामले की जांच करेगा. इसके लिए पुलिस दमन के शिकार पाटीदार परिवारों और गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे. परिवारों और गवाहों को आयोग के सामने हलफनामा भी देना होगा. आपको बता दें कि पाटीदार आंदोलन के वक्त जीएमडीसी मैदान में पाटीदारों पर हुए लाठीचार्ज और उसके बाद भड़की हिंसा में पुलिस ने किए दमन की जांच होगी. पिछले साल पुलिस दमन की जांच के लिए आयोग बनाया था. लेकिन जांच अब शुरू होगी. आनंदी बेन को देना पड़ा था इस्तीफा गौरतलब है कि बीते वर्ष पाटीदार आंदोलन के बाद दबाव में आईं आनंदीबेन ने अपना इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने यह कहकर इस्तीफा दिया था कि वह चाहती हैं कि अब उनकी जगह कोई युवा नेता आगे आए. उन्होंने अपना इस्तीफा फेसबुक पोस्ट के जरिए दिया था. पाटीदार आंदोलन के बाद ही हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर जैसे नेता बनकर उभरे. जिन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की नाक में दम करे रखा. हार्दिक पटेल के नेतृत्व में 2015 में पटेल समुदाय ने आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन किया था. सरकारी नौकरी से लेकर कॉलेजों में एडमिशन में 10 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे थे. पटेल समुदाय का आंदोलन हिंसक रूप भी अख्तियार कर लिया था. इसके बाद से पटेल समुदाय बीजेपी से नाराज चल रहा था.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के जरिए मिले विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद पांचवें दिन यानी आज शुक्रवार 3 मायनों में बेहद खास रहा जिसमें सबसे अहम बात यह रही कि इसको लेकर एक तारीख मुकर्रर हो गई कि जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के संसद से पास होने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के रूप में किस दिन भारत के नक्शे पर अवतरित होगा. अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहला जुमा था और यह दिन अपेक्षाकृत शांति से निकल गया. शाम होते-होते खबर आई कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर हस्ताक्षर करने के साथ ही अपनी रजामंदी दे दी. राष्ट्रपति की अनुमति मिलने के बाद अब जम्मू-कश्मीर राज्य के बंटवारे और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में बनने का रास्ता साफ हो गया. आज से 84वें दिन लद्दाख भी केंद्र शासित प्रदेश के रूप में भारतीय नक्शे पर नजर आएगा. Jammu & Kashmir and Ladakh to come into existence as separate Union Territories on October 31. pic.twitter.com/5FrN5PKkSs — ANI (@ANI) August 9, 2019 करगिल हुआ लद्दाख के साथ राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद केंद्र सरकार ने इस संबंध में घोषणा करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख 31 अक्टूबर को केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के रूप में अस्तित्व में आ जाएंगे. अविभाजित जम्मू-कश्मीर अब तक राज्य की हैसियत से था, लेकिन अब उसे केंद्र शासित प्रदेश के रूप में रहना पड़ेगा. जबकि जम्मू-कश्मीर से अलग किए गए लद्दाख को करगिल के साथ मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है. भारत सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान में ज्यादा खलबली मची हुई है और उसने पिछले कुछ घंटों में बड़े फैसले लेते हुए व्यापारिक संबंध खत्म कर लिया और राजनयिक संबंध कम कर लिया है. इसके अलावा पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैसले के खिलाफ भारत पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रहा है. पाकिस्तान में बेचैनी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को चीन भेजा है. माना जा रहा है कि कुरैशी चीन के शीर्ष नेताओं से भारत की ओर से घाटी में उठाए गए कदमों पर चर्चा करेंगे. हालांकि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के भारत के ऐतिहासिक फैसले पर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. विश्व के कई देशों ने इस मसले पर पाकिस्तान को झटका देते हुए साथ नहीं दिया है. अमेरिका समेत कई देशों ने इसे दोनों देशों का आंतरिक मामला करार दिया, साथ ही पाकिस्तान को हिदायत दी है कि वह कोई भी एकतरफा कार्रवाई न करे. दूसरी ओर, राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में भारी सुरक्षा व्यवस्था लगा रखी है और कई क्षेत्रों में कर्फ्यू और धारा 144 लगा हुआ है. हालांकि आज शुक्रवार को जम्मू से धारा 144 हटा ली गई जबकि कश्मीर में अभी भी यह व्यवस्था कायम है. घाटी में जुमे की नमाज शांति संपन्न हो गई. अब सबकी नजर 12 अगस्त को बकरीद पर है कि घाटी में किस तरह की प्रतिक्रिया होती है.
समुद्र में एक जहाज में सवार यूक्रेन के 40 वर्षीय कू सदस्य को दौरा पड़ने के बाद यहां न्यू मैंगलोर पोर्ट ट्रस्ट के अधिकारियों ने बचा लिया.अधिकारियों को ‘एमटी फ्लैगशिप ऑर्चिड’ जहाज के मास्टर से छह मई को रात आठ बजे ईमेल के जरिए संकट का संदेश मिला जिस पर तुरंत कार्रवाई की गई. संदेश में लिखा था, ' आपात चिकित्सा, मदद की जररत है '.  इसके बाद व्यक्ति को चिकित्सा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई. एनएमपीटी के अनुसार, सर्गी नल्यावायको को दौरा पड़ा और उसके शरीर के बाएं हिस्से को लकवा मार गया.टिप्पणियां मरीज को रविवार सुबह 12 बजकर 35 मिनट पर सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया और एजे अस्पताल में भर्ती कराया गया. मास्टर ने अधिकारियों को यह भी बताया था, कि जहाज मध्यरात्रि के बाद मैंगलुरू बंदरगाह की सीमा में पहुंच जाएगा. सिंगापुर से आ रहा यह व्यापारी जहाज मैंगलुरू होकर सिक्का जा रहा था. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि मरीज का इलाज किया जा रहा है और अभी उसकी स्थिति स्थिर है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) संदेश में लिखा था, ' आपात चिकित्सा, मदद की जररत है '.  इसके बाद व्यक्ति को चिकित्सा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई. एनएमपीटी के अनुसार, सर्गी नल्यावायको को दौरा पड़ा और उसके शरीर के बाएं हिस्से को लकवा मार गया.टिप्पणियां मरीज को रविवार सुबह 12 बजकर 35 मिनट पर सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया और एजे अस्पताल में भर्ती कराया गया. मास्टर ने अधिकारियों को यह भी बताया था, कि जहाज मध्यरात्रि के बाद मैंगलुरू बंदरगाह की सीमा में पहुंच जाएगा. सिंगापुर से आ रहा यह व्यापारी जहाज मैंगलुरू होकर सिक्का जा रहा था. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि मरीज का इलाज किया जा रहा है और अभी उसकी स्थिति स्थिर है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मरीज को रविवार सुबह 12 बजकर 35 मिनट पर सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया और एजे अस्पताल में भर्ती कराया गया. मास्टर ने अधिकारियों को यह भी बताया था, कि जहाज मध्यरात्रि के बाद मैंगलुरू बंदरगाह की सीमा में पहुंच जाएगा. सिंगापुर से आ रहा यह व्यापारी जहाज मैंगलुरू होकर सिक्का जा रहा था. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि मरीज का इलाज किया जा रहा है और अभी उसकी स्थिति स्थिर है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इन्द्र(कूर्मि) (या इंद्र) हिन्दू धर्म में सभी देवताओं के राजा का सबसे उच्च पद था जिसकी एक अलग ही चुनाव-पद्धति थी। इस चुनाव पद्धति के विषय में स्पष्ट वर्णन उपलब्ध नहीं है। इन्द्र कि पत्नी इन्द्रानी था। वैदिक साहित्य में इन्द्र को सर्वोच्च महत्ता प्राप्त है लेकिन पौराणिक साहित्य में इनकी महत्ता निरन्तर क्षीण होती गयी और त्रिदेवों की श्रेष्ठता स्थापित हो गयी। इन्द्र का जन्म अदिति के गर्भ से हुआ था। इन्द्र ही आदित्यों में सबसे बड़े हैं तथा कश्यप प्रजापति के सभी पुत्रों में भी सबसे बड़े पुत्र इन्द्र हैं। इन्द्र के कई पुत्र हैं जिनमें जयन्त सबसे ज्येष्ठ हैं। जयन्त के अतिरिक्त इन्द्र के अन्य भी पुत्र हैं उनके नाम हैं वसुत्क और वृषा। इसके अतिरिक्त त्रेतायुग में इन्द्र के पुत्र बालि था जोकि वानरों के सम्राट थे। द्वापरयुग में इन्द्र के पुत्र का नाम अर्जुन था जो कुरू राजकुमारों में से एक और पाण्डवों में तीसरे स्थान पर थे। ऋग्वेद में इन्द्र ऋग्वेद के लगभग एक-चौथाई सूक्त इन्द्र से सम्बन्धित हैं। 250 सूक्तों के अतिरिक्त 50 से अधिक मन्त्रों में उसका स्तवन प्राप्त होता है। वह ऋग्वेद का सर्वाधिक लोकप्रिय और महत्त्वपूर्ण देवता है। उसे आर्यों का राष्ट्रीय देवता भी कह सकते हैं। मुख्य रूप से वह वर्षा का देवता है जो कि अनावृष्टि अथवा अन्धकार रूपी दैत्य से युद्ध करता है तथा अवरुद्ध जल को अथवा प्रकाश को विनिर्मुक्त बना देता है। वह गौण रूप से आर्यों का युद्ध-देवता भी है, जो आदिवासियों के साथ युद्ध में उन आर्यों की सहायता करता है। इन्द्र का मानवाकृतिरूपेण चित्रण दर्शनीय है। उसके विशाल शरीर, शीर्ष भुजाओं और बड़े उदर का बहुधा उल्लेख प्राप्त होता है। उसके अधरों और जबड़ों का भी वर्णन मिलता है। उसका वर्ण हरित् है। उसके केश और दाढ़ी भी हरित्वर्णा है। वह स्वेच्छा से विविध रूप धारण कर सकता है। ऋग्वेद इन्द्र के जन्म पर भी प्रकाश डालता है। पूरे दो सूक्त इन्द्र के जन्म से ही सम्बन्धित हैं। ‘निष्टिग्री’ अथवा ‘शवसी’ नामक गाय को उसकी माँ बतलाया गया है। उसके पिता ‘द्यौः’ या ‘त्वष्टा’ हैं। एक स्थल पर उसे ‘सोम’ से उत्पन्न कहा गया है। उसके जन्म के समय द्यावा-पृथ्वी काँप उठी थी। इन्द्र के जन्म को विद्युत् के मेघ-विच्युत होने का प्रतीक माना जा सकता है। इन्द्र के सगे-सम्बन्धियों का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है। अग्नि और पूषन् उसके भाई हैं। इसी प्रकार इन्द्राणी उसकी पत्नी है। संभवतः 'इन्द्राणी' नाम परम्परित रूप से पुरुष (पति) के नाम का स्त्रीवाची बनाने से ही है मूल नाम कुछ और ('शची') हो सकता है। मरुद्गण उसके मित्र तथा सहायक हैं। उसे वरुण, वायु, सोम, बृहस्पति, पूषन् और विष्णु के साथ युग्मरूप में भी कल्पित किया गया है तीन चार सूक्तों में वह सूर्य का प्रतिरूप है। इन्द्र एक वृहदाकार देवता है। उसका शरीर पृथ्वी के विस्तार से कम से कम दस गुना है। वह सर्वाधिक शक्तिमान् है। इसीलिए वह सम्पूर्ण जगत् का एक मात्र शासक और नियन्ता है। उसके विविध विरुद शचीपति (=शक्ति का स्वामी), शतक्रतु (=सौ शक्तियों वाला) और शक्र (=शक्तिशाली), आदि उसकी विपुला शक्ति के ही प्रकाशक हैं। सोमरस इन्द्र का परम प्रिय पेय है। वह विकट रूप से सोमरस का पान करता है। उससे उसे स्फूर्ति मिलती है। वृत्र के साथ युद्धके अवसर पर पूरे तीन सरोवरों को उसने पीकर सोम-रहित कर दिया था। दशम मण्डल के 119वें सूक्त में सोम पीकर मदविह्वल बने हुए स्वगत भाषण के रूप में अपने वीर-कर्मों और शक्ति का अहम्मन्यतापूर्वक वर्णन करते हुए इन्द्र को देखा जा सकता है। सोम के प्रति विशेष आग्रह के कारण ही उसे सोम का अभिषव करने वाले अथवा उसे पकाने वाले यजमान का रक्षक बतलाया गया है। इन्द्र का प्रसिद्ध आयुध ‘वज्र’ है, जिसे कि विद्युत्-प्रहार से अभिन्न माना जा सकता है। इन्द्र के वज्र का निर्माण ‘त्वष्टा’ नामक देवता-विशेष द्वारा किया गया था। इन्द्र को कभी-कभी धनुष-बाण और अंकुश से युक्त भी बतलाया गया है। उसका रथ स्वर्णाभ है। दो हरित् वर्ण अश्वों द्वारा वाहित उस रथ का निर्माण देव-शिल्पी ऋभुओं द्वारा किया गया था। इन्द्रकृत वृत्र-वध ऋग्वेद में बहुधा और बहुशः वर्णित और उल्लिखित है। सोम की मादकता से उत्प्रेरित हो, प्रायः मरुद्गणों के साथ, वह ‘वृत्र’ अथवा ‘अहि’ नामक दैत्यों (=प्रायः अनावृष्टि और अकाल के प्रतीक) पर आक्रमण करके अपने वज्र से उनका वध कर डालता है और पर्वत को भेद कर बन्दीकृत गायों के समान अवरुद्ध जलों को विनिर्मुक्त कर देता है। उक्त दैत्यों का आवास-स्थल ‘पर्वत’ मेघों के अतिरिक्त कुछ नहीं है, जिनका भेदन वह जल-विमोचन हेतु करता है। इसी प्रकार गायों को अवरुद्ध कर रखने वाली प्रस्तर-शिलाएँ भी जल-निरोधक मेघ ही हैं। मेघ ही वे प्रासाद भी हैं जिनमें पूर्वोक्त दैत्य निवास करते हैं। इन प्रासादों की संख्या कहीं 90, कहीं 99 तो कहीं 100 बतलाई गई है, जिनका विध्वंस करके इन्द्र ‘पुरभिद्’ विरुद धारण करता है। वृत्र या अहि के वधपूर्वक जल-विमोचन के साथ-साथ प्रकाश के अनवरुद्ध बना दिये जाने की बात भी बहुधा वर्णित है। उस वृत्र या अहि को मार कर इन्द्र सूर्य को सबके लिये दृष्टिगोचर बना देता है। यहाँ पर उक्त वृत्र या अहि से अभिप्राय या तो सूर्य प्रकाश के अवरोधक मेघ से है, या फिर निशाकालिक अन्धकार से। सूर्य और उषस् के साथ जिन गायों का उल्लेख मिलता है, वे प्रातः कालिक सूर्य की किरणों का ही प्रतिरूप हैं, जो कि अपने कृष्णाभ आवास-स्थल से बाहर निकलती हैं। इस प्रकार इन्द्र का गोपपतित्व भी सुप्रकट हो जाता है। वृत्र और अहि के वध के अतिरिक्त अन्य अनेक उपाख्यान भी इन्द्र के सम्बन्ध में उपलब्ध होते हैं। ‘सरमा’ की सहायता से उसने ‘पणि’ नामक दैत्यों द्वारा बन्दी बनाई गई गायों को छीन लिया था। ‘उषस्’ के रथ का विध्वंस, सूर्य के रथ के एक चक्र की चोरी, सोम-विजय आदि उपाख्यान भी प्राप्त हैं। इन्द्र ने कम्पायमान भूतल और चलायमान पर्वतों को स्थिर बनाया है। चमड़े के समान उसने द्यावापृथिवी को फैला कर रख दिया है। जिस प्रकार एक धुरी से दोनों पहिये निकाल दिये जायँ, उसी प्रकार उसने द्युलोक और पृथ्वी को पृथक् कर दिया है। इन्द्र बड़े उग्र स्वभाव का है। स्वर्ग की शान्ति को भंग करने वाला वही एकमात्र देवता है। अनेक देवताओं से उसने युद्ध किया। उषस् के रथ को उसने भंग किया, सूर्य के रथ का एक चक्र उसने चुराया, अपने अनुयायी मरुतों को उसने मार डालने की धमकी दी। अपने पिता ‘त्वष्टा’ को उसने मार ही डाला। अनेक दैत्यों को भी उसने पराजित और विनष्ट किया, जिसमें से वृत्र, अहि, शम्बर, रौहिण के अतिरिक्त उरण विश्वरूप, अर्बुद, बल, व्यंश और नमुचि प्रमुख हैं। आर्यों के शत्रुभूत दासों अथवा दस्युओं को भी उसने युद्धों में पराभूत किया। कम से कम 50000 अनार्यों का विनाश उसके द्वारा किया गया। इन्द्र अपने पूजकों का सदा रक्षक, सहायक और मित्र रहा है। वह दस्युओं को बन्दी बना कर उनकी भूमि आदि अपने भक्तों में विभक्त कर देता है। आहुति प्रदाता को वह धन-सम्पत्ति से मालामाल कर देता है। उसकी इस दानशीलता के कारण ही उसकी उपाधि ‘मघवन्’ (=ऐश्वर्यवान्) की सार्थकता है। इन्द्र का अनेक ऐतिहासिक पुरुषों से भी साहचर्य उल्लिखित है। उसकी ही सहायता से दिवोदास ने अपने दास-शत्रु तथा कुलितर के पुत्र ‘शम्बर’ को पराजित किया। ‘तुर्वश’ और ‘यदु’ दोनों को नदियों के पार उस इन्द्र ने ही पहुँचाया। दस नृपतियों के विरुद्ध युद्ध में राजा सुदास की उसने सहायता की। इस प्रकार इन्द्र ऋग्वेद का सर्वप्रधान देवता है, जिसे मैक्समूलर सूर्य का वाची, रॉथ मेघों और विद्युत् का देवता, बेनफ़े वर्षाकालिक आकाश का प्रतीक, ग्रॉसमन उज्ज्वल आकाश का प्रतीक, हापकिन्स विद्युत् का प्रतिरूप और मैकडॉनल तथा कीथ आदि पाश्चात्य से लेकर आचार्य बलदेव उपाध्याय जैसे भारतीय विद्वान् वर्षा का देवता मानते हैं। आकार-प्रकार इन्द्र वृहदाकार है। देवता और मनुष्य उसके सामर्थ्य की सीमा को नहीं पहुँच पाते। वह सुन्दर मुख वाला है। उसका आयुध वज्र अथवा शरु है। उसकी भुजाएँ भी वज्रवत् पुष्ट एवं कठोर हैं। वह सप्त संख्यक पर्जन्य रूपी रश्मियों वाला एवं परम कीर्तिमान् है। महाबलशाली ‘नृमणस्य मह्ना स जनास इन्द्रः’ कह कर स्वयं गृत्समद ऋषि ने उसके बलविक्रम का उद्घोष कर दिया है। पर्वत उससे थर-थर काँपते हैं। द्यावा-पृथिवी अर्थात् वहाँ के लोग भी इन्द्र के बल से भय-भीत रहते हैं। वह शत्रुओं की धन-सम्पत्ति को जीत कर उसी प्रकार अपने लक्ष्य की पूर्ति कर लेता है, जिस प्रकार एक आखेटक कुक्कुरों की सहायता से मृगादिक का वध कर व्याध अपनी लक्ष्य-सिद्धि करता है अथवा विजय-प्राप्त जुआरी जिस प्रकार जीते हुए दाँव के धन को समेट कर स्वायत्त कर लेता है। इतना ही नहीं वह शत्रुओं की पोषक समृद्धि को नष्ट-विनष्ट भी कर डालता है। वह एक विकट योद्धा है और युद्ध में वृक् (=भेड़िया) के समान हिंसा करता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि वह ‘मनस्वान्’ (=मनस्वी) है। रक्षक एवं सहायक इन्द्र अपने भक्तों का रक्षक, सहायक एवं मित्र है। कहा भी है कि--‘यो ब्रह्मणो नाधमानस्य कीरेः.............अविता’। उसकी सहायता के बिना विजयलाभ असम्भव है। इस लिये योद्धा-गण विजय के लिए और अपनी रक्षा के लिये उसका आवाहन करते हैं। यह बात निम्नलिखित मन्त्र से और भी स्पष्ट हो जाती है :- ‘यं क्रन्दसी संयती विह्वयेते परेऽवर उभया अमित्राः। समानं चिद्रथमातस्थिवांसा नाना हवेते स जनास इन्द्रः।।’ इन्द्र आर्यों को अनार्यों के विरुद्ध युद्ध में सहायता प्रदान कर उन्हें विजयी बनाता है। एतदर्थ वह वस्तुओं का हनन एवं अपने अपूजकों व विरोधियों का वध करता है। वह जिस पर प्रसन्न हुआ, उसे समृद्ध और जिस पर अप्रसन्न हुआ, उसे कृश (=निर्धन) बना देता है। उसके तत्तद् गुणों के प्रभाव से अश्व, गो, ग्राम एवं रथादि उसके वश में रहते हैं। इस प्रकार वह निखिल विश्व का प्रतिनिधि है। देवता तक उसकी कृपा के पात्र हैं। अनेक सृष्टि-कार्यों का सम्पादक इन्द्र ने अस्थिर पृथ्वी को स्थैर्य प्रदान किया है। इधर-उधर उड़ते-फिरते पर्वतों के पंख-छेदन कर इन्द्र ने ही उन्हें तत्तत् स्थान पर प्रस्थापित किया है। उसने द्यु-लोक को भी स्तब्ध किया और इस प्रकार अन्तरिक्ष का निर्माण किया। दो मेघों के मध्य में वैद्युत् अग्नि अथवा दो प्रस्तर-खण्डों के मध्य में सामान्य अग्नि का जनक इन्द्र ही है। इन्द्र को सूर्य और हवा उषा का उद्भावक भी कहा गया है। वह अन्तरिक्ष-गत अथवा भूतलवर्ती जलों का प्रेरक है। इसीलिए उसे वर्षा का देवता मानते हैं। पृथ्वी को ही नहीं प्रत्युत सम्पूर्ण लोकों को स्थिर करने वाला अथवा उन्हें रचने वाला भी इन्द्र से भिन्न कोई और नहीं है। इससे ‘उसने सभी पदार्थों को गतिमान बनाया’ यह अर्थ ग्रहण करने पर भी इन्द्र का माहात्म्य नहीं घटता। इन्द्र के वीरकर्म इन्द्र ने भयवशात् पर्वतों में छिपे हुए ‘शम्बर’ नाम के दैत्य को 40 वें वर्ष (अथवा शरद् ऋतु की 40 वीं तिथि को) ढूँढ निकाला और उसका वध कर दिया। बल-प्रदर्शन करने वाले ‘अहि’ नामक दानव का भी उसने संहार किया। उक्त ‘अहि’ को मार कर इन्द्र ने समर्पणशील जलों को अथवा गंगा आदि सात नदियों को प्रवाहित किया। हिंसार्थ स्वर्ग में चढ़ते हुए रौहिण असुर को भी इन्द्र ने अपने वज्र से मार डाला। बल नामक दैत्य ने असंख्य गायों को अपने बाड़े में निरुद्ध कर रखा था। उन गायों की लोककल्याणार्थ बलपूर्वक बाहर निकालने का श्रेय इन्द्र को ही है। कुछ विद्वान् अहि-विनाश, वृत्र-वध, शम्बर-संहार एवं बल-विमर्दनादि का ऐक्यारोपण करके सूर्य रूप में इन्द्र द्वारा ध्रुवप्रदेशीय अन्धकार का नाश अथवा जलों को जमा देने वाली घोर सर्दी का विनाश अथवा अहिरूपी मेघों का विमर्दन करके जल-विमोचन अथवा बलरूपी मेघों से आच्छन्न सूर्य की किरणरूपी गायों के विमुक्त किये जाने की कल्पना करते हैं, जो सत्य से अधिक दूर नहीं प्रतीत होता। सोमपानकर्त्ता ‘यः सोमपा’ कह कर ऋषि ने इन्द्र की दुर्व्यसन-परता की ओर भी इंगित किया है। ‘सोम’ इन्द्र का परमप्रिय पेय पदार्थ है। उसके बराबर कोई अन्य देवता सोम-पान नहीं कर सकता। ‘सोम’ उसे युद्धों के लिए शक्ति और स्फूर्ति प्रदान करता है। सोम-सेवी होने के कारण इन्द्र को वे लोग परमप्रिय हैं, जो सोम का अभिषव करते हैं अथवा पका कर उसे सिद्ध करते हैं। ऐसे लोगों की वह रक्षा करता है। इतना ही नहीं, ऐसे प्रिय व्यक्तियों को वह धन-वैभव से पुरस्कृत भी करता है। पूजनीय यह बात दूसरी है कि वह सोम पायी है, अपने अपूजकों का अपने आयुध वज्र से वध करता है, शूद्रों को अधोगति प्रदान करने वाला अथवा अपने अपूजकों को नरक प्रदान करने वाला है, फिर भी वह अपने अन्य सद्गुणों के कारण सर्वथा पूजनीय है। द्यावापृथिवी के प्राणी उसे सदा नमन करते हैं। लोग उससे यह प्रार्थना किया करते हैं कि ‘हे इन्द्र! सुन्दर पुत्र-पौत्रादि से युक्त होकर तथा तुम्हारे प्रियपात्र बने हुए हम सदा तुम्हारी प्रार्थना में तत्पर रहें।’ इस प्रकार स्पष्ट है कि इन्द्र वैदिक देवी-देवताओं में सर्वोपरि और सर्वोत्तम स्थान का अधिकारी है। वृत्र-वध पर कुछ मन्तव्य इन्द्र की चरितावली में वृत्रवध का बड़ा महत्त्व है। इन्द्र और वृत्र के युद्ध को आरम्भ से ही सांकेतिक माना गया है। यास्ककृत निरुक्त में कहा गया है कि 'वृत्र' निरुक्तकारों के अनुसार 'मेघ' है। ऐतिहासिकों के अनुसार त्वष्टा का पुत्र असुर है (इसी मत का विकसित रूप महाभारत और भागवत महापुराण में वर्णित वृत्र-वध आख्यान है।) और ब्राह्मण ग्रन्थों के अनुसार वह 'अहि' (सर्प) समान है जिसने अपने शरीर-विस्तार से जल-प्रवाह को रोक लिया था और इन्द्र के द्वारा विदीर्ण किये जाने पर अवरुद्ध जल प्रवाहित हुआ। निरुक्तकार के मतानुसार वृत्र अन्धकारपूर्ण, आवरण करने वाला है। जल और प्रकाश (विद्युत) का मिश्रण होने से वर्षा होती है ; ऐसा होना रूपक के रूप में युद्ध का वर्णन है। लोकमान्य तिलक के अनुसार इन्द्र सूर्य का प्रतीक है तथा वृत्र हिम का। यह उत्तरी ध्रुव में शीतकाल में हिम जमने और वसंतकालीन सूर्य द्वारा पिघलाने पर नदियों के प्रवाहित होने का प्रतीक है। हिलेब्राण्ट के मत से भी वृत्र हिमानी का प्रतीक है। परन्तु अधिकांश पश्चिमी विद्वान् भी निरुक्त के पूर्वोक्त मत से सहमत हैं और ये लोग मानते हैं कि इन्द्र वृष्टि लाने वाला तूफान का देवता है। देव-युग्म : इन्द्र और वरुण ऋग्वेद में इन्द्र का नाम सात देव-युग्मों में भी आता है। ऐसे युग्मों में 11 सूक्त इन्द्र-अग्नि के लिए हैं, 9 सूक्त इन्द्र-वरुण के लिए, 7 इन्द्र-वायु के लिए, 2 इन्द्र-सोम, 2 इन्द्र-बृहस्पति, 1 इन्द्र-विष्णु और 1 सूक्त इन्द्र-पूषण के लिए हैं। इनमें से सबके साथ इन्द्र की समानता होने के साथ भिन्नताएँ भी हैं। उदाहरण के लिए इन्द्र और वरुण के युग्म को लिया जा सकता है। यद्यपि वरुण का वर्णन काफी कम सूक्तों में है, परन्तु वे इन्द्र के बाद सर्वाधिक महनीय माने गये हैं। 9 सूक्तों में इन्द्र और वरुण का संयुक्त वर्णन है। दोनों में अनेक समानताएँ हैं। कहा गया है कि जगत् के अधिपति इन्द्रावरुण ने सरिताओं के पथ खोदे और सूर्य को द्युलोक में गतिमान बनाया। वे वृत्र को पछाड़ते हैं। युद्ध में सहायक हैं। उपासकों को विजय प्रदान करते हैं। क्रूरकर्मा पामरों पर अपना अमोघ वज्र फेंकते हैं। इन समानताओं के बावजूद दोनों में कई वैषम्य भी हैं :- एक (इन्द्र) युद्ध में शत्रुओं को मारता है। दूसरा (वरुण) सर्वदा व्रतों का रक्षण करता है। वरुण मनुष्यों को विवेक प्रदान कर पोषण करता है और इन्द्र शत्रुओं को इस प्रकार मारता है कि वे पुनः उठ न सके। इसलिए इन्द्र को युद्ध प्रिय माना गया है और वरुण को शान्तिप्रिय, बुद्धिदाता। वरुण का अपना अस्त्र पाश कहा गया है। वरुण व्रत का उल्लंघन करने वाले को दण्ड देते हैं पर पाश को ढीला भी कर देते हैं। वरुण सम्पूर्ण भुवनों के राजा हैं। वरुण की वेश-भूषा जल है। सप्त सिन्धु वरुण के मुख में प्रवाहित है; तथा वे समुद्र में चलने वाली नाव (जहाज) को भी जानते हैं। वरुण का गहरा सम्बन्ध समुद्र से भी है। वरुण औषधियों के भी स्वामी हैं। उनके पास 100 या 1000 औषधियाँ हैं जिनसे वे मृत्यु को जीत लेते हैं तथा भक्तों का पाप-भंजन करते हैं। वरुण अत्यधिक क्षमाशील हैं और जीवन का अंत भी कर सकते हैं तो आयु बढ़ा देने वाले के रूप में भी उनका स्मरण किया गया है। अपवाद रूप में इन्द्र ने भी शुनःशेप की आयु बचायी थी पर वरुण का सामान्य रूप से ऐसा उल्लेख किया गया है। दोनों में और भी कतिपय विभिन्नताएँ हैं। जिस प्रकार इन्द्र भौतिक स्तर पर सबसे बड़े देवता थे उसी प्रकार वरुण नैतिक स्तर पर महनीय देवता थे। आत्म-ज्ञान विषयक कथा उपनिषदों में स्वाभाविक विषयानुसार यदा-कदा इन्द्र को भी ज्ञान-प्राप्ति हेतु उत्सुक दिखाया गया है। छान्दोग्योपनिषद् से ऐसी एक कथा दी जा रही है :- प्रजापति की उक्ति थी कि पापरहित, जराशून्य, मृत्यु-शोक आदि विकारों से रहित आत्मा को जो कोई जान लेता है, वह संपूर्ण लोक तथा सभी कामनाओं को प्राप्त कर लेता है। प्रजापति की उक्ति सुनकर देवता तथा असुर दोनों ही उस आत्मा को जानने के लिए उत्सुक हो उठे, अत: देवताओं के राजा इन्द्र तथा असुरों के राजा विरोचन परस्पर ईर्ष्याभाव के साथ हाथों में समिधाएं लेकर प्रजापति के पास पहुंचे। दोनों ने बत्तीस वर्ष तक ब्रह्मचर्य पालन किया, तदुपरांत प्रजापति ने उनके आने का प्रयोजन पूछा। उनकी जिज्ञासा जानकर प्रजापति ने उन्हें सुन्दर वस्त्रालंकरण से युक्त होकर जल से आपूरित सकोरे में स्वयं को देखने के लिए कहा और बताया कि वही आत्मा है। दोनों सकोरों में अपना-अपना प्रतिबिंब देखकर, संतुष्ट होकर चल पड़े। प्रजापति ने सोचा कि देव हों या असुर, आत्मा का साक्षात्कार किये बिना उसका पराभव होगा। विरोचन संतुष्ट मन से असुरों के पास पहुंचे और उन्हें बताया कि आत्मा (देह) ही पूजनीय है। उसकी परिचर्या करके मनुष्य दोनों लोक प्राप्त कर लेता है। देवताओं के पास पहुँचने से पूर्व ही इन्द्र ने सोचा कि सकोरे में आभूषण पहनकर सज्जित रूप दिखता है, खंडित देह का खंडित रूप, अंधे का अंधा रूप, फिर यह अजर-अमर आत्मा कैसे हुई? वे पुन: प्रजापति के पास पहुंचे। प्रजापति ने इन्द्र को पुन: बत्तीस वर्ष अपने पास रखा तदुपरांत बताया-'जो स्वप्न में पूजित होता हुआ विचरता है, वही आत्मा, अमृत, अभय तथा ब्रह्म हैं।' इन्द्र पुन: पुनः शंका लेकर प्रजापति की सेवा में प्रस्तुत हुए। इस प्रकार तीन बार बत्तीस-बत्तीस वर्ष तक तथा एक बार पांच वर्ष तक (कुल 101 वर्ष तक) इन्द्र को ब्रह्मचर्यवास में रखकर प्रजापति ने उन्हें आत्मा के स्वरूप का पूर्ण ज्ञान कुछ इस तरह करवाया :- यह आत्मा स्वरूप स्थित होने पर अविद्याकृत देह (मरणशील) तथा इन्द्रियों एवं मन से युक्त है। सर्वात्मभाव की प्राप्ति के उपरांत वह आकाश के समान विशुद्ध हो जाता है। आत्मा के ज्ञान को प्राप्त कर मनुष्य कर्तव्य-कर्म करता हुआ अपनी आयु की समाप्ति कर ब्रह्मलोक को प्राप्त होता है और फिर नहीं लौटता। पौराणिक मत पौराणिक देवमण्डल में इन्द्र का वह स्थान नहीं है जो वैदिक देवमण्डल में है। पौराणिक देवमण्डल में त्रिमूर्ति-ब्रह्मा, विष्णु और शिव का महत्व बढ़ जाता है। इन्द्र फिर भी देवाधिराज माना जाता है। वह देव-लोक की राजधानी अमरावती में रहता है। यहीं नन्दन वन है, पारिजात तथा कल्पवृक्ष है। सुधर्मा उसकी राजसभा तथा सहस्र मन्त्रियों का उसका मन्त्रिमण्डल है। शची अथवा इन्द्राणी पत्नी, ऐरावत हाथी (वाहन) तथा अस्त्र वज्र अथवा अशनि है। इनके घोड़े का नाम उच्चैःश्रवा है। जब भी कोई मानव अपनी तपस्या से इन्द्रपद प्राप्त करना चाहता है तो इन्द्र का सिंहासन संकट में पड़ जाता है। अपने सिंहासन की रक्षा के लिए इन्द्र प्राय: तपस्वियों को अप्सराओं से मोहित कर पथभ्रष्ट करता हुआ पाया जाता है। पुराणों में इस सम्बन्ध की अनेक कथाएँ मिलती हैं। पौराणिक इन्द्र शक्तिमान, समृद्ध और विलासी राजा के रूप में चित्रित है। अनेक शक्तियों से युक्त तथा मान्य राजा होने पर भी कभी-कभी इन्हें असंयत एवं उद्धत भी दिखाया गया है, जिसके कारण इनका पतन भी होते रहा है। दुर्वासा के शाप से पतन की एक कथा आगे दी जा रही है। दुर्वासा के शाप की कथा एक बार दुर्वासा ऋषि ने विद्याधरी से प्राप्त सन्तानक पुष्पों की एक माला आशीर्वाद के साथ इन्द्र को दिया। इन्द्र को ऐश्वर्य का इतना मद था कि उन्होंने वह पुष्प अपने हाथी के मस्तक पर रख दिया। पुष्प के प्रभाव से हाथी उसकी सुगन्ध से आकर्षित होकर होकर उसे सूँघकर पृथ्वी पर फेंक दिया। इन्द्र उसे संभालने में असमर्थ रहे। दुर्वासा ने उन्हें श्रीहीन होने का श्राप दिया। अमरावती भी अत्यंत भ्रष्ट हो चली। इन्द्र पहले बृहस्पति की और फिर ब्रह्मा की शरण में पहुंचे। समस्त देवता विष्णु के पास गये। उन्होंने लक्ष्मी को सागर-पुत्री होने की आज्ञा दी। अत: लक्ष्मी सागर में चली गयी। विष्णु ने लक्ष्मी के परित्याग की विभिन्न स्थितियों का वर्णन करके उन्हें सागर-मंथन करने का आदेश दिया। मंथन से जो अनेक रत्न निकले, उनमें लक्ष्मी भी थी। लक्ष्मी ने नारायण को वरमाला देकर प्रसन्न किया। लक्ष्मी ने देवों को त्रिलोक से अब विरहित नहीं होने का वरदान दिया। रामायण में इन्द्र देवताओं का राजा इन्द्र कहलाता था। वाल्मीकीय रामायण में वर्णित है कि मेघगिरि नामक पर्वत् पर देवताओं ने हरित रंग के अश्व वाले पाकशासन इन्द्र को राजा के पद पर अभिषिक्त किया था। रामायण में भी इन्हें वर्षा का देवता माना गया है। गौतम के शाप के परिणामस्वरूप उन्हें मेषवृषण भी कहा गया है। रामायण में इनका चित्रण कठोर शासक, महान् योद्धा, विश्ववन्द्य लोकपाल तथा सहानुभूतिशील देवता के साथ-साथ विलासी, ईर्ष्याशील एवं षड्यंत्री के रूप में भी हुआ है। इन्होंने त्रिशंकु को स्वर्ग में पहुँचा देखकर उसे वहाँ से उल्टा गिरा दिया। इन्होंने अम्बरीष के यज्ञ-पशु का अपहरण कर लिया था। अम्बरीष ने जब ऋचीक के मँझले पुत्र शुनःशेप को यज्ञ-पशु बनाया तो शुनःशेप की स्तुति से प्रसन्न होकर इन्होंने उसे बचाया तथा दीर्घायु बनाया। इनके प्रति आदर भाव तथा संकट से बचाने की भावना जन-सामान्य में बरकरार है। वन-यात्रा में राम की रक्षा के लिए कौसल्या इन्द्र का भी आह्वान करती है। रामायण में इनका षड्यंत्री रूप भी दिखता है। एक सत्यवादी और पवित्र तपस्वी की तपस्या में विघ्न डालने के लिए इन्होंने अपना उत्तम खड्ग धरोहर के रूप में उसे दे दिया था। वैदिक इन्द्र भयभीत नहीं होते थे। रामायण में इन्द्र भी रावण के भय से काँप उठते थे। मरुत्त के यज्ञ के समय रावण को उपस्थित देखकर इन्द्र मोर बन गये थे। हालाँकि इनकी वीरता असंदिग्ध रही है। शची से विवाह के लिए इन्होंने शची के पिता पुलोम तथा छलपूर्वक शची को हरने वाले अनुह्लाद को भी मार डाला था। रावण के स्वर्ग पर आक्रमण के समय देवसेना को विनष्ट होते देखकर इन्होंने बिना किसी घबराहट के रावण का सामना कर उसे युद्ध से विमुख कर दिया था। मेघनाद माया के बल से ही इन्हें बन्दी बना पाया था। राम-रावण युद्ध देखकर देव-गन्धर्व-किन्नरों ने कहा कि यह युद्ध समान नहीं है क्योंकि रावण के पास तो रथ है और राम पैदल हैं। अत: इन्द्र ने अपना रथ राम के लिए भेजा, जिसमें इन्द्र का कवच, विशाल धनुष, बाण तथा शक्ति भी थे। विनीत भाव से हाथ जोड़कर मातलि ने रामचंद्र से कहा कि वे रथादि वस्तुओं को ग्रहण करें और जैसे महान् इन्द्र दानवों का संहार करते हैं, उसी तरह रावण का वध करें। युद्ध-समाप्ति के बाद राम ने मातलि को आज्ञा दी कि वह इन्द्र का रथ आदि लौटाकर ले जाय। इन्द्र-अहल्या प्रसंग इन्द्र के प्रसंग में कुछ लोग अहल्या की पौराणिक (विशेषतः वाल्मीकीय रामायण और रामचरितमानस आदि की) कथा को मनगढ़ंत वैदिक सन्दर्भ देकर उसकी मनमानी व्याख्या करके अपनी विद्वता का अनर्थक प्रदर्शन करते हैं। वैसे लोग वैदिक सन्दर्भ के नाम पर अहल्या का अर्थ 'बिना हल चलायी हुई भूमि' (बंजर भूमि) अर्थ करते हैं। इस सन्दर्भ में अनिवार्यतः ध्यातव्य पहली बात यह है कि ऋग्वेद में 'अहल्या' या 'अहिल्या' शब्द का प्रयोग हुआ ही नहीं है। ऋग्वेद ही नहीं, अन्य वैदिक संहिताग्रन्थों में भी यह शब्द नहीं है। ब्राह्मण ग्रन्थों में इसका उल्लेख मात्र है। शतपथ ब्राह्मण (३.३.४.१८) में इन्द्र के लिए 'अहल्यायै जार' शब्द का प्रयोग हुआ है। स्पष्टतः यह प्रयोग उसी कथा की ओर संकेत करता है जिसका वर्णन वाल्मीकीय रामायण आदि ग्रन्थों में है। दूसरी बात यह कि ऋग्वेद में 'हल' शब्द का भी प्रयोग नहीं हुआ है। कृषिकार्य में प्रयुक्त हल के लिए ऋग्वेद में 'लांगल' शब्द का प्रयोग हुआ है। हल के लिए प्रयुक्त दूसरा शब्द है 'सीरा' (डाॅ. सूर्यकान्त ने 'वैदिक कोश' में सम्भवतः 'वैदिक इण्डेक्स' के प्रभाव में 'सीर' शब्द ही लिखा है, परन्तु सही शब्द 'सीरा' है।) अन्य संहिता ग्रन्थों तथा ब्राह्मणों में भी 'हल' का प्रयोग नहीं है। वस्तुतः हल का प्रयोग वेदांगों के समय में सम्भवतः आरंभ हुआ होगा और लौकिक संस्कृत में ही इसका अधिक प्रयोग हुआ है। ऐसी स्थिति में अहल्या की पूर्वोक्त व्याख्या कम-से-कम वैदिक सन्दर्भों से भिन्न अथवा दूर अवश्य है। रही प्रतीकात्मक व्याख्या की बात तो वह तो अनेकानेक पौराणिक कथाओं के लिए सम्भव है और ऐसे प्रयत्न होते भी रहे हैं। परन्तु इन्द्र तथा अहल्या की कथा को मनगढ़ंत वैदिक संस्पर्श देकर उसके कथारूप को राम का ईश्वरत्व सिद्ध करने के लिए रामकथा के कवियों की कल्पना मानना वास्तव में राम तथा ईश्वर के प्रति अपनी तथ्यहीन अश्रद्धा प्रकट करना ही है जो वस्तुतः अपनी व्यक्तिगत मान्यता की बात है; किसी ज्ञानकोशीय सामग्री के लिए सर्वथा अनुपयुक्त है। कथा वाल्मीकीय रामायण में इन्द्र-अहल्या प्रसंग की कथा दी गयी है। इन्द्र ने गौतम की धर्मपत्नी अहल्या का सतीत्व अपहरण किया था। कहानी इस प्रकार है- शचीपति इन्द्र ने आश्रम से गौतम की अनुपस्थिति जानकर और मुनि का वेष धारण कर अहल्या से कहा।। 17।। हे अति सुन्दरी! कामीजन भोगविलास के लिए ऋतुकाल की प्रतीक्षा नहीं करते, अर्थात यह बात नहीं मानते कि जब स्त्री मासिक धर्म से निवृत हों केवल तभी उनके साथ समागम करना चाहिए। अतः हे सुन्दर कमर वाली! मैं तुम्हारे साथ समागम करना चाहता हूं।। 18।। विश्वामित्र कहते हैं कि हे रघुनन्दन! वह मूर्खा मुनिवेशधारी इन्द्र को पहचान कर भी इस विचार से कि 'स्वयं देवराज इन्द्र मुझे चाहते हैं', इस प्रस्ताव से सहमत हो गयी।। 19।। तदनंतर (समागम के पश्चात्) वह संतुष्टचित्त होकर देवताओं में श्रेष्ठ इन्द्र से बोली कि हे सुरोत्तम! मैं कृतार्थ हो गयी। अब आप यहां से शीघ्र चले जाइये।। 20।। तब इन्द्र ने भी हँसते हुए कहा कि हे सुन्दर नितम्बों वाली! मैं पूर्ण सन्तुष्ट हूं। अब जहां से आया हूं, वहां चला जाऊँगा। इस प्रकार अहल्या के साथ संगम कर वह कुटिया से निकला। वाल्मीकीय रामायण में इस प्रसंग का काफी हद तक मानवीय रूप में वर्णन है। यहाँ अहल्या के पत्थर या नदी होने का उल्लेख भी नहीं है। शाप में बस यही कहा गया है कि वह लम्बे समय तक सबसे छिपकर (अदृश्य) रहेगी। वायु पीकर ही अर्थात् उपवास करती हुई रहेगी और राम के आने पर उनका आतिथ्य-सत्कार करने पर पूर्व रूप में आ जाएगी। शाप की समाप्ति के बारे में भी स्पष्ट लिखा है कि राम के दर्शन से पहले उसको देख पाना किसी के लिए कठिन था (दुर्निरीक्ष्या), राम के दर्शन हो जाने पर वह सबको दिखायी देने लगी। इससे पूरी तरह स्पष्ट है कि शिला(पत्थर) या नदी होने की कल्पना वाल्मीकीय रामायण से बहुत बाद की है। त्रिदेवों की श्रेष्ठता स्थापित होने तथा इन्द्र की महत्ता निरन्तर कम होने के क्रम में ही सारा दोष इन्द्र पर ही मढ़ दिया गया और अहल्या का चरित्र पावन माना गया। कतिपय विद्वानों ने इस कथा को प्रतीकात्मक अर्थ देने का प्रयत्न किया है। धार्मिक ग्रन्थों में रहस्यवादी शब्दावली का प्रयोग प्राचीनकाल से प्रचलित है उसपर वैदिक शब्दावली सोने पे सुहागा का काम करती थी अत: उपरोक्त कथन प्रतीकात्मक भी हो सकता है। विश्लेषण करने पर भिन्न-भिन्न अर्थ सामने आते हैं:- लौकिक संस्कृत में अहल्या का एक अर्थ होता है " बिना हल चली " यानि बंजर भूमि। जैसा कि ज्ञात ही है इंद्र दूसरे देशों (असुरो के) पर आक्रमण करता था तो परिणाम स्वरूप हरी-भरी भूमि बंजर हो जाती थी (उस समय लोग कृषि पर निर्भर रहते थे और खेती ही उनका मुख्य भोजन का स्रोत भी था।) इंद्र, इस भोजन के स्रोत या जंगल के स्रोत जिससे फल, कंद-मूल आदि मिलते थे उन्हें नष्ट कर के अपने दुश्मनों को नुकसान पहुँचाता था। कालांतर में विश्वामित्र ने राम से जब कहा कि ये अहल्या है, तो हो सकता है उनका तात्पर्य हो कि ये "बिना हल चली" यानि बंजर भूमि है इसे उपजाऊ बनाओ और राम ने उस भूमि को फिर से उपजाऊ बनाया हो। दूसरा प्रसंग 'नदी' के सन्दर्भ में 'ब्रह्मपुराण (87-59)" और "आनंद रामायण (1.3.21)" के अनुसार हो सकता है। अपभ्रंश में 'सिरा '(शिला) शब्द के दो अर्थ हैं एक तो पत्थर और दूसरा सूखी नदी। जैसा कृषि के रूप में विश्लेषण किया गया है उसी तरह यह भी हो सकता है कि वस्तुत: कोई नदी होगी जो इंद्र के दुश्मन देश में जाती होगी और उसके मुख्य पानी के स्रोत को इंद्र ने सुखा दिया होगा ताकि दुश्मन देश को पानी न मिल सके और बाद में राम ने इसे जलयुक्त बनाया होगा। इस प्रकार देखें तो अहल्या-प्रसंग प्रकृति का मानवीकरण मात्र है। महाभारत में इन्द्र महाभारत में इन्द्र का पौराणिक स्वरूप ही मिलता है। यहां उनका वैदिक-साहित्य में वर्णित गौरव नहीं रह गया है। इन्हें विशेषतः 'शक्र' नाम से सम्बोधित किया गया है। अपना देवराज पद खो जाने का भय इन्हें बराबर सताया करता है और इससे बचने के लिए ये उचित-अनुचित प्रयत्न करते रहते हैं। विश्वामित्र के तप से भयभीत होकर मेनका नामक अप्सरा को उनका तप भंग करने भेजा। शरद्वत के तप से भयभीत होकर जानपदी नामक अप्सरा को उनका तप भंग करने भेजा। यवक्रीत के तप से भयभीत होकर इन्द्र ने एक ब्राह्मण का रूप धारण कर उन्हें तप से विरत किया। वाल्मीकीय रामायण में वर्णित अहल्या-प्रसंग का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है। यहाँ उसे बलात्-कार्य माना गया है। ऋग्वेद में उल्लिखित इन्द्र के 'हरिश्मश्रु' होने का कथात्मक समर्थन महाभारत में भी मिलता है। यहाँ कहा गया है कि गौतम के शाप के कारण ही इन्द्र को हरिश्मश्रु (हरी दाढ़ी-मूँछों से युक्त) होना पड़ा। ये ही अर्जुन के पिता थे। वृत्रासुर के भय से सभी देवताओं ने अपनी शक्तियाँ इन्हें समर्पित कर दी थी। इसलिए अर्जुन को उनसे ही दिव्यास्त्र प्राप्त करने के लिए कहा गया। इनसे सम्बन्धित अनेक कहानियाँ महाभारत में दी गयी हैं। इन्द्र एक 'पद' का नाम इन्द्र वस्तुतः एक पद का नाम है। देवताओं के राजा के पद को 'इन्द्र' कहते हैं। उस पद पर बैठने वाले व्यक्ति का नाम भी इन्द्र हो जाता है। इसके संकेत तो अनेक पौराणिक कथाओं एवं विवरणों में मिलता है, परन्तु महाभारत के अनेक सन्दर्भों से यह भलीभाँति स्पष्ट हो जाता है कि यह एक पद का नाम है। जिन-जिन कथाओं में ये पद छिन जाने से भयभीत होते हैं उन कथाओं के साथ इन्द्र बनने की अन्य व्यक्तियों की कथाओं को मिलाकर देखने पर बात बिल्कुल स्पष्ट हो जाती है। अनेक जगह 'इन्द्र' शब्द का व्यक्तिवाची प्रयोग न होकर पदवाची ('इन्द्रत्व') प्रयोग हुआ है। कुछ सन्दर्भ द्रष्टव्य हैं :- शिव ने इन्द्र को मूर्छित कर पूर्वकाल के अन्य चार इन्द्रों के साथ एक गुफा में डाल दिया। इन्द्रपद('ऐन्द्रं प्रार्थयते स्थानं') की अभिलाषा रखने वाले नरकासुर का विष्णु ने वध किया। शक्र के नेतृत्व में ऋषियों, देवताओं ने(तथा स्वयं शक्र ने भी) स्कन्द से देवों का 'इन्द्र' बनने के लिए कहा। ब्रह्महत्या से ग्रस्त हो जाने पर शक्र के इन्द्र-पद छोड़ देने पर नहुष 'इन्द्र' बने। बाद में नहुष का पतन होने पर विष्णु के आदेशानुसार अश्वमेध यज्ञ का अनुष्ठान करके शक्र ने पुनः इन्द्र-पद प्राप्त किया। इनके सिवा भी इन्द्र-पद (इन्द्रत्व) के अनेक स्पष्ट उल्लेख महाभारत में उपलब्ध हैं। श्रीविष्णुपुराण में तृतीय अंश के प्रथम एवं द्वितीय अध्याय में तथा भागवत महापुराण के अष्टम स्कन्ध के प्रथम एवं त्रयोदश अध्याय में 14 मन्वन्तरों के अलग-अलग इन्द्रों के नाम दिये गये हैं। अवांतर कथा महाकवि स्वयम्भू विरचित 'पउम चरिउ' महाकाव्य की अट्ठमो संधि (आठवीं संधि) में एक ऐसे व्यक्ति की कथा दी गयी है जिसने देवराज इन्द्र से प्रभावित होकर अपने नाम के साथ सब कुछ इन्द्रवत् करना चाहा था। रथनूपुर नगर के विद्याधर राजा सहस्रार की सुनितम्बिनी पीनपयोधरा पत्नी का नाम था मानस सुन्दरी। सुरश्री से(देव-शोभा निरीक्षण के पश्चात्) उसे जो पुत्र हुआ, उसका नाम इन्द्र रखा गया। इन्द्र जब राजा बना तो सहायक विद्याधरों में से मंत्री का नाम रखा बृहस्पति, हाथी ऐरावत, इसी प्रकार पवन, कुबेर, वरुण, यम और चन्द्र तथा अपनी गायिकाओं के नाम उर्वशी, रम्भा, तिलोत्तमा आदि रखकर घोषित किया कि इन्द्र के जो-जो चिह्न हैं वे मेरे भी हैं। मैं पृथ्वी मंडल का इन्द्र हूँ। उसकी समृद्धि की बात सुनकर लंका के शासक राक्षस मालि ने अपने भाई सुमालि तथा विशाल सेना के साथ आक्रमण किया। घमासान युद्ध के पश्चात् राक्षसराज मारा गया तथा सुमालि पाताल लंका में प्रवेश कर गया। इन्द्र कुछ समय के लिए इन्द्रवत् शासन करने लगा। यह कथा पउम चरिउ की अन्य अनेक कथाओं की तरह ही संस्कृत-परम्परा से बिल्कुल भिन्न है। वाल्मीकीय रामायण में इस विद्याधर इन्द्र का उल्लेख तो नहीं ही है, मालि (माली) के वध के बारे में भी स्पष्ट लिखा है कि राक्षसों द्वारा स्वर्गलोक पर आक्रमण के समय द्वन्द्व युद्ध में विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उसका वध कर डाला। जैन धर्म में इन्द्र बौद्ध धर्म में इन्द्र बौद्ध धर्म मैं देवताओ को जन्ममृत्यु के चक्र मैं बद्ध जिव माना जाता हैं।उस्सी तरह इंद्र भी एक देवता हैं पद हैं। वज्रयान बौद्ध धर्म के तंत्र ग्रन्थ साधनमाला नामक ग्रन्थ मैं इंद्र/अग्नि/वरुण आदि देवताओं को बौद्ध तंत्र देवताओ के पैरो के नीचे कुचलते हए दिखाया गया हैं। जीस मैं हरी हरी हरी वाहन देवता को विष्णू के ऊपर विराजमान दिखाया गया हैं इस्सी अन्य देवताओं को भी उदहारण के लिए भगवान गणपती और इंद्र देवता। अन्य सभ्यताओं में इन्द्र बोगाजकोई शिलालेख के अनुसार मितन्नी जाति के देवताओं में वरुण, मित्र एवं नासत्यों (अश्विन्) के साथ इन्द्र का भी उल्लेख मिलता है (1400 ई.पू.)। ईरानी धर्म में इन्द्र का स्थान है, परन्तु देवतारूप में नहीं, दानवरूप में। वेरेथ्रघ्न वहाँ विजय का देवता है, जो वस्तुतः 'वृत्रघ्न' (वृत्र को मारने वाला) का ही रूपान्तर है। इसी कारण डाॅ.कीथ इन्द्र को भारत-पारसीक एकता के युग से सम्बद्ध मानते हैं। सन्दर्भ हिन्दू धर्म इन्द्र हिन्दू देवी-देवता
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने आज कहा कि अगर अमेरिका तथा अन्य सहयोगी देश समर्थन दें तो वह देश में शांति लाने की कोशिश के तहत तालिबान प्रमुख से बातचीत करने को तैयार हैं. करजई ने एक साक्षात्कार में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रतिबंधों ने तालिबान के साथ शांति के पूर्व के प्रयासों का महत्व कम किया है. वार्ताकारों को तब भी प्रताड़ित किया गया जब वे विद्रोह छोड़ चुके थे. करजई ने यह कहते हुए कोई विशिष्ट उदाहरण नहीं दिये. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की नयी अफगान नीति की घोषणा के बाद करजई का यह पहला साक्षात्कार है. ओबामा ने अफगानिस्तान में 30,000 अतिरिक्त सैनिक भेजने की घोषणा की है. करजई ने कहा कि सैनिकों की वापसी की शुरुआत अफगानिस्तानियों के लिये ‘अहम और मजबूती देने वाली होगी’ और वह अपने देश का नियंत्रण खुद करने की दिशा में आगे बढ़ सकेगा. उन्होंने कहा कि हमें अफगान की जरूरत के तौर पर तालिबान से बात करनी चाहिये. आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई अकेले दम नहीं जीती जा सकती. करजई ने कहा कि वह तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर के साथ बात करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि निजी तौर पर मैं मुल्ला उमर से निश्चित तौर पर बात करूंगा. अफगानिस्तान में शांति लाने के लिये बतौर अफगान राष्ट्रपति जो भी जरूरी है, मैं वह करूंगा लेकिन मैं इस बात से भी अवगत हूं कि मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद के बिना अकेले दम ऐसा नहीं कर पाउंगा.
काजू बर्फी''' भारतीय उपमहाद्वीप में बनाई जाने वाली एक मिठाई है। यह काजू से बनाई है जाती है और बर्फी भारतीय मिठाई का एक प्रकार है। चीनी और अन्य अवयवों (सूखे फल और हल्के मसाले) के साथ दूध को मोटा करके बर्फी को तैयार किया जाता है। इसमें इलायची भी मिलाई जाती है। यह बर्फी होली, दीपावली जैसे त्यौहार प्र मुख्य रूप से बनाई जाती है। चित्र गैलरी इन्हें भी देखें काजू कतली सन्दर्भ भारतीय मिठाइयाँ
तमिलनाडु के विल्लुपुरम में एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की तीन छात्राओं के कथित तौर पर खुदकुशी करने के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. एक छात्राओं के अभिभावकों ने पोस्टमार्टम चेन्नई में कराने की मांग करते हुए मद्रास हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. कलेक्टर ने अभिभावकों की इस मांग को ठुकरा दिया था, जिसके बाद उन्होंने ये कदम उठाया है. अभिभावकों का आरोप है कि ये हत्या का मामला है और वो निष्पक्ष जांच के लिए पोस्टमार्टम चेन्नई में कराना चाहते हैं. कॉलेज चेयरमैन से पूछताछ मामले के तूल पकड़ने के बाद जिला प्रशासन ने फिलहाल कॉलेज को सील कर दिया है. पुलिस ने कॉलेज के चेयरमैन वासुकी सुब्रमण्यम और उनके बेटे सुखी वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. पहली बार नहीं खुदकुशी के मामले तीन छात्राओं की खुदकुशी ये मामला पहला नहीं है. जानकारी मिली है कि इस कॉलेज के कुछ छात्र पहले भी खुदकुशी कर चुके हैं. अभिभावकों का आरोप छात्राओं के अभिभावकों का आरोप है कि उनकी बेटियों को प्रताड़ित किया जाता था और उनसे टॉयलेट भी साफ कराए जाते थे. एक छात्रा के पिता ने रविवार को कहा था कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला है. साथ ही उन्होंने पोस्टमार्टम विल्लुपुरम में कराने की बजाए चेन्नई में कराने की मांग की थी. छात्रा के पिता ने कॉलेज के सभी छात्रों से अनुरोध किया है कि वह तीनों छात्राओं के समर्थन में खड़े हों. सुसाइड नोट बरामद कुंए से शनिवार को छात्राओं के शव बरामद होने के बाद पुलिस के हाथ एक सुसाइड नोट भी लगा है, जिसमें उन्होंने अपने इस कदम के लिए कॉलेज प्रशासन और इसके चेयरपर्सन को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने फिलहाल किसी को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन पूछताछ और जांच जारी है.
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को मुंबई के खार पुलिस स्टेशन ने समन भेजा है. कंगना और उनकी बहन रंगौली के खिलाफ एक प्रॉपर्टी डीलर ने शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद उन्हें यह समन भेजा गया है. अपने बेबाक बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहने वाली एक्ट्रेस कंगना रनौत ने मुंबई के पाली हिल में एक बंगला खरीदा था. प्रॉपर्टी डीलर का आरोप है कि कंगना ने उसका पेमेंट पूरा नहीं किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंगना ने पिछले साल सितंबर में यह प्रॉपर्टी खरीदी थी जिसका साइज 3075 स्क्वायर फुट है. इसके लिए कंगना ने 1 करोड़ 3 लाख रुपये स्टैम्प ड्यूटी दी थी. इंडस्ट्री के नियम के मुताबिक डील के वक्त कंगना ने रियल स्टेट एजेंसी को 1 पर्सेंट कमीशन दिया था जो कि करीब 22 लाख रुपये बना था. हालांकि ब्रोकर अब 2 पर्सेंट कमीशन मांग रहा है. कंगना का कहना है कि रियल स्टेट एजेंसी को पहले ही उनकी फीस दी जा चुकी है. जबकि कंपनी का कहना है कि 2 पर्सेंट कमीशन दिया जाना था. वर्क फ्रंट की बात करें तो कंगना जल्द ही फिल्म मणिकर्णिका में नजर आएंगी. फिल्म में वह झांसी की रानी का किरदार निभाती नजर आएंगी. इसके लिए कंगना ने घुड़सवारी और तलवारबाजी तक सीखी है.
‘स्लमडाग मिलेनियर’ के लिए मशहूर फेड्रा पिंटो का कहना है कि उनकी साफ और खूबसूरत त्वचा का राज सब्जियों का जूस (वेजिटेबल जूस) है. मुंबई में जन्मी फेड्रा एल ओरीअल मेकअप के विज्ञापन और कई फैशन मैग्जीन के मुख्य पृष्ठों पर दिखाई देती हैं लेकिन उनका कहना है कि सब्जियों का जूस ही उन्हें तरोताजा रखता है और धनिया उनकी त्वचा में निखार लाता है. फेड्रा ने कहा, ‘मैं ढ़ेर सारी ताजी सब्जियों का जूस बनाती हूं और धनिया, कालीमिर्च का इसमें इस्तेमाल करती हूं जिससे यह ज्यादा स्वादिष्ट बनता है. यह मेरी त्वचा को चमकदार बनाता है और पाचनतंत्र के लिए भी अच्छा होता है.’
यह एक लेख है: भारत ने अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी उस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि साल 2018 में हिंदू कट्टरपंथी समूहों ने अल्पसंख्यकों पर हमले किए हैं. इस रिपोर्ट पर जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत को विदेशी रिपोर्ट में कोई सच्चाई नहीं दिखती है जो हमारे नागरिकों जिनके आधिकार संविधैनिक रूप से संरक्षित हैं, पर दावा कर रही है. आपको बता दें कि यह रिपोर्ट अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से 'इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम' पर एक रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि भारत में गोरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ प्रशासन ज्यादातर मामलों में अभियोग नहीं लगा पाया है. इस रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने जवाब देते हुए कहा, भारत को अपनी धर्मनिरपेक्षता पर गर्व है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक और बहुलतावादी समाज वाला देश है जो लंबे समय से सहिष्णुता और समावेश के लिए प्रतिबद्ध है. भारत का संविधान सभी नागरिकों को उनके मूलभूत अधिकारों की गारंटी देता है, जिसमें अल्पसंख्यक भी शामिल हैं. यह पूरी तरह से सर्वविदित है कि भारत एक ऐसा लोकतांत्रिक देश है जिसका संविधान सभी को धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण देता है, और लोकतांत्रिक सरकार धार्मिक गतिविधियों को संरक्षण और बढ़ावा देती है. हम किसी भी विदेशी संस्था या सरकार को यह अधिकार नहीं देते हैं कि संवैधानिक रूप से मिले अधिकारों से संरक्षित हमारे नागरिकों को लेकर कोई घोषणा करे.  आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा जारी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट को नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा के प्रति ‘‘पूर्वाग्रह से प्रेरित'' एवं ‘‘झूठा'' करार दिया और कहा कि भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें बहुत गहरी हैं.  भाजपा के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख अनिल बलूनी ने एक बयान में कहा, ‘‘ 2018 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट मोदी सरकार और भाजपा के प्रति पूर्वाग्रह से प्रेरित है. इस रिपोर्ट की मूल अवधारणा कि यहां अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के पीछे कोई षडयंत्र है, सरासर झूठ है.''  उन्होंने कहा कि इसके विपरीत ऐसे ज्यादातर मामलों में स्थानीय विवादों और अपराधी तत्वों का हाथ होता है. जब कभी जरूरत हुई तो प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं ने अल्पसंख्यकों तथा समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के विरूद्ध हुई हिंसा की कड़ी अलोचना की है.    भाजपा नेता ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें बहुत गहरी हैं. वे पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और वे ऐसे विवादों का फैसला करने और दोषियों को सजा देने में पूर्णतया सक्षम है. दुर्भाग्यवश इन तथ्यों को इस रिपोर्ट में बिलकुल नजरंदाज कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत में विश्वास करती है.
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग पहले ही से सुपर हिट है लेकिन भारत की विश्व कप जीत से लोगों में शुक्रवार से शुरू हो रहे चौथे सत्र को लेकर रोमांच बढ़ा है। गंभीर ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ शुक्रवार को होने वाले मैच से पहले कहा, भारत के विश्व कप जीतने से पूरा देश एकजुट हो गया। इससे लोगों की आईपीएल में भी दिलचस्पी बढ़ी जो भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है। आईपीएल को लेकर क्रेज बढ़ गया है। विश्व कप विजेता भारतीय खिलाड़ियों को आईपीएल से पहले बमुश्किल पांच दिन का आराम मिल सका। गंभीर ने कहा कि 43 दिन प्रतिस्पर्धी 50 ओवरों का क्रिकेट खेलने के बाद खिलाड़ियों के लिए टी-20 प्रारूप में ढलना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, यह अलग प्रारूप है। वनडे और टी-20 क्रिकेट एकदम अलग है। यह काफी चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि तैयारी के लिए ज्यादा समय नहीं मिल सका। गंभीर ने कहा, लेकिन एक पेशेवर क्रिकेटर होने के नाते कोई बहाना नहीं बनाया जा सकता। विश्व कप खत्म हो गया है और अब आईपीएल शुरू हो रहा है। हमें शुक्रवार से एक अहम मैच खेलना है और हम इस चुनौती के लिए तैयार हैं।
राजधानी दिल्ली में राजनीतिक तस्वीर पिछले चार दिनों से चरमराई हुई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई कैबिनेट मंत्री राज्यपाल के खिलाफ उनके निवास पर धरना दे रहे हैं तो वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी सीएम के खिलाफ उनके घर पर धरना दे रही है. केजरीवाल के धरने का आज चौथा दिन है. अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि उनका भाई पुणे से मिलने आया, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. मेरा भाई पुणे से मुझसे मिलने आया। उसको मुझसे मिलने नहीं दिया गया। ये तो ग़लत है। — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 14, 2018 आमरण अनशन पर बैठे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का गुरुवार सुबह रुटीन चैकअप हुआ. चैकअप में पता चला है कि सत्येंद्र जैन की तबीयत ठीक नहीं है. कैसी है तबीयत? सत्येंद्र जैन - पल्स - 64, बीपी - 110/70, सुगर - 47, यूरिन किटोन - 2+ मनीष सिसोदिया - पल्स - 72, बीपी - 140/80, सुगर - 59, वजन - 88.5 Kg केजरीवाल के धरने के विरोध में बीजेपी के नेता बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में धरने पर बैठे. दिल्ली बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि केजरीवाल को नौटंकी बंद करनी चाहिए और काम पर वापस आना चाहिए. इस धरने में आप के बागी नेता कपिल मिश्रा भी शामिल रहे. चौथे दिन भी जारी वार-पलटवार गुरुवार सुबह होते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि आखिर दिल्ली वाले मांग क्या रहे हैं, सिर्फ ये कि आईएएस अफसरों की हड़ताल खत्म होनी चाहिए और राशन की डोरस्टेप डिलिवरी लागू होनी चाहिए. केजरीवाल ने लिखा कि ये लोग क्यों नहीं कर रह रहे हैं, इनकी मंशा ठीक नहीं लग रही है. Good morning आख़िर दिल्ली वाले क्या माँग रहे हैं- 1. IAS अफ़सरों की हड़ताल ख़त्म करो 2. राशन की डोरस्टेप डिलिवरी लागू करो नहीं होना चाहिए ये? दुनिया में कोई कह सकता है कि ये नहीं होना चाहिए? फिर ये लोग क्यों नहीं कर रहे? आज चौथा दिन है। इनकी मंशा ठीक नहीं लग रही — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 14, 2018 अरविंद केजरीवाल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कपिल मिश्रा ने लिखा कि सबसे पहले आप अपने कपड़े बदल लो, नहीं तो इन्फेक्शन हो जाएगा. ये मत कहना है कि मोदी जी कपड़े नहीं बदलने दे रहे, दिल्ली में कोई हड़ताल नहीं है. आप आज झूठ बोलोगे और कल माफी मांग लोगे. आदरणीय CM साहब, 1. सबसे पहले आप कपडे बदल लो, ऐसे ही पड़े रहे तो कहीं कोई इन्फेक्शन हो जाएगा ये मत कहना मोदी जी कपड़ें नहीं बदलने दे रहे 2. दिल्ली में कोई हड़ताल नहीं हैं 3. राशन की फ़ाइल AAP के मंत्री के पास हैं सारी दुनिया जानती हैं - आप आज झूठ बोलोगे - कल माफ़ी माँग लोगे https://t.co/BJWy670cIt — Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 14, 2018 आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने बुधवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ उनके निवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और अब उनकी योजना प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) का घेराव करने की है. अगले रविवार को आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ता पीएमओ का घेराव करेंगे. ये हैं AAP की 3 मांगें - एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं. - काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें. - राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.
श्वेत प्रभुत्व या श्वेत सर्वोच्चता एक नस्लवादी विचारधारा है, जो इस आस्था या आस्था के प्रोत्साहन पर केन्द्रित हैं कि, श्वेत लोग अन्य नृजातीय पृष्ठभूमियों के लोगों के मुकाबले कुछ विशेष विशेषताओं, लक्षण, और गुणधर्मों में श्रेष्ठतर होते हैं और इसलियें, श्वेत लोगों को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से गैर-श्वेत लोगों को शासित करना चाहियें। भेदभाव संयुक्त राज्य का सामाजिक इतिहास नव-नाज़ी अवधारणाएँ राजनीतिक सिद्धान्त राजनीति और नस्ल नस्लीय अलगाव नस्लवाद पुनर्निर्माण युग नव-फ़ासीवाद पूर्वाग्रह और भेदभाव संयुक्त राज्य में नस्लवाद श्वेत राष्ट्रीयवाद
इल्म दीन (जिन्हें इल्म-उद-दीन के नाम से जाना जाता है) (४ दिसंबर १९०८ - ३१ अक्टूबर १९२९) एक पंजाबी मुस्लिम काष्ठकारी थे, इन्होंने महाशय राजपाल नामक एक पुस्तक प्रकाशक रंगीला रसूल की हत्या की, जिसे मुस्लिम समुदाय द्वारा इस्लामी पैगंबर, मुहम्मद के प्रति अपमानजनक माना गया था। एक दिन वह अपने एक दोस्त के साथ गली से गुजर रहा थे, उन्होंने राज पाल के खिलाफ भारत में एक भारी भीड़ को चिल्लाते और विरोध करते देखा। राज पाल पर एक पुस्तक रंगीला रसूल प्रकाशित करने का आरोप लगाया गया, जिससे मुस्लिमों को विश्वास हो गया और वे उग्र हो गए। पुस्तक मूल रूप से लेखक 'चामुपति एम ए' या किशन प्रसाद प्रताब द्वारा लिखी गई थी, उस पुस्तक में उन्होंने कुछ विवादास्पद शब्दों का इस्तेमाल किया और पैगंबर के खिलाफ आरोप लगाए। यह पुस्तक राज पाल द्वारा प्रकाशित की गई थी, इसलिए इसके प्रकाशन के तुरंत बाद विभिन्न मुस्लिम दलों और समूहों ने विरोध करना शुरू कर दिया और उन्होंने मांग की कि पुस्तक को वितरित नहीं किया जाना चाहिए, दुर्भाग्य से ब्रिटिश सरकार ने कोई नोटिस नहीं लिया और मुसलमान निराश और निराश हो गए। इल्म-उद-दीन शहीद ने एक रुपये में बाज़ार से कुछ ख़ंजर खरीदा और राज पाल के उनकी दुकान में आने तक इंतजार किया, जैसे ही वह उनकी दुकान में दाखिल हुआ, इल्मुद्दीन ने उस पर हमला किया और खंजर का इस्तेमाल करके उसे चाकू मार दिया। कटार वह तुरंत राजपाल की दुकान से बाहर चले गए और अपने माथे को सजदा मुद्रा में जमीन पर रख दिया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और पंजाब मियांवाली जेल में भेज दिया। उन्हें कुछ समय के लिए जेल में रखा गया था और बाद में उन्हें भारतीय दण्ड संहिता के तहत अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी । उन्हें ३१ अक्टूबर १९२७ को फांसी दी गई। उनके जनाज़े को मुहम्मद इक़बाल जैसे मुस्लिम नेताओं ने दावा कर लाहौर भेज दिया जहां उन्हें दफनाया गया और पूरे शहर और आसपास के गांवों से मुसलमान उनके जनाज़े में शामिल हुए । एक मस्जिद को मियांवाली जेल में एक संस्मरण के रूप में बनाया गया है जिसे गाजी इल्म-उद-दीन शहीद मस्जिद के रूप में नामित किया गया है। उनके अंतिम संस्कार में लगभग ६,००,००० लोग शामिल हुए थे। संदर्भ १९०८ में जन्मे लोग १९२७ में निधन
इंस्टीट्यूटो डी एनसेनान्ज़ा सिकंदरिया लोप डी वेगा (आईईएस लोप डी वेगा) मैड्रिड, स्पेन में एक सार्वजनिक हाई स्कूल है। यह कैले डे सैन बर्नार्डो में स्थित है। यह मैड्रिड समुदाय के क्षेत्रीय प्रशासन द्वारा संचालित है।
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में शनिवार को वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई भिडंत का मामला अब CJI रंजन गोगोई के पास पहुंच गया है. इस पूरे मामले को लेकर रंजन गोगोई के आवास पर रविवार बैठक हुई. मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया, बार कॉउंसिल ऑफ दिल्ली समेत कई एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हैं. इस बैठक में सभी जिला अदालत के नेता प्रतिनिधि भी मौजूद हैं. बैठक के दौरान आगे की रणनीति बनाने पर भी बात चल रही है. इन सब के बीच इस भिड़ंत को लेकर दिल्ली पुलिस और वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके बाद दिल्ली पुलिस की फॉरेंसिक टीम तीस हजारी कोर्ट के उस लॉक अप के पास पहुंची जहां से यह भिड़ंत हुई थी. इस भिड़ंत की जांच दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है. शनिवार को हुए भिड़ंत के बाद दिल्ली के सभी डिस्ट्रिक्ट की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. पुलिस फिलहाल सीसीटीवी के जरिये पूरा घटनाक्रम जानने की कोशिश कर रही है. पुलिस की टीम फिलहाल मोबाइल फुटेज भी जुटाने लगी है. उधर, इस पूरे मामले को लेकर तीस हजारी कोर्ट के चौकी इंचार्ज पर छेड़खानी का केस दर्ज किया है. चौकी इंचार्ज पर महिला वकील से छेड़छाड़ करने के आरोप है. तीस हजारी कोर्ट में हुए इस बवाल के बाद आज यानी रविवार को यहां लगने वाले लोक अदालत को फिलहाल टाल दिया गया है.    दिल्‍ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प का एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि किस तरह से वकीलों का झुंड तीस हजारी कोर्ट के लॉकअप के अंदर घुस रहा है और पुलिसकर्मियों को बेरहमी से पीट रहा है. फुटेज में दिख रहा है कि एक पुलिसकर्मी को वकीलों ने बेल्ट से इतनी बुरी तरह पीटा कि वह बेहोश होकर गिर पड़ा. लॉकअप में इस दौरान दर्जनों कैदी बंद थे, जो कोर्ट में पेशी के लिए आये थे. इस मारपीट के बाद वकीलों ने लॉकअप के बाहर आग लगा दी थी.  मारपीट का एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस फुटेज में दिख रहा है कि पहले लॉकअप के बाहर पुलिसवालों और वकीलों में मारपीट होती है. फिर पुलिसवाले इकठ्ठा होकर एक वकील को मारते हुए अंदर ले आते हैं. दरअसल, शनिवार को तीस हजारी कोर्ट के बाहर पार्किंग को लेकर पुलिसवालों और वकीलों में विवाद हो गया जो बाद में हिंसक झड़प में तब्‍दील हो गया.  फायरिंग हुई और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी हुई. झड़प में करीब 10 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए. तीस हजारी कोर्ट में झड़प की बार एसोसिएशनों ने निंदा की है और चार नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी की सभी जिला अदालतों में एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है.
जी हां, यह सच है. कोरियाई गायक साइ के विश्वप्रसिद्ध गंगनम स्टाइल वीडियो ने यूट्यूब को 'तोड़' दिया है. उस वीडियो को इतने लोगों ने देख लिया है कि यू्ट्यूब के पास अब काउंटर ही नहीं बचे हैं. यानी अब वह यह नहीं बता सकता कि कितने लोगों ने इसके बाद यह वीडियो देखा. यूट्यूब ने कहा कि 2012 में दक्षिण कोरिया के गायक साइ ने घुड़सवारी करने जैसे नृत्य के साथ अपना जो वीडियो अपलोड किया था, इस हफ्ते अपने अधिकतम पर जा पहुंचा है. यानी उसके आगे के बारे में नहीं सोचा जा सकता है. यूट्यूब के मुताबिक इस वीडियो के अधिकृत संस्करण को देखने के लिए अब तक 215 करोड़ लोग आ चुके हैं. यह संख्या दुनिया की कुल आबादी का तीसरा हिस्सा है. इसमें बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कई बार यह वीडियो देखा है. यूट्यूब की समस्या इस सोशल साइट की यह समस्या है कि यूट्यूब का काउंटर 32 बिट इंटिगर से बनाया है. इसका मतलब हुआ कि इसमें अधिकतम 2 अरब 14 करोड़, 74 लाख से थोड़े ही ज्यादा की संख्या दिख सकती है. इसके आगे का अंक नहीं दिखेगा. यानी आगे कितने भी व्यू हों, काउंटर पर अंक उतने ही रहेंगे. गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि कोई वीडियो 32 बिट इंटिगर से ज्यादा बार देखा जाएगा. लेकिन अब गूगल के इंजीनियरों ने इसमें 64 बिट इंटिगर लगा दिया है और अब यह वीडियो उतने काउंटर दिखा देगा, जितने सोचे भी नहीं जा सकते.
बिहार विधान परिषद में पटना शिक्षक कोटे से राजद सदस्य नवल किशोर यादव द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ किए जाने पर उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया। यादव ने मोदी को वर्तमान में देश का सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं। नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद भाजपा नाता तोड़ लेने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के मुख्यालय बिहारशरीफ में कल यादव ने मोदी को वर्तमान में देश का सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बताया और कहा था कि लोकतंत्र बोली से चलती है गोली से नहीं चलती और वह (नरेंद्र मोदी) बोली के जरिये आम आदमी की आवाज उठा रहे हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने बुधवार को कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई ने यादव को जो कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के भी सदस्य थे, छह साल के लिए निलंबित कर दिया है और इसकी सूचना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक व्यक्तित्व वाले नरेंद्र मोदी की तारीफ कर यादव ने राजद के कार्यकर्ताओं की भावना को ठेस पहुंचाई है। उल्लेखनीय है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा था कि वह मनमोहन सिंह से बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं।टिप्पणियां यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। यादव ने मोदी को वर्तमान में देश का सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं। नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद भाजपा नाता तोड़ लेने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के मुख्यालय बिहारशरीफ में कल यादव ने मोदी को वर्तमान में देश का सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बताया और कहा था कि लोकतंत्र बोली से चलती है गोली से नहीं चलती और वह (नरेंद्र मोदी) बोली के जरिये आम आदमी की आवाज उठा रहे हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने बुधवार को कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई ने यादव को जो कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के भी सदस्य थे, छह साल के लिए निलंबित कर दिया है और इसकी सूचना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक व्यक्तित्व वाले नरेंद्र मोदी की तारीफ कर यादव ने राजद के कार्यकर्ताओं की भावना को ठेस पहुंचाई है। उल्लेखनीय है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा था कि वह मनमोहन सिंह से बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं।टिप्पणियां यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा चुनाव प्रचार अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद भाजपा नाता तोड़ लेने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के मुख्यालय बिहारशरीफ में कल यादव ने मोदी को वर्तमान में देश का सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बताया और कहा था कि लोकतंत्र बोली से चलती है गोली से नहीं चलती और वह (नरेंद्र मोदी) बोली के जरिये आम आदमी की आवाज उठा रहे हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने बुधवार को कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई ने यादव को जो कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के भी सदस्य थे, छह साल के लिए निलंबित कर दिया है और इसकी सूचना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक व्यक्तित्व वाले नरेंद्र मोदी की तारीफ कर यादव ने राजद के कार्यकर्ताओं की भावना को ठेस पहुंचाई है। उल्लेखनीय है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा था कि वह मनमोहन सिंह से बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं।टिप्पणियां यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने बुधवार को कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई ने यादव को जो कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के भी सदस्य थे, छह साल के लिए निलंबित कर दिया है और इसकी सूचना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक व्यक्तित्व वाले नरेंद्र मोदी की तारीफ कर यादव ने राजद के कार्यकर्ताओं की भावना को ठेस पहुंचाई है। उल्लेखनीय है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा था कि वह मनमोहन सिंह से बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं।टिप्पणियां यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक व्यक्तित्व वाले नरेंद्र मोदी की तारीफ कर यादव ने राजद के कार्यकर्ताओं की भावना को ठेस पहुंचाई है। उल्लेखनीय है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा था कि वह मनमोहन सिंह से बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं।टिप्पणियां यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। उल्लेखनीय है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखे जाने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा था कि वह मनमोहन सिंह से बेहतर प्रधानमंत्री साबित हो सकते हैं।टिप्पणियां यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। यादव ने सिंह पर एक राजनैतिक नेता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह कैसे 125 करोड भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दिए हुए है।
यह एक लेख है: भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में तत्काल सुधार की जरूरत और उभरती अर्थव्यस्थाओं की बढ़ी हुई भागीदारी के साथ उच्च संस्था की सदस्य संख्या में बढ़ोतरी पर जोर दिया। तीनों देश यूएनएससी के अस्थाई सदस्य हैं। भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका देशों के संगठन इब्सा के शिखर सम्मेलन के बाद जारी एक संयुक्त बयान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रोसेफ और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैबक जुमा ने कहा कि सुरक्षा परिषद के स्थायी और अस्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार अवश्य होना चाहिए। बयान के मुताबिक तीनों देशों ने भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान के बीच संयुक्त राष्ट्र सुधारों के लिए जी-4 की पहल पर भी चर्चा की। जी-4 पहल के तहत चारों देशों के बीच इस बात पर सहमति है कि सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की अपनी उम्मीदवारी के लिए वे एक दूसरे का समर्थन का करेंगे। बयान के मुताबिक, "संयुक्त राष्ट्र के सभी क्षेत्रीय समूहों के सदस्यों के एक बड़े गठबंधन ने जी-4 की इस पहल का समर्थन किया है। इसलिए यूएनएससी सुधार पर जारी अंतरसरकारी वार्ता में आगे की बातचीत के लिए इस तरह के व्यापक समर्थन को आधार के रूप में विचार किया जाना चाहिए।" उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका वर्ष 2003 में इब्सा के गठन के बाद पहली बार सीरिया सरकार के खिलाफ हुए मतदान से अनुपस्थित रहे। इस वजह से अमेरिका को सुरक्षा परिषद की बैठक से पहली बार उठकर जाना पड़ा। कूटनीतिक गलियारे में इसे विकासशील देशों खासकर इब्सा की विजय के रूप में देखा गया।
चार राज्यों में बड़ी चुनावी हार के बाद जहां अटकलें लगाई जा रही थीं कि, इससे कांग्रेस के भीतर टीम राहुल कमजोर होगा, वहीं इसके उलट कांग्रेस के उच्च पदस्त सूत्रों का दावा है कि, अब इससे बुरा कुछ हो नहीं सकता, ऐसे में यही वक्त है कि, कांग्रेस में बड़े फेरबदल का और राहुल की ताजपोशी का. नाम न छापने की शर्त पर गांधी परिवार के करीबी एक बड़े नेता ने कहा कि, चार राज्यों की चुनावी हार का कांग्रेस संगठन में होने वाले बदलाव से या राहुल की ताजपोशी से कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि, ये उतनी जल्दी होगा, जितना आप सोच भी नहीं सकते. कुछ देर बाद ही इसी तर्ज पर कांग्रेस का आधिकारिक बयान भी आ गया. पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, हार को संगठन में बदलाव से नहीं जोड़ा जाए , समय आने पर आकलन करके पार्टी फैसला करेगी. जून-जुलाई में बड़े बदलाव की तैयारी... जून के आखिर तक या जुलाई की शुरुआत में पार्टी में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. कई महासचिवों की छुट्टी होगी और कई नए चेहरों को जगह मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक, नई टीम में युवाओं को जगह जरूर मिलेगी, लेकिन टीम संयोजन में नए और पुराने दोनों चेहरे होंगे. जिनका कट सकता है पत्ता... सूत्रों का दावा है कि, तकरीबन 8 राष्ट्रीय महासचिव स्तर के नेताओं की पद से छुट्टी हो सकती है, जिनमें अंबिका सोनी, मोहन प्रकाश, मधुसूदन मिस्त्री, सीपी जोशी, बीके हरिप्रसाद, मुकुल वासनिक और गुरुदास कामत शामिल हैं. साथ ही संगठन महासचिव जनार्दन द्विवेदी और पंजाब प्रभारी शकील अहमद पर आखिरी फैसला होना बाकी है. वहीं दिग्विजय सिंह को महासचिव पद पर बनाए रखने के आसार हैं. बात कोषाध्यक्ष पद की करें तो उम्रदराज नेता मोतीलाल वोरा को भी आराम दिए जाने पर विचार हो रहा है. उनकी जगह राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत या फिर सुशील कुमार शिंदे को लाने पर विचार चल रहा है. इस बावत सोनिया और राहुल के बीच सूची का आदान-प्रदान भी शुरु हो चुका है. जिनको मिल सकती है संगठन में जगह... नई टीम में नए और पुराने चेहरों के संयोजन का खास ख्याल रखा जा रहा है. टीम राहुल के कई नेताओं को सचिव पद दिए जाएंगे. वहीं, महासचिव स्तर पर कमलनाथ, भूपिन्दर सिंह हुड्डा, आनंद शर्मा जैसे पुराने नेताओं को जगह मिल सकती है. साथ ही अगर शीला दीक्षित को यूपी नहीं भेजा जाता है तो वो भी पार्टी महासचिव पद की प्रबल दावेदार होंगी. महासचिव पद के लिए बात अगर नए चेहरों की करें तो राहुल के सबसे करीबी दलित नेता के. राजू के साथ ही भंवर जितेन्द्र सिंह, आरपीएन सिंह, सूरज हेगड़े, मीनाक्षी नटराजन और मिलिन्द देवड़ा सरीखे नेता रेस में हैं. राहुल की ताजपोशी के लिए दो विकल्प.. ये तो तय है कि, इस साल राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बन जाएंगे लेकिन ताजपोशी कब हो, इस पर गांधी परिवार दो विकल्पों पर विचार कर रहा है. पहला विकल्प ये कि जून में पार्टी में बदलाव के साथ ही महीने के आखिर में या जुलाई की शुरुआत में राहुल को अध्यक्ष मनोनीत कर दिया जाए और फिर बाद में अक्टूबर में संगठन के संभावित चुनाव में वो अध्यक्ष चुन लिए जाएं. दूसरा विकल्प ये है कि अभी पार्टी में बदलाव कर दिए जाएं, अनौपचारिक तौर काम राहुल देखें और कुछ महीनों में नई टीम के साथ वो तालमेल बैठा लें, जिसके बाद अक्टूबर में सोनिया गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दें और फिर संगठन चुनाव मे राहुल अध्यक्ष का चुनाव लड़कर कुर्सी संभालें. कुल मिलाकर लगातार हार के बाद अब जल्द कांग्रेस अपने संगठन में बदलाव करने को तैयार दिख रही है लेकिन इस लकीर के साथ कि हार हो या जीत उनके अगले अध्यक्ष राहुल गांधी ही होंगे और इसी साल होंगे. आखिर गांधी परिवार ने पहले से जो तय किया है कि राहुल ही कांग्रेस का भविष्य हैं और प्रियंका अगर भविष्य में सक्रिय राजनीति में आएंगी भी तो राहुल की सहयोगी की भूमिका में.
हुआवे की सबसिडरी ऑनर ने View 20 लॉन्च कर दिया है. जल्द ही इसे भारत में लॉन्च किया जाएगा. कंपनी के मुताबिक ये स्मार्टफोन सिर्फ ऐमेजॉन पर मिलेगा. इस वेबसाइट पर यह स्मार्टफोन लिस्ट कर दिया गया है और आपको यहां Notify Me का ऑप्शन भी दिखेगा. अगर आप ये स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं तो यहां सजिस्टर कर सकते हैं. इस स्मार्टफोन का इंतजार करना काफी हद तक सही भी है, क्योंकि इसमें कुछ नई चीजें देखने को मिलेंगी. इसमें ऑल स्क्रीन डिस्प्ले है और पंच होल सेल्फी कैमरा है. कोई बेजल नहीं हैं और इसमें 48 मेगापिक्सल का कैमरा भी है. भारत में इस स्मार्टफोन का नाम V20 हो सकता है.  कंपनी के मुताबिक इसे 22 जनवरी को पेरिस में ग्लोबल लॉन्च किया जाएगा. इसी के करीब भारत में भी लॉन्च किया जा सकता है. इस स्मार्टफोन में टर्बो लिंक फीचर दिया गया है जो आपके लिए काफी फायदेमंद होगा. अगर वाईफाई की स्पीड कम है तो ये LTE से कनेक्ट हो जाएगा. इसके लिए आपको कुछ करने की जरूरत नहीं है, ये खुद से ही कनेक्ट होगा. इस स्मार्टफोन में Kirin 980 प्रोसेसर दिया गया है और इसे आप 6GB या 8GB रैम वेरिएंट के साथ खरीद सकते हैं. भारत में अगर यह 35,000 रुपये के अंदर लॉन्च होता है तो इससे सबसे ज्यादा खतरा OnePlus 6T को होगा. क्योंकि इस रेंज में अभी भारतीय बाजार में ये बेस्ट स्मार्टफोन है और ऐसे में अगर Honor View 20 ग्राउंड ब्रेकिंग फीचर के साथ आता है तो जाहिर है लोगों को इसमें दिलचस्पी होगी. पहली बार भारतीय मार्केट में 48 मेगापिक्सल के साथ कोई स्मार्टफोन आएग तो मुमकिन है लोग इसे खरीदना चाहेंगे. चीन में इसकी कीमत देखें तो मुमकिन है भारत में ये आक्रामक कीमत के साथ लॉन्च हो सकता है. इस स्मार्टफोन के फुल स्पेसिफिकेशन्स को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
स्वाद में खट्टा-मीठा आलूबुखारा गर्मियों में आने वाला मौसमी फल है. इसमें बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. आलूबुखारा डायट्री फाइबर से भरपूर होता है, जिसमें सार्बिटॉल और आईसेटिन प्रमुख हैं. खासतौर पर यह फाइबर्स, शरीर के अंगों के सुचारू बनाते हैं और पाचन क्रिया को भी दुरूस्त करते हैं. इसके साथ ही यह सौंदर्य बढ़ाने के भी काम आता है. इसका इस्तेमाल तरह-तरह के लजीज पकवान बनाने में भी किया जाता है. आइए जानें, इस फल को खाने से कैसे रहता है शरीर फिट... 1. वजन करे कंट्रोल आलूबुखारे के 100 ग्राम में लगभग 46 कैलोरी होती है. अत: इसमें अन्य फलों की तुलना में कैलोरी काफी कम पाई जाती है. इस कारण से यह आपका वजन नियंत्रित करने में भी सहायक होता है. 2. आंखों की सेहत का रखे ख्याल आलूबुखारे में मौजूद विटामिन-सी आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. इसके इलावा इसमें विटामिन-के एवं बी 6 भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. 3. दिल का साथी यह रक्त का थक्का बनने से रोकता है जिससे ब्लडप्रेशर और हृदय रोगों की संभावना कम होती है. इसके साथ ही अल्जाइमर के खतरे को कम करता है. 4. ट्यूमर को रोकने में सहायक छिलके के साथ आलूबुखारे का सेवन, ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में सहायक होता है. यह कैंसर और ट्यूमर की सेल्स को बढ़ने से रोकता है. 5. मजबूत बनाएं हडि्डयां महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में आलूबुखारा बेहद सहायक है. रजोनिवृत्ति के उपरांत महिलाएं आलूबुखारे का सेवन करें तो वे स्वयं को ओस्टियोपोरेसिस से बचा सकती हैं. 6. दिमाग को रखे स्वस्थ इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपकी त्वचा के साथ ही दिमाग को भी स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं. यह आपके तनाव को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है. 7. बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है यह आपके बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है. आलुबुखारे में आयरन की मात्रा होती है जो ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करती है. पोटेशियम होने से शरीर के सेल्स स्ट्रांग बनते हैं और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने की बात कबूल करने वाले कश्मीरी अलगावादी गुलाम नबी फई ने दावा किया है कि उसने बीते दो दशकों के दौरान भारत सरकार के कई मंत्रियों से नियमित तौर पर मुलाकात की थी और यहां भारतीय दूतावास के साथ संवाद का एक माध्यम भी बना लिया था। बीते सप्ताह 62 साल के फई ने अमेरिका की एक अदालत में आईएसआई का एजेंट होने का आरोप स्वीकार कर लिया। उसने एक बयान में कहा है कि भारत के मंत्रियों और अधिकारियों से मिलना नई दिल्ली के साथ संवाद कायम करने की रणनीति का हिस्सा था। फई ने अपने बयान को कश्मीर मेरे लिए क्यों महत्वपूर्ण है शीर्षक दिया है। उसका दावा है, बीते 20 वर्षों के दौरान मैंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव के पूर्व वरिष्ठ सलाहकार यूसुफ बक और वर्ल्ड कश्मीर फ्रीडम मूवमेंट के अध्यक्ष रहे मरहूम अयूब ठुकेर के साथ चंद्रशेखर, नरसिंह राव, अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल के कई सदस्यों से मुलाकात की थी। फई ने समाचार एजेंसी पीटीआई की ओर से ईमेल के जरिए भेजे गए सवाल का जवाब नहीं दिया। इस सवाल में उन भारतीय मंत्रियों और अधिकारियों के नाम मांगे गए थे, जिनसे आईएसआई के इस एजेंट ने कथित तौर पर मुलाकात की थी। फई ने दावा किया, बीते 11 वर्षों के दौरान मैंने भारतीय दूतावास के चार अलग-अलग अधिकारियों से मुलाकात की थी। ये अधिकारी एक के बाद एक यहां तैनात हुए थे और इन लोगों ने अपने जाने की स्थिति में नए अधिकारी से मेरा परिचय करवाया। वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने भी फई के दावे से जुड़े पीटीआई के सवाल का जवाब नहीं दिया। दूतावास से ईमेल के जरिए सवाल पूछा गया था कि क्या फई का दावा सही है और अगर यह सत्य है तो किन अधिकारियों ने उससे मुलाकात की थी? फई के मुताबिक यह हमेशा से उसकी आदत रही है कि भारतीय दूतावास के साथ संवाद का माध्यम बनाकर रखा जाए। उसने कहा, मैं 1999 से भारतीय दूतावास के अधिकारियों से समय-समय पर मिलता रहा था। यह मुलाकात हर महीने और कभी-कभी दो महीने पर होती थी। मार्च, 2006 से हम हर महीने मिलते थे और कई बार महीने में दो बार भी मुलाकात हो जाती थी। कश्मीर पर हम जब भी संगोष्ठि अथवा सम्मेलन का आयोजन करते थे तो मैं भारतीय राजदूत को बतौर वक्ता उपस्थित होने का निमंत्रण देता था। फई ने कहा, भारतीय दूतावास के अधिकारियों के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान करने और पहले से ही ब्यौरा हासिल करने की मुझे आदत थी। भारतीय राजदूत के लिए निमंत्रण पत्र मैं उस अधिकारी को देता था, जिससे अक्सर मेरी मुलाकात किसी सार्वजनिक कैफेटएरिया में होती थी। फई ने कहा, एक भारतीय अधिकारी ने मुझे इस साल 18 अथवा 19 जुलाई को फोन किया था। उसी दिन मेरी गिरफ्तारी हुई थी। उसने वायसमेल के जरिए संदेश छोड़ा था कि हमें जरूर मिलना चाहिए। इस संदेश को मैं 10 दिन बाद सुन सका क्योंकि इतने दिनों बाद ही मैं रिहा हुआ था। कश्मीरी अलगाववादी का मानना है कि उसने निजी तौर पर गलतियां की हैं और उसे इसका गहरा अफसोस भी है। उसका दावा है कि वह कश्मीर की आजादी के लिए लड़ रहा था, हालांकि अदालत में इसके उलट उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने का आरोप स्वीकार किया है।वर्जीनिया की एक अदालत में बीते सप्ताह फई ने स्वीकार किया उसने आईएसआई से गोपनीय माध्यमों से धन हासिल किए, जिससे अमेरिकी सरकार को दो से चार लाख डॉलर का नुकसान हुआ। वह कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल नामक संगठन चलाता था।
शास्त्रों में प्रदोष व्रत भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्ति का दिन है. रवि प्रदोष के दिन भगवान सूर्य और भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है जिससे हमें उत्तम स्वास्थ्य का वरदान मिलता है. हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है. किसी भी प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक होती है. सूर्य प्रदोष का व्रत करके खोये हुए मान सम्मान को बहुत आसानी से पाया जा सकता है और भविष्य में उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद भी भगवान शिव और सूर्यनारायण देते हैं. इसमें कुछ विशेष मन्त्रों के जाप से हृदयरोग में भी आराम मिलता है. शिव-सूर्य की पूजा से मिलेगी हृदयरोग से मुक्ति - सूर्य प्रदोष के दिन सूर्य उदय होने से पहले उठे स्नान के जल में गंगाजल डालकर स्नान करें - सूर्य नारायण को तांबे के लोटे से जल में कुमकुम शक्कर लाल फूल डालकर अर्घ्य दें तथा अर्घ्य दिए जल का छींटा अपने माथे पर लगाएं - सारा दिन भगवान शिव के मन्त्र नमः शिवाय मन ही मन जाप करते रहे और निराहार रहें - शाम के समय प्रदोष काल मे भगवान शिव को पंचामृत से स्न्नान कराएं - साबुत चावल की खीर और फल भगवान शिव को अर्पण करें -वहीं आसन पर बैठकर पंचाक्षरी स्तोत्र का पाठ करे - भगवान शिव की कृपा से हृदय रोग में आराम मिलेगा रवि प्रदोष व्रत पर मिलेगा धन संपत्ति का वरदान -  सूर्य प्रदोष व्रत के दिन सुबह के समय जल्दी उठकर स्नान करें तथा भगवान सूर्य को नमस्कार करें -  पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके लाल आसन पर बैठे तथा एक तांबे के लोटे में जल भरकर रखें -  शुद्ध तांबे के दीये में गाय का घी भरकर कलावे की बाती लगाकर जलाएं -  अब भगवान गणपति को नमस्कार करें तथा सूर्य स्तोत्र का तीन बार पाठ करें - अपने घर में धन-संपत्ति के लिए भगवान सूर्यनारायण से प्रार्थना करें - ऐसा करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा रवि प्रदोष व्रत पर करें ये महाउपाय - सूर्य प्रदोष व्रत के दिन नमक का सेवन बिलकुल न करें -  घर का मीठा भोजन नेत्रहीन लोगों को अवश्य खिलाएं -  अपने घर की पूर्व दिशा को साफ करके वहां पर एक दीपक जलाएं और गायत्री मंत्र का 27 बार जाप करें - कुशा के आसन पर बैठकर आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें और पाठ के बाद अपने पिता या पिता की उम्र के समान व्यक्ति के चरण स्पर्श करें.
सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं तो इन जगहों पर करें अप्‍लाई. ज्‍यादा जानकारी के लिए पढ़ें 5 नवंबर के JOB ALERT. UPPCL में 395 पदों पर वैकेंसी IIMC में सीनियर कंसल्टेंट के लिए वैकेंसी गोवा शिपयार्ड में ऑफिस असिस्टेंट के लिए वैकेंसी NPCIL में नौकरी पाने का मौका
सचिन तेंदुलकर कितने महान खिलाड़ी हैं ये बताने की किसी को जरूरत नहीं लेकिन उनके दोस्त और वेस्टइंडीज़ के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा सचिन को दुनिया का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बताते हैं। लारा ने लंदन में आयोजित एक डिनर के दौरान कहा कि सचिन ने 16 साल की उम्र से टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया था और अब वो 38 साल के हो चुके हैं लेकिन उनके जज्बे में इतने साल से कोई फर्क नहीं पड़ा है। लारा ने कहा कि वो भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट देखने जाएंगे और वो उम्मीद कर रहे हैं कि सचिन वहां अपना 100वां शतक पूरा करेंगे।
सनुंदा पुष्कर की मौत की जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टरों की नई टीम गठित की है. ताकि फॉरेंसिक सबूतों के आधार पर सुनंदा की रहस्यमयी मौत से जुड़े अनसुलझे पहलुओं को सुलझाया जा सके. सुनंदा पुष्कर की मौत दो साल पहले हुई थी. लेकिन AIIMS के एक्सपर्ट्स अभी तक इस केस में कुछ खास नहीं कर सके. सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय को दिल्ली पुलिस ने एक चिट्ठी लिखी थी. दिल्ली पुलिस ने मंत्रालय के डॉयरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज को चिट्ठी लिख कर एम्स और यूएस फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन की एक नई टीम बनाने के लिए कहा था. जो फॉरेंसिक सबूतों का अध्ययन कर सके. 51 वर्षीय बिजनेस वुमेन सुनंदा पुष्कर 2 साल पहले दिल्ली के एक होटल में मृत पाई गईं थीं. सुनंदा पूर्व केंद्रीय मंत्री और यूएन डिप्लोमैट शशि थरूर की पत्नी थी . थरूर के पाकिस्तानी जर्नलिस्ट के साथ एकस्ट्रा-मैरिटल अफेयर होने के खुलासे के कुछ दिन बाद ही सुनंदा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया था. मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर से भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है. नई टीम में चंडीगढ़ के डॉक्टर, एक पुडुचेरी और एक दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर होंगे. साथ ही टीम में एक सदस्य FBI का होगा.
यह लेख है: पाकिस्तान में दक्षिणी और उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली क्षेत्र में गुरुवार तड़के हुए कई ड्रोन हमलों में शीर्ष तालिबान आतंकवादी मुल्ला नजीर और नौ अन्य की मौत हो गई। समाचार पत्र 'डॉन' ने अपनी रपट में बताया कि तालिबान और खुफिया सूत्रों ने दक्षिणी वजीरिस्तान के वाना शहर में अमेरिका विरोधी आतंकवादी मुल्ला नजीर के उसके पांच साथियों के साथ मारे जाने की पुष्टि की है। ये सभी उस वक्त मारे गए जब एक मानवरहित विमान ने इनके ठिकाने पर दो मिसाइलें दागीं। एक अन्य घटना में उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली उप जिले के मुबारक शाही गांव में हुए ड्रोन हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। रपटों के अनुसार अमेरिकी ड्रोन ने एक वाहन पर दो मिसाइलें दागी और उसके बाद फिर से उस वक्त दो मिसाइलें दागी, जब बचावकर्मी घटनास्थल से शव और घायलों को लेकर जा रहे थे। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान में हुए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 'बीबीसी' ने मीडिया रपटों का हवाले देते हुए बताया कि मुल्ला नजीर का सहायक रत्ता खान भी हमले में मारा गया है।टिप्पणियां शुरुआत में आई मीडिया रपटों में नजीर का नाम नहीं था, लेकिन हमले में चार से पांच लोगों के मरने की बात कही गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी। समाचार पत्र 'डॉन' ने अपनी रपट में बताया कि तालिबान और खुफिया सूत्रों ने दक्षिणी वजीरिस्तान के वाना शहर में अमेरिका विरोधी आतंकवादी मुल्ला नजीर के उसके पांच साथियों के साथ मारे जाने की पुष्टि की है। ये सभी उस वक्त मारे गए जब एक मानवरहित विमान ने इनके ठिकाने पर दो मिसाइलें दागीं। एक अन्य घटना में उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली उप जिले के मुबारक शाही गांव में हुए ड्रोन हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। रपटों के अनुसार अमेरिकी ड्रोन ने एक वाहन पर दो मिसाइलें दागी और उसके बाद फिर से उस वक्त दो मिसाइलें दागी, जब बचावकर्मी घटनास्थल से शव और घायलों को लेकर जा रहे थे। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान में हुए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 'बीबीसी' ने मीडिया रपटों का हवाले देते हुए बताया कि मुल्ला नजीर का सहायक रत्ता खान भी हमले में मारा गया है।टिप्पणियां शुरुआत में आई मीडिया रपटों में नजीर का नाम नहीं था, लेकिन हमले में चार से पांच लोगों के मरने की बात कही गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी। एक अन्य घटना में उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली उप जिले के मुबारक शाही गांव में हुए ड्रोन हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। रपटों के अनुसार अमेरिकी ड्रोन ने एक वाहन पर दो मिसाइलें दागी और उसके बाद फिर से उस वक्त दो मिसाइलें दागी, जब बचावकर्मी घटनास्थल से शव और घायलों को लेकर जा रहे थे। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान में हुए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 'बीबीसी' ने मीडिया रपटों का हवाले देते हुए बताया कि मुल्ला नजीर का सहायक रत्ता खान भी हमले में मारा गया है।टिप्पणियां शुरुआत में आई मीडिया रपटों में नजीर का नाम नहीं था, लेकिन हमले में चार से पांच लोगों के मरने की बात कही गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी। रपटों के अनुसार अमेरिकी ड्रोन ने एक वाहन पर दो मिसाइलें दागी और उसके बाद फिर से उस वक्त दो मिसाइलें दागी, जब बचावकर्मी घटनास्थल से शव और घायलों को लेकर जा रहे थे। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान में हुए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 'बीबीसी' ने मीडिया रपटों का हवाले देते हुए बताया कि मुल्ला नजीर का सहायक रत्ता खान भी हमले में मारा गया है।टिप्पणियां शुरुआत में आई मीडिया रपटों में नजीर का नाम नहीं था, लेकिन हमले में चार से पांच लोगों के मरने की बात कही गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान में हुए हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 'बीबीसी' ने मीडिया रपटों का हवाले देते हुए बताया कि मुल्ला नजीर का सहायक रत्ता खान भी हमले में मारा गया है।टिप्पणियां शुरुआत में आई मीडिया रपटों में नजीर का नाम नहीं था, लेकिन हमले में चार से पांच लोगों के मरने की बात कही गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी। शुरुआत में आई मीडिया रपटों में नजीर का नाम नहीं था, लेकिन हमले में चार से पांच लोगों के मरने की बात कही गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक बीते वर्ष पाकिस्तान में कुल 39 ड्रोन हमले हुए, जिनमें से अधिकांश उत्तरी वजीरिस्तान क्षेत्र के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए थे। इन हमलों में 274 लोगों की मौत हो गई थी।
किशोरी आमोनकर (जन्म: 10 अप्रैल, 1931) (मृत्यु :3 अप्रेल 2017 - 84 वर्ष) हिंदुस्तानी संगीत की विख्यात गायिका थीं जिनका सम्बन्ध अतरौली जयपुर घराने से हैं। इनकी माता श्रीमती मोगुबाई कुर्डीकर भी इसी घराने की मशहूर शास्त्रीय गायिका थीं।। इनको[पद्म विभूषण]] से सम्मनित किया गया है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ किशोरी अमोनकर के शास्त्रीय संगीत में भारतीय संस्कृति की आत्मा बसती थी श्रीमती आमोनकर के गाने के कई नमूने यहाँ उपलब्ध हैं- हिन्दुस्तानी संगीत पद्म भूषण सम्मान प्राप्तकर्ता 1932 में जन्मे लोग २०१७ में निधन पद्म विभूषण धारक भारतीय शास्त्रीय गायिका
2020 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीज़न मई से सितंबर 2020 तक हुआ। इस दौरान 15 टेस्ट मैच, 49 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) और 40 ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (टी20आई) खेले जाने थे, साथ ही 8 महिला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (डब्ल्यूओडीआई) और 9 महिला ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय इंटरनेशनल (डब्ल्यूटी20आई)। इसके अतिरिक्त, अन्य टी20आई/मटी20आई मैचों की संख्या भी सहयोगी राष्ट्रों को शामिल करने वाली छोटी श्रृंखला में खेले जाने वाले थे। इस सत्र की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट रैंकिंग में हुई, इंग्लैंड ने एकदिवसीय रैंकिंग में और ऑस्ट्रेलिया ने ट्वेंटी 20 रैंकिंग की अगुवाई की। कोविड-19 महामारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जुड़नार पर प्रभाव जारी रखा। आयरलैंड के खिलाफ बांग्लादेश के मैच 21 मार्च 2020 को टाल दिए गए थे। 24 मार्च 2020 को, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पुष्टि की कि 30 जून 2020 से पहले होने वाले सभी आईसीसी योग्यता कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए थे। 9 अप्रैल 2020 को, ऑस्ट्रेलिया का बांग्लादेश दौरा स्थगित कर दिया गया था। 20 अप्रैल 2020 को, दक्षिण अफ्रीका का श्रीलंका दौरा भी स्थगित कर दिया गया था। 22 अप्रैल 2020 को, डच सरकार ने घोषणा की कि उसने 1 सितंबर 2020 तक, खेल और सांस्कृतिक दोनों देश में सभी आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। दो दिन बाद, इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने पुष्टि की कि वेस्ट इंडीज और भारत की महिलाओं द्वारा दोनों स्थगित किए जाने के साथ 1 जुलाई 2020 से पहले इंग्लैंड में कोई भी पेशेवर क्रिकेट नहीं खेला जाएगा। 12 मई 2020 को, आईसीसी ने पुष्टि की कि 2020 महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर, जो श्रीलंका में होने वाला था, को भी स्थगित कर दिया गया था। आईसीसी ने घोषणा की कि क्वालिफायर को 2021 में वापस ले लिया गया था। दो दिन बाद, क्रिकेट स्कॉटलैंड और क्रिकेट आयरलैंड ने ग्रीष्मकालीन जुड़नार को रद्द करने की पुष्टि की, जिसमें दोनों पक्षों के खिलाफ न्यूजीलैंड का दौरा और पाकिस्तान की आयरलैंड यात्रा शामिल है। जून और जुलाई में महामारी के कारण अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में और अधिक व्यवधान देखा गया। आईसीसी ने पुष्टि की कि स्कॉटलैंड त्रिकोणीय राष्ट्र श्रृंखला और युगांडा क्रिकेट विश्व कप चैलेंज लीग बी टूर्नामेंट दोनों को स्थगित कर दिया गया था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पुष्टि की कि उसने जिम्बाब्वे और श्रीलंका के अपने दौरे बंद कर दिए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्कॉटलैंड का एकतरफा टी20आई मैच रद्द कर दिया गया था, दो टेस्ट मैच खेलने के लिए न्यूजीलैंड का बांग्लादेश दौरा और तीन टेस्ट मैच खेलने के लिए श्रीलंका का बांग्लादेश दौरा सभी स्थगित कर दिया गया था। बाद में अक्टूबर 2020 में खेला जाना था। 30 जून को, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पुष्टि की कि जिम्बाब्वे के खिलाफ उनकी योजनाबद्ध घरेलू श्रृंखला को भी वायरस के कारण स्थगित कर दिया गया था। 8 अगस्त 2020 को, अफगानिस्तान के जिम्बाब्वे दौरे पर पांच टी 20 आई मैचों के लिए योजना बनाई गई थी। अगस्त 2020 में, जिम्बाब्वे में नीदरलैंड का दौरा स्थगित कर दिया गया था, और 2020 के इंडियन प्रीमियर लीग के साथ संघर्ष के कारण भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा रद्द कर दिया गया था। अंत में, रद्द की जाने वाली अंतिम अनुसूचित श्रृंखला दक्षिण अफ्रीका महिला इंग्लैंड का दौरा थी, जो सितंबर 2020 में होने वाली थी। जून 2020 में, महामारी ने महामारी के कारण खेल की स्थितियों में कई अंतरिम बदलाव किए। कोविड-19 के लक्षण दिखाने वाले किसी भी खिलाड़ी के लिए एक विकल्प का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन केवल टेस्ट मैच में। खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, साथ ही बार-बार संक्रमण के लिए विपक्ष को पांच दंड रन दिए गए थे। एक मैच में कम अनुभवी अंपायर होने के कारण, टीम द्वारा उपयोग की जाने वाली डीआरएस समीक्षाओं की संख्या में वृद्धि के साथ, तटस्थ मैच अधिकारियों का उपयोग करने की आवश्यकता को अस्थायी रूप से हटा दिया गया था। अंतरराष्ट्रीय पुरुष क्रिकेट की शुरुआत 8 जुलाई 2020 को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच पहले टेस्ट से हुई, जिसमें वेस्टइंडीज ने चार विकेट से जीत दर्ज की। वेस्टइंडीज का न्यूजीलैंड दौरा, जो 8 जुलाई 2020 को शुरू होने वाला था, को इंग्लैंड के वेस्टइंडीज दौरे के पुनर्निर्धारण से टकराने के बाद स्थगित कर दिया गया था। इंग्लैंड-वेस्टइंडीज़ श्रृंखला के पुनर्निर्धारण के कारण दक्षिण अफ्रीका का वेस्टइंडीज का दौरा भी स्थगित कर दिया गया था। मूल रूप से सितंबर में ईसीबी को सीरीज़ के लिए आगे बढ़ाने के बाद, आयरलैंड का इंग्लैंड दौरा, जिसे सितंबर में निर्धारित किया गया था, 30 जुलाई 2020 को आगे लाया गया। यह 2020-20 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप सुपर लीग टूर्नामेंट में पहला मैच भी था, जिसमें इंग्लैंड ने आयरलैंड को छह विकेट से हराया था। आईसीसी ने विश्व कप सुपर लीग में सभी मैचों के लिए फ्रंट-फ़ुट नो-बॉल की निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग शुरू किया। इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान की टेस्ट सीरीज के दौरान आईसीसी ने पहली बार टेस्ट मैच में तकनीक का परीक्षण शुरू किया। मूल रूप से जुलाई में होने वाला ऑस्ट्रेलिया का इंग्लैंड दौरा इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच फिर से शुरू की गई श्रृंखला के बाद सितंबर में वापस आ गया था। एकमात्र महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच पांच मैचों की डब्ल्यूटी 20 आई श्रृंखला थी। इंग्लैंड की महिलाओं ने सभी मैच जीते, पहली बार उन्होंने द्विपक्षीय श्रृंखला 5-0 से जीती थी। सीजन अवलोकन रैंकिंग सीजन की शुरुआत में रैंकिंग निम्नलिखित थी। चल रहे टूर्नामेंट सीजन की शुरुआत में रैंकिंग निम्नलिखित थी। मई आयरलैंड और इंग्लैंड में बांग्लादेश दौरे को मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था, और बाद में मई 2022 में होने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था। जून 2020 पापुआ न्यू गिनी त्रि-राष्ट्र श्रृंखला कोविड-19 महामारी के कारण मार्च 2020 में वनडे श्रृंखला स्थगित कर दी गई थी। स्कॉटलैंड में न्यूजीलैंड कोविड-19 महामारी के कारण मई 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। बांग्लादेश में ऑस्ट्रेलिया कोविड-19 महामारी के कारण अप्रैल 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। नीदरलैंड में न्यूजीलैंड कोविड-19 महामारी के कारण अप्रैल 2020 में मैच स्थगित कर दिया गया था। 2020 नीदरलैंड चतुष्कोणीय श्रृंखला कोविड-19 महामारी के कारण अप्रैल 2020 में श्रृंखला को स्थगित कर दिया गया था। आयरलैंड में न्यूजीलैंड कोविड-19 महामारी के कारण मई 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। इंग्लैंड में भारत की महिलाएं कोविड-19 महामारी के कारण अप्रैल 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। श्रीलंका में दक्षिण अफ्रीका यह दौरा अप्रैल 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था। इसे जुलाई 2021 में पुनर्निर्धारित किया गया था, जो सितंबर 2021 में होगा। स्कॉटलैंड में ऑस्ट्रेलिया कोविड-19 महामारी के कारण जून 2020 में मैच रद्द कर दिया गया था। जुलाई नीदरलैंड में पाकिस्तान कोविड-19 महामारी के कारण अप्रैल 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। 2020 स्कॉटलैंड त्रि-राष्ट्र श्रृंखला कोविड-19 महामारी के कारण जून 2020 में वनडे श्रृंखला स्थगित कर दी गई थी। इंग्लैंड में वेस्ट इंडीज कोविड-19 महामारी के कारण अप्रैल 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। जून 2020 में, एक संशोधित कार्यक्रम की पुष्टि की गई थी। जुलाई 2020 में रोज बाउल और ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच हुए। वेस्टइंडीज में न्यूजीलैंड वेस्टइंडीज के इंग्लैंड दौरे के पुनर्निर्धारण के बाद एक निश्चित संघर्ष के कारण दौरा स्थगित कर दिया गया था। आयरलैंड में पाकिस्तान दौरे को मई 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था, जिसमें जुड़नार अगले वर्ष के लिए पुनर्निर्धारित किए गए थे। वेस्ट इंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका में दक्षिण अफ्रीका इंग्लैंड के वेस्टइंडीज दौरे के पुनर्निर्धारण के बाद एक स्थिरता संघर्ष के कारण दौरे को स्थगित कर दिया गया था, और जून 2021 के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था। नीदरलैंड में वेस्ट इंडीज दौरे को अप्रैल 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था, और जून 2022 के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था। इंग्लैंड में आयरलैंड जिम्बाब्वे में अफगानिस्तान कोविड-19 महामारी के कारण अगस्त 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। अगस्त 2020 युगांडा क्रिकेट विश्व कप चैलेंज लीग बी कोविड-19 महामारी के कारण जून 2020 में लिस्ट ए श्रृंखला स्थगित कर दी गई थी। इंग्लैंड में पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया में जिम्बाब्वे कोविड-19 महामारी के कारण जून 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। बांग्लादेश में न्यूजीलैंड कोविड-19 महामारी के कारण जून 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। दक्षिण अफ्रीका में भारत अगस्त 2020 इंडियन प्रीमियर लीग के साथ एक टकराव के कारण दौरे को अगस्त 2020 में स्थगित कर दिया गया था। जिम्बाब्वे में भारत कोविड-19 महामारी के कारण जून 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। श्रीलंका में भारत दौरे को जून 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था, और जुलाई 2021 के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था। सितम्बर इंग्लैंड में दक्षिण अफ्रीका की महिलाएं कोविड-19 महामारी के कारण अगस्त 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया जिम्बाब्वे में नीदरलैंड कोविड-19 महामारी के कारण अगस्त 2020 में दौरा स्थगित कर दिया गया था। इंग्लैंड में वेस्टइंडीज की महिलाएं यह भी देखें एसोसिएट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट 2020 क्रिकेट पर कोविड-19 महामारी का प्रभाव नोट्स सन्दर्भ २०२० में क्रिकेट
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: मोबाइल फोन को लेकर कई तरह की खबरें और जानकारियां लगातार आती रहती हैं. मसलन एक ख़बर की मानें तो मोबाइल फोन अक्सर शौचालयों की सीट से भी ज्यादा गंदे होते हैं. बताया तो यह भी जाता है कि कुछ स्मार्ट फोनों पर तो ऐसे बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो इतने ढीठ होते हैं कि उन पर दवाओं का असर ही नहीं होता. यह चौंका देने वाले परिणाम सरकारी संस्थान राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने निकाले हैं. यह संस्था मोबाइल फोनों की स्क्रीन पर सूक्ष्म जीवों की तीन नई प्रजातियों की पहचान करने में कामयाब रही है. जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित इस प्रयोगशाला ने ऐसे दो बैक्टीरिया और फंगस की पहचान की है, जिनका जिक्र वैज्ञानिक साहित्य में पहले कभी नहीं किया गया. इससे पहले 2015 में यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया हुए एक अध्ययन में पाया गया था कि शौचालयों की सीट पर तीन अलग प्रकार के बैक्टेरिया पाए जाते हैं लेकिन मोबाइल फोन पर औसतन 10-12 विभिन्न प्रकार के फफूंद और बैक्टीरिया पाए जाते हैं.टिप्पणियां चूंकि मोबाइल फोन रसोई से लेकर सार्वजनिक परिवहन तक लगभग हर तरह के माहौल में ले जाए जाते हैं, ऐसे में फोन पर आए पसीने और मैल में ये सूक्ष्मजीव अच्छी तरह पनप जाते हैं. पुणे में, योगेश एस शोउचे और एनसीसीएस में उनके समूह ने 27 मोबाइल फोनों की स्क्रीनों से नमूने एकत्र किए हैं. वे 515 विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया और 28 प्रकार के फफूंदों की पहचान कर पाने में सफल रहे. इस कार्य से जुड़े सह-परीक्षणकर्ता प्रवीन राही ने कहा कि ये सूक्ष्मजीव इंसानों के मददगार हैं और आम तौर पर हमारे शरीर पर पनपते हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित इस प्रयोगशाला ने ऐसे दो बैक्टीरिया और फंगस की पहचान की है, जिनका जिक्र वैज्ञानिक साहित्य में पहले कभी नहीं किया गया. इससे पहले 2015 में यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया हुए एक अध्ययन में पाया गया था कि शौचालयों की सीट पर तीन अलग प्रकार के बैक्टेरिया पाए जाते हैं लेकिन मोबाइल फोन पर औसतन 10-12 विभिन्न प्रकार के फफूंद और बैक्टीरिया पाए जाते हैं.टिप्पणियां चूंकि मोबाइल फोन रसोई से लेकर सार्वजनिक परिवहन तक लगभग हर तरह के माहौल में ले जाए जाते हैं, ऐसे में फोन पर आए पसीने और मैल में ये सूक्ष्मजीव अच्छी तरह पनप जाते हैं. पुणे में, योगेश एस शोउचे और एनसीसीएस में उनके समूह ने 27 मोबाइल फोनों की स्क्रीनों से नमूने एकत्र किए हैं. वे 515 विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया और 28 प्रकार के फफूंदों की पहचान कर पाने में सफल रहे. इस कार्य से जुड़े सह-परीक्षणकर्ता प्रवीन राही ने कहा कि ये सूक्ष्मजीव इंसानों के मददगार हैं और आम तौर पर हमारे शरीर पर पनपते हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चूंकि मोबाइल फोन रसोई से लेकर सार्वजनिक परिवहन तक लगभग हर तरह के माहौल में ले जाए जाते हैं, ऐसे में फोन पर आए पसीने और मैल में ये सूक्ष्मजीव अच्छी तरह पनप जाते हैं. पुणे में, योगेश एस शोउचे और एनसीसीएस में उनके समूह ने 27 मोबाइल फोनों की स्क्रीनों से नमूने एकत्र किए हैं. वे 515 विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया और 28 प्रकार के फफूंदों की पहचान कर पाने में सफल रहे. इस कार्य से जुड़े सह-परीक्षणकर्ता प्रवीन राही ने कहा कि ये सूक्ष्मजीव इंसानों के मददगार हैं और आम तौर पर हमारे शरीर पर पनपते हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2019 लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है और गांधी परिवार के लिए यह चुनाव किसी सदमे से कम नहीं रहा. कांग्रेस को 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में सिर्फ 8 सीटों की बढ़त हासिल हुई. लोकसभा में अब कांग्रेस सांसदों की संख्या 52 हो गई है, जो 2014 में 44 थी. खुद पार्टी चीफ राहुल गांधी स्मृति ईरानी से अमेठी लोकसभा सीट हार गए, जो कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. हालांकि राहुल को केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर जबरदस्त जीत मिली और उन्हें 706367 वोट मिले. लेकिन क्या अब राहुल गांधी दोबारा अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे? अगर इतिहास के पन्नों को पलटकर देखें तो इंदिरा गांधी को रायबरेली से मात मिली, उसके बाद उन्होंने उस क्षेत्र का दोबारा रुख नहीं किया. हालांकि उनके चाचा संजय गांधी जरूर 1977 में अमेठी से हारे लेकिन 1980 में दोबारा जीतकर संसद पहुंचे. राहुल गांधी की दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1967 के आम चुनावों में यहां से जीत हासिल की. इसके बाद 1971 के चुनावों में भी इंदिरा गांधी यहां से जीतीं. साल 1975 में आपातकाल की घोषणा के बाद जब 1977 में चुनाव हुए तो इंदिरा गांधी को बुरी तरह मात मिली. जनता पार्टी के राजनारायण ने उन्हें 55,202 वोटों से करारी शिकस्त दी. इसके बाद 1978 के उपचुनावों में इंदिरा गांधी ने दक्षिण का रुख किया और संसद में एंट्री के लिए सीट चुनी कर्नाटक की चिकमगलूर. इस सीट को 1977 में कांग्रेस के डीबी.चंद्रगौड़ा ने जीती थी, जो बाद में भाजपा में शामिल हो गए. सीट इंदिरा गांधी के लिए खाली कर दी गई. इस चुनाव में इंदिरा ने जनता पार्टी के वीरेंद्र पाटिल को मात दी. यह चुनाव कांग्रेस के लिए फिर अपने पांव पर उठ खड़े होने जैसा था. 1980 में इंदिरा गांधी ने दोबारा दक्षिण की सीट चुनी और इंतजार खत्म हुआ आंध्र प्रदेश की मेडक लोकसभा सीट (अब तेलंगाना) पर. इंदिरा ने यहां जनता पार्टी के कद्दावर नेता एस जयपाल रेड्डी को मात दी. दिलचस्प बात है कि इंदिरा गांधी 1984 तक जब तक वह जिंदा रहीं, दोबारा रायबरेली का रुख नहीं किया और मेडक से ही सांसद रहीं. 1977 में अमेठी सीट से संजय गांधी को जनता पार्टी के रविंद्र प्रताप सिंह के हाथों करारी शिकस्त मिली. लेकिन तीन साल बाद 1980 में जब चुनाव हुए तो संजय को जबरदस्त जीत मिली. गौरतलब है कि साल 1999 में सोनिया गांधी अमेठी के अलावा कर्नाटक की बेल्लारी सीट से भी लड़ी थीं. तब कांग्रेस को यह डर था कि सोनिया की संसद में एंट्री रोकने के लिए बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है. इसके बाद सोनिया गांधी ने अमेठी सीट राहुल गांधी के लिए छोड़ दी और खुद रायबरेली चली गईं, जहां से वह अब तक सांसद हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अमेठी हारने वाले राहुल इंदिरा गांधी की राह पर चलेंगे या संजय गांधी की तरह खुद को दोबारा अमेठी से मौका देंगे.
मोरावियन व्यापारी और मुद्रक वैलेंटिम फर्नांडिस ने लिस्बन में गैंडे के आगमन के तुरंत बाद उसे देखा और जून 1515 में व्यापारियों के नूर्नबर्ग समुदाय को भेजे गए एक समाचार पत्र में इसका वर्णन किया। जर्मन में मूल दस्तावेज़ बच नहीं पाया है, लेकिन इतालवी में एक प्रतिलेख है फ्लोरेंस में बिब्लियोटेका नाज़ियोनेल सेंट्रल में आयोजित किया गया। लगभग उसी समय अज्ञात लेखकत्व का दूसरा पत्र लिस्बन से नूर्नबर्ग भेजा गया था, जिसमें एक अज्ञात कलाकार का एक स्केच भी शामिल था। ड्यूरर - जो एंटवर्प में कारखाने के पुर्तगाली समुदाय से परिचित था - ने नूर्नबर्ग में दूसरा पत्र और स्केच देखा। उन्होंने कलम और स्याही से चित्र बनाया
एसोशिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड एकाउंटेंट (ACCA) ने 8 जून को हुए एग्जाम के नतीजे घोषित हो चुके हैं. आपको बता दें कि एग्जाम हर साल जून और दिसंबर में होता है. ACCA ठीक 2 महीने बाद परीक्षा परिणाम घोषित कर देता है. एग्जाम में एपीयर हुए सभी छात्र www.accaglobal.com पर लॉग इन कर अपना रिजल्ट देख सकते हैं. सभी स्टूडेंट्स इस साइट पर लॉग इन कर अपने राइट साइड में 'व्यू योर जून 2014 एग्जाम रिजल्ट्स' पर क्लिक कर अपना रिजल्ट देख सकते हैं.
लेख: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के धर्म विज्ञान संकाय से असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज़ खान ने इस्तीफा दे दिया है, हालांकि उन्होंने कला संकाय के संस्कृत विभाग में ज्वाइन कर लिया है. बीएचयू के धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग के कार्यवाहक संकाय प्रमुख कौशलेंद्र पांडे से NDTV की बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम को फिरोज खान ने धर्म विज्ञान संकाय में इस्तीफा सौंप दिया और उन्होंने कला संकाय के संस्कृत विभाग में अपनी जॉइनिंग की है. संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय में बीते एक महीने से चल रहे धरने को छात्रों ने समाप्त कर दिया है और उन्हें लिखित रूप से डॉ. फिरोज खान के स्थिति की कॉपी मिली, उसके बाद उन लोगों ने अपना धरना समाप्त कर दिया. संस्कृत विभाग में जॉइनिंग के बाद धर्म विज्ञान संकाय की नियुक्ति अपने आप रद्द हो जाएगी क्योंकि कोई व्यक्ति एक साथ दो जगह नहीं पढ़ा सकता. बताते चले कि डॉ. फिरोज खान ने बीएचयू के अंदर ही दो अन्य विभाग में अपने नियुक्ति के फॉर्म भरे थे. उसमें एक आयुर्वेद विभाग के संस्कृत विभाग में सहायक अध्यापक का पद था, जिसका साक्षात्कार 29 नवंबर को हुआ. जबकि कला विज्ञान संकाय के संस्कृत विभाग में भी उनका साक्षात्कार 4 दिसंबर को हुआ. इन साक्षात्कारों के बाद उनका चयन कला संकाय विभाग के संस्कृत में हुआ है.
लेख: पुलिस ने मुंबई की एक मॉडल के ‘सोच समझकर’ लगाए गए उन आरोपों को खारिज कर दिया कि हाल में एक होटल में छापे के दौरान उनके कुछ कर्मियों ने ‘यौन संबंध बनाने और रकम’ की मांग की थी. मॉडल ने इससे पहले एक पाकिस्तानी क्रिकेटर के साथ संबंधों के बारे में सनसनीखेज दावा किया था. देह व्यापार के बारे में खबर मिलने पर पुलिस की सामाजिक सुरक्षा प्रकोष्ठ के दल के छापे में मॉडल को बचाया गया था. पुलिस ने प्रोटेक्शन ऑफ इम्मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट (पीआईटीए) के तहत विपुल दहल को गिरफ्तार किया था. मॉडल को शहर में एक आश्रय स्थल भेजा गया हालांकि वह एक दिन बाद ही वहां से भाग गई. मॉडल ने कथित तौर पर कहा वह अपने दोस्त से मिलने पुणे गई थी और एक होटल में रुकी तभी पुलिस वहां पहुंची और उससे दैहिक संबंध बनाने और रकम की मांग की गई, जिससे इनकार करने पर उसे आश्रय स्थल भेज दिया गया.टिप्पणियां प्रेस विज्ञप्ति में पुणे पुलिस ने आज कहा, ‘‘मॉडल ने असल में सोच-समझकर यह आरोप लगाए हैं और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ विचार करने के बाद उसने ऐसा किया.’’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मॉडल ने इससे पहले एक पाकिस्तानी क्रिकेटर के साथ संबंधों के बारे में सनसनीखेज दावा किया था. देह व्यापार के बारे में खबर मिलने पर पुलिस की सामाजिक सुरक्षा प्रकोष्ठ के दल के छापे में मॉडल को बचाया गया था. पुलिस ने प्रोटेक्शन ऑफ इम्मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट (पीआईटीए) के तहत विपुल दहल को गिरफ्तार किया था. मॉडल को शहर में एक आश्रय स्थल भेजा गया हालांकि वह एक दिन बाद ही वहां से भाग गई. मॉडल ने कथित तौर पर कहा वह अपने दोस्त से मिलने पुणे गई थी और एक होटल में रुकी तभी पुलिस वहां पहुंची और उससे दैहिक संबंध बनाने और रकम की मांग की गई, जिससे इनकार करने पर उसे आश्रय स्थल भेज दिया गया.टिप्पणियां प्रेस विज्ञप्ति में पुणे पुलिस ने आज कहा, ‘‘मॉडल ने असल में सोच-समझकर यह आरोप लगाए हैं और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ विचार करने के बाद उसने ऐसा किया.’’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मॉडल को शहर में एक आश्रय स्थल भेजा गया हालांकि वह एक दिन बाद ही वहां से भाग गई. मॉडल ने कथित तौर पर कहा वह अपने दोस्त से मिलने पुणे गई थी और एक होटल में रुकी तभी पुलिस वहां पहुंची और उससे दैहिक संबंध बनाने और रकम की मांग की गई, जिससे इनकार करने पर उसे आश्रय स्थल भेज दिया गया.टिप्पणियां प्रेस विज्ञप्ति में पुणे पुलिस ने आज कहा, ‘‘मॉडल ने असल में सोच-समझकर यह आरोप लगाए हैं और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ विचार करने के बाद उसने ऐसा किया.’’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रेस विज्ञप्ति में पुणे पुलिस ने आज कहा, ‘‘मॉडल ने असल में सोच-समझकर यह आरोप लगाए हैं और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ विचार करने के बाद उसने ऐसा किया.’’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
महाराष्ट्र सरकार के एक दिन के इवेंट में 5 करोड़ रुपये खर्च करने का मामला सामने आया है. यह इवेंट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मैडिसन स्क्वॉयर कार्यक्रम से 8 दिन पहले महराष्ट्र सरकार ने न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वॉयर में आयोजित करवाया था. कांग्रेस-NCP को नहीं मिलेंगी 10 से ज्यादा सीटें: मोदी 'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक महाराष्ट्र टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमटीडीसी) ने 20 सितंबर को टाइम्स स्क्वॉयर में यह कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम के वक्त आचार सहिता लागू होने की वजह से कांग्रेस-एनसीपी सरकार का कोई मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाया. कार्यक्रम में सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हिस्सा लिया और पीएम मोदी की तरफ से कार्यक्रम में मौजूद लोगों को दिवाली की बधाई दी गई. महाराष्ट्र के टूरिज्म मंत्री छगन भुजबल ने बताया कि एमटीडीसी के कार्यक्रम के टाइटल स्पॉन्सर होने के नाते सिर्फ 2.1 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए थे. इसके अलावा कार्यक्रम में होने वाला खर्च कार्यक्रम के दूसरे आयोजकों और स्पॉन्सर्स ने किया. जावड़ेकर ने इस मामले में कहा कि मैं संयुक्त राष्ट्र क्लाइमेट चेंज की वजह से कार्यक्रम वाले दिन न्यूयॉर्क में मौजूद था. मैं थोड़ी देर के लिए स्टेज पर गया और लोगों को बधाई दी. एक दिन के कार्यक्रम में इतने रुपये खर्च किए जाने पर महाराष्ट्र सरकार सवालों के घेरे में है. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हमने कार्यक्रम के लिए 50 फीसदी भुगतान एडवांस में कर दिया था. हालांकि मैंने किसी तरह के रोड शो करने से साफ मना कर दिया था.
गुड़गांव के बहुचर्चित गीतांजलि हत्या मामले को लेकर सीबीआई ने बुधवार को सीजेएम रवनीत गर्ग को गिरफ्तार किया और सीबीआई ने पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने सीजीएम रवनीत गर्ग को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है. गीतांजलि के परिवार के लोगों ने दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया था. दरअसल 17 जुलाई 2013 में गीतांजलि की हत्या हुई थी. सीजीएम रवनीत गर्ग को 13 सितम्बर को कोर्ट में पेश किया जाएगा. वकील विशाल गर्ग ने बताया कि 17 जुलाई 2013 में गीतांजलि की हत्या हुई थी और गीतांजलि के परिजनों ने सीजेएम रवनीत गर्ग पर हत्या की आशंका जताई थी. गीतांजलि के परिजनों की शिकायत पर सीजेएम रवनीत गर्ग और उनकी मां समेत अन्य पर दहेज हत्या का मामला दर्ज हुआ था. इन दिनों आरोपी सीजेएम कैथल में पोस्टेड थे और सीबीआई ने गिरफ्तार कर पंचकूला सीबीआई कोर्ट मे पेश किया गया और कोर्ट ने आरोपी सीजेएम रवनीत गर्ग को 5 दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजा है.
आज लोकसभा में सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अर्धसैनिक बलों की विभिन्न महत्वपूर्ण मांगें उठायीं. उन्होंने कहा, गृह मंत्री जी अर्धसैनिक बलों के प्रतिनिधि मंडल से मिलकर उनकी सारी समस्याओं का तुरंत निवारण करें. साथ ही उन्होंने सेना की तर्ज पर अर्धसैनिक बलों के लिये भी 'वन रैंक-वन पेंशन' योजना की मांग रखी. दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 को जो नई पेंशन योजना अर्धसैनिक बलों के लिये लागू की थी उसकी जगह पुरानी पेंशन योजना ही लागू की जाए. देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अर्धसैनिक बल के सैनिकों को भी सेना की तर्ज पर शहीद का दर्जा दिया जाए. शहीद-शहीद में फर्क नहीं हो सकता इसीलिए शहीद होने पर इनके परिवारों को भी सभी सुविधायें और सेना के समान मुआवजा मिलना चाहिए. मौजूदा परिवेश में हमारे अर्धसैनिक बल भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की रक्षा कर रहे हैं और इनके योगदान को किसी से कम नहीं आंका जा सकता है. इसी लिए अर्धसैनिक बल या पैरामिलिट्री फोर्सेज की जगह अब इनका नाम 'इंटरनल सेक्युरिटी फोर्सेज' रखा जाना चाहिए. क्या है वन रैंक-वन पेंशन स्कीम बता दें, भारतीय सेना से रिटायर हुए फौजी लंबे समय से वन रैंक-वन पेंशन ( ओआरओपी ) की मां कर रहे थे. उनके मुताबिक, रिटायर फौजियों को उनके रैंक के हिसाब से पेंशन मिलनी चाहिए न कि रिटायर होने के साल के आधार पर. इस मांग को लेकर लंबे आंदोलन के बाद मोदी सरकार ने 7 सितम्बर 2015 को ओआरओपी के क्रियान्वयन का आदेश जारी किया था. हालांकि, पूर्व सैनिकों के संगठन इस प्रक्रिया में बदलाव की मांग भी करते रहे. इसके बाद 14 दिसंबर 2015 को सरकार ने एक सदस्यीय न्यायिक समिति का गठन किया. इस समित‍ि ने अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप दी हैं, जिस पर आंतरिक समिति विचार कर रही है. अर्धसैनिक बल भी कर रहे मांग गौरतलब है कि भारतीय से ना से रिटायर सैनिकों की ओर से उठाई गई इस मांग के बाद अर्धसैनिक बलों से रिटायर सैनिक भी ओआरओपी की मांग कर रहे हैं. दीपेंद्र हुड्डा ने इसी मांग को आज सदन में उठाया. साथ ही पुरानी पेंशन योजना भी लागू करने की मांग की.
समाप्ति के 4:51 समय पहले, कैरोलिना ने अपने 24 यार्ड लाइन में बॉल प्राप्त किया जिससे गेम जीतने वाली ड्राइव का मौका था लेकिन जल्द ही उन्हें 3rd-and-9 का सामना करना पड़ा। अगले खेल में, मिलर गेंद को न्यूटन से दूर ले गए, और कई खिलाड़ियों ने इसके लिए प्रयास करने के बाद, इसने पीछे की तरफ एक लंबा उछाल लिया और इसे वार्ड द्वारा प्राप्त किया गया, जिसने इसे पाँच यार्ड की दूरी पर वापस भेजा जो पैंथर्स के 4-यार्ड लाइन के अंदर था। हालाँकि कई खिलाडियों ने इसे प्राप्त करने के लिए समूह में प्रयास किया, लेकिन न्यूटन ने ऐसा नहीं किया और उनकी आक्रामकता की कमी के कारण बाद में उनकी भारी आलोचना हुई। इस बीच, तीन खेलों के लिए डेनवर के आक्रमण को अंत छोर से बाहर बाहर रखा गया था, लेकिन जोश नॉर्मन के कॉर्नरबैक पर दिए गए पेनल्टी ने ब्रोंकोस को और भी परेशान कर दिया। तब एंडरसन ने 2-यार्ड टचडाउन रन पर अंक अर्जित किए और मैनिंग ने 2-पॉइंट के रूपांतरण के लिए बेनी फ़ाउलर को पास दिया, 3:08 समय रहते हुए डेनवर को 24-10 की बढ़त दी और खेल को लगभग जीत लिया। कैरोलिना ने दो और ड्राइव का प्रयास किया, लेकिन हर एक पर फ़र्स्ट डाउन पाने करने में असफल रहे।
आदित्य हृदय स्तोत्र मुख्य रूप से श्री वाल्मीकि रामायण के युद्धकाण्ड का एक सौ पांचवां सर्ग है. भगवान राम को युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए अगस्त्य ऋषि द्वारा इस स्तोत्र का वर्णन किया गया था. सूर्य के समान तेज प्राप्त करने और युद्ध तथा मुकदमों में विजय प्राप्त करने के लिए इसका पाठ अमोघ है. इसके पाठ के कुछ विशेष नियम हैं, जिनका पालन न करने से इसका फल नहीं मिलता है. किनको इसका पाठ करना करना चाहिए- - अगर राज्य पक्ष से पीड़ा हो, कोई सरकारी मुकदमा चल रहा हो. - लगातार रोग परेशान कर रहें हों, ख़ासतौर से हड्डियों या आंखों के रोग. - अगर पिता के साथ संबंध अच्छे न हों. - अगर आंखों की समस्या गंभीर रूप से परेशान कर रही हों. - जीवन के किसी भी बड़े कार्य में सफलता के लिए भी इसका पाठ उत्तम होगा. - जो लोग प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे हों, ऐसे लोगों को शीघ्र सफलता के लिए इसका पाठ करना चाहिए. किन राशि वालों के लिए इसका पाठ करना उत्तम होगा? - मेष राशि वालों को शिक्षा के लिए, सिंह राशि वालों को स्वास्थ्य के लिए और धनु राशि वालों को भाग्य के लिए इसका पाठ जरूर करना चाहिए. - वृषभ राशि वालों को संपत्ति के लिए, कन्या राशि के लोगों को नौकरी के लिए और मकर राशि वालों को आयु के लिए इसका पाठ करना चाहिए. - मिथुन, तुला और कुंभ राशि वालों को वैवाहिक जीवन और स्वास्थ्य के लिए इसका पाठ करना चाहिए. - कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को उच्च पद प्राप्ति के लिए इसका पाठ करना चाहिए. - जिनकी कुंडली में सूर्य दूसरे, तीसरे, चौथे, छठे, सातवें, आठवें या बारहवें हो उनको भी इसका पाठ शुभ फल देता है. इसके पाठ के नियम- - रविवार को उषाकाल में इसका पाठ करें. - नित्य सूर्योदय के समय भी इसका पाठ कर सकते हैं. - पहले स्नान करें और सूर्य को अर्घ्य दें. - तत्पश्चात सूर्य के समक्ष ही इस स्तोत्र का पाठ करें. - पाठ के पश्चात सूर्य देव का ध्यान करें. - जो लोग आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें वो लोग रविवार को मांसाहार, मदिरा तथा तेल का प्रयोग न करें. - संभव हो तो सूर्यास्त के बाद नमक का सेवन भी न करें.
मध्य प्रदेश में आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्याकांड में भाजपा ने अपने राज्यसभा सदस्य तरुण विजय के बचाव में आते हुए कहा कि घटना से राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। भाजपा नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा, मुझे लगता है कि यह पूरी तरह बकवास है। यदि किसी की दोस्ती है या किसी वजह से समर्थन कर रहा है, इसका मतलब यह नहीं कि वह शामिल है। तरुण विजय पत्रकार रहे हैं और कई विषयों पर समर्थन जताते रहे हैं। यह दुखद घटना घटी। जिसमें जांच जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि तरुण विजय से पूछताछ करने का पुलिस का फैसला पार्टी के लिए शर्मिंदगी वाला नहीं है। किसी संसद सदस्य के खिलाफ आरोप मढ़ना गलत है। हत्याकांड में जांचकर्ता संसद सदस्य से भी सवाल जवाब कर सकते हैं। उन्होंने कहा, यह शर्मिंदगी की बात नहीं है। यह राजनीतिक हालात है जो बनाए गए हैं। वह बहुत सम्माननीय और मर्यादित हैं। हम उनकी पृष्ठभूमि और लोगों में उनके आधार को जानते हैं।
कई राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर देने वाले चोर देवेंद्र पाल उर्फ बंटी से पूछताछ करने सोमवार को दिल्ली पुलिस भोपाल आ रही है। बंटी फिलहाल  भोपाल पुलिस की गिरफ्त में है। नगर पुलिस अधीक्षक मनु व्यास ने बताया कि बंटी की जिन स्थानों की पुलिस को तलाश है उन्हें सूचना दे दी गई है। उसी के चलते दिल्ली पुलिस सोमवार को भोपाल आ रही है। जरूरत हुई तो दिल्ली पुलिस उसे अपने साथ ले भी जा सकती है। ज्ञात हो कि शुक्रवार देर रात कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित गंगा होटल में एक व्यक्ति को पकड़ा गया था, जो शातिर चोर बंटी से मेल खाता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेश चौधरी ने रविवार को बताया कि बंटी से मेल खाता हुआ एक व्यक्ति पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुष्टि के लिए तस्वीर व फिंगर प्रिंट दिल्ली भेजे गए हैं। वहां से पुष्टि होने के बाद ही यह कहा जा सकेगा कि भेापाल में पकड़ा गया चोर बंटी ही है या कोई और। देवेंद्र उर्फ बंटी चोर पर 'ओए लकी ओए' जैसी फिल्म बन चुकी है और वह टीवी शो 'बिग बॉस' में भी जा चुका है। बंटी ने अब तक 500 से अधिक चोरियों को अंजाम दिया है। उसने ज्यादातर महंगी व लग्जरी गाड़ियां चुराई हैं। वह दिल्ली, चेन्नई व चंडीगढ़ पुलिस को चकमा देकर फरार हो चुका है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को देवेंद्र के पास से ड्राइविंग लाइसेंस मिला है, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि देवेंद्र पाल ही बंटी है। वह पिछले दिनों फरीदाबाद से चोरी कर फरार हो गया था।
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लेख: शादी कर दिल्ली में बस चुकीं पूर्व मिस इंडिया और अभिनेत्री सयाली भगत कहती हैं कि दिल्ली में बसने के बाद से वह ज्यादा सतर्क हो गई हैं और शाम के वक्त घर से बाहर जाते हुए काफी ज्यादा सावधानी बरतती हैं। सयाली ने बताया, "मैं दिल्ली में शाम के वक्त बाहर जाने के वक्‍त ज्यादा सावधानी बरतती हूं। अपने स्थान की जानकारी परिवार को देने के लिए मैं अपना फोन चार्ज रखती हूं और हर चीज का ख्याल रखती हूं। मुझे मुंबई में इतना डर नहीं लगता था। हां, यहां सतर्कता बढ़ गई है।" उन्होंने दिल्ली के व्यवसायी नवनीत प्रताप सिंह से डेढ़ साल पहले शादी की थी, लेकिन उनका कहना है कि अभी भी उनका हनीमून पीरियड चल रहा है।टिप्पणियां सयाली ने कहा, "यह अरेंज मैरेज थी, लेकिन हमें शादी के लिए तैयार होने में आठ से नौ महीने लगे। हम अभी भी एक-दूसरे को जानने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे पति बॉलीवुड प्रशंसक नहीं है और मुझे मिलने से पहले मुझे जानते तक नहीं थे। उन्हें टेनिस खेलने, दोस्तों के साथ घूमने और यात्रा करने में रुचि है।" सयाली अपने करियर के बारे में कहती हैं कि वह फिलहाल कई फिल्मों पर काम कर रही हैं। सयाली ने बताया, "मैं दिल्ली में शाम के वक्त बाहर जाने के वक्‍त ज्यादा सावधानी बरतती हूं। अपने स्थान की जानकारी परिवार को देने के लिए मैं अपना फोन चार्ज रखती हूं और हर चीज का ख्याल रखती हूं। मुझे मुंबई में इतना डर नहीं लगता था। हां, यहां सतर्कता बढ़ गई है।" उन्होंने दिल्ली के व्यवसायी नवनीत प्रताप सिंह से डेढ़ साल पहले शादी की थी, लेकिन उनका कहना है कि अभी भी उनका हनीमून पीरियड चल रहा है।टिप्पणियां सयाली ने कहा, "यह अरेंज मैरेज थी, लेकिन हमें शादी के लिए तैयार होने में आठ से नौ महीने लगे। हम अभी भी एक-दूसरे को जानने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे पति बॉलीवुड प्रशंसक नहीं है और मुझे मिलने से पहले मुझे जानते तक नहीं थे। उन्हें टेनिस खेलने, दोस्तों के साथ घूमने और यात्रा करने में रुचि है।" सयाली अपने करियर के बारे में कहती हैं कि वह फिलहाल कई फिल्मों पर काम कर रही हैं। उन्होंने दिल्ली के व्यवसायी नवनीत प्रताप सिंह से डेढ़ साल पहले शादी की थी, लेकिन उनका कहना है कि अभी भी उनका हनीमून पीरियड चल रहा है।टिप्पणियां सयाली ने कहा, "यह अरेंज मैरेज थी, लेकिन हमें शादी के लिए तैयार होने में आठ से नौ महीने लगे। हम अभी भी एक-दूसरे को जानने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे पति बॉलीवुड प्रशंसक नहीं है और मुझे मिलने से पहले मुझे जानते तक नहीं थे। उन्हें टेनिस खेलने, दोस्तों के साथ घूमने और यात्रा करने में रुचि है।" सयाली अपने करियर के बारे में कहती हैं कि वह फिलहाल कई फिल्मों पर काम कर रही हैं। सयाली ने कहा, "यह अरेंज मैरेज थी, लेकिन हमें शादी के लिए तैयार होने में आठ से नौ महीने लगे। हम अभी भी एक-दूसरे को जानने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे पति बॉलीवुड प्रशंसक नहीं है और मुझे मिलने से पहले मुझे जानते तक नहीं थे। उन्हें टेनिस खेलने, दोस्तों के साथ घूमने और यात्रा करने में रुचि है।" सयाली अपने करियर के बारे में कहती हैं कि वह फिलहाल कई फिल्मों पर काम कर रही हैं। सयाली अपने करियर के बारे में कहती हैं कि वह फिलहाल कई फिल्मों पर काम कर रही हैं।
रशायनशास्त्र में त्रि-बन्ध (Triple bond) दो परमाणुओं के मध्य के उस आबन्ध को कहते हैं जिसमें २ इलेक्ट्रॉन वाले सह-संयोजी आबन्ध की तुलना में ६ इलेक्ट्रॉन भाग लेते हैं। सबसे सामान्य त्रि-बन्ध, एल्काइनों में दो कार्बन-परमाणुओं के मध्य पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य त्रि-बन्ध वाले यौगिकों में सायनाइड और आइसो-सायनाइड हैं। कुछ द्विपरमाण्विक अणु जैसे द्वि-नाइट्रोजन और कार्बन मोनोआक्साइड में भी त्रि-बन्ध पाये जाते हैं। रासायनिक सूत्र में त्रि-बन्ध को दर्शाने के लिए दोनों अणुओं के मध्य तीन समान्तर रेखाओं (≡) बनायी जाती हैं।त्रि-बन्ध, तुल्य एकल-बन्ध और द्वि-बन्ध से छोटे और अधिक मजबूत होते हैं जिनकी बन्ध कोटि तीन होती है।
जिले के बालाघाट थाना अंतर्गत बल्लारपुर निवासी लगभग 40 से 42 वर्षीय किसान ने कर्ज से परेशान होकर जहर खा लिया. जिसकी जिला अस्पताल में मौत हो गई. बताया जाता है कि किसान रमेश बसेने पर सोसायटी का लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए कर्ज था. हालांकि किसान रमेश पर यह कर्ज पुराना था, जो उसने खाद और अन्य कृषि जरूरतों के लिए लिया था. आपको बता दें कि एमपी में किसान आंदोलन के जोर पकड़ने के बाद किसान आत्महत्या की ये पांचवी घटना है. पिछले 36 घंटे में ये चौथे किसान ने आत्महत्या की है. बुधवार सुबह किसान रमेश अपने चाचा तुलसीराम के घर गया था जहां उसने चर्चा में चाचा को कर्ज से परेशानी वाली बात बताई थी. बताया जाता है कि किसान पर खेती के लिए कर्ज नहीं जमा हो पाने के चलते उसे बैंक के माध्यम से नोटिस दिया जा रहा था. बुधवार सुबह खेत से लगभग 9 बजे जब वह घर लौटा तो घर में उसकी हालत बिगड़ने से परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आये थे जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. चाचा तुलसीराम और पत्नी जानकीबाई ने बताया है कि रमेश कर्ज के कारण मानसिक रूप से परेशान था. जिसके चलते वह शराब भी पीने लगा था. हालांकि अब तक कर्ज से किसान की मौत की पुष्टि प्रशासन ने नहीं की है. खेत किसान कांग्रेस अध्यक्ष सुकदेव मुनि कुतराहे ने कहा कि किसान रमेश की मौत की वजह उसका कर्ज था जिसके लिए उसे नोटिस आ रहे थे. जिससे परेशान किसान रमेश ने आज खेत में जहर खा लिया जिसके चलते अस्पताल में उसकी मौत हो गई. दूसरी ओर बताया जा रहा है कि किसान रमेश लगातार शराब पी रहा था. संभवत इसी के चलते उसने जहरीली दवा खा ली. परिजनों की मानें तो किसान रमेश ने कर्ज से परेशान होकर जहर खाकर जान दे दी.
सीताकुण्ड उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह चट्टग्राम विभाग के चट्टग्राम ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल 22 उपज़िले हैं। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से दक्षिण-पूर्व की दिशा में चट्टग्राम नगर के निकट अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। जनसांख्यिकी यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। चट्टग्राम विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन ८६.९८% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है, तथा, चट्टग्राम विभाग के पार्वत्य इलाकों में कई बौद्ध जनजाति के लोग निवास करते हैं। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। अवस्थिति सीताकुण्ड उपजिला बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में, चट्टग्राम विभाग के चट्टग्राम जिले में स्थित है। यहाँ से स्थित निकटतम् बड़ा नगर चट्टग्राम यानी चटगाँव है। इन्हें भी देखें बांग्लादेश के उपजिले बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल बरिशाल विभाग उपज़िला निर्वाहि अधिकारी सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी) जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ) श्रेणी:चट्टग्राम विभाग के उपजिले बांग्लादेश के उपजिले
धरती को बचाने की मुहिम के तहत समूचे देश में लाखों लोगों द्वारा बल्ब बुझाने के सिलसिले में योगदान करते हुए राष्ट्रपति भवन में गैरजरूरी बत्तियां बंद कर दी गईं, नतीजतन हमेशा रोशन रहने वाली यह ऐतिहासिक इमारत एक घंटे तक अंधेरे में करीब-करीब डूबी नजर आई. राष्ट्रपति भवन के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की इच्छा थी कि न सिर्फ मुख्य महल बल्कि नजदीकी रिहायशी क्वार्टर की लाइट भी बंद कर दी जाए. अफसर ने बताया कि न सिर्फ राष्ट्रपति भवन बल्कि रिहायशी क्वार्टरों में भी सभी गैर जरूरी बत्तियां रात साढ़े आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक बंद रहीं. बहरहाल, सुरक्षा के मद्देनजर सभी लाइटें नहीं बंद की गई थीं. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में वर्ष 2007 से शुरू हुआ ‘अर्थ आवर’ वर्ष 2008 में एक वैश्विक अवसर बन गया था. उस वर्ष इस मौके को 35 देशों में अपनाया गया था. भारत इस अभियान में पिछले साल से शामिल हुआ है.
वियना में एक सिख धर्मगुरु की मौत के विरोध में पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में फैली हिंसा के बाद आज भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है लेकिन नियंत्रण में है.  हालिया हिंसा में जालंधर में शिरो‍मणि अकाली दल के एक पार्षद की गोली से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई जिसके साथ ही मरने वालों की संख्या तीन हो गई है. पार्षद ने खुद की रक्षा में गोली चलाई थी. प्रदेश में बसें नहीं चल रही हैं और रेल सेवा भी अभी पूरी तरह से बहाल नहीं हुई है. अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह लुधियाना से निकलने वाली पहली रेल गुवाहाटी जम्मू हिमगिरी एक्सप्रेस थी. अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने जिन रास्तों को जाम कर रखा था उन्हें भी यातायात के लिए खोल दिया गया है. वहीं पुलिस ने बताया कि कल देर रात भीड़ ने जालंधर में एक शिअद पार्षद बलबीर सिंह बिट्टू पर हमला बोल दिया और उनकी कार में आग लगा दी जिसके बाद पार्षद ने कथित रूप से खुद की रक्षा में गोली चलाई जिससे एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई. अधिकारियों का कहना है कि स्थिति हालांकि तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है. लुधियाना जालंधर फगवाड़ा और होशियारपुर में कर्फ्यू लगातार दूसरे दिन आज भी जारी है जहां पुलिस और सेना गश्त कर रही है. इसके पहले जालंधर में आज सुबह आठ से 10 बजे के बीच कर्फ्यू में ढील दी गई. जिले के उपायुक्त एएस पन्नू ने बताया हमने कर्फ्यू में सुबह आठ से 10 बजे के बीच ढील दी ताकि लोग अपनी जरूरत का सामान खरीद सकें. हालांकि होशियारपुर और फगवाड़ा में कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई.
आईएएस की परीक्षा में दो बार नाकाम रहने के बावजूद जम्मू कश्मीर की ओवेसा इकबाल ने हार नहीं मानी और अपने तीसरे प्रयास में वह न केवल अपने लक्ष्य को भेदने में कामयाब रही बल्कि वह राज्य की पहली महिला मुस्लिम के तौर पर आईएएस में कामयाबी पाई. ओवेसा की नजर में यह एकमात्र ऐसा रास्ता है जिससे वह अपने राज्य के लोगों की जिंदगी में बदलाव ला सकती है. लद्दाख क्षेत्र के दूर दराज के एक गांव चाचूट की रहने वाली केमिकल इंजीनियरिंग से स्नातक ओवेसा इकबाल, राज्य के उन 7 लोगों में शुमार है जिन्होंने इस वर्ष देश की सबसे प्रतिष्ठित आईएएस की परीक्षा में सफलता हासिल की है. सबसे बड़ी बात ये है कि आईएएस की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाली यह राज्य की प्रथम मुस्लिम महिला हैं. किसान की बेटी ओवेसा (25) के लिए आईएएस में सफलता पाने की राह इतनी आसान भी नहीं रही. सबसे पहले तो वह लद्दाख में पैदा हुई जहां साल के छह महीने भारी ठंड रहती है और बाकी समय भारी बर्फबारी के चलते यह क्षेत्र देश के अन्य क्षेत्रों से कट जाता है. इन सब के बावजूद ओवेशा के अथक प्रयास एवं हौसले ने उसे सफलता के द्वार पर पहुंचा ही दिया.
विदेश में बसे अपने देश के लोगों से धन प्राप्त करने में भारत शीर्ष स्थान पर कायम रहा है. विश्व बैंक ने कहा कि 2017 में विदेश में बसे भारतीयों ने अपने घर-परिवार के लोगों को 69 अरब डॉलर भेजे (रेमिटेंस) जो इससे पिछले साल की तुलना में 9.9 प्रतिशत अधिक है. विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में विदेश में बसे भारतीयों ने देश में 69 अरब डॉलर भेजे. यह इससे पिछले साल की तुलना में अधिक है, लेकिन 2014 में प्राप्त 70.4 अरब डॉलर के रेमिटेंस से कम है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यूरोप, रूस और अमेरिका में आर्थिक विकास तेज होने से रेमिटेंस में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है. यहां गौरतलब है कि कई गरीब देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए रेमिटेंस बड़ा सहारा होता है. विश्व बैंक का कहना है कि कच्चे तेल के ऊंचे दाम तथा यूरो और रूबल में आई मजबूती से रेमिटेंस बढ़ा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि समीक्षाधीन अवधि में जहां भारत को 69 अरब डॉलर का रेमिटेंस मिला, वहीं 64 अरब डॉलर के साथ चीन दूसरे स्थान पर रहा. फिलिपींस को 33 अरब डॉलर, मेक्सिको को 31 अरब डॉलर, नाइजीरिया को 22 अरब डॉलर और मिस्र को 20 अरब डॉलर रेमिटेंस से मिले. इसे पढ़ें: भारत बना दुनिया की छठी सबसे बड़ी इकोनॉमी, फ्रांस को पीछे छोड़ा भारत को 2015 में 68.91 अरब डॉलर का रेमिटेंस मिला था, जो 2016 में घटकर 62.74 अरब डॉलर पर आ गया था. विश्व बैंक का अनुमान है कि आधिकारिक रूप से कम और मध्यम आय वाले देशों को 2017 में 466 अरब डॉलर का रेमिटेंस मिला. यह 2016 के 429 अरब डॉलर से 8.5 प्रतिशत अधिक है. वैश्विक स्तर पर रेमिटेंस 2017 में सात प्रतिशत बढ़कर 613 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो 2016 में 573 अरब डॉलर रहा था. रिपोर्ट में कहा गया है कि कम और मध्यम आय वाले देशों को रेमिटेंस 2018 में 4.1 प्रतिशत बढ़कर 485 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है. वहीं वैश्विक स्तर पर यह 4.6 प्रतिशत बढ़कर 642 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा.
तंत्रिकादौर्बल्य, मन:श्रांति या न्यूरैस्थिनिया (Neurasthenia) शारीरिक और मानसिक थकान की अवस्था है, जिसमें व्यक्ति निरंतर थकान और शक्ति के ह्रास का अनुभव करता है। हिन्दी में इसे 'तंत्रिकावसाद' भी कहते हैं। कारण तंत्रिकादौर्बल्य के मुख्य कारण अत्यधिक शारीरिक परिश्रम, दीर्घकालीन संवेगात्मक तनाव, मानसिक श्रम और चिंता इत्यादि हैं। चाय, काफी तथा मदिरा का अत्यधिक सेवन, इन्फ्लुएंजा, आंत्रिक ज्वर एवं प्रवाहिका (पेचिस) आदि भी इसकी उत्पत्ति और विकास में योग देते हैं। लक्षण इसके लक्षण मुख्यतया दो प्रकार के हैं : (1) शारीरिक तथा (2) मानसिक। शारीरिक लक्षणों के अंतर्गत साधारणतया व्यक्ति को निरंतर शारीरिक क्षीणता, रक्ताल्पता, अनिद्रा, थकान एवं शरीर का भारीपन और विशेष रूप से आमाशय संबंधी विकार, जैसे औदरिक क्लेश आदि, खट्टी डकार आना, कब्ज रहना तथा हृदय संबंधी विकार, जैसे धड़कन इत्यादि का अनुभव होता है। इनके अतिरिक्त अत्यधिक संवेदनशीलता, मेरुदंड के कुछ भागों में वेदना, मांसपेशियों में व्यतिक्रम, पलक, जिह्वा और हाथों में कंपन का भी अनुभव करता है। मानसिक लक्षणों के अंतर्गत व्यक्ति को सिर के अंदर तनाव तथा कुछ रेंगने का अनुभव होता है। सर्वांग वेदना, किसी चीज पर एकाग्रचित्त न हो पाना और अधिक देर तक मानसिक कार्य करने में असमर्थ रहना भी इसके लक्षण हैं। रोगी के स्वभाव में संवेगात्मक अस्थिरता, चिड़चिड़ापन, उदासीनता और शीघ्र घबड़ा जाने की प्रवृत्ति आ जाती है। गंभीर अवस्था में रोगी की संकल्प शक्ति का इतना ह्रास हो जाता है कि वह कई सप्ताह एवं माह तक विश्राम करने पर भी मानसिक तथा शारीरिक शक्ति को पुन: जाग्रत नहीं कर पाता। इस रोग में व्यक्ति को थकावट विशेष प्रकार के श्रमों से ही उत्पन्न होती है, जैसे व्यवसाय संबंधी वार्तालाप इत्यादि। इसमें जो कार्य रोगी को जितना ही अप्रिय होगा, रोगी की थकान तथा मन:श्रांति उतनी ही अधिक होगी। इस रोग में कभी कभी उपद्रव स्वरूप उन्माद की अवस्था उत्पन्न हो जाती है। उपचार मन:श्रांति के स्थायी उपचार के लिये उसके उत्तेजक कारणों का पता लगाना अत्यंत आवश्यक है, जैसे मानसिक, चिंता, विषाक्तता (toxaemia), अथवा आघात। जीर्ण रोगियों के लिये पूर्ण विश्राम, उत्तेजक वातावरण में परिवर्तन तथा मनोनुकूल वार्तालाप आवश्यक हे। उपर्युक्त उपचार के अतिरिक्त रोगी को पौष्टिक आहार एवं दूध, फल आदि का अत्यधिक सेवन करना चाहिए तथा सुबह शाम टहलना एवं हलकी कसरत करना नितांत आवश्यक है। अनिद्रा की अवस्था के लिये मृदु प्रकार की निद्राकारी ओषधियों का सेवन करना उत्तम है। अन्य उपचार मनोवैज्ञानिक चिकित्सा के अंतर्गत करना चाहिए। पठनीय मनोविज्ञान
यह एक लेख है: अपने अपहरण की साजिश में महिला खुद शामिल हुई। ये चौंकानवाली कहानी मुंबई से सटे विरार की है। 14 दिन पुलिस उसे ढूंढने में रात दिन एक किये हुए थी। लेकिन जब मामला खुला तो अपहरणकर्ता महिला का साथी निकला। पुलिस ने अब दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। विरार के अर्नाला पुलिस में नूपुर नाम की महिला ने शिकायत दर्ज कराइ थी कि शिल्पी और वो 2 फरवरी को कार में जा रहे थे, तभी एक शख्स को धक्का लग गया। तनातनी इतनी बढ़ी कि वो जबरन कार में बैठ गया, फिर बंदूक की नोक पर शिल्पी को अगवा कर लिया। लेकिन जब परतें खुलीं तो शिल्पी खुद हवालात पहुंच गई। पुलिस की मानें तो शिल्पी ने खुद अपने साथी अमरेश कुमार के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। एडिशनल एसपी श्रीकृष्ण कोकाटे के मुताबिक प्लान को पुख्ता बनाने के लिए शिल्पी ने अपना मोबाइल फ़ोन भी ऑटो में ही छोड़ दिया था, लेकिन जब पुलिस ने उसके इतिहास को खंगाला तो मामले की कड़ियां जुड़ती गईं। दरअसल साल 2013 में भी शिल्पी कानपूर में अपने अपहरण की साजिश रच घर से भागी थी। उस समय भी वहां की पुलिस ने उसे प्रेमी के साथ खोज निकाला था लेकिन तब पुलिस ने सिर्फ दोनों का बयान लेकर छोड़ दिया था। उसके बाद शिल्पी वापस अपने पति के साथ रहने लगी थी। टिप्पणियां शिल्पी का इतिहास पता चलते ही विरार पुलिस को माजरा समझते देर नहीं लगी और शिल्पी के आशिक अमरेश कुमार को खोजती लुधियाना पहुंच गई। दोनों के पकड़े जाने पर पता चला कि वो वहां से बहरीन भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक शिल्पी और अमरेश की पहचान फेसबुक के जरिये हुई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। पेशे से होटल में कुक अमरेश साजिश को अंजाम देने के लिए 3 महीने पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था ताकि पुलिस को उनके रिश्ते के बारे में पता ना चल सके। विरार के अर्नाला पुलिस में नूपुर नाम की महिला ने शिकायत दर्ज कराइ थी कि शिल्पी और वो 2 फरवरी को कार में जा रहे थे, तभी एक शख्स को धक्का लग गया। तनातनी इतनी बढ़ी कि वो जबरन कार में बैठ गया, फिर बंदूक की नोक पर शिल्पी को अगवा कर लिया। लेकिन जब परतें खुलीं तो शिल्पी खुद हवालात पहुंच गई। पुलिस की मानें तो शिल्पी ने खुद अपने साथी अमरेश कुमार के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। एडिशनल एसपी श्रीकृष्ण कोकाटे के मुताबिक प्लान को पुख्ता बनाने के लिए शिल्पी ने अपना मोबाइल फ़ोन भी ऑटो में ही छोड़ दिया था, लेकिन जब पुलिस ने उसके इतिहास को खंगाला तो मामले की कड़ियां जुड़ती गईं। दरअसल साल 2013 में भी शिल्पी कानपूर में अपने अपहरण की साजिश रच घर से भागी थी। उस समय भी वहां की पुलिस ने उसे प्रेमी के साथ खोज निकाला था लेकिन तब पुलिस ने सिर्फ दोनों का बयान लेकर छोड़ दिया था। उसके बाद शिल्पी वापस अपने पति के साथ रहने लगी थी। टिप्पणियां शिल्पी का इतिहास पता चलते ही विरार पुलिस को माजरा समझते देर नहीं लगी और शिल्पी के आशिक अमरेश कुमार को खोजती लुधियाना पहुंच गई। दोनों के पकड़े जाने पर पता चला कि वो वहां से बहरीन भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक शिल्पी और अमरेश की पहचान फेसबुक के जरिये हुई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। पेशे से होटल में कुक अमरेश साजिश को अंजाम देने के लिए 3 महीने पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था ताकि पुलिस को उनके रिश्ते के बारे में पता ना चल सके। लेकिन जब परतें खुलीं तो शिल्पी खुद हवालात पहुंच गई। पुलिस की मानें तो शिल्पी ने खुद अपने साथी अमरेश कुमार के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। एडिशनल एसपी श्रीकृष्ण कोकाटे के मुताबिक प्लान को पुख्ता बनाने के लिए शिल्पी ने अपना मोबाइल फ़ोन भी ऑटो में ही छोड़ दिया था, लेकिन जब पुलिस ने उसके इतिहास को खंगाला तो मामले की कड़ियां जुड़ती गईं। दरअसल साल 2013 में भी शिल्पी कानपूर में अपने अपहरण की साजिश रच घर से भागी थी। उस समय भी वहां की पुलिस ने उसे प्रेमी के साथ खोज निकाला था लेकिन तब पुलिस ने सिर्फ दोनों का बयान लेकर छोड़ दिया था। उसके बाद शिल्पी वापस अपने पति के साथ रहने लगी थी। टिप्पणियां शिल्पी का इतिहास पता चलते ही विरार पुलिस को माजरा समझते देर नहीं लगी और शिल्पी के आशिक अमरेश कुमार को खोजती लुधियाना पहुंच गई। दोनों के पकड़े जाने पर पता चला कि वो वहां से बहरीन भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक शिल्पी और अमरेश की पहचान फेसबुक के जरिये हुई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। पेशे से होटल में कुक अमरेश साजिश को अंजाम देने के लिए 3 महीने पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था ताकि पुलिस को उनके रिश्ते के बारे में पता ना चल सके। दरअसल साल 2013 में भी शिल्पी कानपूर में अपने अपहरण की साजिश रच घर से भागी थी। उस समय भी वहां की पुलिस ने उसे प्रेमी के साथ खोज निकाला था लेकिन तब पुलिस ने सिर्फ दोनों का बयान लेकर छोड़ दिया था। उसके बाद शिल्पी वापस अपने पति के साथ रहने लगी थी। टिप्पणियां शिल्पी का इतिहास पता चलते ही विरार पुलिस को माजरा समझते देर नहीं लगी और शिल्पी के आशिक अमरेश कुमार को खोजती लुधियाना पहुंच गई। दोनों के पकड़े जाने पर पता चला कि वो वहां से बहरीन भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक शिल्पी और अमरेश की पहचान फेसबुक के जरिये हुई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। पेशे से होटल में कुक अमरेश साजिश को अंजाम देने के लिए 3 महीने पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था ताकि पुलिस को उनके रिश्ते के बारे में पता ना चल सके। शिल्पी का इतिहास पता चलते ही विरार पुलिस को माजरा समझते देर नहीं लगी और शिल्पी के आशिक अमरेश कुमार को खोजती लुधियाना पहुंच गई। दोनों के पकड़े जाने पर पता चला कि वो वहां से बहरीन भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक शिल्पी और अमरेश की पहचान फेसबुक के जरिये हुई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। पेशे से होटल में कुक अमरेश साजिश को अंजाम देने के लिए 3 महीने पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था ताकि पुलिस को उनके रिश्ते के बारे में पता ना चल सके। पुलिस के मुताबिक शिल्पी और अमरेश की पहचान फेसबुक के जरिये हुई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हुई और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। पेशे से होटल में कुक अमरेश साजिश को अंजाम देने के लिए 3 महीने पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फेसबुक अकाउंट भी डिलीट कर दिया था ताकि पुलिस को उनके रिश्ते के बारे में पता ना चल सके।
यह एक लेख है: भारत ने इजराइल से ऐसे ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, जिन्हें हथियारों से लैस किया जा सकता हो और जिनकी सहायता से सेना विदेशी जमीन पर कम जोखिम के साथ हमला कर सके। यह जानकारी सैन्य सूत्रों ने दी है। यह खबर पाकिस्तान द्वारा अपनी जमीन में आतंकवादियों पर स्व-निर्मित ड्रोन से हमला किए जाने की खबर के एक सप्ताह बाद आई है, जिससे न्यूक्लियर हथियारों से लैस इन दो पड़ोसियों के बीच नया मोर्चा खुलने की संभावना बढ़ गई है। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर हमेशा संघर्ष की स्थिति बनी रहती है और इसकी वजह से दो बार युद्ध भी हो चुका है। इजराइली हेरॉन खरीदने की योजना पहली बार तीन साल पहले बनाई गई थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना ने जनवरी में सरकार को इनकी डिलिवरी में तेजी लाने के लिए पत्र लिखा था। सेना ने ऐसा पाकिस्तान और चीन द्वारा अपनी ड्रोन संबंधी युद्ध क्षमताओं में बढ़ोतरी को देखते हुए किया।    टिप्पणियां इस माह की शुरुआत में ही सरकार ने एयर फोर्स के उस अनुरोध को मान लिया, जिसमें उसने इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) से लगभग 2,620 करोड़ की लागत पर 10 हेरॉन TP ड्रोन खरीदने का अुनरोध किया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक एयर फोर्स अधिकारी ने बताया कि इन ड्रोन को जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए हथियारों से लैस किया जा सकता है। उसने बताया कि उम्मीद है कि इस अनुबंध पर जल्द ही हस्ताक्षर हो जाएंगे। हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। यह खबर पाकिस्तान द्वारा अपनी जमीन में आतंकवादियों पर स्व-निर्मित ड्रोन से हमला किए जाने की खबर के एक सप्ताह बाद आई है, जिससे न्यूक्लियर हथियारों से लैस इन दो पड़ोसियों के बीच नया मोर्चा खुलने की संभावना बढ़ गई है। गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर हमेशा संघर्ष की स्थिति बनी रहती है और इसकी वजह से दो बार युद्ध भी हो चुका है। इजराइली हेरॉन खरीदने की योजना पहली बार तीन साल पहले बनाई गई थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना ने जनवरी में सरकार को इनकी डिलिवरी में तेजी लाने के लिए पत्र लिखा था। सेना ने ऐसा पाकिस्तान और चीन द्वारा अपनी ड्रोन संबंधी युद्ध क्षमताओं में बढ़ोतरी को देखते हुए किया।    टिप्पणियां इस माह की शुरुआत में ही सरकार ने एयर फोर्स के उस अनुरोध को मान लिया, जिसमें उसने इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) से लगभग 2,620 करोड़ की लागत पर 10 हेरॉन TP ड्रोन खरीदने का अुनरोध किया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक एयर फोर्स अधिकारी ने बताया कि इन ड्रोन को जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए हथियारों से लैस किया जा सकता है। उसने बताया कि उम्मीद है कि इस अनुबंध पर जल्द ही हस्ताक्षर हो जाएंगे। हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। इजराइली हेरॉन खरीदने की योजना पहली बार तीन साल पहले बनाई गई थी, लेकिन सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना ने जनवरी में सरकार को इनकी डिलिवरी में तेजी लाने के लिए पत्र लिखा था। सेना ने ऐसा पाकिस्तान और चीन द्वारा अपनी ड्रोन संबंधी युद्ध क्षमताओं में बढ़ोतरी को देखते हुए किया।    टिप्पणियां इस माह की शुरुआत में ही सरकार ने एयर फोर्स के उस अनुरोध को मान लिया, जिसमें उसने इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) से लगभग 2,620 करोड़ की लागत पर 10 हेरॉन TP ड्रोन खरीदने का अुनरोध किया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक एयर फोर्स अधिकारी ने बताया कि इन ड्रोन को जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए हथियारों से लैस किया जा सकता है। उसने बताया कि उम्मीद है कि इस अनुबंध पर जल्द ही हस्ताक्षर हो जाएंगे। हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। इस माह की शुरुआत में ही सरकार ने एयर फोर्स के उस अनुरोध को मान लिया, जिसमें उसने इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) से लगभग 2,620 करोड़ की लागत पर 10 हेरॉन TP ड्रोन खरीदने का अुनरोध किया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक एयर फोर्स अधिकारी ने बताया कि इन ड्रोन को जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए हथियारों से लैस किया जा सकता है। उसने बताया कि उम्मीद है कि इस अनुबंध पर जल्द ही हस्ताक्षर हो जाएंगे। हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उसने बताया कि उम्मीद है कि इस अनुबंध पर जल्द ही हस्ताक्षर हो जाएंगे। हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
ज़रफ़शान (उज़बेक: Зарафшон, ज़रफ़शोन; अंग्रेज़ी: Zarafshan) मध्य एशिया के उज़बेकिस्तान देश के नवोई प्रान्त का एक शहर है। भौगोलिक निर्देशांकों के हिसाब से यह नगर ४१°३६'२९ उत्तर और ६४°१३'३५ पूर्व में स्थित है। सन् २००७ में इसकी आबादी ६५,००० से थोड़ी ज़्यादा अनुमानित की गई थी। यह शहर किज़िल कुम रेगिस्तान के क्षेत्र में पड़ता है लेकिन इसके लिए पानी का प्रबंध आमू दरिया से आने वाली एक २२० किमी लम्बी पाइप-लाइन से किया जाता है। ज़रफ़शान को 'उज़बेकिस्तानी सोने की राजधानी' कहा जाता है क्योंकि यहाँ पर नज़दीकी मुरुताऊ सोने की खान से सम्बंधित व्यापारिक कार्यालय हैं। ज़रफ़शान एक नया शहर है जिसकी स्थापना सोना निकालने के उद्योग की वजह से हुई और, उज़बेकिस्तान में स्थित होने के बावजूद, यहाँ रूसी लोगों की आबादी उज़बेक लोगों से अधिक हैं। इन्हें भी देखें नवोई प्रान्त किज़िल कुम रेगिस्तान सन्दर्भ नवोई प्रान्त उज़्बेकिस्तान के नगर उज़्बेकिस्तान मध्य एशिया के शहर
पाकिस्तान में इस्लाम विरोधी फिल्म को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच यहां के चैनलों पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की ओर से शांति की अपील संबंधी विज्ञापन प्रसारित किए जा रहे हैं।टिप्पणियां यह विज्ञापन इस्लामाबाद में पाकिस्तान के राजदूत की ओर से दिया गया है। विज्ञापन में ओबामा कहते हैं, अपनी स्थापना के बाद से अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है, जो सभी धर्मों का सम्मान करता है। हम दूसरों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले प्रयासों को खारिज करते हैं। हिलेरी ने कहा, इस वीडियो (फिल्म) के साथ अमेरिकी सरकार का कोई लेनादेना नहीं है। हम इसके प्रसंग और संदेश को पूरी तरह खारिज करते हैं। अमेरिका धार्मिक सहिष्णुता को लेकर प्रतिबद्ध है। यह विज्ञापन इस्लामाबाद में पाकिस्तान के राजदूत की ओर से दिया गया है। विज्ञापन में ओबामा कहते हैं, अपनी स्थापना के बाद से अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है, जो सभी धर्मों का सम्मान करता है। हम दूसरों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले प्रयासों को खारिज करते हैं। हिलेरी ने कहा, इस वीडियो (फिल्म) के साथ अमेरिकी सरकार का कोई लेनादेना नहीं है। हम इसके प्रसंग और संदेश को पूरी तरह खारिज करते हैं। अमेरिका धार्मिक सहिष्णुता को लेकर प्रतिबद्ध है। हिलेरी ने कहा, इस वीडियो (फिल्म) के साथ अमेरिकी सरकार का कोई लेनादेना नहीं है। हम इसके प्रसंग और संदेश को पूरी तरह खारिज करते हैं। अमेरिका धार्मिक सहिष्णुता को लेकर प्रतिबद्ध है।
सेलेब्रिटी शेफ गॉर्डन रामसे को ट्विटर पर भारतीय लोगों का सामना करना पड़ा. गॉर्डन ने एक मुंबई के व्यक्ति के द्वारा पोस्ट किये गये, मेदु वड़ा का मजाक उड़ाया था. जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. क्या है मामला? दरअसल, मुंबई के एक व्यक्ति ने मेदुवड़ा की तस्वीर शेयर की, और गॉर्डन रामसे से पूछा कि बताइये कि उन्हें यह डिश कैसी लगी. जिसका रामसे ने अटपटा सा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम जेल से भी खाने की तस्वीर शेयर करोगे. @GordonRamsay please rate my medu vada sambar and nariyal chutney pic.twitter.com/9dAcqI5kwD — Rameez (@Sychlops) April 6, 2017 I didn't know you can tweet from prison https://t.co/rxrPPBonff — Gordon Ramsay (@GordonRamsay) April 6, 2017 भड़क गये ट्विटर वाले मशहूर शेफ के द्वारा यह ट्वीट क्या आया, ट्विटर वाले भड़क गये. उन्होंने इसे भारतीय खाने का अपमान माना, और गॉर्डन की जमकर खिचाईं की. @GordonRamsay Every cuisine that you're ignorant about is not from prison! https://t.co/LlJI65sJD7 — Rangeela Desi (@RangeelaDesi) April 6, 2017 @GordonRamsay @HoeZaay Watch out man, that's everyday food for half of southern India!☺ — SlobKebab 🚫▶ (@SlobKebab) April 6, 2017 @GordonRamsay The food looks normal plate of Vada, Sambar and chutney. Unless you mean normal Indian food is only good for prison. — Ashish Jena (@ashishjena94) April 6, 2017 @Sychlops @bharatunnithan Get yourself some good crockery. Hostel ki plate mein kaun serve karta. — Nidhi (@nidzk123) April 6, 2017 कौन हैं गॉर्डन रामसे? गॉर्डन रामसे एक मशहूर शेफ हैं, वह कई खाने के शो को होस्ट भी करते हैं. उन्हें कई नामी अवॉर्ड भी मिल चुके हैं, इसके साथ ही वह कई फिल्मों में भी भूमिका निभा चुके हैं.
जिंदगी के किसी इम्तिहान में अगर पुरुष असफल हो जाते हैं और उनकी पार्टनर सफल हो जाती है तो मर्दों के मन में जीवनसाथी के प्रति जलन पैदा हो जाती है. अपनी महिला पार्टनर से वह ईर्ष्या करने लगते हैं. एक नई रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है. अध्ययन में ये बात भी सामने आई है कि महिलाओं पर अपने पुरुष साथी की कामयाबी या नाकामी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता. यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के शोधकर्ता केट रेडलिफ ने 896 लोगों पर पांच प्रयोग कर ये निष्कर्ष निकाला है. अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित इस अध्ययन में यह पाया गया कि यह कोई मायने नहीं रखता कि पार्टनर की उपलब्धि या नाकामी सामाजिक थी या फिर व्यक्तिगत. पुरुषों को तब और भी बुरा लगता है जब उनकी महिला पार्टनर किसी ऐसी परीक्षा में पास हो गई हों जिसमें वह फेल हुए हों.
नीचे राजधानी शहरों की सूची वाले पृष्ठों का एक सूचकांक है। राष्ट्रीय राजधानियाँ राष्ट्रीय राजधानियों की सूची अक्षांश द्वारा राष्ट्रीय राजधानियों की सूची जनसंख्या द्वारा राष्ट्रीय राजधानियों की सूची प्रशासनिक प्रभागों के रूप में सेवारत राष्ट्रीय राजधानियों की सूची पूर्व राष्ट्रीय राजधानियों की सूची देशों की सूची जिनकी राजधानी उनका सबसे बड़ा शहर नहीं है उद्देश्य से निर्मित राष्ट्रीय राजधानियों की सूची उपशास्त्रीय राजधानियाँ वे जिन क्षेत्रों में सेवा करते हैं, उनके बाहर की राजधानियों की सूची देश उपखंडों के उद्देश्य से निर्मित राजधानियों की सूची देश ऑस्ट्रेलिया में राजधानियों की सूची ब्रिटिश प्रशासनिक प्रभागों की राजधानियों की सूची ब्राजील के उपखंडों की राजधानियों की सूची चीन में राजधानियों की सूची भारत में राज्य और केंद्रशासित प्रदेश की राजधानियों की सूची जापान में राजधानियों की सूची दक्षिण कोरिया में राजधानियों की सूची मलेशिया में राजधानियों की सूची मेक्सिको के राज्यों की राजधानियों की सूची पाकिस्तान में राजधानियों की सूची संयुक्त राज्य अमेरिका में राजधानियों की सूची राजधानियाँ राजधानियों की सूची
आजतक के खास कार्यक्रम 'सीधी बात' में केंद्रीय राजमार्ग और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के तेजी से विकास कार्य करने का दावा किया. 'सीधी बात' में एंकर श्वेता सिंह के बेबाक सवालों के गडकरी ने अपने खास अंदाज में जवाब दिए. गडकरी के पास जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभागों की भी जिम्मेदारी है. किसानों की नाराजगी से जुड़े सवाल पर गडकरी ने कहा कि किसानों की समस्या को हल करना हमारी प्राथमिकता है. साथ ही हम प्रयास कर रहे हैं कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से भी ज्यादा कैसे दें. गडकरी ने महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर किए गए सवाल के भी जवाब दिए. उनका कहना है कि विकास के काम में हमने कभी राजनीति नहीं की और सियासी रिश्ते सबसे बेहतर रहने की उम्मीद जताई. गंगा मंत्रालय से जुड़े सवाल पर गडकरी ने कहा,‘पहली बार निर्मल गंगा का सपना पूरा होने जा रहा है, उन्होंने गंगा के लगभग पूरी तरह से साफ किए जाने की उम्मीद जताई. दिल्ली में जाम की समस्या से छुटकारा कब मिलेगा? इस सवाल पर गडकरी का जवाब था-‘हम 26 मई को डासना 14 लेन हाईवे, दिल्ली की रिंग रोड का उद्घाटन कर रहे हैं. आप जून जुलाई में देखिएगा, दिल्ली में 50% ट्रैफिक औऱ 50% प्रदूषण कम हो जाएगा.’ नितिन गडकरी का पूरा इंटरव्यू आप ‘सीधी बात’में देख सकते हैं, शनिवार 28 अप्रैल और रविवार 29 अप्रैल, रात 8 बजे, ‘आजतक’ पर.
दूरसंचार उपग्रह को ले जा रहे रूसी रॉकेट के इंजन का प्रथम स्तर मोटर अचानक बंद हो जाने से प्रक्षेपण के कुछ ही देर बाद वह प्रशांत महासागर में गिर गया। रूसी स्पेस कारपोरेशन आरकेके इनेर्जिया ने यह जानकारी दी। आरकेके इनेर्जिया के प्रमुख विटाले लोपोटा ने कहा कि जेनिट-3एसएल रॉकेट इन्टेलसेट-27 (आईएस-27) उपग्रह ले जा रहा था। उन्होंने कहा, "यह एक गड़बड़ी के कारण हुआ। प्रक्षेपण के करीब 50 सेकेंड बाद ही पहले स्तर का मोटर अचानक बंद हो गया।" इनेर्जिया नीत सी लांच कंसोर्टियम ने अंतरराष्ट्रीय जल में विषुअत रेखा पर तैरते प्लेटफार्म ओडिसी से रॉकेट को प्रक्षेपित किया था। प्रक्षेपण मास्को के समयानुसार सुबह 10:56 पर हुआ था।टिप्पणियां प्लेटफार्म से थोड़ी दूरी पर रॉकेट गिरा, लेकिन इस विफल प्रक्षेपण से प्लेटफार्म को कोई नुकसान नहीं हुआ। जेनिट-3एसएल समेकित प्रक्षेपण वाहन एक तरल प्रणोदक रॉकेट है जिसमें तीन स्तर और एक अंतरिक्ष उपकरण इकाई होता है। आरकेके इनेर्जिया के प्रमुख विटाले लोपोटा ने कहा कि जेनिट-3एसएल रॉकेट इन्टेलसेट-27 (आईएस-27) उपग्रह ले जा रहा था। उन्होंने कहा, "यह एक गड़बड़ी के कारण हुआ। प्रक्षेपण के करीब 50 सेकेंड बाद ही पहले स्तर का मोटर अचानक बंद हो गया।" इनेर्जिया नीत सी लांच कंसोर्टियम ने अंतरराष्ट्रीय जल में विषुअत रेखा पर तैरते प्लेटफार्म ओडिसी से रॉकेट को प्रक्षेपित किया था। प्रक्षेपण मास्को के समयानुसार सुबह 10:56 पर हुआ था।टिप्पणियां प्लेटफार्म से थोड़ी दूरी पर रॉकेट गिरा, लेकिन इस विफल प्रक्षेपण से प्लेटफार्म को कोई नुकसान नहीं हुआ। जेनिट-3एसएल समेकित प्रक्षेपण वाहन एक तरल प्रणोदक रॉकेट है जिसमें तीन स्तर और एक अंतरिक्ष उपकरण इकाई होता है। उन्होंने कहा, "यह एक गड़बड़ी के कारण हुआ। प्रक्षेपण के करीब 50 सेकेंड बाद ही पहले स्तर का मोटर अचानक बंद हो गया।" इनेर्जिया नीत सी लांच कंसोर्टियम ने अंतरराष्ट्रीय जल में विषुअत रेखा पर तैरते प्लेटफार्म ओडिसी से रॉकेट को प्रक्षेपित किया था। प्रक्षेपण मास्को के समयानुसार सुबह 10:56 पर हुआ था।टिप्पणियां प्लेटफार्म से थोड़ी दूरी पर रॉकेट गिरा, लेकिन इस विफल प्रक्षेपण से प्लेटफार्म को कोई नुकसान नहीं हुआ। जेनिट-3एसएल समेकित प्रक्षेपण वाहन एक तरल प्रणोदक रॉकेट है जिसमें तीन स्तर और एक अंतरिक्ष उपकरण इकाई होता है। इनेर्जिया नीत सी लांच कंसोर्टियम ने अंतरराष्ट्रीय जल में विषुअत रेखा पर तैरते प्लेटफार्म ओडिसी से रॉकेट को प्रक्षेपित किया था। प्रक्षेपण मास्को के समयानुसार सुबह 10:56 पर हुआ था।टिप्पणियां प्लेटफार्म से थोड़ी दूरी पर रॉकेट गिरा, लेकिन इस विफल प्रक्षेपण से प्लेटफार्म को कोई नुकसान नहीं हुआ। जेनिट-3एसएल समेकित प्रक्षेपण वाहन एक तरल प्रणोदक रॉकेट है जिसमें तीन स्तर और एक अंतरिक्ष उपकरण इकाई होता है। प्लेटफार्म से थोड़ी दूरी पर रॉकेट गिरा, लेकिन इस विफल प्रक्षेपण से प्लेटफार्म को कोई नुकसान नहीं हुआ। जेनिट-3एसएल समेकित प्रक्षेपण वाहन एक तरल प्रणोदक रॉकेट है जिसमें तीन स्तर और एक अंतरिक्ष उपकरण इकाई होता है। जेनिट-3एसएल समेकित प्रक्षेपण वाहन एक तरल प्रणोदक रॉकेट है जिसमें तीन स्तर और एक अंतरिक्ष उपकरण इकाई होता है।
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस AIIMS MBBS 2019 के परीक्षा के लिए शेड्यूल जारी हो गया है. जो उम्मीदवार AIIMS में दाखिला के लिए परीक्षा तैयारी कर रहे हैं.  वह जान लें परीक्षा कब और कैसे होगी. AIIMS MBBS 2019 की जरूरी तारीखें... - ऑनलाइन फॉर्म भरने की तारीख- अगले साल जनवरी की शुरुाआते से मार्च तक. - एडमिट कार्ड- अगले साल मई के पहले हफ्ते में.. जानें- परीक्षा की तारीखें- MBBS: 25 मई और 26 मई PG: परीक्षा 5 मई 2019 को होगी. एमसी बायोटेक्नोलॉजी: परीक्षा का आयोजन 29 जून को होगा. रिजल्ट: परीक्षा का रिजल्ट 5 जुलाई को घोषित जारी होगा. कैसा होगा AIIMS MBBS 2019  एग्जाम पैटर्न - फिजिक्स: 60 सवाल - केमेस्ट्री: 60 सवाल - बायोलॉजी:  60 सवाल - जनरल नॉलेज- 10 सवाल -एप्टीट्यूड एंड लॉजिकल थिंकिंग- 10 सवाल
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से पीड़ितों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इस बीच भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने लोकसभा में चमकी बुखार का मामला उठाया. उन्होंने कहा, यह फैलाया जा रहा है कि बच्चों ने लीची खाई, जिस वजह से उनकी मौत हो गई. इसके बाद अचानक लीची के निर्यात में गिरावट आ गई और लीचियां तटों पर पड़ी हैं. उन्होंने कहा, हमें यह पता लगाना होगा कि क्या यह किसी साजिश का हिस्सा है. हमें इस बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करनी होगी. रूडी का बयान ऐसे समय पर आया है, जब बिहार चमकी बुखार के कहर से जूझ रहा है. मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लगातार बच्चों की मौत हो रही हैं. अकेले मुजफ्फरपुर में 122 बच्चों की मौत हो चुकी है. जबकि पूरे बिहार में आंकड़ा 140 तक पहुंच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रभावितों जिलों में 8 एडवांस लाइफ सेविंग एंबुलेंस (एएलएस) तैनात करने के निर्देश दिए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत गंभीर रोगियों को लाने-ले जाने के लिए आठ एक्स्ट्रा एडवांस लाइफ सेविंग एंबुलेंस सेवा में तैनात की गई हैं. 10 चाइल्ड स्पेशलिस्ट्स और पांच पैरा-मेडिक्स की केंद्रीय टीमों को मरीजों के इलाज के लिए तैनात किया गया है और इन टीमों ने राज्य सरकार के साथ तालमेल करते हुए काम करना शुरू कर दिया है. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जल्द से जल्द वायरोलॉजी लैब को चालू करने के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आईसीएमआर स्पेशलिस्ट की एक टीम लगाई गई है. उन्होंने कहा कि पहले तैनात बहु-विषयी टीम 2019 में भर्ती और इलाज कराने वाले मरीजों के सभी मामलों के रिकॉर्ड की समीक्षा कर रही है. गौरतलब है कि अब चमकी बुखार मुजफ्फरपुर से भी बाहर पैर पसारने लगा है. पिछले 24 घंटों में बिहार के अन्य जिलों से चमकी बुखार के दो दर्जन से ज्यादा मौतों के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक भागलपुर, पटना, बांका, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर और पश्चिमी चंपारण में बच्चों की मौत की खबर है.
11:39 PM महिला विश्व कप: मिताली ने बनाए 56 रन, मंधाना ने खेली 26 रनों की पारी 11:36 PM महिला टी-20 विश्व कप: भारत ने पाक को 7 विकेट से दी मात 11:15 PM बीजेपी ने राजस्थान चुनाव के लिए जारी की 131 उम्मीदवारों की लिस्ट 11:01 PM IND vs WI: शिखर धवन को मिला 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब 10:36 PM IND vs WI: भारत ने 3-0 से जीती T20 सीरीज 10:24 PM IND vs WI: रोमांचक मुकाबले में म‍िली टीम इंड‍िया को जीत 10:22 PM IND vs WI: जीत से 1 रन दूर टीम इंडिया 10:13 PM IND vs WI: जीत के करीब टीम इंडिया, 10 गेंदों पर चाहि‍ए 7 रन 09:58 PM IND vs WI: जीत के करीब टीम इंडिया, धवन और पंत मैदान पर 09:03 PM छत्तीसगढ़: घनाराम साहू कल शाह की मौजूदगी में बीजेपी में होंगे शामिल 09:00 PM छत्तीसगढ़: कांग्रेस उपाध्यक्ष घनाराम साहू ने दिया इस्तीफा घनाराम साहू दुर्ग विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज़ थे. 08:56 PM कल वाराणसी जाएंगे पीएम मोदी, मल्टी मॉडल टर्मिनल का करेंगे उद्घाटन 08:29 PM IND vs WI: वेस्टइंडीज ने भारत को दिया 182 रनों का लक्ष्य 08:15 PM महाराष्ट्र: पालघर में भूकंप के झटके, तीव्रता 3.2 07:45 PM लखनऊ: कल RBI कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे विरोध प्रदर्शन 07:17 PM यूपी: नोटबंदी के खिलाफ सभी जिलों में कल कांग्रेस का प्रदर्शन 07:04 PM बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बीजेपी HQ में शुरू 06:40 PM नौशेरा सेक्टर में एलओसी पर युद्धविराम का उल्लंघन, सेना का 1 जवान शहीद 06:31 PM IND vs WI: वेस्टइंडीज ने टॉस जीता, पहले बल्लेबाजी का फैसला 06:04 PM सीटों पर जल्द बात होनी चाहिए, इससे NDA में कन्फ्यूजन: कुशवाहा 06:01 PM जेडीयू हमारे विधायक को तोड़ने की कोशिश कर रही है: उपेंद्र कुशवाहा 05:40 PM छत्तीसगढ़ः पहले चरण का चुनाव कल, राजनांदगांव में कड़ी सुरक्षा 05:01 PM आशा शेल्टर होम से लापता हुई महिलाओं के मामले में केस दर्ज किया: SSP पटना A case has been registered and we are going to recover the four missing women soon: Manu Maharaj, SSP Patna #Bihar pic.twitter.com/PolUjUqz1I — ANI (@ANI) November 11, 2018 04:45 PM जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में पुलिस मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर 04:32 PM नोटबंदी में जनधन खातों का इस्तेमाल कालेधन को सफेद करने में हुआ:अरुण शौरी 04:21 PM रिश्वत के मामले में जनार्दन रेड्डी को 24 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया Janardhan Reddy who was arrested by Bengaluru Central Crime Branch, in connection with Ambident Group alleged bribery case has been sent to judicial custody till November 24. pic.twitter.com/YrIBxCQWfJ — ANI (@ANI) November 11, 2018 04:01 PM पटना: आशा किरण शेल्टर होम से 4 महिलाएं लापता, सर्च ऑपरेशन शुरू 03:37 PM छत्तीसगढ़ः सरायपाली से BSP उम्मीदवार छविलाल रात्रे कांग्रेस में शामिल 03:15 PM कर्नाटक: जनार्दन रेड्डी को गिरफ्तारी के बाद मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए भेजा गया #Karnataka : Janardhan Reddy who has been arrested by Bengaluru Central Crime Branch, in connection with Ambident Group alleged bribery case, being taken for medical examination. pic.twitter.com/tQclusCO1q — ANI (@ANI) November 11, 2018 03:03 PM उपेंद्र कुशवाहा ने पासवान से की मुलाकात, सीट शेयरिंग के मुद्दे पर हुई चर्चा 02:50 PM प्रथम विश्व युद्ध के आज 100 वर्ष पूरे, दिल्ली में हुआ स्मारक समारोह Today marks 100 years since the end of World War 1, visuals of commemoration ceremony from New Delhi pic.twitter.com/uI9pmg4XnH — ANI (@ANI) November 11, 2018 02:04 PM उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 5.0 तीव्रता मापी गई 01:43 PM खनन कारोबारी जनार्दन रेड्डी के साथ उसका नजदीकी अली खान भी अरेस्ट 01:32 PM जी जनार्दन रेड्डी गिरफ्तार, घूस मामले में ऐम्बिडेंट ग्रुप से रिश्तों का आरोप 01:14 PM छत्तीसगढ़: BSF का एक SI शहीद, आज कांकेर IED ब्लास्ट में हुआ था जख्मी #Chhattisgarh : BSF personnel SI Mahender Singh who was injured in IED blast in Kanker's Koyali beda today, has succumbed to injuries. — ANI (@ANI) November 11, 2018 12:46 PM संबित पात्रा: कांग्रेस का एक ही लक्ष्य- मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं चलने देंगे Looks like the Congress these days has only one motto- 'Mandir nahi ban ne denge, Shakha nahi chalne denge:' Sambit Patra,BJP on #Congress in its manifesto in #MadhyaPradesh says RSS 'shakhas' would not be allowed in Government buildings pic.twitter.com/ixMU7ZHUgn — ANI (@ANI) November 11, 2018 12:39 PM पी. चिदंबरम ने RSS को बताया पॉलिटिकल पार्टी, कहा- उनका एजेंडा भी राजनीतिक 12:09 PM उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी को दिल का दौरा 11:46 AM तेलंगाना चुनावः राहुल गांधी 28 नवंबर को खम्मम में करेंगे रोड शो 11:43 AM दिल्लीः IGI से अफगान नागरिक 3.5 करोड़ की विदेशी करेंसी के साथ गिरफ़्तार 11:39 AM सोनिया गांधी 23 नवबंर को तेलंगाना में चुनावी रैली को करेंगी संबोधित Former Congress President Sonia Gandhi to campaign in Telangana on 23rd November, she will address a rally in Warangal: Congress Sources (file pic) pic.twitter.com/w3AyYx9CjW — ANI (@ANI) November 11, 2018 11:19 AM सोमवार को मोदी बनारस के दो अहम राष्ट्रीय राजमार्ग का करेंगे लोकार्पण PM @narendramodi will dedicate to the nation, two important national highways in Varanasi, having a total length of 34 kilometres and constructed at a cost of Rs 1571.95 crore on Monday, the 12th of November, 2018. — PMO India (@PMOIndia) November 11, 2018 10:57 AM RSS के लोग शासकीय भवनों में शाखा लगाते हैं-मानक अग्रवाल, कांग्रेस 10:27 AM छत्तीसगढ़: कांकेर जिले में IED ब्लास्ट, बीएसएफ का एक एएसआई जख्मी 10:10 AM छत्तीसगढ़: बीजापुर में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली मार गिराया, मुठभेड़ अब भी जारी Chhattisgarh: Encounter underway in Bijapur between security forces and Maoists. One Maoist dead, one apprehended. Arms and ammunition recovered. Operation continues — ANI (@ANI) November 11, 2018 10:00 AM राजस्थान के कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट आज होगी तय 09:48 AM पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र बचाने के लिए हम रथ यात्रा निकालेंगे- लॉकेट चटर्जी, BJP We will hold Rath Yatras to save democracy in West Bengal. Nobody can stop it and if anyone tries to stop it then they will be crushed under the wheels of the chariot: Locket Chatterjee, BJP State Mahila Morcha President pic.twitter.com/Jjr9BvWimb — ANI (@ANI) November 11, 2018 09:30 AM प. बंगाल BJP का विवादित बयान- रथयात्रा निकालेंगे, किसी ने रोका तो कुचल देंगे We will hold Rath Yatras to save democracy in West Bengal. Nobody can stop it and if anyone tries to stop it then they will be crushed under the wheels of the chariot: Locket Chatterjee, BJP State Mahila Morcha President pic.twitter.com/Jjr9BvWimb — ANI (@ANI) November 11, 2018 09:13 AM J-K: राजौरी LOC पर पाकिस्तान ने की जबरदस्त फायरिंग, 2 BSF जवान जख्मी 08:56 AM जम्मू: LOC पर पाक ने फिर तोड़ा सीजफायर, पुंछ में कई घंटों से फायरिंग जारी 08:46 AM बंगाल की खाड़ी में कल तूफान की आशंका, तमिलनाडु के मछुआरों को चेतावनी जारी 08:10 AM दिल्ली: रोहिणी इलाके में गोली मारकर युवक की हत्या, क्राइम टीम मौके पर 08:07 AM MP: कांग्रेस का घोषणपत्र- चुनाव जीते तो सरकारी कैम्पस में शाखा लगाना होगा बैन #Congress in its manifesto in #MadhyaPradesh has said if the party comes to power then RSS 'shakhas' would not be allowed in Government buildings and premises, also earlier order to allow Govt employees to attend RSS 'shakhas' will be revoked. pic.twitter.com/XuCRsbCY9F — ANI (@ANI) November 11, 2018 07:38 AM दिल्ली: महरौली में पत्रकार के घर पर हमला, CCTV में कैद हुई घटना 07:27 AM BJP ने 'केदारनाथ' पर लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, बैन की मांग की 06:35 AM दिल्ली: आज पेट्रोल की कीमत 77.73 रु. प्रति लीटर, डीजल 72.46 रु. प्रति लीटर 05:56 AM राजस्थान चुनाव: उम्मीदवारों के चयन के लिए BJP चुनाव समिति की आज बैठक 05:23 AM लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ आज से 04:30 AM CM चंद्रबाबू नायडू आज कैबिनेट का करेंगे विस्तार, 2 नए मंत्री होंगे शामिल 03:30 AM पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मिले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू 02:40 AM जॉर्डन में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 11 हुई 01:47 AM मेरठ: पुलिस स्टेशन में खड़ी कई गाड़ियों में लगी आग 12:57 AM चेन्नई: भारत और वेस्ट इंडीज के बीच सीरीज का तीसरा और आखिरी टी-20 आज 12:14 AM नास‍िक: कार और बस की टक्कर में 5 की मौत, 1 घायल 12:10 AM 'रंगीला राजा' के डायरेक्टर पहलाज निहलानी बोले- सरकार गूंगी और बहरी 12:09 AM छत्तीसगढ़: पहले चरण के चुनाव के लिए पोलिंग कर्मचारी रवाना 12:00 AM मिजोरम में 5.3 तीव्रता के भूकंप के झटके लगे
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. उन्होंने यह बात किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए रवाना होने से पहले कही. इस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह उम्मीद भी जताई कि उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में मिले विशाल जनादेश का इस्तेमाल पाकिस्तान के साथ कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों को सुलझाने में करेंगे. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनको एससीओ समिट ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को सुधारने के लिए अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से बातचीत करने का अवसर दिया है. पाकिस्तान ने हर तरह की मध्यस्थता के लिए रास्ता खोल रखा है और भारत समेत सभी पड़ोसियों के साथ शांति चाहता है. रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि तीन छोटे युद्धों ने भारत और पाकिस्तान को तबाह कर दिया, जिसके चलते दोनों देशों को भीषण गरीबी से जूझना पड़ रहा है. मोदी और इमरान खान के बीच नहीं होगी मुलाकात इससे पहले पिछले हफ्ते भारतीय विदेश मंत्रालय ने बिश्केक में एससीओ समिट से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की मुलाकात होने की बात से इनकार किया था. विदेश मंत्रालय ने कहा था कि बिश्केक में एससीओ समिट से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच किसी भी तरह की द्विपक्षीय बातचीत की योजना नहीं हैं. इससे पहले इमरान खान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार खत लिखकर कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों पर वार्ता बहाल करने की मांग कर चुके हैं. कश्मीर है भारत-पाकिस्तान विवाद की वजह मतभेदों को शांतिपूर्वक और बातचीत के जरिए सुलझाने पर जोर देते हुए इमरान खान ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच मुख्य विवाद कश्मीर को लेकर है. अगर दोनों देशों के प्रधानमंत्री और उनकी सरकारें फैसला लेती हैं, तो इस मुद्दे को सुलझाया जा सकता है. लेकिन दुर्भाग्यवश अब तक हम इसमें सफल नहीं हुए हैं. हालांकि हम अब भी उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में मिले विशाल जनादेश का इस्तेमाल दोनों देशों के रिश्ते बेहतर करने और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए करेंगे.' इमरान खान ने कहा कि चीन की तरह हमको अपने पैसे का इस्तेमाल लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए करना चाहिए. चीन ने अपने पैसे का इस्तेमाल करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में किया है. भारत के साथ कम होगा तनावः इमरान खान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान ने कहा, 'हमको उम्मीद है कि भारत के साथ तनाव कम होगा. इसलिए हमको हथियार खरीदने की जरूरत नहीं है. हम लोगों के विकास के लिए पैसा खर्च करना चाहते हैं. हालांकि हम रूस से हथियार खरीदने पर विचार कर रहे हैं. हमारी सेना हथियारों की डील को लेकर रूस की सेना के संपर्क में है.' आपको बता दें कि पाकिस्तान पिछले दो वर्षों से रूस के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहा है. पाकिस्तान और रूस के बीच बढ़ती इस करीबी से भारत भी चिंतित है. हालांकि रूस साफ कर चुका है कि पाकिस्तान से करीबी का भारत के साथ रिश्तों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. चीनी राष्ट्रपति से बोले मोदी- आतंक पर एक्शन ले पाकिस्तान वहीं, गुरुवार को एससीओ समिट से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी घुसपैठ और सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे, ताकि दोनों देशों के बीच वार्ता शुरू करने के लिए आतंक मुक्त माहौल बन सके. आपको बता दें कि पाकिस्तान लगातार वार्ता बहाल करने की मांग कर रहा है, लेकिन भारत का कहना है कि सीमा पार आतंकवाद और वार्ता दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं. पाकिस्तान को वार्ता शुरू करने से पहले आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. पीएम मोदी और इमरान खान ने नहीं मिलाया हाथ फिलहाल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में एससीओ समिट में हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं. एससीओ समिट के पहले दिन यानी गुरुवार को दोनों एक-दूसरे के आसपास और एक छत के नीचे नजर आए, लेकिन हाथ नहीं मिलाया. इतना ही नहीं, दोनों के बीच बातचीत भी देखने को नहीं मिली.
यह लेख है: आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दोतरफा घिरती दिख रही है। ललित मोदी का कहना है कि साल 2011 में जब वह ब्रिटेन में प्रवास बढ़ाना था, तब राजे ने मामले को गोपणीय बनाए रखने की शर्त उनकी इमीग्रेशन अर्ज़ी का समर्थन किया था। हालांकि इस मामले में राजस्थान की मुख्यमंत्री का कहना है कि जिन दस्‍तावेजों की बात हो रही है, उनके बारे में उन्‍हें कोई जानकारी नहीं है। वहीं वुसंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुई बिजनेस डील इस बीजेपी नेता के लिए ज्यादा मुसीबत का सबब बन सकती है। एनडीटीवी को मिले दस्तावेज बताते हैं कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर मोदी और उनकी पत्नी ने साल 2013 में घोषित किया था कि उनके पास दुष्यंत सिंह की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल प्राइवेट लिमीटेड के 10 रुपये कीमत वाले करीब 6,000 शेयर हैं। इन शेयरों के उन्होंने करीब 96 हजार रुपए प्रति शेयर चुकाए थे। इसके अलावा मोदी की कंपनी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी को बिना किसी गारंटी के 11 करोड़ रुपये का लोन दिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राजस्थान के झालावाड़ बारन से बीजेपी के सांसद दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुए इस सौदे की जांच कर रहा है। टिप्पणियां हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।   दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।' उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'  वहीं वुसंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुई बिजनेस डील इस बीजेपी नेता के लिए ज्यादा मुसीबत का सबब बन सकती है। एनडीटीवी को मिले दस्तावेज बताते हैं कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर मोदी और उनकी पत्नी ने साल 2013 में घोषित किया था कि उनके पास दुष्यंत सिंह की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल प्राइवेट लिमीटेड के 10 रुपये कीमत वाले करीब 6,000 शेयर हैं। इन शेयरों के उन्होंने करीब 96 हजार रुपए प्रति शेयर चुकाए थे। इसके अलावा मोदी की कंपनी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी को बिना किसी गारंटी के 11 करोड़ रुपये का लोन दिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राजस्थान के झालावाड़ बारन से बीजेपी के सांसद दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुए इस सौदे की जांच कर रहा है। टिप्पणियां हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।   दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।' उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'  एनडीटीवी को मिले दस्तावेज बताते हैं कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर मोदी और उनकी पत्नी ने साल 2013 में घोषित किया था कि उनके पास दुष्यंत सिंह की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल प्राइवेट लिमीटेड के 10 रुपये कीमत वाले करीब 6,000 शेयर हैं। इन शेयरों के उन्होंने करीब 96 हजार रुपए प्रति शेयर चुकाए थे। इसके अलावा मोदी की कंपनी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी को बिना किसी गारंटी के 11 करोड़ रुपये का लोन दिया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राजस्थान के झालावाड़ बारन से बीजेपी के सांसद दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुए इस सौदे की जांच कर रहा है। टिप्पणियां हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।   दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।' उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राजस्थान के झालावाड़ बारन से बीजेपी के सांसद दुष्यंत सिंह और ललित मोदी के बीच हुए इस सौदे की जांच कर रहा है। टिप्पणियां हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।   दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।' उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'  हालांकि इस सौदे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दावा किया कि उनकी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमीटेड (एनएचपीएल) ने न तो कुछ गैरकानूनी किया और न ही कोई अनियमितता की है।   दुष्यंत ने एक बयान में कहा, 'फिलहाल मैं एक निजी विदेशी यात्रा पर हूं। मुझे जानकारी मिली कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में भ्रामक और दुष्प्रचार चल रहा है तथा मेरी छवि को बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है जो बेहद गैरकानूनी है।' उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'  उन्होंने कहा, 'मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरी कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्रा. लि. ने जो भी लेनदेन किया है, वह कंपनी कानून एवं आयकर नियमों के अनुरूप और अनुपालन में हैं। हर एक तथ्य का आयकर रिटर्न में जिक्र किया गया है, जो उपलब्ध हैं। मेरी कंपनी ने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है और उसने कोई भी अनियमितता नहीं की है।'